Thursday, June 19, 2025
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राज्य के जलस्रोतों, जलधाराओं और नदियों के पुर्नजीवीकरण को लेकर संयुक्त नागरिक संगठन ने सीएस को भेजा पत्र

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देहरादून, उत्तराखंड में नदियों, जल स्रोतों के पुनर्जीवीकरण की योजना के कार्यान्वयन हेतु प्रस्तावित योजनाओं को धरातल पर उतारे जाने हेतु जनपदों में सक्रिय पर्यावरणविदों, पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यरत संस्थाओं से भी सहयोग लिये जाने की जरूरत पर जोर देते हुए मुख्य सचिव उत्तराखंड़ को पत्र के माध्यम से मांग की गयी ।
संयुक्त नागरिक संगठन ईमेल से भेजे गये पत्र में राज्य के जलस्रोतों, जलधाराओं और नदियों के पुनर्जवीकरण पर विभागीय अधिकारियों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए, गंभीरतापूर्वक नही लेने तथा जिलास्तर पर एक्शन प्लान प्रस्तुत न करने वाले सभी लापरवाह दोषी विभागीय अधिकारियों को जांच के आधार पर कठोर चेतावनी, निलम्बन, प्रतिकूल प्रविष्टियां की भी मांग की गयी है।
योजनाओं की रूप रेखा तथा इनके तेजी से कार्यान्वयन को लेकर बैठकों में स्थानीय स्तर पर पर्यावरण संरक्षण में लगे समर्पित पर्यावरणविद और समाजिक संस्थाओं का भी सहयोग जरूरी बताते हुए इनमें आमजन की सहभागिता, सहयोग और मानीटरिंग को भी जनहित में बताया गया है।

सीएस को भेजे पत्र के अन्त में जल संरक्षण अभियान 2024 के तहत हर ब्लॉकवार सूख रहे 10 स्प्रिंग, जनपदवार 20 सूख रही जलधाराओं और नदियों का चिन्हीकरण के निर्देश को भी स्वागत योग्य बताते हुए संगठन के महासचिव सुशील त्यागी के अनुसार दून की रिसपना को पुर्नजीवित कर ॠषिपर्णा बनाने में करोडों खर्च होने के बाद भी ये अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है। बिंदाल तो बेहाल है ही। पत्र में अधिकारियों की जवाब देही भी सुनिश्चित करने की मांग की गयी |

 

जेबीआईटी में बॉलीवुड सिंगर सिमर कौर के गानों पर थिरके छात्र-छात्राएंMay be an image of 4 people, crowd and text that says 'Simar KAUR A ΠΝΑΑCΛ JRIT JB INs'

देहरादून, जेबीआईटी में दो दिनों तक चले एनुअल फर्स्ट “सृजन 2024 ” की आखिरी शाम बॉलीवुड सिंगर सिमर कौर के नाम रही उनकी जादुई अपनी आवाज से छात्र देर रात तक अपने आप को नाचने से नहीं रोक पाए, उन्होंने प्रोग्राम की शुरुआत अपने फेमस गाना “कोका दे के दिल मंगदा” से की तो छात्रों का जोश देखते ही बनता था, फिर उसके बाद उन्होंने बॉलीवुड के एक से बढ़कर एक गाने शुरू किया जिसमें जीने मेरा दिल लुटिया , काला चश्मा जचता रे, मोरनी बन के किथे चली , लंबर र्गिनी चलाई जांदे ,यह मुंडे पागल है सारे, मेरा बालम थानेदार चलावे जिप्सी ,ढोल जगीरो दा सहित बहुत सारे गाने गए |
उन्होंने जेबी आई टी की बहुत तारीफ की और कहा इतनी ऊर्जा के साथ सुनने वाले बहुत कम जगह मिलते हैं उनका देहरादून हमेशा से पसंदीदा जगह रही है यहां की सुंदरता साफ स्वच्छ हवा उन्हें बहुत भाती है ।
इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड एवं पूर्व शिक्षा मंत्री भारत सरकार डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती हेमलता सिंघल ,वाइस चेयरमैन संदीप सिंघल सेक्रेटरी रजत सिंघल द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया |
मुख्य अतिथि ने छात्रों द्वारा बनाए टेक्निकल एवं नॉन टेक्निकल प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया तथा निर्णायक मंडल द्वारा प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को बधाई दी साथ ही अपने संबोधन में संस्थान का हाल ही में नेक जैसी विश्व स्तरीय संस्था द्वारा ग्रेड ए देने के लिए मैनेजमेंट ,शिक्षक ,कर्मचारी एवं छात्र-छात्राओं को बधाई दी उन्होंने कहा कि आपका संस्थान देश के चुनिंदा संस्थानों में शामिल हो गया है जो नेक जैसी विश्व स्तरीय संस्था द्वारा एक्रेडिटेड है, उसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी लेवल एवं संस्थान स्तर पर प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया और उन्हें जीवन में और अच्छा करने की शुभकामनाएं दी |
कार्यक्रम के अंत में संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती हेमलता सिंघल वाइस चेयरमैन संदीप सिंघल, सेक्रेटरी रजत सिंघल द्वारा संयुक्त रूप से मुख्य अतिथि को शॉल, भगवान श्री राम की मूर्ति एवं स्मृति चिन्ह देखकर इस कार्यक्रम के लिए अपना समय निकालने एवं छात्रों को अपना मार्गदर्शन देने के लिए उनका आभार व्यक्त किया |
इस कार्यक्रम में प्रोजेक्ट के निर्णायक मंडल में डॉक्टर प्रमोद कुमार डीन इंडियन इंस्टीट्यूट आफ रिमोट सेंसिंग देहरादून ,डॉ मयंक अग्रवाल प्रोफेसर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय डॉक्टर नागेंद्र पी पाठक ,प्रोफेसर आईआईटी रुड़की ,डॉ महेश मिश्रा आईआईटी रुड़की ,सिद्धार्थ खरे आईआईटी रुड़की , डॉ अनिल कुमार चौहान साइंटिस्ट बायो साइंस ,डॉक्टर मनोज गौतम प्रेसिडेंट इंडस्ट्रियल एसोसिएशन हरिद्वार निर्णायक मंडल के रूप में सम्मिलित हुए।
इस कार्यक्रम में संध्या सिंघल, सोनम सिंघल ,निदेशक डॉ. पी के चौधरी, रजिस्ट्रार डॉक्टर विशांत कुमार सहित सभी शिक्षक कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे |

 

‘नशे से मुक्ति जीवन की समृद्धि’ पर एसजीआरआर (पीजी) कॉलेज में हुई पोस्टर प्रतियोगिताMay be an image of 10 people, people studying and text

