Thursday, June 26, 2025
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खौफनाक : कूड़ा डालने को लेकर चल रही रंजिश में एक की चाकू से गोदकर हत्या, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

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देहरादून, जनपद के पटेलनगर क्षेत्र में गुरु रोड गाधी ग्राम में शुक्रवार शाम कूड़ा डालने को लेकर चल रही रंजिश में एक व्यक्ति की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। परिजनों ने घटना के लिए पटेलनगर की बाजार चौकी पुलिस को जिम्मेदार बताते हुए चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की मांग और पोस्टमार्टम को लेकर दून अस्पताल में जमकर हंगामा किया। देर रात तक हंगामा चलता रहा। उधर, दून अस्पताल पहुंचे एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने प्रथमदृष्टया घटना में लापरवाही बरतने पर चौकी इंचार्ज बाजार चौकी को लाइन हाजिर करने के आदेश दे दिए। एसएसपी ने कहा कि घटना की जांच की जाएगी।

शुक्रवार शाम गुरु रोड गांधीग्राम पटेलनगर निवासी अल्ला रक्खा (30) परिजनों के साथ घर में मौजूद थे। करीब छह बजे संदीप पाल उर्फ लाला कुछ युवकों के साथ अल्ला रक्खा के घर पहुंचा और उसके छोटे भाई अल्लादीन को आवाज लगाई। इसके बाद संदीप हाथ में चाकू लिए घर घुस गया और अल्ला रक्खा खींचकर बाहर ले आया। इसके बाद उसने अल्ला रक्खा की छाती पर चाकू से वार कर दिया। बच्चों के चिल्लाने पर आरोपी फरार हो गए। परिजनों ने आसपास के लोगों की मदद से तुरंत उसे महंत इन्दिरेश अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों को यकीन नहीं हुआ है तो वह उसे लेकर दून अस्पताल पहुंच गए। यहां भी डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर, सूचना मिलते ही परिजनों के साथ ही बड़ी संख्या में आसपास के लोग दून अस्पताल पहुंच गए और वहां हंगामा शुरू कर दिया।
सूचना पर एसपी सिटी सरिता डोभाल के साथ कोतवाली नगर, डालनवाला, रायपुर से भी बड़ी संख्या में फोर्स दून अस्पताल पहुंच गई। पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। परिजन एक ओर पोस्टमार्टम न करने पर अड़े रहे और दूसरी ओर उन्होंने घटना के लिए बाजार चौकी पुलिस को जिम्मेदार बताते हुए कार्रवाई की मांग की। परिजनों का कहना था कि अगर समय रहते बाजार चौकी पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सख्त कदम उठाया होता तो घटना नहीं होती। उन्होंने तत्काल चौकी इंचार्ज बाजार चौकी नवीन जोशी को निलंबित करने की मांग की।

उधर, हंगामा बढ़ता देख एसएसपी डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत भी दून अस्पताल पहुंचे। उनके सामने में भी परिजनों ने जमकर हंगामा किया। एसएसपी ने परिजनों को आश्वासन दिया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने घटना में प्रथम दृष्टया लापरवाही बरतने पर चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर के आदेश जारी कर दिए। दून अस्पताल में देर रात तक हंगामा चलता रहा। परिजनों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश था। परिजन चौकी इंचार्ज को तत्काल निलंबित करने और बिना पोस्टमार्टम शव को उनके हवाले करने की मांग करते रहे। भीड़ बढ़ने के कारण दून अस्पताल में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। घटना के बाद पटेलनगर पुलिस ने अल्ला रक्खा के भाई अल्लादीन की तहरीर पर संदीप पुत्र शेखू लाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। तीन घंटे के अंदर ही पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

कुंभ मेला : पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की रहेगी पैनी नजर, रक्षा के लिए इंटेलिजेंस टूल का भी इस्तेमाल

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देहरादून, हरिद्वार में कुंभ मेला क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की पैनी नजर रहेगी। इसके लिए सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरों से निगरानी करने के साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टूल का भी इस्तेमाल किया जाएगा। यह बात पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार ने शुक्रवार को देहरादून स्थित पुलिस मुख्यालय में कुंभ मेला की व्यवस्थाओं को लेकर हुई अंतरराज्यीय समन्वयक बैठक में कही।

