Wednesday, June 18, 2025
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दून पुस्तकालय में भारतीय संविधान फ़िल्म के तीसरे भाग का हुआ प्रदर्शन

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“एक मज़बूत राष्ट्र के लिये ‘बंधुत्व’ या भाईचारा एक महत्त्वपूर्ण तत्त्व है : डा. हटवाल”

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से भारतीय संविधान और संवैधानिक मूल्यों पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें श्याम बेनेगल द्वारा निर्देशित भारतीय संविधान के दस एपिसोड की श्रंखला के तीसरे भाग का लोगों के मध्य प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम में शिक्षाविद व साहित्यकार डॉ. नन्द किशोर हटवाल ने भाईचारा, बंधुत्व और हमारा संविधान पर बोलते हुए कहा कि एक मज़बूत राष्ट्र के लिये ‘बंधुत्व’ या भाईचारा एक महत्त्वपूर्ण तत्त्व है। आज हमारे देश के संदर्भ में यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। बड़े पैमाने पर विविधता वाले भारत जैसे देश को आपस में एक सूत्र में बांधे रखने के लिए बंधुत्व और भाईचारे की भावना का विकास आवश्यक है। भाईचारे की स्थापना से ही सही अर्थों में भारतीय समाज का पुनर्जागरण हो सकता है। आज कतिपय रुढ़िवादी, धार्मिक और सामाजिक मान्यताएं बुराई का स्वरूप धारण कर चुकी हैं। इन बुराइयों को दूर करके समाज की जागृति से ही बंधुत्व की भावना का विकास हो सकता है। यही सच्चा राष्ट्रवाद है। उन्होंने आगे कहाँ कि आज़ादी, समानता, न्याय के साथ ‘बंधुत्व’ को हमारे संविधान की प्रस्तावना में जोड़ा गया है। वर्तमान समय बंधुत्व और भाईचारे पर संकट का समय है। समाज में भाईचारे की बहाली के लिए शिक्षा एक कारगर माध्यम हो सकता है। खासकर प्रारम्भिक कक्षाओं में शिक्षा के माध्यम से हम बंधुत्व और भाईचारे की बहाली करके संवैधानिक मूल्यों की रक्षा कर सकते हैं। हम देखते हैं कि बाल्यावस्था में ही बच्चे के अंदर बंधुत्व और भाई चारे के विरूद्ध भावनाएं विकसित होने लगती है। बच्चे के अंदर बचपन में ही जाति, धर्म, सम्पद्राय और लिंग भेद पनपने लगता है। उचित शिक्षा के द्वारा बच्चों के अंदर इन भावों के विकास को रोकते हुए भाईचारे और बंधुत्व की भावना का विकास किया जा सकता है।
जन संवाद समिति के प्रमुख सतीश धौलाखंडी ने कार्यक्रम के बारे में कई तरह की महत्वपूर्ण जानकारी दी |

ठाकुर का कुआं नाटक का हुआ मंचन :

