Tuesday, April 29, 2025
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फुटहिल चैप्टर देहरादून एवं तमतारा कैफे ने निकाली दमदार बाइक रैली

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–वाहन चलाते वक्त नशे का सेवन न करने का दिया संदेश

देहरादून, फुटहिल चैप्टर देहरादून एवं तमतारा कैफे की ओर से सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत बाइक रैली का आयोजन किया गया।
यह बाइक रैली हरिद्वार रोड से शुरू होकर सहस्त्रधारा, मसूरी रोड होते हुए राजपुर रोड के तमतारा कैफे तक आयोजित की गई। इस बाइक रैली में हार्ले डेविडसन के 1500 सीसी से ऊपर के सभी मॉडलो को राइडर्स ने शामिल किया एवं सुरक्षा जागरूकता का संदेश दिया। फुटहिल चैप्टर देहरादून की ओर से 25 बाइक राइडर्स शामिल हुए एवं सुरक्षा जागरूकता अभियान का संदेश लोगों तक पहुंचा।
फुटहिल चैप्टर देहरादून के डायरेक्टर सौरभ अग्रवाल ने कहा कि हमारे इस बाइक रैली का मुख्य उद्देश्य लोगों में नशे में वाहन चलाने से बचाना, वाहन चलाने वक्त यातायात नियमों का पालन करना, वाहन चलाने वक्त सीट बेल्ट एवं हेलमेट को पहने रहना है।
इसके अलावा वाहन चलाने वक्त अपने गति पर नियंत्रण रखना, पहाड़ी रास्तों पर वाहन चलाने वक्त अन्य वाहनों को रास्ता देना एवं गति को नियंत्रण रखना जैसे मुख्य बिंदुओं पर जन जागरूकता अभियान चलाना है।
इन नियमों का अगर कोई भी वाहन चालक पालन करता है तो वह सड़क पर चलने वक्त अपनी सुरक्षा के साथ-साथ दूसरे की सुरक्षा का भी ध्यान रखता है।
तमतारा कैफे राजपुर रोड के ओनर सुनीता वात्सल्य एवं वरुण नरूला ने इस रैली को होस्ट करते हुए काफी प्रसन्नता जाहिर की एवं उन्होंने कहा कि हमारा कैफे हमेशा से सामाजिक कार्यों को बढ़ावा दे रहा है एवं सामाजिक कार्य करने के लिए कोई भी व्यक्ति अगर आगे आता है तो हम उसे पूर्ण सहयोग देते हैं।
हम अक्सर सुनते हैं कि हमारे उत्तराखंड में सड़क हादसे बहुत होते हैं जिसमें काफी हद तक हमें पता चलता है कि वाहन चालक वाहन चलाने वक्त नशे में होता है एवं वह दुर्घटना का शिकार बन जाता है। हम सभी को एक साथ मिलकर इस जन जागरूकता अभियान में प्रतिभाग लेना चाहिए और सड़क दुर्घटना को कम करने में सहयोग देना चाहिए।
इस बाइक रैली में फुटहिल चैप्टर देहरादून की ओर से डायरेक्टर सौरभ अग्रवाल, आशीष रावत, हार्ले डेविडसन मैनेजर उत्तराखंड, अरुण शर्मा, ट्रेजरार, राज छेत्री, सचिव, समीर गुप्ता, एक्टिविटी ऑफिसर शामिल हुए एवं मुख्य सहयोगी के रूप में डिस्कवर उत्तराखंड ने सहयोग किया।

दून के 04 बड़े कारोबारियों पर छापा, शराब के कारोबार बड़े स्तर पर टैक्स चोरी का मामला