देहरादून, एसजीआरआर (पीजी) कॉलेज में सांस्कृतिक इकाई एवं एंटी ड्रग्स इकाई द्वारा संयुक्त रूप से पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका विषय ‘नशे से मुक्ति जीवन की समृद्धि ‘रहा इस मौक़े पर छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य मेजर प्रदीप सिंह ने किया और छात्र छात्राओं को नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई । इस कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में प्रो एच वी पंत एवं डॉ आनन्द सिंह राणा रहे । इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान फ़ायज़ा द्वितीय स्थान पर संयुक्त रूप से गौरी गोदियाल और दीप निषाद एवं तृतीय स्थान पर अलीसा सेफ़ी ने प्राप्त किया।
इस अवसर पर प्रो. दीपाली सिंघल, डॉ. हरीश जोशी, सांस्कृतिक सचिव एवं समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. अनुराधावर्मा, डॉ. ज्योति पाण्डे, डॉ. अनिता मलियान, डॉ. अनीता मनोरी ध्यानी, डॉ. श्यामवीर, डॉ विवेक कुमार, डॉ. सुमंगल सिंह आदि उपस्थित रहे |

 

शिक्षण एवं अनुसंधान क्रियाकलापों हेतु उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय एवं डी.ए.वी.(पीजी)कॉलेज के मध्य हुआ करारMay be an image of 6 people, hospital and text

देहरादून, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय और डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज देहरादून के मध्य शिक्षण एवं अनुसंधान क्रिया कलापों हेतु आज  शुक्रवार को  एक समझौता सम्पन्न हुआ।
इस करार का मुख्य उद्देश्य दोनों संस्थानों के मध्य शिक्षण एवं अनुसंधान ‘गतिनिधियों को संयुक्त रूप से बढ़ावा देना है। यह  करार उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय से कुलसचिव प्रोफेसर पी.डी. पंत एवं डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज, देहरादून के प्रधानाचार्य प्रोफेसर सुनिल कुमार के हस्ताक्षरों से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओ. पी. एस. नेगी ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति में दूसरे संस्थानों के साथ अनुबंध किए जाने पर जोर दिया गया है, ताकि अकादमिक गतिविधियों के आदान-प्रदान से शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार हो एवं इसका लाभ छात्रों एवं शोधार्थियों को मिल सके। उन्होंने कहा कि इस तरह के करार शिक्षर्थियों एवं शोधार्थियों के लिए एक अच्छी पहल है जिसका उन्हें निश्चित ही बहुत लाभ मिलेगा। कुलसचिव प्रोफेसर पी०डी० पंत ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा भविष्य में भी शिक्षार्थियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए अन्य संस्थानों के साथ इस तरह के करार किये जायेंगे।
उन्होंने बताया कि इससे पूर्व विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में डा० बी०आ० अम्बेडकर मुक्त विश्वविद्यालय, हैदराबाद एवं गुरुनानक देव पंजाब ओपन युनिवर्सिटी, पटियाला के साथ भी करार सम्पन्न हुए हैं। इस अवसर पर डी०ए०वी० पी०जी० कालेज, देहरादून से  प्रोफेसर  प्रशांत सिंह, वानिकी एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग से डॉ० एच०सी० जोशी,  डॉ. बीना तिवारी फुलारा, डॉ. कृष्ण कुमार टम्टा  एवं डॉ. नेहा तिवारी आदि उपस्थित थे।

 

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व० जोगाराम की 27वीं पुण्यतिथि पर हुआ गोष्ठी का आयोजन

“वक्ताओं ने आज़ादी के 75 साल के बाद भी देश में फैली ग़रीबी, जातिवाद को जड़ से समाप्त करने के लिये प्रतिबद्धता की आवश्यकता पर दिया बल”May be an image of 4 people

देहरादून, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी समाजसेवी एवं पूर्व वरिष्ठ कांग्रेस नेता स्व० जोगाराम की 27वीं पुण्यतिथि के अवसर पर दून सिटी बैंक्वेट हॉल में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस अवसर “हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं आज का भारत” विषय पर विचार गोष्ठी भी की गयी, जिसमें स्व. जोगाराम की पुत्री आशा लाल (संस्थापक सोशल जस्टिस फाउंडेशन) द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों की वीरगाथा पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर देहरादून के विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि प्रदीप कुकरेती, जसवीर सिंह रायनोत्रा , विनोद नौटियाल , जगमोहन मेहंदिरत्ता, प्रो. जयपाल सिंह , मनमोहन सिंह नेगी, चौधरी ओमवीर सिंह, जितेंद्र सिंह बुटोइया सेनानी परिवार एवं प्रबुद्ध नागरिकों द्वारा स्व. सेनानी श्री जोगाराम को श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
गोष्ठी वक्ताओं ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवारों की उपेक्षा पर रोष व्यक्त किया साथ ही पार्टियों द्वारा अपने घोषणापत्र में पर्यावरण को जगह न दिये जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के सपने को साकार करने की सरकार की मंशा पर भी प्रश्नचिन्ह लगाया। वक्ताओं ने आज़ादी के 75 साल के बाद भी देश में फैली ग़रीबी, जातिवाद को जड़ से समाप्त करने के लिये प्रतिबद्धता की आवश्यकता पर बल दिया। निजीकरण की वजह से सरकारी पदों पर भर्तियों में लगातार कमी बढ़ती बेरोजगारी जैसे कई ज्वलंत मुद्दों पर भी वक्ताओं ने अपनी बेबाक़ राय रखी । आज़ादी के नायकों के परिवारों को सरकारी कार्यालयों में सम्मान ना दिये जाने पर भी रोष जताया।
श्रीमती आशा लाल ने कहा कि उनके पिता ने एक गरीब परिवार में जन्म लेने एवं अच्छी शिक्षा ना ले पाने के बावजूद भी सबके लिये शिक्षा ,आडंबर व जातिविहीन समाज के लिये आज़ादी से पहले व बाद में भी अनवरत काम किया, साथ ही कांग्रेस पार्टी के दर्जनों पदों पर भी वह सुशोभित रहे।
इस अवसर पर ब्रिगे. केजी बहल ने सेनानियों के सपनों के भारत निर्माण के लिये सभी सेनानी संगठनों को लगातार अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया। संयुक्त नागरिक संगठन के सुशील त्यागी ने ऐसे अवसरों पर देश पहले का संकल्प लेने का निवेदन किया। कार्यक्रम में सेनानी परिवारों के ये सदस्य भी मौजूद रहे |
इस अवसर पर सुशील त्यागी, आशा शर्मा, मुकेश नारायण शर्मा, उपेंद्र बिजलवान, ओमवीर चौधरी, एसपीएस पंवार, प्रमोद कुमार, शैलेश सकलानी, डॉ. एम आर सकलानी, देवेंद्र सैनी, कल्पना बहुगुणा,एसपीएस चौहान, शशांक गुप्ता, राजकुमार अग्रवाल, उषा कोठारी, डॉ. एसके गोविल, अवधेश पंत, सुलोचना ईस्टवॉल, आशा शर्मा, मधु गोयल, प्रेम खन्ना, मदन लाल आदि मौजूद रहे |

 

