Saturday, May 3, 2025
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दून लाइब्रेरी व शोध केंद्र में हुआ द्वितीय स्व. एसपीएस नेगी स्मृति सम्मान समारोह का आयोजन

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“सह निदेशक (सूचना ) के. एस. चौहान को मिला स्वर्गीय एसपीएस नेगी स्मृति सम्मान “

देहरादून, दून लाइब्रेरी व शोध केंद्र में द्वितीय स्वर्गीय एसपीएस नेगी स्मृति सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तराखंड़ी फिल्मों के निर्माताओं को उत्तराखंड फिल्म निर्माता सम्मान २०२३ से सम्मानित किया गया। समारोह की शुरुआत मुख्य अतिथि श्री लच्छू गुप्ता प्रदेश संयोजक आर्थिक प्रकोष्ट भाजपा, विशिष्ट अतिथि के एस चौहान सह निदेशक, उत्तराखंड सूचना एवं लोकसंपर्क विभाग, सोहन उनियाल प्रबंध निदेशक एसएसएन फिल्म प्रोडक्शन व अभिनेता, कुणाल मल्ला एमडी, केएसएम फिल्म प्रोडक्शन, अभिनेता व निर्देशक, डॉ. राखी कांडपाल पांडेय व वैभव गोयल द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात स्वर्गीय एसपीएस नेगी के परिवार व समारोह में उपस्थित सभी अतिथियों द्वारा एसपीएस नेगी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी और उनके द्वारा उत्तराखंडी फिल्म इण्डस्ट्री के लिए किये गए कायों को याद किया गया। कार्यक्रम एसपीएस नेगी के जीवन पर आधारित वृत्त चित्र भी दिखाया गया।May be an image of 4 people and text
इस अवसर पर मुख्य अतिथि लच्छू गुप्ता ने कहा कि उत्तराखंड सरकार लगातार उत्तरांखडी भाषा की फिल्मों को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज बड़ी संख्या में बॉलीवुड के नामी फिल्म मेकर अपनी फिल्मों की शूटिंग करने हमारे प्रदेश में आ रहे हैं। विशिष्ट अतिथि के. एस. चौहान ने स्वर्गीय एसपीएस नेगी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने उत्तराखंडी फिल्म इण्डस्ट्री को आगे बढ़ाने का जो कार्य किया है उसे पूरा करने का काम स्थानीय फिल्मों से जुड़े कलाकारों और इस क्षेत्र से जुड़े लोगों के साथ मिलकर किया जायेगा। उत्तराखंड सम्मान समिति के संरक्षक गई जीएस थापा ने कहा कि फिल्म के निर्माण में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निर्माता कि होती है। हमें ऐसे निर्माताओं का सम्मान करना चाहिए। समिति के अध्यक्ष अभय उनियाल ने कहा कि सम्मान समिति का उद्देश्य उत्तराखंडी फिल्म इण्डस्ट्री को आगे बढ़ाने वाले लोगों का सम्मान करना है।May be an image of 9 people and text

इन्हें किया गया सम्मानित :

वर्ष २०२३ का “स्वर्गीय एसपीएस नेगी स्मृति सम्मान ” सह निदेशक(सूचना ) के. एस. चौहान को उत्तराखंडी फिल्म इण्डस्ट्री को एक नई दिशा व पहचान दिलाने के लिए दिया गया, इसके साथ ही वर्ष २०२३ में निर्मित उत्तराखंडी फिल्मों के निर्माताओं का सम्मानित किया गया जिनमें अंकित लकी कंडियाल को फिल्म यु कनु रिश्ता, श्रीमती उर्मि नेगी को बथों-सुबेरो घाम २, अशोक चौहान को पधानी, रवि मंगाई को पोथली, देबू रावत को जय माँ धारी देवी, संजय जोशी व सुधीर धर को चक्रव्यूह और विक्रम सिंह नेगी को पहाड़ी रत्न श्रीदेव सुमन के लिए ” उत्तराखंडी फिल्म निर्माता सम्मान-२०२३ ” से नवाज़ा गया।

नेपाली फीचर फिल्म ” छक्का पंजा” भी हुई प्रदर्शित :