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देहरादून, उत्तराखंड में दूसरे राज्यों से करोड़ों रुपये की शराब लाई गई और जब वैट (वैल्यू एडेड टैक्स) जमा कराने की बारी आई तो कारोबारी कन्नी काट गए। शराब के कारोबार में बड़े स्तर पर की जा रही टैक्स चोरी को देखते हुए राज्य कर विभाग (स्टेट जीएसटी) की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (एसआइबी) देहरादून ने दून के चार बड़े शराब कारोबारियों पर छापेमारी की। कर चोरी से संबंधित 15 करोड़ रुपये के कारोबार की जानकारी सामने आई है। विभाग की कार्रवाई के बाद कारोबारियों ने 54 लाख रुपये मौके पर ही जमा करा दिए।
आयुक्त राज्य कर डा अहमद इकबाल के निर्देश पर अपर आयुक्त गढ़वाल पीएस डुंगरियाल ने संयुक्त आयुक्त एसएस तिरुवा के नेतृत्व में छापेमारी के लिए टीम गठित की। एसआइबी ने शराब कारोबारियों के चूना भट्टा, कांवली रोड, मोहब्बेवाला और आदर्श नगर क्षेत्र स्थित प्रतिष्ठान पर जांच की। छापेमारी के दौरान राज्य कर अधिकारियों ने कारोबार से संबंधित तमाम दस्तावेज कब्जे में लिए। जिनकी जांच भी शुरू कर दी गई।
अधिकारियों को पता चला कि कारोबारियों की खरीद पर वर्ष 2022-23 में 20 प्रतिशत की दर से टैक्स की देनदारी थी, जबकि वर्ष 2023-24 में टैक्स की देनदारी 12 प्रतिशत की दर से है। इस तरह कुल 02 करोड़ रुपये का टैक्स जमा नहीं कराया गया है। कर चोरी का मामला पकड़ में आता देख कारोबारियों ने 54 लाख रुपये मौके पर ही जमा करा दिए, जबकि शेष राशि शीघ्र जमा कराने का भरोसा दिलाया। वहीं, अधिकारियों ने कहा कि कर चोरी के प्रकरण का विस्तृत परीक्षण कराया जा रहा है।
शराब के कारोबार में कर चोरी को देखते हुए आने वाले दिनों में बार-रेस्तरां को भी जांच के दायरे में लिया जाएगा। कार्रवाई करने वाली टीम में उपयुक्त सुरेश कुमार, जयदीप रावत, अवनीश पांडे, उमेश दुबे, सहायक आयुक्त राम लाल जोशी, भूपेंद्र सिंह जंगपांगी, कंचन थापा, राज्य कर अधिकारी संगीता बिजल्वाण, राज्य कर निरीक्षक समेत 20 कार्मिक शामिल थे |
दूसरे राज्यों से शराब लाकर प्रदेश में कर कमा न करने वाले कारोबारियों की जानकारी राज्य कर विभाग आबकारी विभाग के माध्यम से एकत्रित करेगा। जो कारोबारी कर चोरी में लिप्त पाए जाएंगे, उनका लाइसेंस निरस्त कराने की कार्रवाई भी की जाएगी। विभाग की यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। ताकि कारोबार के मुताबिक कर जमा कराया जा सके। यह प्रदेश के विकास के लिए बेहद जरूरी भी है।

यमकेश्वर तालघाटी की मूल निवासी मनीषा चौहान का नेशनल भारतीय महिला हॉकी टीम में हुआ चयन

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पौड़ी (हरीश कंडवाल), हॉकी इण्डिया द्वारा भारतीय महिला हॉकी में सम्मिलित होने वाले खिलाड़ियों के नामों की घोषणा की गयी है, उत्तराखण्ड हरिद्वार श्यामपुर निवासी मनीषा चौहान का चयन भी हुआ है। चयनित टीम बेलज्यिम तथा इग्लैंड मेंं आयोजित होने वाली एफआईएच प्रो लीग में प्रतिभाग करेगी। मनीषा चौहान मूल रूप से जिला पौड़ी गढवाल के यमकेश्वर ताल घाटी के तल्ला कोटा गॉव की रहने वाली है। मनीषा के पिता ज्ञान सिंह चौहान बीएसएफ से बीते माह अप्रैल 2024 में रिटायर्ड हुए हैं, मॉ वीना देवी गृहणी है। मनीषा की इण्टर तक शिक्षा श्री राम विद्या मंदिर स्कूल श्यामपुर कॉगड़ी हरिद्वार में हुई। ग्रेजुएशन एसएमजैन हरिद्वार से किया और उसके बाद आईटीएम ग्वालियर से बीपीएड किया।
मनीषा क़े स्कूल कोच बलबिन्दर सिंह ने बताया कि मनीषा कि रूचि खेल में बचपन से ही थी। कक्षा 5 से ही मनीषा चौहान का हॉकी के प्रति रूझान दिखने लगा तो उसको इसके प्रति प्रेरित किया और उसके बाद उसने कड़ी मेहनत करनी प्रारम्भ की और पीछे मुड़कर नहीं देखा। स्कूल स्तर पर सी0बी0एस0ई0 द्वारा आयोजित नेशनल हॉकी प्रतियोगिता में कई बार अपने बेहतरीन प्रर्दशन से टीम को फाईनल में प्रवेश दिलाया और बेस्ट प्लेयर का खिताब जीता।