उन्होंने कहा कि इस बार कुंभ मेला में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस कई नई तकनीकों का इस्तेमाल करने जा रही है। बैठक में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि समन्वय बैठक का उद्देश्य सीमावर्ती राज्यों उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर की पुलिस के साथ ही अन्य सुरक्षा एजेंसियों के पारस्परिक सहयोग से कुंभ मेला को सकुशल संपन्न कराना है। उन्होंने कहा कि मेला के दौरान शाही स्नानों को सकुशल संपन्न कराने के लिए समन्वय और तालमेल की आवश्यकता होगी। इसके साथ ही उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों से कुंभ मेला के लिए अभी से तैयारियों में जुट जाने के लिए कहा।

राज्यों और सुरक्षा एजेंसियों की ओर से कुंभ के दौरान घटित हुई पूर्व की घटनाओं व राष्ट्र विरोधी तत्वों के संबंध में जानकारी साझा करने के साथ सूचना का आदान-प्रदान वाट्सएप समेत अन्य माध्यमों से किया जाएगा। रेल से आने वालों की भीड़ अधिक होने पर समीपवर्ती नजीबाबाद व सहारनपुर रेलवे स्टेशन को भी सक्रिय किया जाएगा। कुंभ मेला मार्गों पर सीमावर्ती राज्यों की ओर से भी एंबुलेंस व क्रेन तैनात होगी। कुंभ के दौरान संपर्क और संचार के लिए वायरलेस का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए एक कॉमन फ्रीक्वेंसी की व्यवस्था की जाएगी।

प्रत्येक राज्य और सुरक्षा एजेंसी में एक वरिष्ठ अधिकारी को कुंभ मेले में समन्वय के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। मेले के दौरान प्रत्येक राज्य की ओर से इंटरनेट मीडिया की मॉनीटङ्क्षरग की जाएगी। सूचनाओं को तुरंत साझा किया जाएगा। अंतरराज्यीय अपराधियों, मानव तस्करों, जेबकतरों और इनामी व वांछित अपराधियों की कड़ी निगरानी करने के साथ उनके संबंध में तत्काल जानकारी दी जाएगी।

बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक सीआइडी हरियाणा आलोक मित्तल, अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन उत्तर प्रदेश राजीव सभरवाल, अपर पुलिस महानिदेशक सीआइडी-पीएसी उत्तराखंड पीवीके प्रसाद, पुलिस महानिरीक्षक कुंभ संजय गुंज्याल, मेलाधिकारी कुंभ मेला दीपक रावत, पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय उत्तराखंड अमित सिन्हा, पुलिस महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखंड वी. मुरुगेशन, पुलिस महानिरीक्षक अभिसूचना राजस्थान रुपिंदर सिंह, पुलिस महानिरीक्षक हिमाचल प्रदेश दिलजीत ठाकुर, एडीआरएम उत्तर रेलवे मुरादाबाद एनएन सिंह, एसीपी दिल्ली पुलिस रविकांत, पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तर प्रदेश कुलदीप नारायण आदि उपस्थित रहे।

उन्नाव : रागिनी को मारना चाहता था लंबू हो गई काजल और कोमल की मौत

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उन्नाव, उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दो दलित लड़कियों की मौत और एक लड़की की हालत गंभीर होने के बाद आज शुक्रवार को सनसनीखेज कांड का खुलासा हो गया। वारदात को अंजाम देने वाले विनय कुमार उर्फ लंबू को उसके नाबालिग दोस्त के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि तीन लड़कियों में से एक रागिनी (रोशनी) से लंबू एकतरफा प्यार करता था। उसका खेत रागिनी के खेत के बगल में है। कई बार लंबू ने रागिनी के सामने प्यार का प्रस्ताव रखा लेकिन उसने मना कर दिया। नाराज लंबू ने उसकी हत्या की योजना बनाई थी। वह केवल रागिनी को मारना चाहता था। लेकिन काजल और कोमल की मौत हो गई। रागिनी का इलाज कानपुर में चल रहा है।

