Wednesday, April 30, 2025
Home Blog Page 277

मसूरी देहरादून मार्ग पर अनियंत्रित होकर वाहन खाई में गिरा, पांच की मौत, एक गंभीर घायल

0

देहरादून, मसूरी-देहरादून मार्ग पर चूनाखाल के पास एक वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गया। हादसे में चार युवकों समेत पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि एक युवती गंभीर रूप से घायल बताई जा रही है। वाहन में कुल छह लोग सवार थे।

कोतवाल अरविंद चौधरी ने बताया घटना शनिवार सुबह करीब पांच बजे की है, हादसे में तीन की मौके पर ही मौत हो गई। घायलों को खाई से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, जिसमें से दो और लोगों ने दम तोड़ दिया। हादसे में जान गंवाने वालों में चार युवक और एक युवती शामिल हैं। जबकि एक युवती गंभीर रूप से घायल है। सुबह एमडीटी के माध्यम से सुचना प्राप्त हुई कि झड़ीपानी रोड, मसूरी पर गाड़ी गिर गई हैं। फायर स्टेशन मसूरी व फायर स्टेशन देहरादून से रेस्क्यू के लिए फायर यूनिट भेजी गई। गाड़ी में 6 लोग थे जिसमे से 3 लोगों की मौके पर मृत्यु हो गई थी तथा 3 घायलों को रेस्क्यू कर एंबुलेंस द्वारा अस्पताल भेजा गया

नाम पता मृतक :

1- अमन सिंह राणा पुत्र राजेश सिंह राणा, निवासी शंकरपुर, निकट डी0आई0एम0एस0 कॉलेज गेट, सहसपुर, उम्र 22 वर्ष, ( IMS यूनिवर्सिटी )
2- दिंग्याश प्रताप भाटी पुत्र देवेन्द्र सिंह भाटी, निवासी पैटलवुड अपार्टमेंट, ज्वालापुर हरिद्वार, उम्र 23 वर्ष ( IMS यूनिवर्सिटी )
3- तनुजा रावत पुत्री सोहन सिंह, निवासी दुर्गा कालोनी, रूडकी हरिद्वार, उम्र 22 वर्ष ( IMS यूनिवर्सिटी )
4- अशुतोष तिवारी पुत्र वीर बहादुर तिवारी, निवासी निकट थाना नागपानी, रमिला, गांउड पैरामाउंट एक्सपोर्ट, मुरादाबाद, उत्तरप्रदेश
5- हृदयांश चन्द्र पुत्र हरिश चन्द्र निवासी ए0टी0पी0 कालोनी, अनपरा सोनभद्र, उत्तरप्रदेश, उम्र 24 वर्ष ( D.I.T यूनिवर्सिटी)

नाम पता घायल :
1- नयनश्री पुत्री संजय कुमार, निवासी न्यू विकास एलक्लेव, रोहतक रोड, मेरठ, उम्र 24 वर्ष ( IMS यूनिवर्सिटी )

अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय शिक्षक संघ का द्विवार्षिक अधिवेशन कल, शिक्षकों के विभिन्न मुद्दों पर होगी चर्चा

0

अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय शिक्षक संघ देहरादून संभाग का अधिवेशन रविवार 5 मई को
दस शिक्षकों को मिलेगा देवभूमि शिक्षक रत्न सम्मान

देहरादून, अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय शिक्षक संघ देहरादून संभाग का द्विवार्षिक अधिवेशन केंद्रीय विद्यालय सर्वेक्षण विभाग क्रमांक 2 में रविवार 5 मई को सम्पन्न होगा ! एआईकेवीटीए देहरादून संभाग के महासचिव डी एम लखेड़ा ने बताया सम्मेलन में मुख्य अथिति के रूप में  नरेश बंसल माननीय राज्यसभा सांसद भारत सरकार शिरकत करेंगे , सम्मेलन में 10 शिक्षकों को देवभूमि शिक्षक रत्न सम्मान 2024 से नवाजा जाएगा साथ ही साथ नई कार्यकारिणी के चयन के उपरांत केंद्रीय विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी !
द्वीवार्षिक समारोह में अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय शिक्षक के राष्ट्रीय महासचिव नारायण लाल केंद्रीय पर्यवेक्षक एवं श्रीमती बसन्ती खम्पा प्राचार्य केन्द्रीय विद्यालय बीरपुर क्षेत्रीय कार्यलय के प्रतिनिधि के रूप में उपस्थिति होंगे, आंचलिक प्रशिक्षण संस्थान जीट चंडीगढ़ से सुनील सैनी एवं पूर्व महासचिव एडवोकेट ए एस कपूर विशिष्ट अथिति होंगे !केवींत्सा के अध्यक्ष संजय गुसाईं को चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है, सम्मेलन में देहरादून संभाग के शिक्षक भाग लेंगे !

कोविशील्ड की खुराक लेने वाले नहीं घबराएं, 3-3 राष्ट्रपतियों के डॉक्टर ने गिनाए वैक्सीन के फायदे