मनीषा चौहान ने जिला स्तर तथा राज्य स्तर पर होने वाली सभी हॉकी प्रतियोगिताओ में बेहतरीन प्रर्दशन करते हुये स्कूल तथा हरिद्वार जिले का नाम रोशन किया है। 2016 में हॉकी इण्डिया द्वारा आयोजित हॉकी इण्डिया जूनियर वूमन नेशनल प्रतियोगिता में मनीषा चौहान ने उत्तराखण्ड राज्य की टीम का कप्तान के रूप में प्रतिभाग किया। इस प्रतियोगिता में अपने बेहतरीन खेल से सभी को प्रभावित किया तथा हॉकी इण्डिया जूनियर वूमन नेशनल कैम्प में अपनी जगह बनायी।

2018 साई द्वारा चयन नेशनल सेंटर आफॅ एक्सिलेन्स, दिल्ली के लिए चयनित हुई 2019 साई की और से केन्या व बंग्लादेश खेलना गयी

2020 आल इडिंया इंटर यूनिवर्सिटी तथा फर्स्ट खेलो इडिंया में प्रतिभाग किया 2021 फर्स्ट हॉकी इडिंया सीनियर वूमन इंटर डिपार्टरमेंट नेशनल चेपियनशिप की कप्तान एवं बेस्ट मिडफिलडर का अवार्ड

वर्तमान में हॉकी इडिंया द्वारा आयोजित 14वीं हॉकी इडिंया सीनियर वूमन नेशनल चेपियनशिप २०२४, पुणे महाराष्ट्र में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुये प्लेयर आफ दा मैच का खिताब जीता। इसी प्रतियोगिता के दौरान मनीषा का चयन हॉकी इडिंया सीनियर वूमन नेशनल कैम्प के लिए हुआ और बाद में हॉकी इडिंया सीनियर वूमन नेशनल टीम में अपनी जगह बनाई।

स्कूल प्रबन्धक श्री राजीव भल्ला जी, श्री सदानन्द जी एवं प्रधानाचार्या श्रीमती बबीता अग्रवाल श्रीनिवास ने मनीषा की उपलब्धि पर उसको बधाई दी।

मनीषा के पिता ज्ञान सिंह चौहान ने बताया कि अभी तक मनीषा को उत्तराखण्ड सरकार की ओर से केई प्रोत्साहन नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि मनीषा की मेहनत और लगन का परिणाम एवं उसके कोच बलबिंदर सिहं के अथक मेहनत एवं प्रशिक्षण के बदौलत उनके द्वारा समय समय पर दिये जाने वाले मार्गदर्शन के फलस्वरूप मनीषा का चयन भारतीय महिला हॉकी टीम में हुआ है।
वहीं मनीषा के चाचा कृपाल सिंह चौहान ने बताया कि मनीषा के चयन होने से पूरे श्यामपुर और उसके विद्यालय और हमारे गॉव तालघाटी में हर्ष का माहौल है। उन्होंने कहा कि आज मनीषा ने भी साबित कर दिया कि मध्यम परिवार की बेटियॉ भी अगर चाहे और अपना लक्ष्य को केन्द्रित रखे तो अपना मुकाम हासिल कर सकती हैं। मनीषा बचपन से ही अपने लक्ष्य के प्रति सजग रही। वहीं मनीषा की मॉ बीना देवी ने बताया कि मनीषा शुरू से ही मेहनती रही है, उसका खेल के प्रति लगन और जुनून का परिणाम रहा कि वह एक छोटे से गॉव और तालघाटी से निकलकर श्यामपुर जैसी जगह से अपने हुनर के बदौलत इस लक्ष्य को हासिल कर पाने मे सफल रही।
मनीषा कि इस उपलब्धि से उनके परिवार स्कूल और पूरे गृह क्षेत्र यमकेश्वर ताल घाटी में हर्ष का माहौल हैं |

पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष बने रवि बिजारनिया

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अनिल सती सचिव और सुरेश चन्द्र भट्ट बने कोषाध्यक्ष

जनसंपर्क क्षेत्र से जुड़े लोगों का देश में सबसे बड़ा संगठन है पीआरएसआई

देहरादून। पीआरएसआई देहरादून चैप्टर की आमसभा में रवि बिजारनिया को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया है। श्री बिजारनिया वर्तमान में सूचना विभाग में उपनिदेशक पद पर कार्यरत हैं। इसी प्रकार अनिल सती को सचिव और सुरेश चन्द्र भट्ट को कोषाध्यक्ष के साथ ही डॉ. ए. एन. त्रिपाठी उपाध्यक्ष, राकेश डोभाल संयुक्त मंत्री के पद पर फिर से चुना गया है।

इस अवसर पर पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के नव नियुक्त अध्यक्ष श्री रवि बिजारनिया ने कहा कि पीआरएसआई संगठन सरकार की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए सेतु का काम करेगा। इसके लिए सूचना तकनीक और सोशल मीडिया का विशेष रूप से उपयोग किया जायेगा। लोकहित और सामाजिक सरोकार से जुड़े विषयों पर नियमित तौर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उत्तराखंड की संस्कृति, पर्यटन, व्यंजन, को पीआरएसआई के राष्ट्रव्यापी नेटवर्क के माध्यम से प्रचारित करने का प्रयास किया जायेगा। श्री बिजारनिया ने सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के सभी विभागों और संगठनों के जनसंपर्क से जुड़े लोगों को संगठन से जोड़ने की कोशिश की जाएगी।

इस अवसर पर निवर्तमान अध्यक्ष अमित पोखरियाल ने सभी सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष के रूप में उनके द्वारा विभिन्न कार्यक्रम किये गए है। उन्होंने नवनिर्वाचित अध्यक्ष और कार्यकारिणी के सदस्यों को बधाई दी। इस अवसर पर पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के पूर्व अध्यक्ष विमल डबराल, एनसी मेंबर अनिल वर्मा, रजनीश त्रिवेदी, सुश्री जूली शालनी, सदस्य वैभव गोयल, ज्योति नेगी, शिवांगी सिंह, संजय सिंह, महेश कुमार, आकाश शर्मा, सुधाकर भट्ट, आलोक तोमर, प्रताप सिंह बिष्ट, डॉ. पीसी जोशी आदि उपस्थित थे। पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के कोषाध्यक्ष सुरेश चंद्र भट्ट द्वारा सभी का स्वागत किया गया, जबकि सचिव अनिल सती द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया।

पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई) की स्थापना 1958 में की गई थी। ये जनसंपर्क से जुड़े लोगों का देश का सबसे बड़ा संगठन है। इसमें सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्र के जनसंपर्क से जुड़े लोग शामिल हैं। इसका उद्देश्य रणनीतिक प्रबंधन में जनसंपर्क प्रोफेशन को आगे बढ़ाना है। देश भर में 25 चैप्टर और 4 हजार से अधिक सदस्यों वाला ये राष्ट्रीय संगठन पीआर प्रोफेशनल को प्रभावी प्लेटफार्म उपलब्ध कराता है। देहरादून चैप्टर की स्थापना 1990 में की गई थी।

