Friday, May 16, 2025
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शहीद सैनिकों के आश्रितों को एकमुश्त 10 लाख रूपये के अनुदान को बढ़ाकर 15 लाख रूपये किया जायेगा : मुख्यमंत्री

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देहरादून, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत शनिवार को पुरकुल गांव में भारतीय सेना के जज्बे, शौर्य और बलिदान के प्रतीक राज्य स्तरीय सैन्य धाम का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि विभिन्न युद्धों व सीमान्त झडपों तथा आन्तरिक सुरक्षा में शहीद हुये सैनिकों व अर्द्ध सैनिक बलों की विधवाओं/आश्रितों को एकमुश्त 10 लाख रूपये के अनुदान को बढ़ाकर 15 लाख रूपये किया जायेगा। इस अवसर पर उन्होंने उपनल के मुख्यालय का शिलान्यास भी किया। नेताजी  सुभाषचन्द्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। सुभाष चन्द्र बोस के जन्म दिवस को ‘‘पराक्रम दिवस’’ के रूप में मनाये जाने पर उन्होंने प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तराखण्ड के पंचम धाम के रूप में आज सैन्यधाम का शिलान्यास किया गया है। प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने जब सैन्यधाम को पंचम धाम की संज्ञा दी गई उसके बाद इस दिशा में तेजी से प्रयास किये गये। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि यह सैन्यधाम जीवंत और जागृत हो। यहां कोई भी आये तो उसको इसकी वास्तविकता की पूर्ण अनुभूति हो। जो लोग यहां आयेंगे इस सैन्यधाम की मिट्टी पर पैर रखें तो उन्हें इससे प्रेरणा मिलनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं चाहता हूं कि भविष्य में उत्तराखण्ड में सरकार का शपथ ग्रहण इस शहीद स्थल (सैन्यधाम) में हो। प्रदेश की राजधानी में अन्य देशों एवं अन्य राज्यों से कोई देहरादून आते हैं तो सैन्यधाम में जरूर आयें। उन्होंने कहा कि राज्य के शहीदों के गांवों की मिट्टी और शिला इस सैन्यधाम में आनी चाहिए। राज्य की प्रमुख नदियों एवं प्रमुख धार्मिक स्थलों की मिट्टी सैन्यधाम में आये। गढ़वाल राइफल, कुमायूं रेजीमेंट और गोरखा रेजीमेंट में दुश्मनों के दांत खट्टे करने की ताकत एवं पहचान हैं। हमारे सैनिकों की प्रेरणा देशवासियों को प्रेरित करती रहे यह परिकल्पना सैन्यधाम के पीछे है।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि और वीरभूमि है। जब भी देश को जरूरत पड़ी हमारे जवानों ने देश की सेवा के लिए अपना सब कुछ अर्पित कर दिया और पूरी बहादुरी का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि हमारे शहीद सैनिकों के घरों में यदि उनकी कोई निशानी हो तो उनके संरक्षण के लिए सैन्यधाम में एक संग्रहालय बनाया जायेगा। लोगों को प्रेरित करने वाली अनेक स्मृतियां यहां पर होनी चाहिए। मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि जो लोग सेना में जाना चाहते हैं, उनके लिए यहां पर प्रशिक्षण की व्यवस्था की जायेगी। यहां पर एडवेंचर एवं उससे संबंधित गतिविधियां कर सकते हैं। देहरादून में इस भव्य सैन्यधाम को बनाने के लिए सुझाव भी आमंत्रित किये जायेंगे। विशेषज्ञ समिति इन सभी सुझावों को देखेगी, जो सुझाव सही लगेंगे। अपर मुख्य सचिव सैनिक कल्याण को सभी लोग अपने सुझाव भेज सकते हैं।

विधायक  गणेश जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सैनिकों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं। सैनिकों और पूर्व सैनिकों की समस्याओं के समाधान के लिए शासन स्तर अपर मुख्य सचिव और जिला स्तर अपर जिलाधिकारी को नोडल अधिकारी तैनात किया है। सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिये सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं।