0

नई दिल्ली (आरएनएस)। कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका के द्वारा लंदन की अदालत में साइड इफेक्ट्स को लेकर स्वीकारोक्ति के बाद भारत में लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। ये ऐसे लोग हैं, जिन्होंने कोरोना संक्रमण से खुद को बचाने के लिए वैक्सीन की खुराकें ली थी। इस बीच देश के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड-19 की वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ के प्रतिकूल प्रभाव के बारे में ब्रिटेन में आयी खबरों से आम जनता को घबराने की जरुरत नहीं है बल्कि ऐसी वैक्सीन के कारण लोगों की जान बची हैं।
दिवंगत प्रणव मुखर्जी समेत देश के तीन राष्ट्रपति के निजी चिकित्सक रह चुके डॉ. मोहसिन वली ने न्यूज एजेंसी यूनीवार्ता से शुक्रवार को विशेष बातचीत में कहा कि कोरोना महामारी के आपातकाल के समय अधिक से अधिक लोगों की जान बचाने के लिए कम अवधि के शोध में तैयार वैक्सीनों में से एक ‘कोविशील्ड’ के दुष्प्रभाव की पुष्टि नहीं हुई है और न ही इसके बारे कोई अनुसंधान सामने आया है।
डॉ. वली ने कहा,“ मेरा मानना है कि लोगों को वैक्सीन के बारे में ब्रिटेन में जो हो रहा है, उसे अपने देश से नहीं जोड़ना चाहिए। वह न्यायालय और मुआवजे का मामला है। मैं तो कहता हूं कि इससे बहुत लाेगों की जान बची है। अगर साइड इफेक्ट की बात करनी ही है, तो यह दुर्लभ मामलों में कही गयी है। वैज्ञानिक किसी भी वैक्सीन के गुण -दोष पर उसे सुरक्षित मानते हैं। अगर एक वैक्सीन से लाखों लोगों की जान बचती है और कुछेक लोगों पर यह कुछ नकारात्मक प्रभाव छोड़ती है, तो उसके गुण के आधार पर इसे सुरक्षित मानकर लाखों जिंदगियां बचाई जाती हैं।”
उन्होंने कहा,“किसी ने भारत में अगर कोविशील्ड अथवा कोवैक्सीन लगवायी और अभी तक उन्हें कुछ हुआ नहीं, तो वे सुरक्षित हैं ,क्योंकि इसका किसी भी तरह का साइड इफेक्ट होता तो अब तक हो जाता। हाल ही में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने इस बात की पुष्टि की है कि हमारी दोनों वैक्सीन सुरक्षित हैं और आगे जाकर कुछ होता है, तो इस पर शोध जारी है।”
उन्होंने कहा, “लाॅन्ग कोविड का प्रभाव जरुर देखा जा रहा है जो ब्रेन फॅाग, मेमोरी लाॅस आदि है। इसे वैक्सीन से नहीं जोड़ा जा सकता । थ्रोम्बोसिस थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया संड्राेम(टीटीएस) वैक्सीन से हुआ है, अथवा कोविड से हुआ, इसका पता लगाना मुश्किल है। क्योंकि टीटीएस के मामले उन लाेगों में भी देखे गये थे जिन्हें कोविड हुआ। था। मेरी क्लीनिक में करीब चार हजार काेविड मरीजों का इलाज हुआ था, जो डाक्यूमेंटेड है, उनमें अब लाँग कोविड का प्रभाव देखा जा रहा है। मेरे पास आये एक मरीज के पैर में टीटीएस था। टीटीएस को कोविड और वैक्सीन से जोड़ने के लिए शोध की जरुरत है। इस बीमारी से शरीर में खून के थक्के जम जाते हैं और प्लेटलेट की संख्या गिर जाती है। ”
गंगाराम अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव पासे ने भी माना है कि कोविशील्ड से देश में इस तरह के दुष्प्रभाव का मामला ना के बाराबर है। जिन्हें काेविड हो चुका अथवा जिन्होंने कोई भी कोविड वैक्सीन लगवाई है,उन्हें समय- समय पर अपने स्वास्थ्य की जांच करवानी चाहिए। छह माह के नियमित अंतराल में दिल से संबंधित सभी जांच आवश्यक है। यह जांच केवल कोविड अथवा वैक्सीन के दुष्प्रभावों के लिए आवश्यक नहीं है,बल्कि आज की बदलती जीवन शैली और खान-पान के कारण भी स्वास्थ्य पर कई तरह के दुष्प्रभाव देखे जा रहे हैं। कोविड से उबरे लोगों को अचानक भारी कसरत, जिमिंग आदि नहीं करना चाहिए। डॉ. पासे ने कहा,“ सुबह-शाम की सैर और हल्के-फुल्के व्यायाम से अच्छे स्वास्थ्य की ओर कदम बढ़ाया जा सकता है। ” उल्लेखनीय है कि कोविशील्ड की जांच के लिये बुधवार को उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दाखिल की गयी। इसमें कहा गया है कि कोविशील्ड के साइड इफेक्ट की जांच करने के लिए एक्सपर्ट पैनल बनाने का निर्देश जारी किया जाये।
भारत में सबसे पहली कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड है। इसे पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ने बनाया है। कोविशील्ड फॉर्मूला ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका से लिया गया है। एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन की अदालत में माना है कि उसकी वैक्सीन से दुर्लभ मामलों में थ्रॉम्बोटिक थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम यानी टीटीएस जैसे साइडइफेक्ट हो सकते हैं।
डॉ. वली पूर्व राष्ट्रपति आर. वेंकटरमन, शंकर दयाल शर्मा और प्रणव मुखर्जी के निजी चिकित्सक रह चुके हैं। भारत के राष्ट्रपति के लिये एक चिकित्सक के रूप में उनकी पहली नियुक्ति 33 वर्ष की उम्र में  वेंकटरमन के साथ थी , जिससे वह भारतीय राष्ट्रपति की सेवा करने वाले सबसे कम उम्र के चिकित्सक बन गये। वह भारत के तीन राष्ट्रपति की सेवा करने वाले एकमात्र चिकित्सक हैं । भारतीय चिकित्सा में उनके योगदान के लिये सरकार ने उन्हें वर्ष 2007 में पद्म  से सम्मानित किया।

मोबाइल पर अब दिखेगा कॉल करने वाले का नाम, ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों को दिए ये निर्देश

