Tuesday, June 24, 2025
Home Blog Page 1692

नाबालिग को भगाने के आरोपी को राजस्थान से पुलिस ने किया गिरफ्तार

0
-सांकेतिक तस्वीर

पौड़ी (प्रमोद खण्डूड़ी), पौड़ी: नाबालिग को भगाने के आरोपित युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नाबालिग आरोपित युवक के साथ ही रह रही थी। इस संबंध में नाबालिग के चाचा ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस का कहना है कि आरोपित के खिलाफ पोक्सो के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

बीते वर्ष 31 दिसंबर को क्षेत्र के एक व्यक्ति ने कोतवाली पौड़ी में अपनी नाबालिग भतीजी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस को दी शिकायत में उक्त व्यक्ति ने बताया था कि उसकी नाबालिग भतीजी बिना बताए घर से कहीं चली गई है। इस संबंध में नाबालिग के चाचा ने एक व्यक्ति पर अपहरण का संदेह जताया था। प्रभारी कोतवाल महेश रावत ने बताया कि शिकायत के आधार पर पुलिस टीम ने आरोपित की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश भी दी थी। बीते बुधवार को कोतवाली पुलिस ने नाबालिग को कलविंदर निवासी अंधेड़ फार्म बूंदी राजस्थान के साथ कोटा शहर से बरामद किया। रावत ने बताया कि आरोपित कलविंदर के खिलाफ पोक्सो के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अग्रिम कार्यवाही की जा रही है

सीएमओ कार्यालय में चिकित्सक के साथ मारपीट, आरोपी कर्मचारी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

0

पौड़ी (प्रमोद खण्डूड़ी),पौड़ी सीएमओ कार्यालय परिसर में चिकित्सक के साथ मारपीट के आरोपित कर्मचारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उक्त कर्मचारी के खिलाफ चिकित्सक ने पौड़ी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।

सीएचसी थलीसैंण में तैनात डा. संजय सिंह व वहीं तैनात कर्मचारी जितेंद्र भाकुनी के बीच लंबे समय से किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। दोनों के बीच विवाद की जानकारी पर मुख्यालय से कार्यवाही करते हुए डा. संजय को पोखड़ा विकासखंड स्थानांतरित कर दिया गया था। जबकि जितेंद्र को जनपद मुख्यालय संबद्ध कर दिया गया था। बुधवार को डा. संजय विभागीय कार्य के लिए मुख्यालय पहुंचे थे। यहां डा. संजय का सामना एक बार फिर जितेंद्र से हो गया। दोनों के आमने सामने होते ही एक बार फिर विवाद शुरू हुआ जो हाथापाई तक पहुंच गया था।

इस दौरान यहां मौजूद कर्मचारियों ने बीच बचाव कर इन्हें अलग किया। डा. संजय ने जितेंद्र के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। कोतवाल विनोद गुसाई ने बताया कि आरोपित कर्मचारी जितेंद्र भाकुनी सीएमओ कार्यालय में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत है। आरोपित को सीएमओ कार्यालय परिसर से गिरफ्तार कर लिया गया है।

वनाग्नि प्रबंधन के लिए जल्द इन्टीग्रेटेड फायर कमांड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर की स्थापना की जायेगी-सीएम

0

• वनाग्नि को बुझाने में जान गंवाने वाले फ्रंटलाईन फॉरेस्ट स्टॉफ के आश्रितों को दी जाने वाली धनराशि की सीमा 2.5 लाख से बढ़ाकर 15 लाख रूपये की जायेगी।
• वनाग्नि प्रबंधन के लिए राज्य स्तर पर अपर प्रमुख वन संरक्षक को जिम्मेदारी दी जाए।
• वन कर्मियों के लिए आवासीय फॉरेस्ट लाईन्स का निर्माण किया जाय।
• वनाग्नि बुझाने के दौरान दो कार्मिकों के निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया।