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में नेपाली फीचर फिल्म ” छक्का पंजा ” का प्रदर्शन किया गय। जिसकी सुरुआत दुन लाइब्रेरी व शोध केंद्र के कार्यक्रम संयोजक चन्द्र शेखर तिवारी व निकोलस ने मुख्य अतिथि पदम सिंह (अध्यक्ष, गोर्खाली सुधार सभा ) का पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह प्रदान कर किया गया। अध्यक्ष पदम सिंह ने दून लाइब्रेरी की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि आज पहली बार नेपाली भाषा के चलचित्र को दिखा कर हम सब को गौरवांतित किया है मुझे आशा है कि आगे भी इस तरह के कार्यक्रम को अपने केंद्र में स्थान देगी। चन्द्र शेखर तिवारी ने कहा कि हमारा उद्देश्य स्थानीय भाषा के साथ साथ अन्य भाषा को बढ़ावा देना है।
इस अवसर पर डॉ. एसी जुल्का, पंकज पांडेय, चन्द्र मोहन अग्रवाल, गीता कांडपाल पांडेय, चन्द्र शेखर तिवारी, चन्दर कैंतुरा, सुंदर सिंह बिष्ट, निकोलस, बलराज नेगी, अंकित नेगी, मणि भारती, सुरेश चंद भट्ट, मनोज चंदोला ,चारु तिवारी सहित बड़ी संख्या में फिल्म जगत से जुड़े लोग उपस्थित थे।

पीएलएफएस के ताज़ा आंकड़ों से सामने आई सुनहरी तश्वीर

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उत्तराखण्ड में तेजी से बढ़ रहे रोजगार के अवसर

पिछले एक वर्ष में बेरोजगारी दर में आई 3.5% की गिरावट

श्रम बल की भागेदारी 55.9% से बढ़कर पहुंची 60.1%

महिला श्रमिकों को भी खूब मिल रहा काम, 6.5% उछला ग्राफ

देहरादून। उत्तराखण्ड की प्रगति के लिए धामी सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयास रंग लाने लगे हैं। तमाम स्तरों पर बड़े पैमाने पर किए जा रहे प्रयासों की वजह से रोजगार के अवसर तेजी से बढ़े हैं। खासतौर पर औद्योगिक निवेश,प्राथमिक क्षेत्र को आगे बढ़ाने के प्रयास,सर्विस सेक्टर आदि में खूब काम मिल रहा है। उद्योग सहित रोज़गार सृजन के समस्त क्षेत्रों में किए गए प्रयास अब परिणाम देने लगे करने के इच्छुक लोगों की संख्या में भी अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के आकड़े उत्तराखण्ड बताते हैं कि पिछले एक वर्ष में उत्तराखण्ड में बेरोजगारी दर घटी है और लोगों के लिए रोजगार के मौके बढे हैं। खासतौर पर महिलाओं की भागेदारी के ग्राफ में उत्साहजनक उछाल देखा गया है।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने श्रमिकों की स्थिति को समझने के लिए निश्चित समयांतराल में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफस) करवाता है। हाल ही में इसके राज्यवार आंकड़े जारी किए गए हैं। उत्तराखण्ड में श्लोगों को रोजगार मिलने के मामले में बेहतरीन सुधार देखने को मिला है। 2021–22 में उत्तराखण्ड में बेरोजगारी दर 8.4% थी जो 2022–23 में घटकर 4.9% रह गई है। पिछले एक वर्ष में बेरोजगारी दर में 3.5 प्रतिशत की गिरावट आई है।

दरअसल, उत्तराखण्ड में बुनियादी सुविधाओं सहित उद्योग,प्राथमिक क्षेत्र,सर्विस सेक्टर सहित रोज़गार सृजन के लिए किए जा रहे प्रयासों को प्राथमिकता के साथ किया जा रहे हैं।इसी का नतीजा है कि रोज़गार के अवसर बढ़े हैं।वर्ष 2021–22 में उत्तराखण्ड में श्रम बल की भागेदारी 55.9% थी। 2022–23 में 4.2% इजाफे के साथ यह 60.1% तक पहुंच गई है। आंकड़ों से साफ है कि काम मिलने से रोज़गार सृजन का ग्राफ तेज़ी से बढ़ा है।

महिलाओं के लिहाज से भी यह आंकड़ा सुखद है। वर्ष 2021–22 में उत्तराखण्ड में महिला श्रम बल की भागेदारी 34.6% थी। एक वर्ष में ही 2022–23 में यह बढ़कर 41.1% पर पहुंच गई है। इसमें भी 6.5% की वृद्धि हुई है। खासबात यह है कि शहरों में ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर पढ़े हैं। आंकड़ों से मिले संकेत इशारे कर रहे हैं कि आने वाले सालों में भी रोजगार मिलने की दर में और ज्यादा इजाफा देखने को मिलेगा।