पानी में जहर मिलाकर साथ लाया था
रागिनी रोज की तरह काजल और कोमल के साथ खेत में बरसीम काट रही थीं। लंबू गांव के नाबालिग दोस्त के साथ वहां पहुंचा। अपने साथ वह एक बोतल पानी में गेहूं में डालने वाला कीटनाशक घोलकर ले गया था। उसने राजू की मदद से दुकान से चिप्स मंगवाए। लंबू ने उन्हें चिप्स खिलाया। फिर रागिनी ने पानी मांगा तो लंबू ने उसे जहर मिले पानी की बोतल थमा दिया।
रागिनी ने पानी पीकर बोतल काजल को दे दी। काजल से बोतल लेकर कोमल ने पानी पिया। कुछ ही देर में तीनों बेहोश हो गईं। तीनों के बेहोश होते ही लंबू व राजू फरार हो गए। घटना में कोमल और काजल की मौत हो गई जबकी रागिनी का उपचार कानपुर में चल रहा है।

आईजी ने कहा, काजल-कोमल से कोई नाराजगी नहीं थी
मामले का खुलासा करते हुए आईजी ने बताया कि सर्विलांस और स्वाट टीम ने मुखबिर की सूचना पर आरोपितों को पाठकपुर मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया। सूरज रावत की तरफ से लिखाई गई रिपोर्ट में दोनों आरोपियों का नाम लिख लिया गया है। आईजी ने बताया कि लंबू केवल रागिनी को मारना चाहता था। काजल और कोमल से उसकी कोई नाराजगी नहीं थी।

चिप्स के पैकेट ने दिया सुराग
पुलिस के हाथ शुक्रवार की सुबह अहम सुराग लगा था। घटनास्थल के पास से फोरेंसिक टीम को चिप्स का पैकेट मिला था। इस पैकेट को सुंघने के बाद खोजी कुत्‍ता एक दुकान की तरफ बार-बार जा रहा था। चिप्स इसी दुकान से खरीदा गया था। पुलिस ने इसी एंगल पर जांच की तो मामला खुलता चला गया। पुलिस ने दुकान से चिप्‍स और नमकीन के पैकेट जब्‍त कर लिये थे।

चमोली आपदा : अब तक मिले 62 शव, टनल में जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन

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चमोली, जनपद के तपोवन में विष्णुगाड हाइड्रो प्रोजेक्ट की मुख्य टनल से अब तक 13 शव मिल चुके हैं। एक शव रैणी इलाके में मिला, इनमें से 34 शवों की शिनाख्त की जा चुकी है। आपदा आने से पहले टनल के भीतर काम करने गए व्यक्तियों के स्वजन रेस्क्यू में बार-बार बाधा आने से खफा हैं।

शुक्रवार को एक बार फिर से टनल में रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन शुरू हो गया | इसी बीच भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल के डीजी एसएस देशवाल ने शुक्रवार को आपदा प्रभावित क्षेत्र तपोवन और रैणी का दौरा किया। आपदा के दौरान रेस्‍क्‍यू करने वाले आइटीबीपी जवानों के मनोबल बढ़ाया। इस दौरान आइटीबीपी के अधीनस्थ अधिकारी और जवान मौजूद रहे, रेस्क्यू आॅपरेशन 13 वें दिन भी जारी है, इस बीच जिन मानव अंग अलजिन शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है, उन सभी शवों का डीएनए संरक्षित किए गए हैं। जोशीमठ थाने पर अब तक कुल 204 लोगों की गुमशुदगी दर्ज की जा चुकी है।

