Monday, June 9, 2025
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पंचायत निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू

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रुद्रप्रयाग- आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और राजस्व ग्रामों के आंकलन एवं निर्वाचन क्षेत्रों के विभाजन के शासन स्तर से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति जनपद में यह प्रक्रिया पूर्ण कर पंचायतीराज निदेशालय को रिपोर्ट उपलब्ध कराएगी। समिति सभी जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और राजस्व ग्रामों में जनसंख्या एवं अन्य मानकों के आधार पर सीटों का विभाजन करेगी। पुनर्गठन एवं परिसीमन प्रक्रिया जुलाई से सितंबर माह तक चलेगी जिसमें सूची के अंतिम प्रकाशन से पहले आपत्ति दर्ज करवाने एवं सुनवाई का मौका भी मिलेगा।
पुनर्गठन एवं परिसीमन कार्यक्रम का कार्यक्रम जारी करते हुए जिला मजिस्ट्रेट सौरभ गहरवार ने अवगत कराया कि राजस्व ग्रामों की सूची प्राप्त करने के लिए 29 जुलाई जबकि पुनर्गठन प्रस्ताव प्राप्त करने के लिए 30 जुलाई से 07 अगस्त तक का समय दिया गया है। प्रस्तावित पुनर्गठन प्रस्तावों का परीक्षण एवं सूची तैयार करने के लिए 08 अगस्त से 12 अगस्त तक का समय रहेगा। पुनर्गठन प्रस्तावों का अनंतिम प्रकाशन 13 अगस्त को होगा। पुनर्गठन प्रस्तावों पर आपत्तियों आमंत्रित करने के लिए 14 से 16 अगस्त तक का समय रहेगा। जबकि आपत्तियों के निस्तारण के लिए 17 से 21 सितंबर का समय दिया गया है। अंतिम प्रस्तावों का प्रकाशन एवं निदेशालय को भेजने के लिए 22 एवं 23 अगस्त का समय दिया गया है।
नवगठित एवं उससे प्रभावित अन्य ग्राम पंचायतों के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन प्रस्ताव तैयार करने के लिए 27 से 30 अगस्त समय दिया गया है। प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों की सूची का अनंतिम प्रकाशन 31 अगस्त को किया जाएगा। प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों के प्रस्तावों पर आपत्तियां दर्ज करवाने के लिए 02 से 04 सितंबर का समय दिया गया है। आपत्तियों का निस्तारण 05 से 08 सितंबर को होगा। वहीं परिसीमन प्रस्तावों का अनंतिम प्रकाशन 09 सितंबर को करना होगा। वहीं प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों की सूचियां 10 सितंबर तक पंचायती राज निदेशालय को उपलब्ध करवानी होगी।

क्षेत्र पंचायतों/ जिला पंचायतों में 13 सितंबर से शुरू होगी प्रक्रिया।

क्षेत्र पंचायतों / जिला पंचायतों के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों के पुर्नपरिसीमन हेतु प्रस्तावों की तैयारी के लिए 13 से 17 सितंबर का समय दिया गया है। निर्वाचन क्षेत्रों की सूची का अनंतिम प्रकाशन 18 सितंबर को होगा। प्रस्तावों पर आपत्तियाँ दर्ज कराने के लिए 19 से 23 सितंबर का समय रहेगा। जबकि आपत्तियों के निस्तारण के लिए 24 एवं 25 सितंबर का समय दिया गया है। अंतिम प्रकाशन 26 सितंबर को होगा। वहीं 27 सितंबर तक सभी निर्वाचन क्षेत्रों की सूचियां निदेशालय को उपलब्ध करवानी होंगी।

पेरिस ओलंपिक में भारत को मिला पहला मेडल, मनु भाकर ने जीता कांस्य पदक

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नई दिल्ली, पेरिस ओलंपिक में भारत को पहला मेडल मिला है। रविवार को 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में भारत की मनु भाकर ने कांस्य पदक जीतकर पेरिस ओलंपिक में देश नाम रौशन किया। मनु भाकर ने 22 शॉट्स के बाद अपना रन पूरा किया और 221.7 का स्कोर किया। वह श्रृंखला में दूसरे स्थान पर मौजूद येजी किम को पछाड़ने से केवल 0.1 से पीछे रह गईं। वह शूटिंग में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। मेडल जीतने के बाद मनु ने कहा कि गीता से उन्हें धैर्य रखने की प्रेऱणा मिली। 22 वर्षीय भाकर ने निशानेबाजी में भारत के 12 साल के ओलंपिक पदक के सूखे को तोड़ दिया है। भाकर ने श्रृंखला की शुरुआत की और अपने पांच शॉट्स में 50.2 का मजबूत स्कोर बनाया। उन्होंने अपना संयम बनाए रखा। सीरीज़ 2 में 50.1 का स्कोर किया और कुल 100.3 का स्कोर बनाया। अभी भाकर के 2 इवेंट और हैं और वह अधिक पदक भी जीत सकती हैं। मनु ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में 221.7 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया। भारतीय निशानेबाज जब बाहर हुईं तो दक्षिण कोरिया की येजी किम से सिर्फ 0.1 अंक पीछे थीं जिन्होंने अंतत: 241.3 अंक के साथ रजत पदक जीता। किम की हमवतन ये जिन ओह ने 243.2 अंक के फाइनल के ओलंपिक रिकॉर्ड स्कोर के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। लंदन ओलंपिक 2012 के बाद भारत का निशानेबाजी में यह पहला ओलंपिक पदक है।

 

मृतक रणबीर सिंह के परिजन सचिवालय पर करेंगे प्रदर्शन, सीएम से लगायेंगे न्याय की गुहार

देहरादून, पुलिस अभिरक्षा में गम्भीर रूप से घायल रणबीर सिंह की सुद्धोवाला जिला कारागार में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु की हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से जांच की मांग को लेकर जनसंगठनों एवं राजनैतिक दलों तथा सामाजिक कार्यकर्त्ता सोमवार 29 जुलाई को सचिवालय पर प्रदर्शन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करेंगे । इस प्रदर्शन में मृतक की पत्नी भाई तथा बच्चे तथा परिजन शामिल होकर मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगायेंगे ।

सचिवालय में होने वाले प्रदर्शन के माध्यम से निम्न मांगों को प्रमुखता से उठाया जाऐगा ।
विभिन्न संगठनों एवं राजनैतिक दलों के नेताओं के साथ अनन्त आकाश सचिव सीपीएम, नवनीत गुंसाई अध्यक्ष आयूपी, प्रमिला रावत यूकेडी ने एक बयान जारी कर प्रदेश सरकार निम्न मांग की है |
-रणबीरसिंह की अभिरक्षा में हुई संदिग्ध मृत्यु कि हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायधीश से जांच करवाई जाय ।
-सम्भव हो सके तो इस संदिग्ध मृत्यु कि जांच स सिबिआई से करवाई जाये ।
-जांच के दायरे में कोतवाली ऋषिकेश पुलिस ,क्षेत्राधिकारी पुलिस ऋषिकेश ,चिकित्साधिकारी राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश ,बरिष्ठ जेल अधीक्षक जिला कारागार एवं उसे जुड़े स्टाफ ,दून अस्पताल के चिकित्सक तथा पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों तथा ऋषिकेश एजेएम कोर्ट प्रक्रिया को शामिल किया जाये ।
-मामले से जुड़े सभी के खिलाफ निलम्बन तथा स्थान्तरण कि कार्यवाही सुनिश्चित की जाये ।
-मृतक के परिजनों की जानमाल की सुरक्षा की जाये ।
-रणबीरसिंह कि विधवा तथा तीन बच्चों के भरण पोषण के लिऐ सरकार समुचित दे ।
आयोजकों ने रणबीरसिंह को न्याय दिलाने के लिऐ सभी राजनैतिक ‌ सामाजिक संगठनों तथा समाज में सक्रिय समूहों से अपील भी की है कि वे भी इस न्याय की लडा़ई में शामिल होकर एकजुटता के साथ आगे आयें‌ ।

 

 