पर्यावरण मित्र महिलाओं को संयुक्त नागरिक संगठन ने श्रमिक दिवस पर किया सम्मानितMay be an image of 7 people

देहरादून, अन्तर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर पर्यावरण मित्र महिलाओं को संयुक्त नागरिक संगठन ने किया सम्मानित। दून के शहंशाही आश्रम क्षेत्र में अपनी घरेलू जिम्मेदारियों को निभाते हुए सुबह-शाम पोलीथीन आदि कूडे़ को एकत्रित करने में अपना पसीना बहाने वाली मातृशक्ति ने अपनी जिजीविषा के बल पर बिना सरकारी सहायता के श्रमदान करने की जैसे कसम खायी हुई है। क्षेत्र में क्लीन एंड ग्रीन दून संस्था से जुडी महिलाओं का आज संगठन के जसबीर सिंह रिनोत्रा, विशंभरनाथ बजाज, ब्रिगेडियर केजीबहल ने अभिनंदन करते हुए तथा शाल उड़ाकर पुष्प मालाओं के साथ इनको सम्मानित किया। कार्यक्रम मे स्थानीय जरूरतमंद श्रमिक महिला अनीता देवी को आत्म आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सिलाई मशीन भी जसबीर सिंह रिनोत्रा द्वारा उपहार स्वरूप भेंट की गई। इस दौरान श्रम के महत्व पर भी वकताओ ने विचार व्यक्त किये।
सम्मानित होने वाली महिलाओं मे भारती देवी,ममता,संजु देवी,मीनू,आदि थी। यहा चौधरी ओमवीर सिंह, विनोद नौटियाल, सुशील त्यागी सहित उदय सिंह भंडारी, मंगला देवी, पूजा गोदियाल, अर्चना देवी,पूजा मेहरा, रोहन कपूर, रीता देवी आदि शामिल थे।

मुजफ्फरनगर कांड के केसों पर कोर्ट में पैरवी करे सरकार : उक्रांद

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देहरादून, उक्रांद के केन्द्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत ने प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य निर्माण आंदोलन के दौरान 2 अक्टूबर 1994 को राज्य की मांग को लेकर दिल्ली रेली में जाते समय 1 अक्टूबर अर्धरात्री मे मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहे में आंदोलंकारियों के साथ तत्कालीन उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा हत्याओं सहित शर्मनाक वारदात की गयी थी। राज्य बनने के बाद किसी भी सरकार द्वारा उत्तराखंड़ के स्वाभिमान के लिए कोई भी ठोस कार्यवाही नही की गयी। जिसमें 2018 से उत्तराखंड़ राज्य निर्माण आंदोलकारी संगठनों द्वारा स्वयं पहल करते हुए मुजफ्फरनगर कांड के केसों पर कोर्ट में पैरवी की गयी जिसमें पता चला कि देहरादून जिला जज के यहां से 4 केसों की अवैध रूप से बिना सुप्रीम कोर्ट के आदेश से अलग राज्य उत्तर प्रदेश में स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसमें जून से सुनवाई प्रारम्भ हो जाएगी।
31 अक्टूबर 2021 में आंदोलनकारी संगठनों नैनीताल में हुई बैठक में उत्तराखंड़ आंदोलनकारी संघर्ष समिति संगठन बनाकर मुजफ्फरनगर में चल रहे केसों की त्वरित करवाही के लिए प्रयागराज हाई कोर्ट द्वारा विशेष जज नियुक्त किया गया जिस पर मार्च माह में दो सिपाहियों को दोषी मान कर सजा दी गयी। अब वह अभियुक्त प्रयागराज हाई कोर्ट में जमानत की मांग कर रहे है। अभी भी मुजफ्फरनगर मे दो केस सेसन जज के यहां व 3 केस मजिस्ट्रेट सीबीआई कोर्ट मे चल रहे है।
उत्तराखंड़ क्रांति दल सरकार से मांग करता है कि इन केसों से जुड़े मामलों जिसमें मुजफ्फरनगर, मसूरी, खटीमा के 22 हत्याओं से अधिक से ज्यादा मामले है। उसमें सरकार महाधिवक्ता उत्तराखंड़ के नेतृत्व में स्थाई महाधिवक्ता उत्तराखंड़ सरकार ओर वर्तमान में केसों की पैरवी कर रहे नैनीताल व मुजफ्फरनगर अधिवक्ताओं को लेकर कमेटी का गठन करके उपरोक्त केसों की पैरवी करे जिससे शहीदों व पीड़ितों को न्याय मिल सके ओर उत्तराखंड़ के स्वाभिमान की गरिमा बनी सके।
प्रेस वार्ता में दल के कार्यकारी अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रावत, केन्द्रीय महामंत्री मनोरथ प्रसाद ध्यानी उपस्थित रहे।

कांग्रेस का सस्पेंस खत्म : राहुल रायबरेली से और गांधी परिवार के वफादार किशोरी लाल अमेठी से लड़ेेंगे लोकसभा चुनाव

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नई दिल्ली, कांग्रेस पार्टी में यूपी के अमेठी और रायबरेली से लोकसभा प्रत्याशी घोषित करने को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया, पार्टी आलाकमान ने आखिरकार रायबरेली और अमेठी के टिकटों की घोषणा कर दी है। जबकि नेहरू गांधी के वंशज और पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी, जिन्होंने 2004 से 2019 तक लगातार तीन बार अमेठी का प्रतिनिधित्व किया था और एक पारंपरिक पारिवारिक क्षेत्र पूर्व केंद्रीय मंत्री से अभिनेता बनी स्मृति ईरानी से हार गए हैं, पूर्व के बजाय रायबरेली चले गए हैं, एक परिवार के वफादार 1980 से लुधियाना से किशोरी लाल शर्मा को अमेठी से चुना है.

टिकट देने की इस पूरी कवायद में आश्चर्य की बात यह है कि कांग्रेस के स्टार प्रचारक और महासचिव जो कि रायबरेली और यहां तक ​​कि अमेठी से मतदाताओं की पहली और सबसे बड़ी पसंद थे, उन्हें शायद इसलिए टिकट नहीं दिया गया क्योंकि प्रियंका कांग्रेस पार्टी, इंडिया समूह के लिए प्रचार में व्यस्त हैं। और अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। आज नामांकन का आखिरी दिन है और राहुल गांधी और किशोरी लाल पहले ही अपना नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंच चुके हैं. अब तक उन्होंने अपना पर्चा दाखिल कर दिया होगा, आज आखिरी तारीख है।
किशोरी लाल को अमेठी से टिकट देकर, यह स्पष्ट है कि गांधी परिवार ने वफादारी का इनाम दिया है और यह संदेश दिया है कि वफादारी अंततः भुगतान करती है, खासकर उन लोगों के लिए जो पार्टी छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं।