कार्यक्रम के अंत में मुंशी प्रेमचन्द का लिखा ठाकुर का कुआं नाटक का मंचन इप्टा संस्था व भारत ज्ञान विज्ञान समिति के सहयोग किया गया। प्रेमचंद की कहानी पर आधारित ठाकुर का कुआं तत्कालीन समय के एक उस समाज की बात करती है जिसमें कथित निचली जातियाँ जीवित रहने के लिए किस कदर संघर्ष करती हैं। गाँव में पीने के पानी को लेकर दलित महिलाओं की स्थिति पर भी यह नाटक ध्यान केंद्रित करता है। सामाजिक लिंग जाति और वर्ग के भेदभाव की दशा को चित्रित करते इस नाटक की नायिका गंगी अपने बीमार पति को कुएँ से पानी नहीं पिला सकती, जो एक मरे हुए जानवर की र्दुगंध से पीने लायक नहीं रह गया है। समाज में दलित होने के नाते उसे पास के ठाकुर के कुएं का साफ पानी लाने की मनाही है। मूलतः यह नाटक दलितों की इसी गंभीर समस्या को उजागर करता है। जिसे दूर करना हम सबका दायित्व बनता है।
नाटक का निर्देशन सतीश धौलाखंडी ने किया। नाटक के मुख्य पात्रों में गंगी-गायत्री टमटा, जोखू – अमित बहुखंड़ी, ठाकुर-धीरज रावत, ग्रामीण महिला- विनिता रितुंजया व सुमन, भिखू-सैयद अली, हरिया -सतीश धौलाखंडी,पंडित-सुशील पुरोहित आदि ने किया।
कार्यक्रम के आरम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया। धन्यवाद सामाजिक चिंतक बिजू नेगी ने किया। इस कार्यक्रम का संचालन इप्टा के उत्तराखंड प्रभाग के अध्यक्ष डॉ. वी. के. डोभाल ने किया।
इस अवसर पर हरिओम पाली, सहाब नक़वी, सुरेंद्र सजवाण, पत्रकार त्रिलोचन भट्ट, डॉ.अतुल शर्मा, हिमांशु आहूजा,सुंदर सिंह बिष्ट, जगदीश सिंह महर ,अवतार सिंह, विनोद सकलानी सहित शहर के अनेक रंगकर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक ,पत्रकार, साहित्यकार सहित दून पुस्तकालय के अधिसंख्य युवा पाठक उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने भिलंगना विकासखंड टिहरी के बाल गंगा एवं बूढ़ाकेदार क्षेत्र में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में बचाव एवं राहत कार्य संचालित करने के अधिकारियों को दिए निर्देश

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देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने टिहरी गढ़वाल के भिलंगना विकासखंड के बाल गंगा एवं बूढ़ा केदार में हुई भारी बारिश और भूस्खलन से हुई क्षति पर गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे एवं जिला अधिकारी टिहरी गढ़वाल मयूर दीक्षित को राहत एवं बचाव कार्य प्रभावी तरीके से चलाए जाने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने घटना के प्रति दुख व्यक्त करते हुए टिहरी के प्रभारी मंत्री  प्रेमचंद अग्रवाल को घटना स्थल पर जाकर राहत एवं बचाव कार्य की समीक्षा करने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने टिहरी जिला प्रशासन को प्रभावित क्षेत्र के संवेदनशील गाँवों को तत्काल चिन्हित कर प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये कि स्थानीय निवासियों के साथ ही मवेशियों एवं अन्य पालतू पशुओं को भी सुरक्षित स्थानों पर रखे जाने की व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि राहत कैंप में बिजली, पेयजल इत्यादि की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित की जाए तथा पीड़ितों को अनुमन्य राहत राशि भी तुरंत प्रदान की जाए।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि जनपद टिहरी गढ़वाल के भिलंगना विकास खण्ड के बालगंगा क्षेत्र में रात को भारी बारिश और भूस्खलन से तोली गांव में एक मकान में मलवे से दो महिलाएं दबने की सूचना प्राप्त हुई थी। एसडीआरएफ, पुलिस, राजस्व, स्वास्थ्य विभाग की टीमें तत्काल मौके के लिए रवाना हुई तथा खोज एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। मकान के उपर सीसी मार्ग का मलवा आने से क्षतिग्रस्त हुआ। एक अति संवेदनशील श्रीमती पूर्णिमा देवी के घर के समान को शिफ्ट किया गया है।
उन्होंने बताया कि रेस्क्यू टीम ने मलवे से सरिता देवी पत्नी वीरेंद्र सिंह तथा अंकिता पुत्री वीरेंद्र सिंह के शवों को निकाला गया है जबकि एक घायल वीरेंद्र सिंह को प्राथमिक उपचार के बाद पीएचसी बेलेश्वर में भर्ती किया गया है। मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख के राहत राशि के चेक दिये गये है तथा आवास क्षति का 01 लाख 35 हजार रुपए का चेक तत्काल उपलब्ध कराया गया। इसके साथ 2 पशु हानि की जांचोपरांत मुआवजा राहत राशि के चेक वितरित किए गए। इसके अतारिक्त थाती बुढ़ाकेदार नाथ में पूल के पास एक घर बहा है । धाम के गेट के नीचे बाजार में नदी के जलस्तर से खोखली हो रही सड़क के पास स्थित घर और दुकानों को खाली कराया जा चुका है।