श्रवण बाधित दिव्यांगों के लिए हुई कार्यशाला, एलईडी बल्ब बनाने और रिपेयरिंग की सिखाई विधि

देहरादून, श्रवण बाधित दिव्यांगों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें एलईडी बल्ब बनाने और रिपेयरिंग की विधि सिखाई गई। इस कार्यशाला का आयोजन जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र, स्पेक्स, स्पीकिंग क्यूब ऑन लाइन मैंटल हैल्थ कंसल्टिंग फाउंडेशन की ओर से किया गया। इन संस्थाओं ने तकनीकी सहयोग भी दिया।
कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक राम तीरथ मोर्या ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को एलईडी बल्ब को बनाने में प्रयुक्त होने वाली सामग्री के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कार्यशाला में सात व नौ वॉट के बल्ब बनाने व उनको ठीक करने की तकनीकी से दिव्यांग जनों को परिचित कराया। कार्यशाला में नीरज उनियाल ने अपना सकारात्मक सहयोग प्रदान किया।
इस अवसर पर जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के अनंत मेहरा द्वारा इस कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि स्पेक्स व स्पीकिंग क्यूब ऑन लाइन मैंटल हैल्थ कंसल्टिंग फाउंडेशन के तकनीकी सहयोग से आज हम एलईडी बल्ब बनाने और उसकी रिपेयरिंग के लिए कार्यशाला का आयोजन कर रहे हैं। इस कार्यशाला के बाद आप सभी अपने लिए एक रोजगार का रास्ता चुन सकेंगे।
उन्होंने कहा कि यह एक अच्छी पहल होगी कि हम जैसे लोगों को कोई संस्था तकनीकी से जोड़ कर एक जीवन कौशल का अवसर हमारे लिए लेकर आई है। हम आगे भी स्पेक्स सोसायटी से चाहेंगे की स्पेक्स हमारे लिए कुछ अन्य तकनीकी सहयोग प्रदान कर हमारे जैसे लोगों को आत्म निर्भर बनाने का पुनीत कार्य करती रहेगी |
इस मौके पर स्पेक्स सोसायटी के अध्यक्ष डॉ बृजमोहन शर्मा ने कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला संभवत देहरादून में श्रवण बाधित दिव्यांग जनों के लिए पहली बार आयोजित हो रही है। यह कार्यशाला आप सभी के लिए एक विशेष अनुभव वाली है। इससे आप कौशल विकास के साथ तकनीकी व रोजगार भी प्राप्त करेंगे। इस अवसर पर डॉ मधु शर्मा, अंजू शर्मा, निरुपमा सूद, उमेश ग्रोवर, क्षमा गर्ग, मोनिका के साथ ही यूपीईएस के इंटर्न उपस्थित रहे।

 

त्रिस्तरीय पंचायत का कार्यकाल दो वर्ष बढ़ाए जाने की मांग : अनिश्चित कालीन क्रमिक अनशन हुआ प्रारंभ

देहरादून, त्रिस्तरीय पंचायत का कार्यकाल दो वर्ष बढ़ाए जाने की मांग को लेकर चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत संगठन का पंचायती राज निदेशालय में चल रहा धरना प्रदर्शन रविवार को 13 वें दिन भी जारी रहा। सोमवार को गांधी पार्क में ग्राम स्वराज प्रेणता शांति दूत राष्ट पिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष त्रिस्तरीय पंचायत संगठन द्वारा प्रातः 11 बजे से 4 बजे तक भूख हड़ताल के पश्चात सीटी मजिस्ट्रेट देहरादून को ज्ञापन दिया जायेगा, वहीं 28 जुलाई 2024 से धरना प्रदर्शन स्थल पर अनिश्चित कालीन क्रमिक अनशन भी प्रारंभ किया गया।
भूख हड़ताल में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष भास्कर सम्मल ,संयोजक जगत मार्तोलिया रघुवीर सिंह सजवान (जिला पंचायत सदस्य ) प्रदेश प्रमुख अध्यक्ष डॉक्टर दर्शन सिंह दानू,प्रदेश अध्यक्ष जिला पंचायत सदस्य संघठन डॉक्टर प्रदीप भट्ट, दुगड्डा ब्लॉक प्रमुख रुचि केंतुरा, ब्लॉक प्रमुख भिलंघना वसुमति घनाता,जिला अध्यक्ष प्रधान संग रुद्र प्रयाग देवेंद्र भंडारी, नवीन सिंह भंडारी ,सीमा गौड़, बबिता जोशी , पुष्पेंद्र सिंह कैंतुरा देवेंद्र सिंह नेगी छींका ,शुशील रतूड़ी,दिनेश भजनियाल अध्यक्ष प्रधान संघठन भिलंघना,धर्म दत्त डिमरी, भारती रावत हरेंद्र जग्गी,निर्मला नेगी राठौर कालसी,विनोद बिजल्वाण, विनोद सिंह राणा खटीमा, उषा देवी,द्रोपति देवी खटीमा,महेश कुकरेती मीनू छेत्री,राजेन्द्र रावत इत्यादि उपस्थित रहे।

हर कदम पर अडिग : डॉ. कुनियाल, मीनल सिंह और मेघना जोशी की सफलता से गौरवान्वित हुआ उत्तराखण्ड़

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देहरादून, उत्तराखंड़ के वैज्ञानिक और होनहार बेटियां आज देश विदेश में हर कदम पर अपनी सफलता के परिचय दे रहे हैं। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया है जिनके वह वास्तव में हकदार हैं, और जिनकी सफलता कहीं न कहीं समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं। चलिये मिलते हैं पहाड़ की तरह अडिग इरादे वाले इन पहाड़ियों से, जिनकी सफलता से उत्तराखण्ड़ गौरवान्वित हुआ |

डॉ. जेसी कुनियाल :

गोविंद बल्लभपंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान अल्मोड़ा के वरिष्ठ वैज्ञानिक और केंद्र प्रमुख डॉ. जेसी कुनियाल को पर्यावरण, विज्ञान, वन और जलवायु परिवर्तन, जीव विज्ञान और भूगोल के क्षेत्र में उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धियों और विश्वविद्यालय के प्रति उनके समर्पण के लिए बाथ स्पा विश्वविद्यालय लंदन द्वारा मानद फेलोशिप प्रदान की गई है।
डॉ. जेसी कुनियाल संस्थान के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास की संभावनाओं को खोजने में जुटे हैं। वे विभिन्न विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू और स्टूडेंट एक्सचेंज कार्यक्रमों पर भी कार्य कर रहे हैं जिससे पर्यावरण संरक्षण में सहायता मिल सके। डा. कुनियाल ने कहा कि जीबी पंत संस्थान वर्षों से हिमालय को बचाने के लिए काम कर रहा है। इसके लिए वह अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और संस्थानों के साथ मिलकर भी कार्य कर रहे हैं। डॉ. जेसी कुनियाल ने इस उपाधि के लिए संस्थान के निदेशक प्रोफेसर सुनील नौटियाल और पूर्व निदेशक स्वर्गीय डॉ. आरएस रावल को भी श्रेय दिया।

मीनल सिंह :

गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर की मृदा विज्ञान की पीएचडी छात्रा मीनल सिंह को वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय ऑस्ट्रेलिया के साथ दोहरे डॉक्टरेट कार्यक्रम के लिए चयनित किया गया है।
मीनल पंतनगर विश्वविद्यालय की पहली छात्रा हैं जिनका चयन दोहरे डीडीपी यानी डुअल डिग्री प्रोग्राम के लिए हुआ है। उनकी माता चंपा सोरागी गृहणी हैं और उनके पिता स्व. हुकुम सिंह विकास भवन भीमताल में आर्थिक और सांख्यिकी अधिकारी थे। मीनल अपनी इस सफलता का श्रेय अपने भाई आशुतोष सिंह और अपने गुरुजनों को देती हैं। मीनल को दोनों विश्वविद्यालयों से एक साथ दो डॉक्टरेट डिग्री दी जाएंगी और वह पंद्रह महीने तक डब्ल्यूएसयू में रहेंगी।
मीनल को इस अवधि में सिडनी यूनिवर्सिटी से प्रति वर्ष 32,192 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर की छात्रवृत्ति और अनुसंधान के लिए 6,500 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर मिलेंगे।