पॉलिथीन के खिलाफ चलाया अभियान

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हरिद्वार (कुलभूषण) नगर निगम हरिद्वार द्वारा पोलोथीन के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के चलते जगजीतपुर पीठ बाजार क्षेत्र में अभियान चला कर प्रतिबंधित 30 किलो प्रतिबंधित पालीथीन को जब्त किया। तथा भविष्य मे पालीथीन का प्रयोग नहीं करने की चेतावनी दी।इस अवसर पर निरीक्षक सुनीत कुमार ने बताया कि मुख्य नगर आयुक्त के निर्देशानुसार वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देशन में पालीथीन के विरुद्ध अभियान नगर के विभिन्न क्षेत्रो मे जारी है।
इसी क्रम मे शनिवार को जगजीतपुर पीठ बाजार क्षेत्र मे अभियान चलाया गया।इस दौरान विभिन्न आठ चालान काटे गये तथा जुर्माने के रूप मे दो हजार सात सौ रुपये वसूले गये।इस दौरान निरीक्षक सुनीत कुमार विकास चौधरी पर्यावरण पर्यवेक्षक बलराम और दीपक पी आर डी जवान अभियान मे शामिल रहे।

उत्तराखंड वन विकास निगम के अध्यक्ष स्व. कैलाश गहतोड़ी की अस्थियां गंगा में प्रवाहित

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हरिद्वार। उत्तराखंड वन विकास निगम के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक स्व. कैलाश चन्द्र गहतोड़ी की अस्थियां आज दोपहर गंगा जी में विसर्जित कर दी गईं। उनके भतीजे दीपक गहतोड़ी ,मुकेश गहतोड़ी तथा चचेरे भाई मनोज गहतोड़ी अस्थि कलश लेकर हरकी पैड़ी पहुंचे।हरकी पैड़ी पर तीर्थ पुरोहित संजय भगत ने ब्रह्मकुंड में विधि विधान के साथ गंगा में अस्थि विसर्जन का कार्यक्रम सम्पन्न कराया। स्व. कैलाश गहतोड़ी के अभिन्न रहे चचेरे भाई मनोज गहतोड़ी ने बताया कि पारिवारिक लोगों को वह किसी भी राजनैतिक कार्यक्रम से हमेशा दूर रखते थे,वह हमेशा पारिवारिक जनों को सामान्य लोगो की तरह सभ्य आचरण रखने की सीख देते थे। इसीलिए वह आम जनता के विधायक अपने अंतिम कार्यकाल तक बने रहे। । उन्होंने बताया कि वह हमेशा राजनीति में शुचिता के पक्षधर थे, चंपावत के हर गाँव तक बिजली,पानी,सड़क पहुचाकर उन्होंने लोगों का जीवन आसान बनाया । इसी कारण वह आम लोगों में सर्वाधिक लोकप्रिय हुए। त्याग तपस्या और समर्पण के साथ उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अपनी सीट खाली कर चुनाव लड़वाया। अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में उनके भतीजे मुकेश गहतोड़ी, दीपक गहतोड़ी, चचेरे भाई मनोज गहतोड़ी, भांजे योगेश खर्कवाल,शैलेन्द्र प्रकाश शर्मा ससुर, शरद शर्मा साले, अनिरुद्ध शर्मा,मनी गुप्ता, डॉ शिवशंकर जायसवाल, प्रोफेसर डॉ दिनेश शास्त्री कुलपति शामिल रहे।

मुख्यमंत्री ने वनाग्नि, चारधाम यात्रा, पेयजल व विद्युत आपूर्ति को लेकर की महत्वपूर्ण बैठक

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नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक कर जारी किए दिशा-निर्देश
देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन से प्रदेश में वनाग्नि, पेयजल समस्या, आगामी चारधाम यात्रा, विद्युत आपूर्ति आदि महत्वपूर्ण विषयों पर राज्य शासन के आलाधिकारियों व सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक कर दिशा-निर्देश जारी किए।

वनाग्नि को लेकर ऊपर से लेकर नीचे तय तय की जाए जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में वनाग्नि को लेकर कहा कि हमारे सामने वनाग्नि बड़ी चुनौती के रूप में उभरी है। उन्होंने मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी को निर्देशित किया कि इस मामले में ऊपर से नीचे तक अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यालय स्तर पर तैनात सभी अधिकारियों को प्रभागों की जिम्मेदारी बांटी जाए और इन सभी से नियमित रिपोर्ट ली जाए। उन्होंने कहा कि वनाग्नि रोकने के कार्य में जिलाधिकारी भी वन विभाग का पूर्ण सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें यह भी सुनिश्चित करना है कि जो फायर वॉचर्स फील्ड में कार्यरत हैं उनकी भी सुरक्षा के उपाय किये जायें और इसके लिए उनके हेतु बीमा आदि विकल्पों पर विचार किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डीएफओ और उनसे उच्च स्तर के अधिकारी मौके पर जरूर जाएं। उन्होंने कहा कि कार्यालय में बैठकर आग पर काबू नहीं पाया जा सकता। इसके लिए जो भी कड़ी कार्रवाई की जानी है वह की जाए। जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे परिस्थितियों के हिसाब से निर्णय लें।

मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि वनाग्नि के मामले में एक सप्ताह में सकारात्मक परिणाम नजर आएंगे। नवनियुक्त हॉफ के द्वारा मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि अब तक वनाग्नि के प्रकरणों में कुल 350 केस दर्ज किए जा चुके हैं जिनमें 60 नामजद मुकदमे दर्ज किए गए। उन्होंने कहा कि जहां कहीं से भी घटना की सूचना मिल रही है वहां तत्काल टीमें भेजकर एक से छह घंटों में आग पर काबू पा लिया जा रहा है।
मुख्य सचिव द्वारा इस दौरान मुख्यमंत्री को यह भी अवगत कराया गया कि पिरूल को लेकर एनटीपीसी के साथ राज्य सरकार का करार हो चुका है और एनटीपीसी ने राज्य से पिरूल लेना शुरू भी कर दिया है। ऐसे में आगामी समय में यह भी आग लगने से बचाव में कारगर साबित होगा।

चारधाम यात्रा, चुनौती भी है और परीक्षा भी, अच्छा संदेश लेकर जाएं श्रद्धालु
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि चारधाम यात्रा हमारे लिए चुनौती भी और परीक्षा की घड़ी भी। उन्होंने डीजीपी को निर्देशित किया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि मंदिर परिसरों में तैनात सुरक्षाकर्मी श्रद्धालुओं के साथ अच्छा व्यवहार करें और उनकी मदद के लिए तत्काल आगे आएं। उन्होंने कहा कि जो भी श्रद्धालु यहां से जाए वह अपने साथ एक अच्छा सन्देश लेकर जाए। उन्होंने कहा कि यात्रा के शुरुआती 15 दिन हमारे लिए बहुत चुनौतीपूर्ण हैं और इस हेतु आवश्यक निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इन 15 दिनों में वीआईपी का मूवमेंट कम से कम हो। उन्होंने कहा कि चारधाम की हर तरह की सूचना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार किया जाए ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि यात्रा मार्गों पर साफ-सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्य सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग द्वारा यात्रा रूट पर अतिरिक्त सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं के लिहाज से पर्याप्त संख्या में डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ की रोटेशन में तैनाती के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा शिकायतें हेली सेवाओं को लेकर आती है, इस पर बहुत ज्यादा सख्ती करने की जरूरत है। डीजीपी अभिनव कुमार द्वारा अवगत कराया गया कि डीआईजी लॉ एंड आर्डर को ट्रैफिक प्रबंधन के लिहाज से भी जिम्मेदारी दी गयी है। लक्ष्मण झूला, मुनि की रेती, शिवपुरी वाले मार्ग पर लगने वाले जाम के मद्देनजर देहरादून के एसपी देहात को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। एडिशनल एसपी कोटद्वार व सीओ नरेन्द्र नगर उनका सहयोग करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विभाग और अधिकारी ओनरशिप लेकर एक पॉजिटिव भाव के साथ कार्य करें।