हालाँकि, अमेठी में जिन मतदाताओं ने गलती से पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को 2019 में राहुल गांधी को हराकर विजयी बना दिया था, वे अब पछता रहे हैं और इस बार राहुल गांधी को 4 लाख से अधिक वोटों से विजयी बनाने का संकल्प लिया था, लेकिन परिवार का कोई सदस्य नहीं होने से वे थोड़े निराश जरूर होंगे।

वहीं 2019 में हुये लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी के हाथों 55000 वोटों के अंतर से अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने केरल के वायनाड से कुल वोटों का 64% वोट पाकर भारी अंतर से जीत हासिल की थी। इस बार भी वह वायनाड, केरल और रायबरेली से एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन दोनों सीटों से विजयी होने के बाद वह कौन सी सीट अपने पास रखेंगे, इस पर सस्पेंस बरकरार है।
रायबरेली जहां से राहुल गांधी ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है अतीत में पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार का प्रतिनिधित्व राहुल के दादा फिरोजा गांधी, उनकी दादी और पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी, उनकी मां सोनिया गांधी ने किया था और अब वह चुनाव लड़ रहे हैं। 2014 में सोनिया गांधी तीन लाख वोटों के भारी अंतर से जीती थीं लेकिन 2019 में यह अंतर घटकर 1 लाख 60 या 75 हजार वोटों पर आ गया.

गौरतलब हो कि किशोरी लाल शर्मा 1980 से गांधी परिवार के साथ हैं और उन्होंने राजीव गांधी, पूर्व पीएम, सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका के साथ निजी क्षमता में काम किया था और उनके राजनीतिक मामलों को सामने नहीं आने दिया था। निर्वाचन क्षेत्र के मामलों का प्रबंधन उसी तरह किया जाता है जैसे एक बार राजीव गांधी के करीबी दोस्त दिवंगत कैप्टन सतीश शर्मा, जब राजीव गांधी प्रधान मंत्री थे, तब अमेठी निर्वाचन क्षेत्र के मामलों की देखभाल करते थे।

दुखद खबर: पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी का निधन, सीएम धामी ने दुख जताया

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देहरादून: चंपावत के पूर्व विधायक और उत्तराखंड वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी का शुक्रवार सुबह निधन हो गया है। वह लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे और इलाज करने के लिए कुछ समय पहले विदेश भी गए थे। इस समय वह दून अस्पताल में भर्ती थे। पूर्व विधायक के निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है।

बता दें कि गहतोड़ी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट छोड़ी थी और मौजूदा समय मे वह वन विकास निगम के अध्यक्ष पद पर आसीन थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैलाश गहतोड़ी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि इस पीड़ादायक समाचार सुनकर स्तब्ध हूं। कैलाश जी का जाना संगठन व प्रदेश के साथ-साथ मेरे लिए भी व्यक्तिगत क्षति है। इस असीम कष्ट को शब्दों में बयां नहीं कर पा रहा हूं।

आपने अपना पूरा जीवन जन सेवा में लगा दिया। आप एक आदर्श जनप्रतिनिधि के रूप में सदैव याद किए जाएंगे। एक विधायक के रूप में चंपावत क्षेत्र के विकास के प्रति आपका समर्पण हमारे लिए प्रेरणा स्रोत है।राजनीति और जन सेवा के क्षेत्र में आपसे मिला सानिध्य इतना आत्मीय और हृदय के निकट था कि आज विश्वास करना अत्यंत कठिन है कि आप हमारे बीच नहीं हैं। आप एक अच्छे मित्र और बड़े भाई के रूप में सदैव याद आएंगे। चंपावत के विकास को लेकर जो आपके संकल्प थे उन्हें पूर्ण करने की दिशा में हम समर्पित होकर कार्य करेंगे।

वित्तवर्ष 2024 में अदाणी पावर का राजस्व 37 फीसदी बढ़ा, कर पूर्व समेकित लाभ दोगुना से ज्यादा

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नई दिल्ली ,02 मई । अडाणी पावर ने बुधवार को वित्तवर्ष 2024 के लिए राजस्व में 37 प्रतिशत की वृद्धि (साल-दर-साल) 50,960 करोड़ रुपये दर्ज की, जबकि कमाई (ईबीआईटीडीए) दोगुना से अधिक बढक़र 18,789 करोड़ रुपये हो गई।
वित्तवर्ष 2024 के लिए कर पूर्व समेकित लाभ (पीबीटी) पिछले वित्तवर्ष के 7,675 करोड़ रुपये की तुलना में दोगुना से अधिक 20,792 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने एक बयान में कहा, चौथी तिमाही के लिए राजस्व 29 प्रतिशत बढक़र 13,787 करोड़ रुपये (सालाना) हो गया और कमाई (ईबीआईटीडीए) से अधिक बढक़र 5,273 करोड़ रुपये हो गया।
जनवरी-मार्च अवधि के लिए कर पूर्व समेकित लाभ वित्तवर्ष 23 की चौथी तिमाही में 898 करोड़ रुपये की तुलना में लगभग चार गुना बढक़र 3,558 करोड़ रुपये हो गया।
अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी ने कहा कि जैसे-जैसे भारत अधिक टिकाऊ ऊर्जा भविष्य की ओर बढ़ रहा है, अडाणी कंपनियों का पोर्टफोलियो देश की आर्थिक वृद्धि का समर्थन करने और उसकी आकांक्षाओं को साकार करने में मदद करने के लिए नवीन, विश्वसनीय और स्केलेबल समाधान प्रदान करना जारी रखेगा।
गौतम अदाणी, अदाणी पावर हमारी दीर्घकालिक रणनीति का एक प्रमुख घटक है, जो देश के विशाल हिस्से में विश्वसनीय बेस लोड बिजली की आपूर्ति करता है, बेंचमार्क-सेटिंग परियोजनाओं को क्रियान्वित करता है, राष्ट्रीय महत्व की संपत्ति बनाता है और अधिक एकीकरण को सक्षम करने के लिए संतुलन आपूर्ति के रूप में कार्य करता है। ग्रिड में नवीकरणीय ऊर्जा।
चौथी तिमाही के साथ-साथ वित्तवर्ष 24 के दौरान, मुंद्रा, नए चालू हुए गोड्डा प्लांट, उडुपी और महान के नेतृत्व वाले लगभग सभी संयंत्रों द्वारा उच्च मात्रा में योगदान दिया गया। कंपनी ने कहा कि पूरे भारत में बिजली की बढ़ती मांग के कारण घरेलू बिजली की बिक्री जारी रही और आयातित कोयले व वैकल्पिक ईंधन की गिरती कीमतों से बिजली खरीद समझौते (पीपीए) के तहत उठान को और समर्थन मिला।
अदाणी पावर लिमिटेड के सीईओ, एस.बी.ख्यालिया ने कहा, अदाणी पावर ने अपनी मूल शक्तियों का प्रदर्शन करते हुए एक और उत्कृष्ट तिमाही दर्ज की है, जिसमें एक वर्ष में असाधारण परिचालन और वित्तीय प्रदर्शन रहा है, जो इसकी ठोस रणनीति और परिचालन उत्कृष्टता का एक उपयुक्त प्रमाण है।
बिजली की मांग में सुधार, कम आयातित कोयले की कीमतों और बड़ी स्थापित क्षमता के कारण वित्तवर्ष 2024 में समेकित बिजली बिक्री की मात्रा 79.3 अरब यूनिट थी, जो वित्तवर्ष 23 में 53.4 अरब यूनिट से 48 प्रतिशत अधिक थी।
गौतम अदाणी ने कहा, हम व्यवसायों में निरंतर नवाचार और सभी हितधारकों के लिए स्थायी मूल्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