मेघना बल्लभ जोशी :

इसी माह 20 जुलाई को यूके के जीवंत शहर लंदन मेंमतीसरा एनआरआई एचीवर्स अवार्ड का आयोजित किया गया, जिसमें उत्तराखण्ड़ की मेघना बल्लभ जोशी को परोपकार और बाल संरक्षण के क्षेत्र में उनके सकारात्मक कार्य के लिये सम्मानित किया गया |
दून निवासी मेघना बच्चों के अधिकारों की सशक्त समर्थक रही हैं और कई गैर-लाभकारी संगठनों के साथ मिलकर बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का काम किया है। वह अमेरिका में अपनी स्वयं की गैर-लाभकारी संस्था, Beyond Creation, चलाती हैं, जो विशेष जरूरत वाले बच्चों को समर्थन और संसाधन प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करती है। मेघना ने अपनी अडिग समर्पण और प्रभावशाली काम के माध्यम से हमारे उत्तराखंड को गर्वित किया है। उनके परोपकारी प्रयासों के अतिरिक्त, मेघना अमेरिका के एक बड़े बैंक में एक सफल नेता हैं, एक मैराथन धावक हैं और एक उत्साही पर्वतारोही हैं जिन्होंने माउंट किलिमंजारो पर चढ़ाई की है। वह दो बच्चों की समर्पित माँ, एक कुशल बेकिंग विशेषज्ञ, थिएटर आर्टिस्ट और नर्तकी भी हैं। मेघना ने न्यूयॉर्क और पेरिस फैशन वीक में मॉडलिंग की है और विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं। मेघना के परिवार में पिताचांद बल्लभ और माता राधा बल्लभ और एक छोटा भाई भी है, उनका परिवार देहरादून के नेहरू कालौनी में निवास करता है |

रेलयात्री ध्यान दें..29-31 जुलाई तक नहीं चलेंगी कई ट्रेनें, रेलवे ने रद्द की 62 गाडिय़ां

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नईदिल्ली,। अगर आप ट्रेन से यात्रा करते हैं या आने वाले एक दो दिन में ट्रेन से कहीं जाने वाले हैं तो ये खबर आपके लिए हैं. क्योंकि रेलवे में आने वाले तीन दिनों तक कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है. जिसके चलते आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. दरअसल, मध्य रेलवे ने पुणे डिवीजन के दौंड में नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के चलते तीन दिवसीय ब्लॉक का ऐलान किया है. जिसके चलते 29 से 31 जुलाई (सोमवार से बुधवार) तक कई ट्रेन पर इसका असर पड़ेगा. रेलवे ने 29 जुलाई को 15 ट्रेनें, 30 जुलाई को 23 ट्रेनें और 31 जुलाई को 24 ट्रेनों को रद्द किया है.
इनके अलावा कई अन्य ट्रेनों को डायवर्ट कर चलाया जाएगा. जिन ट्रैक पर ट्रेनों का आवागमन प्रभावित होगा उनमें पुणे-मिराज-कुर्दुवाड़ी, गुंतकल-बेलारी-हुबली-मिराज-पुणे और मनमाड-इगतपुरी-कल्याण-पनवेल-कर्जत-पुणे-मिराज शामिल हैं. ब्लॉक के चलते कई ट्रेनों के रूट को भी कम किया गया है.
कल यानी सोमवार (29 जुलाई) को ट्रेन संख्या 12169/12170 पुणे-सोलापुर-पुणे एक्सप्रेस, 17613 पनवेल-हजूर साहिब नांदेड़ एक्सप्रेस, 11409 दौंड-निजामाबाद डीएमयू, 12025/12026 पुणे-सिकंदराबाद-पुणे शताब्दी एक्सप्रेस, 01532 बारामती-दौंड डीएमयू,, 17614 हजूर साहिब नांदेड़-पनवेल एक्सप्रेस, 01527 दौंड-बारामती डीएमयू, 11418 सोलापुर-पुणे एक्सप्रेस, 01511 /01512 पुणे-बारामती-पुणे डीएमयू, 01529/01530 पुणे-दौंड-पुणे डीएमयू, 01487/01488 पुणे-हरंगुल-पुणे एक्सप्रेस, 01525 पुणे-दौंड मेमू पैसेंजर,  01461/01462 सोलापुर-दौंड-सोलापुर डीएमयू,  01528 बारामती-पुणे डीएमयू, 01533 पुणे और दौंड डीएमयू ट्रेनें रद्द रहेंगी.
जबकि मंगलवार यानी 30 जुलाई को गाड़ी संख्या  01521 पुणे-दौंड डीएमयू,  01523 दौंड-बारामती डीएमयू, 17614 हजूर साहिब नांदेड़-पनवेल एक्सप्रेस, 17613 पनवेल-हजूर साहिब नांदेड़ एक्सप्रेस, 11422 सोलापुर-पुणे डीएमयू, 11421 हडपसर-सोलापुर डीएमयू, 01528 बारामती-पुणे डीएमयू, 12169/12170 पुणे-सोलापुर -पुणे एक्सप्रेस,  01527 दौंड-बारामती डीएमयू, 01487/01488 पुणे-हरंगुल-पुणे स्पेशल, 11406 अमरावती-पुणे, 11409 दौंड-निजामाबाद डीएमयू, 11418 सोलापुर-पुणे एक्सप्रेस,  01522 हडपसर-दौंड डीएमयू, 01526 बारामती-पुणे डीएमयू, 01511 पुणे-बारामती डीएमयू , 1417 पुणे-सोलापुर एक्सप्रेस, 01525 पुणे-दौंड मेमू पैसेंजर, 01512 बारामती-दौंड डीएमयू, 01529/01530 पुणे-दौंड-पुणे, 01462/01461 दौंड-सोलापुर-दौंड डीएमयू, 01533 पुणे-दौंड डीएमयू और 01532 बारामती-दौंड डीएमयू शामिल है.
वहीं बुधवार यानी 31 जुलाई को भी कई ट्रेनें रद्द रहेंगी. इनमें 01525 पुणे-दौंड मेमू पैसेंजर, 01522 हडपसर-दौंड डीएमयू, 01511 पुणे-बारामती डीएमयू, 11422 सोलापुर-पुणे डीएमयू, 12169/12170 पुणे-सोलापुर -पुणे एक्सप्रेस, 01512 बारामती-दौंड डीएमयू, 17614 हजूर साहिब नांदेड़-पनवेल एक्सप्रेस, 17613 पनवेल-हजूर साहिब नांदेड़ एक्सप्रेस, 11421 हडपसर-सोलापुर डीएमयू, 01487/01488 पुणे-हरंगुल-पुणे स्पेशल, 11406 अमरावती-पुणे, 11409 दौंड-निजामाबाद डीएमयू, 01533 पुणे-दौंड डीएमयू , 11418 सोलापुर-पुणे एक्सप्रेस, 01521 पुणे-दौंड डीएमयू, 11417 पुणे-सोलापुर एक्सप्रेस, 01523 दौंड-बारामती डीएमयू,  01526 बारामती-पुणे डीएमयू, 01527 दौंड-बारामती डीएमयू, 01529/01530 पुणे-दौंड-पुणे, 01528 बारामती-पुणे डीएमयू, 01462/01461 दौंड-सोलापुर-दौंड डीएमयू और  01532 बारामती-दौंड डीएमयू ट्रेन शामिल है.
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त्रिवेणी घाट पर डूब रहे कांवड़ियों को किया सकुशल रेस्क्यू