डीपफेक करने वालों की खैर नहीं, मोदी सरकार लाने जा रही कड़े प्रावधान

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नई दिल्ली, डीपफेक को लेकर केंद्र सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है। इस संबंध में बैठकें हो चुकी हैं और सख्त कदम उठाने की तैयारी शुरू हो गई है।

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने आज यानी, 16 जनवरी को बताया कि उन्होंने डीपफेक पर 2 बैठकें कीं। नए आईटी नियमों में गलत सूचना और डीपफेक को लेकर बड़े प्रावधान हैं। सभी के लिए इसका पालन करना अनिवार्य है, नहीं तो कार्रवाई की जाएगी। 7-8 दिनों में नए आईटी नियम नोटिफाई किए जाएंगे। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मंगलवार को कहा कि डीपफेक पर सलाह के अनुपालन को प्लेटफार्मों से मिश्रित किया गया है और कहा कि इस मुद्दे से निपटने के लिए अगले 7 दिनों में सख्त आईटी नियमों को अधिसूचित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने पहले ही सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों को स्पष्ट कर दिया था कि यदि डीपफेक पर उसकी सलाह का पूरी तरह से पालन नहीं किया गया, तो उन पर नए आईटी नियमों का पालन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कल ही सचिन तेेंदुलकर की वीडियो डीपफेक का शिकार हुई थी।

उत्तराखंड कांग्रेस की नवनियुक्त प्रभारी कुमारी शैलजा का गर्मजोशी के साथ स्वागत

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“जगह-जगह पर उनके स्वागत के लिए सुबह से ही जुटे थे कांग्रेस कार्यकर्ता”

देहरादुन, उत्तराखंड कांग्रेस की नवनियुक्त प्रभारी कुमारी शैलजा का प्रथम बार उत्तराखंड आगमन पर कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं ने जोली ग्रांट एयरपोर्ट पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
सोमवार सुबह दिल्ली से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचीं कांग्रेस नेता के स्वागत के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने व्यापक तैयारियां की थीं, एयरपोर्ट से लेकर देहरादून तक जगह-जगह उनके स्वागत के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह से ही जुटे थे।
जिनमें नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश अध्यक्ष कारण महारा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं विधायक प्रीतम सिंह, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि, पूर्व विधायक मनोज रावत, उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी , सूर्यकांत धस्माना, महामंत्री विजय सारस्वत,पूर्व मंत्री अजय सिंह, विधायक ममता राकेश, फुरकान अहमद ,रवि बहादुर, वीरेंद्र जाती सहित अन्य नेताओं में प्रवक्ता राजेश चमोली,प्रवक्ता दीप वोहरा,गीताराम जायसवाल, रकीत वालिया,बालेश्वर सिंह सहित अनेकों नेता उपस्थित रहें।

कुमारी शैलजा का डोईवाला में हुआ जोरदार स्वागत :

कांग्रेसी कार्यकर्त्ताओं ने उत्तराखंड की नयी प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा का देहरादून विमानपत्तन से लेकर डोईवाला चौक तक जगह-जगह स्वागत किया, डोईवाला चौक पर परवादून जिला कांग्रेस अध्यक्ष मोहित उनियाल और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने प्रदेश प्रभारी का फूल मालाओं से लादकर स्वागत किया।
इससे पहले सुबह नौ बजे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में गन्ना समिति के कार्यालय परिसर में इकट्ठा हुए |
इस मौके पर जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल, पीसीसी सदस्य गौरव चौधरी, डोईवाला नगर अध्यक्ष करतार नेगी, डोईवाला ब्लाक अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, डोईवाला गन्ना समिति अध्यक्ष मनोज नौटियाल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता अब्दुल रज्जाक, ईश्वर चंद पाल,हाजी मीर हसन, प्रदेश सचिव सागर मनवाल, नरेंद्र चौहान,लच्छीवाला ब्लॉक अध्यक्ष गौरव मल्होत्रा, थानो मंडलम् अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट, माजरी मंडलम् अध्यक्ष तेज पाल सिंह, कांग्रेस एससी प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, जिला उपाध्यक्ष सुनील बर्मन, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष रंजीत सिंह, जिला महासचिव गजेंद्र विक्रम शाही, रानीपोखरी मण्डलंम अध्यक्ष अनूप चौहान,डोईवाला युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष सावन राठौर, रानीपोखरी मंडलम् उपाध्यक्ष अफसाना, राहुल सैनी, कमल अरोड़ा, देवराज सावन, आशिक अली, बलविंद्र सिंह, भारत भूषण कौशल, अब्दुल कादिर, अकरम अली, संजय खत्री, एनएसयूआई प्रवक्ता आरिफ अली, शाकिर हुसैन, पूर्व नगर अध्यक्ष सुनील सैनी, अमित सैनी,रमेश सकलानी, रामचंद्र रियाल, सुरेंद्र सिंह, अरविंद रावत, सुमित कौशल, संजीव भट्ट, मो. मोहसिन, मो. कैफ, मो. उस्मान, शाहरूख, इलियास अली, सुखबीर सिंह, सूरज भट्ट, महिपाल रावत, साहिल अली आदि उपस्थित रहे।