राज्य सरकार द्वारा शहीद सैनिकों व अर्ध सैनिकों के एक परिजन को योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी में समायोजित करने की व्यवस्था की है। सचिवालय में प्रवेश के लिए सैनिकों और पूर्व सैनिकों को अलग से प्रवेश पत्र बनवाने की आवश्यकता नहीं है। वे अपने आईकार्ड से ही सचिवालय में प्रवेश कर सकते हैं। वीरता पदक प्राप्तकर्ता सैनिकों एवं उनकी विधवाआें को दी जाने वाली वार्षिकी राशि 30 वर्ष के स्थान पर अब आजीवन दिये जाने की व्यवस्था की गई है। पूर्व सैनिकों को राज्य सरकार की सेवाओं में समूह ‘ग’ की रिक्तियों में 05 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण अनुमन्य किया गया हैं।

इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, मेयर  सुनील उनियाल गामा, विधायक  हरबंस कपूर,  सुरेन्द्र सिंह नेगी, पूर्व मंत्री ले. जनरल (रिटा.)  टी.पी.एस रावत, मुख्यमंत्री के सैन्य सलाहकार ले. जनरल (रिटा.)  जे. एस. नेगी, एमडी उपनल ब्रिगेडियर (रिटा.) पी.पी.एस पाहवा, निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर (रिटा.) के.बी चन्द, जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष श्रीवास्तव एवं अन्य सैन्य अधिकारी उपस्थित थे।

उत्तराखंड की बेटी ने किया डी आई टी यूनिवर्सिटी का नाम रोशन

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– हिमानी सिंह ने को प्रधानमंत्री मोदी जी करेंगे मेडल से सम्मानित
– उत्तराखंड से एकमात्र कैडेट जिसने टॉप 3 में बनाई जगह

देहरादून। उत्तराखंड की बेटी हिमानी सिंह ने डी आई टी यूनिवर्सिटी का नाम रौशन किया है। 26 जनवरी के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाली पीएम परेड में माननीय प्रधानमंत्री करेंगे मैडल से सम्मानित।

डी आई टी यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर के के रैना एवं एन सी सी ट्रेनर लेफ्टीनेंट बृजलता ने हर्ष जताते हुए कहा की यह यूनिवर्सिटी के लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि हिमानी सिंह मेकैनिकल इंजीनियरिंग थर्ड ईयर की छात्रा है और हमेशा से बहुत अलग व्यक्तित्व की छात्रा रही है। उन्होंने बताया कि मेकैनिकल इंजीनियरिंग में ज़्यादातर लड़कियां नहीं होती पर हिमानी को हमेशा से कुछ अलग करना था। उसका सपना है कि वो डिफेंस में जाये और औरोनॉटिकल फील्ड में जा कर देश की सेवा करे।

हिमानी की ट्रेनिंग के बारे लैफ्टिनेंट बृजलता ने बताया कि यह यूनिवर्सिटी का पहला एन सी की का बैच है और हिमानी 530 कैडेट्स में दूसरी पोज़िशन पर थी। उसकी डिफेंस में जाने का पैशन ही है जो मात्र छह माह की ट्रेनिंग में ही वो टॉप 3 में है और आज उसको हमारे प्रधानमंत्री मैडल प्रदान कर रहे है।

इस मौके पर हिमानी के माता पिता अजय कुमार सिंह एवं शबनम सिंह भी मौजूद थे जिन्होंने हिमानी के सपनों के बारे में बताया कि वो कितनी हार्ड वर्किंग है, पहले ट्रेनिंग, फिर कॉलेज सब बहुत अच्छे से मैनेज करती है।

इको ग्रुप द्वारा भगवन्तपुर पुरकुल में कूड़ा प्रबंधन जागरूकता अभियान

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देहरादून, इकोग्रुप द्वारा देहरादून शहर में कूड़े को प्रबंधन कर जीरो वेस्ट की तरफ बढ़ते हुए भगवन्तपुर पुर्कुल क्षेत्र में आज प्रातः काल अभियान चलाया और इसके स्थानीय महिलाओं को कूड़े को वेस्ट के सही निस्तारण से संबंधित पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। यह अभियान वेस्ट वॉरियर देहरादून के सौजन्य से शुरू की गई मुहिम की कड़ी में भी है।

