Friday, May 2, 2025
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वालमार्ट ने की 2027 तक निर्यात को 10 अरब डॉलर सालाना करने की घोषणा

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घरेलू बाजार से ही उत्पादों की सोर्सिंग करेगी कंपनी

देहरादून, । भारत को वैश्विक बाजारों के लिए मैन्यूफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित करने की सरकार की नीति का समर्थन करते हुए वालमार्ट ने यहां से होने वाले अपने निर्यात को अगले सात साल में तीन गुना वृद्धि करने की घोषणा की है। वालमार्ट ने वर्ष 2027 तक भारत से होने वाले अपने निर्यात को 10 अरब डालर सालाना तक पहुंचाने का निर्णय लिया है।
इस लक्ष्य को पाने में वालमार्ट घरेलू बाजार से उत्पादों की खरीद के कार्यक्रमों को भी गति देगी। निर्यात के संपूर्ण लक्ष्य की सोर्सिंग कंपनी घरेलू बाजार से ही करेगी। इसके लिए फ्लिपकार्ट समर्थ और वालमार्ट वृद्धि सप्लायर डवलपमेंट प्रोग्राम जैसे प्रयासों के साथ साथ भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम आकार के उद्यमों (MSME) को वालमार्ट बढ़ावा देगी। सोर्सिंग के विस्तार में खाद्य, फार्मास्यूटिकल्स, कंज्यूमर उत्पाद, स्वास्थ्य और वैलनेस जैसी श्रेणियों में सैकड़ों नए सप्लायर विकसित करना और अपेरल, होमवेयर और अन्य प्रमुख भारतीय निर्यात श्रेणियों के साथ सामान्य उत्पाद भी शामिल होंगे।

“दुनिया भर में उपभोक्ताओं और कम्यूनिटी के वैल्यू एडीशन के लिए काम कर रहे एक अंतरराष्ट्रीय रिटेलर के रूप में वॉलमार्ट समझता है कि वैश्विक खुदरा क्षेत्र की सफलता के लिए स्थानीय उद्यमी और निर्माता महत्वपूर्ण हैं। और हम भारतीय आपूर्तिकर्ताओं के लिए अद्वितीय पैमाने और वैश्विक वितरण अवसर प्रदान करके अपने व्यवसाय को विकसित करने के लिए बड़ी संभावना देखते हैं। वॉलमार्ट इंक के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डग मैकमिलन ने कहा,“ आने वाले वर्षों में भारत से होने वाले हमारे वार्षिक निर्यात काफी तेजी लाकर हम मेक इन इंडिया पहल का समर्थन कर रहे हैं और भारत में घर पर रोजगार और समृद्धि पैदा करते हुए अधिक स्थानीय व्यवसायों को अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों तक पहुंचने में मदद कर रहे हैं। यह वॉलमार्ट के लिए पूरे विश्व में लाखों ग्राहकों के लिए अधिक उच्च गुणवत्ता वाले, भारत निर्मित सामान लाने का एक तरीका भी है। ”

“फ्लिपकार्ट को हजारों भारतीय कंपनियों और कारीगरों के साथ काम करने पर गर्व है। हम एक मंच प्रदान करते हैं जो उन्हें अखिल भारतीय बाजार तक पहुंचने और वैश्विक बाजार के लिए अपने सभी महत्वपूर्ण ब्रांडिंग, विपणन, लॉजिस्टिक्स और कंप्लायंस क्षमताओं को परिष्कृत करने का अवसर देता है। फ्लिपकार्ट ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा कि हम वॉलमार्ट की मदद के लिए भारतीय कंपनियों को मेड इन इंडिया उत्पादों को वैश्विक स्तर पर ले जाने में मदद करते हैं।”

भारत से होने वाले अपने निर्यात में तेजी लाने के लिए वालमार्ट घरेलू स्तर पर सप्लाई चेन के इकोसिस्टम के विकास को मजबूती देगा। इसके लिए मौजूदा निर्यातकों को बढ़ावा देने के साथ साथ निर्यात को तैयार व्यवसायों की संख्या को भी विस्तार प्रदान किया जाएगा।

वॉलमार्ट पिछले 20 वर्षों से अधिक समय से भारतीय उत्पादों से उत्पादों की सोर्सिंग कर रही है। कंपनी की इस नीति से स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं को अपने ऑपरेशन को अपग्रेड करने, अंतर्राष्ट्रीय मानकों को पूरा करने, नई उत्पाद लाइनों को विकसित करने और पैकेजिंग, मार्केटिंग, सप्लाई चेन मैनेजमेंट में नई क्षमताओं का निर्माण करने में सहायता मिली है। कंपनी भातीय सप्लायरों को मांग के पुर्वानुमानों के साथ वैश्विक बाजार की जानकारी उपलब्ध कराती है जो उन्हें रणनीतिक योजना के साथ काम करने में मदद करते हैं। इससे सैकड़ों कंपनियों को वैश्विक बाजार में सफलता प्राप्त करने में मदद मिली है जिनमें वेलस्पन, एलटी फूड्स और अनिकेत मेटल्स के साथ ग्लोबल ग्रीन जैसी तेजी से बढ़ती निर्यात कंपनी भी शामिल है।