पेयजल के लिहाज से अभी चुनौती आना शेष, इसलिए अभी से तैयारियों को पुख्ता बनाएं
बैठक में मुख्यमंत्री को सचिव पेयजल अरविंद सिंह ह्यांकी द्वारा अवगत कराया गया कि राज्य में कुल 317 गांव व शहरी क्षेत्रों में 148 मोहल्ले चिन्हित किये गए हैं जहां पेयजल की समस्या है और इन क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति हेतु तमाम विकल्पों के जरिये पेयजल पहुँचाने के प्रयास किए जा रहे हैब। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा शिकायतें देहरादून, नैनीताल, पिथौरागढ़, डीडीहाट, कोटद्वार, चम्पावत से प्राप्त हो रही हैं। साथ ही 1 अप्रैल से 30 जून तक समस्त जिलों में कमर्शियल कंस्ट्रक्शन के लिए कनेक्शन देने पर रोक लगाने के साथ ही समस्त डीएम को निर्देशित किया है कि वे वर्कशॉप्स में वाहनों को ड्राई वाश किया जाए यह सुनिश्चित करें। अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने बताया कि सभी जिलाधिकारियों को हर जिले में 10-10 छोटे नाले धारे चिन्हित कर इन्हें पुनर्जीवित करने का लक्ष्य दिया गया है। इसी तरह राज्य स्तर पर 10 छोटी नदियों को चिन्हित किया जा रहा है जिन्हें पुनर्जीवित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि 1 से 7 जून तक भारत सरकार जल संरक्षण अभियान शुरू करने जा रही है, जिसकी राज्य स्तर पर भी तैयारियां गतिमान हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संरक्षण हमारे लिए चुनौती है। उन्होंने कहा कि समस्त सरकारी भवनों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग व सौर ऊर्जा के इंतजाम किये जायें। उन्होंने कहा कि पेयजल के लिहाज से अभी चुनौती आना शेष है, इसलिए अभी से तैयारियों को पुख्ता बनाएं।

चारधाम यात्रा मार्गों पर सड़कें हों चकाचक
मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 मई को चारधाम यात्रा प्रारंभ होने से पहले समस्त सड़कें चकाचक हो जानी चाहिए। लोनिवि सचिव पंकज पांडेय ने अवगत कराया कि अपर सचिव व अन्य अधिकारियों के द्वारा नियमित रूप से फील्ड विजिट की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 मई तक सभी सड़कों की स्थिति ठीक होनी चाहिए यह सुनिश्चित किया जाए।

विद्युत आपूर्ति के लिहाज से लघु व दीर्घकालिक योजनाओं पर करें काम
सचिव ऊर्जा मीनाक्षी सुंदरम द्वारा अवगत कराया गया कि चारधामों में 24×7 बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए दो अधिकारियों की ड्यूटी चारधाम के लिए लगाई गई है। उन्होंने बताया कि केदारनाथ व बद्रीनाथ धाम में 23 केवी के सब स्टेशन का निर्माण प्रगति पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में और भी ज्यादा विद्युत की आवश्यकता होगी, इसके लिए हमें लघु और दीर्घकालिक दोनों योजनाओं पर काम करना है।

चारधाम यात्रा हेतु 08 मई से ऋषिकेश और हरिद्वार में शुरू होंगे ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन

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देहरादून(आरएनएस)। चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन के बाद अब ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी कराए जा सकेंगे। शनिवार को पर्यटन विभाग ने आठ मई से ऋषिकेश और हरिद्वार में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू करने का निर्णय किया। पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे के अनुसार श्रद्धालु हरिद्वार में राही मोटल तथा ऋषिकेश में यात्रा पंजीकरण कार्यालय एवं ट्रांजिट कैम्प में यात्री अपना ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। प्रत्येक धाम के लिए प्रतिदिन ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सीमा ऋषिकेश में एक हजार और हरिद्वार में 500 निर्धारित की गयी है। श्रद्धालु चारों धामों की यात्रा के लिए पंजीकरण काउन्टरों पर अधिकतम तीन दिन के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।इसके साथ ही तीर्थ पुरोहितों के साथ समन्वय के लिए अहम फैसला किया गया है। पर्यटन विभाग और तीर्थ पुरोहित महापंचायत के पुरोहित के साथ बैठक में चारों धाम में समन्वय के लिए तीर्थ पुरोहित तय किए गए हैं। हर धाम में दो तीर्थ पुरोहित को इसके लिए चुना गया है।
यमुनोत्री धाम से पुरूषोत्तम उनियाल,अनिरूद्ध उनियाल, गंगोत्री धाम से रजनीकांत सेमवाल, निखिलेश सेमवाल, केदारनाथ धाम से संतोष त्रिवेदी, पंकज शुक्ला को जिम्मेदारी दी गई है। जबकि बदरीनाथ धाम से बृजेश सती व प्रवीन ध्यानी को चुना गया है।
तीर्थ पुरोहित धामों के यात्रा प्रबन्धन की वास्तविक स्थिति से पर्यटन विभाग को समय पर अवगत करवाते रहेंगे। साथ ही श्रद्धालुओं हेतु अतिरिक्त सुविधाओं के लिए विभाग को अपने सुझाव भी देंगे। पयर्टन सचिव ने कहा कि तीर्थपुरोहित और पर्यटन विभाग के समन्वय से यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं को शीघ्रता से हल करने में सुविधा होगी। साथ ही भविष्य के लिए बेहतर योजना तैयार करने में सहायता मिलेगी।

