Saturday, June 7, 2025
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कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों का आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब, कुलगाम में 6 दहशतगर्दों को उतारा मौत के घाट

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श्रीनगर, (आरएनएस)। कश्मीर घाटी में इनदिनों सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है. शनिवार को कुलगाम जिले में शुरू हुए दो एनकाउंटर में सेना के जवानों ने अब तक छह आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है. जबकि सेना के दो जवान शहीद भी हुए हैं. अधिकारियों के मुताबिक, ये मुठभेड़ शनिवार दोपहर कुलगाम के मोदरगाम और चिनिगाम गांवों में शुरू हुई थी. मारे गए इन 6 आतंकवादियों में से दो मदारगाम में मारे गए हैं जबकि बाकी चार आतंकियों को चिनिगाम में मार गिराया है.
अधिकारियों के मुताबिक, कुलगाम के मोदरगाम में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी. इस पर सुरक्षा बलों ने तुरंत एक्शन लिया और तलाशी अभियान शुरू कर दिया. इसके अलावा चिनिगाम फ्रिसल में एक और आतंकवादी के छिपे होने की संभावना पर सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चला दी. उसके बाद सुरक्षा बलों ने भी आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया और छह आतंकियों को मार गिराया. फिलहाल सेना के जवान आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहा है.
बता दें कि शनिवार को सबसे पहले मोदरगाम गांव में मुठभेड़ शुरू हुई थी. इस मुठभेड़ में पैरा कमांडो लांस नायक प्रदीप नैन शहीद हो गए. सुरक्षा बलों को यहां दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. इसके बाद सेना के जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाया और आतंकी ठिकानों को घेर लिया. इसके बाद फ्रिसल चिनिगाम गांव में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो गई. इस ऑपरेशन के दौरान प्रथम राष्ट्रीय राइफल्स के हवलदार राज कुमार शहीद हो गए.

22 जुलाई से शुरू होगा संसद का बजट सत्र, 23 जुलाई को बजट पेश करेंगी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

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नईदिल्ली, । संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि संसद का बजट सत्र 22 जुलाई से शुरू होगा और 12 अगस्त को समाप्त होगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को बजट पेश करेंगी।
रीजीजू ने कहा, “भारत की माननीय राष्ट्रपति ने भारत सरकार की अनुशंसा पर बजट सत्र, 2024 के लिए 22 जुलाई, 2024 से 12 अगस्त, 2024 तक संसद के दोनों सदनों की बैठक बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली तीसरी सरकार का यह पहला बजट होगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद की संयुक्त बैठक में अपने संबोधन में कहा था कि बजट में प्रमुख सामाजिक व आर्थिक फैसले लिए जाने की उम्मीद है।
अप्रैल-जून में हुए लोकसभा चुनाव के कारण फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया गया था।

फील्ड मार्शल दिवाकर भट्ट और महंत रघुवीर दास महाराज ने किया पहाड़ी महासभा कार्यालय का उद्घाटन