देहरादून , मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वन मुख्यालय देहरादून में वनाग्नि प्रबंधन एवं सुरक्षा की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि वन मुख्यालय पर तत्काल इन्टीग्रेटेड फायर कमांड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर की स्थापना की जाय। वनाग्नि प्रबंधन के लिए यह देश का पहला सेंटर होगा। इस सेंटर के माध्यम से सैटेलाईट से सीधे फायर संबंधित सूचनाओं को एकत्रित कर फील्ड लेबल तक पहुंचाने की व्यवस्था की जायेगी। इसमें फॉरेस्ट टोल फ्री नम्बर 1926 की व्यवस्था के साथ ही अन्य आधुनिक व्यवस्थाएं की जायेंगी। 15 फरवरी से 15 जून तक फायर सीजन के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं तैयार रखी जाय। वनों एवं वन्यजीवों की रक्षा करना सबका दायित्व है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कैम्पा मद से प्राप्त बाईकों को हरी झण्डी दिखाई एवं स्टेट फायर प्लान प्रति का अनावरण भी किया।

मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि वनाग्नि को बुझाने में जान गंवाने वाले फ्रंटलाईन फॉरेस्ट स्टॉफ के आश्रितों को दी जाने वाली धनराशि 2.5 लाख से बढ़कार 15 लाख रूपये की जायेगी। गढ़वाल वन प्रभाग, पौड़ी के वनकर्मी श्री हरिमोहन सिंह एवं फॉरेस्टर श्री दिनेश लाल को वनाग्नि बुझाते समय कार्यों के निर्वहन के दौरान अपनी जान गंवानी पड़ी। बैठक शुरू होने से पूर्व इन दोनों कार्मिको के निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने निर्देश दिये कि वनाग्नि प्रबंधन के लिए एक अपर प्रमुख वन संरक्षक स्तर के अधिकारी को जिम्मेदारी दी जाय। राज्य में वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए इनके द्वारा मॉनिटरिंग की जायेगी। वनाग्नि प्रबंधन हेतु समय कंट्रोल बर्निंग (पहाड़ के टॉप से नीचे की ओर) तथा फॉरेस्ट फायर लाइंस के रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया जाय। इसमें आ रही बाधाओं का जल्द निराकरण किया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि फ्रंटलाईन फॉरेस्ट स्टॉफ वन सुरक्षा एवं प्रबंधन की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। उनके लिए आवासीय फॉरेस्ट लाईन्स का निर्माण किया जाय।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने प्रमुख सचिव वन एवं प्रमुख वन संरक्षक को निर्देश दिये कि एक सप्ताह में कैंपा परियोजना से सबंधित कार्ययोजना तैयार कर उसका प्रस्तुतीकरण दिया जाय। टोंगिया ग्रामों का प्रस्ताव भी एक सप्ताह में दिया जाय। वन्य जीवों से सुरक्षा के लिए सुरक्षा दीवार के बजाय सोलर फेंसिंग पर अधिक ध्यान दिया जाय। यह कम लागत पर अधिक परिणामकारी है। वनाग्नि को रोकने के लिए लगातार प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं जागरूकता के कार्यक्रम किये जाए। स्थानीय लोगों को भी वनाग्नि को रोकने के लिए भागीदार बनाया जाय। वन पंचायतो को सक्रिय रखा जाय।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े सभी जिलाधिकारियों एवं डीएफओ को निर्देश दिये कि वनाग्नि प्रबंधन के लिए सभी व्यवस्थाएं तैयार रखी जाय। आवश्यक उपकरणों की पूर्ण व्यवस्था के साथ ही एसडीआरएफ मद से भी उपकरण ले सकते हैं। वनाग्नि को रोकने के लिए पिरूल एकत्रीकरण की व्यवस्था की जाए एवं समय-समय पर जिलाधिकारी के स्तर पर बैठकें आयोजित की जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि वनाग्नि में जान गंवाने वालों को शीघ्र मानकों के अनुसार मुआवजा मिल जाय। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि फायर सीजन के दौरान वन विभाग के नियंत्रणाधीन वाहनों को अधिग्रहण न किया जाय।