0

नई दिल्ली  । भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने देशभर में टेलीकॉम कंपनियों को कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन लागू करने का आदेश दिया है, जिसके बाद अगर आपके फोन पर कोई अनजान व्यक्ति कॉल करेगा तो उसका नाम आपको अपने फोन की स्क्रीन पर दिखाई देगा।
स्मार्टफोन यूजर्स अपने फोन में अनजान कॉल के बारे में जानकारी लेने के लिए थर्ड पार्टी ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें बहुत सारे यूजर्स ट्रू कॉलर का इस्तेमाल करते हैं। थर्ड पार्टी ऐप्स अपनी सुविधाएं देने के लिए इस्टॉल होने के टाइम पर बहुत सारी परमिशन मांगते हैं, जिसमें कॉन्टैक्ट डिटेल, फोन गैलरी, स्पीकर, कैमरा और कॉल हिस्ट्री की जानकारी शामिल होती है। अगर आप इन सभी की परमिशन नहीं देते हैं तो ये थर्ड पार्टी ऐप काम नहीं करते और अगर आप परमिशन दे देते हैं तो आपकी पर्सनल डिटेल लीक होने का डर बना रहता है।
ट्रायल हुआ शुरू
ट्राई ने देशभर में मौजूद सभी दूरसंचार कंपनियों को कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन फीचर रोलआउट करने का निर्देश दिया है। जिसके बाद देश में मौजूद मोबाइल सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों ने इसका ट्रायल शुरू कर दिया है। ट्राई के अनुसार, अगर ये ट्रायल सफल होता है तो कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन फीचर देशभर में लागू किया जाएगा। जिसके बाद आपको अननॉन नंबर के बारे में जानकारी करने के लिए किसी भी थर्ड पार्टी ऐप की जरूरत नहीं होगी।

राज्य के जलस्रोतों, जलधाराओं और नदियों के पुर्नजीवीकरण को लेकर संयुक्त नागरिक संगठन ने सीएस को भेजा पत्र

0

देहरादून, उत्तराखंड में नदियों, जल स्रोतों के पुनर्जीवीकरण की योजना के कार्यान्वयन हेतु प्रस्तावित योजनाओं को धरातल पर उतारे जाने हेतु जनपदों में सक्रिय पर्यावरणविदों, पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यरत संस्थाओं से भी सहयोग लिये जाने की जरूरत पर जोर देते हुए मुख्य सचिव उत्तराखंड़ को पत्र के माध्यम से मांग की गयी ।
संयुक्त नागरिक संगठन ईमेल से भेजे गये पत्र में राज्य के जलस्रोतों, जलधाराओं और नदियों के पुनर्जवीकरण पर विभागीय अधिकारियों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए, गंभीरतापूर्वक नही लेने तथा जिलास्तर पर एक्शन प्लान प्रस्तुत न करने वाले सभी लापरवाह दोषी विभागीय अधिकारियों को जांच के आधार पर कठोर चेतावनी, निलम्बन, प्रतिकूल प्रविष्टियां की भी मांग की गयी है।
योजनाओं की रूप रेखा तथा इनके तेजी से कार्यान्वयन को लेकर बैठकों में स्थानीय स्तर पर पर्यावरण संरक्षण में लगे समर्पित पर्यावरणविद और समाजिक संस्थाओं का भी सहयोग जरूरी बताते हुए इनमें आमजन की सहभागिता, सहयोग और मानीटरिंग को भी जनहित में बताया गया है।

सीएस को भेजे पत्र के अन्त में जल संरक्षण अभियान 2024 के तहत हर ब्लॉकवार सूख रहे 10 स्प्रिंग, जनपदवार 20 सूख रही जलधाराओं और नदियों का चिन्हीकरण के निर्देश को भी स्वागत योग्य बताते हुए संगठन के महासचिव सुशील त्यागी के अनुसार दून की रिसपना को पुर्नजीवित कर ॠषिपर्णा बनाने में करोडों खर्च होने के बाद भी ये अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है। बिंदाल तो बेहाल है ही। पत्र में अधिकारियों की जवाब देही भी सुनिश्चित करने की मांग की गयी |

 

जेबीआईटी में बॉलीवुड सिंगर सिमर कौर के गानों पर थिरके छात्र-छात्राएंMay be an image of 4 people, crowd and text that says 'Simar KAUR A ΠΝΑΑCΛ JRIT JB INs'