इको ग्रुप ने मुख्य रूप से सेग्रीगेशन ,सूखा ओर गीला कूड़े को पृथक कर प्लास्टिक वेस्ट से इको ब्रिक्स बनाने का आवाह्न कर सेग्रीगेशन और प्लास्टिक वेस्ट से इको ब्रिक्स बनाने के लिए प्रेरित किया।

इस प्रयास से घर से निकलने वाला कूड़े में कमी आएगी, घर में सूखे कूड़े को अलग कर रिसाइकिल करने के लिए भेजा जा सकता है , पर्यावरण की रक्षा भी होगी और साथ साथ इको ब्रिक्स को उपयोग में लाकर बेंच, पेडेस्टल , स्टूल इत्यादि भी बनाये जाएंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन श्रीमती अमृत बुरेट्ट के सहयोग से किया गया।

इको ग्रुप की इस मुहिम में करीब 30 स्थानीय महिलाओं ने भाग लिया इन सब निवासियों को प्लास्टिक के ग़लत निस्तारण से संबंधित खतरों एवं इको ब्रिक्स द्वारा इसके सदुपयोग के बारे में विस्तार से इको ग्रुप के सदस्य आशीष गर्ग, भारत शर्मा अमित जैन ,संजय भार्गव और अनिल मेहता द्वारा चर्चा की गई। प्रत्येक प्रेरित सदस्य ने इको ब्रिक्स बनाकर पर्यावरण संरक्षित करने का प्रण लिया। निवासी कपड़े के थैले बनाने के लिए इको ग्रुप को पुराने कपड़े भी प्रदान करेंगे ।इस कार्यक्रम के अंत में इको ग्रुप के महिलाओं द्वारा निर्मित मास्क का वितरण भी किया गया।

पौड़ी में किसानों को मशरूम उत्पादन के लिए किया प्रेरित

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प्रमोद खण्डूडी
पौड़ी , पौड़ी जिला उद्यान विभाग के तत्वावधान में राजकीय उद्यान खांडयूसैंण में मशरूम की आधुनिक खेती एवं प्रबंधन को लेकर तीन दिवसीय कार्यशाला शनिवार से शुरू हो गई। कार्यशाला में युवाओं व महिला किसानों को मशरूम उत्पादन की विस्तार से जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में करीब 27 युवा व महिला किसानों ने हिस्सा लिया।
शनिवार को कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई ने कहा कि मशरूम उत्पादन में उद्यमिता विकास एवं स्वरोजगार की अपार संभावनाएं है। कहा कि मशरूम एक सुलभ एवं सस्ता प्रोटीन है। औषधीय गुणों से भरपूर मशरूम की बाजार में अधिक मांग होने से इससे अधिक आमदनी अर्जित की जा सकती है।
मुख्य उद्यान अधिकारी डा.नरेंद्र कुमार ने कम लागत में अधिक आमदनी देने के लिए मशरूम उत्पादन पर विशेष रूप से आगे आने की बात कही। तकनीकी संदर्भ दाता अभिषेक रावत ने ढिंगरी व बटन मशरूम की प्रजाति के बारे में प्रशिक्षणार्थियों को विस्तार से जानकारी दी। संचालन हिमांशु सिंह ने किया।

नोएडा में धारा 144 लागू हुई, बिना इजाजत प्रदर्शन करने पर चलेगा मुकदमा

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नई दिल्ली, गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश की राजधानी दिल्ली सहित आसपास के तमाम इलाको की सुरक्षा सख्त की जा रही है। एनसीआर में भी सुरक्षा चाक-चौबंद करने की तैयारियां तेज है। उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में पुलिस ने 31 जनवरी तक के लिए सीआरपीसी के अंतर्गत धारा 144 लागू कर दी है। जिसके बाद अब बिना इजाजत के प्रदर्शन नहीं की जा सकती है और ना ही निजी ड्रोन उड़ाए जा सकेंगे। धारा 144 का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति पर धारा 188 के तहत मुकदमा चलाया जाएगा।

एडिशनल डीसीपी, लॉ एंड ऑर्डर आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि गणतंत्र दिवस के मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 31 जनवरी तक नोएडा में धारा 144 लागू कर दी गई है। लोगों को बिना अनुमति के कोई भी जुलूस निकालने या विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है।