शव बरामद – 62

अब तक शिनाख्त- 34

मानव अंग बरामद -28

अब भी लापता- 142

गुमशुदगी दर्ज- 204

चुनाव सेवाओं को सुचारू बनाने के लिए मोबाइल टैकनोलोजी की चुनाव आयोग ने की शुरुआत

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चंडीगढ़/ नई दिल्ली, भारतीय चुनाव आयोग (ई.सी.आई.) की तरफ से नागरिकों को दी जाती चुनाव सेवाओं को सुचारू और सरल बनाने के लिए विभिन्न सूचना संचार टैकनोलोजी (आई.सी.टी.) से सम्बन्धित प्रयास किये गए हैं। देश के नागरिकों को चुनाव प्रक्रियाओं में अधिक से अधिक शामिल होने के समर्थ बनाने के लिए विकसित की मोबाइल ऐपलीकेशनों के बारे जागरूक करने के लिए देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य चुनाव अधिकारियों के साथ कल एक वीडियो कान्फ्रेंस की गई।

ई.सी.आई. की तरफ से वोटर हेल्पलाइन एप नामी एक बेमिसाल मोबाइल ऐपलीकेशन लांच की, जिससे उपभोक्ता चुनाव सेवाओं के लिए आवेदन करने के अलावा आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। नागरिक अपनी रुचि अनुसार एप का प्रयोग कर सकते हैं और अन्य ज्यादा दिलचस्प ढंग से चुनाव प्रक्रिया संबंधी जान सकते हैं।

विशेषताएं:-
– विवरणों के द्वारा या ईपीआईसी नंबर का प्रयोग करके चुनाव सम्बन्धी जानकारी हासिल करना
– नये वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए वोट डालने के लिए रजिस्टर करना
– नये वोटर पहचान पत्र/ऐसी से तबदील होने के लिए आवेदन करना, विधान सभा के अंदर कर्म परिवर्तन, वोटर सूची में हटाना/ऐतराज, वोटर सूची में दाखिला ठीक करना, विदेशी वोटरों की रजिस्ट्रेशन के लिए आनलाइन आवेदन करना।
– शिकायत दर्ज करवाने का विकल्प
– उम्मीदवारों और हलफनामे संबंधी विवरण
– ऐप में चुनाव नतीजे भी दर्शायेे जायेंगे

वोटर हेल्पलाइन एप कैसे डाउनलोड की जाए?
– ऐंडरायड (गुग्गल प्ले स्टोर)
– https://play.google.com/store/apps/details?id=com.eci.citizen
– आईओऐस (एपल एप स्टोर)
– https://apps.apple.com/in/app/voter-helpline/id1456535004

चुनाव आयोग ने बूथ स्तर अफसरों (बी.एल.ओज़) के लिए ‘गरुड़’ एप शुरू की है। गरुड़ एप पोलिंग स्टेशनों, पीएस सहूलतें, चैकलिस्ट और बूथ एप विशेषताओं सम्बन्धी जानकारी हासिल करने के लिए तैयार की गई है। बी.एल.ओ. में डाटा जोडऩे या अपडेट करने की सुविधा है और इसके साथ ही पोलिंग स्टेशनों की पहचान करने और विशेष स्थानों के पास बस स्टैंड/पुलिस स्टेशन/फायर स्टेशन/फयूल पंप डाटा/अस्पतालों/पार्किंग क्षेत्र के लिए निशानदेही करने की सुविधा उपलब्ध है। गरुड़ एप की एक अन्य महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि एक बीएलओ एक पोलिंग बूथ पर उपलब्ध प्रमाणित कम-से-कम सहूलतों (ए.एम.एफ.) की तस्दीक कर सकती है।

हाईकोर्ट ने लालू यादव की जमानत याचिका की खारिज, नहीं मानी आधी सजा पूरी होने की दलील

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रांची, हाईकोर्ट ने लालू यादव की जमानत याचिका खारिज कर दी है जिससे उनकी उम्‍मीदों को झटका लगा है। झारखंड हाईकोर्ट से चारा घोटाले के दुमका कोषागार से अवैध निकासी के मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव को बड़ा झटका लगा है। झारखंड हाईकोर्ट ने लालू यादव को जमानत देने से इनकार करते हुए उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी है। हाईकोर्ट ने आधी सजा पूरी होने की उनकी दलील नहीं मानी। अब लालू यादव को जेल में ही रहना होगा। उम्मीद की जा रही है कि लालू प्रसाद यादव अब अपनी जमानत के लिए देश की शीर्ष अदालत ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं। बेल के लिए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष गुहार लगा सकते हैं।