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हरिद्वार (कुलभूषण) पूर्व घोषित कार्यक्रम अनुसार आज सबसे पहले ब्राह्मण महोदय द्वारा पूजा अर्चना कर हवन किया गया जिसमें अध्यक्ष सुभाष पुरोहित महामंत्री इंदर सिंह रावत संरक्षक हरिनारायण जोशी, गोपाल बडोला, दिनेश लखेडा, राकेश नोडियाल,दीपक पांडेय, एस पी चमोली, तरूण व्यास इत्यादि ने हवन में आहुति दी ।
तत्पश्चात दिवाकर भट्ट ,मुख्य संरक्षक महंत रघुवीर दास महाराज द्वारा फीता काटकर पहाड़ी महासभा के कार्यालय का उद्घाटन किया उसके बाद पहाड़ी महासभा की बैठक मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं अन्य मांगों को लेकर प्रारम्भ हुई जिसकी अध्यक्षता दिवाकर भट्ट ने की संचालन अध्यक्ष सुभाष पुरोहित ने किया।
बैठक में हरिनारायण जोशी,गोपाल कृष्ण बडोला, सौरभ कंडवाल, त्रिलोक चंद्र भट्ट, दीपक जखमोला, एस पी चमोली, तरुण व्यास ,दीपक नोटियाल ने फील्ड मार्शल दिवाकर भट्ट ने उत्तराखंड आंदोलन के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया किंतु उनको वो सम्मान नही मिला है जो उन्हें मिलना चाहिए था।हम हमेशा सम्मान करते हैं करते रहेंगे।
फील्ड मार्शल के नाम से मशहूर माननीय दिवाकर भट्ट ने कहा आज तक हम संगठित नही हो पाए हैं उन्होंने कहा कि जब उन्होंने उत्तराखंड बनाने के लिए आंदोलन किया तो उत्तराखंड की समस्त जनता सड़को पर आ गईकिंतु हमारे आंदोलन को दबाने के लिए कई कुचक्र और हमारे साथ छल किया गया हमे एक बार फिर से जैसे उत्तराखंड बनाने के लिए लड़ाई लड़ी थी वैसे ही अब एक लड़ाई उत्तराखंड बचाने के लिए लड़ने की जरूरत है।
सर्व सम्मति से मुख्य निर्वाचन अधिकारी के लिए महंत रघुवीर दास महाराज द्वारा चुनाव अधिकारियों के नाम की घोषणा की गई जिसमें त्रिलोक चन्द्र भट्ट को मुख्य चुनाव अधिकारी सहायक चुनाव अधिकारी मनीष काला, कमल मिश्रा को बनाया गया जो जल्द ही सभी व्यवस्थाएं बनाकर चुनाव तिथि की घोषणा करेंगे,
बैठक में दिवाकर भट्ट, महंत रघुवीर दास महाराज, हरिनारायण जोशी, गोपाल कृष्ण बडोला,सुभाष पुरोहित,सरिता पुरोहित, इंदु बहुखंडी,इंदर सिंह रावत, दिनेश लखेडा,बीर सिंह असवाल, अजय घनसेला, सोमप्रकाश, दीपक नोटियाल, तरुण व्यास, डा संतोष चमोला, दिनेश सकलानी,त्रिलोक चंद्र भट्ट, संजय नैथानी, शैलेन्द्र बोखण्डी, अजय नेगी, दीपक पांडेय, गंगा पाठक, दीपक जखमोला,एस पी चमोली,कमल मिश्रा, दीपक मिश्रा,राकेश नोडियाल, अरुण मिश्रा, आनन्द भट्ट, विजय गवाड़ी,रमेश चंद्र पंत, सतीश रावत,भगवत सिंह, भगवती पंत,भुवनेश पाठक, जसवंत सिंह बिष्ट,ललित पांडेय, डी पी थपलियाल,श्री प्रसाद कुकरेती, मनीष रावत, रितेश नोडियाल,सौरभ कंडवाल,टी एस रावत, प्रकाश चंद्र भट्ट,यू एस रावत, गंगा शर्मा,दिनेश चंद्र नोडियाल, महावीर गुसाईं,नंदन सिंह, नारायण सिंह,नरेंद सिंह, शिव सिंह,मोहन सिंह बुटोला,अनुराग बधानी, सुमन पंत,एम सी काला,रत्नमणि डोभाल, गिरीश घिंगड़ियाल,कमल सिंह राणा, बीरेंद्र,रविन्द्र, कुलभूषण,शैलेन्द्र,हिमांशु राणा, राजेश पंत, महावीर चौहान उपस्थित थे।

बड़कोट में पेयजल संकट : पम्पिंग योजना स्वीकृति की मांग को लेकर संत केशवगिरी महाराज की भूख हड़ताल दूसरे दिन जारी