बैठक में वन पंचायत सलाहकार परिषद के अध्यक्ष  वीरेन्द्र सिंह बिष्ट, ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. एस.एस. नेगी, प्रमुख सचिव  आनन्द वर्द्धन, प्रमुख वन संरक्षक  राजीव भरतरी, पीसीसीएफ वन पंचायत श्रीमती ज्योत्सना शितलिंग, अपर प्रमुख वन संरक्षक  डी. जे.के शर्मा,  कपिल राज,  आर के. मिश्रा, मुख्य वन संरक्षक  रमेश चन्द्रा,  बी. के. गांगटे,  सुशांत पटनायक, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते एवं वन विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

ई-मंत्रीमंडल के लिए उत्तराखण्ड को मिला अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस

0

देहरादून , उत्तराखण्ड को 18 वें सीएसआई एसआईजी ई-गवर्नेस अवार्ड 2020 दिया गया है। यह अवार्ड उत्तराखण्ड को राज्यों की श्रेणी में ई-मंत्रीमंडल के लिए दिया गया है। शुक्रवार 12 फरवरी को लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने उत्तराखण्ड को ई-मंत्रीमंडल और उत्तराखण्ड ऑडिट मैनेजमेंट के लिये पुरस्कार प्रदान किये। उत्तराखण्ड की ओर से यह पुरस्कार एनआईसी के एसआईओ  के0नारायण तथा संयुक्त सचिव गोपन विभाग  ओमकार सिंह ने यह पुरस्कार प्राप्त किये।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री  रविन्द्र जैसवाल, उप-सचिव गोपन विभाग  अजीत सिंह एवं उत्तराखंड ऑडिट मैनेजमेंट सिस्टम टीम के  रजत मेहरा, नोडल ऑफिसर, ऑडिट सेल उत्तराखंड, तकनीकी निदेशक, एनआईसी  नरेन्दर सिंह नेगी उपस्थित थे।

ज्ञातव्य है कि नॉन-प्रोफिट सोसायटी सीएसआई ई गवर्नेस में विभिन्न श्रेणियों में बेहतर कार्य के लिए अवार्ड देती है। उत्तराखण्ड में ई-कैबिनेट की पहल को ई-गवर्नेस की दिशा में बङा कदम मानते हुए अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस से सम्मानित किया गया है। संस्था द्वारा इसे बेस्ट प्रेक्टीसेज के अंतर्गत अन्य राज्यों के साथ भी साझा किया गया।
उत्तराखण्ड को यह पुरस्कार प्राप्त होने पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गोपन विभाग एवं एनआईसी के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि गुड गवर्नेस के लिए ई-गवर्नेस बहुत जरूर है।

ई-कैबिनेट, ई-ऑफिस, ई-डिस्ट्रिक्ट, सीएम हेल्पलाईन आदि महत्वपूर्ण पहल हैं। कोशिश है कि लोगों को सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक लाभ मिले।
इस अवसर पर मुख्य सचिव  ओमप्रकाश ने भी ने गोपन विभाग एवं एनआईसी के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि ई-कैबिनेट की पहल करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य है। उत्तराखण्ड में ई-कैबिनेट के मॉडल पर दूसरे राज्यों में भी विचार किया जा रहा है। सचिवालय के लगभग सभी अनुभागों में ई-ऑफिस प्रारंभ किया जा चुका है। सूचना तकनीक के प्रयोग से प्रशासनिक कार्यकुशलता में सुधार हुआ है।

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने की सीएम से भेंट कर सौंपा 6 सूत्रीय मांग पत्र

0

देहरादून। उत्तराखंड में तपोवन त्रासदी को लेकर जहां एक तरफ राहत एवं बचाव कार्य जारी है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष भी अपनी भूमिका अदा करने के लिए प्रयास करता हुआ दिखाई दे रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसी प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से आज उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने 6 सूत्रीय मांगपत्र भी सीएम को सौंपा।

उत्तराखंड में तपोवन त्रासदी को लेकर कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल घटनास्थल पर भ्रमण कर वहां के हालातों को जानने के बाद आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिला। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सामने कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने 6 सूत्रीय मांग पत्र रखा। इसमें घटनास्थल पर हो रहे कार्यों में समन्वय की कमी होने की भी जानकारी प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को दी। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि रैणी में हुए हादसे से सबक लेते हुए पावर प्रोजेक्ट जो कि निर्माणाधीन है। उसमें सुरक्षा के हिसाब से व्यवस्थाओं को देखा जाए।