कैलकुलेशन के हिसाब से उनकी सजा और 2 महीने है। लालू यादव ने चारा घोटाले के दुमका कोषागार से अवैध निकासी के मामले में मिली सजा की आधी अवधि पूरी करने के आधार पर जमानत मांगी थी। 2 महीने के बाद अगली सुनवाई हो सकती है। झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश अपरेश कुमार सिंह की अदालत में सुनवाई के बाद कोर्ट में अपना फैसला सुनाया है। दोनों पक्षों की ओर से बहस पूरी सुनने के बाद अदालत ने जमानत याचिका पर फैसला सुनाया है। लालू की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने अदालत को बताया कि इसी तरह के मामलों में झारखंड हाईकोर्ट ने चारा घोटाले के कुछ सजायाफ्ता लोगों को जमानत की सुविधा प्रदान की है।

बताते चलें कि लालू प्रसाद यादव दिसंबर, 2017 से जेल की सजा काट रहे हैं। 2018 में उन्हें 7 वर्षों और भ्रष्टाचार-रोधी एक्ट के तहत 7 वर्षों की सजा सुनाई गई थी। सजा सुनाए जाने के कुछ समय बाद ही उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया था। उन्हें रांची स्थित RIMS में भर्ती कराया गया था। हाल ही में उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें दिल्ली लाया गया। लालू यादव फिलहाल दिल्ली स्थित AIIMS में अपना इलाज करा रहे हैं।

दिल्ली सरकार ने वाहन प्रदूषण कम करने के लिए उठाए ये तीन महत्वपूर्ण कदम, जानें क्या है लक्ष्य

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नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी को वाहन प्रदूषण मुक्त करने के लिए कदम बढ़ा दिए हैं. केजरीवाल सरकार की तरफ से ईवी नीति दिल्ली में लागू की गई है. इसके अलावा दिल्ली सरकार की तरफ से एचसीएनजी से चलने वाली बसें पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की गई हैं. रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ, ऑड-ईवन जैसे अभियान चलाए गए हैं.

सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को देश की इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की राजधानी बनाने की तरफ अग्रसर है. सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी समेत कई अहम कदम उठाए हैं, ताकि दिल्ली में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को को खत्म किया जा सके.

इलेक्ट्रिक व्हीकल नीति का मुख्य उद्देश्य दिल्ली मॉडल के तहत दिल्ली की अर्थ व्यवस्था को गति देने के साथ प्रदूषण को कम करना है. सरकार का लक्ष्य है कि दिल्ली में 2024 तक कुल पंजीकृत वाहनों में 25 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहन होंगे. सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन भी दे रही है. टू व्हीलर, ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा व माल वाहक वाहन खरीदने पर 30 हजार रुपये और चार पहिया वाहन कार खरीदने पर 1.5 लाख रुपए वित्तीय प्रोत्साहन मिलेगा. पुराने डीजल या पेट्रोल वाहनों को बदल कर इलेक्ट्रिक वाहन खरीदते हैं, तो उस पर स्क्रैपिंग इंसेंटिव दिया जा रहा है. ऑटो रिक्शा या दो, तीन पहिया व मालवाहक वाहन जैसे वाणिज्यिक वाहनों को खरीदने पर दिल्ली सरकार कम ब्याज दर पर लोन दे रही है. सभी इलेक्ट्रिक वाहनों पर रोड टैक्स और पंजीकरण शुल्क माफ है. इसके लिए स्टेट ईवी फंड, स्टेट ईवी बोर्ड और डेडिकेटेड ईवी सेल का गठन किया गया है.

 

दिल्ली सरकार का कहना है कि इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा मिलने से न सिर्फ प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी, बल्कि दिल्ली की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा. बड़े पैमाने पर नई नौकरियां पैदा होंगी और दिल्ली सरकार इसके लिए युवाओं को विश्व स्तरीय स्किल सेंटरों में प्रशिक्षण दिलाएगी.

