Saturday, May 10, 2025
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रेलवे स्टेशन मोतीचूर को भेंट उपलब्ध करायी व्हील चेयर

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हरिद्वार 15 जनवरी (कुल भूषण) भूपतवाला स्थित महाराजा अग्रसेन सेवा सदन ट्रस्ट की ओर से मोतीचूर रेलवे स्टेशन को व्हील चेयर भेंट की। अग्रसेन सेवा सदन के प्रबंधक रवि प्रकाश मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे स्टेशन पर दिव्यांगजनांे और वृद्धजनों को आने जाने में बहुत कष्ट होता था उनकी दिक्कतों को दूर करने के उद्देश्य से संस्था ने स्टेशन मास्टर मोतीचूर को एक व्हील चेयर भेंट की साथ ही उन्हें हर प्रकार की मदद का आश्वासन भी दिया। हमारा प्रयास है जिससे दिव्यांग और वृद्धजनों को लाभ मिलेगा।

पितरों के सम्मान में प्रतिवर्ष लिखे जाते है श्लोक व स्लोगन

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पिथौरागढ़- पदियाधारा स्थित क्रियाकर्म स्थल में हजारों कि संख्या में लोगों द्वारा अपने पितरों को दिवंगत होने पर 12 दिनों तक तर्पण कर उनकी आत्मा की शान्ति के लिये प्रार्थना की जाती है।

इस परिसर के आंतरिक भाग में गीता के श्लोको का अंकन व अन्य प्ररेणा देने वाले स्लोगन लिखवाने का कार्य पिछले 8 वर्षो से सामाजिक कार्यकर्त्ता जुगल किशोर पाण्डे अपने स्वर्गीय पिता हीराबल्लभ पाण्डे कि स्मृति में करवाते है लोग इस परित्र स्थल पर आकर इन श्लोको व स्लोगनों का ध्यानपूर्वक अवलोकन करते हैं।

देश की एकता और अखण्डता के प्रति संकल्प लेने का दिन : डा0. बत्रा

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हरिद्वार 15 जनवरी (कुल भूषण) सेना दिवस की बधाई देते हुए काॅलेज के प्राचार्य डा सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि सेना दिवस देश की एकता व अखण्डता के प्रति संकल्प लेने का दिन है।  हम उन समस्त वीर जवानों को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हैं और उनका आभार व्यक्त करते हैं  जिनकी कर्तव्य के प्रति वीरता और सर्वोच्च बलिदान हमें नये सिरे से दृढ़ता के साथ स्वयं को समर्पित करने के लिए प्रेरित करता है।

प्राचार्य डा बत्रा ने कहा कि विश्वभर में भारतीय सेना के अदम्य साहस के लिए उत्तराखण्ड का नाम गौरव से लिया जाता है। वर्तमान पीढ़ी में  इस शौर्य दीवार के माध्यम से राष्ट्रीयता व देशभक्ति के भाव उत्पन्न होंगे।
इस अवसर पर मोहन चन्द्र पाण्डेय वेद प्रकाश चौहान  उज्ज्वल बत्रा आदर्श कश्यप आलोक कुमार होशियार सिंह चौहान हेमवंती छात्र छात्राओं  ने वीर सैनिकों को नमन किया।

उत्तराखंड में खुला पहला नेचुरल क्रॉस फिट फ़िटनेश जिम

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देहरादून , उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आज पहले नेचुरल क्रॉस फिट जिम का शुभारंभ किया गया ! आई टी पार्क डांडा स्थित वरदा स्पोर्टस एरिना में आज वरदा क्रॉस फिट नेचुलर फ़िटनेश जिम का शुभारंभ ओशनिक इंटरनेशनल स्कूल थानों की निदेशक पूनम थपलियाल ने किया !

इस अवसर पर क्रॉस फिट जिम की महिला कोच मोनिका ने बताया कि इस जिम के माध्यम से हर कोई व्यक्ति नेचुरल फिट रहकर अपने कार्य करने की शक्ति बढ़ा सकता है और साथ ही साथ अपने आप को रोगमुक्त रखकर अपनी काया को कम आयु का प्रदर्शित कर सकता है !