राज्य में दुर्घटना राहत निधि में देरी के मामलों को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सार्वजनिक सेवायान की दुर्घटना के मामलों में प्रभावितों को राहत राशि तत्काल जारी करने के निर्देश दिए

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देहरादून(आरएनएस)।  राज्य में दुर्घटना राहत निधि में देरी के मामलों को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सार्वजनिक सेवायान की दुर्घटना के मामलों में प्रभावितों को राहत राशि तत्काल जारी करने के निर्देश हैं। राधा रतूड़ी ने स्पष्ट किया है कि राहत राशि की हकदारी हेतु अब मजिस्ट्रीयल जांच रिपोर्ट की आवश्यकता नही है। जिलाधिकारियों को दुर्घटना राहत निधि हेतु 50 लाख रूपये की धनराशि आवंटित है। इसके साथ ही सीएस रतूड़ी ने राज्य में विशेषकर देहरादून व हरिद्वार जिलों में अवैध खनन गतिविधियों से सम्बन्धित सड़क दुर्घटनाओं एवं अपराधों पर कड़ी निगरानी के निर्देश दिए हैं।  क्रैश बैरियर लगाने की औपचारिकतों से हटकर उनकी गुणवत्ता को शीर्ष प्राथमिकता पर लेने की कड़ी हिदायत देते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को क्रैश बैरियर की गुणवत्ता की थर्ड पार्टी ऑडिट के कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को अन्य देशों में क्रैश बैरियर के स्थान अन्य आधुनिकतम टेक्नॉलॉजी व बेस्ट प्रैक्टिसिज का अध्ययन कर राज्य में लागू करने के भी निर्देश दिए हैं।  सीएस ने जिलाधिकारियों को निर्धारित डेडलाइन के भीतर अधिक दुर्घटना वाले स्थानों की मैपिंग करने के साथ ही इन स्थानों पर स्पीड ब्रेकर, क्रैश बैरियर आदि सुधारात्मक कदम के एक्शन प्लान पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं।  सचिवालय में गुरूवार को सड़क सुरक्षा एवं अनुश्रवण समिति की अति महत्वपूर्ण बैठक के दौरान मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने परिवहन, लोक निर्माण, वित्त एवं सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को उत्तराखण्ड को जीरो एक्सीडेंट स्टेट बनाने के विजन के साथ कार्य करने के नसीहत दी है।
परिवहन विभाग द्वारा थानों व चौकियों पर वाहनों को बन्द करने के मामलों का संज्ञान लेते हुए सीएस राधा रतूड़ी ने स्पष्ट किया कि सम्बन्धित अधिकारी तत्काल विभिन्न थाना चौकियों में बन्द वाहनों को प्रत्येक जनपद में शहर के नजदीक स्थान चिन्हित करते हुए एक साथ रखने की व्यवस्था करें। उन्होंने जिलाधिकारियों को जनपदों में इस सम्बन्ध में भूमि चिन्हीकरण/हस्तान्तरण हेतु निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने लोक निर्माण विभाग को प्रोफेशनल एजेंसी के माध्यम से नियमित रोड सेफटी ऑडिट करवाने के साथ ही परिवहन विभाग को ऑनलाइन चालान व्यवस्था को मजबूत करने, दोपहिया वाहनों में हेलमेट के उपयोग को प्रोत्साहित करने हेतु अभियान चलाने, शिक्षा विभाग को पाठ्यक्रम में सड़क दुर्घटनाओं के सम्बन्ध में जागरूकता को शामिल करने, गुड समेरिटन योजना को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में सचिव दिलीप जावलकर, अरविन्द सिंह हयांकी, डा0 पंकज कुमार पाण्डेय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी मौजूद रहे।

कांग्रेस ने की कोविशिल्ड प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग, राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन, चुनावी चंदे पर भी उठाए सवाल देहरादून,

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उत्तराखंड़ कांग्रेस कमेटी ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को ज्ञापन भेज कर मांग की है कि कोविड रोधी टीके कोविशिल्ड प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि उक्त वैक्सीन लेने से पीड़ित नागरिकों को सम्यक क्षतिपूर्ति प्रदान की जाए और जो लोग टीके के कारण तमाम अवांछित बीमारियों से जूझ रहे हैं, उनके उपचार की गारंटी कंपनी ले, साथ ही टीका निर्माता कंपनी को लाभ पहुंचाने वाली भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार के कोष से वसूली की जाए।
कांग्रेस ने मांग की है कि देश की जनता के अमूल्य स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने के दोषी लोगों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। ज्ञापन में यह भी मांग की गई है कि राजनीतिक स्वार्थों के वशीभूत गंभीर आपराधिक कृत्य के लिए दोषी लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य को इस तरह के आपराधिक षड्यंत्र की पुनरावृत्ति न हो सके।