 

पायलट प्रोजेक्ट के तहत चलाई जा रही एचसीएनजी से चलने वाली बसें
दिल्ली के प्रदूषण में वाहनों का योगदान 30 फीसदी है. केजरीवाल सरकार ने वाहन प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से पायलट प्रोजेक्ट के तहत अक्टूबर 2020 में हाईड्रोजन मिक्स कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (एचसीएनजी) चलित बसें शुरू की हैं. पायलट प्रोजेक्ट और स्टडी पर 15 करोड़ रुपये खर्च होंगे. 50 बसों में ईंधन के लिए एचसीएनजी का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके लिए राजघाट डिपो पर पहला एचसीएनजी प्लांट लगाया गया है. बसों में एचसीएनजी के इस्तेमाल से 70 प्रतिशत कार्बन मोनोऑक्साइड और 15 प्रतिशत हाइड्रोकार्बन कम होगा. पायलट प्रोजेक्ट सफल होने पर अन्य बसों में भी हाइड्रोजन सीएनजी ईंधन का इस्तेमाल किया जाएगा.

 

केजरीवाल सरकार ने शुरू की रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान
सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से अक्टूबर में ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान की शुरूआत की थी. सीएम की अपील पर दिल्ली निवासियों ने बढ़-चढ़ कर अभियान में हिस्सेदारी की और दिल्ली सरकार के सभी मंत्रियों और विधायकों ने पूरे अभियान तक सड़क पर उतर कर वाहन चालकों को जागरूक किया. साथ ही, 2500 सिविल डिफेंस वॉलिंटियर नियुक्त कर उन्हें दिल्ली के उन 100 व्यस्त चौराहों पर लगाया गया, जहां वाहनों को रेड लाइट होने पर 2 मिनट या अधिक समय तक रूकना पड़ता है. इस दौरान वॉलिंटियर्स ने चालकों से अपनी गाड़ी बंद करने की अपील की और दिल्ली ने भी अभियान में पूरा साथ दिया.

पिथौरागढ़ और बागेश्वर में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर तीव्रता चार मैग्नीट्यूड दर्ज की गई

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पिथौरागढ़, उत्तराखण्ड़ के कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ व बागेश्वर जिले के कई इलाकों में आज शाम 4.38 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता चार मैग्नीट्यूड दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र नेपाल बताया जा रहा है। यह जमीन की सतह से 40 किमी गहराई पर था। पिथौरागढ़ के मुनस्यारी सहित तल्ला जोहार, डीडीहाट अस्कोट, थल, पांगला व जौलजीबी में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसके साथ ही रामगंगा नदी घाटी के मुवानी तक लोग भूकंप के डर के मारे घरों से बाहर निकल आए।

वहीं बागेश्वर के कपकोट में कई क्षेत्रों भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। सामा, गोगिना, समडर आदि इलाकों में लोग सहम गए। जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि फिलहाल किसी नुकसान की सूचना नहीं है। जिले से जानकारी जुटाई जा रही है। हालांकि पिथौरागढ़ व बागेश्वर में अभी तक किसी नुकसान की सूचना नहीं आई है

उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्रियों ने संयुक्त रूप से किया राजकीय महाविद्यालय बिथ्याणी की डिजिटल लाइब्रेरी का शुभारम्भ

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शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ एवं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने महायोगी गुरू गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय बिथ्याणी यमकेश्वर (पौड़ी) में स्थापित की गई डिजिटल लाइब्रेरी का डिजिटल माध्यम से शुभारम्भ किया। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा अपने सी.एस.आर. फण्ड से इस डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की है।