वेलस्पन इंडिया की सीईओ और संयुक्त प्रबंध निदेशक दीपिका गोयनका ने कहा “जब से हम 1998 में वॉलमार्ट सप्लायर बने, वेलस्पन दुनिया के सबसे बड़े होम टेक्सटाइल निर्माता बन गए हैं, हम अपने उत्पादन का 94 परसेंट निर्यात करते हैं और 20,000 लोगों को रोजगार देते हैं, जिनमें से 25 परसेंट महिलाएं हैं।” हम गुणवत्ता, स्थिरता व विविधता और समावेशिता पर अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए वॉलमार्ट के साथ अपने संबंधों का लाभ उठाने में सक्षम हैं। वेलस्पन एक देसी ब्रांड है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेक इन इंडिया की कहानी का उदाहरण है। इसके अलावा, हम चुनौतीपूर्ण समय के दौरान एक साथ भागीदार के रूप में खड़े हुए हैं। भारतीय आपूर्तिकर्ताओं के लिए वॉलमार्ट की विस्तारित प्रतिबद्धता के साथ, हम जानते हैं कि हम भविष्य में मिलकर आगे बढ़ेंगे। ”

जमीनी स्तर पर, वॉलमार्ट के आपूर्तिकर्ता विकास कार्यक्रम वृद्धि, को एक साल पहले लॉन्च किया गया था, जो भारत और दुनिया भर में वॉलमार्ट, फ्लिपकार्ट और अन्य कंपनियों के आपूर्तिकर्ताओं के रूप में सफल होने के लिए MSMEs को निर्यात कौशल और ज्ञान उपलब्ध करा रहा है। लक्ष्य है कि पांच वर्षों में घरेलू और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के लिए मेक इन इंडिया के लिए 50,000 MSME को सशक्त बनाया जाए।

भारत पहले से ही वालमार्ट के शीर्ष सोर्सिंग बाजारों में से एक रहा है। कंपनी का भारत से निर्यात फिलहाल लगभग 3 अरब अमेरिकी डॉलर सालाना का है। भारत में निर्मित परिधान, होमवेयर, ज्वैलरी, हार्डलाइन और अन्य लोकप्रिय उत्पाद वर्तमान में अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, मध्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम सहित 14 बाजारों में बैंगलुरू स्थित वालमार्ट ग्लोबल सोर्सिंग ऑफिस के जरिए ग्राहकों तक पहुंचते हैं। अगले कुछ वर्षों में सोर्सिंग हब स्थानीय टीम को और भी अधिक स्थानीय व्यवसायों के लिए अधिक प्रभावी बनाने के लिए सशक्त बनाया जाएगा।

 

फ्लिपकार्ट 2027 तक घरेलू बाजार से 10 अरब डालर मूल्य के उत्पादों की सोर्सिंग करेगी

फ्लिपकार्ट की पेरेंट कंपनी वालमार्ट दो दशक से भारतीय उत्पादों की पहुंच वैश्विक बाजारों तक बनाने में मदद कर रही है
वालमार्ट पूरी दुनिया के अपने ग्राहकों के लिए भारत से उत्पादों की खरीद कर रही है। इसके लिए कंपनी ने बैंगलुरू में वर्ष 2002 में ग्लोबल सोर्सिंग ऑफिस स्थापित किया था। दुनिया भर में अब कंपनी के लिए भारत मुख्य सोर्सिंग बाजारों में से एक है।
कंपनी अभी भारत से 3 अरब डॉलर मूल्य के भारतीय उत्पादों का सालाना निर्यात करती है। इनमें अपेरल, होमवेयर, ज्वैलरी, फार्मा, फूड और कई अन्य उत्पाद शामिल हैं जिन्हें अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, मध्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम समेत 14 विदेशी बाजारों में निर्यात किया जाता है।
सैंकड़ों कंपनियों को निर्यात बाजार तक पहुंचाने में वालमार्ट ने मदद की है। वैलस्पन, एलटी फूड और अनिकेत मेटल्स जैसी कंपनियां तो अब वैश्विक बाजारों में अपना प्रमुख स्थान बना चुकी हैं। ग्लोबल ग्रीन कंपनी और ट्रोपिकूल फूड्स जैसी उभरती हुई कंपनियों की मदद जारी है।