देहरादून, जेबीआईटी में दो दिनों तक चले एनुअल फर्स्ट “सृजन 2024 ” की आखिरी शाम बॉलीवुड सिंगर सिमर कौर के नाम रही उनकी जादुई अपनी आवाज से छात्र देर रात तक अपने आप को नाचने से नहीं रोक पाए, उन्होंने प्रोग्राम की शुरुआत अपने फेमस गाना “कोका दे के दिल मंगदा” से की तो छात्रों का जोश देखते ही बनता था, फिर उसके बाद उन्होंने बॉलीवुड के एक से बढ़कर एक गाने शुरू किया जिसमें जीने मेरा दिल लुटिया , काला चश्मा जचता रे, मोरनी बन के किथे चली , लंबर र्गिनी चलाई जांदे ,यह मुंडे पागल है सारे, मेरा बालम थानेदार चलावे जिप्सी ,ढोल जगीरो दा सहित बहुत सारे गाने गए |
उन्होंने जेबी आई टी की बहुत तारीफ की और कहा इतनी ऊर्जा के साथ सुनने वाले बहुत कम जगह मिलते हैं उनका देहरादून हमेशा से पसंदीदा जगह रही है यहां की सुंदरता साफ स्वच्छ हवा उन्हें बहुत भाती है ।
इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड एवं पूर्व शिक्षा मंत्री भारत सरकार डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती हेमलता सिंघल ,वाइस चेयरमैन संदीप सिंघल सेक्रेटरी रजत सिंघल द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया |
मुख्य अतिथि ने छात्रों द्वारा बनाए टेक्निकल एवं नॉन टेक्निकल प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया तथा निर्णायक मंडल द्वारा प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को बधाई दी साथ ही अपने संबोधन में संस्थान का हाल ही में नेक जैसी विश्व स्तरीय संस्था द्वारा ग्रेड ए देने के लिए मैनेजमेंट ,शिक्षक ,कर्मचारी एवं छात्र-छात्राओं को बधाई दी उन्होंने कहा कि आपका संस्थान देश के चुनिंदा संस्थानों में शामिल हो गया है जो नेक जैसी विश्व स्तरीय संस्था द्वारा एक्रेडिटेड है, उसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी लेवल एवं संस्थान स्तर पर प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया और उन्हें जीवन में और अच्छा करने की शुभकामनाएं दी |
कार्यक्रम के अंत में संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती हेमलता सिंघल वाइस चेयरमैन संदीप सिंघल, सेक्रेटरी रजत सिंघल द्वारा संयुक्त रूप से मुख्य अतिथि को शॉल, भगवान श्री राम की मूर्ति एवं स्मृति चिन्ह देखकर इस कार्यक्रम के लिए अपना समय निकालने एवं छात्रों को अपना मार्गदर्शन देने के लिए उनका आभार व्यक्त किया |
इस कार्यक्रम में प्रोजेक्ट के निर्णायक मंडल में डॉक्टर प्रमोद कुमार डीन इंडियन इंस्टीट्यूट आफ रिमोट सेंसिंग देहरादून ,डॉ मयंक अग्रवाल प्रोफेसर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय डॉक्टर नागेंद्र पी पाठक ,प्रोफेसर आईआईटी रुड़की ,डॉ महेश मिश्रा आईआईटी रुड़की ,सिद्धार्थ खरे आईआईटी रुड़की , डॉ अनिल कुमार चौहान साइंटिस्ट बायो साइंस ,डॉक्टर मनोज गौतम प्रेसिडेंट इंडस्ट्रियल एसोसिएशन हरिद्वार निर्णायक मंडल के रूप में सम्मिलित हुए।
इस कार्यक्रम में संध्या सिंघल, सोनम सिंघल ,निदेशक डॉ. पी के चौधरी, रजिस्ट्रार डॉक्टर विशांत कुमार सहित सभी शिक्षक कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे |

 

‘नशे से मुक्ति जीवन की समृद्धि’ पर एसजीआरआर (पीजी) कॉलेज में हुई पोस्टर प्रतियोगिताMay be an image of 10 people, people studying and text

देहरादून, एसजीआरआर (पीजी) कॉलेज में सांस्कृतिक इकाई एवं एंटी ड्रग्स इकाई द्वारा संयुक्त रूप से पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका विषय ‘नशे से मुक्ति जीवन की समृद्धि ‘रहा इस मौक़े पर छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य मेजर प्रदीप सिंह ने किया और छात्र छात्राओं को नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई । इस कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में प्रो एच वी पंत एवं डॉ आनन्द सिंह राणा रहे । इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान फ़ायज़ा द्वितीय स्थान पर संयुक्त रूप से गौरी गोदियाल और दीप निषाद एवं तृतीय स्थान पर अलीसा सेफ़ी ने प्राप्त किया।
इस अवसर पर प्रो. दीपाली सिंघल, डॉ. हरीश जोशी, सांस्कृतिक सचिव एवं समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. अनुराधावर्मा, डॉ. ज्योति पाण्डे, डॉ. अनिता मलियान, डॉ. अनीता मनोरी ध्यानी, डॉ. श्यामवीर, डॉ विवेक कुमार, डॉ. सुमंगल सिंह आदि उपस्थित रहे |

 

शिक्षण एवं अनुसंधान क्रियाकलापों हेतु उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय एवं डी.ए.वी.(पीजी)कॉलेज के मध्य हुआ करारMay be an image of 6 people, hospital and text

देहरादून, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय और डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज देहरादून के मध्य शिक्षण एवं अनुसंधान क्रिया कलापों हेतु आज  शुक्रवार को  एक समझौता सम्पन्न हुआ।
इस करार का मुख्य उद्देश्य दोनों संस्थानों के मध्य शिक्षण एवं अनुसंधान ‘गतिनिधियों को संयुक्त रूप से बढ़ावा देना है। यह  करार उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय से कुलसचिव प्रोफेसर पी.डी. पंत एवं डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज, देहरादून के प्रधानाचार्य प्रोफेसर सुनिल कुमार के हस्ताक्षरों से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओ. पी. एस. नेगी ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति में दूसरे संस्थानों के साथ अनुबंध किए जाने पर जोर दिया गया है, ताकि अकादमिक गतिविधियों के आदान-प्रदान से शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार हो एवं इसका लाभ छात्रों एवं शोधार्थियों को मिल सके। उन्होंने कहा कि इस तरह के करार शिक्षर्थियों एवं शोधार्थियों के लिए एक अच्छी पहल है जिसका उन्हें निश्चित ही बहुत लाभ मिलेगा। कुलसचिव प्रोफेसर पी०डी० पंत ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा भविष्य में भी शिक्षार्थियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए अन्य संस्थानों के साथ इस तरह के करार किये जायेंगे।
उन्होंने बताया कि इससे पूर्व विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में डा० बी०आ० अम्बेडकर मुक्त विश्वविद्यालय, हैदराबाद एवं गुरुनानक देव पंजाब ओपन युनिवर्सिटी, पटियाला के साथ भी करार सम्पन्न हुए हैं। इस अवसर पर डी०ए०वी० पी०जी० कालेज, देहरादून से  प्रोफेसर  प्रशांत सिंह, वानिकी एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग से डॉ० एच०सी० जोशी,  डॉ. बीना तिवारी फुलारा, डॉ. कृष्ण कुमार टम्टा  एवं डॉ. नेहा तिवारी आदि उपस्थित थे।