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ॠषिकेश, त्रिवेणी घाट की तेज धारा में बहने वाले, मध्यप्रदेश निवासी 24 वर्षीय युवक को जल पुलिस ने सकुशल रेस्क्यू कर लिया है।
जानकारी के अनुसार आज सुबह कांवड़ ड्यूटी में तैनात एसओजी कर्मी को एक व्यक्ति गंगा की तेज धारा में बहता हुआ दिखाई दिया, जिस पर उनके द्वारा तत्काल इसकी सूचना जल पुलिस को दी गयी, घाट में ड्यूटी पर नियुक्त जल पुलिस कर्मियों द्वारा तत्परता दिखाते हुए बिना समय गवाये नदी के तेज बहाव से डूबते हुए कांवडियों को बचाने हेतु गंगा की तेज धारा में छलांग लगाई तथा नदी के तेज बहाव में उक्त व्यक्ति का पीछा करते हुए उसे 72 सीडी के पास गंगा की तेज धारा में पकड़ कर किनारे लाया गया, उक्त स्थान पर तत्काल सीढ़ी की व्यवस्था न होने तथा नदी के जलस्तर के बढ़ने के दृष्टिगत जल पुलिस एवं एस.ओ.जी के कर्मचारीयों द्वारा रस्सी की सहायता से उक्त व्यत्तिQ को आस्था पथ पर सकुशल बाहर निकाला गया, बचाए गए व्यक्ति गणेश कुमार, जो कि मध्य प्रदेश का निवासी है तथा उसके साथियों द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा तत्परता से की गई कार्यवाही की प्रशंसा करते हुए दून पुलिस का आभार प्रकट किया गया है।

संविदा एवं ठेका क्षेत्र में कार्य कर श्रमिकों की आवाज मजबूती से बोर्ड में उठायी जाएगी : सुमित सिंघल

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देहरादून, प्रदेश में सरकार एवं निजी क्षेत्र में लाखों की संख्या में श्रमिक संविदा एवं ठेका में कार्य कर रहे हैं परंतु उनकी समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है। यह वक्तव्य भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री सुमित सिंघल ने अपने सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में व्यक्त किये | उत्तराखंड़ राज्य सलाहकार संविदा श्रम बोर्ड का सदस्य नामित किए जाने पर आयोजित स्वागत सम्मान समारोह में बोलते प्रदेश महामंत्री सुमित सिंघल ने कहा कि प्रदेश में नियमितीकरण, समान कार्य का समान वेतन जैसे अनेक मुद्दों पर उन्हें आज तक न्याय नहीं मिला है। विभिन्न सरकारी विभागों में 10 वर्ष से अधिक कार्य कर रहे संविदा श्रमिकों को सरकार द्वारा नियमित अभी तक नहीं किया है जिसमें कोर्ट ने भी संविदा श्रमिकों के पक्ष में निर्णय दिया है। आज संविदा श्रमिकों नियमित कर्मचारियों के बराबर या उससे अधिक कार्य लिया जाता है परन्तु उन्हें नियमित कर्मचारियों के बराबर वेतन नहीं दिया जाता और बहुत कम वेतन में संविदा श्रमिकों को मजबूरन अपने परिवार का भरण पोषण करना पड़ता है।
आज निजी उद्योगों में भी संविदा एवं ठेके पर कार्य कर रहे श्रमिकों का शोषण किया जा रहा है। श्रम कानूनों के अनुसार कार्य कर रहे श्रमिकों से निजी क्षेत्र में कार्य कर रहे उद्योग अपना नियमित उत्पादन नहीं करा सकते हैं उनसे मशीन पर कार्य भी नहीं करवा सकते परंतु बहुत ऐसे उद्योग हैं जहाँ श्रम क़ानूनों का पालन नहीं हो रहा है आज श्रमिकों से मशीनों पर कार्य कराया जाता है जिससे आए दिन उनके साथ हादसे होते हैं कुछ का तो जीवन भी चला जाता है और मुआवज़े के नाम पर उन्हें कुछ नहीं दिया जाता।
सुमित सिंघल ने कहा की उनकी प्राथमिकता रहेगी की संविदा एवं ठेका क्षेत्र में कार्य कर रहे लाखों श्रमिकों की समस्याओं और उनकी आवाज को मजबूती से बोर्ड में उठाया जाएगा और श्रमिकों को न्याय दिलाने का काम किया जाएगा।
भारतीय मज़दूर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय कांत शर्मा ने कहा की सरकार द्वारा सुमित सिंघल जी को संविदा श्रम सलाहकार बोर्ड का सदस्य नामित किए जाने निश्चित रूप से संविदा और ठेका क्षेत्र में काम कर रहे लाखों श्रमिकों के लिये ऐतिहासिक कदम हैं। सुमित सिंघल पहले से ही संविदा और ठेका क्षेत्र में कार्य कर रहे है और हज़ारो कर्मचारियों को न्याय दिला चुके है।
इस अवसर पर प्रदेश कोषाध्यक्ष पदम सिंह धमानदा, वरिष्ठ मार्गदर्शक गोविंद सिंह बिष्ट, प्रदेश सदस्य अर्चना बिष्ट, नगर निगम यूनियन महामंत्री अरविंद पवार, प्रदेश सदस्य विनीत सैनी, जिला संगठन मंत्री सुनील बिष्ट, एमईएस यूनियन से केसर सिंह, राजकुमार, संदीप धीमन ओएनजीसी संविदा यूनियन महामंत्री जितेंद्र चौहान, मनोज कुमार, स्वजल यूनियन से अरविंद पयाल, दून क्लब यूनियन से बुद्धि सिंह राणा, आँचल दुग्ध यूनियन से नरेश कुमार मौजूद रहे ।

सीएम धामी ने  ली टिहरी गढ़वाल के भिलंगना विकासखंड के बाल गंगा एवं बूढ़ा केदार में हुई भारी बारिश और भूस्खलन के संबंध में जानकारी

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देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भिलंगना विकासखंड के बालगंगा एवं बूढ़ाकेदार क्षेत्र में हुई भारी बारिश और भूस्खलन को लेकर लगातार विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह एवं जिला अधिकारी टिहरी गढ़वाल मयूर दीक्षित से राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में  लगातार जानकारी ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को तिनगढ़ गांव के अलावा आपदा प्रभावित क्षेत्र के अन्य संवेदनशील गाँवों को तत्काल चिन्हित कर प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए। इसके साथ स्थानीय निवासियों के मवेशियों एवं अन्य पालतू पशुओं को भी सुरक्षित स्थानों पर रखे जाने की व्यवस्था करने तथा राहत एवं बचाव कार्य प्रभावी तरीके से चलाए जाने के निर्देश दिए है।
जिलाधिकारी ने बताया कि बालगंगा क्षेत्र तोली गांव में 02 जनहानि हुई, मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख के राहत राशि के चेक तथा आवास क्षति का 01 लाख 35 हजार रुपए का चेक कल ही तत्काल उपलब्ध कराए गए।  2 पशु हानि होने पर संबंधित पशुपालकों को 57 हजार 500 रुपए की मुआवजा राहत राशि के चेक वितरित किए गए।
जिलाधिकारी ने बताया कि तिनगढ गांव को कल ही खाली कराकर प्रभावित परिवारों को अस्थाई राहत शिविर रा.ई.का. बिनकखाल में शिफ्ट किया गया। शिविर में प्रभावितों हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं।
आपदाग्रस्त ग्राम तोली, जखाणा, कोट, विशन, थाती बूढाकेदार, पिंसवाड़ उरणी, अगुण्डा, कोटी आदि ग्रामों में सार्वजनिक रास्ते, कृषि भूमि, सड़क, पेयजल लाईन, विद्युत आदि परिसम्पत्तियों के क्षति आंकलन/सर्वे कार्य हेतु कृषि, पशुपालन, स्वास्थ्य, राजस्व, उद्यान, समाज कल्याण, सहकारिता विभाग के अधिकारियों की टीमें गठित की गई हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि 27 जुलाई को  अतिवृष्टि/बादल फटने से पिन्सवाड़ में तोली, कोटी, जखाणा, पिन्सवाड़, अगुण्डा में ट्रांसफार्मर व विद्युत पोल क्षतिग्रस्त होने से विद्युत आपूर्ति बाधित है, जिसकी सुचारीकरण की कार्यवाही की जा रही है।
घनसाली के अंतर्गत ग्राम थाती बुढाकेदार, झाला पेयजल योजना, कोट विशन पेयजल योजना, विशन विद्यालय पेयजल, सेन्दुल सिन्सरगाड पेयजल योजना, चमियाला पदोका पेयजल योजना, पिन्सवाड पेयजल योजना, कोट बुढाकेदार पेयजल योजना, अगुण्डा पेयजल, खवाड़ा पेयजल, डालगांव पेयजल, कुण्डयाली पेयजल, कुण्डयाली-सौला पेयजल, गेवाली पेयजल, तोली पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त होने से बाधित है. जिसकी सुचारीकरण की कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही ग्राम तोली के अन्तर्गत ग्राम पंचायत की 01 पेयजल योजना तथा ग्राम जखाणा की 01 पेयजल योजना क्षतिग्रस्त है।
विकासखण्ड भिलंगना में स्योरा तोक तोली, चौरी तोक, सेरा से खंजर, दुगई तोक, घटतोक विशन, फकोरा, केमरियासौड, कोठियाडा, कोठियाडा कीडर, चमियाला, अन्द्रिया मण्टगांव, सिरस, जखाली पिलखी, बौर, सिलासेरा में नहर क्षतिग्रस्त हुई है।
दैवीय आपदा से न्याय पंचायत थाती बुढाकेदार के ग्राम भिगुन में लगभग 0.15 है., तिनगढ़ लगभग 0.20 है. तथा तोली लगभग 0.25 है. कृषि क्षति हुई है।