कोच मोनिका ने कहा यह जिम आम जिम से अलग है और इस जिम में फ़िटनेश के नए आयामों के साथ वास्तविक रूप से फिट रहने के लिये प्राकृतिक तौर पर शरीर को अधिक चुस्त और तंदुरस्त बनाने के लिये ट्रेनिगं दी जाएगी !
इस अवसर पर उपस्थित अंतराष्ट्रीय एथेलिटक्स कोच गुरफुल सिंह ने कहा वरदा क्रॉस फिट जिम आने वाले समय मे यहाँ के खिलाड़ियों के लिये वरदान साबित होगा और इस जिम के माध्यम से उतराखण्ड के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरास्ट्रीय स्तर पर पदक लाने में और सक्षम होंगे ! उन्होंने कहा यह जिम आपको वास्तविक रूप में फ़िटनेश का महत्व बताने में सक्षम है !

वरदा क्रॉस फिट नेचुरल फ़िटनेश जिम के शुभारंभ अवसर पर जिला क्रीड़ा अधिकारी राजेश ममगाईं , फ़िटनेश कोच नीरज कुमार , उत्तराखंड एथलिटिक्स संघ के सचिव के जे एस कलसी, विपुल नोटियाल , पूनम थपलियाल , प्रियंका नोटियाल , डी एम लखेड़ा आदि लोग उपस्थित थे !

नई शिक्षा नीति में हो चिकित्सा आरोग्य विषय सम्मिलित: पर्यावरणविद् डॉ सोनी

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देहरादून: पर्वतीय दूरस्थ ग्रामीण व देहाती क्षेत्रों के साथ छोटे नगरों व शहरों में चिकित्सकों की कमी को देखते हुए पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी ने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री व केंद्रीय शिक्षा मंत्री को सुझाव पत्र भेजा हैं जिसमें उन्होंने नई शिक्षा नीति में चिकित्सा विज्ञान या चिकित्सा आरोग्य विषय को मान्यता देकर माध्यमिक स्कूलों के पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने का अनुरोध किया है। कहा ग्रामीण व देहाती क्षेत्रों के साथ ही छोटी नगरों, शहरों के लोगों को बीमारियों की जानकारी न होने के कारण जान तक गवानी पड़ती है क्योंकि इन क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों को उसकी बचाव, प्राथमिक उपचार व सावधानी की जानकारी नहीं होती है

जैसे दिल की बीमारी या अचानक घटित घटनाओ में अपने स्तर से प्राथमिक उपचार नहीं दे पाते हैं जिस कारण लोगों को अपनी जान तक देनी पड़ती है अगर इस विषय को मान्यता मिल जाती है तो उससे गांव, देहाती क्षेत्रों के साथ छोटे नगरों व शहरों में अचानक घटित घटनाओं में घर पर ही प्राथमिक उपचार देकर उनकी जान बचाई जा सकती है इसलिए हर व्यक्ति को चिकित्सा विधियों की जानकारी होनी अतिआवश्यक है ये तभी सम्भव हैं जब हमारे विद्यालयों में चिकित्सा विज्ञान या चिकित्सा आरोग्य विषय के रुप में हमारे नौनिहालों को पढ़ने को मिले इसके लिए माध्यमिक शिक्षा स्तर पर इस विषय की मान्यता होनी चाहिए।
डॉ सोनी ने कहाकि इस विषय मे आंतरिक व बाहय बीमारियों का सविस्तार से वर्णन हो तथा बिमारियों के लक्षण, बीमारियों के बचाव व उनके रोकथाम, सावधानियां, उपचार की विधि, तत्काल प्राथमिक उपचार में प्रयोग आनेवाली सामग्री का सचित्र वर्णन होना चाहिए ताकि अगर अकस्मात कोई घटना घटित होती है तो उन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार देकर उनकी जान बचाई जा सके।

डॉ सोनी ने यह भी कहा कि चिकित्सा स्वास्थ आरोग्य विषय में शरीर, आँखों व मल मूत्र के रंग से किस बीमारी के लक्षणों का पता लगाया जा सकता हैं उसकी जानकारी होनी अत्यंत जरूरी हैं। कहा एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सिटी स्कैन, ईसीजी आदि उपकरणों की जानकारी भी पाठ्यक्रम में सम्मिलित होनी चाहिए।
डॉ सोनी ने कहा इस विषय की मान्यता मिलने से जहाँ लोगो को बीमारी से बचाव व स्वास्थ्य संबंधी जानकारी मिलेगी वही चिकित्सा से संबंधित डिप्लोमा लिए युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। कहा यह सुझाव उत्तराखंड सरकार व भारत सरकार के संज्ञान में है 2014 से लगातार सुझाव दे रहा हु अब नई शिक्षा नीति देश में लागू होगी उस नीति में चिकित्सा विज्ञान या चिकित्सा आरोग्य विषय को मान्यता देकर पाठ्यक्रम में लागू किया जाय ताकि जानकारी के अभाव में लोगों को अपनी जान गवानी न पड़े।