तलवारबाजी कर मारपीट करने वाले दो फरार हिस्ट्रीशीटर हुये गिरफ्तार

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नैनीताल, नुमाइश के दौरान तलवारबाजी व मारपीट कर फरार हुए दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त तलवार भी बरामद की है। गिरफ्तार दोनो आरोपी जिला उधमसिंहनगर के अलग—अलग थानों के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर है जिन पर कई संगीन मुकदमें दर्ज है।
जानकारी के अनुसार बीती 20 जुलाई को अजीत सिंह बगडवाल पुत्र टीकम सिंह बगडवाल निवासी रामड़ी छोटी निकट के.वी.एम. स्कूल गांधी आश्रम मुखानी जिला नैनीताल द्वारा नुमाईस एम.बी. इन्टर कालेज ग्राउण्ड में वाहन पार्किंग को लेकर हुये विवाद के दौरान कुछ नामजद व कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा धारदार हथियार से मारपीट व गाली गलौज के सम्बन्ध में दी गयी तहरीर के आधार पर कोतवाली हल्द्वानी पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। मामले में पुलिस ने कार्यवाही करते हुए बीती 24 जुलाई को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। जबकि घटना में दो हमलावर फरार थे। जिन्हे पुलिस व एसओजी ने देर रात मुक्त विश्व विघालय के पास से गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त तलवार भी बरामद की गयी है। पूछताछ में ज्ञात हुआ कि गिरफ्तार आरोपी सिमरनदीप व आशु उर्फ आशुतोष भण्डारी मुख्य आरोपी देवेन्द्र सिंह बिष्ट जो वर्ष 2022 में एमबी डिग्री कालेज हल्द्वानी में मारपीट के मामले में जेल गया था उस दौरान उसकी उन दोनों से जेल में मुलाकात हुई थी। जहाँ से उनकी आपस में दोस्ती हो गयी और 20 जुलाई को नुमाईश मैदान में हुई घटना को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी अपनी स्कार्पियो कार से फरार हो गये थे। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी आशुतोष उर्फ आशु थाना किच्छा का हिस्ट्रीशीटर है जिसके खिलाफ जनपद उ.सि.नगर में हत्या के प्रयास, लूट, बल्वा, मारपीट, अस्लाहों की तस्करी आदि के कुल 15 मुकदमें दर्ज है। वहीं आरोपी सिमरनदीप सिंह थाना पुलबटृा जनपद उ.सिं.नगर का हिस्ट्रीशीटर है जिसके विरूद्ध हत्या के प्रयास, अवैध अस्लाह, गुण्डा अधिनियम, गैंगस्टर अधिनियम के तहत जनपद उ.सिं.नगर में कुल 15 मुकदमें दर्ज है। पुलिस के अनुसार दोनो आरोपी दोनों व्यत्तिQ हार्डकोर अपराधी हैं।

धरने के दौरान बेहोश हुए विधायक तिलकराज बेहड़, अस्पताल में भर्ती

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उधमसिंहनगर, जनपद के किच्छा में धरने के दौरान लोगाें को सम्बोधित कर रहे विधायक तिलकराज बेहड़ अचानक बेहोश हो गये। जिससे कार्यकर्ताओं मेंं हड़कंप मच गया, जिन्हे अस्पाल ले जाया गया जहां उनका उपचार जारी है।
किच्छा में एसडीएम को हटाने और व्यापार मंडल के चुनाव को लेकर दिये जा रहे धरने को संबोधित कर रहे विधायक तिलकराज बेहड़ भाषण देने के दौरान अचानक बेहोश हो गए। जिससे कार्यकर्ताओं में हड़कंप मच गया। आनन—फानन में त्वरित कार्यवाही करते हुए विधायक तिलकराज बेहड़ को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया है। जहंा उनका उपचार जारी है। इस दौरान एडीएम पंकज उपाध्याय भी अस्पताल पहुंचे हैं। जो उनके स्वास्थ्य लाभ की जानकारी ले रहे है।