यूपीजेईए का प्रदेश भर में सांकेतिक ध्यानाकर्षण कार्यक्रम आज भी जारी

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देहरादून, उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन (यूपीजेईए ) द्वारा प्रदेश भर में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सांकेतिक ध्यानाकर्षण कार्यक्रम आज भी जारी रखा गया।

केन्द्रीय अध्यक्ष आनन्द रावत ने कहा कि यूपीजेईए द्वारा 18 सूत्रीय मांगों पर कार्यवाही को लेकर यूपीसीएल प्रवंधन को माँगपत्र सौंपा गया है। यूपीसीएल प्रबंधन द्वारा एसोसिएशन को 05 जनवरी एवं 11जनवरी को वार्ता हेतु बुलाया गया जिसमें क्रमशः अधिशाषी निदेशक मानव संसाधन एवं प्रबन्ध निदेशक यूपीसीएल से वार्ता हुई, परन्तुबिंदु संख्या 02(दो)पर कोई निर्णय नहीं निकल पाया।

केन्द्रीय अध्यक्ष ने कहा कि यूपीजेईए द्वारा अवर अभियन्ता संवर्ग के सदस्यों की सहायक अभियंता एवं अधिशाषी अभियंता के रिक्त पदों पर प्रोन्नति किये जाने एवं 30/09/2005 तक सेवा में आये समस्त कार्मिकों को पुरानी पेंशन एवं जीपीएफ सुविधा अनुमन्य किये जाने सहित 18 सूत्रीय मांगों को लेकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज प्रदेश के समस्त मंडल कार्यालयों में 11 से 2 बजे तक मौन सत्याग्रह आयोजित किया गया। देहरादून में यूपीजेईए के सदस्यों द्वारा नगरीय विधुत वितरण मंडल कार्यालय, कौलागढ़ में 11 से 2 बजे तक मौन सत्याग्रह किया गया एवं अधीक्षण अभियन्ताओं को ज्ञापन सौंपा गया।

केन्द्रीय महासचिव पवन रावत ने कहा कि सांकेतिक ध्यानाकर्षण कार्यक्रम के क्रम में 18 जनवरी को प्रदेश भर में समस्त मुख्य अभियंता / महाप्रबंधक कार्यालयों में 11 से 2 बजे तक मौन सत्याग्रह किया जायेगा एवं ज्ञापन सौंपा जाएगा।

आज के मौन सत्याग्रह में केन्द्रीय अध्यक्ष आनन्द रावत, केन्द्रीय महासचिव पवन रावत, केन्द्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष राहुल अग्रवाल, प्रान्तीय अध्यक्ष सुनील उनियाल सहित विकास कुमार, राजीव खर्कवाल, राममनोहर, संजय, गजेन्द्र सिंह, सूर्य प्रकाश, नवनीत चौहान, के डी जोशी, सुनील पोखरियाल, कुलभूषण कुकरेती, मनोज प्रकाश सिंह रावत, भूपेन्द्र तोपवाल, अनुज कुमार, मोo दानिश, भूपेंद्र सिंह, अमित रोंछेला, उपेंद्र भंडारी, बबलू सिंह,विमल कुलियाल, सचिन मेवाड़गुरु, संतोष डबराल, सूर्य प्रकाश पोखरियाल, राममनोहर, उमेश रावत, धीरज सिंह रावत, शिवानी सिंह, बीना, सोनल रावत,प्रीति कठैत, राधा, दीपक थपलियाल, अनिल बडोनी, मुस्तकीम, मनमोहन सिंह बागड़ी, गुलज़ार अहमद,रमेश जोशी, ओंकार सिंह, विपिन कुमार, सुधांशू गुसाईं, रामकुमार कौशिक, जगपाल सिंह, रोशनलाल रतूड़ी, शैलेन्द्र मधवाल, राजपाल आदि मौजूद रहे।