पश्चिम बंगाल: भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओँ के बीच झड़प, कई गाड़ियों में लगाई आग

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कोलकाता, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पश्चिम बंगाल (West Bengal) के दौरे पर आने वाले हैं। पीएम की यात्रा को लेकर राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस बीच हावड़ा में भारतीय जनता पार्टी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प (Clash between BJP and TMC workers) की खबर है। भापका ने टीएमसी को हमले का आरोप लगाया है।

 

भाजपा के स्थानीय नेता का कहना है, ‘हमारे कार्यकर्ताओं पर आज हमला किया गया। अगर टीएमसी इस तरह की राजनीति करना चाहती है, तो उन्हें उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा’।बता दें कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती वर्ष के मौके पर पीएम मोदी शनिवार को पश्चिम बंगाल आ रहे हैं। इस दौरान पीएम विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में ‘पराक्रम दिवस’ समारोह के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करेंगे। इस कार्यक्रम में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी आमंत्रित हैं।

 

राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता के तीन श्रेष्ठ प्रतिभागी कल होंगे सम्मानित: डाॅ. धन सिंह

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देहरादून, राष्ट्रीय युवा दिवस पर उत्तराखंड उच्च शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता के प्रथम तीन श्रेष्ठ प्रतिभागियों को कल सम्मानित किया जायेगा। इस बात की जानकारी देते हुए उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने बताया कि 23 जनवरी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में पुरस्कार एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जायेगा। जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता में अव्वल आये तीनों प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जायेगा। इस अवसर पर बतौर विशिष्ट अतिथि शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय उपस्थित रहेंगे।

उच्च शिक्षा, सहकारिता, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकाॅल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ. धन सिंह रावत ने बताया कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पहल पर 12 जनवरी को प्रदेश में स्वामी विवेकानंद की जयंती को ‘युवा चेतना दिवस’ के तौर पर मनाया गया। इस अवसर पर प्रदेशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों में राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।

जिसमें कुल 149 विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों के 5229 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। प्रत्येक शिक्षण संस्थान से प्रथम तीन श्रेष्ठ प्रतिभागियों का चयन कर दून विश्वविद्यालय में 10 वरष्ठि विषय विशेषज्ञों द्वारा मूल्यांकन किया गया। जिसके उपरांत तीन श्रेष्ठ प्रतिभागियों का चयन किया गया। जिसमें पहले स्थान पर डीडब्ल्यूटी काॅलेज देहरादून की छात्रा कुमारी सौम्या, दूसरे स्थान पर डीएवी पीजी काॅलेज के छात्र उज्ज्वल जबकि बालगंगा महाविद्यालय सेन्दुल की छात्रा अंजली मंमगाई ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।

तीनों प्रतिभागियों को कल सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा। मुख्यमंत्री रावत इस दौरान प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को क्रमशः एक लाख, 75 हजार और 50 हजार रूपये का नगद पुरस्कार प्रदान करेंगे। सम्मान समारोह में उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी, निदेशक, संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा, राज्य एवं निजी विश्वविद्यालयों के कुलपति, राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्य सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहेंगे।

उत्तराखंड कैबिनेट की बैठक, महत्वपूर्ण फैसलों पर लगी मुहर,

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चौकुटिया में केंद्रीय विद्यालय के लिए निशुल्क 26 हेक्टेयर जमीन

देहरादून, उत्तराखंड सरकार की आज कैबिनेट बैठक हुई,यबैठक में एक दर्जन से अधिक प्रस्ताव रखें गए थे। जिसमें जनहित से जुड़े तमाम महत्वपूर्ण फैसलों पर कैबिनेट ने अपनी मुहर लगाई है। उत्तराखण्ड़ सरकार की यह बैठक मुख्यमंत्री आवास में सम्पन्न हुई |

कैबिनेट बैठक में इन फैसलों पर लगी मुहर :