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उत्तरकाशी (बड़कोट), यमुनोत्री धाम के मुख्य पड़ाव नगर पालिका परिषद बड़कोट में इन दिनों पेयजल की किल्लत के कारण स्थानीय लोग आंदोलित हैं और सरकार के प्रति आक्रोशित होने के कारण लगातार अनिश्चित कालीन धरने पर हैं, इस बीच अभी भी जनपद के नगर पालिका बड़कोट में भीषण पेयजल संकट कम होने का नाम नही ले रहा है । पानी के लिए अनिश्चितकालीन धरना देने वालों की संख्या में इजाफा होने लगा है। साधु समाज भी समर्थन में आने लगा है। हिन्दू जागृति संगठन के अध्यक्ष स्वामी केशवगिरी महाराज जी प्राण जाये पर प्रण न जाये के ऐलान पर दूसरे दिन भी भूख हड़ताल पर डटे रहे।
नगरवासियों ने तहसील परिसर में चार सूत्रीय मांगो के निस्तारण के लिए अनिश्चितकालीन धरना जारी रखा। भूख हड़ताल को सभी वार्ड वासी भारी संख्या में समर्थन देने पहुँचे। नगरवासियों का कहना है कि जब तक पेयजल पम्पिंग योजना की स्वीकृति नही मिल जाती तब तक भूख हड़ताल व अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
आंदोलनकारियों का कहना है कि यमुना नदी से पेयजल पम्पिंग योजना एक मात्र उपाय है। शनिवार से अनिश्चितकालीन धरना और भूख हड़ताल शुरू हो गयी है |
वहीं धरना स्थल पर स्वामी केशवगिरी महाराज ने सरकार से नगरीय पम्पिंग पेयजल योजना स्वीकृत करने का आग्रह किया, उन्होंने कहा कि जन जन पानी के लिए महीने से पानी की बूंद बूंद के लिए अस्त व्यस्त है और जनता की पीड़ा को समझते हुए भूखहड़ताल का प्रण किया ,अब प्राण जाय पर बचन न जाये, पेयजल योजना की वित्तीय स्वीकृति देकर जल्द विचार करे। इस मौके पर सोबेन्द्र सिंह चौहान, विजय सिंह रावत भक्त, केदार सिंह बर्तवाल, जय हो ग्रुप संयोजक सुनील थपलियाल, सहकारी समिति अध्यक्ष अजय सिंह रावत,पूर्ण सिंह रावत,स्वामी नरेन्द्र ,योगी बाबा भोलेनाथ, नरोत्तम दत्त,ताजीराम,प्रवीन सिंह,नीरज रावत,जय सिंह,शिवान्स, एस एस रावत,अंकित,दिपेंद्र मिश्रवान, देवेंद्र रावत,राम प्रसाद बहुगुणा,शान्ति प्रसाद जगूड़ी,जगेंद्र सिंह,प्रदीप ,मदन जोशी,जयराम,सरत रावत,बलदेव सिंह,जगेंद्र सिंह,मनीषा ठाकुर,मीनाक्षी,झावर सिंह,बलबीर असवाल, यशवंत सिंह रावत,चन्द्रमणि जोशी,रमेश,अनिल,गिरिराज,साकम देई,बचन देई,रजमा देई सुंदरा देई,सुमित्रा देई, कमली देवी, आशीष पंवार,विनोद कुमार,लोकेंद्र रतूडी,जगदीश रतूडी,राकेश,अभिषेक, आलोक,चतरी देवी,स्वतंत्री देवी,खजान सिंह सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।

शिक्षा विभाग में शिकायतों के निवारण को बना कंट्रोल रूम

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* विभाग ने टोलफ्री नम्बर जारी कर तैनात किये नोडल अधिकारी

* विभागीय मंत्री की दो टूक, समस्या का समय पर हो समाधान

देहरादून। सूबे के विद्यालयी शिक्षा विभाग ने बरसाती सीजन को देखते हुये समस्याओं के निवारण के लिये कंट्रोल रूम की स्थापना की है। इसके साथ ही विभाग ने टोलफ्री नम्बर भी जारी किया है। जिस पर छात्र-छात्राएं, अभिभावक व शिक्षक अपनी शिकायत दर्ज कर सकेंगे। जन समस्याओं के निराकरण के लिये विभाग ने नोडल अधिकारियों की तैनाती भी सुनिश्ति कर दी है ताकि शिकायतों व समस्याओं का समय पर समाधान हो सके।

विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने मानसून सीजन को देखते हुये कांट्रोल रूम की स्थापना की है, ताकि बरसात के दौरान समाने आने वाली विभिन्न समस्या से तत्काल निपटा जा सके। इसके अलावा विभाग ने शिकायतों व समस्याओं के निराकरण के लिये टोलफ्री नम्बर 18001804132 भी जारी किया है। जिस पर छात्र-छात्राएं, अभिभावक व शिक्षक अपनी समस्याएं दर्ज करा सकेंगे। टोलफ्री नम्बर पर दर्ज शिकायतों व समस्याओं के तत्काल निवारण के लिये विभाग ने नोडल अधिकारी, सह नोडल अधिकारी व 10 कम्प्यूटर ऑपरेटर की तैनाती की है। जिसमें अजीत भण्डारी, प्रद्युमन रावत, पल्लवी नैन, अंजुम फातिमा, एम.एम. जोशी को नोडल जबकि हरीश नेगी, नूतन, विजयलक्ष्मी, पूनम व मुकेश कुमेड़ी सह नोडल होंगे। ये सभी कार्मिक 8 जुलाई से 10 अगस्त 2024 तक कंट्रोल रूम में बैठकर टोलफ्री नम्बर पर दर्ज समस्याओं व शिकायतों का गंभीरता से संज्ञान लेकर विभागीय स्तर पर निवारण करेंगे।

इस संबंध में विभागीय मंत्री डा. धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को दो टूक निर्देश दिये हैं। उन्होंने अधिकारियों को टोलफ्री नम्बर पर आने वाली प्रत्येक कॉल को रिसीव करने तथा प्रत्येक समस्या का समय पर समाधान करने को कहा। इसके साथ ही कांट्रोल रूम के सफल संचालन को प्रत्येक दो सप्ताह में समीक्षा करने के निर्देश भी विभागीय अधिकारियां को दिये हैं।

मानसूनी सीजन में राजकीय विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों में व्यवधान उत्पन्न न हो इसके लिये शिक्षा विभाग में पहली बार कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। विभाग ने टोलफ्री नम्बर 18001804132 भी जारी किया है। जिस पर विद्यालयों से सम्बंधित शिकायत व समस्याएं दर्ज की जा सकेंगी। किसी भी समस्या का समय से समाधान करने के लिये कार्मिकों की तैनाती भी सुनिश्चित की गई है।

– डॉ. धन सिंह रावत, विद्यालयी शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड सरकार।

खतरे की जद में पुल : हल्द्वानी-देहरादून हाईवे पर बने पुल के दोनों पिलर हुए क्षतिग्रस्त

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नैनीताल (कालाढूंगी), उत्तराखंड़ में अब मानसून ने अपनी घमक दे दी है, पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश से के कुमाऊं मंड़ल के पुलों को खतरा पैदा हो गया है। शनिवार को भी कई जगहों पर पुल ढहने की खबर मिली है, वहीं, आज हल्द्वानी देहरादून हाईवे पर बना पुल भी खतरे की जद में है।
उत्तराखंड़ में चार दिन से लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले, गधेरे उफान पर हैं। वहीं, कई पुलों पर भी खतरा पैदा हो गया है। रविवार को हल्द्वानी-देहरादून स्टेट हाईवे पर चकलुवा के पास बने पुल को भी खतरा पैदा हो गया है। पानी के तेज बहाव ने पुल के दोनों पिलर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ऐसे में यह पुल कभी भी ढह सकता है।
रामनगर -भतरौंजखान मार्ग पर मोहान स्थित पन्याली नाले में आए तेज बहाव के कारण इस पर बना पुल टूट गया। इससे भतरौंजखान, भिकियासैंण, रानीखेत के लिए आवाजाही बंद हो गई है। राहगीरों को चिमटाखाल, हरड़ा मार्ग से भेजा रहा है, वहीं, पिथौरागढ़ जिले में दारमा घाटी के माइग्रेशन ग्राम बोन को जोड़ने के लिए च्युति गधेरे में बना पुल भी बारिश की भेंट चढ़ गया है। इसके चलते गांव के 30 परिवारों का संपर्क मुख्य सड़क से कट गया है। तीजम और वतन तोक को जोड़ने वाला लकड़ी का पैदल पुल बह गया है। इससे 18 परिवारों का संपर्क कट गया है। उधर, चीन सीमा को जोड़ने वाला कैलाश मार्ग पर स्थित बैली ब्रिज भी खतरे की जद में है।