इसके अलावा ग्लेशियर को लेकर समय पर जानकारी मिले इसके लिए भी अध्ययन होना चाहिए। खासतौर पर वह जगह जहां पर पावर प्रोजेक्ट हैं या फिर आबादी क्षेत्र रहता है। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि देखा गया है कि परियोजना में बैकअप सेफ्टी प्लान नहीं था, इसलिए ऐसे प्लान भी तैयार रहने चाहिए। इसके अलावा कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के सामने प्रस्ताव रखा कि इन सभी साथियों के साथ ही राज्य में प्रभावित क्षेत्रों के विस्थापन और मृतकों के परिवारों के सदस्यों को नौकरी देने समेत प्रभावित क्षेत्रों के विकास को लेकर केंद्र से भी बजट की व्यवस्था की जाये। इसके लिए सत्ता दल और विपक्ष के प्रतिनिधि केंद्र में केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात कर सकते हैं।

पेड़ से टकराई तेज रफ्तार बाइक, सवार दो छात्रों की मौत

0

देहरादून। राजपुर रोड पर एक तेज रफ्तार बाइक पेड़ से टकरा गई बाइक पर दो युवक सवार थे। एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे ने इलाज के दौरान दम तोड़ा। 22 साल का हेमंत सिंह और विवेक जोशी दोनों देहरादून में सेंट जॉर्जस स्कूल के पास किराए पर रहते थे।

दोनों छात्र डीआईटी कॉलेज में एमबीए के द्वितीय सेमेस्टर के छात्र थे। बताया जा रहा है कि दोनों एक बाइक पर सवार होकर मसूरी रोड से अपने कमरे की ओर जा रहे थे। तभी पतंजलि स्टोर जाखन के पास इनकी बाइक एक पेड़ से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी, हेमंत की मौके पर मौत हो गई।

स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने घायल विवेक को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसकी भी इलाज के दौरान मौत हो गई। थाना राजपुर प्रभारी राजेश शाह ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। परिजनों के आने तक दोनों शवों को मोर्चरी में रखा गया है। परिजनों के आने के बाद ही पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की जाएगी।

 

चमोली हादसाः 1 शव और मिलने से मृतकों की संख्या 38 पहुंची, 10 की पहचान, 166 लापता

0

देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले के तपोवन में राहत व बचाव का कार्य जारी है। रेस्क्यू टीम को मैणाणा से शुक्रवार दोपहर एक और शव मिला है। अब आपदा में कुल मृतकों की संख्या 38 पहुंच गई है। बरामद किए गए शवों में से 10 की पहचान कर ली गई है। आपदा के छह दिन बाद भी 166 लोग लापता हैं।

आपदा ग्रस्त क्षेत्र में भारतीय वायु सेना का चिनूक की मदद से आपदा क्षेत्र में भारी सामान लाने मे मददगार साबित हो रहा है। रेस्क्यू टीम और साजो सामान के साथ आज चिनूक चौथी बार जोशीमठ हेलिपेड पर लैंड हुआ। चिनुक हेलीकॉप्टर से आपदा ग्रस्त क्षेत्र में ड्रिल, उपकरण और मशीनें लाई गई हैं। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि तपोवन टनल के 12 मीटर नीचे छोटी टनल है जहां संभावना थी कि कुछ लोग फंसे हुए हैं।

लेकिन हम कल 6 मीटर तक ही ड्रिल कर पाए थे लेकिन आज हम वहां दूसरी मशीन लगाकर फिर से ड्रिल करने का प्रयास करेंगे कहा कि आपदा में राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। कहा कि रेस्क्यू में उत्तराखंड पुलिस के बहादुर जवानों सहित एनडीआरएफ,सेना, एसडीआरएफ,आईटीबीपी, बीआरओ आदि के जवान सुबह से ही राहत कार्य में जुटे हुए हैं। एनडीआरएफ के कमांडेंट ने बताया, “लगातार हमारी टीम यहां काम कर रही है। नई मशीनों के द्वारा भी यहां काम शुरू हो चुका है। नदी के किनारे भी हम अपनी एक टीम भेज रहे हैं ताकि वहां रास्ते में जो शव फंसे हो उसका पता लगा सकें। राहत व बचाव कार्य के लिए जवानों ने ट्रॉली बनाई है ताकि ग्रामीणों को रसद पहुंचाई जा सके।