चीला हादसा : मृतकों की संख्या बढ़कर हुई छह, घायल ने एम्स में तोड़ा दम

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ॠषिकेश, राजाजी टाइगर रिजर्व (आरटीआर) चीला रेंज सड़क हादसे में घायल ने उपचार के दौरान एम्स में दम तोड़ दिया है। अब हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। बीते आठ जनवरी को पार्क के चीला रेंज में एक इंटरसेप्टर वाहन का ट्रायल किया जा रहा था। ट्रायल के लिए वाहन में वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी, वन क्षेत्राधिकारी शैलेश घिल्डियाल, उपवन क्षेत्राधिकारी प्रमोद ध्यानी, चिकित्सक राकेश नौटियाल के अलावा कुलराज सिंह, हिमांशु गोसाई, सैफ अली खान, अंकुश, अमित सेमवाल व अश्विन बीजू सवार थे।
चीला विद्युत गृह से कुछ आगे अचानक अनियंत्रित होकर वाहन पेड़ से टकरा गया था और बाद में चीला शक्ति नहर के पैराफिट से जा टकराया था। पेड़ से टकराने के दौरान कुछ लोग छिटक कर खाई में जा गिरे। वहीं वाहन में सवार वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी नहर में गिर गई थी। दुर्घटना में शैलेश घिल्डियाल (रेंज अधिकारी), प्रमोद ध्यानी (डिप्टी रेंजर), सैफ अली खान पुत्र खलील उल रहमान, कुलराज सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं बीते सप्ताह बृहस्पतिवार को एसडीआरएफ ने चीला नहर से वार्डन आलोकी का शव भी बरामद कर लिया था।
घटना में घायल हिमांशु गोसाई, राकेश नौटियाल राजाजी नेशनल पार्क, अंकुश, अमित सेमवाल (चालक), अश्विन बिजू चालक को उपचार के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था। हिमांशु गोसाई, अमित सेमवाल व अश्विन बीजू को कुछ दिन पहले एम्स से छुट्टी दे दी गई थी। जबकि डॉ. राकेश और कंपनी के कर्मी अंकुश का अभी उपचार चल रहा था। थाना लक्ष्मण झूला के प्रभारी निरीक्षक रवि सैनी ने बताया कि रविवार रात उपचार के दौरान कंपनी के कर्मी अंकुश का निधन हो गया है। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। घटना में मृतकों की संख्या अब छह हो गई है। वन क्षेत्राधिकारी गौहरी रेंज राजाजी टाइगर रिजर्व राजेश चंद्र जोशी ने थाना लक्ष्मण झूला में आसका व प्रवेग कंपनी के प्रबंधक व चालक अश्वनी बीनू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। सोमवार को पुलिस ने चालक अश्वनी बीजो और आस्का कंपनी के प्रबंधक को थाने बुलाकर पूछताछ की। आस्का कंपनी वाहन के मार्केटिंग का कार्य करती है।

समाज कल्याण विभाग में चयनित 26 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र किये प्रदान

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित समाज कल्याण विभाग के अन्तर्गत 26 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। जिसमें 15 सहायक लेखाकर एवं 11 कनिष्ठ सहायक शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सभी अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी चयनित कार्मिक लगन व कड़ी मेहनत के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे और राज्य के विकास व जनसेवा के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि समाज कल्याण विभाग के तहत केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं का प्रत्येक पात्र व्यक्ति को समय पर लाभ मिले। समाज कल्याण विभाग की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि यदि हम अपने कार्यक्षेत्र की शुरूआत के दौरान ही दिनचर्या बनाते हैं और नियमित दिनचर्या के साथ कार्य करते हैं, तो सभी कार्य सुगमता से पूर्ण होते हैं।
कार्यक्षेत्र में ईमानदारी और अनुशासन के साथ कार्य करने और लोगों की मदद करने की भावना सबके मन में होनी चाहिए। जब हम सही भावना से कोई कार्य करते हैं, तो इससे मन में संतुष्टि का भाव होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। विभिन्न विभागों के माध्यम से अनेक भर्ती प्रक्रियाएं गतिमान हैं। भर्ती परीक्षाएं पूर्ण पारदर्शिता के साथ कराने के लिए राज्य में सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। इस कानून के लागू होने के बाद से सभी भर्ती परीक्षाएं पूर्ण पारदर्शिता से हुई है।
इस अवसर पर सचिव समाज कल्याण बृजेश कुमार संत, निदेशक समाज कल्याण आशीष भटगाई उपस्थित थे।