 

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व० जोगाराम की 27वीं पुण्यतिथि पर हुआ गोष्ठी का आयोजन

“वक्ताओं ने आज़ादी के 75 साल के बाद भी देश में फैली ग़रीबी, जातिवाद को जड़ से समाप्त करने के लिये प्रतिबद्धता की आवश्यकता पर दिया बल”May be an image of 4 people

देहरादून, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी समाजसेवी एवं पूर्व वरिष्ठ कांग्रेस नेता स्व० जोगाराम की 27वीं पुण्यतिथि के अवसर पर दून सिटी बैंक्वेट हॉल में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस अवसर “हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं आज का भारत” विषय पर विचार गोष्ठी भी की गयी, जिसमें स्व. जोगाराम की पुत्री आशा लाल (संस्थापक सोशल जस्टिस फाउंडेशन) द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों की वीरगाथा पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर देहरादून के विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि प्रदीप कुकरेती, जसवीर सिंह रायनोत्रा , विनोद नौटियाल , जगमोहन मेहंदिरत्ता, प्रो. जयपाल सिंह , मनमोहन सिंह नेगी, चौधरी ओमवीर सिंह, जितेंद्र सिंह बुटोइया सेनानी परिवार एवं प्रबुद्ध नागरिकों द्वारा स्व. सेनानी श्री जोगाराम को श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
गोष्ठी वक्ताओं ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवारों की उपेक्षा पर रोष व्यक्त किया साथ ही पार्टियों द्वारा अपने घोषणापत्र में पर्यावरण को जगह न दिये जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के सपने को साकार करने की सरकार की मंशा पर भी प्रश्नचिन्ह लगाया। वक्ताओं ने आज़ादी के 75 साल के बाद भी देश में फैली ग़रीबी, जातिवाद को जड़ से समाप्त करने के लिये प्रतिबद्धता की आवश्यकता पर बल दिया। निजीकरण की वजह से सरकारी पदों पर भर्तियों में लगातार कमी बढ़ती बेरोजगारी जैसे कई ज्वलंत मुद्दों पर भी वक्ताओं ने अपनी बेबाक़ राय रखी । आज़ादी के नायकों के परिवारों को सरकारी कार्यालयों में सम्मान ना दिये जाने पर भी रोष जताया।
श्रीमती आशा लाल ने कहा कि उनके पिता ने एक गरीब परिवार में जन्म लेने एवं अच्छी शिक्षा ना ले पाने के बावजूद भी सबके लिये शिक्षा ,आडंबर व जातिविहीन समाज के लिये आज़ादी से पहले व बाद में भी अनवरत काम किया, साथ ही कांग्रेस पार्टी के दर्जनों पदों पर भी वह सुशोभित रहे।
इस अवसर पर ब्रिगे. केजी बहल ने सेनानियों के सपनों के भारत निर्माण के लिये सभी सेनानी संगठनों को लगातार अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया। संयुक्त नागरिक संगठन के सुशील त्यागी ने ऐसे अवसरों पर देश पहले का संकल्प लेने का निवेदन किया। कार्यक्रम में सेनानी परिवारों के ये सदस्य भी मौजूद रहे |
इस अवसर पर सुशील त्यागी, आशा शर्मा, मुकेश नारायण शर्मा, उपेंद्र बिजलवान, ओमवीर चौधरी, एसपीएस पंवार, प्रमोद कुमार, शैलेश सकलानी, डॉ. एम आर सकलानी, देवेंद्र सैनी, कल्पना बहुगुणा,एसपीएस चौहान, शशांक गुप्ता, राजकुमार अग्रवाल, उषा कोठारी, डॉ. एसके गोविल, अवधेश पंत, सुलोचना ईस्टवॉल, आशा शर्मा, मधु गोयल, प्रेम खन्ना, मदन लाल आदि मौजूद रहे |

 

पर्यावरण मित्र महिलाओं को संयुक्त नागरिक संगठन ने श्रमिक दिवस पर किया सम्मानितMay be an image of 7 people

देहरादून, अन्तर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर पर्यावरण मित्र महिलाओं को संयुक्त नागरिक संगठन ने किया सम्मानित। दून के शहंशाही आश्रम क्षेत्र में अपनी घरेलू जिम्मेदारियों को निभाते हुए सुबह-शाम पोलीथीन आदि कूडे़ को एकत्रित करने में अपना पसीना बहाने वाली मातृशक्ति ने अपनी जिजीविषा के बल पर बिना सरकारी सहायता के श्रमदान करने की जैसे कसम खायी हुई है। क्षेत्र में क्लीन एंड ग्रीन दून संस्था से जुडी महिलाओं का आज संगठन के जसबीर सिंह रिनोत्रा, विशंभरनाथ बजाज, ब्रिगेडियर केजीबहल ने अभिनंदन करते हुए तथा शाल उड़ाकर पुष्प मालाओं के साथ इनको सम्मानित किया। कार्यक्रम मे स्थानीय जरूरतमंद श्रमिक महिला अनीता देवी को आत्म आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सिलाई मशीन भी जसबीर सिंह रिनोत्रा द्वारा उपहार स्वरूप भेंट की गई। इस दौरान श्रम के महत्व पर भी वकताओ ने विचार व्यक्त किये।
सम्मानित होने वाली महिलाओं मे भारती देवी,ममता,संजु देवी,मीनू,आदि थी। यहा चौधरी ओमवीर सिंह, विनोद नौटियाल, सुशील त्यागी सहित उदय सिंह भंडारी, मंगला देवी, पूजा गोदियाल, अर्चना देवी,पूजा मेहरा, रोहन कपूर, रीता देवी आदि शामिल थे।