 

 

 

कोरोना संक्रमण : उत्तराखण्ड़ में आज मिले 49 कोरोना संक्रमित, दो की हुई मौत, दून में मिले 23 संक्रमित

0

देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों के मामले धीरे धीरे कम होते जा रहे हैं। बीते 24 घंटे में दो कोरोना मरीजों की मौत हुई और 49 नए संक्रमित मिले हैं। पांच जिलों में नया संक्रमित मामला नहीं मिला है। कुल संक्रमितों की संख्या 96722 हो गई है, जबकि 63 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया।

राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को 9845 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, पांच जिलों में 49 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। देहरादून जिले में 23 कोरोना मरीज मिले हैं। हरिद्वार में 11, नैनीताल में छह, ऊधमसिंह नगर में चार, चमोली जिले में दो, टिहरी में एक, चंपावत में एक और पौड़ी में भी एक संक्रमित मिला है। जबकि अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिले में कोई नया मामला नहीं मिला है।

 

प्रदेश में दो कोरोना मरीजों की मौत हुई है। इसमें सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में 68 वर्षीय महिला और मैक्स हॉस्पिटल में 62 वर्षीय महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ा है। प्रदेश में अब तक 1678 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, 63 मरीजों को इलाज के बाद घर भेजा गया है। इन्हें मिला कर 93013 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 648 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रदेश की रिकवरी दर 96.17 प्रतिशत हो गई है। इसी बीच नगर निगम के फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को शुक्रवार को भी कोरोना की वैक्सीन लगी। अभी केवल निगम के सफाई से जुड़े कार्मिकों को ही टीका लगाया जा रहा है। इसके बाद केंद्र के निर्देशानुसार अन्य कार्मिकों को टीके लगाए जाएंगे।

नगर निगम परिसर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्मिकों को टीके लगाए। नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा कि सफाई कर्मचारियों ने पूरे कोविड काल के दौरान शहर की साफ-सफाई सुचारू रखने में अहम योगदान दिया।

उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से उन लोगों की सूची जारी की गई, जिन्हें टीका लगना है। अन्य कार्मिकों को सरकार के निर्देश पर टीके लगेंगे। उन्होंने कहा कि टीके के बावजूद मास्क का इस्तेमाल समेत अन्य कोविड सुरक्षा मानकों का पालन जरूरी है।

ब्रैकिंग : ओएनजीसी कर्मचारियों का चुनाव, फिर दूसरी बार विजयी हुई ओएनजीसी स्टाफ यूनियन

0

देहरादून, ओएनजीसी के कर्मचारियों के प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में फिर दूसरी बार ओएनजीसी स्टाफ यूनियन ने 8 मतों से विजयी रही | कर्मचारियों की यूनियनों की देहरादून मुख्यालय में मान्यता को लेकर के श्रम कानूनों के तहत चुनाव में आज तीन स्थानों पर मतदान हुआ, तेल एवं प्राकृतिक गैस कार्पोरेशन लिमिटेड के देहरादून स्थित केडीएमआईपीई, आईडीटी और तेल भवन में मतदान सुबह 9.30 बजे से सायं 5 बजे तक चला |