आपदा मानकों में बदलाव कर प्रभावितों को मिले लाभ: यशपाल आर्य  

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नई टिहरी(आरएनएस)। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने रविवार को बूढ़ाकेदार क्षेत्र के आपदाग्रस्त तोली व तिनगढ़ का भ्रमण कर प्रभावितों से मुलाकात की। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष ने व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारियों ने प्रभावितों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। रविवार को नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य आपदा प्रभावितों के लिए बनाए गए अस्थाई राहत शिविर राइंका बिनकखाल पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने प्रभावितों से कुशलक्षेम जानी। नेता प्रतिपक्ष ने तोली गांव में अपनी बेटी और पत्नी की मौत के बाद सदमें में आए वीरेंद्र को ढांढस बांधते हुए उनके प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वर्षों से बूढ़ाकेदार क्षेत्र आपदा से ग्रसित है। जहां पर हर वर्ष आपदा से लोग जान गंवा रहे है। लेकिन सरकार अभी तक कोई पुख्ता इंतजाम नहीं कर पाई है। उन्होंने आपदा मानकों में बदलाव कर लोगों को लाभ देने की मांग की।

जेल में पास्को व बलात्कार अपराधों में बंद हैं एक चौथाई कैदी

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-देहरादून जिला जेल में क्षमता से ढाई गुना कैदी बंद, 70 प्रतिशत विचाराधीन

-जेल प्रशासन द्वारा नदीम को उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ खुलासा

काशीपुर, उत्तराखंड़ की राजधानी में स्थित जिला जेल देहरादून में उसकी क्षमता 580 की अपेक्षा लगभग ढाई गुना 1242 कैदी बंद है जिसमें 70 प्रतिशत 872 विचाराधीन कैदी बंद हैं। जबकि 30 प्रतिशत 370 सिद्वदोष (सजायाफता) कैदी बंद हैं। कुल कैदियों में लगभग एक चौथाई 293 कैदी पास्को व बलात्कार अपराधों में जेल में बंद हैं। यह खुलासा जेल प्रशासन द्वारा नदीम उद्दीन को उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ।
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट ने जिला कारागार देहरादून के लोेक सूचना अधिकारी से जेल में बंदियों सम्बन्धी विवरण की सूचना चाही थी। इसके उत्तर में लोक सूचना अधिकारी/कारापाल पवन कुमार कोठारी ने अपने पत्रांक 3560 से सम्बन्धित विवरण उपलब्ध कराया।
उपलब्ध सूचना के अनुसार जिला जेल देहरादून की क्षमता 580 कैदियों की है जबकि जून 2024 के अंत में इसमें कुल 1242 कैदी बंद थे इसमें 70 प्रतिशत 872 विचाराधीन तथा 30 प्रतिशत 370 सिद्वदोष कैदी बंद थे। इसमें से 5 मृत्युदण्ड तथा 168 आजीवन कारावास से दण्डित हैं।
उपलब्ध सूचना के अनुसार कुल कैदियों में 20 प्रतिशत 249 कैदी पास्को अपराधों तथा 4 प्रतिशत 44 बलात्कार के केसों में बंद हैं जबकि 25 प्रतिशत 306 हत्या, 12 प्रतिशत 154 नशीले पदार्थों, 2 प्रतिशत 31 लूट, 1 प्रतिशत 12 डकैती व 14 अपहरण तथा 35 प्रतिशत 432 अन्य अपराधों में बंद हैं।
सिद्वदोष 370 कैदियों में 18 प्रतिशत 66 पास्को अपराधों, 1 प्रतिशत 2 लूट, 46 प्रतिशत 169 हत्या, 5 प्रतिशत 19 बलात्कार, 1 प्रतिशत 3 अपहरण, 8 प्रतिशत 30 एनडीपीएस (नशीले पदार्थों सम्बन्धी अपराध) 22 प्रतिशत 81 अन्य अपराधों की सजा काट रहे हैं।
विचाराधीन 872 कैदियों में भी 21 प्रतिशत 183 कैदी पास्को अपराधों के आरोप में, 16 प्रतिशत 137 कैदी हत्या, 3 प्रतिशत 25 बलात्कार, 14 प्रतिशत 124 एनडीपीएस, 1 प्रतिशत 11 अपहरण, 3 प्रतिशत 29 लूट, 1 प्रतिशत 12 डकैती तथा 40 प्रतिशत 351 अन्य अपराधों के आरोपों में बंद हैं।
उपलब्ध सूचना के अनुसार 2023 में 14 तथा 2024 में सूचना उपलब्ध कराने तक 10 सजायाफ्रता कैदियों को सजा पूर्व होने से पहले ही सजा माफ करते हुये छोड़ा गया है।
उपलब्ध सजायाफ्रता कैदियों को पैरोल पर छोड़ने की सूचना के अनुसार वर्ष 2020 में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। 20 कैदियों को 2021 में, 47 को वर्ष 2022 में, 35 को वर्ष 2023 में 34 तथा वर्ष 2024 में सूचना उपलब्ध कराने की तिथि तक 6 कैदियों को 15 दिन से दो महीने की पैरोल पर विभिन्न निजि आधारों पर छोड़ा गया है। इसके अतिरिक्त कारावास की सजा काट रहे 22 कैदियों को 2020 में कोविड-19 के आधार पर, 2021 में 18 कैदियों को पैरोल पर रिहा किया गया जिसमें 17 कोविड के आधार तथा 1 पिता की मृत्यु के बाद क्रियाक्रम के आधार पर, वर्ष 2022 में 1, वर्ष 2023 में 1 तथा वर्ष 2024 में 1 कैदी को निजी आधारों पर पैरोल पर रिहा किया गया।
उपलब्ध सूचना के अनुसार जेल में कर्मचारियों के कुल 163 पद स्वीकृत है जबकि केवल 123 पद ही कार्यरत हैं तथा लगभग एक चौथाई 40 पद रिक्त हैं। इसके अतिरिक्त 5 उपनल संविदा कर्मचारियों में 2 सुरक्षा गार्ड, 2 वाहन चालक तथा 1 पफर्मासिस्ट तथा 1 पीआरडी कार्मिक कार्यरत है।
विवरण के अनुसार जेल भवन जनवरी 2008 से प्रयोग किया जा रहा है तथा इसमें बारिश के समय सीलन व रिसाव की स्थिति उत्पन्न होती है।

 