मुजफ्फरनगर कांड के केसों पर कोर्ट में पैरवी करे सरकार : उक्रांद

0

देहरादून, उक्रांद के केन्द्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत ने प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य निर्माण आंदोलन के दौरान 2 अक्टूबर 1994 को राज्य की मांग को लेकर दिल्ली रेली में जाते समय 1 अक्टूबर अर्धरात्री मे मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहे में आंदोलंकारियों के साथ तत्कालीन उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा हत्याओं सहित शर्मनाक वारदात की गयी थी। राज्य बनने के बाद किसी भी सरकार द्वारा उत्तराखंड़ के स्वाभिमान के लिए कोई भी ठोस कार्यवाही नही की गयी। जिसमें 2018 से उत्तराखंड़ राज्य निर्माण आंदोलकारी संगठनों द्वारा स्वयं पहल करते हुए मुजफ्फरनगर कांड के केसों पर कोर्ट में पैरवी की गयी जिसमें पता चला कि देहरादून जिला जज के यहां से 4 केसों की अवैध रूप से बिना सुप्रीम कोर्ट के आदेश से अलग राज्य उत्तर प्रदेश में स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसमें जून से सुनवाई प्रारम्भ हो जाएगी।
31 अक्टूबर 2021 में आंदोलनकारी संगठनों नैनीताल में हुई बैठक में उत्तराखंड़ आंदोलनकारी संघर्ष समिति संगठन बनाकर मुजफ्फरनगर में चल रहे केसों की त्वरित करवाही के लिए प्रयागराज हाई कोर्ट द्वारा विशेष जज नियुक्त किया गया जिस पर मार्च माह में दो सिपाहियों को दोषी मान कर सजा दी गयी। अब वह अभियुक्त प्रयागराज हाई कोर्ट में जमानत की मांग कर रहे है। अभी भी मुजफ्फरनगर मे दो केस सेसन जज के यहां व 3 केस मजिस्ट्रेट सीबीआई कोर्ट मे चल रहे है।
उत्तराखंड़ क्रांति दल सरकार से मांग करता है कि इन केसों से जुड़े मामलों जिसमें मुजफ्फरनगर, मसूरी, खटीमा के 22 हत्याओं से अधिक से ज्यादा मामले है। उसमें सरकार महाधिवक्ता उत्तराखंड़ के नेतृत्व में स्थाई महाधिवक्ता उत्तराखंड़ सरकार ओर वर्तमान में केसों की पैरवी कर रहे नैनीताल व मुजफ्फरनगर अधिवक्ताओं को लेकर कमेटी का गठन करके उपरोक्त केसों की पैरवी करे जिससे शहीदों व पीड़ितों को न्याय मिल सके ओर उत्तराखंड़ के स्वाभिमान की गरिमा बनी सके।
प्रेस वार्ता में दल के कार्यकारी अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रावत, केन्द्रीय महामंत्री मनोरथ प्रसाद ध्यानी उपस्थित रहे।

कांग्रेस का सस्पेंस खत्म : राहुल रायबरेली से और गांधी परिवार के वफादार किशोरी लाल अमेठी से लड़ेेंगे लोकसभा चुनाव

0

नई दिल्ली, कांग्रेस पार्टी में यूपी के अमेठी और रायबरेली से लोकसभा प्रत्याशी घोषित करने को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया, पार्टी आलाकमान ने आखिरकार रायबरेली और अमेठी के टिकटों की घोषणा कर दी है। जबकि नेहरू गांधी के वंशज और पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी, जिन्होंने 2004 से 2019 तक लगातार तीन बार अमेठी का प्रतिनिधित्व किया था और एक पारंपरिक पारिवारिक क्षेत्र पूर्व केंद्रीय मंत्री से अभिनेता बनी स्मृति ईरानी से हार गए हैं, पूर्व के बजाय रायबरेली चले गए हैं, एक परिवार के वफादार 1980 से लुधियाना से किशोरी लाल शर्मा को अमेठी से चुना है.

टिकट देने की इस पूरी कवायद में आश्चर्य की बात यह है कि कांग्रेस के स्टार प्रचारक और महासचिव जो कि रायबरेली और यहां तक ​​कि अमेठी से मतदाताओं की पहली और सबसे बड़ी पसंद थे, उन्हें शायद इसलिए टिकट नहीं दिया गया क्योंकि प्रियंका कांग्रेस पार्टी, इंडिया समूह के लिए प्रचार में व्यस्त हैं। और अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। आज नामांकन का आखिरी दिन है और राहुल गांधी और किशोरी लाल पहले ही अपना नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंच चुके हैं. अब तक उन्होंने अपना पर्चा दाखिल कर दिया होगा, आज आखिरी तारीख है।
किशोरी लाल को अमेठी से टिकट देकर, यह स्पष्ट है कि गांधी परिवार ने वफादारी का इनाम दिया है और यह संदेश दिया है कि वफादारी अंततः भुगतान करती है, खासकर उन लोगों के लिए जो पार्टी छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं।