 जिलाधिकारी ने दिये राजस्व वादों के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश

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” सेवा के अधिकार के तहत निर्धारित समय में प्रमाण पत्र जारी न होने पर सम्बंधित की जिम्मेदारी तय की जाएगी।

रुद्रप्रयाग, जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी मनुज गोयल ने उपजिलाधिकारियों को राजस्व वादों के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके लिए उपजिलाधिकारी पूर्ण प्रयास करे कि निर्धारित तिथि को आवश्यक रूप से कोर्ट हो, जिससे ससमय वादों का निस्तारण किया जा सके।
कृषि भूमि को व्यवसाय करने हेतु (धारा 143) की कार्यवाही को एक माह के भीतर निस्तारित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारियों को कहा कि 143 की कार्यवाही की क्रियाविधि इस अनुरूप बनाई जाए कि कार्यवाही में एक माह से अधिक का समय न लगे।
इसके साथ ही समस्त उपजिलाधिकारी को अपने क्षेत्र के अंतर्गत परिवहन चैकिंग, खाद्यान्न भंडार, शराब की अवैध बिक्री और खनन की मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए।इस अवसर पर अपरजिलाधिकारी दीपेंद्र नेगी, उपजिलाधिकारी सदर वृजेश तिवारी, ऊखीमठ परमानन्द राम, जखोलो एन एस नगन्याल, आबकारी अधिकारी केपी सिंह, पूर्ति अधिकारी बच्चन सिंह रावत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

उत्तराखंड : अब घर बैठे भर सकेंगे ई-चालान, ऑनलाइन जमा होगी लाइसेंस फीस व शुल्क

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देहरादून, राज्य सरकार ने आगामी एक अप्रैल से सभी तरह की लाइसेंस फीस और विभिन्न योजनाओं को शुल्क जमा करने की ऑनलाइन व्यवस्था शुरू करने के आदेश दिए हैं। इससे लोगों को बैंकों में चालान जमा करने को होने वाली जद्दोजहद से निजात मिल जाएगी। वर्तमान में लोगों को सरकारी भुगतान के तहत चालान जमा करने के लिए स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में जाना पड़ता है। आमतौर पर यहां लंबी लाइन लगी होने उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रदेश में एक अप्रैल 2021 से शुरू होने वाली ई-चालान व्यवस्था से उन्हें इस परेशानी से छुटकारा मिल जाएगा।

इससे फर्जीवाड़े पर भी रोक लगेगी। दरअसल कई बार कुछ शरारती तत्व फर्जी चालान के जरिए अपने सरकारी देयकों के भुगतान का सबूत देते थे, जो तत्काल पकड़ में नहीं आ पाते थे। इसके साथ ही विभागों को ऐसे व्यक्तियों को पकड़ने में मशक्कत करनी पड़ती है। ई-चालान व्यवस्था में ऐसा करना मुमकिन नहीं होगा। वित्त विभाग की सचिव सौजन्या ने बताया कि आगामी एक अप्रैल से हर सरकारी देय का भुगतान ई-चालान के जरिए होगा। यह व्यवस्था अनिवार्य रूप से लागू होने जा रही है।

इस आदेश से कारोबारियों, बेरोजगारों और राशन विक्रेताओं के साथ ही तमाम लोगों को लाभ मिलेगा। इससे बेरोजगारों को प्रतियोगी परीक्षा के चालान के लिए बैंक में लाइनों में नहीं लगना पड़ेगा। कारोबारियों को कई तरह के चालान ऑनलाइन भरने की सुविधा मिल जाएगी। राशन विक्रताओं को भी प्रतिमाह राशन लेने के लिए चालान के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। इन सभी वर्ग के लोग अब ऑनलाइन या अपनी मनपसंद शाखा में चालान का भुगतान कर सकेंगे।

मोदी सरकार एक अप्रैल से पीएफ और काम के घंटों में कर सकती है बड़ा बदलाव, बदलेंगे रिटायरमेंट के नियम