द्वितीय वार्षिक अंतरविद्यालयी विज्ञान प्रतियोगिता में द हैरिटेज स्कूल रहा अव्वल

देहरादून, द हैरिटेज स्कूल के तत्वावधान में द्वितीय वार्षिक अंतरविद्यालयी विज्ञान प्रतियोगिता 2024 में विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए प्रदर्शित किये गये मॉडलों से सभी को आश्चर्य चकित कर दिया और सभी ने इन मॉडलों के माध्यम से लोहा भी मनवाया। इस दौरान सर्वाधिक अंक हासिल करते हुए मेजबान द हैरिटेज स्कूल ने बाजी मारते हुए पहला स्थान अर्जित किया जबकि सेंट जोजफ्स एकेडमी ने दूसरा स्थान हासिल किया।
यहां न्यू रोड स्थित द हैरिटेज स्कूल के सभागार में द्वितीय वार्षिक अंतरविद्यालयी विज्ञान प्रतियोगिता 2024 आयोजित की गई और इस दौरान द हैरिटेज स्कूल नॉर्थ कैम्पस की प्रधानाचार्य दीपाली मेहता मुख्य अतिथि रही। इस अवसर पर राजधानी के चौदह स्कूलों के छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग करते हुए विभिन्न विषयों पर आधारित अपने अपने मॉडल प्रस्तुत कर उनके बारे में निर्णायकों को विस्तार से जानकारियां प्रदान की गई और लगातार विज्ञान की बारीकियों को भी बताते रहे। इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों ने विज्ञान की नई तकनीकियों को भी साझा किया।
इस प्रतियोगिता में छह विषय निर्धारित किये गये और जिसमें गार्जियन आर्मर, रडार यूजिंग डिफरेंट मोड ऑफ कम्युनिकेशन, प्लास्टिक एस ए फ्यूल, सिवेग ट्रीटमेंट प्लांट, थ्री डी गेम, वैब एप्प शामिल किये गये और इन विषयों के आधार पर प्रतियोगिता में दो दो मॉडल प्रदर्शित किये गये। इस अवसर पर मुख्य अतिथि दीपाली मेहता ने कहा है कि हम कठिन मार्ग पर चलकर नेता बन सकते है ओर छात्रों से शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता विकसित करने और अपने प्रयासों में निरंतर बने रहने का आग्रह किया और उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय एपीजे अब्दुल कलाम ने भी इस विद्यालय में आये थे और उनसे भी प्रेरणा लेने की जरूरत है।
इस दौरान निर्णायक डा. विपिन श्रीवास्तव ने आज की इस प्रतियोगिता के निर्णय की भूमिका को बहुत कठिन बताते हुए कहा कि क्योंकि सभी छात्र छात्राओं ने एक से बढ़कर एक मॉडल प्रस्तुत किये। इस अवसर पर गुरूनानक एकेडमी के जीव विज्ञान के विभागाध्यक्ष डाक्टर विपिन श्रीवास्तव एवं द ब्राइटलैंडस स्कूल के वरिष्ठ रसायन विज्ञान शिक्षक दिनेश पचौरी ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने विजेता एवं उप विजेता स्कूलों के प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया और स्कूल की काउंसलर चारू चौधरी एवं प्रधानाचार्य डाक्टर अंजू त्यागी ने सभी स्कूलों के प्रभारी शिक्षकों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया ।
इस अवसर पर प्रतियोगिता में श्रीराम सेन्टिनियल स्कूल शेरपुर, मेजबान द हैरिटेज स्कूल, मां आनंदमयी मैमोरियल स्कूल रायवाला, द हैरिटेज स्कूल नॉर्थ कैम्पस सहस्त्रधारा रोड़, क्रस्ट ज्योति एकेडमी सहस्त्रधारा रोड, सेंट थॉमस कालेज, द आर्यन स्कूल मालसी, शिगाली हिल्स इंटरनेशनल एकेडमी गुनियाल गांव, माउंट फोर्ट एकेडमी वसंत विहार, द एशियन स्कूल वसंत विहार, द प्रेसीडेंसी इंटरनेशनल स्कूल, भानियावाला, सेंट पैट्रिक्स एकेडमी क्लेमेनटाउन, सेंट जोजफ्स एकेडमी राजपुर रोड, द टोंस ब्रिज स्कूल प्रेमनगर और कैम्ब्रियन हाल गढ़ी कैंट ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर विद्यालय की संगणक विभाग की शिक्षिका सविता पाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों के शिक्षक शिक्षिकायें एवं छात्र छात्रायें उपस्थित रहे।

 

 

उक्रांद स्थापना दिवस पर राज्य आंदोलनकारियों को अर्पित की गयी श्रद्धांजलि

 

हल्द्वानी, उत्तराखंड क्रांति दल का स्थापना दिवस स्वर्गीय डीडी पंत पार्क में मनाया गया। उक्रांद गठन 24 जुलाई 1979 को मसूरी में हुआ था। सर्वप्रथम कार्यक्रम में स्वर्गीय श्री देव सुमन, डीडी पंत, इंद्रमणी बड़ौनी, विपिन त्रिपाठी, जसवंत सिंह बिष्ट और उत्तराखंड राज्य आन्दोलन में शहीद हुए सभी उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी चन्द्रशेखर कापड़ी द्वारा की गई।
कार्यक्रम में भुवन चंद्र जोशी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य की स्थिति आज बहुत सोचनीय स्थिति से गुजर रही है। आज राज्य बने हुए 24 साल हो गए लेकिन जिस उद्देश्य के लिए उत्तराखंड राज्य आन्दोलन हुआ, वह बेमानी नजर आता है। आज हमारी पार्टी को 45 साल पूरे हो गए और 45 सालों में पार्टी ने बहुत कुछ प्राप्त किया और बहुत कुछ खोया भी है।
इस अवसर पर समाज में अच्छे कार्य करने वाले लोगों को एवं जो राज्य आन्दोलन में सक्रिय रहे लेकिन उनका किसी कारणवश उनका चिन्हींकरण नहीं हो पाया और बुजुर्ग आंदोलनकारियों को भी सम्मानित किया गया। जिन लोगों को सम्मानित किया गया उनमें समाजसेवी आर्येंद्र शर्मा, पत्रकार धीरज भट्ट, राज्य आंदोलनकारी जो चिन्हीकरण से वंचित रहे जगमोहन, नरेंद्र कुमार पांड, दिनेश नौटियाल, रवि बाल्मीकि, काजल रावत तथा बुजुर्ग चिन्हित राज्य आंदोलनकारी मोहिनी देवी रावत, पार्वती तिवाड़ी, लीला फर्त्याल, लक्ष्मी डंगवाल, हीरा सिंह बिष्ट इसके अलावा कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया जिसमें गोविन्द गस्याल, प्रदीप गहतोड़ी, प्रदीप पंत, कैप्टन एमसी तिवाड़ी, बीसी तिवाड़ी, रमेश चन्द्र पाठक, उत्तम बिष्ट आदि शामिल थे।
इस अवसर पर खड़क सिंह बगड़वाल, मदन सिंह मेहर, ब्रजमोहन सिजवाली, बच्ची सिंह बिष्ट, प्रकाश जोशी, आनन्द सिंह बिष्ट, करन बोहरा, अजय सुगडा, सीएस भट्ट, नारायण दत्त जोशी, देवेन्द्र सिंह धर्मशतु, नन्दन सिंह जग्गी, साथी संगठन के आरपी सिंह, नवीन चन्द्र तिवाड़ी आदि लोग उपस्थित थे।

 

राउंड टेबल डायलॉग में वनों की आग पर हुआ मंथन : मजबूत अग्नि प्रबंधन योजना विकसित करने की आवश्यकता

