Monday, May 12, 2025
Home Blog Page 326

डीएवी कॉलेज का गौरवशाली इतिहास एक लम्बी विरासत का संवाहक रहा है : राजीव महर्षि

0

युवा शब्द ही मन में उड़ान और उमंग पैदा करता है : करन माहरा

देहरादून, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने कहा कि आज डीएवी कॉलेज छात्र संघ सप्ताह में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होने का अवसर मिला। मैं उन्हें दिल से शुभकामनाएं देता हूं। इस मौके पर छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि डीएवी कॉलेज का अपना गौरवशाली इतिहास है और यह एक लम्बी विरासत का संवाहक है। मुझे गर्व है कि मैं भी इसी कॉलेज का छात्र रहा हूं, इस लिहाज से आपका बड़ा भाई भी हूं।

उन्होंने कहा कि आज देश जिस दौर से गुजर रहा है, एक संवेदनशील नागरिक होने के नाते मुझे लगता है जितनी चिंता मुझे है, कदाचित आपको उससे कहीं अधिक होगी। मेरा मानना है कि देश की युवा शक्ति ही समाज और देश को नई दिशा देने का सबसे बड़ा औजार है। वह अगर चाहे तो इस देश की सारी रूपरेखा बदल सकती है। अपने हौसले और जज्बे से समाज में फैली विसंगतियों, असमानता, अशिक्षा, बेरोजगारी, महंगाई, अपराध आदि बुराइयों को जड़ से उखाड़ फेंक सकती है। युवा शब्द ही मन में उड़ान और उमंग पैदा करता है। आज जिस उत्सव का मैं भागीदार बन रहा हूं, वह मुझे भी इस कॉलेज के शानदार अतीत की यादें ताजा करने का अवसर है और आपके साथ के कारण मैं वही ऊर्जा, वही जोश और वही उमंग महसूस कर रहा हूं, जो आप में है। युवाओं के सानिध्य का सबसे बड़ा लाभ ही यही है कि हम उम्र को ताक पर रख अपने अंदर युवापन महसूस करते हैं। मुझे इस वजह से भी आपके बीच आकर एक अद्भुत आनंद का अनुभव होता है।
उन्होंने कहा क आज की युवा शक्ति कल का भविष्य है। इतिहास साक्षी है कि जब जब युवा उठ खड़ा हुआ है, विश्व में बदलाव आया है। शायद आज की युवा पीढ़ी को अपनी इस शक्ति का अंदाजा नहीं है। आज देश के सामने सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी की है। हमारे पढ़े लिखे बीस करोड़ नौजवान बेरोजगार हैं, उनके हाथ में डिग्री है लेकिन उन्हें काम नहीं मिल रहा है। सरकारी नौकरियों पर ताला पड़ा है। अगर कुछ नौकरियां खुल रही हैं तो पेपर लीक हो जाता है या फिर बंदरबांट हो जाती है जबकि योग्य उम्मीदवार ठगा रह जाता है। इस स्थिति को बदलने की जरूरत है और यह तभी संभव है जब नौजवानों की भृकुटि तनेगी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा युवा शब्द ही मन में उड़ान और उमंग पैदा करता है। उम्र का यही वह दौर है जब न केवल उस युवा के बल्कि उसके राष्ट्र का भविष्य तय किया जा सकता है। निसंदेह युवाओं में असीमित क्षमता होती है। आज के भारत को युवा भारत कहा जाता है क्योंकि हमारे देश में असम्भव को संभव में बदलने वाले युवाओं की संख्या सर्वाधिक है। आंकड़े बताते हैं कि भारत की 65 प्रतिशत जनसंख्या 35 वर्ष आयु तक के युवकों की और 25 साल उम्र के नौजवानों की संख्या 50 प्रतिशत से भी अधिक है। ऐसे में यह प्रश्न महत्वपूर्ण है कि युवा शक्ति वरदान है या चुनौती? महत्वपूर्ण इसलिए भी यदि युवा शक्ति का सही दिशा में उपयोग न किया जाए तो इनका जरा सा भी भटकाव राष्ट्र के भविष्य को अनिश्चित कर सकता है।
मैं आज के इस खास मौके पर आह्वान करना चाहूंगा कि आप सब नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहें। वक्त आपका इंतजार कर रहा है। दूसरे शब्दों में कहूं तो अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्र आपका आह्वान कर रहा है।
मेरी आपसे अपील रहेगी कि आंखों में उम्मीद के सपने, नयी उड़ान भरता हुआ मन, कुछ कर दिखाने का दमखम और दुनिया को अपनी मुठ्ठी में करने का साहस, हरदम कुछ नया कर गुजरने की चाहत, नित नई-नई चुनौतियों का साम वीना करने तैयार रहना आपकी जिम्मेदारी है और जो एक बार करने की ठान लें तो लाख मुश्किलें भी उसको बदल नहीं सकती।

इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस महामंत्री नवीन जोशी, महानगर अध्यक्ष जसविंदर सिंह गोगी, मुख्य संगठक सेवादल हेमा पुरोहित, दिवाकर दुबे, राकेश नेगी, विनीत भट्ट बंटू, रितेश छेत्री , डीएबी कालेज छात्र संघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, उपाध्यक्ष अनुज शाह, महासचिव सुमित कुमार, कोषाध्यक्ष जागृति गोसाईं , सह सचिव चंद्रशेखर सहित कॉलेज प्राचार्य सुनील सिंह, सत्यव्रत त्यागी , एम एम सप्पल, अतुल सिंह सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे

 

 

पार्टी कार्यालय के उद्धघाटन पर बोले धस्माना : आज कांग्रेस छोड़ने वाले नेता विधानसभा चुनावों से पहले नाक रगड़ कर वापस आएंगे