कांग्रेस नेताओं ने यह ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा है। जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में ज्ञापन देहरादून के सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्युष कुमार को सौंपा गया।
ज्ञापन देने वालों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ मीडिया कोऑर्डिनेटर राजीव महर्षि, पूर्व महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा, प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष पूरन सिंह रावत, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष जसविंदर सिंह गोगी, चंद्रमोहन कंडारी, सुनील नौटियाल, संजय शर्मा, रोहित ठाकुर, प्रदेश सचिव उत्तराखंड कांग्रेस विकास नेगी, अमित मसीह सहित अन्य नेता मौजूद थे।
ज्ञापन में कहा गया है कि देश-दुनिया में तमाम मीडिया रिपोर्टों के कारण कोविशिल्ड के घातक दुष्प्रभावों के मामले की उच्चस्तरीय जांच कर जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ के दोषी लोगों को कानून के शासन के तहत दंडित किया जाए। कोरोना काल में जब समूची मानवता संकट में थी, उस समय कोविड वैक्सीन को अमृत के रूप में माना जा रहा था, क्योंकि मौत के आंकड़े लगातार बढ़ रहे थे। लेकिन आज जिस तरह से मीडिया रिपोर्ट सामने आ रही हैं, उन्होंने समूची मानवता को न सिर्फ झकझोर दिया है बल्कि चिंता भी बढ़ा दी है।
कांग्रेस नेताओं ने ज्ञापन में कहा है कि ब्रिटेन के अदालत में पेश दस्तावेजों में कोविड वैक्सीन बनाने वाली एस्ट्रोजेनेका ने साइड इफेक्ट्स की बात स्वीकार कर भारतीय समाज की चिंता को अत्यंत बढ़ा दिया है। यह रिपोर्ट भारत के लिए इसलिए भी ज्यादा चिंताजनक है, क्योंकि भारत में कोविड-19 के प्रसार के दौरान बड़े पैमाने पर ऑक्सफोर्ड- एस्ट्रोजेनेका की इसी वैक्सीन को कोविशील्ड के नाम से इस्तेमाल किया गया था और इसका निर्माण पूना की सीरम इंस्टीट्यूट ने किया। भारतीय नागरिकों को सर्वाधिक टीके इसी कंपनी के लगाए गए हैं। इसलिए उक्त टीके के दुष्प्रभावों के बारे में कंपनी की स्वीकारोक्ति से जनता के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर चिंता उत्पन्न हो गई है।
ज्ञापन में इस बात का खासतौर पर उल्लेख किया गया है कि भारतीय कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने एस्ट्रोजेनेका से हासिल लाइसेंस के तहत देश में इस वैक्सीन का उत्पादन किया था और इसे सिर्फ भारत के कोविड टीकाकरण अभियान में ही नहीं इस्तेमाल किया गया था, बल्कि दुनिया के कई देशों को भी निर्यात किया गया। एस्ट्रोजेनेका पर पीड़ित लोगों की ओर से दायर मुकदमों में इस तथ्य का खुलासा हुआ है कि इस टीके को लेने के बाद लोग ब्रेन डैमेज के शिकार हुए। इस कारण भारतीय समाज में भी स्वाभाविक रूप से चिंता बढ़ गई है। कोविड के बाद ऐसी मौतों की संख्या अत्यधिक बढ़ गई थी, जिनमें कारण का स्पष्ट पता नहीं चला था। इनमें से अधिकांश को किसी न किसी शारीरिक समस्या से जोड़ कर देखा गया और सरकार व स्वास्थ्य जगत ने यह कभी नहीं माना कि कोविड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स के कारण ऐसा हो सकता है। अब कंपनी ने स्वीकार किया है कि इस टीके के दुष्प्रभाव के परिणामस्वरूप शरीर में खून का थक्का जमने, थ्रोम्बोसिस थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) की स्थिति बन सकती है। चिकित्सा विशेषज्ञ भी मानते हैं कि टीटीएस का संबंध मस्तिष्क या अन्य भीतरी अंगों की रक्त वाहिकाओं में थक्का जमने एवं प्लेटलेट काउंट कम होने की बीमारी से है। इस स्थिति में निसंदेह कोविड रोधी टीकों ने उस समय कई मौतों को रोकने में मदद की है, फिर भी इसके साइड इफेक्ट गंभीर चिंता का विषय हैं।
ज्ञापन में उन मीडिया रिपोर्ट का हवाला भी दिया गया है जिनमें कहा गया है कि जनस्वास्थ्य को लेकर चिंता ने आग में घी का काम किया है। यही नहीं भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद निर्वाचन आयोग के सुपुर्द किए गए विवरण के मुताबिक भारत में कोविड रोधी टीका बनाने वाली कंपनी ने सत्तारूढ़ दल को 52 करोड़ रुपए से ज्यादा का चुनावी चंदा दिया है और यह चंदा इलेक्ट्रोरल बॉन्ड के रूप में उसी अवधि में दिया गया, जब देश कोविड के संकट से गुजर रहा था। इस लिहाज से सत्तारूढ दल द्वारा आम जनता के स्वास्थ्य के बजाय कंपनी के हितों को तरजीह दी गई। इस कारण संदेह और ज्यादा बढ़ जाता है कि महज चुनावी चंदे के फेर में आम जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर कंपनी के हितों को तरजीह दी गई, इस तरह यह कृत्य न सिर्फ अक्षम्य है बल्कि विधिक, नैतिक और मानवीय, हर दृष्टि से यह राष्ट्र के प्रतिकूल है। राष्ट्रपति से मांग की गई है कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवा कर दोषियों को दंडित कर जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

 

सरकार व विभाग की लापरवाही की वजह से पेयजल संकट : सूर्यकांत धस्माना

-एक सप्ताह में संकट का समाधान नहीं हुआ तो सड़कों पर उतरेगी कांग्रेस

-राजधानी में पानी संकट को लेकर मुख्य महाप्रबंधक का जबरदस्त घेराव, खाली घड़े के साथ सौंपा ज्ञापन

देहरादून, राजधानी देहरादून में गहराते पेयजल संकट के खिलाफ गुस्साए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में जल संस्थान के नेहरू कालौनी स्थित मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय पर जबरदस्त प्रदर्शन किया और नीलिमा गर्ग का घेराव कर महानगर में व्याप्त पेयजल संकट का एक सप्ताह में समाधान करने की मांग की। आज प्रातः साढ़े ग्यारह बजे श्री धस्माना के नेतृत्व में महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डा. जसविंदर सिंह गोगी, महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष उर्मिला थापा ब्लॉक सेवला अध्यक्ष ललित भद्री, ब्लॉक यमुना कालोनी अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता ब्लॉक कांवली अध्यक्ष विक्रांत राठी,महिला अध्यक्ष कैंट सुशीला बेलवाल शर्मा, निवर्तमान पार्षद इलियास अंसारी, मुकीम अहमद सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ नेहरू कालोनी स्थित जल संस्थान के मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय पहुंचे और जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करते हुए मुख्य महाप्रबंधक नीलिमा गर्ग के कक्ष का घेराव शुरू कर दिया। धस्माना ने मुख्य महाप्रबंधक से नाराजगी जताते हुए कहा कि महानगर में पेयजल की समस्या के समाधान के लिए सरकार जल संस्थान व जल निगम गंभीर नहीं है अन्यथा गर्मियां शुरू होते ही पूरे महानगर में इतना गंभीर पेयजल संकट खड़ा नहीं होता। उन्होंने कहा कि राजपुर डाक पट्टी कैनाल रोड किशन नगर, जाखण, आर्यनगर, डीएल रोड,करणपुर, भगत सिंह कालौनी, रक्षा पुरम, डालनवाला, बंजारावाला, कांवली, द्रोणपुरी,संगम विहार, न्यू पटेलनगर, शास्त्रीनगर, कालीनिदी एनक्लेव, खुड़बड़ा, बल्लूपुर, कालीदास रोड, हाथीबड़कला , ब्रह्मपुरी और ब्राह्मणवाला आदि इलाकों में पीने के पानी का सबसे ज्यादा गंभीर संकट बना हुआ है। उन्होंने कहा कि राजधानी में पिछले चौबीस वर्षों में आबादी का घनत्व पांच गुणा बढ़ गया है और इसी अनुपात में रिहायशी इलाके भी बड़े हैं लेकिन पीने के पानी के स्रोत वही पुराने हैं उनमें कोई वृद्धि नहीं हुई और यही कारण है कि आज देहरादून के अधिकांश इलाके गर्मी शुरू होने से पहले ही पानी के लिए तरस रहे हैं। महानगर अध्यक्ष डाक्टर जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि बार बार मांग करने के बावजूद जल संस्थान ने पेयजल संकट को दूर करने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया।
महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष उर्मिला थापा ने कहा कि राजपुर डाकपट्टी में कभी पानी की किल्लत नहीं होती थी किंतु पिछले तीन वर्षों से वहां गर्मियां शुरू होते ही पानी की किल्लत होने लगी है। उन्होंने कहा कि कैनाल रोड पर ट्यूबवेल के लिए नगर निगम की अनापत्ति दिए महीनों हो गए किंतु अभी तक वहां ट्यूबवेल स्वीकृत नहीं किया गया। भगत सिंह कालोनी के निवर्तमान पार्षद इलियास अंसारी ने रक्षा पुरम और आजाद कालोनी में पानी की लाइन की समस्या और ब्रह्मपुरी के निवर्तमान पार्षद मुकीम अहमद ने ब्राह्मण वाला की लाइन की समस्या को उठाया, कांवली के पूर्व पार्षद राजेश पुंडीर ने शास्त्रीनगर में मिनी ट्यूबवेल की मांग की ।
मुख्य महाप्रबंधक नीलिमा गर्ग ने धस्माना और अन्य प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि वे युद्ध स्तर पर शहर की पेयजल समस्या के समाधान हेतु काम करवाएंगी और जिन जिन इलाकों में पेयजल आपूर्ति की कमी होगी वहां टैंकर से पानी पहुंचाया जाएगा लेकिन किसी भी इलाके में पीने के पानी की कमी नहीं होने दी जाएगी। मुख्य महाप्रबंधक श्रीमति नीलिमा गर्ग के इस आश्वासन के बाद धस्माना ने इस चेतावनी के साथ कि अगर एक सप्ताह बाद भी संकट का समाधान नहीं हुआ तो वे सड़कों पर उतरने व सचिवालय व मुख्यमंत्री आवास घिराव के लिए मजबूर होंगे।