 

बारिश का कहर : भवाली-अल्मोड़ा हाइवे पर क्वारब के पास भूस्खलन, यातायात ठप

हल्द्वानी, प्रदेश कभी लगातार तो कभी रूक रूक कर बरस रही बारिश ने कहर बरपाया हुआ है। कुमाऊं मंडल के हल्द्वानी-भवाली-अल्मोड़ा हाइवे पर क्वारब के पास भूस्खलन आने से यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। खतरे को देखते हुए प्रशासन ने हाईवे पर यातायात बंद कर दिया है। देर रात से लगातार हो रही बारिश से खतरा बढ़ रहा है |
पिछले 24 घंटे से नैनीताल जिलों में हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से लगातार पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और मैदानी इलाकों में जल भराव और नदियों में जलस्तर बढ़ता जा रहा है। हल्द्वानी और उसके आसपास के इलाके में भी भारी बारिश से कई इलाके जलमग्न हो गए हैं तो कई मोहल्लों में पानी भर गया है।

पुलिस और प्रशासन लगातार रिस्पांस टीमों को अलर्ट मोड पर रखे हुए हैं। डीआईजी कुमाऊं डॉ योगेंद्र रावत का कहना है कि कुमाऊं मंडल के सभी जिलों में एसडीआरएफ और पुलिस को उपकरणों के साथ अलर्ट मोड पर रखा गया है। जहां से भी मदद के लिए बुलाया जा रहा है वहां तत्काल एसडीआरएफ की टीम पहुंच रही है।

जिले में 33 सड़कें बंद :

नैनीताल में भारी बारिश ने कहर मचाया हुआ है। बता दें भूस्खलन की वजह से पांच राज्य मार्ग समेत दो जिला मार्ग और 33 सड़कें बंद हैं। जिले में पिछले 24 घंटे में 134 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। वहीं हल्द्वानी में 118 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है तो कोशियाकुटोली में 114 एमएम, धारी में 105 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। वहीं गौला, कोसी और नन्धौर नदी भी उफान पर चल रही है।

भारी बरसात के बीच गौला नदी में छोड़ा गया 20 हजार 7 सौ क्यूसेक पानी, प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट

हल्द्वानी, हल्द्वानी में पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही मूसलाधार बरसात की वजह से जहां एक और शहर के कई इलाकों में जल भराव की स्थिति पैदा हो रही है तो वही कुसुमखेड़ा चौराहे पर जल भराव होने के बाद मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट AP बाजपेई और तहसीलदार सचिन कुमार ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व टीम के साथ मिलकर जल भराव की स्थिति से निपटने के लिए पानी को डायवर्ट करने के निर्देश दिए हैं और मौके पर ही काम शुरू करवाया है।
उधर उप जिला अधिकारी परितोष वर्मा ने टीम सहित तीन पानी व अन्य जल भराव वाले इलाकों का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ जल भराव के निकासी के लिए संबंधित विभागों काम करने के निर्देश दिए।
वहीं दूसरी तरफ पहाड़ों में हो रही लगातार बरसात की वजह से गौला बैराज से 20700 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके साथ ही गौला नदी से सटे हुए शांतिपुरी इलाके तक लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही संवेदनशील नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।