फ्लिपकार्ट
वर्ष 2027 तक भारत से अपने सालाना निर्यात को तीन गुणा बढ़ाकर 10 अरब डालर करने को प्रतिबद्ध
कंपनी का बढ़ा हुआ निर्यात भारत में एमएसएमई सप्लायरों की संख्या का विस्तार करेगा। ये सभी सप्लायर वालमार्ट ग्लोबल सोर्सिंग, फ्लिपकार्ट मार्केट प्लेस पर विक्रेता के रूप में, फ्लिपकार्ट होलसेल बिजनेस के सप्लायर के तौर पर और वालमार्ट फाउंडेशन प्रोग्राम के साथ साथ वालमार्ट वृद्धि और फ्लिपकार्ट समर्थ जैसे कार्यक्रमों के साथ भी जुड़ेंगे।
हम भारत से होने वाले अपने निर्यात को विभिन्न श्रेणियों मसलन सामान्य उत्पादों के साथ साथ फूड, कंज्यूमर उत्पाद, स्वास्थ्य और वैलनेस में सोर्स करेंगे।

अपने निर्यात को 10 अरब डालर सालाना करके हम सरकार के मेक इन इंडिया अभियान को समर्थन दे रहे हैं और साथ ही स्थानीय व्यवसायों की पहुंच अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक बनाने में मदद कर रहे हैं। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार उत्पन्न होंगे जो आगे चलकर समृद्धि लाएगी। इससे वालमार्ट को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को अपने वैश्विक ग्राहकों तक पहुंचाने में भी मदद मिलेगी।

हम मौजूदा निर्यातकों को प्रोत्साहन देकर और निर्यात के लिए तैयार व्यवसायों को राष्ट्रीय पूल में शामिल करके भारत में सप्लाई चेन इकोसिस्टम को मजबूत बनाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं।
अपने भारतीय सप्लायरों के साथ दीर्घकालिक भागीदारी होने के नाते हम उन्हें अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप काम करने और नए उत्पाद विकसित करने में मदद करते हैं। हम उनके साथ बाजार संबंधी जानकारी साझा करते हैं और उन्हें मांग के पूर्वानुमानों से भी अवगत कराते हैं ताकि उन्हें अपनी बिजनेस रणनीति बनाने में मदद मिले।
हमारा सप्लायर डवलपमेंट प्रोग्राम वृद्धि जो दिसंबर 2019 में लांच हुआ था, एमएसएमई को वालमार्ट, फ्लिपकार्ट और अन्य कंपनियों का सप्लायर बनने के लिए प्रशिक्षण देता है। कंपनी का लक्ष्य अगले पांच वर्ष में 50000 एमएसएमई को प्रशिक्षित करने का है।

पेप्वाइंट ने सेवा से वंचित ग्रामीण परिवारों के लिए ई-गोल्ड लॉन्च किया

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– कोई भी व्यक्ति डीमैट एकाउंट खोले बगैर ही 22 कैरेट ई-गोल्ड में न्यूनतम 500 रुपए का निवेश करके अपनी शुरुआत कर सकता है।

– तकनीक की जानकारी न रखने वाले ग्राहक रिटेल अथवा पेप्वाइंट इंडिया के साथ जुड़े किराना भंडारों की निर्देशित सहायता से बड़ी आसानी के साथ ई-गोल्ड में निवेश कर सकते हैं।

देहरादून,  जबकि सोना खरीदने के हजार तरीके मौजूद हैं, इनमें से जो तरीका शहरी भारत में लगातार तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, वह है- ई-गोल्ड या डिजिटल गोल्ड। हालांकि डिजिटल साक्षरता और जागरूकता की कमी के चलते ग्रामीण मार्केट में ई-गोल्ड की मांग सुस्त बनी हुई है।

इस अंतर को देखते हुए पेप्वाइंट ने अपने प्लेटफॉर्म पर एक ई-गोल्ड सुविधा का शुरूआत किया है। यह प्लेटफॉर्म 48,000 से अधिक ऐसे वर्तमान भंडारों का नेटवर्क है, जो आखिरी पंक्ति में खड़े ग्राहकों को सारी सुविधाएं प्रदान करते हैं। यह नेटवर्क ग्रामीण परिवारों के लिए निवेश-प्रक्रिया को आसान एवं सुरक्षित बनाता है। यह पहल तकनीक की जानकारी न रखने वाले ग्राहकों के लिए शुरू की गई है, ताकि वे पेप्वाइंट स्टोर के स्टाफ की निर्देशित सहायता के जरिए अपनी सहूलियत के हिसाब से ई-गोल्ड खरीद और बेच सकें। कोई भी व्यक्ति 22 कैरेट गोल्ड में कम से कम 500 रुपए का भी निवेश कर सकता है।

ई-गोल्ड नॉन-फिजिकल यानी डिजिटल गोल्ड की बहुत कम मात्रा में खरीदारी को संभव करता हैय वह भी कोई डीमैट एकाउंट खोले बगैर! इस प्रकार ग्राहक फिजिकल गोल्ड खरीदने के नकारात्मक पक्षों से बच सकते हैं, जैसे कि फिजिकल सोने की वैधता एवं शुद्धता की पहचान करना, सोने की मात्रा और धनराशि ज्यादा होना, उसे सुरक्षित रखना, भंडारण की समस्या आदि।