भारी बारिश से मकान के ऊपर आया मलबा, दो लोग दबे, एसडीआरएफ सर्च में जुटी

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नई टिहरी, उत्तराखंड़ भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर है, राज्य के कई हिस्सों में सड़कें भूस्खलन के कारण बाधित हैं, वहीं जनपद टिहरी के थाना घनसाली से एसडीआरएफ टीम को सूचना मिली की बूढ़ा केदार के सामने तोली गांव में एक मकान में मलबा आने के कारण दो लोग दबे होने की संभावना है, और घटनास्थल बूढ़ा केदार से 10 किलोमीटर दूरी पर है, जिसमें एक किलोमीटर पैदल मार्ग है।Uttarakhand: भारी बारिश-भूस्खलन से यहां मकान ढहा , मां और बेटी की मौत -  Uttarakhand Morning Post

इस सूचना पर पोस्ट घनसाली से मुख्य आरक्षी कुलदीप सिंह एसडीआरएफ टीम के साथ घटनास्थल को रवाना हुए। घटनास्थल पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत करते हुए सर्चिंग आरम्भ की गई।
एसडीआरएफ और जिला पुलिस द्वारा गहन सर्चिंग के दौरान मलबे में दबी एक महिला सरिता देवी का शव रिकवर कर लिया है। दूसरे व्यक्ति की तलाश में सर्च ऑपरेशन अभी जारी है
वहीं पहाड़ से आया मलवे के कारण राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की ईमारत के ऊपर मालवा आने की वजह से विद्यालय की पीछे की दीवार टूट जाने की वजह स्कूल में मालवा घुस गया है, गनीमत यह रही की विद्यालय बंद था।

गौरवान्वित हुआ उत्तराखण्ड़ : लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा नए डीजी असम राइफल्स बने

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नई दिल्ली, कारगिल विजय दिवस पर उत्तराखंड़ के लिये गौरवपूर्ण खबर है कि लेफ्टिनेंट  जनरल विकास लखेड़ा अब  डीजी  असम राइफल्स होंगे,  55 वर्षीय  लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा 1 अगस्त को बतौर डीजी असम राइफल्स की कमान संभालेंगे, वह पूर्व में गोसी नागालैंड और पूर्व-आईजी असम राइफल्स रह चुके हैं, अब नए डायरेक्टर जनरल असम राइफल्स (डीजीएआर) का पदभार संभालेंगे। उन्हें शिलांग में तैनात किया जाएगा। हाल ही में उन्हें मेजर जनरल के पद से लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर पदोन्नत किया गया था और वह कुछ समय के लिए आर्मी हेडक्वार्टर में तैनात रहे।
    लेफ्टिनेंट जनरल लखेड़ा अपनी नई जिम्मेदारी संभालेंगे और पूर्व डीजीएआर लेफ्टिनेंट जनरल पीसी नायर को उनकी सेवानिवृत्ति के दिन 31 जुलाई को प्रतिस्थापित करेंगे। जब मेजर जनरल लखेड़ा को लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर पदोन्नत किया गया था, तो डीजीएआर लेफ्टिनेंट जनरल नायर ने इसे असम राइफल्स के लिए महत्वपूर्ण अवसर और कठिन काम और समर्पण की गवाही के रूप में ट्वीट किया था।