आरबीआई ने पांच बैंकों पर की कार्रवाई, पीएनबी पर 1.31 करोड़ रुपये का जुर्माना

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नई दिल्ली ,। जुलाई के पहले सप्ताह में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और चार अन्य बैंकों पर आरबीआई के विभिन्न निर्देशों का पालन न करने के लिए जुर्माना लगाया। पीएनबी पर 1.31 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावे गुजरात राज्य कर्मचारी सहकारी बैंक, गुजरात; रोहिका सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक, मधुबनी, बिहार; राष्ट्रीय सहकारी बैंक, मुंबई, महाराष्ट्र; और बैंक कर्मचारी सहकारी बैंक, पश्चिम बंगाल चार अन्य बैंक हैं जिन पर आरबीआई ने जुर्माना लगाया था।

राज्य में गरीब परिवारों को हर माह 8 रूपये प्रति किलो की दर से मिलेगा आयोडाईज्ड नमक

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देहरादून(आरएनएस)।    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को हिमालयन सांस्कृतिक केन्द्र, नींबूवाला, देहरादून में ‘मुख्यमंत्री नमक पोषण योजना’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने ‘मुख्यमंत्री नमक पोषण योजना’ के लाभार्थियों को आयोडाईज्ड नमक वितरण किया। इस योजना के तहत अंत्योदय और प्राथमिक परिवार योजना के लगभग 14 लाख राशन कार्ड धारकों को प्रति माह 8 रूपये प्रति किलो की दर से आयोडाईज्ड नमक उपलब्ध करवाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार प्रदेश के हर गरीब और समाज के अन्तिम छोर के व्यक्ति का जीवन बेहतर और सार्थक बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत संपूर्ण देश में निशुल्क राशन वितरण किया जा रहा है। यह योजना लगातार अगले 5 सालों तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलते रहेगी। इस योजना के अंतर्गत उत्तराखंड के 14 लाख गरीब परिवारों को हर महीने मुफ्त राशन का लाभ मिल रहा है। राज्य सरकार जनता को शुद्ध और बेहतर पोषणयुक्त राशन देने के लिए संकल्पबद्ध है। हमारी प्राथमिकता पारदर्शी प्रणाली को स्थापित करना है। उन्होंने कहा कुछ लोगों द्वारा फोर्टिफाइड चावल को प्लास्टिक का चावल बताकर आमजन को भ्रमित किया जा रहा था, जो कि पूर्ण रूप से असत्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अनेक गरीब कल्याण की योजनाएं चलाई गई हैं। आयुष्मान भारत योजना से 5 लाख तक का इलाज मुफ्त में दिया जा रहा है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत हर घर तक शौचालय बनाए गए हैं। आवास योजना से पक्के घर और हर घर को नल और जल से आच्छादित किया जा रहा है। लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं को सशक्त बनाकर उन्हें मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में गरीबों को समर्पित योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप बीते 10 वर्षो में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। उत्तराखंड में भी पिछले 5 वर्षो में 9 लाख से अधिक लोग गरीबी रेखा से बाहर निकल चुके हैं। हर वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं चलाई गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाएं शहरों से लेकर पर्वतीय क्षेत्र के अंतिम गांव तक पहुंच रही हैं। राज्य में गरीबी रेखा से बाहर निकलने के मामले में पर्वतीय जनपदों का बेहतर प्रदर्शन है। मुख्यमंत्री ने कहा उन्होंने गांव में रहते हुए गरीबों के संघर्ष को करीब से देखा है। राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के साथ राज्य के प्रत्येक गरीब के विकास के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है। राज्य में गरीब, महिला, युवा के साथ ही प्रत्येक वर्ग के लिए योजनाएं संचालित हो रही हैं।
कैबिनेट मंत्री   रेखा आर्या ने कहा कि मुख्यमंत्री नमक पोषण योजना गरीबों परिवारों की  आवश्यकताओं को पूर्ण करने का एक प्रयास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों की  परेशानियों  को दूर करते हुए गरीब कल्याण अन्य योजना को लागू की। मुफ्त खाद्यान्न योजना से गरीब परिवारों के भरण-पोषण मदद मिलती है। मुफ्त खाद्यान्न के साथ ही उसमें पोषण तथ्यों का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। मिड डे मील में भी भोजन पोषण तथ्यों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। मुख्यमंत्री नमक पोषण योजना से गरीब परिवारों को सस्ते दरों पर नमक उपलब्ध हो सकेगा। यह योजना गरीबों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी और समाज में कुपोषण को दूर करेगी।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव खाद्य एल फैनई, आयुक्त एच.सी सेमवाल, अपर सचिव   रुचि मोहन रयाल एवं खाद्य विभाग मौजूद रहे।