मार्च तक खर्च करें फर्नीचर व कम्प्यूटर का बजटः डॉ. धन सिंह रावत

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सूबे के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों को 26 करोड़ आवंटित

कहा, प्रत्येक विद्यालयों को समय पर उपलब्ध करायें फर्नीचर व कम्प्युटर

देहरादून, बेसिक शिक्षा में फर्नीचर व कम्प्युटर हेतु आवंटित बजट मार्च 2024 से पहले खर्च कर दिया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को ठोस निर्देश दे दिये गये हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में राजकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, आदर्श प्राथमिक एवं आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालयों में फर्नीचर व कम्प्युटर उपलब्ध कराने हेतु 26 करोड़ से अधिक की धनराशि का प्रावधान किया गया है। विभाग द्वारा स्वीकृत बजट को समय पर खर्च न कर पाने की स्थिति में संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया जायेगा।

सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि सरकार प्राथमिक शिक्षा को लेकर फिक्रमंद है। राज्य सरकार ने राजकीय प्राथमिक विद्यालयों को सुविधा सम्पन्न बनाने के दृष्टिगत कई बड़े फैसले लिये हैं, इसके लिये बजट में भी वित्त का प्रावधान किया गया है। डा. रावत ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्राथमिक शिक्षा के अंतर्गत राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में फर्नीचर व कम्प्युटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये 26 करोड़ 24 लाख 64 हजार का बजट स्वीकृत किया गया है। जिसे शत-प्रतिशत खर्च करने के लिये विभागीय अधिकारियों को मार्च 2024 तक का समय दिया गया है। विभागीय मंत्री ने बताया कि राजकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यालय फर्नीचर एवं उपकरण उपलब्ध कराने के लिये कुल छह करोड़ की धनराशि आवंटित की गई है। जिसमें अल्मोड़ा जनपद को 10 लाख 25 हजार, बागेश्वर को 5 लाख 28 हजार, चमोली 31 लाख 24 हजार, चम्पावत 16 लाख 16 हजार, देहरादून एक करोड़ 59 लाख 82 हजार, हरिद्वार एक करोड़ चार लाख 78 हजार, नैनीताल 60 लाख 54 हजार, पौड़ी 12 लाख आठ हजार, पिथौरागढ़ 14 लाख 10 हजार, रूद्रप्रयाग 11 लाख 50 हजार, टिहरी 21 लाख 74 हजार, ऊधमसिंह नगर एक करोड़ 33 लाख 12 हजार और उत्तरकाशी जनपद को 19 लाख 36 हजार की धनराशि आंवटित की गई है।

इस प्रकार समस्त जनपदों के राजकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कम्प्युटर हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर हेतु कुल 19 करोड़ 99 लाख 85 हजार की धनराशि स्वीकृत की गई है। जिसमें अल्मोड़ा जनपद को एक करोड़ 91 लाख 29 हजार, बागेश्वर एक करोड़ 37 लाख 71 हजार, चमोली दो करोड़ एक लाख 16 हजार, चम्पावत 71 लाख 44 हजार, देहरादून दो करोड़ चार लाख 92 हजार, नैनीताल एक करोड़ 39 लाख 59 हजार, पौड़ी एक करोड़ 25 लाख दो हजार, पिथौरागढ़ एक करोड़ 20 लाख 79 हजार, रूद्रप्रयाग एक करोड़ 74 लाख 37 हजार, टिहरी दो करोड़ 32 लाख 65 हजार, ऊधमसिंह नगर दो करोड़ 39 लाख 23 हजार तथा उत्तरकाशी जनपद को एक करोड़ 61 लाख 68 हजार की धनराशि आंवटित की गई है।
इसके अलावा प्राथमिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत राजकीय आदर्श प्राथमिक एवं आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालयों में फर्नीचर उपलब्ध कराने के लिये कुल 10 लाख की धनराशि आवंटित की गई है जबकि इन्हीं स्कूलों में कम्प्युटर के लिये कुल 14 लाख 79 हजार के बजट का प्रावधान किया गया है। डा. रावत ने बताया कि प्राथमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आंवटित बजट को समय पर खर्च कर स्कूलों में फर्नीचर और कम्प्युटर उपलब्ध कराने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि समय पर बजट खर्च न कर पाने की दशा में सबंधित अधिकारी से स्पष्टीकरण लिया जायेगा।

एएसजी ने खोला उत्तराखण्ड़ में सुपर स्पेशियलिटी नेत्र हॉस्पिटल्स

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एक ही छत के नीचे आंखों से जुड़ी सभी बीमारियों का होगा इलाज’