देहरादून, हिमालयी क्षेत्र में लगने वाली जंगलों की आग की समस्या को लेकर एक महत्वपूर्ण राउंड टेबल डायलॉग का शनिवार को आयोजन किया गया, इस बहु-विषयक कार्यक्रम का उद्देश्य अग्नि शमन रणनीतियों का विकास करना और उत्तराखंड में बेहतर अग्नि प्रबंधन के लिए सहयोगात्मक प्रयासों को बढ़ावा देना था। राउंड टेबल डायलाॕग में विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति के बावजूद, ये आग, जो फरवरी से जून तक अधिक होती है, हिमालय को तबाह करती रहती है, जिससे वनस्पति, जैव विविधता और वन संरचना प्रभावित होती है पर गहनता से मंथन किया गया |
दून पुस्तकाल एवं शोध केंद्र के अध्यक्ष प्रो. बी.के. जोशी ने इस चर्चा की शुरुआत करते हुए क्षेत्र में आग के शमन के लिए समाधान खोजने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रसिद्ध पारिस्थितिकीविद् और सिडार के संस्थापक अध्यक्ष प्रो.एस.पी. सिंह ने जंगल की आग के बाद के प्रभावों पर व्यापक अनुसंधान की आवश्यकता पर बल दिया, जिसमें मानव-आग इंटरैक्शन, बदलते आग के पैटर्न और पौधों के अनुकूलन लक्षणों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
भूतपूर्व प्रमुख वन संरक्षक डॉ. राजीव भर्तरी ने समुदाय के साथ निरंतर संवाद की आवश्यकता पर जोर देते हुए एक मजबूत अग्नि प्रबंधन योजना विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने अमेरिका और कनाडा में अपने अनुभवों को साझा करते हुए विभिन्न विशेषज्ञों के इनपुट के लिए केंद्रित कार्यशालाओं की आवश्यकता पर जोर दिया।
वन विभाग से सेवानिवृत्त ए.आर.सिन्हा ने वन रक्षकों और समुदाय के अग्निशमन कर्मियों को गुणवत्ता वाले सुरक्षा उपकरण प्रदान करने और अग्निशमन प्रयासों के लिए समय पर धनराशि जारी करने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि बायोमास संचय से आग की गंभीरता बढ़ जाती है, जिससे मृदा सघनता और भूजल पुनर्भरण प्रभावित होता है।
एसडीसी फाउंडेशन के अनूप नौटियाल ने 2022 में सिडार द्वारा आयोजित कार्यशाला की सिफारिशों को लागू करने की वकालत की और बेहतर निर्णय लेने के लिए वनाग्नि के प्रभावों के बारे में राजनीतिक नेताओं को सूचित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
डब्ल्यू एफ एफ इंडिया के पंकज जोशी और यूसेक के डॉ. गजेंद्र रावत ने अग्नि प्रबंधन की दक्षता बढ़ाने और अग्नि हॉटस्पॉट का पता लगाने में रिमोट सेंसिंग तकनीक की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया। उन्होंने वन-पंचायतों जैसी संस्थाओं को प्रोत्साहन देने की सिफारिश की ताकि आग से सुरक्षा में मदद मिल सके। बीज बचाओ आंदोलन के बीजू नेगी ने भूमिगत पारिस्थितिक तंत्र पर जंगल की आग के गंभीर प्रभाव को उजागर किया और व्यापक अग्नि प्रबंधन और पारिस्थितिक पुनर्स्थापन रणनीतियों की आवश्यकता पर बल दिया।
सिडार के निदेशक डॉ. विशाल सिंह और दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के कार्यक्रम समन्वयक चंद्रशेखर तिवारी ने सम्मेलन का समापन करते हुए कहा कि आग एक जटिल मुद्दा है जिसे भविष्य में होने वाली विनाशकारी आग को रोकने के लिए सहयोगात्मक और सक्रिय प्रबंधन की आवश्यकता है।

 

वनों के संवर्धन और वगनाग्नि से निपटने के लिये वन भूमि जन मंच का हुआ गठन

-जंगलों की आग से होने वाले प्रभाव एवं उससे निपटने के उपायों को लेकर हुई बैठक

-दून में विभिन्न जन संगठनों एवं जन आंदोलन के साथियों ने की एक दिवसीय बैठक का आयोजन

 

देहरादून, उत्तराखंड़ में लगातार बढ़ रही वनाग्नि की घटनाओं को लेकर शुक्रवार को दून में विभिन्न जन संगठनों एवं जन आंदोलन के साथियों ने एक दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया, बैठक में उत्तराखंड़ में बढ़ती जंगलों की आग से होने वाले प्रभाव एवं उससे निपटने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई ।
बैठक में 2024 के दौरान लगी भीषण जंगलों की आग से मारे गए उन 11 लोगों को श्रद्धांजलि दी गई जो अलग-अलग जगह पर जंगल की आग से काल कलावित हुए ।
इस बैठक में उत्तराखंड़ भर के विभिन्न जनपदों से पहुंचे हुए तमाम जन संगठनों के प्रतिनिधि जन आंदोलन के साथी उत्तराखंड़ सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधि आदि सबने मिलकर जंगलों की आग से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान परिस्थितिकीय नुकसान एवं सामाजिक तथा आर्थिक नुकसान को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की ।
उपस्थित प्रतिभागियों ने जंगलों की आग तथा उसके प्रभाव से निपटने के लिए सरकार के प्रयासों को न कहीं पाया तथा यह तय किया गया कि उत्तराखंड़ जो मूलत बनवासी प्रदेश है जो वनों से घिरा हुआ है, जहां की संपूर्ण ग्रामीण अर्थव्यवस्था वनों पर आधारित है और ग्रामीण जनजीवन की आजीविका का मुख्य आधार यहां के वनों की उपज है, उसको बचाए रखने के लिए तथा संवर्धन करने के लिए एक दीर्घ कालीन योजना बनाने पर सहमति बनी, सभी साथियों ने मिलकर वन भूमि जनमंच का गठन किया।
यह मंच आने वाले दिनों में पूरे प्रदेश में वनों पर आधारित जीवन जीने वाले ग्रामीण तथा जनजातियों से संवाद करेगा और एक प्रदेश स्तर की सहमति बनाएगा कि सरकार को उत्तराखंड़ के लिए एक अलग से वन नीति का निर्माण करना चाहिए । जो वन नीति, बदलते मौसम में मौसम परिवर्तन तथा ग्लोबल वार्मिंग के समय में वनों पर आधारित लोगों की आजीविका उनका जीवन तथा उनके सामाजिक सांस्कृतिक अधिकारों की रक्षा कर सके।
साथ ही वनों पर निर्भर पशु नदियों वृक्षों एवं तमाम गैर मानवीय जनजीवन की सुरक्षा तथा संवर्धन किया जा सके ।इसको लेकर आगामी दिनों में एक प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम तय किया गया है जिसमें प्रदेश के समस्त जिलों में एक वृहद संवाद कार्यक्रम तथा 1 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच कौसानी में प्रदेश स्तरीय एक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमें वन अग्नि एवं वन अधिकारों को लेकर व्यापक स्तर पर चर्चा और संवाद कर एक ठोस रणनीति तैयार करने का निर्णय लिया जायेगा ।
इस बैठक में वरिष्ठ पर्यावरणविद् रवि चोपड़ा, विनीत शाह, अजय जोशी, रेनू ठाकुर, पर्यावरणविद् द्वारिका प्रसाद सेमवाल, नंदनी आर्य, हीरा जनपंगी, मुन्नी बिष्ट, ईशान अग्रवाल, अमरेंद्र बिष्ट, अनिल मैठाणी, अरुण सरकार, भुवन पाठक, देवांश बलूनी, कृष समेत कई साथियों ने भागीदारी की।

 

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने किया महानगर कार्यकारिणी का गठन