राज्य के प्रचलित परंपरागत खेलों को 38वें राष्ट्रीय खेलों में जोड़ा जाए

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देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखण्ड में प्रस्तावित 38वें राष्ट्रीय खेल की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि राष्ट्रीय खेलों की सभी तैयारियां सितम्बर तक पूर्ण करते हुए इस आयोजन को 2024 में कराने के लिए भारतीय ओलंपिक संघ से अनुमति की प्रक्रिया जल्द पूर्ण की जाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से राज्य को खेल, साहसिक पर्यटन और अपनी सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक पहचान दिलाने का सुनहरा अवसर होगा। यह सुनिश्चत किया जाए कि देशभर से आने वाले खिलाड़ी एवं खेल गतिविधियों से जुड़े लोग देवभूमि उत्तराखण्ड से अच्छा संदेश लेकर जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों के लिए शहरी क्षेत्रों के अलावा पर्वतीय जनपदों में भी खेलों के लिए उपयुक्त स्थल चुने जाएं। यह सुनिश्चत किया जाए कि उत्तराखण्ड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में सभी व्यवस्थाएं उच्च स्तरीय हों। विभिन्न स्थलों पर आयोजित होने वाले खेलों के लिए अवस्थापना संबंधी सभी व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित तरीके से की जाए। राज्य के प्रचलित परंपरागत खेलों को 38 वें राष्ट्रीय खेलों में जोड़ने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि खेलों की आयोजन व्यवस्था में आवश्यक वित्तीय सहयोग के लिए प्रतिष्ठित औद्योगिक संस्थानों से सी.एस.आर. के तहत वित्तीय सहयोग लिया जाए। राष्ट्रीय खेलों की बेहतर तैयारियों के लिए खेल मंत्री प्रत्येक सप्ताह समीक्षा करेंगी। मुख्यमंत्री स्वयं भी समय समय पर इसकी समीक्षा करेंगे। मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश दिये कि हल्द्वानी में स्थापित होने वाले खेल विश्वविद्यालय के निर्माण से संबंधित कार्यवाही जल्द पूर्ण की जाए।
विशेष प्रमुख सचिव श्री अमित सिन्हा ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जानकारी दी कि 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन देहरादून, हल्द्वानी, हरिद्वार और रुद्रपुर के अलावा पर्वतीय जनपदों में भी कराये जायेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन 14 दिन किया जायेगा। खेलों का शुभारंभ देहरादून में और समापन हल्द्वानी में किया जायेगा। राज्य में होने वाले राष्ट्रीय खेलों के बेहतर संचालन के लिए विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारियों को इस हेतु गठित समिति में शामिल किया गया है।
बैठक में खेल मंत्री रेखा आर्या, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, सचिव  आर. मीनाक्षी सुंदरम,  शैलेश बगोली,  सचिन कुर्वे, एच.सी. सेमवाल, खेल निदेशक जितेन्द्र कुमार सोनकर एवं खेल विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

नाले का पानी महाकाली मंदिर परिसर में धुसा, मंदिर की बिल्डिंग पर मंडराया खतरा

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‘सचिव डा. सुनील अग्रवाल ने की स्थायी समाधान की मांग’