‘एएसजी ग्रुप ऑफ आई हॉस्पिटल्स की भारत के 83 शहरों में हैं 160 शाखाएं’

देहरादून, देश की अग्रणी आंखों की सुपर स्पेशलिटी अस्पताल श्रृंखला एएसजी ने आज उत्तराखण्ड़ की राजधानी दून में अपनी 168वीं शाखा का शुभारंभ कर दिया | इस मौके पर आयोजित पत्रकार वार्ता में एएसजी समूह के प्रबंधक मंड़ल ने बताया कि देश के 83 शहरों में हमारी 160 शाखाएं लोगों को आंखों के समुचित इलाज के लिये कटिबद्ध है । प्रबंधन मंडल ने बताया कि एएसजी नेत्र अस्पताल श्रृंखला का प्रबंधन एम्स, दिल्ली के पूर्व छात्रों द्वारा किया जा रहा है। एएसजी समूह को 2005 में एम्स के डॉक्टरों डॉ. अरुण सिंघवी और डॉ. शिल्पी गैंग द्वारा लॉन्च किया गया था। बाद में, अन्य विद्वान डॉक्टर अस्पताल में शामिल हो गए, जिसके परिणामस्वरूप जल्द ही एएसजी आई हॉस्पिटल्स की श्रृंखला तेजी से बढ़ी, जो अन्य प्रमुख संस्थानों के बराबर लगातार नेत्र देखभाल उपचार प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा यह बहुत खुशी की बात है कि अब देहरादून शहर में भी ऐसे मानकों के अनुरूप एक सुपर-स्पेशल आई केयर सेटअप होगा। जिसका लाभ उत्तराखण्ड़ की जनता ले पायेगी |

आज सोमवार को इस अस्पताल का प्रदेश कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डा. धनसिंह रावत, निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा और विधायक विनोद चमोली ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित करने के साथ शुभारंभ किया, जिसके साथ ही अब मंगलवार 16 जनवरी से एएसजी आई हॉस्पिटल देहरादून शहर के निवासियों को गुणवत्तापूर्ण नेत्र देखभाल सुनिश्चित करने का संकल्प लेते हुये कार्य करना शुरू कर देगा |

 

एएसजी ग्रुप ऑफ आई हॉस्पिटल का उद्देश्य :

एएसजी ग्रुप ऑफ आई हॉस्पिटल की स्थापना का मुख्य उद्देश्य सभी को आर्थिक, सामाजिक और ज्ञान संबंधी असमानताओं को दूर करते हुए विश्व स्तरीय नेत्र संबंधी सुविधाएं और उपचार प्रदान करना है और इसी कारण से, एएसजी ने वरिष्ठ और अनुभवी डॉक्टरों का एक संगठन बनाया है जिनका ज्ञान और नेत्र विज्ञान अनुभव सर्वश्रेष्ठ में से एक है, हरिद्वार रोड में स्थित इस सुपर स्पेशियलिटी नेत्र चिकित्सालय में नेत्र से संबंधित सभी जटिल एवं असाध्य रोगों का निदान एवं उपचार चिकित्सकों द्वारा एक ही छत के नीचे किया जाएगा। इस अस्पताल में मोतियाबिंद, लेसिक, ग्लूकोमा, रेटिनल रोग, ऑकुलोप्लास्टी, कॉर्निया, भेंगापन (अलग-अलग दिशा में देखने वाली आंखें), बाल नेत्र विज्ञान, न्यूरो-नेत्र विज्ञान और अन्य विशेषज्ञता जैसी सेवाएं उपलब्ध हैं। य अस्पताल पूरे सप्ताह 24×7 कार्य करेगा, जो 24 घंटे आपातकालीन नेत्र उपचार भी प्रदान करेगा, ताकि देहरादूनवासी रविवार को भी नेत्र उपचार करा सकें।

अस्पताल में डाक्टरों की अनुभवी टीम :

एएसजी आई हॉस्पिटल में डॉ. संगीता जैन, डॉ अशिका कश्यप, डॉ. दानिश इकबाल और डॉ. तुषार गोयल जैसे अनुभवी डॉक्टरों की टीम में मौजूद है, जो हर समय जनसेवा के लिये उपलब्ध रहेगी, वहीं एएसजी आई हॉस्पिटल हमेशा से गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए शिविर आयोजित कर उनका इलाज करने में अग्रणी रहा है। और इसी कारण से, एएसजी आई हॉस्पिटल्स को अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए इटरनेशनल अचीवर्स अवार्ड (2009), वेलनेस हेल्थ अवार्ड (2010), राजीव गांधी गोल्ड मेडल अवार्ड (2010), और यंग एंटरप्रेन्योर अवार्ड (2014) से सम्मानित किया गया है।