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), जो नेता स्वार्थवश आज कांग्रेस को छोड़ कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं वे आने वाले सालों में अगले विधानसभा चुनावों से पहले कॉंग्रेस ने वापसी के लिए नाक रगड़ेंगे यह बात आज टिहरी लोकसभा क्षेत्र की कैंट विधानसभा क्षेत्र के श्रीदेवसुमन नगर वार्ड के आकाशदीप कालौनी में पार्टी कार्यालय का उद्धघाटन करने के पश्चात मुख्य अतिथि एआईसीसी सदस्य व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कुछ लोग पद लोलुपता व छोटे प्रलोभनों की वजह से भाजपा में शामिल हो रहे कुछ लोग ईडी सीबीआई व आईटी विभाग के खौफ से कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हो रहे ऐसे लोग न किसी विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध हैं ना इनका ध्येय जन सेवा है ये लोग केवल मौकापरस्ती के आदि हैं व मौके के अनुसार अपनी विचारधारा व निष्ठा बदलते रहते हैं। धस्माना ने कहा कि देश के संविधान व धर्मनिरपेक्षता के प्रति जिनकी निष्ठा है वे कभी भाजपा में शामिल नहीं हो सकता। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि देश के लोग जल्दी उन शक्तियों को सत्ता से बाहर करेंगे जिन्होंने कभी भी न युवाओं के चिंता की है न बेरोजगारों के बारे में सोचा है न किसानों का भला किया है न गरीब के उत्थान के बारे में कभी कुछ किया है , उन्होंने कहा कि केवल धर्म की आड़ में लोगों को आपस में लड़ाना व सत्ता में बने रहने के लिए किसी भी स्तर तक नीचे गिरना जिनकी फितरत है ऐसे लोगों को जनता अब दस सालों में ठीक से पहचान गयी है व आगामी लोकसभा चुनावों में वो भाजपा को सबक सिखाने के लिए जनता तैयार हैं।
धस्माना ने राज्य की धामी सरकार को भी कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उत्तराखंड आज पूरे देश में जिन कारणों से जाना जा रहा है वो लज्जित करने वाला है चाहे वो अंकिता भंडारी हत्या कांड हो या भर्ती घोटाला या बनफूलपुरा कांड , उन्होंने कहा कि देवभूमि कहलाये जाने वाले उत्तराखंड में सत्रधारी दल के नेताओं ने अंकिता हत्या कांड को अंजाम दिया और उसकी गूंज पूरे देश में है , धस्माना ने कहा कि इससे ज्यादा शर्मनाक करतूत सरकार की है जो असली गुनहगार जो वीवीआइपी इस पूरे हत्याकांड के पीछे है उसको बचाने की कोशिश का आरोप सरकार पर अंकिता के माता पिता लगा रहे हैं और वो आज भी आंदोलन कर रहे हैं। श्री धस्माना ने कहा कि राज्य में सरकारी नौकरियों की भर्ती में हुए महाघोटाले में भाजपा के पदाधिकारी हाकम सिंह व संचय धारीवाल के शामिल होने के सुबूत हैं , धस्माना ने कहा कि हल्द्वानी के बनफूलपुरा में हुए दंगे के कारण देवभूमि पूरे देश में बदनाम हुई जिसकी जिम्मेदार पूरी तरह से प्रशाशनिक तंत्र व खुफिया तंत्र का पूर्ण रूप से फेल होना है।
धस्माना ने कहा कि राज्य में डबल इंजिन की सरकार पूरी तरह से फेल है फिर भी अपने प्रचार तंत्र और आईटी सेल के बदौलत भाजपा चार सौ प्लस का दावा कर रही जो हास्यास्पद है। श्री धस्माना ने पार्टी कार्यकर्ताओं से पूरी तरह मुस्तैद हो कर आगामी लोकसभा चुनावों जितने के लिए जनता के बीच जा कर भाजपा सरकारों की जन विरोधी नीतियों व क्रियाकलापों का प्रचार करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेज़ अध्यक्ष प्रमोद कुमार गुप्ता, निवर्तमान पार्षद संगीता गुप्ता, मंडलम अध्यक्ष सुमित अग्रवाल, मेहताब आलम, बसंती थापा, अनुराग गुप्ता, साधूराम, मो युनूस, सरोज सैनी, सुभाष गर्ग, अमर जहां, खुशनुमा बेगम, अमित अग्रवाल समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

हडको देहरादून द्वारा खेल दिवस 2024 का किया गया आयोजन

0

देहरादून, हडको देहरादून द्वारा कर्मियों में शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के लिए वार्षिक खेल दिवस का आयोजन किया। क्षेत्रीय प्रमुख, आकाश त्यागी द्वारा अवगत कराया गया की आज प्रतियोगितात्मक एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता समय की मांग है साथ ही शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए दिनांक 09.02.2024 को हडको देहरादून द्वारा सहस्तधारा रोड पर होटल हिल व्यू के मैदान में खेल दिवस का आयोजन किया गया ।

इसमें हडको कर्मियों के साथ साथ उनके परिवार जनों द्वारा भी प्रतिभागिता की गई । आयोजन में बाल थ्रो, तेज चलना, ब्लाइंड फोर्ड, दौड़, म्यूजिकल चेयर, स्पून रेस के साथ-साथ कार्यालय में आयोजित कैरम एवं टेबल टेनिस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आजायोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया। प्रतियोगिता में अंजलि त्यागी,  माही त्यागी,  अशोक कुमार लालवानी, भावना, विवेक प्रधान, बलराम सिंह चौहान, धर्मानंद भट्ट, रविन्द्र कुमार, प्रताप लाल, तानिया ठकराल, जतिन वोरा, मदन पाल आदि ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभागिता कर पुरस्कार प्राप्त किया। इस खेल दिवस के आयोजन में सभी कर्मियों ने पूरे जोश के साथ इस कार्यक्रम में प्रतिभागिता की ।