   मूल रूप से टिहरी गढ़वाल में जखंड गांव के निवासी  मेजर जनरल लखेड़ा ने 5 जनवरी 2022 को इंस्पेक्टर जनरल असम राइफल्स (उत्तर) का पदभार संभाला था। वह पदोन्नति के बाद इस वर्ष की शुरुआत में वहां से स्थानांतरित हो गए थे।उनके पिता विष्णु प्रसाद लखेड़ा भारतीय सेना की सिक्ख रेजीमेंट के बाद बीएसएफ में डीआईजी रहे हैं, वहीं उनकी छोटी बहन के पति और भाई असीम लखेड़ा आर्मी में कर्नल के पद पर सेवारत हैं, दून के डीएवी पीजी से स्नातक की शिक्षा ग्रहण करने और   आईएमए पास आउट होने के बाद उन्होंने सिख रेजीमेंट में कमीशन प्राप्त किया,  उनका परिवार देहरादून के बसंत विहार में निवास करता है | बता दें कि असम राइफल्स एक केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन अर्धसैनिक बल है, लेकिन इसके परिचालन गतिविधियों और प्रशासन की निगरानी उच्च भारतीय सेना जनरलों द्वारा की जाती है।
लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा :
    टिहरी जनपद के जखंड गांव में विकास लखेड़ा का जन्म 26 फरवरी 1969 को हुआ था, उनकी पत्नी विभा लखेड़ा सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता और गृहिणी हैं, उनके दो बेटे अर्जुन लखेड़ा और कृष्ण लखेड़ा हैं, विकास लखेड़ा डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन से पोस्ट ग्रेजुएट हैं |  उन्होंने सिकंदराबाद के कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट से उच्च रक्षा प्रबंधन पाठ्यक्रम की पढ़ाई की है, वह द रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज (आरसीडीएस), लंदन के पूर्व छात्र हैं |  विकास लखेड़ा ने उस्मानिया विश्वविद्यालय से प्रबंधन अध्ययन में स्नातकोत्तर किया है,  उन्होंने असम में काउंटर इंसर्जेंसी एनवायरनमेंट में अपनी यूनिट और पश्चिमी क्षेत्र में एक ब्रिगेड की कमान संभाली है |
    लेफ्टिनेट जनरल विकास लखेड़ा को 5 जून 2022 को आईजीएआर (नॉर्थ) में नियुक्त किया गया था,  9 जून, 1990 को भारतीय सेना की सिख लाइट इंफैंट्री में कमीशन मिला, वह संघर्ष विराम से पूर्व नागालैंड में भी सेवाएं दे चुके हैं, उन्हें जम्मू-कश्मीर और असम में आतंकवाद विरोधी अभियानों की योजना बनाने और संचालन का व्यापक अनुभव है | वह सेना के वरिष्ठ अधिकारी हैं और उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला में डिविजनल ऑफिसर और सामरिक प्रशिक्षण अधिकारी, जीओसी-इन-सी के सैन्य सलाहकार, मुख्यालय पूर्वी कमांड, स्टाफ ऑफिसर और सेना प्रमुख के  उप  सैन्य सलाहकार  के रूप में भी कार्य किया है |
इन पुरस्कारों से हो चुके सम्मानित : 
  लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा को सेना के कई विशिष्ट मेडलों से भी नवाजा जा चुका है। उन्हें उनकी बेहतरीन सेवा के लिए अति विशिष्ट सेना मेडल, सेना मेडल, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड और दो जीओसी-इन-सी कमेंडेशन कार्ड से सम्मानित किया गया है। हाल ही में उन्हें राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु द्वारा एवीएसएम से सम्मानित किया गया है।