दूसरी तरफ, जब कोई व्यक्ति पेप्वाइंट से जुड़े समीपी रिटेल या किराना भंडार से ई-गोल्ड खरीदता है, तो उसकी बराबर कीमत का फिजिकल गोल्ड खरीदा जाता है और उसे ग्राहक की तरफ से सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सुरक्षित तिजोरियों में रख दिया जाता है। इसके अलावा एक्सिस बैंक को इन तिजोरियों का ट्रस्टी बनाया गया है। ग्राहकों के हितों का संरक्षण करने के लिए ये उपाय किए गए हैं।

पेप्वाइंट इंडिया के प्रबंध निदेशक केतन दोशी ने इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए कहा, ष्सोने की टिकिया, सिक्कों या जूलरी के रूप में खरीदने और उसे अपने स्वामित्व में रखने का खर्च बहुत ज्यादा है, क्योंकि वर्तमान में सोना लगभग 5100 रुपए प्रति ग्राम की दर पर है। ऐसे में हम छोटे-छोटे मूल्यों वाले निवेश के सहारे ई-गोल्ड की संकल्पना को आखिरी व्यक्ति तक पहुंचाना चाहते हैं। इस प्रकार हम कम आय वाले परिवारों को नियमित माइक्रो-सेविंग्स अपनाने के लिए उत्साहित कर रहे हैं।“

उन्होंने आगे बताया, ष्आज के विचित्र और अभूतपूर्व दौर में, जब कोविड-19 ने दुनिया की नाक में दम कर रखा है, सुरक्षा की जरूरत पहली पायदान पर आ गई है। ई-गोल्ड वाली एसआईपी के बल पर व्यक्ति सीमित आय के बावजूद धीरे-धीरे अपनी परिसंपत्तियां बना सकता है और चुनौती भरे समय में एक स्तर की वित्तीय सुरक्षा हासिल कर सकता है।“

कुछ रिटेलरों के साथ चलाए गए एक पायलट रन के दौरान पेप्वाइंट ने देखा कि ग्राहक जबर्दस्त ढंग से निवेश के इस तरीके को अपना रहे हैं। वे इसको दैनिक, साप्ताहिक और मासिक निवेश के लिए चुन रहे हैं। इस तरह के प्रतिक्रिया से पेप्वाइंट की वित्तीय उत्पादों को आखिरी ग्राहक तक पहुंचाने वाली प्रतिबद्धता को बल मिला है।

पेप्वाइंट रियल-टाइम बुलियन रेट पर निवेश को आवंटित करके अथवा उसका भुगतान करके पारदर्शी मूल्य-निर्धारण का सुविधा देता है। खरीदारी, नकदी की उच्च तरलता, दीर्घकालीन निवेश और सुरक्षा के मामले में असाधारण एवं अद्वितीय सुविधाओं से लैस ई-गोल्ड वाला निवेश पिरामिड में सबसे नीचे स्थित ग्राहकों के लिए निस्संदेह रूप से निवेश का एक सर्वश्रेष्ठ रास्ता है।

हाई कोर्ट के आदेश के बाद नये साल का सीजन प्रभावित होने की संभावना बढ़ी

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मसूरी। उत्तराखंड हाई कोर्ट के निर्णय ने मसूरी के पर्यटन व्यवसायियों की नींद उड़ा दी। हाई कोर्ट ने प्रदेश सरकार को निर्देशित किया है कि आगामी क्रिसमस व नये साल के सीजन में जो भी पर्यटक आयेगें उनका रेपिड एंटीजन एवं आरटीपीसीआर कोरोना टेस्ट जरूरी होगा। इससे आगामी दिनों में आने वाला पर्यटन सीजन प्रभावित होगा।
पहाड़ो की रानी मसूरी में इन दिनों पर्यटन से जुडे व्यवसायी क्रिसमस एवं नये साल के सीजन की तैयारियों में जुटे ही थे कि प्रदेश मंे लगातार बढते कोरोना संक्रमण को देखते हुए हाई कोर्ट ने प्रदेश सरकार को निर्देशित किया है कि प्रदेश में बाहर से आने वाले पर्यटकों का सीमा पर कोरोना जांच करवायी जाय।