ओएनजीसी के देहरादून में 545 कर्मचारियों में केडीएमआईपीई से 105, आईडीटी से 79 तथा तेल भवन से 341(11मत पोस्टल बेलेट) के साथ कुल 525 कर्मचारियों ने मतदान में हिस्सा लिया | कर्मचारियों की दो यूनियन जिनमें बीएमएस द्वारा समर्थित नेशनल यूनियन आफ ओएनजीसी इम्प्लाईज औरओएनजीसी स्टाफ यूनियन जिसे कांग्रेस के पूर्व विधायक हीरा सिंह बिष्ट लीड कर रहे थे के बीच मुकाबला था, पिछले एक महीने से अधिक समय से इस चुनाव को लेकर कर्मचारियों के कई गुट लामबद्ध हो रखे थे और अपने अपने पासे पलट रहे थे | इसी उतार चढ़ाव के बीच ओएनजीसी स्टाफ यूनियन से जुड़े एक गुट के नेशनल यूनियन आॕफ ओएनजीसी इम्पलाईज में जाने से चुनाव रोचकता आ गयी | दोनों यूनियनें अपनी अपनी जीत के दावे के साथ मैंदान में उतरी | मतदान के पश्चात सायं 6 बजे से तेल भवन में मतगणना शुरु हुई |

उतार चढ़ाव इस खेल में नेशनल यूनियन आंफ ओएनजीसी इम्प्लाईज को 258 और ओएनजीसी स्टाफ यूनियन को 266 मत मिले, जबकि एक मत अवैध घोषित किया गया | विजयी यूनियन के समर्थित कर्मचारियों ने तेल भवन में विजयी जलूस निकाल कर सभी का आभार व्यक्त किया | यूनियन के महामंत्री अनुराग प्रकाश, रजनीश छतवाल, सतेन्द्र सिंह नेगी आदि ने कर्मचारियों के हितों से सम्बन्धित मुद्दे की सार्थक पहल के साथ कर्मचारियों के सुझावों के अनुरूप अपना मैनिफेस्टों लेकर आयेगी |

श्रद्धा पूर्वक मनाई गई फाल्गुन महीने की संग्रांद

0

( एक पिता ऐक्स के हम बारिक, तू मेरा गुरहाई )

देहरादून, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, आढ़त बाजार के तत्वावधान में फल्गुन महीने की संग्रांद कथा कीर्तन के रूप में श्रद्धा पूर्वक मनाई गई कार्यक्रम के पश्चात संगत ने प्रसाद के रूप में गुरु का लंगर छका l
प्रात: नितनेम के पश्चात भाई चरणजीत सिंह जी ने आसा की वार का शब्द ‘नानक मंगे दरस दान, किरपा करो हरे “का गायन किया l रखे गए श्री अखण्ड पाठ साहिब के भोग डाले गये, रागी भाई सतवन्त सिंह जी ने शब्द ” फल्गुन अनंद उपार्जना, हऱ सजन प्रगटे आये “भाई गुरदियाल सिंह जी ने शब्द ” गुर सुन्दर मोहन पाये करे, हऱ प्रेम बाणी मन मरिया “एवं भाई जरनैल सिंह जी महक ने शब्द ” एक पिता ऐक्स के हम बारिक, तू मेरा गुरहाई”का गायन कर संगतों को निहाल किया l

हैड ग्रंथी भाई शमशेर सिंह ने महीने की कथा करते हुए कहा कि फल्गुन के महीने में जो जीव स्त्री को परमात्मा रूपी प्रीतम प्यारा प्रत्यक्ष रूप में दिखाई दे जाता है उसे आनन्द ही आनन्द का अनुभव होता है, प्रीतम प्यारा मिल जाने से जीव स्त्री का दिल सुन्दर बन जाता है, उसे सारे सुखों कि प्राप्ति हो जाती है एवं दुखों की कोई जगह ही नहीं रह जाती l

इस अवसर पर प्रधान गुरबक्श सिंह राजन, जनरल सेक्रेटरी, गुलज़ार सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमिंदर सिंह छाबड़ा, उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह, सचिव अमरजीत सिंह राजा, विजयपाल सिंह, देविंदर सिंह भसीन, राजिंदर सिंह राजा , रविंदर आनद, हरदेव सिंह देविंदर सिंह सहदेव, जे एस कुकरेजा, जसवन्त सिंह सप्पल, स्वरूप सिंह, सुरजीत सिंह कोहली, अमरजीत सिंह नॉटी, माता जीत कौर, मंच का संचालन महासचिव गुलज़ार सिंह एवं सेवा सिंह मठारू ने किया आदि उपस्थित थे l