पीएम मोदी ने दुनिया की सबसे लंबी दो लेन वाली सेला सुरंग का किया उद्घाटन

0

ईटानगर , (आरएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में 825 करोड़ रुपये की लागत से बनी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सेला सुरंग राष्ट्र को समर्पित की। यह 13 हजार फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे लंबी दो लेन वाली सुरंग है।
यह सुरंग भारत की सुरक्षा को मजबूत करेगी और जरूरत पडऩे पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सशस्त्र बलों की पहुंच को आसान बनाएगी।
सुरंग को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद, पीएम ने लोगों से इसे देखने और क्षेत्र में व्यापार व पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद का आग्रह किया।
पीएम ने कहा, सेला सुरंग पहले ही बन जानी चाहिए थी, लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया। इस मौके पर पीएम ने तवांग से दो बसों को हरी झंडी भी दिखाई।
प्रधानमंत्री ने सीमा क्षेत्र को अंतिम मील तक कनेक्टिविटी प्रदान करने और अत्यंत कठिन परिस्थितियों में ऐसे दुर्गम इलाके में इंजीनियरिंग के चमत्कार के लिए सीमा सडक़ संगठन (बीआरओ) के प्रयासों की सराहना की।
सेला सुरंग के अलावा, पीएम ने ईटानगर से 123 प्रमुख विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। उन्होंने मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में 55 हजार 600 करोड़ रुपये की 95 परियोजनाओं की नींव रखी।
एक अधिकारी ने कहा कि सुरंग के खुलने से असम के तेजपुर को तवांग से जोडऩे वाली सडक़ पर हर मौसम में आवागमन संभव हो सकेगा।
सेला-चारबेला रिज से होकर गुजरने वाली और न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (एनएटीएम) से निर्मित यह सुरंग 13 हजार फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे लंबी दे लेन की सुरंग है।
गौरतलब हैै कि एनएटीएम का उपयोग विशेष रूप से हिमालय क्षेत्र में सुरंगों के निर्माण में किया जाता है।
यह सुरंग बालीपारा-चारद्वार-तवांग रोड पर तवांग क्षेत्र को जोडऩे वाली एक महत्वपूर्ण धुरी है। यह तेजपुर तक भीतरी इलाकों को कनेक्टिविटी प्रदान करती है।
सडक़ पर नेचिपु, बोमडिला टाउन और सेला दर्रा जैसी कई बाधाएं थीं, जिन्हें बीआरओ ने सेला और नेचिपु सुरंगों और बोमडिला बाईपास का निर्माण कर हल किया।
सेला सुरंग की आधारशिला 9 फरवरी, 2019 को पीएम ने ही रखी थी और इसका निर्माण दो महीने के भीतर शुरू हो गया था।
दुर्गम इलाके और प्रतिकूल मौसम की चुनौतियों को पार करते हुए सुरंग का निर्माण केवल पांच वर्षों में पूरा कर लिया गया।
इस सुरंग में क्रमश: 1,003 मीटर और 1,595 मीटर लंबी दो सुरंगें हैं। इनमें 8.6 किमी की पहुंच और लिंक सडक़ें हैं, जिनका निर्माण 825 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि दूसरी सुरंग में अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार मुख्य सुरंग से सटी एक एस्केप ट्यूब भी है।
मुख्य ट्यूब के समानांतर बनी एस्केप ट्यूब हर 500 मीटर के बाद क्रॉस पैसेज से जुड़ी है और आपातकालीन स्थिति में इस एस्केप ट्यूब का उपयोग बचाव वाहनों की आवाजाही और फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए किया जा सकता है।
सुरंग को 80 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति के साथ प्रति दिन तीन हजार कारों और दो हजार ट्रकों के आने-जाने के लिए डिजाइन किया गया है।
यह सुरंग न केवल सैनिकों और आपूर्ति की सुचारू आवाजाही की सुविधा प्रदान करेगी और क्षेत्र में रक्षा क्षमताओं को मजबूत करेगी, बल्कि यह तवांग क्षेत्र के लिए आर्थिक समृद्धि के एक नए युग की शुरुआत भी करेगी। इससे व्यापार, पर्यटन, रोजगार, शिक्षा और समग्र विकास को बढ़ावा मिलेगा।
अधिकारियों ने कहा कि पहले सेला दर्रे के मार्ग में केवल सिंगल लेन कनेक्टिविटी और खतरनाक मोड़ थे। इसके कारण भारी वाहन, कंटेनर ट्रक और ट्रेलर तवांग नहीं जा पाते थे।
अधिकारियों के अनुसार, प्रतिकूल मौसम, विशेष रूप से सर्दियों में, मौजूदा सेला दर्रे से मरीजों को आने-जाने में कठिनाई होती थी। इस सुरंग के खुलने से यह अब अतीत की बात हो जाएगी।
सुरंग के खुलने से आठ किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी और यात्रा का समय भी एक घंटे कम हो जाएगा।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पूरा करने में पांच वर्षों तक प्रतिदिन औसतन लगभग 650 कर्मियों और मजदूरों ने काम किया।
इसके निर्माण में 71 हजार मीट्रिक टन सीमेंट, 5 हजार मीट्रिक टन स्टील और 800 मीट्रिक टन विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया।
सुरंग के निर्माण के दौरान बीआरओ को विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ा। ठंड व बर्फ के कारण कंक्रीटिंग प्रक्रिया में देरी हुई। निर्माण के दौरान सुरंग में पानी भी प्रवेश कर जाता था।
लेकिन इन चुनौतियों के बावजूद, टेक्नोलॉजी के कुशल उपयोग, अधिकारियों के अनुभव और श्रमिकों की कड़ी मेहनत के कारण पांच साल से भी कम समय में बीआरओ सुरंग का निर्माण पूरा कर सका।
सुरंग में अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था हैं। इसमें हवा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए वेंटिलेशन सिस्टम और विश्व स्तरीय इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम है। इसमेें जेट फैन वेंटिलेशन सिस्टम, अग्निशमन उपकरण, सीआईई मानदंड-आधारित रोशनी प्रणाली और एससीएडीए नियंत्रित निगरानी प्रणाली शामिल हैं।