हाई कोर्ट के इस निर्णय से पर्यटन व्यवसायियों को झटका लगा है व उनकी नींदे उड़ गई है। क्योंकि किसमस व नये साल पर बड़ी संख्या में पर्यटक मसूरी आते हैं व नया साल मनाकर वापस जाते हैं जिससे सभी का व्यवसाय चलता है। इस पूरे वर्ष कोरोना का साया पर्यटन पर छाया रहा व सीजन चला ही नहीं क्यों कि मई जून के समय कोरोना चरम पर था और पूरे देश मंे लॉक डाउन था। जिसका भारी आर्थिक नुकसान पर्यटन व्यवसाय को उठाना पड़ा। लेकिन धीरे धीरे जब कोरोना की रफतार धीमी हुई तो सरकार ने लगाये गये प्रतिबंधों का छुट देनी शुरू कर दी। जिससे पर्यटन व्यवसायियों ने राहत की सांस ली थी। व अब नये साल व क्रिसमस को लेकर खासे उत्साहित थे। लेकिन अब हाई कोर्ट के आदेश आने के बाद सभी की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आने लगा है।

होटल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राम कुमार ने कहा कि निश्चित ही इसका सीधा प्रभाव पर्यटन पर पडे़गा। क्यो कि कोरोना जांच के आदेश के चलते आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी आयेगी वहीं अभी जितनी बुकिंगे आ रही है उनमें से कैंसिल भी होने लगी हैं। इस संबंध मंे होटल रमाडा के प्रबंधक हर्षमणि सेमवाल ने कहा कि अभी नये साल के लिए उनके होटल में तीस से चालीस प्रतिशत बुकिंग आ चुकी है लेकिन हाई कोर्ट के आदेश का प्रभाव पडेगा व इससे पर्यटन व्यवसाय को नुकसान होगा।

जबकि एक ओर सरकार लगातार छूट दे रही है वहीं इस आदेश ने मुश्किल बढ़ा दी है। होटल अंबिका पैलेस के गौरव गुप्ता ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते पूरे साल प्रतिष्ठान बंद रहे व भारी नुकसान उठाना पड़ा अब थोड़ा उम्मीद जगी थी लेकिन अब हाई कोर्ट के आदेश से पर्यटन प्रभावित होना लाजिमी है। उन्हांेने कहा कि इससे पहले किसान आंदोलन के चलते जो पर्यटक आना चाहते थे वह भी नहीं आ पाये और इस आदेश से व्यवसाय प्रभावित होगा व कम संख्या में ही पर्यटक आ पायेंगे।

नगर पालिका मसूरी संपत्ति बेचने पर चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज

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मसूरी। नगर पालिका परिषद मसूरी की जमीन खुर्द बुर्द कर धोखाधड़ी से किसी दूसरे से बेचने के मामले में पालिका के कर अधीक्षक की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है तथा पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
शहर कोतवाल देवेंद्र असवाल ने बताया कि नगर पालिका की भूमि को खुर्द बुर्द कर धोखे से बेचने के मामले में नगर पालिका के कर अधीक्षक गिरीश चंद्र सेमवाल ने कोतवाली में तहरीर दी जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले की एसआईटी ने पहले ही जांच कर ली है। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। मालूम हो कि नगर पालिका परिषद मसूरी के तत्कालीन पालिकाध्यक्ष द्वारा दो फरवरी 1993 को किंक्र्रेग मसूरी स्थित पालिका की सम्पत्ति का पट्टा 30 वर्ष के लिये 100 रुपये का वार्षिक किराये पर रोटरी क्लब मसूरी को स्वीकृत किया गया।

जिसमें रोटरी क्लब ने वोकेशनल टेªनिंग सेंटर खोला था लेकिन बाद में रोटरी क्लब द्वारा वर्ष 2007 में सुनील कुमार गोयल, ओम फिलिंग स्टेशन के साथ एक समझौता कर उक्त भूमि बतौर अध्याशी के रुप में नामांतरण कर दिया। रोटरी क्लब द्वारा पालिका की भूमि चार जुलाई 2010 को भूमि का विक्रय पत्र संजय कुमार गोयल पुत्र ओम प्रकाश निवासी ओम फिलिंग स्टेशन किंक्रेग मसूरी को विक्रय कर दी। इस सम्पत्ति का अध्याशी सुनील कुमार गोयल है, जो संजय कुमार से सगे भाई है।

उक्त प्रकरण में वादी गिरीश चंद्र सेमवाल कार्यवाहक कर अधीक्षक नगर पालिका परिषद मसूरी द्वारा रोटरी क्लब मसूरी के तत्कालीन अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार पुत्र रतन लाल निवासी होटल नंद रेजिडेंसी कैमल बैंक रोड कुलड़ी मसूरी, व तत्कालीन सचिव शरद गुप्ता पुत्र श्रीनिवास गुप्ता निकट गणेश होटल लंढोर कैंट मसूरी व संजय कुमार गोयल पुत्र ओपी गोयल तथा एस के गोयल निवासी ओम फिलिंग स्टेशन किंक्रेग मसूरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इस संबध में नगर पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि नगर पालिका की संपत्तियों पर जहां भी जितने भी कब्जे हुए हैं उनके साथ सख्ती से पेश आया जायेगा व किसी को बक्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि नगर पालिका की संपत्ति को हर हाल में कब्जाधारियों से वापस लिया जायेगा। चाहे वह पूर्व में किसी तरह कब्जा की गई हो या बाद में की गई हो।

लोजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला पर व्याख्यान का आयोजन

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हरिद्वार 10,दिसम्बर (कुल भूषण) गुरूकुल कागडी समविश्वविद्यालय के प्रबन्धन संकाय में लोजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृख्ंला प्रबधंन में नवीनतम रूझानविषय पर विशेषज्ञों वार्ता कर श्रृंखला में व्याख्यान का आयोजन किया गया इस विशय पर हिमांषु अग्रवाल राश्टिय मानव संसाधन प्रमुख ओ मलोजिस्टिक्स कम्पनी ने विशय विषेशज्ञ के रूपमें अपने अनुभव साझा किये।

गुरूकुल कागडी समविश्वविद्यालय के कुलपति ने अपने सम्बोधन में रसद और आपूर्ति को कोविड 19 में अति आवश्यक सेवाओ की आपूर्ति में लोजिस्टिक्स के महत्व पर विस्तार से प्रकाष डाला इस मौके पर संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो0 वी0के0 सिंहने लोजिस्टिक्स की गुणवक्ता और इसके प्रबन्धन पर प्रकाष डाला।
आन लाइन आयोजित इस कार्यक्रम में डा0 अनिल डंगवाल डा0 राजुल भारद्वाज,डा0 आशीष आर्य,डा0 मिहिर जोशी, डा0 सुरेश राणा, डा0 पतिराज कुमारी, डा0 पूनम पैन्यूली डा0 बिन्दू अरोडा,सहित विभिन्न प्रतिभागीयो ने प्रतिभाग किया।

 

केन्द्र सरकार का लक्ष्य 2022 तक पांच करोड़ लोगों को मकान उपलब्ध कराना: बंसल

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हरिद्वार 10,दिसम्बर (कुल भूषण)   मानव अधिकार संरक्षण समिति (रजि0) के तत्वावधान में गुरुकुल कांगड़ी (समविश्वविद्यालय) के संस्कृत विभाग के सभागार में विश्व मानव अधिकार दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ उत्तराखण्ड राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बतौर नरेश बंसल ने कहा कि भारत सरकार ने अपने कर्तव्य परायणता का पालन करते हुए कोरोना काल में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिलाया है। 2022 तक भारत सरकार का लक्ष्य है कि 5 करोड़ लोगों को मकान उपलबध कराए जाए, जिसमें से अब तक 2 करोड़ लोगों को मकान मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने जन-धन योजना के अन्तर्गत 40 करोड़ खाते खोलकर 20 करोड़ लोगों के खातों में 500 रुपये सीधे पहुंचाए हैं। यह भारत सरकार का मानवाधिकार है। सरकार की नीतियां पूरे विश्व में अलख जगाए हुए है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गुरुकुल कांगड़ी (समविश्वविद्यालय) के कुलपति प्रो0 रूपकिशोर शास्त्री ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि गुरुकुल कांगड़ी (समविश्वविद्यालय) स्वतंत्रता आंदोलन से पहले किसी भारतीय द्वारा पहला विश्वविद्यालय खोला गया था। उन्होंने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द ने मानवीय कर्तव्यों का अनुसरण करते हुए बालिका शिक्षा को स्वतंत्रता आंदोलन से पहले देहरादून में कन्या गुरुकुल स्थापित कराया था। विश्वविद्यालय ने बालिकाओं की मानव अधिकार का पालन करते हुए इस वर्ष कन्या गुरुकुल परिसर, हरिद्वार में बी0ए0 एवं बी0एस-सी0 पाठ्यक्रमों को संचालित किया है। कर्तव्य और अधिकार रेल की पटरी की तरह से है, जिन पर विश्वविद्यालय खरा उतर रहा है।

उत्तराखण्ड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 सुनील जोशी ने कहा कि मानव की शुरूआत कर्तव्यों का निर्वहन करने से होती है। आम आदमी को अधिकारों के साथ कर्तव्यों की पाठशाला में विचारो का पाठ पढ़ाकर उसे आत्मनिर्भर बनाना चाहिए। अधिकार और कर्तव्य मानव जीवन के एक सिक्के की तरह हैं।

रानीपुर विधानसभा के विधायक आदेश चैहान ने कहा कि जब कोई एक आतंकवादी मारा जाता है तो रात्रि में भी कोर्ट खोलाए जाते हैं। मगर जब कोई निर्दोष आतंकवादी द्वारा मारा जाता है तो कोर्ट नहीं खुलते। मानव अधिकार संरक्षण समिति को इन पहलुओं पर भी काम करना चाहिए, जिससे निर्दोषों को न्याय मिल सके।