देहरादून, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) महानगर की नई कार्यकारिणी की घोषणा हेतु शनिवार को एस.जी.आर.आर. महाविद्यालय के सभागार में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रांत संगठन मंत्री अंकित सुन्दरीाल, विभाग प्रमुख डॉ. कौशल कुमार, विभाग संगठन मंत्री नागेंद्र बिष्ट, महानगर अध्यक्ष डॉ. जेवीएस रौथान, और महानगर मंत्री उज्ज्वल सेमवाल द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
समारोह में डॉ. जेवीएस रौथान ने सत्र 2023-24 की मंत्री प्रतिवेदन प्रस्तुत की, जबकि डॉ. कौशल कुमार ने संगठन में कार्यकारिणी के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने संगठन के सिद्धांत “राष्ट्र प्रथम, संगठन द्वितीय, व्यक्ति अंतिम” को रेखांकित किया।
चुनाव अधिकारी श्री रमाकान्त श्रीवास्तव ने नवीन सत्र के लिए डॉ. जेवीएस रौथान को पुनः महानगर अध्यक्ष और यशवंत पाँवर को नव निर्वाचित महानगर मंत्री के रूप में घोषित किया। इसके बाद, महानगर अध्यक्ष डॉ. रौथान ने अपनी कार्यकारिणी की घोषणा की :
महानगर उपाध्यक्ष : डॉ. सुमंगल सिंह, डॉ. प्रगति वर्थवाल, डॉ. मोनिका भटनागर, डॉ. ज्योति सिंगर
महानगर सह मंत्री : पार्थ जुयाल, रोविन तोमर, काजल पयाल, वंशिका राणा, दक्ष शर्मा
महानगर कोषाध्यक्ष : डॉ. विजय बहुगुणा
स्टडी सर्कल संयोजक : शिवानी रावत, सहसंयोजक इरम फ़ातिमा
मीडिया संयोजक : अलंकृत सेमवाल, सहसंयोजक रोहित पाँवर, आँचल
सोशल मीडिया संयोजक : प्रीतम सेमवाल, सहसंयोजक रितेश रावत, दिव्यांश शर्मा
महानगर छात्रावास संयोजक : निखिल तोमर, सहसंयोजक अर्पित गोस्वामी, सुप्रिया यादव
राष्ट्रीय कला मंच संयोजक : अंकित थापा, सह संयोजक रचना महर
SFD संयोजक : यशप्रताप बिष्ट, साधना रतूड़ी, अनुभूति शर्मा
SFS संयोजक : रितिक रावत, सह संयोजक सचिन चमोली, सृष्टि रतूड़ी
खेलो भारत संयोजक : चन्द्र शेखर, सह संयोजक अरमान डोभाल, गौरव राणा
इण्डोजीनस संयोजक : डोली शर्मा
एग्रीविजन संयोजक : आयुष डिमरी
निजी विवि कार्य संयोजक : अमन जोशी, कुश सचदेवा
निजी महाविद्यालय कार्य संयोजक : अंशुल बहुगुणा, ख़ुशी जोशी
स्कूली कार्य संयोजक : उदित मौर्य, सह संयोजक सचिन नेगी, अभय
महानगर एन.सी.सी. कार्य संयोजक : राघवी चौधरी
विशेष आमंत्रित सदस्य : डॉ. राम विनय शर्मा, डॉ. गीता तिवारी, डॉ. शैली गुप्ता, डॉ. कंचन
समापन समारोह में प्रदेश संगठन मंत्री अंकित सुन्दरीाल ने संगठन की मजबूती और कार्यकर्ताओं के विकास पर जोर दिया। उन्होंने विद्यार्थी परिषद की सामाजिक गतिविधियों और रचनात्मक कार्यों के माध्यम से विद्यार्थियों को जोड़ने और संगठन के चौमुखी विकास पर प्रकाश डाला।

वंदेमातरम के पश्चात कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. ममता सिंह, प्रदेश मंत्री ऋषभ रावत, मंच संचालन चंदन नेगी, नितिन चौहान, राहुल जुयाल, बलवीर कुंवर, आकाश सिंह, साहिल, ऋषभ मल्होत्रा, रितिक नौटियाल, नवदीप राणा, देवेंद्र दानु, अमन तोमर, दिव्यांशु नेगी, जिला संयोजक अर्जुन नेगी, आयुषी पेन्युली, प्रियांशु खत्री आदि उपस्थित थे।

 

कांवड़ियों के भेष में कर रहे थे शराब का कारोबार, जखीरा बरामद, दो गिरफ्ता

हरिद्वार, कांवड़ मेले के दौरान पुलिस, पीएसी व आरपीएफ ने बड़ी कार्यवाही करते हुए हर की पैड़ी क्षेत्र की एक धर्मशाला से भारी मात्रा में शराब का जखीरा बरामद करते हुए दो लोगों का गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार होने वाले आरोपियों में से एक ने कावड़ियों का भेष धारण कर रखा था। बरामद शराब का जखीरा हरिद्वार के एक बड़े शराब माफिया का बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार कावड़ मेले के बीच हर की पैड़ी क्षेत्र से अवैध शराब का जखीरा मेला ड्यूटी में तैनात पुलिस, पीएसी और आरपीएफ की संयुक्त टीम ने पकड़ा है। पकड़ा गया माल हरिद्वार के जाने माने शराब माफिया का बताया जा रहा है। जिसके दो गुर्गे भी पुलिस की गिरफ्त में आए हैं। जिसमें एक आरोपी ने कांवड़िये का वेश धारण किया हुआ था। माना जा रहा है कि कावड़ियों की भीड़ का फायदा उठाते हुए अवैध शराब का भंडारण किया गया था। जिसे मेले के दौरान ही आम दिनों से ज्यादा कीमत पर बेचा जाना था।
हर की पैड़ी क्षेत्र में यह धंधा गंगाराम की हवेली नामक धर्मशाला में चल रहा था। धर्मशाला के भीतर अवैध शराब छिपा कर रखी गई थी। पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम विक्रम गिरी और सोनू बताए हैं। सूत्रों का कहना है कि आरोपियों ने शराब का जखीरा प्रमोद बिहारी नामक व्यक्ति का बताया है। कार्रवाई में कावड़ मेला ड्यूटी में तैनात एटीसी, पीएसी व आरपीएफ के अलावा हरकी पैड़ी पुलिस चौकी की टीम भी शामिल रही। रात में हुई इस कार्रवाई से शराब माफिया में हड़कंप मचा रहा।

छोटी गाड़ियों के लिए खुला गौरीकुंड हाईवे, 2500 लोगों का सुरक्षित किया गया रेस्क्यू

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रुद्रप्रयाग, राज्य में लगातार होरही भारी बारिश के चलते सोन प्रयाग स्थित सोन नदी का बहाव इन दिनों बेहद तेज हो गया है। शनिवार को तेज बहाव के चलते सोनप्रयाग स्थित शटल सेवा पार्किंग के समीप सड़क का एक हिस्सा बह गया था। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए जिला प्रशासन ने बाधित मार्ग को खोलते हुए करीब 2500 श्रद्धालुओं को सुरक्षित रेस्क्यू किया। वहीं यात्रा सुचारू करने के लिए पहाड़ की कटिंग कर छोटी गाड़ियों के लिए रास्ता तैयार कर लिया गया है। वहीं सुरक्षा दीवार का कार्य भी शुरू कर दिया गया है ताकि जल्दी बड़े वाहनों के लिए भी यातायात शुरू हो सके।
उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला ने अवगत कराया है कि देर रात से हो रही भारी बारिश के कारण श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग सोनप्रयाग शटल सेवा के पास सोन नदी के तेज बहाव के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था, जिस कारण यातायाता बाधित हो गया था। उन्होंने अवगत कराया है कि सूचना प्राप्त होते ही अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग निर्भय सिंह, सिंचाई विभाग एवं वह स्वयं मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सड़क का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने के कारण तत्काल विघुत विभाग को सूचित करते हुए विघुत आपूर्ति को बाधित करते हुए क्षतिग्रस्त पोल को हटवाया गया एवं शटल सेवा के ऊपर से आए मलबे को भी जेसीबी के माध्यम से हटाया गया। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त रोड़ पर जेसीबी के माध्यम से त्वरित कार्यवाही करते हुए छोटे वाहनों की आवाजाही हेतु यात्रा मार्ग सुचारू कर दिया गया है तथा बड़े वाहनों की आवाजाही हेतु कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत कुछ समय के लिए यात्रियों को रोक दिया गया था तथा यात्रा मार्ग पर लगभग ढाई हजार यात्री जो फंसे हुए थे उन्हें निकाल दिया गया है तथा दोनों तरफ से यात्रियों की आवाजाही शुरू कर दी गई है।
अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने अवगत कराया है कि वह भी यात्रा मार्ग पर मौजूद हैं तथा यात्रा संचालित हो रही है एवं जहां भी कहीं पर मलबा आने एवं रोड़ बाधित होने पर एनएच के द्वारा जेसीबी के माध्यम से मलबा हटाने की कार्यवाही बाधित हो रहे सड़क मार्ग को आवाजाही हेतु खोल दिया जा रहा है।