अफ्रीका के पूर्वी युगाडा में भी कार्य कर रही हॉस्पिटल की एक शाखा :

अतरराष्ट्रीय स्तर पर एएसजी आई हॉस्पिटल की एक शाखा पिछले छह वर्षों से पूर्वी अफ्रीका में पूर्वी युगाडा के कंपाला में सफलतापूर्वक काम कर रही है और वहां के निवासियों को उत्कृष्ट नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान कर रही है, जिनके लिए एएसजी के अस्तित्व में आने तक गुणवत्तापूर्ण नेत्र देखभाल दुर्लभ थी। नेपाल के काठमांडू में एक और अंतरराष्ट्रीय अस्पताल सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है।

ऑनलाईन आर.टी.आई.पोर्टल बनने से लोगों का काफी मदद मिलेगी: सीएम

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देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड ऑनलाइन आर.टी.आई. पोर्टल तथा ऑनलाइन द्वितीय अपील/शिकायत एवं हाईब्रिड सुनवाई की व्यवस्था का शुभारंभ किया गया। सूचना अनुरोध पत्रों तथा प्रथम अपीलों के ऑनलाईन प्रेषण के लिए बनाये गए पोर्टल का भी मुख्यमंत्री ने शुभारंभ किया।   मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑनलाईन आर.टी.आई.पोर्टल बनने से लोगों का काफी मदद मिलेगी। लोगों का अपीलों की सुनवाई में आने-जाने में लगने वाला समय भी बचेगा। सूचना का अधिकार अधिनियम से लोगों द्वारा शासन प्रशासन से संबंधित अपनी व्यक्तिगत तथा सामुदायिक कठिनाईयों का निराकरण करने में और आसानी हो जाती है। उन्होंने कहा कि आज प्रारंभ की गई ऑनलाईन सुविधाओं का सबसे अधिक लाभ राज्य के दूरस्थ एवं  पर्वतीय क्षेत्रों के निवासियों को प्राप्त होगा तथा उन्हें सूचना का अधिकार अधिनियम के अन्तर्गत आवेदन एवं प्रथम अपील ऑनलाईन रूप से किये जाने की सुविधा प्राप्त होने के साथ-साथ द्वितीय अपील में भी अपने स्थान से ही प्रतिभाग करने की सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जनसामान्य द्वारा इन सुविधाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाया जायेगा।
मुख्य सूचना आयुक्त अनिल चन्द्र पुनेठा ने कहा कि द्वितीय अपीलों एवं शिकायतों के ऑनलाईन पंजीकरण तथा हाईब्रिड मोड से सुनवाई में भाग लेने की दोनों सुविधा आज से ही जनसामान्य हेतु उपलब्ध करा दी जायेंगी। ऑनलाईन आर.टी.आई. पोर्टल में समस्त विभागों के लोक सूचना अधिकारियों तथा प्रथम अपीलीय अधिकारियों की आई.डी. तैयार की जायेंगी और संबंधित अधिकारियों को पोर्टल पर कार्य किये जाने हेतु आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। शीघ्र ही पोर्टल के माध्यम से जनसामान्य द्वारा सूचना आवेदन पत्र, आवेदन शुल्क तथा प्रथम अपील को ऑनलाईन रूप से भी प्रेषित किया जा सकेगा। सूचना का अधिकार अधिनियम के अन्तर्गत प्राप्त अपीलों व शिकायतों के पंजीकरण एवं निस्तारण की प्रगति के बारे में अवगत कराते हुए मुख्य सूचना आयुक्त ने कहा कि दिसम्बर 2023 में आयोग द्वारा 521 सुनवाई करते हुए कुल 299 वादों को निस्तारित किया गया। जनवरी 2022 से माह दिसम्बर 2023 तक की अवधि में आयोग द्वारा कुल 11037 सुनवाई कर 6735 वादों का निस्तारण किया गया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव  राधा रतूड़ी, राज्य सूचना आयुक्त विवेक शर्मा, विपिन चन्द्रा, अर्जुन सिंह तथा योगेश भट्ट, सचिव दीपेन्द्र चौधरी, अपर सचिव प्रताप सिंह शाह, सचिव उत्तराखण्ड सूचना आयोग अरविन्द कुमार पाण्डेय उपस्थित थे।