मानव अधिकार संरक्षण समिति के अध्यक्ष मधुसूदन आर्य ने सभी आगन्तुकों का स्वागत करते हुए कहा कि कोरोना काल के कारण यह कार्यक्रम भारत सरकार के दिशा निर्देशानुसार सूक्ष्म में किया जा रहा है। उन्होने कहा कि दरअसल 10 दिसंबर 1948 को मानव अधिकार आयोग का गठन किया गया था। यह एक ऐसी संस्था है जो विश्व में मानव के हित में किए जा रहे अधिकारों की रक्षा करती है।

कार्यक्रम में देव संस्कृति के कुलसचिव बलदाऊ, डॉ ओ पी वर्मा, सुरेन्द्र शर्मा, मनीषा दीक्षित इत्यादि ने विचार व्यक्त किये तथा मानव अधिकार संरक्षण समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की| इस अवसर पर मोनिका जैन, डॉ विशाल गर्ग, प्रो0 एल0पी0 पुरोहित, प्रो0 मनुदेव बन्धु, डा0 भारत वेदालंकार, डा0 भगवानदास जोशी, डा0 ओ0पी0 वर्मा, डा0 सुरेन्द्र कुमार शर्मा, सत्यवति अग्रवाल, कमला अग्रवाल, क्षमा अग्रवाल, बीना शर्मा, सारिका खण्डेलवाल, रेखा नेगी, जीविका नेगी, मूलचन्द्र मीणा, संजय, हेमन्त सिंह नेगी, डा0 पंकज कौशिक, मनीष ब्रह्मचारी, संदीप ब्रह्मचारी, ईरा गुप्ता, गोपाल शर्मा, सतीश अग्रवाल, डा0 अतर सिंह, प्रवीन वैदिक, प्रभात आर्य इत्यादि उपस्थित रहे। राष्ट्रीय अध्यक्ष इं0 मधुसूदन आर्य ने नवनियुक्त पदाधिकारियों को शपथ ग्रहण कराई| सभी पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया| मुख्य अतिथी नरेश बंसल ने एक पुस्तिका का विमोचन किया। कार्यक्रम का संचालन अंकुर गोयल ने किया।

सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय की नीति का अनुसरण करती है भाजपा: मदन कौशिक

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हरिद्वार 10,दिसम्बर (कुल भूषण)  शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक की कार्यशैली से प्रभावित होकर शहर के कांग्रेसियों ने भाजपा का दामन थामा।
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने भाजपा में शामिल हुए अनिल गुप्ता, राजकुमार गुप्ता, विष्णु मित्तल, पवन कुमार शर्मा, रवि कुमार, संजय चौहान, शिवशंकर शर्मा आदि का भाजपा परिवार में शामिल होने पर स्वागत करते हुए कहा कि भाजपा सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय की नीति पर कार्य करती है।

भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि भाजपा में शामिल व्यापारी नेता शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक की कार्यशैली से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए है इससे साबित होता है कि भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास अर्जित करने में सफल हुई है।

नामित पार्षद एवं व्यापारी नेता कमल बृजवासी, पार्षद विनित जौली, भाजपा मण्डल अध्यक्ष वीरेन्द्र तिवारी, महामंत्री तरूण नैयर ने भाजपा में शामिल हुए कांग्रेसियों को मिठाई खिलाकर, माला पहनाकर स्वागत किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से दीपक शर्मा, रवि चौहान, अर्चित चौहान, अजय शर्मा सहित मण्डल के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

कुम्भ मेले की सफलता के लिए सामाजिक संस्थाओं का सहयोग जरूरी: दीपक रावत

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हरिद्वार 10,दिसम्बर (कुल भूषण) देवभूमि धर्मशाला प्रबंधक सभा के पदाधिकारियों ने संरक्षक अनिरूद्ध भाटी के नेतृत्व में आगामी कुम्भ मेले की व्यवस्थाओं को लेकर सीसीआर टावर में कुम्भ मेलाधिकारी दीपक रावत से भेंटकर मेले की व्यवस्थाओं में धर्मशालाओं के योगदान विषय पर चर्चा की और धर्मशालाओं के प्रबंधकों की ओर से पूर्ण सहयोग के आश्वासन के साथ मेला प्रशासन से मेले की व्यवस्थाओं के दृष्टिगत आने वाली परेशानियों के समाधान और सुविधाओं की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।