आचार संहिता लागू होने पर एक्शन में होगी पुलिस

0

देहरादून(आरएनएस)।    उत्तराखंड, यूपी और हिमाचल पुलिस पूरे चुनाव के दौरान बॉर्डर चेक पोस्ट पर सीसीटीवी और ड्रोन से नजर रखेंगे। साथ ही शराब, मादक पदार्थ, हथियार और कैश तस्करी रोकने को तीनों राज्यों की पुलिस एक साथ मिलकर काम करेगी। इसके लिए तीनों राज्यों के पुलिस अफसरों का व्हाट्सऐप ग्रुप भी बनाया गया है। चुनाव आचार संहिता लागू होती ही बॉर्डर चेक पोस्ट पर सख्ती बढ़ा दी जाएगी।
अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था एपी अंशुमन ने शनिवार को लोकसभा चुनावों को लेकर पड़ोसी राज्यों की पुलिस अफसरों के साथ बैठक की। इसमें अन्तर्राज्यीय सीमाओं में चौकसी बढ़ाने, पड़ोसी जिलों की पुलिस से समन्वय को बेहतर करने पर फोकस किया गया। पुलिस उपमहानिरीक्षक पी. रेणुका देवी ने बॉर्डर चैक पोस्ट पर फोर्स की तैनाती, सीसीटीवी कैमरों से निगरानी के साथ ही संवेदनशील रास्तों को लेकर तैयार किए गए रोडमैप की जानकारी दी। साथ ही सीमावर्ती जनपद प्रभारियों में समन्वय के लिए चैकपोस्ट स्तर पर व्हट्सऐप ग्रुप से जुड़े रहने को कहा।
आपस में साझा करेंगे अपराधियों की सूची
चुनाव प्रक्रिया निर्बाध रूप से हो इसके लिए सीमावर्ती जिले आपस में अवांछित तत्वों पर कार्रवाई और उनकी सूची एक-दूसरे से साझा करेंगे। शराब, मादक पदार्थ, शस्त्र और कैश तस्करी रोकने को भी संयुक्त रणनीति बनाई गई। सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन से इन इलाकों में नजर रखी जाएगी। साथ ही गश्त के लिए वन विभाग का भी सहयोग लिया जाएगा।

हाउस ऑफ़ हिमालयाज ब्रांड की शुरूआत जल्द से जल्द की जाये : मुख्यमंत्री

0

देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में शनिवार को सचिवालय स्थित विश्वकर्मा भवन सभागार में हाउस ऑफ़ हिमालयाज ब्रांड को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किये जाने तथा उत्तराखंड के उत्पादों की अभिवृद्धि हेतु एक्टिव प्लान, इम्प्लीमेंटेशन तथा स्ट्रटेजी के सम्बन्ध में एक समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
मुख्यमंत्री को समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से हाउस ऑफ़ हिमालयाज ब्रांड को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किये जाने तथा उत्तराखंड के उत्पादों की अभिवृद्धि हेतु किये जा रहे प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हाउस ऑफ़ हिमालयाज ब्रांड के अन्तर्गत देवभूमि उत्तराखण्ड के लोकल उत्पादों-झिंगोरा, लाल चावल, राजमा, गहत दाल, हल्दी पावडर, बुरांश, शहद, तोर दाल, काले सोयाबीन, बासमती चावल, दालचीनी, सेव जाम, मशरूम व लहसून का अचार सहित प्रथम चरण में 21 उत्पादों को तथा द्वितीय चरण में 22 उत्पादों को ग्लोबल बनाने के लिये कार्य किया जायेगा, जिसमें ग्राम्य विकास, वन, कृषि, उद्योग, सहकारिता सहित नीदरलैण्ड बेस्ड कम्पनी वूमन ऑन विग्स का भी सहयोग प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने बैठक में कौन-कौन से प्रोडक्ट होंगे, उत्पादों की खरीददारी, कहां-कहां पर इनके स्टोर होंगे, इसमें कौन-कौन से पदाधिकारी होंगे आदि के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा करते हुये इनकी स्वीकृति प्रदान की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि हाउस ऑफ़ हिमालयाज ब्रांड के अन्तर्गत जो भी उत्पाद रखे जायें, उनकी गुणवत्ता, पैकेजिंग आदि पर विशेष ध्यान देते हुये इस ब्राण्ड से आमजन, स्वयं सहायता समूहों आदि को भी जोड़ा जाये तथा जल्द से जल्द इसकी शुरूआत की जाये। इस पर अधिकारियों ने बताया कि गुणवत्ता कण्ट्रोल के लिये एक टीम गठित की जायेगी, जो इस ब्राण्ड के अन्दर आने वाले उत्पादों की निरन्तर मॉनिटरिंग करेगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हाउस ऑफ़ हिमालयाज ब्रांड के अन्तर्गत आने वाले उत्पादों का लोकार्पण भी किया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सुबोध उनियाल, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर0के0 सुधांशु, सचिव राधिका झा, विनय शंकर पाण्डेय, विनोद कुमार सुमन सहित संबंधित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

शासन ने निर्माण कार्यों के लिये 35 करोड़ किये स्वीकृत

0

देहरादून, राज्य सरकार की कलस्टर विद्यालय बनाने की योजना धरातल पर नजर आने लगी है। राज्य सरकार की मंजूरी के बाद शिक्षा विभाग ने सूबे में 30 कलस्टर विद्यालयों के निर्माण के लिये करीब 35 करोड़ की धनराशि स्वीकृत करते हुये चयनित विद्यालयों को प्रथम किस्त जारी कर दी है। सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत के द्वारा आज देहरादून में इन चयनित विद्यालयों का विधिवत शिलान्यास भी किया गया।

राजकीय बालिका इंटर कॉलेज अजबपुरकलां, देहरादून में विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा आज उत्कृष्ट कलस्टर विद्यालय शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने प्रदेशभर से प्रथम चरण के अंतर्गत चयनित 30 कलस्टर विद्यालयों का विधिवत शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत सूबे की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ एवं गुणवत्तापरक बनाने के उद्देश्य से प्रदेश के करीब 559 राजकीय इंटर कालेजों का कलस्टर विद्यालय के रूप में चयन किया गया है। इन विद्यालयों को अन्य विद्यालयों के लिये रिसोर्स सेंटर व पथ प्रदर्शक विद्यालय के रूप में तैयार करने की योजना है ताकि समीपस्थ विद्यालयों को इनके भौतिक एवं मानवीय संसाधनों का उपयोग करते हुये शिक्षा प्रदान करने में किया जा सके। डा. रावत ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत चयनित विद्यालयों में कक्षा-कक्ष, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, शौचालय, चाहरदीवारी, पेयजल एवं विद्युत व्यवस्था, भवनों की विशेष मरम्मत, सौन्दर्यीकरण आदि कार्य करा कर भौतिक संसाधनों से सुदृढ़ एवं सुसज्जित किया जाना है। उन्होंने बताया कि राज्य में प्रथम वर्ष 95 विद्यालयों को योजना से अच्छादित करने का लक्ष्य रखा गया है जिसके सापेक्ष प्रथम चरण में 30 विद्यालयों के निर्माण कार्यों के लिये करीब रू0 35 करोड़ की धनराशि स्वीकृत करते हुये निर्माण कार्यों का शिलान्यास कर दिया गया है। जिसमें से 23 विद्यालय गढ़वाल मंडल व 07 का शिलान्यास वर्चुअल माध्यम से पिथौरागढ़ जनपद में किया गया। उन्होंने बताया कि अन्य विद्यालयों के लिये भी विभागीय औपचारिकताएं पूर्ण कर शीघ्र कार्य प्रारम्भ कर दिये जायेंगे। आज देहरादून में जिन विद्यालयों का शिलान्यास किय गया उनमें देहरादून जनपद के 06, उत्तरकाशी व रूद्रप्रयाग के 03-03, टिहरी के 02, पौड़ी गढ़वाल के 09 तथा पिथौरागढ़ के 07 विद्यालय शामिल हैं।