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नई दिल्ली, नये साल(2021) के अप्रैल माह की पहली तारीख से आपकी ग्रेच्युटी, पीएफ और काम के घंटों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। कर्मचारियों को ग्रेच्युटी और भविष्य निधि (पीएफ) मद में बढ़ोतरी होगी। वहीं, हाथ में आने वाला पैसा (टेक होम सैलरी) घटेगा। यहां तक कि कंपिनयों की बैलेंस शीट भी प्रभावित होगी। इसकी वजह है पिछले साल संसद में पास किए गए तीन मजदूरी संहिता विधेयक (कोड ऑन वेजेज बिल)। इन विधेयकों के इस साल 1 अप्रैल से लागू होने की संभावना है।

वेज (मजदूरी) की नई परिभाषा के तहत भत्ते कुल सैलेरी के अधिकतम 50 फीसदी होंगे। इसका मतलब है कि मूल वेतन (सरकारी नौकरियों में मूल वेतन और महंगाई भत्ता) अप्रैल से कुल वेतन का 50 फीसदी या अधिक होना चाहिए। गौरतलब है कि देश के 73 साल के इतिहास में पहली बार इस प्रकार से श्रम कानून में बदलाव किए जा रहे हैं। सरकार का दावा है कि नियोक्ता और श्रमिक दोनों के लिए फायदेमंद साबित होंगे।

इसलिए वेतन घटेगा और पीएफ बढ़ेगा

नए ड्राफ्ट रूल के अनुसार, मूल वेतन कुल वेतन का 50% या अधिक होना चाहिए। इससे ज्यादातर कर्मचारियों की वेतन संरचना बदलेगी, क्योंकि वेतन का गैर-भत्ते वाला हिस्सा आमतौर पर कुल सैलेरी के 50 फीसदी से कम होता है। वहीं कुल वेतन में भत्तों का हिस्सा और भी अधिक हो जाता है। मूल वेतन बढ़ने से आपका पीएफ भी बढ़ेगा। पीएफ मूल वेतन पर आधारित होता है। मूल वेतन बढ़ने से पीएफ बढ़ेगा, जिसका मतलब है कि टेक-होम या हाथ में आने वाला वेतन में कटौती होगी।

रिटायरमेंट की राशि में होगा इजाफा

ग्रेच्युटी और पीएफ में योगदान बढ़ने से रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली राशि में इजाफा होगा। इससे लोगों को रिटायरमेंट के बाद सुखद जीवन जीने में आसानी होगी। उच्च-भुगतान वाले अधिकारियों के वेतन संरचना में सबसे अधिक बदलाव आएगा और इसके चलते वो ही सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। पीएफ और ग्रेच्युटी बढ़ने से कंपनियों की लागत में भी वृद्धि होगी। क्योंकि उन्हें भी कर्मचारियों के लिए पीएफ में ज्यादा योगदान देना पड़ेगा। इन चीजों से कंपनियों की बैलेंस शीट भी प्रभावित होगी।

काम के घंटे 12 घंटे करने का प्रस्ताव

नए ड्राफ्ट कानून में कामकाज के अधिकतम घंटों को बढ़ाकर 12 करने का प्रस्ताव पेश किया है। ओएसच कोड के ड्राफ्ट नियमों में 15 से 30 मिनट के बीच के अतिरिक्त कामकाज को भी 30 मिनट गिनकर ओवरटाइम में शामिल करने का प्रावधान है। मौजूदा नियम में 30 मिनट से कम समय को ओवरटाइम योग्य नहीं माना जाता है। ड्राफ्ट नियमों में किसी भी कर्मचारी से 5 घंटे से ज्यादा लगातार काम कराने को प्रतिबंधित किया गया है। कर्मचारियों को हर पांच घंटे के बाद आधा घंटे का विश्राम देने के निर्देश भी ड्राफ्ट नियमों में शामिल हैं(साभार हिन्दुस्तान)|

मकर संक्रान्ति के शुभ अवसर पर उत्तराखण्ड में हिन्दू एकता आन्दोलन पार्टी का आगाज

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देहरादून- मकर संक्रान्ति के शुभ अवसर पर हिन्दू एकता आन्दोलन पार्टी का उत्तराखण्ड में विधिवत पूजा अर्चना व हवन कर शुभारम्भ किया गया। उत्तराखण्ड राज्य के प्रदेश अध्यक्ष  के एल जोशी ने बताया कि हिन्दू एकता आन्दोलन पार्टी एक राजनीतिक पार्टी है जिसका रजिस्ट्रेशन सन 2001 में भारतीय चुनाव आयोग में पार्टी के संस्थापक  हीरामन विथल गाबलीजी द्वारा महाराष्ट्र में किया गया था। हिन्दू एकता आन्दोलन पार्टी दक्षिण भारत सहित महाराष्ट्र, दिल्ली तथा उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्यों में भी राजनीतिक गतिविधियांे में सक्रिय भागीदारी करती आ रही है, उन्होंने बताया कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष  रामसिंह बावरी जी की परिकल्पना है कि उत्तराखण्ड देवभूमि है और देवभूमि का स्थान पूरे भारतवर्ष में सर्वोच्च होना चाहिए और हिन्दूराष्ट्र की आधारशिला देवभूमि से ही रखी जानी चाहिए।