इस अवसर पर देवभूमि धर्मशाला प्रबंधक सभा के संरक्षक अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि हरिद्वार तीर्थनगरी की गैर राजनीतिक अग्रणीय संस्था देवभूमि धर्मशाला प्रबंधक सभा है जो वर्षों से धर्मशालाओं के प्रबंधकों और प्रशासन के बीच सेतु का कार्य करती चली आ रही है। उन्होंने कुम्भ मेलाधिकारी दीपक रावत से आगामी कुम्भ मेले में धर्मशालाओं के कर्मचारियों को आने-जाने के लिए शासन की ओर से पास देने की मांग की। साथ ही जो धर्मशालाएं जीर्णशीर्ण अवस्था में है उन्हें प्रशासन की ओर से सहायता राशि अनुदान देकर यात्रियों को ठहराने के लिए उपयोग में लाने का सुझाव दिया।
देवभूमि धर्मशाला प्रबंधक सभा के अध्यक्ष कैलाश शर्मा, महामंत्री शंकर पाण्डे ने कुम्भ मेलाधिकारी दीपक रावत से कुम्भ मेला अवधि में विभिन्न धर्मशालाओं में चलने वाले अन्न क्षेत्रों के लिए सस्ते सरकारी राशन की व्यवस्था करने की मांग की।

देवभूमि धर्मशाला प्रबंधक सभा के पदााधिकारियों को आश्वासन देते हुए कुम्भ मेलाधिकारी दीपक रावत ने उनके द्वारा दिये गये सुझावों को उपयोगी बताते हुए कहा कि कुम्भ मेले की सफलता के लिए सामाजिक संस्थाओं का सहयोग जरूरी है। संस्था द्वारा जो सुविधाएं और सहयोग मांगा गया है उस पर विचार कर अमल में लाने का प्रयास किया जायेगा।
इस अवसर पर मुख्य रूप से देवभूमि धर्मशाला प्रबंधक सभा के अध्यक्ष कैलाश शर्मा, महामंत्री शंकर पाण्डे, संरक्षक अनिरूद्ध भाटी, संजय वर्मा, भुवनचन्द्र पुनेठा, राजेश अवस्थी आदि उपस्थित रहे।

कोरोना ब्रैकिंग : उत्तराखण्ड में फिर फूटा कहर, 830 मिले कोरोना संक्रमित, आंकड़ा 80486 पहुँचा

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देहरादून, उत्तराखंड में 10 दिसम्बर को स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया कोरोना पॉजिटिव के 830 मामले आए हैं। जिसे मिलाकर उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के कुल मामले अब 80486 हो गए हैं। और 12 मरीजों की मौत हुई है।हेल्थ बुलेटिन के अनुसार कोरोना पॉजिटिव के जिलेवार आंकड़े बागेश्वर 24, चमोली 51, चम्पावत 17, देहरादून 273, हरिद्वार 63, नैनीताल 105, पौड़ी 37, पिथौरागढ़ 61, रुद्रप्रयाग 55, टिहरी 44, उधमसिंह नगर 37, उत्तरकाशी 10, अल्मोड़ा में 53 कोरोना संक्रमण के नए मामले मिले है |

 

 

 

जेपी नड्डा के काफिले पर हमला: नड्डा के दौरे के समय ‘सुरक्षा खामियों’ को लेकर गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से मांगी रिपोर्ट

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नई दिल्ली,  केंद्र सरकार ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के पश्चिम बंगाल दौरे के समय कथित ‘गंभीर सुरक्षा खामियों’ को लेकर बृहस्पतिवार को राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की।केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से यह रिपोर्ट पश्चिम बंगाल सरकार से मांगी गई है जब बुधवार को भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था। अपने पत्र में घोष ने आरोप लगाया था कि 200 से अधिक लोगों की भीड़ लाठी और डंडों के साथ कोलकाता में भाजपा कार्यालय के सामने मौजूद थी और काले झंडे दिखा रही थी।

उन्होंने यह दावा भी किया था कि कुछ प्रदर्शनकारी पार्टी कार्यालय के सामने खड़ी कारों पर चढ़ गए और नारेबाजी की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए हस्तक्षेप नहीं किया। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय ने भाजपा अध्यक्ष के दौरे के समय कथित ‘गंभीर सुरक्षा खामियों’ को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी है।

घोष ने पत्र में यह दावा भी किया था, ”आज कोलकाता में उनके (नड्डा के) कार्यक्रमों के दौरान यह देखा गया कि सुरक्षा इंतजामों में गंभीर खामियां थीं। यह पुलिस विभाग की लापरवाही या फिर ढीले-ढाले रवैये के कारण था।” नड्डा पश्चिम बंगाल के दो दिनों के दौरे पर हैं। बृहस्पतिवार को डायमंड हार्बर इलाके में उनके काफिले पर पत्थर फेंके गए। पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा है, ‘बंगाल सरकार को इस हिंसा के लिए जनता को जवाब देना होगा। ‘ उन्‍होंने इस घटना के बाद एक के बाद एक दो ट्वीट किए।

इन ट्वीट्स में उन्होंने लिखा, ‘आज बंगाल में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के ऊपर हुआ हमला बहुत ही निंदनीय है, उसकी जितनी भी निंदा की जाये वो कम है. केंद्र सरकार इस हमले को पूरी गंभीरता से ले रही है. बंगाल सरकार को इस प्रायोजित हिंसा के लिए प्रदेश की शांतिप्रिय जनता को जवाब देना होगा।