शेरवानी खरीदने के लिए निकला दूल्हा लापता

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काशीपुर(आरएनएस)।  शेरवानी खरीदने के लिए शनिवार की सुबह घर से 15 हजार रुपये लेकर निकला दूल्हा रहस्यमय ढंग से लापता हो गया। दिनभर तलाश करने के बाद भी उसका कहीं कोई सुराग नहीं लग सका। बारात रामनगर जानी थी। परिजन और रिश्तेदार युवक की तलाश में जुटे हुए हैं। वहीं इसकी खबर वधू पक्ष को मिली तो नाराज होकर अब रिश्ता करने से इंकार कर दिया। मोहल्ला विजयनगर नईबस्ती निवासी एक युवक का रिश्ता रामनगर से तय हुआ था। शनिवार को दोपहर 12 बजे उसकी बारात जानी थी। दोनों परिवारों में शादी की तैयारियां जोर-शोर से चल रही थीं। शनिवार की सुबह युवक ने अपनी मां से बाजार से शेरवानी खरीदकर लाने के लिए 15 हजार रुपये लिए। सुबह करीब साढ़े आठ बजे वह घर से निकल गया। दो घंटे बाद भी वह वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। उसका मोबाइल भी बंद आने लगा। परिजन और रिश्तेदारों ने तमाम संभावित स्थानों पर उसकी तलाश की, लेकिन शाम तक भी उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। परिजनों ने रामनगर में वधू पक्ष से संपर्क कर उन्हें इस बारे में जानकारी दी। बारात नहीं पहुंचने से वधू पक्ष की सारी तैयारियां धरी रह गईं। इस घटना से सदमें में आए वधू पक्ष के लोगों ने अब रिश्ता करने से साफ इंकार कर दिया है। दोनों पक्षों के बीच विवाद की स्थिति बनी हुई है। युवक के परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस को दे दी है। उनका कहना है कि रिश्ते को लेकर युवक खुश दिखाई दे रहा था। उसकी तरफ से नाराजगी का कोई संकेत नहीं मिला था। वह कैसे और क्यों लापता हुआ, किसी को पता नहीं।

आम जनता के विरोध के चलते, इन शराब की उप दुकानों का आवंटन रदद

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देहरादून में विभिन्न स्थानों पर जिलाधिकारी के अनुमोदनोंपरान्त अधोहस्ताक्षरी द्वारा मदिरा उप दुकानों के लिए आवंटन जारी किये गये थे परंतु इन दुकानों का स्थानीय लोगों के द्वारा भारी जनविरोध और ना खोले जाने को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया।
जिला आबकारी अधिकारी राजीव सिंह चौहान ने बताया की लोगों के आक्रोश के कारण कानून व्यवस्था के समक्ष विपरीत स्थिति उत्पन्न हो रही थी। इन परिस्थितियों का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी/लाईसेंस प्राधिकारी द्वारा कानून व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए इन मदिरा उप दुकानों के आवंटन को तत्काल प्रभाव से अग्रिम आदेशों तक निलम्बित किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।
उन्होंने बताया की जिलाधिकारी/लाईसेंस प्राधिकारी के निर्देशानुसार पूर्व में आवंटित रायवाला, मोहकमपुर, कारगी चौक, हेडवाली और लाल तप्पड़ में स्वीकृत की गई, मदिरा की उप दुकानों का आवंटन अग्रिम आदेशों तक निलम्बित किया गया है।