आज प्रदर्शन में महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डा. जसविंदर सिंह गोगी, महानगर अध्यक्ष महिला कांग्रेस उर्मिला थापा, कैंट महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुशीला बेलवाल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता श्रीमति पिया थापा, गोरखा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल बस्नेत, विजय गुप्ता, विजय उनियाल, सोनू काजी, आदर्श सूद, राम कुमार थपलियाल, वीरेश शर्मा,आशीष नेहरा,संजय भारती, अवशेष कथिरिया,अमीचंद सोनकर,सलीम अंसारी, मेहताब, राजेश उनियाल,राजेंद्र धवन,उदयवीर पंवार, मेहमुदन, इकराम, विजय शाही,शुभम सैनी, प्रवीन कश्यप,नन्हें,गौरव वर्मा,राजीव थापा,राजेंद्र राज,सुलतान,शैलेंद्र सैनी, अंजू भारती समेत बड़ी संख्या में विभिन्न वार्डों के कार्यकर्ता शामिल रहे।

देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल अल्मोड़ा के पदाधिकारी जल निगम के अधिशासी अभियंता से मिले

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* सड़क जाखन देवी मोटर मार्ग में सीवर लाइन व डामरीकरण का कार्य रात्रि में शुरू कर जल्दी से जल्द पूर्ण करने को लेकर की मुलाकात

अल्मोड़ा, देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल अल्मोड़ा के पदाधिकारियों ने अल्मोड़ा नगर के अत्यंत महत्वपूर्ण सड़क जाखनदेवी मोटर मार्ग में सीवर लाइन व डामरीकरण का कार्य रात्रि में शुरू कर जल्द से जल्द पूर्ण करवाने को लेकर नगर के व्यपारियों एवं सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरोला के साथ संयुक्त प्रतिनिधि मंडल जल निगम के अधिशासी अभियंता से मिला। प्रतिनिधिमंडल के द्वारा डामरीकरण व आगे बनने वाली सीवरलाइन का कार्य रात्रि में करने की पूर्वजोर माग की गयी।
देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष मनोज सिंह पवार ने अधिशासी अभियंता से वार्ता कर बताया कि आपके विभाग द्वारा 3 जनवरी से 31 जनवरी 2024 की तिथि तक उक्त सड़क मार्ग में शिविर लाइन के कार्य को पूर्ण कर लेने की जानकारी प्रेस नोट के मध्यम से सभी दैनिक अखबारों एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रकाशित की गई थी। जिसके उपरांत ही 3 जनवरी से उक्त सड़क मार्ग को वाहनों के आवागमन हेतु बंद कर दिया गया था। परंतु 4 माह का समय बीत जाने के पश्चात् भी अभी तक उक्त सड़क मार्ग पर केवल आधा कार्य ही किया जा सका है। आपको अत्यंत दुख के साथ ये भी अवगत कराना पड़ रहा है कि इतनी धीमी गति एवं लापरवाही से कार्य करने की वजह से जाखनदेवी सड़क मार्ग पर निवास करने वाले बड़े, बुजुर्गों, बच्चों, व व्यापार करने वाले व्यापारीयों को आए दिन चोटिल होना पड़ रहा है। साथ ही पिछले 4 माह से उक्त सड़क मार्ग पर व्यापार करने वाले व्यापारियों को अत्यधिक आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। ऊपर से जाखनदेवी मोटर मार्ग के कार्य को आपके विभाग द्वारा पूरा करने के लिए 31 मई तक कि तिथि का और अधिक समय लिया जा रहा है। जो कार्य आपके विभाग द्वारा नियत समय जनवरी में पूरा होना था विभागीय लापरवाही के चलते अब व्यापार के पीक समय में पूर्ण करने की बात कही जा रही है। गाड़ियों के आवागमन अवरोध होने के कारण अमजनमानस को परेशान करने के साथ ही अल्मोड़ा नगर के व्यापारियों व व्यापार को भी बुरी तरह से प्रभावित कर उनका आर्थिक नुकसान जबरन किया जा रहा है जिसे अब सहन नहीं किया जायेगा।अधिशासी अधिकारी जल निगम को चेताते हुआ जिला अध्यक्ष मनोज सिंह पवार ने कहा कि यदि विभाग द्वारा उक्त सड़क मार्ग पर बिछाई जा रही सीवर लाइन व डामरीकरण के कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण नही किया गया तो अभी तक उनके द्वारा पेय जल विभाग की लापरवाही की शिकायत सी.एम. हेल्पलाइन में की गई है अन्यथा वे विभाग के खिलाफ न्यायालय में जाने को मजबूर हो जायेगे।
प्रतिनिधि मंडल ने सुझाव दिया कि जनभावनाओं व व्यापारीयों के व्यापार को ध्यान में रखते हुए उक्त सड़क मार्ग के कार्य को सांय 7 बजे से शुरू कर देर रात्रि तक कराया जाए और सुबह से सांय 7 बजे तक तक सड़क मार्ग को हल्के वाहनों के लिए खोला जाए।
वही देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल अल्मोड़ा के नगर अध्यक्ष संजय साह ‘रिक्खू’ ने विभाग को दो टूक कहा कि व्यपारियों का हित सर्वप्रिय है व्यपारियों का नुकसान किसी कीमत पर बर्दाश्त नही किया जाएगा, डामरीकरण व सोलिग का कार्य रात में किया जाय,चुकी रात में कार्य करने के लिए मौसम भी अनुकूल है।
प्रतिनिधि मंडल ने संयुक्तरुप से कहा कि रात्रि में कार्य करने में सभी लोग पूर्ण रूप से विभाग को सहयोग करेंगे।
प्रतिनिधि मंडल के सदस्य विनय किरौला ने बताया कि एक लंबे संघर्ष के बाद जाखनदेवी मोटर मार्ग का कार्य प्रारम्भ हो पाया है,इस कार्य को जनवरी-फरवरी में हो जाना चाहिए था,चुकी पहाड़ो में ये समय टूरिस्ट के आगमन का समय है,व्यपारियों के लिए साल भर में यह समय व्यापार को बढ़ाने का समय है,निर्माण कार्य के चलते जाखनदेवी मोटर मार्ग वन-वे है,जिस कारण टुरिस्ट अल्मोड़ा माल रोड में न् आकर कर्बला बायपास से निकल जा रहे है,जिससे अल्मोड़ा नगर में व्यपार का भारी नुकसान हो रहा है।
अधिशासी अभियंता द्वारा प्रतिनिधि मंडल को पूर्ण आश्वस्त किया गया है कि ठेकेदार से वार्ता कर जल्द ही रात्रि में सोलिंग-डामरीकरण का कार्य किया जाएगा।