जोशी ने बताया कि आज पार्टी ने आज यह भी निर्णय लिया कि आगामी विघानसभा चुनाओं में उत्तराखण्ड में भी आम लोगों की भावनाओं को देखते हुए यहां भी पार्टी को ग्राम स्तर पर मजबूत किया जायेगा तथा आगामी विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव लडा जायेगा।  जोशी ने बताया कि उत्तराखण्ड की परिस्थितियों को मध्य नजर रखते हुए यहां के आमजनमानष से जुडे मुददों को जोर शोर से उठाया जायेगा। पार्टी के सगठन महामन्त्री से0नि0 कैप्टेन मुकेश रावत ने बताया कि युवाओं को रोजगार देना तथा पहाडी क्षेत्र में नये उघोगों को बढावा देकर पलायन को रोकना पार्टी का मुख्य मुददा रहेगा। उन्होने कहा कि पार्टी गांव स्तर पर कार्य करेगी। पार्टी महिला मोर्चा की अध्यक्ष लवन्या रावत ने कहा कि पार्टी में अधिक से अधिक महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी।

इस अवसर पर अनेक लोगों ने पार्टी की सदस्यता ली। इस दौरान पार्टी कार्यालय का भी मोथरोंवाला, देहरादून में शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम में महासचिव साहिब सिंह भण्डारी, महिला मोर्चा की अध्यक्ष  लवन्या रावत,विघार्थी युवा मोर्चा अध्यक्ष नितिन रावत, करण सिंह चौधरी, व्यास अशोक कृष्ण शास्त्री, भावना खंकरियाल, नरेश पोखरियाल, सोनी खत्री, गणेश शंकर रानाकोटी, अंकित आनन्द, देव नौटियाल, अंकित कण्डवाल, आदि मौजूद रहे।

वीडियो हो रहा वायरल, कैसे सुरक्षा के प्रति संवेदनशील जानवर नुकसान पहुँचाने पर सिखाते हैं सबक…!

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जानवर अपनी सुरक्षा के लिए बेहद संवेदनशील होते हैं, लेकिन वह दूसरों पर तब तक हमला नहीं करते जबतक कि उन्हें कोई नुकसान न पहुंचाए या फिर उन्हें इस बात का एहसास न हो जाए कि कोई उन्हें नुकसान पहुंचाने वाला है. अगर कोई उनके साथ ऐसा करता है कि तो फिर वह तुरंत एक्शन लेते हैं उसे सबक सिखा देते हैं. ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें गाय के एक बछड़े और एक युवक को देखा जा सकता है.

वीडियो देखकर यकीनन आपको हंसी आ जाएगी और कहेंगे कि कर भला तो हो भला. वीडियो में देखा जा सकता है कि एक बाड़े के अंदर कुछ जानवर घूम रहे हैं. एक युवक बाड़े की दिवार पर बैठा है. तभी वह अचानक से गाय के एक बछड़े में लात मार देता है. जैसे ही वह बछड़े को लात मारता है गाय का बछड़ा उछलकर युवक को अपनी पिछली टांगों से लात मार देता है और युवक दिवार के दूसरी ओर गिर जाता है.

 

इस वीडियो को भारतीय वन सेवा के अधिकारी सुशांत नंदा ने शेयर किया है. इस वीडियो को शेयर करते हुए सुशांत नंदा ने लिखा, कर्म शीघ्र ही पकड़ लेते हैं. सुशांत नंदा ने इस वीडियो को 13 जनवरी को शेयर किया था. जिसे अब तक 14 हजार 900 से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इसके साथ ही इस वीडियो को अब तक 1500 लाइक्स और 155 बार रिट्वीट किया जा चुका है. वहीं तमाम यूजर्स ने इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रियाएं भी दी हैं. एक यूजर ने लिखा, तत्काल रिजल्ट, न्यूटन का नियम. एक यूजर ने लिखा, बहुत अच्छा… हंसी नहीं रोक सकता. एक और यूजर ने लिखा ये न्यूटन का थर्ड नियम है.