इस अवसर पर विधायक रायपुर उमेश शर्मा काऊ, विधायक केदारनाथ शैलारानी रावत, विधायक पुरोला दुर्गेश्वर लाल, विधायक यमुनोत्री संजय डोभाल, महानिदेशक विद्यालय शिक्षा बंशीधर तिवारी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर सिंह बिष्ट, सीईओ देहरादून डा. प्रदीप रावत, सीईओ पौड़ी दिनेश चन्द्र गौड़, सीईओ टिहरी शिव प्रसाद सेमवाल, राजकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष राम सिंह चौहान, महासचिव रमेश चन्द्र पैन्यूली, देहरादून जनपद के खण्ड शिक्षा अधिकारी, जीजीआईसी अजबपुरकलां की प्रधानाचार्य नर्मदा राणा, विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य, शिक्षक, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मदन बिष्ट एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

पूर्व मुख्यमंत्री भुवनचंद खंडूरी के बेटे मनीष खंडूरी ने ली भाजपा की सदस्यता

0

देहरादून, पूर्व मुख्यमंत्री भुवनचंद खंडूरी के बेटे मनीष खंडूरी भाजपा में शामिल हो गए। मनीष खंडूरी ने कल ही कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। देहरादून महानगर कार्यालय में मनीष खंडूरी ने भाजपा की सदस्यता ली।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मनीष खंडूरी को बीजेपी में शामिल कराया। कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम भी मौजूद रहे।

बताते चलें कि पौड़ी लोकसभा सीट से मनीष खंडूरी 2019 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। इस बार भी उनके पौड़ी से चुनाव लड़ने की चर्चाएं चल रही थी लेकिन मनीष खंडूरी ने अचानक कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।

एमडीडीए की देहरादून और मसूरी को 226 करोड़ की विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास

0

देहरादून , मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को सिटी फॉरेस्ट (निकट सहस्त्रधारा हैलीपैड), देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण की लगभग 226 करोड़ की विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें 186 करोड़ के शिलान्यास एवं 40 करोड़ के लोकार्पण शामिल हैं।

मुख्यमंत्री द्वारा मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की लोकार्पण एवं शिलान्यास की गई योजनाओं में मुख्य रुप से सिटी फॉरेस्ट परियोजना, हरबर्टपुर बस स्टैण्ड, आढत बाजार पुनर्विकास परियोजना, मसूरी मॉल रोड का फसाड एवं सौंदर्गीकरण का कार्य, इको पार्क मसूरी, मालदेवता क्षेत्र में वॉटरफॉल (जल प्रपात) का सौंदर्गीकरण का कार्य, गौरा देवी पार्क एवं कृत्रिम झील का सौंदर्गीकरण कार्य, राजकीय इण्टर कॉलेज मियांवाला के समीप जौहड़ की भूमि पर वॉटर पार्क लैण्डस्केपिंग का कार्य, मियांवाला पंचायत घर के पास गन्ना सेन्टर के समीप भूमि पर पार्क निर्माण/लैण्डस्केपिंग / सौंदर्गीकरण कार्य, एवं आई०एस०बी०टी० परिसर में लैण्डस्केपिंग / आरबोरीकल्चर का कार्य शामिल है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की लगभग 226 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण, यहां के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी। साथ ही जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाई गई विभिन्न मांगों पर शीघ्र कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा सरकार ने विभिन्न कार्यक्रमों के तहत संपूर्ण प्रदेश में कई शिलान्यास और लोकार्पण किए है। जिसमें टनकपुर में 2215 करोड़, हरिद्वार में एनएचएआई की 4700 करोड़, हरिद्वार में 1168 करोड़, चंपावत में 161 करोड़, अल्मोड़ा में 117 करोड़, पौड़ी गढ़वाल में 828 करोड़, रुद्रप्रयाग में 456 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया। राज्य सरकार का संकल्प है कि जिन योजनाओं का शिलान्यास किया है उनका लोकार्पण भी किया जाए। सरकार हर क्षेत्र के संतुलित विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। हमारा जोर संतुष्टिकरण पर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। देश तेजी से विकास करते हुए हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। सुरक्षा, आर्थिक समृद्धि, आस्था के सम्मान, आजीविका, हर क्षेत्र में दुनिया नए भारत का दर्शन कर रही है, भारत की ताकत को प्रतिष्ठित कर रही है। देश के विकास के साथ ही उत्तराखंड का भी तीव्र विकास हुआ है। लोगों की उत्तराखण्ड के प्रति धारणा बदल चुकी है। डबल इंजन की सरकार डबल स्पीड में काम कर रही है। राज्य में नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर तेजी बढ़ें हैं, नागरिक सुविधाओं का विस्तार हुआ है, गरीबों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है, किसानों का सम्मान बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में चौड़ी सड़कों का जाल बिछ रहा है, ऋषिकेश के बाद अब उधमसिंह नगर में एम्स का सेटेलाइट सेंटर बन रहा है। दिल्ली देहरादून एलिवेटेड एक्सप्रेस वे, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन, हवाई सेवाओं का विस्तार हुआ है। स्वास्थ्य सेवाएं पहले से बेहतर हुई हैं। देहरादून से अयोध्या तक की हवाई सेवा शुरू हुई है। पंतनगर, चिन्यालीसौड़, गौचर में हवाई अड्डे का विकास हो रहा है। राज्य के प्रत्येक क्षेत्र को हेली सेवा से जोडने का कार्य जारी है।

मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में नकल विरोधी कानून के तहत नकल कराने वालों पर कार्यवही हो रही है, महिलाओं को समान अधिकार देने हेतु समान नागरिक संहिता लागू किया है, लैंड जिहाद के खिलाफ युद्ध स्तर पर कार्यवाही हो रही है और दंगारोधी कानून लाया गया है। केदारखण्ड के साथ ही मानसखण्ड मंदिर माला के तहत मंदिरों के सौंदर्यीकरण का कार्य जारी है।

मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ की पवित्र भूमि से “21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखंड का दशक” बताया था। उसी क्रम में देवभूमि में चहुंमुखी विकास किया जा रहा है, उत्तराखंड को आत्मनिर्भर बनाने के कार्य निरंतर जारी है। सक्षम, समर्थ और विकसित उत्तराखंड बनाने की नींव को मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा राज्य सरकार आगे भी प्रधानमंत्री जी की आंकांक्षाओं और उम्मीदों पर खरा उतरेगी।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, केबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक उमेश शर्मा काऊ, उत्तराखण्ड अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉ. आरके जैन, वी. सी एमडीडीए श्री बंशीधर तिवारी, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

देवभूमि का मूल स्वरूप किसी भी कीमत पर बिगड़ने नहीं दिया जायेगा : धामी

0

-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल जिले को दी करोड़ों की सैगात
-काठगोदाम के बस टार्मिनल से पूरे कुमाऊं के लोगों को मिलेगा लाभ
-हल्द्वानी जैसी हिंसा दुबारा न हो सरकार ने उठाए कड़े कदम

हल्द्वानी,काठगोदाम रोडवेज बस टर्मिनल, आरटीओ कार्यालय व अन्य कार्यों के 778.14 करोड़ के शिलान्यास व लोकार्पण के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाशिवरात्रि व महिला दिवस पर प्रदेश वासियों को शुभकामनायें देते हुये कहा कि देवभूमि का मूल स्वरूप किसी भी कीमत पर बिगड़ने नही दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि बनभूलपुरा घटना को अंजाम देने वाले एक-एक दंगाई को जब तक सलाखों के पीछे नहीं डाल दिया जाता, तब तक हमारी सरकार चैन से नहीं बैठेगी। जिन लोगों ने कानून के काम को रोकने का कार्य किया है जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ जांच होगी। उन्हांने कहा प्रदेश में जिन लोगों ने सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुचाया है वसूली भी उन्ही दंगाईयों से होगा।

उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में रोडवेज बस टर्मिनल, आरटीओ कार्यालय, ड्राइविंग सेंटर सहित यह निर्माण कार्य कई साल पहले तैयार हो जाने चाहिए थे, लेकिन सरकार द्वारा तमाम ऐसे कार्य किये जा रहे हैं, जो पूर्व की सरकारों ने इच्छाशक्ति की कमी के कारण नहीं किए। आज यह पुनीत कार्य मां शीतला देवी की कृपा से उनके द्वारा किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि जैसे पवित्र स्थान पर लंबे समय से सरकारी भूमि पर लैंड जिहाद का खतरनाक षड़यंत्र रचा जा रहा है। सिंचाई विभाग, वन विभाग, नगर निगम सहित अन्य विभागों की सरकारी भूमि पर कब्जे की नीयत से कथित धार्मिक स्थल बनाकर उन्हें कब्जाया जा रहा था। सरकार द्वारा अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाकर लगभग 3500 एकड अधिक भूमि से अतिक्रमण मुक्त कराया है। उन्होंने कहा कि देवभूमि में अतिक्रमण अभियान भविष्य में भी चलता रहेगा। पुष्कर सिंह धामी ने कहा सरकार जनता का दुखदर्द समझती है सरकार द्वारा व्यापारियों हेतु वैडिंग जोन बनाये जा रहे है।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लैंड जिहाद पर कार्यवाही, नकल विरोधी कानून, समान नागरिक संहिता और धर्मांतरण को लेकर बनाए गए कानूनों पर कुछ लोगों द्वारा काफी बोला गया लेकिन इनके परिणाम आने के पश्चात लोग कानूनों की सच्चाई से रूबरू होकर आज कहा रहे हैं कि देवभूमि में वर्षो के पश्चात अच्छा हो रहा है।

पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार द्वारा केवल फैसले ही नहीं लिये जा रहे है, बल्कि सभी योजनाओं को धरातल पर भी उतार रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जिन योजनाओं का शिलान्यास किया जा रहा है समयावधि के भीतर उन योजनाओं को पूर्ण कर लोकार्पण भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा आज रोडवेज बस टर्मिनल, आरटीओ कार्यालय व अन्य कार्यों का शिलान्यास उनके द्वारा किया गया है मां शीतला देवी के आर्शीवाद से लोकार्पण भी उन्ही के द्वारा किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का हमेशा से ये लक्ष्य रहा है कि उत्तराखण्ड का सर्वांगीण विकास हो और उत्तराखंड प्रगति के पथ पर तेजी से आगे बढ़े।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखंड के अंतिम छोर पर खडे़ व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए दिनरात प्रयासरत हैं। सरकार का लक्ष्य विकास की धारा को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है, इसके लिए ही सरकार दिन-रात प्रयत्नशील हैं। एक विकसित उत्तराखंड निर्माण का जो स्वप्न हमने देखा है, उसके लिए हम ’’स्पष्ट विजन’’ को लेकर निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। सरकार की नीति और नियत दोनों स्पष्ट हैं, इसीलिए आज उत्तराखंड में विकास आधारित राजनीति की एक नई शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि पूर्ण विश्वास है कि हमारी ये विकास यात्रा आगे भी निरंतर जारी रहेगी।
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज प्रदेश में इन्फ्रास्क्टचर, पर्यावरण सुरक्षा एवं आधुनिक विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक विकास के लिए भी विशेष अभियानों को चलाया जा रहा है। राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा करने के लिए, राज्य में पलायन को रोकने के लिए, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए और राज्य की आधारभूत व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए सरकार द्वारा नीतिगत योजनाओं का खाका तैयार कर रहे हैं।
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि रोडवेज बस टर्मिनल, आरटीओ कार्यालय, ड्राइविंग स्कूल का निर्माण होने से जहां रोजगार के अवसर बढेंगे, वही इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा आम जनता को वाहनों से सम्बन्धित कार्यों के लिए इधर उधर चक्कर काटने से आपको मुक्ति भी मिलेगी। उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाने का जो ’’विकल्प रहित संकल्प’’ सरकार द्वारा कार्य किये जा रहे हैं। उत्तराखण्ड की देवतुल्य जनता के विश्वास और सहयोग से सभी समस्याओं को पार कर विकास के पथ पर अग्रसर हो रहे हैं।