इस अवसर पर डिजिटल माध्यम से अपने सम्बोधन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनपद पौड़ी के इस दूरस्थ क्षेत्र में महायोगी गुरू गोरखनाथ की स्मृति में स्थापित इस महाविद्यालय का राज्य के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राजकीयकरण कर इस क्षेत्र के छात्रों को उच्च शिक्षा की बड़ी सौगात दी है। यह मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र की शिक्षा के विकास के साथ ही राज्य के समग्र विकास की सोच को भी दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय में स्थापित की गई डिजिटल लाइब्रेरी महाविद्यालय के छात्रों के साथ ही क्षेत्र के अन्य विद्यालयों के छात्रों के लिये भी उपयोगी होगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि विद्यालय के शिक्षकगण इस विद्यालय में शिक्षा का अनुकूल वातावरण का सृजन कर छात्रों को राज्य व केन्द्र स्तर पर होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में भी इस लाइब्रेरी को उपयोगी बनाने में मददगार होंगे। उन्होंने कहा कि आज का युग तकनीकि का युग है, एक क्लिक पर तमाम दुनिया की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले चार वर्षों में उत्तराखण्ड में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। केदारनाथ एवं बदरीनाथ में किये गये आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विकास को उन्होंने चार माह पूर्व इन स्थानों में जाकर देखा है। 2013 की आपदा के बाद आध्यात्मिक आस्था के ये केन्द्र नये स्वरूप में देश व दुनिया के सामने है। यह विकास के नये दृष्टिकोण को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वैश्विक महामारी में भी उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड सरकार ने जनता की बेहतर सेवा की है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उनकी विकासपरक सोच का परिणाम है कि उत्तराखण्ड में रेल व सडकों का तेजी से निर्माण हो रहा है। देश में आधुनिक संचार प्रणाली का तेजी से विकास हुआ है। सरकारी योजनाओं का धन सीधे लाभर्थियों के खाते में जमा हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में बेहतर प्रबंधन को ही परिणाम रहा कि जहां 33 करोड़ आबादी वाले अमेरिका जैसे साधन सम्पन्न देश में इस बीमारी से 5 लाख लोगों की मौत हुई वहीं 24 करोड़ आबादी वाले उत्तर प्रदेश में हुई मौत की संख्या को हम 8500 तक रोकने में सफल रहे।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि महायोगी गुरू गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय का क्षेत्र की शिक्षा लिये बड़ा महत्व है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में दूरस्थ क्षेत्र के छात्रों के लिये यह विद्यालय बहुत ही उपयोगी रहा है। महाविद्यालय के विकास में स्व. आनन्द सिंह रावत का सराहनीय योगदान रहा है। इस विद्यालय को उच्च शिक्षा का केन्द्र बनाने के लिये वे प्रयासरत रहे। क्षेत्र के बच्चों को अच्छी शिक्षा के प्रति वे सदैव चिंतित रहते थे। उस महाविद्यालय में डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना होने से इस दूरस्थ क्षेत्र में तकनीकि क्षेत्रों में हो रहे सुधारों का लाभ छात्रों को मिलेगा। इससे छात्रों को अच्छी डिजिटल लाइब्रेरी उपलब्ध होगी। इससे वे आधुनिक संचार तकनीकि का बेहतर उपयोग कर पायेंगे तथा देश व दुनिया से जुड़ कर उनकी सोच में भी सकारात्मक परिवर्तन आ सकेगा।

इस अवसर पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी श्री राजकिरन राय ने कहा कि यूनियन बैंक द्वारा सीएसआर के तहत शिक्षा के साथ ही समाज हित के विभिन्न कार्यक्रमों में भागीदारी निभाई जा रही है। उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में तकनीकि शिक्षा के प्रसार में स्थापित की जा रही डिजिटल लाइब्रेरी छात्रों के लिये उपयोगी होगी। उन्होंने बैंक से सम्बन्धित कार्यकलापों की भी जानकारी दी। महायोगी गुरू गोरखनाथ महाविद्यालय के प्रधानाचार्य श्री एम. पी. मधवाल ने कहा कि इस महाविद्यालय में 230 छात्र अध्ययनरत है, जिसमें 7 विषयों की पढ़ाई हो रही है। उच्च शिक्षा के आधुनिकीकरण की दिशा में महाविद्यालय में स्थापित की गई डिजिटल लाइब्रेरी का उन्होंने छात्रों के व्यापक हित में बताया। यह लाइब्रेरी तकनीकि शिक्षा उपलब्ध कराने में प्रेरणा का भी कार्य करेगी। यूनियन बैंक के एफजीएम श्री राजीव मिश्रा ने आभार व्यक्त किया।