शिष्टमंडल में देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल अल्मोड़ा के जिला अध्यक्ष मनोज सिंह पवार, नगर अध्यक्ष संजय साह रिक्खू, नगर महामंत्री दीप चंद्र जोशी, उपाध्यक्ष आनन्द सिंह भोज, सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला, नीकेष उपाध्याय, उमेश उपाध्याय, हेम चन्द्र गुरुरानी, विक्रम साह, सुधीर गुप्ता, मनीष मल्होत्रा रहे।

सोशल मीडिया का क्रेज : सहेली के साथ रेलवे लाइन पर रील बनाते बनाते ट्रेन की चपेट में आई युवती, मौके पर हुई मौत

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देहरादून, इन दिनों सोशल मीडिया का क्रेज इतना बढ़ गया है कि ज्यादा लाइक्स और व्यूज पाने के चक्कर में आज की युवा पीढ़ी कुछ भी कर गुजरने को तैयार है। अपने फोल्लोवेर्स की संख्या बढ़ाने और लाइक्स व्यूज को कैसे बढ़ाना है बस इसी सोच में खोये कुछ युवा कुछ बड़ा और हैरतंगेज़ कारनामे करने के चलते हादसे का शिकार हो जाते है।
उत्तराखंड़ के रूड़की से जुडी ऐसी ही घटना आज हम आपको बताने जा रहे है, जहाँ दोनों सहेली रेलवे फाटक पर रील बनाने तो पहुंची लेकिन सहेली के साथ युवती को रील बनाना भारी पर गया, मिली जानकारी के मुताबिक दोनों सहेली साथ में रहीमपुर रेलवे फाटक गई थी। इस दौरान दोनों सहेलियां मोबाइल से रेलवे पटरी के किनारे खड़े होकर रील बनाने में लगी हुई थी। तभी ट्रेन आ गई और युवती की उसकी चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई, उसके साथ गई सहेली ने घर पहुंचकर घटना की जानकारी दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है।
गंगनहर कोतवाली पुलिस के अनुसार, वैशाली (20) निवासी हरिपुर टोंगिया बुग्गावाला, रुड़की में शिवपुरम स्थित अपने मामा नरेश के घर में रहती थी। बताया जा रहा है कि बुधवार शाम करीब छह बजे वह अपनी सहेली के साथ शिवपुरम कॉलोनी के पास रहीमपुर रेलवे फाटक गई थी। इस दौरान दोनों सहेलियां मोबाइल से रेलवे पटरी के किनारे खड़े होकर रील बनाने लगीं थी और इतने में ही युवती हादसे का शिकार हो गयी।

बताया जा रहा है कि इस दौरान हरिद्वार से सहारनपुर की तरफ एक ट्रेन जा रही थी, उसकी चपेट में वैशाली आ गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सहेली से मिली सूचना पर मामा के परिवार के लोगों सहित पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची। कोतवाली प्रभारी गोविंद कुमार ने बताया कि पता चला है कि हादसा मोबाइल पर रील बनाते समय हुआ है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

माँक ड्रिल- केदारनाथ यात्रा मार्ग पर चीरवासा में बादल फटा 10 की मौत कई घायल

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(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- केदारनाथ यात्रा मार्ग पर चीरवासा में आज बादल फटने की घटना सामने आई है। आज प्रात: 10 बजे जिला नियंत्रण कक्ष को सूचना प्राप्त हुई कि केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर चीरबासा हैलीपैड के समीप बादल फटने के कारण उक्त स्थान से गुजर रहे तीर्थ यात्रियों समेत मलबे के चपेट में आने से कई व्यक्ति घायल एवं हताहत हो गये हैं। सूचना मिलते ही त्वरित कार्यवाही करते हुए राहत एवं बचाव कार्य हेतु घटना स्थल के लिए आवश्यक उपकरणों सहित पुलिस, फायर, डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ, जिला प्रशासन की टीमें रवाना हुई। घटना स्थल पर पहुंचते ही टीमों ने रेस्क्यू कार्य प्रारम्भ किया गया। May be an image of 5 peopleइस घटना में 10 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है जिसमें 6 पुरुष 4 महिला शामिल हैं जबकि 6 लोगों के गम्भीर रूप से घायल होने की पुष्टि हुई है। घायल व्यक्तियों को हैलीकॉप्टर के माध्यम से उपचार हेतु एम्स ऋषिकेश भेजा गया तथा 17 घायल व्यक्तियों को उपचार हेतु स्टेजिंग एरिया सोनप्रयाग में लाया गया। घटना में 5 घोड़े एवं 7 खच्चर भी घायल हुए हैं जिनका पशु चिकित्सक द्वारा उपचार किया जा रहा है।
बता दें कि आगामी 10 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने हैं , यात्रा को सुरक्षित, सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए तथा आपदा जैसी घटना घटित होने पर त्वरित राहत एवं बचाव कार्य किए जाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा माँक ड्रिल किया गया जिसमें सभी विभागों ने आपसी समन्वय व माॅक ड्रिल में अपना पूर्ण योगदान दिया गया।