अपने सम्बोधन में केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने कहा कि आज प्रदेश में विकास की लहर चल रही है और प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर हो रहा है। उन्होंने कहा हल्द्वानी शहर की फिजा भी परिवर्तित होने वाली है। देश के प्रधानमंत्री का देवभूमि उत्तराखण्ड के लिए अनेकों कार्यों का जो संकल्प लिया है जल्द ही धरातल पर उतरने वाले है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के 10 लाभार्थियो को चैक प्रदान किये गये। साथ ही राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत लखपति दीदी योजना के अन्तर्गत 10 स्वयं सेवी संस्थाओं को 4 करोड 6 लाख 50 हजार के चैक प्रदान किये गये। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मेधावी बालिका प्रोत्साहन योजना के तहत जनपद की 40 बालिकाओं 10-10 हजार के चैक दिये गये। समाज कल्याण विभाग द्वारा 7 दिव्यांगजनों को मोटराईजड ट्रायसाईकिल तथा 10 दिव्यांगजनों को व्हील चेयर दी गई। कृषि विभाग के 25 कृषको को सम्मानित किया गया। बनभूलपुरा घटना मे पत्रकारों के दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त होने पर मुख्यमंत्री विवेकाधीन राहत कोष से 10 लाख का चैक प्रदान किया। इस अवसर पर ईजा बैंणी महोत्सव पर वीडीयो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा लांच की गई। कार्यक्रम में सुनिधि एवं छोलिया सांस्कृतिक दलों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का संचालन नवीन पांडेय ने किया।

कार्यक्रम में विधायक बंशीधर भगत, दीवान सिंह बिष्ट, डा0 मोहन सिंह बिष्ट, सरिता आर्या, रामसिंह कैडा, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, दर्जा राज्यमंत्री डा0 अनिल कपूर डब्बू, सुरेश भट्ट, दीपक मेहरा, दिनेश आर्या, मजहर नईम नवाब, जिला पंचायत उपाध्यक्ष आनंद सिंह दरम्वाल, राजेन्द्र सिंह बिष्ट, साकेत अग्रवाल, पूर्व मेयर डा0 जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, मुकेश बोरा, नवीन भट्ट, रंजन बर्गली, ध्रुव रौतेला, विनीत अग्रवाल, जेड ए वारसी, प्रताप बोरा, प्रकाश हर्बोला के साथ ही सचिव परिवहन अरविंद सिंह हयांकी, जिलाधिकारी वन्दना सिंह, एसएसपी पीएन मीणा, नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, सिटी मजिस्ट्रेट ए पी बाजपेई, प्रबंध निदेशक दीपक जैन, एसडीएम हलद्वानी परितोष वर्मा, रामनगर राहुल शाह, तहसीलदार सचिन के साथ ही मातृशक्ति, गणमान्य उपस्थित थे।

 

उत्तराखंड़ की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं पहाड़ की नारियां : स्वाति एस. भदौरिया

एन0एच0एम0 उत्तराखण्ड ने किया मातृशक्ति के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन -  देव भूमि समीक्षा
-राज्य एनएचएम इकाई में योगदान देने वाली महिला फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को किया गया सम्मानित
-राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखण्ड ने किया मातृशक्ति के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन

देहरादून, भारतीय ग्रंथों में महिला को लेकर कहा गया है ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः’ अर्थात जहाँ नारियों को पूजा जाता है वहां देवता निवास करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए ’’अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2024’’ के अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखण्ड के द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने और मातृ स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने व बेहत्तर बनाने के उद्देश्य को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड के मातृ स्वास्थ्य अनुभाग द्वारा ’’स्वस्थ महिला स्वस्थ बच्चा’’ थीम पर आधारित रहा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखण्ड की मिशन निदेशक स्वाति एस. भदौरिया के गतिशील नेतृत्व में इस कार्यक्रम का उद्देश्य जमीनी स्तर की आशा कार्यकत्री से लेकर राज्य एनएचएम इकाई में योगदान देने वाली सभी महिला फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान करना था। मिशन निदेशक स्वाति एस. भदौरिया ने सभी का हार्दिक आभार व्यक्त किया और मातृ स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए गर्भवती महिलाओं को पोषण किट का वितरण किया गया। इस अवसर पर एनएचएम के निदेशक डाॅ आर के सिंह द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का धन्यवाद अदा किया गया। राज्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय में आयोजित इस उत्सव में निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, निदेशक एनएचएम, समस्त प्रभारी अधिकारी एवं यूएसएआईडी टीम, एनएचएम इकाई में योगदान देने वाली सभी महिला फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के अलावा गणमान्य व्यक्तियों और कार्यालय की समस्त महिला और पुरुष कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई।

 

उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था में पहाड़ की नारी की अहम भूमिका :