+अल्मोड़ा में विकासखंड चौकुटिया में केंद्रीय विद्यालय के लिए 26 हेक्टेयर जमीन निशुल्क दी गई।
+राज्य सरकार ने बजट सलाहकार का पद सृजित किया, एलएन पंत को बनाया गया सलाहकार।
+एससी/एसटी 22 हजार 96 छात्र के 3 करोड़ 79 लाख के लगभग पैसा राज्य सरकार ने स्वीकृत किया।
+कुंभ के लिए मेला अधिकारी को दो करोड़ की पावर दी गई, कमिश्नर को 5 करोड़ की पावर दी गई। 50 फ़ीसदी कार्य को बढ़ाने की भी दी गई पावर।
+प्रदेश की एम्बुलेंस संचालित करने के लिए मैसर्स कैम्प को 132 नई एम्बुलेंस दी गयी।
+संस्कृति शिक्षा विभाग में चार फैसले लिए गए, कैबिनेट ने अपनी मंजूरी दी, राज्य में संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने लिया फैसला।
+छात्रवृत्ति भौतिक सत्यापन के लिए जिलाधिकारी को दी गई पावर 2019 -20, जिलाधिकारी 10 फीसदी तक भौतिक सत्यापन कर सकेंगे।
+पंचायती राज एक्ट में संशोधन प्रस्ताव को मंजूरी।
+पर्यटन विकास परिषद में 6 तकनीकी पद स्वीकृत किये।
+राज्य सरकार के शासकीय विभागों में उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम, उत्तर प्रदेश समाज कल्याण निगमसूची से राज्य सरकार ने हटाया।
+उत्तराखंड राज्य औषधि नियंत्रण सेवा नियमावली को मंजूरी मिली।
+43.84 हेक्टेयर भूमि सिंचाई विभाग की जमीन भू-समाधि के लिए संतों को सरकार ने दी।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए हो कोष की घोषणा : अभाविप

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नई दिल्ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने शुक्रवार को केन्द्रीय बजट पेश किए जाने से पूर्व छात्रों, शिक्षकों तथा शिक्षाविदों से संवाद के बाद केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में अभाविप की ओर से शिक्षा क्षेत्र को जी.डी.पी. का 6% बजट आवंटन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के लिये एन.ई.पी. समिति की सिफ़ारिशों के अनुरूप बजट आवंटन, शोध व अनुसंधान क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन के लिये नेशनल रिसर्च फ़ाउंडेशन के लिए एनईपी सिफ़ारिशों के अनुरूप बजट आवंटन, कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करने, शिक्षा क्षेत्र में उपयोगी वस्तुओं को जीएसटी से छूट देने, राष्ट्रीय रोजगार नीति बनाने, शिक्षा क्षेत्र में नवाचार को प्रोत्साहन देने आदि विषयों को प्रमुखता से उठाया गया है।

अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि इस वर्ष स्थितियां अलग हैं। युवाओं की आशाओं तथा आकांक्षाओं के अनुरूप बजट होना चाहिए जिससे उनके सपने साकार हो सकें। हमने अपने विस्तृत ज्ञापन में छात्र व‌ युवा वर्ग से जुड़े विषयों को समग्रता से उठाते हुए केन्द्रीय वित्त मंत्री के समक्ष विभिन्न सुझाव व मांगें रखी हैं, जिसमें शिक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार, रोजगार, कौशल विकास, बजट आवंटन बढ़ाने आदि मांगे प्रमुख हैं। हमारी मांगें अधिकतर शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी हैं, करोड़ों की संख्या वाले छात्र समुदाय की बेहतरी के लिए सरकार से अभाविप को बड़ी अपेक्षाएं हैं चूंकि शिक्षा समवर्ती सूची का विषय है इसलिए हम केन्द्र के साथ राज्य सरकारों से भी छात्रों के हितों में बड़े सुधारों की आशा रखते हैं।