हालाँकि, अमेठी में जिन मतदाताओं ने गलती से पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को 2019 में राहुल गांधी को हराकर विजयी बना दिया था, वे अब पछता रहे हैं और इस बार राहुल गांधी को 4 लाख से अधिक वोटों से विजयी बनाने का संकल्प लिया था, लेकिन परिवार का कोई सदस्य नहीं होने से वे थोड़े निराश जरूर होंगे।

वहीं 2019 में हुये लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी के हाथों 55000 वोटों के अंतर से अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने केरल के वायनाड से कुल वोटों का 64% वोट पाकर भारी अंतर से जीत हासिल की थी। इस बार भी वह वायनाड, केरल और रायबरेली से एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन दोनों सीटों से विजयी होने के बाद वह कौन सी सीट अपने पास रखेंगे, इस पर सस्पेंस बरकरार है।
रायबरेली जहां से राहुल गांधी ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है अतीत में पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार का प्रतिनिधित्व राहुल के दादा फिरोजा गांधी, उनकी दादी और पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी, उनकी मां सोनिया गांधी ने किया था और अब वह चुनाव लड़ रहे हैं। 2014 में सोनिया गांधी तीन लाख वोटों के भारी अंतर से जीती थीं लेकिन 2019 में यह अंतर घटकर 1 लाख 60 या 75 हजार वोटों पर आ गया.

गौरतलब हो कि किशोरी लाल शर्मा 1980 से गांधी परिवार के साथ हैं और उन्होंने राजीव गांधी, पूर्व पीएम, सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका के साथ निजी क्षमता में काम किया था और उनके राजनीतिक मामलों को सामने नहीं आने दिया था। निर्वाचन क्षेत्र के मामलों का प्रबंधन उसी तरह किया जाता है जैसे एक बार राजीव गांधी के करीबी दोस्त दिवंगत कैप्टन सतीश शर्मा, जब राजीव गांधी प्रधान मंत्री थे, तब अमेठी निर्वाचन क्षेत्र के मामलों की देखभाल करते थे।

दुखद खबर: पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी का निधन, सीएम धामी ने दुख जताया

0

देहरादून: चंपावत के पूर्व विधायक और उत्तराखंड वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी का शुक्रवार सुबह निधन हो गया है। वह लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे और इलाज करने के लिए कुछ समय पहले विदेश भी गए थे। इस समय वह दून अस्पताल में भर्ती थे। पूर्व विधायक के निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है।

बता दें कि गहतोड़ी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट छोड़ी थी और मौजूदा समय मे वह वन विकास निगम के अध्यक्ष पद पर आसीन थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैलाश गहतोड़ी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि इस पीड़ादायक समाचार सुनकर स्तब्ध हूं। कैलाश जी का जाना संगठन व प्रदेश के साथ-साथ मेरे लिए भी व्यक्तिगत क्षति है। इस असीम कष्ट को शब्दों में बयां नहीं कर पा रहा हूं।

आपने अपना पूरा जीवन जन सेवा में लगा दिया। आप एक आदर्श जनप्रतिनिधि के रूप में सदैव याद किए जाएंगे। एक विधायक के रूप में चंपावत क्षेत्र के विकास के प्रति आपका समर्पण हमारे लिए प्रेरणा स्रोत है।राजनीति और जन सेवा के क्षेत्र में आपसे मिला सानिध्य इतना आत्मीय और हृदय के निकट था कि आज विश्वास करना अत्यंत कठिन है कि आप हमारे बीच नहीं हैं। आप एक अच्छे मित्र और बड़े भाई के रूप में सदैव याद आएंगे। चंपावत के विकास को लेकर जो आपके संकल्प थे उन्हें पूर्ण करने की दिशा में हम समर्पित होकर कार्य करेंगे।

वित्तवर्ष 2024 में अदाणी पावर का राजस्व 37 फीसदी बढ़ा, कर पूर्व समेकित लाभ दोगुना से ज्यादा