केंद्रीय पुस्तकालय एवं विज्ञान प्रयोगशालाओं के लिए शीघ्र मिलेगी धनराशि : डॉ धन सिंह

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देहरादून, उच्च शिक्षा, सहकारिता, प्रोटोकॉल एवं दुग्ध विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ धन सिंह रावत ने आज दून विश्वविद्यालय में चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की। बैठक में डॉ रावत ने विवि प्रशासन और कार्यदायी संस्थाओं को तय समय सीमा के भीतर निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश ।विभागीय मंत्री डॉ रावत ने विश्वविद्यालय प्रशासन को एनआईआरएफ रैंकिंग की तैयारी और नैक मूल्यांकन कराने के निर्देश भी दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को केंद्रीय पुस्तकालय एवं विज्ञान प्रयोगशालाओं के लिए शीघ्र धनराशि दी जाएगी।

दून विश्वविद्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में डॉ रावत ने नित्यानंद हिमालयन शोध संस्थान और महिला छात्रावास के निर्माण कार्यों की समीक्षा की जानकारी ली। जिस पर ब्रिडकुल के परियोजना प्रबंधक ने बताया कि करीब 20 करोड़ की लागत से बनने वाले नित्यानंद हिमालयी शोध केंद्र में निर्माण कार्य अंतिम चरण में है जिसे 15 जून तक पूरा कर दिया जाएगा। विश्वविद्यालय में पुनर्निर्माण/उच्चीकरण तथा नई सुविधा के तहत पार्किंग, लॉन, रिमोट सेंसिंग जीआईएस लैब में सॉफ्टवेयर इस्टालेशन का कार्य पूरा हो चुका है इसमें लिफ्ट, गेस्ट हाउस, लाइब्रेरी और लैब का कार्य प्रगति पर है। विश्वविद्यालय के गेट का निर्माण का कर 39 जून तक कर दिया जाएगा।

वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश निर्माण निगम के अधिकारियों ने बताया कि निर्माणाधीन महिला छात्रवास का निर्माणकार्य आगामी 31 जुलाई तक पूर्ण कर दिया जाएगा।
रुसा के कार्यो की समीक्षा के दौरान नोडल अधिकारी डॉ ए एस उनियाल में बताया कि 141 करोड़ का उपयोगिता प्रमाण पत्र भारत सरकार को भेज दिया गया है। जबकि दून विवि को रुसा का अंतर्गत 20 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गए थे जिसमें से 19 करोड़ 43 लाख 56 हजार रुपये विवि की प्राप्त हुए थे जिसमें से लगभग 17 करोड़ रुपये खर्च कर लिये गए हैं। जीके तहत 7 करोड़ की लागत से प्रयोगशाला भवन तैयार किया गया।

लगभग 6 करोड़ 50 लाख रुपये परिसर सौन्दर्यकरण, लाईब्रेरी ऑटोमेसन, प्रयोगशालाओं की मरम्मत एवं आधुनिकीकरण, फर्नीचर, खेल सामग्री, सीसीटीवी कैमरे, रिमोट सेंसिंग gis लैब आदि पर खर्च किये जा चुके हैं। जबकि स्कूल ऑफ डिजाइन की सुविधओं सेंट्रल इंस्ट्रूमेंटेशन, बुक्स और जनरल्स की खरीद तथा स्कूल ऑफ फिजिकल साइंस की सुविधाओं के लिए स्वीकृत रुपये 6 करोड़ की धनराशि में से साढ़े तीन करोड़ खर्च किये जा चुके हैं।

समीक्षा बैठक में कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, सलाहकार रुसा प्रो एम एस एम रावत, राज्य नोडल अधिकारी रुसा डॉ ए एस उनियाल, कुलसचिव एम एस मंद्रवाल, प्रो. एच्. सी पुरोहित, डॉ वी के सैनी, वित्त नियंत्रक डी सी लोहनी, ब्रिडकुल एवं यूपी निर्माण निगम के अधिकारी मौजूद रहे।