ये हैं मांगे
अभाविप ने वित्त मंत्री सीतारमण से शिक्षा क्षेत्र की रिक्तियों को शीघ्र भरने, नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए विशेष कोष गठन, शोधवृत्ति और छात्रवृत्ति में नियमित अंतराल पर वृद्धि, आरक्षित वर्गों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की धनराशि में न्यायोचित वृद्धि, शोधवृत्ति की संख्या बढ़ाने तथा छात्रवृत्ति आदि की प्रक्रिया को सरल करने और एक मंच पर उपलब्ध कराने, राष्ट्रीय अनुसंधान परिषद का गठन, सार्वजनिक डिजिटल लाइब्रेरी खोलने, डिजिटल लर्निंग को बढ़ाने हेतु अधिक गंभीरता से कार्य करने, विद्यार्थियों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने हेतु विशेष प्रयास, शिक्षा क्षेत्र में अनुसंधान आदि कार्यों में लगने वाले उपकरणों पर जीएसटी छूट देने, छात्रावास भोजनालय अनुबंध पर लगे जीएसटी को हटाने आदि बिंदुओं पर ध्यान देते हुए कदम उठाने की बात मांग की है। साथ ही अभाविप ने राष्ट्रीय रोजगार नीति बनाने, स्टार्ट अप तथा नवाचार पर ध्यान देने, उद्यमिता प्रोत्साहन के लिए प्रयास, स्वास्थ्य सेवा का अधिकार,कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण तथा कृषि शिक्षा पर ध्यान, टीचर ट्रेनिंग सेंटर बढ़ाने, प्राचीन भारतीय ज्ञान धारा के संरक्षण आदि की मांगे भी केन्द्रीय वित्त मंत्री के समक्ष रखी हैं।

राम मंदिर निर्माण की नींव की खुदाई के काम में आई तेजी, 40 फीट तक निकाली जाएगी मिट्टी

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अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए अयोध्या में लगातार दूसरे दिन चल रही बैठक के दौरान यह साफ हो गया है कि नींव के लिए इंजीनियरिंग फिलिंग पद्धति का सहारा लिया जाएगा. इसके तहत जमीन की सतह से 12 मीटर नीचे अर्थात लगभग 40 फीट तक उस पूरी भूमि पर खुदाई की जाएगी जिस पर राम मंदिर का निर्माण होना है. इस पूरी भूमि को किस मैटेरियल से भरा जाएगा, इसको लेकर अभी मुंबई की लैब में रिसर्च चल रहा है, जिसकी रिपोर्ट अगले 15 दिनों के भीतर आने की संभावना है.

रिपोर्ट का इंतजार

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की माने तो जब तक खुदाई का कार्य होगा, तब तक खोदी गई भूमि मे किस सामग्री से फीलिंग की जानी है जो मंदिर की सतह को अधिक से अधिक मजबूत बनाएं इसकी रिपोर्ट भी आ जाएगी.

 

अभी तक लगभग 6 फिट की खुदाई राम मंदिर निर्माण स्थल पर हो चुकी है, इसे आगे कैसे बढ़ाया जाएगा और स्टेप दर स्टेप कैसे काम आगे बढ़ेगा और इस सारी प्रक्रिया में कितना कितना समय लगेगा, इसी को लेकर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में ट्रस्ट के पदाधिकारी और निर्माण एजेंसी लार्सन एंड टूब्रो और एलएनटी के विशेषज्ञ के साथ आर्किटेक्ट सोमपुरा के साथ मंथन चल रहा है.

इंजीनियरिंग फिलिंग

गुरुवार को नृपेंद्र मिश्र की मौजूदगी में भूमि का पूजन हुआ और भगवान विश्वकर्मा की पूजा की गई. इसी के बाद नृपेंद्र मिश्र ने पहला फावड़ा सांस्कृतिक रूप से खुदाई के लिए चलाया और इसी के बाद राम मंदिर निर्माण स्थल की खुदाई का कार्य चल रहा है, यानि कुल मिलाकर कहे तो सितंबर माह में पिलर्स के जरिए राम मंदिर की बुनियाद तैयार करने का प्लान फेल होने के बाद अब इंजीनियरिंग फिलिंग के जरिए राम मंदिर की नींव तैयार करने पर सहमति बन गई है और उसके अनुरूप कार्य भी शुरू हो गया है. लेकिन राम मंदिर निर्माण स्थल की खुदाई की गई भूमि में जमीन की सतह तक लाने के लिए कौन-कौन से मैटेरियल की फिलिंग की जाएगी, इस पर अभी रिसर्च चल रहा है और रिपोर्ट आने के बाद इंजीनियरिंग फिलिंग के जरिए राम मंदिर की बुनियाद तैयार की जाएगी और इसके बाद बुनियाद के ऊपर का कार्य शुरू होगा.