देहरादून, मानसून आते ही दून की सड़कें दुश्वारियों का सबब बनने लगी, बीते दो दिन की भारी बारिश ने जनपद के हर इलाके के लोग जलभराव से परेशान रहे | दून की व्यस्तम रोड न्यू कैंट रोड़ जिस रोड़ पर मुख्यमंत्री और राज्यपाल का निवास है इस मुख्य रोड पर महाकाली मंदिर स्थित है महाकाली मां मंदिर के सामने सड़क के दूसरी ओर सर्वे आफ इंडिया की बाउंड्री है न्यू कैंट रोड पर सर्वे आफ इंडिया की बाउंड्री के साइड एक नाले का निर्माण किया गया था नाले में न्यू कैंट रोड सर्वे आफ इंडिया कॉलोनी और सर्वे आफ इंडिया ऑफिस तीन तरफ का बारिश का पानी उक्त नाले में बहता है नाले का निकास सड़क के दूसरी ओर मंदिर के सामने के नाले में डाला गया है लेकिन यह मंदिर के सामने वाला नाला पिछले 2 साल से अधूरा पड़ा है जिसका निर्माण पूर्ण नहीं किया गया उक्त नाले में सामने वाले नाले का पानी और सड़क के इस और का पानी और बगल में स्थित सेंट्रियो माल का गंदा पानी आ रहा है जिसकी कोई निकासी की व्यवस्था नहीं है पूर्व में उक्त नाले की निकासी मंदिर के बगल में स्थित एक भूखंड से नाला निकालकर खाले में की जा रही थी उक्त भूखंड पर भूखंड स्वामी द्वारा निर्माण कर लिया गया और नाले को बंद कर दिया गया था अब बरसात में जब पानी का बहाव चौतरफा मंदिर के सामने वाले नाले में आया तो निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण वह मंदिर के बगल वाले भूखंड के नाले में बहने लगा लेकिन क्योंकि भूखंड स्वामी द्वारा नाले का मुंह बंद कर दिया गया था तो नाले का पानी मंदिर परिसर में प्रवेश कर गया और मंदिर के हाल में रखी सभी वस्तुएं खराब हो गई और लगातार पानी बहने से मंदिर की बिल्डिंग को खतरा पैदा हो गया |
इस संबंध में क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर उनको समस्या से अवगत कराया गया उन्होंने त्वरित मुख्य नगर अधिकारी को आदेशित किया और फिर नगर निगम की टीम द्वारा पुराने अस्थाई नाले को जो मंदिर के बगल के भूखंड में पूर्व में प्रयोग हो रहा था उसका मुंह खोलकर पानी का बहाव करवाया जा रहा है जिससे मंदिर में पानी आने से तात्कालिक राहत मिली है इस पूरे प्रकरण में नाले का मुंह खुलवाने में निर्वतमान पार्षद भूपेंद्र कठैत, एवं सत्येंद्र नाथ का विशेष योगदान रहा भूपेंद्र कठैत एवं सत्येंद्र नाथ के प्रयासों और नगर निगम की टीम के कार्य से फिलहाल नाले का मुंह खुल चुका है और पानी का बहाव नाले में हो रहा है | क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता डा. सुनील अग्रवाल
सचिव मंदिर समिति महाकाली मां मंदिर न्यू कैंट रोड का कहना है कि यह तात्कालिक व्यवस्था है मुख्य प्रश्न यह है कि जब सड़क के दूसरी ओर नाले का निर्माण किया गया तो उसमें निकासी की व्यवस्था के बिना नाले का निर्माण करना अधिकारियों की कार्य क्षमता पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है, उन्होंने ने कहा कि इसी प्रकार मंदिर के साइड वाली सड़क पर नाले का निर्माण 2 वर्ष से अधूरा है इसकी जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा, वहीं बगल में स्थित सेंट्रियो माल से सुबह के वक्त लगातार गंदा पानी बहता है जिसके कारण मंदिर परिसर में लगातार बदबू चलती रहती है लेकिन इसकी कोई व्यवस्था न मॉल स्वामी द्वारा और न ही नगर निगम द्वारा की गई, डा. अग्रवाल ने कहा कि उक्त नालों के निर्माण में अधिकारियों की भूमिका एवं कार्य प्रणाली पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है जिसका स्थाई समाधान आवश्यक है