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखण्ड की मिशन निदेशक स्वाति एस. भदौरिया ने कहा महिलाएं आज जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता के नए कीर्तिमान रच रही हैं। “महिलाऐं समाज, राष्ट्र और सृष्टि की सृजनकर्ता है। हम एक दिन क्या पूरे वर्ष भी महिलाओं के लिए आयोजन करें तो कम है। उन्होंने कहा कि महिलाएं पुरूषों के बराबर ही नहीं बल्कि उनसे कहीं आगे हैं। वैसे तो महिलाएं स्वयं काफी सशक्त हैं लेकिन आज के इस कार्यक्रम से महिलाओं में और जागरूकता आएगी। उन्होंने कहा कि यदि एक बालिका पढ़ लिख लेती है तो वह अपने परिवार का ही नहीं संपूर्ण समाज का भला करती है। आज हमारे सामने बहुत सारी चुनौतियां हैं जिसमें सबसे बड़ी लिंगानुपात है। इसे बराबर करने में प्रत्येक महिला एवं पुरूष की बराबर भागीदारी है। महिलाओं के प्रति समाज में अच्छी सोच बनाने के लिए आवश्यक है कि महिलाओं की सफलता की कहानियों को जन-जन तक पहुंचाया जाए। हमारे देश में आदिकाल से ही नारी शक्ति को पूजनीय माना गया है। आप पर्वतीय क्षेत्रों की महिलाएं भी पीछे नहीं है वह कृषि, पशुपालन, सिलाई, मशरूम उत्पादन आदि का व्यवसाय कर अपने परिवारों को समृद्ध बनाने के साथ-साथ रोजगार सृजन और वित्तीय आधार को मजबूत करके ग्रामीण अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्क्ष पर मातृ एवं बाल स्वास्थ्य की प्रभारी अधिकारी डॉ. उमा रावत द्वारा स्वस्थ महिला, स्वस्थ बच्चा के बारे में तथा महिला दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला और महिलाओं के स्वास्थ्य और अगली पीढ़ी के उज्जवल भविश्य की षुभ-कामना की गयी।
मातृ स्वास्थ्य के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. नितिन अरोड़ा द्वारा मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बहुमुखी आयामों पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम में योगदान दिया। उपस्थित लोगों को शामिल करने और शिक्षित करने के लिए उन्होंने एक व्यावहारिक प्रश्नोत्तरी सत्र का आयोजन किया, जिसमें महिलाओं के स्वास्थ्य और मातृ कल्याण के ऐसे पहलुओं पर चर्चा की गयी, जिन पर कम वार्ता होती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तराखंड के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह ने हर स्तर पर महिलाओं को पहचानने, सराहना करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। महिला फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए और स्वस्थ महिलाओं और स्वस्थ बच्चों के बीच अभिन्न संबंध पर जोर देकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड ने पूरे राज्य में मातृ कल्याण को बढ़ावा देने के लिए अपना समर्पण दोहराया।
इस मौके स्वास्थ्य महानिदेशालय की निदेशक डाॅ सुनीता टम्टा ने कहा जैसा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड महिलाओं के स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखता है, यह आयोजन एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता प्रदर्षित करता है और समग्र स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त करने के व्यापक लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं।

ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई को खुलेंगे

0

उखीमठ/रूद्रप्रयाग, विश्वप्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष शुक्रवार 10 मई को प्रात:सात बजे खुलेंगे। तथा 5 मई को श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में भैरवनाथ जी की पूजा स़पन्न होगी। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी भोग मूर्ति 6 मई को पंचकेदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से श्री केदारनाथ धाम प्रस्थान करेगी विभिन्न पड़ावों से होकर 9 मई शाम को केदारनाथ धाम पहुंचेगी।
आज शिवरात्रि के पर्व पर श्री बदरीनाथ- केदारनाथ- मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय की उपस्थिति में रावल आचार्य- वेदपाठियों ने श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में पूजा- अर्चना,विधि- विधान, पंचांग गणना पश्चात श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की। इस दौरान श्री औकारेश्वर मंदिर को 11 क्विंटल फूलों से सजाया गया था दानीदाताओ ने श्रद्धालुओं हेतु भंडारा एवं प्रसाद का वितरण किया।
इस अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने श्रद्धालुओ को शिवरात्रि की शुभकामनाएं दी, कहा कि बीते यात्राकाल में रिकार्ड तीर्थ यात्री श्री केदारनाथ धाम पहुंचे। इस वर्ष भी श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार तथा मंदिर समिति यात्री सुविधाओ हेतु प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है शीघ्र ही मंदिर समिति का दल केदारनाथ पहुंचकर यात्रा पूर्व तैयारियों का जायजा लेगा।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि आज ही भगवान केदार नाथ की पंचमुखी भोग मूर्ति के पंचकेदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से श्री केदारनाथ धाम प्रस्थान करने का कार्यक्रम भी घोषित किया गया।
कार्यक्रम के अनुसार 5 मई को श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में भैरवनाथ जी की पूजा स़पन्न होगी।भगवान केदारनाथ की पंचमुखी भोगमूति 6 मई को श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से विभिन्न पड़ावों से होते हुए केदारनाथ धाम प्रस्थान करेगी। दिनांक 6 मई को प्रथम पड़ाव गुप्तकाशी 7 को द्वितीय पड़ाव फाटा 8 मई को तृतीय पड़ाव गौरीकुंड तथा 9 मई शाम को पंचमुखी डोली श्री केदारनाथ धाम पहुंच जायेगी। तथा शुक्रवार 10 मई प्रात: 7 बजे सुबह श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुल जायेंगे।

श्री केदारनाथ द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर मंदिर लिए पुजारीगणों को कार्य दायित्व दिया गया। श्री केदारनाथ धाम हेतु शिवशंकर लिंग पूजा का दायित्व संभालेंगे। जबकि श्री मदमहेश्वर हेतु टी गंगाधर लिंग पूजा का दायित्व निभायेंगे। श्री बागेश लिंग अतिरिक्त में रखे गये हैं। शिव लिंग चपटा श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में पूजा-अर्चना करेंगे।

आज कपाट खुलने की तिथि तय होने के समय श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय, सीमांत विकास परिषद के उपाध्यक्ष चंडी प्रसाद भट्ट पंचगाई हकहकूकधारी सहित केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग, बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य वीरेंद्र असवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, डा.हर्षवर्धन बेंजवाल, धर्माचार्य औकार शुक्ला, वेदपाठी मैठाणी, विश्वमोहन जमलोकी स्वयंबंर सेमवाल,पुजारी शिव शंकरलिंग, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी, प्रमोद बगवाड़ी, विपिन तिवारी, देवी प्रसाद तिवारी,कुलदीप धर्म्वाण, विदेश शैव आदि मौजूद रहे।