संस्कृति और साहस की भूमि है भारत : प्रो. बत्रा

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हरिद्वार (कुलभूषण)महाविद्यालय में आज कारगिल विजय दिवस के 25 वर्ष पूर्ण होने पर भारतीय सेना एवं शहीदों के सम्मान में काॅलेज में निर्मित शौर्य दीवार पर देश के परमवीर चक्र से सम्मानित वीर शहीदों को नमन कर पुष्पाजंलि अर्पित की गयी।
इस अवसर पर काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने वीर बहादुर सैनिकों अपनी पुष्पाजंलित अर्पित करते हुए कहा कि भारत संस्कृति, क्षमा और साहस की भूमि है। अदम्य साहस एवं नैतिक बल दुनिया के लिए उल्लेखनीय और प्रेरणादायक है। प्रो. बत्रा ने कहा कि भारतीय सेना अपने देश का गौरव रखने में सदा कामयाब रही हैं। हमारे सैनिकों ने अनेक लड़ाईयाँ लड़ी और उनमें जीत हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि कारगिल दिवस भारतीय सेना की बढ़ती सामरिक क्षमता का परिचायक है। आज का दिन सशस्त्र बलों के वीरतापूर्ण प्रयासों और बलिदान को याद करने का दिन है। प्रो. बत्रा ने कहा कि कारगिल विजय दिवस भारत के शौर्य का प्रतीक है। इस अवसर पर प्रो. बत्रा ने माखनलाल चतुर्वेदी की कविता पुष्प की अभिलाषा भी सदन को सुनाई। अर्थशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष डाॅ. नरेश कुमार गर्ग ने अपने सम्बोधन में कहा कि कारगिल जैसी विषम भौगोलिक परिस्थितियों में युद्ध लड़ना और जीतना निसन्देह भारतीय सेना की शक्ति का परिचायक है। उन्होंने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक सेना में अपनी सेवाओं देकर अपने देश की उन्नति का मार्ग प्रशस्त करें। यह दिन उन वीर सपूतों के लिए समर्पित है जिन्होंने अपना आज हमारे कल के लिए बलिदान कर दिया।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने विजय दिवस की शुभकामनायें प्रेषित करते हुए कहा कि आज शौर्य दिवस है, जो कारगिल विजय की याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा हेतु उत्तराखण्ड ने सदैव अपना योगदान दिया है तथा देश की सम्प्रभुता, एकता व अखण्डता की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना कभी भी अपने सर्वोच्च बलिदान देने से पीछे नहीं हटी। राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष विनय थपलियाल ने कहा कि भारतीय सेना उच्च प्रशिक्षित एवं युद्ध कौशल में विश्व में सर्वश्रेष्ठ है।
इस अवसर पर प्रो. जगदीश चन्द्र आर्य, डाॅ. सुषमा नयाल, डाॅ. शिवकुमार चौहान, डाॅ. मोना शर्मा, श्रीमती रिचा मिनोचा, डाॅ. सुगन्धा वर्मा, विनीत सक्सेना, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, वैभव बत्रा, डाॅ. विजय शर्मा, श्रीमती रिंकल गोयल, श्रीमती रिचा मिनोचा, श्रीमती हेमवती, मधुर अनेजा, डाॅ. अमिता मल्होत्रा, मोहन चन्द्र पाण्डेय, राजनकुमार साहित काॅलेज के अनेक छात्र-छात्रा उपस्थित रहें ।

 

कारगिल विजय दिवस के अवसर पर 26वी बार रक्तदान किया

हरिद्वार ( कुलभूषण ) जिला चिकित्सालय रक्तकोष में आज स्वास्थ्यकर्मी अशोक कालरा(चीकू) ने अपना 26व रकतदान किया, जिसमे 15 बार whole blood व 11 बार SDP प्लेट्लेट्स डोनेशन शामिल है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को समाज के प्रति अपनी इस जिम्मेदारी को समझना चाहिए। एक आम नागरिक देश के लिए सरहद पर शहीद हुए बिना भी देश के लिए सेवा कर सकता है। हमारे देश में प्रति दिन अनेक व्यक्ति रक्त की कमी के चलते अपनी जान गवा देते हैं। उन्होंने जनता से अपील करी कि सभी को जीवन में रक्तदान करके अपना कर्तव्य निभाना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनीष दत्त ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर उनका उत्साह वर्धन किया।
आपको बता दे कि अशोक कालरा ब्लड वालंटियर्स हरिद्वार के सक्रिय सदस्य है।

वृक्षारोपण सम्पूर्ण जन्तुओ व पृथ्वी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण- ममता

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हरिद्वार ( कुलभूषण) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम के अंतर्गत आज पुलिस मॉडर्न स्कूल रोशनाबाद में संपन्न हुआ। स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती ममता तोमर ने इस अवसर पर कहा कि वृक्षारोपण के महत्व को समझते हुए संपूर्ण जीव, जंतुओं व इस पृथ्वी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। वृक्षों को अधिक से अधिक संख्या में लगाया जाना आज के समय में अत्यंत आवश्यक है। प्रधानाचार्य ने उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं को इस अभियान के निमित्त प्रेरित भी किया। इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल ने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण करना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। हमारे वातावरण में वृक्षों का बहुत अधिक महत्व है वृक्ष हमें आक्सीजन प्रदान करते हैं और वायु की गुणवत्ता में सुधार करते हैं वृक्ष लगाने से प्रदूषण भी कम होता है। जिससे आने वाली पीढ़ियां का जीवन अधिक सुरक्षित रहेगा। वृक्ष जीवन को कई तरह से हमारे जीवन सुरक्षित बनाते हैं। इस कार्यक्रम में भाजपा जिला महामंत्री आशु चौधरी, आशुतोष शर्मा, स्कूल के शिक्षक नूतांजी, इंद्रेश, रितु, मीनाक्षी चमोली, लता, पूर्णिमा सिंह, मंजू आदि उपस्थित रहे।

सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार का जवाब, ‘शांतिपूर्ण कांवड़ यात्रा के लिए नेमप्लेट लगाने के दिए निर्देश

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नई दिल्ली (आरएनएस)।  उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से पूरा करने के लिए नेमप्लेट लगाने का निर्देश जारी किया गया था। राज्य सरकार ने कहा कि निर्देश जारी करने के पीछे का मकसद कांवडिय़ों की यात्रा के दौरान उनके भोजन को लेकर सूचित विकल्प पेश करना था, ताकि उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे।
सहारनपुर के संभागीय आयुक्त द्वारा शपथ-पत्र में कहा गया है, कांवडिय़ों को परोसे जाने वाले भोजन के बारे में छोटी-छोटी भ्रांतियां भी उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती हैं और खासकर मुजफ्फरनगर जैसे सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र में तनाव पैदा कर सकती हैं।
यूपी सरकार ने कहा है कि यह निर्देश 2 सप्ताह से भी कम अवधि के लिए कांवड़ यात्रा मार्ग तक ही सीमित था, केवल कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण समापन को सुनिश्चित करने के लिए। सालाना 4.07 करोड़ से अधिक कांवडि़ए ये यात्रा करते हैं।
यूपी सरकार ने अपने जवाब मे कहा है कि राज्य द्वारा जारी निर्देश दुकानों और भोजनालयों के नामों से होने वाले भ्रम के बारे में कांवडिय़ों की ओर से मिली शिकायतों के बाद किए गए थे। शिकायतें मिलने पर ही पुलिस अधिकारियों ने कांवडिय़ों की चिंताओं को दूर करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्रवाई की।
यूपी सरकार ने कहा है कि राज्य ने खाद्य विक्रेताओं के व्यापार या व्यवसाय पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है और वे अपना व्यवसाय सामान्य रूप से कर सकते हैं। मालिकों के नाम और पहचान प्रदर्शित करने की आवश्यकता पारदर्शिता सुनिश्चित करने और कांवडिय़ों के बीच किसी भी भ्रम से बचने के लिए किया गया है।
राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार, राज्यों में सभी खाद्य दुकानों, भोजनालयों और फूड जॉइंट्स को मालिकों/प्रोपराइटरों और कर्मचारियों के नाम प्रदर्शित करने वाली नेमप्लेट लगानी होगी। ऐसा श्रावण मास में कांवड़ यात्रा करने वाले हिंदू श्रद्धालुओं की आस्था की पवित्रता को बनाए रखने के लिए किया गया।
सावन का महीना सोमवार से शुरू हो गया। इस दौरान भक्त और श्रद्धालु कांवड़ लेकर भोले शंकर को जल चढ़ाने के लिए कई किलोमीटर की यात्रा करते हैं। इसी यात्रा के दौरान कई दुकानों और ढाबों से वो खाने का सामान व अन्य चीजें खरीदते हैं। यूपी सरकार ने सबसे पहले आदेश जारी कर इन दुकानों पर मालिकों का नाम लिखने का आदेश जारी किया था, ताकि श्रद्धालु अपनी पसंद की दुकान से सामान खरीद सकें। उसके बाद ऐसा ही आदेश उत्तराखंड सरकार ने भी जारी किया।

भारी बरसात को लेकर ऑरेंज अलर्ट के चलते कल 27 जुलाई को देहरादून के स्कूलों में 01 दिन का अवकाश घोषित

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देहरादून: उत्तराखंड के ज्यादातर जिलों में  भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जिलाधिकारी सोनिका के आदेश के मुताबिक मौसम विभाग केंद्र के अनुसार भारी वर्षा के साथ ही गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका व्यक्त की है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ ही कक्षा 12 तक के छात्रों के लिए 27 जुलाई  (शनिवार) को अवकाश घोषित किया गया है। आदेश के अनुपालन की जिम्मेदारी मुख्य शिक्षा अधिकारी के साथ ही जिला कार्यक्रम अधिकारी को दी गई है।