0

नई दिल्ली ,02 मई । अडाणी पावर ने बुधवार को वित्तवर्ष 2024 के लिए राजस्व में 37 प्रतिशत की वृद्धि (साल-दर-साल) 50,960 करोड़ रुपये दर्ज की, जबकि कमाई (ईबीआईटीडीए) दोगुना से अधिक बढक़र 18,789 करोड़ रुपये हो गई।
वित्तवर्ष 2024 के लिए कर पूर्व समेकित लाभ (पीबीटी) पिछले वित्तवर्ष के 7,675 करोड़ रुपये की तुलना में दोगुना से अधिक 20,792 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने एक बयान में कहा, चौथी तिमाही के लिए राजस्व 29 प्रतिशत बढक़र 13,787 करोड़ रुपये (सालाना) हो गया और कमाई (ईबीआईटीडीए) से अधिक बढक़र 5,273 करोड़ रुपये हो गया।
जनवरी-मार्च अवधि के लिए कर पूर्व समेकित लाभ वित्तवर्ष 23 की चौथी तिमाही में 898 करोड़ रुपये की तुलना में लगभग चार गुना बढक़र 3,558 करोड़ रुपये हो गया।
अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी ने कहा कि जैसे-जैसे भारत अधिक टिकाऊ ऊर्जा भविष्य की ओर बढ़ रहा है, अडाणी कंपनियों का पोर्टफोलियो देश की आर्थिक वृद्धि का समर्थन करने और उसकी आकांक्षाओं को साकार करने में मदद करने के लिए नवीन, विश्वसनीय और स्केलेबल समाधान प्रदान करना जारी रखेगा।
गौतम अदाणी, अदाणी पावर हमारी दीर्घकालिक रणनीति का एक प्रमुख घटक है, जो देश के विशाल हिस्से में विश्वसनीय बेस लोड बिजली की आपूर्ति करता है, बेंचमार्क-सेटिंग परियोजनाओं को क्रियान्वित करता है, राष्ट्रीय महत्व की संपत्ति बनाता है और अधिक एकीकरण को सक्षम करने के लिए संतुलन आपूर्ति के रूप में कार्य करता है। ग्रिड में नवीकरणीय ऊर्जा।
चौथी तिमाही के साथ-साथ वित्तवर्ष 24 के दौरान, मुंद्रा, नए चालू हुए गोड्डा प्लांट, उडुपी और महान के नेतृत्व वाले लगभग सभी संयंत्रों द्वारा उच्च मात्रा में योगदान दिया गया। कंपनी ने कहा कि पूरे भारत में बिजली की बढ़ती मांग के कारण घरेलू बिजली की बिक्री जारी रही और आयातित कोयले व वैकल्पिक ईंधन की गिरती कीमतों से बिजली खरीद समझौते (पीपीए) के तहत उठान को और समर्थन मिला।
अदाणी पावर लिमिटेड के सीईओ, एस.बी.ख्यालिया ने कहा, अदाणी पावर ने अपनी मूल शक्तियों का प्रदर्शन करते हुए एक और उत्कृष्ट तिमाही दर्ज की है, जिसमें एक वर्ष में असाधारण परिचालन और वित्तीय प्रदर्शन रहा है, जो इसकी ठोस रणनीति और परिचालन उत्कृष्टता का एक उपयुक्त प्रमाण है।
बिजली की मांग में सुधार, कम आयातित कोयले की कीमतों और बड़ी स्थापित क्षमता के कारण वित्तवर्ष 2024 में समेकित बिजली बिक्री की मात्रा 79.3 अरब यूनिट थी, जो वित्तवर्ष 23 में 53.4 अरब यूनिट से 48 प्रतिशत अधिक थी।
गौतम अदाणी ने कहा, हम व्यवसायों में निरंतर नवाचार और सभी हितधारकों के लिए स्थायी मूल्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

राज्य में दुर्घटना राहत निधि में देरी के मामलों को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सार्वजनिक सेवायान की दुर्घटना के मामलों में प्रभावितों को राहत राशि तत्काल जारी करने के निर्देश दिए

0

देहरादून(आरएनएस)।  राज्य में दुर्घटना राहत निधि में देरी के मामलों को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सार्वजनिक सेवायान की दुर्घटना के मामलों में प्रभावितों को राहत राशि तत्काल जारी करने के निर्देश हैं। राधा रतूड़ी ने स्पष्ट किया है कि राहत राशि की हकदारी हेतु अब मजिस्ट्रीयल जांच रिपोर्ट की आवश्यकता नही है। जिलाधिकारियों को दुर्घटना राहत निधि हेतु 50 लाख रूपये की धनराशि आवंटित है। इसके साथ ही सीएस रतूड़ी ने राज्य में विशेषकर देहरादून व हरिद्वार जिलों में अवैध खनन गतिविधियों से सम्बन्धित सड़क दुर्घटनाओं एवं अपराधों पर कड़ी निगरानी के निर्देश दिए हैं।  क्रैश बैरियर लगाने की औपचारिकतों से हटकर उनकी गुणवत्ता को शीर्ष प्राथमिकता पर लेने की कड़ी हिदायत देते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को क्रैश बैरियर की गुणवत्ता की थर्ड पार्टी ऑडिट के कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को अन्य देशों में क्रैश बैरियर के स्थान अन्य आधुनिकतम टेक्नॉलॉजी व बेस्ट प्रैक्टिसिज का अध्ययन कर राज्य में लागू करने के भी निर्देश दिए हैं।  सीएस ने जिलाधिकारियों को निर्धारित डेडलाइन के भीतर अधिक दुर्घटना वाले स्थानों की मैपिंग करने के साथ ही इन स्थानों पर स्पीड ब्रेकर, क्रैश बैरियर आदि सुधारात्मक कदम के एक्शन प्लान पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं।  सचिवालय में गुरूवार को सड़क सुरक्षा एवं अनुश्रवण समिति की अति महत्वपूर्ण बैठक के दौरान मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने परिवहन, लोक निर्माण, वित्त एवं सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को उत्तराखण्ड को जीरो एक्सीडेंट स्टेट बनाने के विजन के साथ कार्य करने के नसीहत दी है।
परिवहन विभाग द्वारा थानों व चौकियों पर वाहनों को बन्द करने के मामलों का संज्ञान लेते हुए सीएस राधा रतूड़ी ने स्पष्ट किया कि सम्बन्धित अधिकारी तत्काल विभिन्न थाना चौकियों में बन्द वाहनों को प्रत्येक जनपद में शहर के नजदीक स्थान चिन्हित करते हुए एक साथ रखने की व्यवस्था करें। उन्होंने जिलाधिकारियों को जनपदों में इस सम्बन्ध में भूमि चिन्हीकरण/हस्तान्तरण हेतु निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने लोक निर्माण विभाग को प्रोफेशनल एजेंसी के माध्यम से नियमित रोड सेफटी ऑडिट करवाने के साथ ही परिवहन विभाग को ऑनलाइन चालान व्यवस्था को मजबूत करने, दोपहिया वाहनों में हेलमेट के उपयोग को प्रोत्साहित करने हेतु अभियान चलाने, शिक्षा विभाग को पाठ्यक्रम में सड़क दुर्घटनाओं के सम्बन्ध में जागरूकता को शामिल करने, गुड समेरिटन योजना को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में सचिव दिलीप जावलकर, अरविन्द सिंह हयांकी, डा0 पंकज कुमार पाण्डेय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी मौजूद रहे।