Tuesday, June 24, 2025
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भगवान के नाम का स्मरण करने मात्र से पापों से मुक्ति : सुशील

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हरिद्वार 23 फरवरी (कुल भूषण ) भगवान के नाम का स्मरण करने मात्र से ही मनुष्य समस्त पाप कर्मों से छूटकर मोक्ष को प्राप्त कर लेता है। जन्म और मृत्यु पर भगवान का ही अधिकार है लेकिन संसारी कर्मों में लीन होने क कारण मनुष्य भगवान को ही भूल जाता है। इसके चलते उसे नाना प्रकार के दुखों को भोगना पड़ता है ।

उक्त विचार  भागवत कथाचार्य सुशील कुमार पाठक ने सिडकुल के नेहरू कॉलोनी में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के अवसर पर व्यक्त किए । कथा व्यास  सुशील कुमार पाठक ने कहा कि मनुष्य के जीवन में आने वाले कष्ट  भगवान की परीक्षा है  जिस पर उत्तीर्ण होने पर ही ईश्वर से मिलन संभव है।

कथा में सुमित  अनुराग पाठक अनुज बाजपेई  एवं आयोजन समिति के सदस्य पवन सिंह अमन सिंह नीरा सिंह अनिरुद्ध तिवारी वरुण शुक्ला रेनू शुक्ला अश्वनी शुक्ला शिवम शुक्ला जुगल किशोर मिश्रा मनीष मिश्रा सहित अन्य कॉलोनी के लोग मौजूद रहे।

सतना : डॉक्टर युवती का शव दो दिन तक टेबल के नीचे रख करता रहा मरीजों का इलाज

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सतना (जेएनएन), प्रेमिका की हत्या कर गढ्डे में दफन करने वाले डॉक्टर ने सोमवार को चौंकाने वाले राज उगले। हत्या के बाद आरोपित दो दिन तक उसका शव अपनी टेबल के नीचे ही रखकर मरीजों का इलाज करता रहा। उसने युवती मोबाइल भी कहीं दफना दिया था। उसने पुलिस को बताया कि युवती का चरित्र भी ठीक नहीं था, इसलिए वह उससे शादी नहीं करना चाहता था। युवती लगातार उस पर शादी के लिए दबाव बना रही थी। इससे वह परेशान हो गया और हत्या कर दी।

पुलिस ने क्लीनिक से लोहे का वह सरिया भी बरामद किया है, जिससे डॉक्टर ने युवती के सिर पर वार किया था। उसके बाद दुपट्टे से गला घोटा था। पुलिस को आरोपित डॉक्टर और युवती की अंतिम कॉल डिटेल भी मिल गई है। उसमें डॉक्टर ने युवती से सात सौ सेकंड बात की थी। पुलिस को डॉक्टर आशीष त्रिपाठी से पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड मिल गई है।

मध्य प्रदेश के सतना के मल्लाहन टोला निवासी 24 वर्षीय युवती की हत्या के मामले में सिटी कोतवाली पुलिस ने चांदमारी रोड निवासी दंत चिकित्सक डॉ. आशुतोष त्रिपाठी को गिरफ्तार कर रविवार को न्यायालय में पेश किया था। पुलिस पूछताछ में क्लीनिक में काम करने वाली युवती के साथ डॉक्टर के प्रेम-प्रसंग की बात सामने आई। मृतका एलएलबी की छात्रा थी और डॉ. त्रिपाठी के क्लीनिक में बतौर सहायक काम करती थी। दोनों में प्रेम संबंध हो जाने के बाद वह विवाह के लिए दबाव बना रही थी। इससे परेशान होकर 14 दिसंबर 2020 को नोंक-झोंक हुई और डॉक्टर ने क्लीनिक के अंदर ही उसकी हत्या कर दी।

15 दिसंबर को उसने एक मजदूर से गढ्डा खुदवाकर रात में शव दफना दिया। दो दिन से प्रदर्शन जारी इधर सोमवार को भी कई लोग थाने पहुंचे और आरोपित को फांसी देने की मांग की। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि डॉक्टर के सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया जाए। मृतका के माता-पिता को आर्थिक मदद उपलब्ध कराई जाए। रविवार को भी स्वजनों के साथ लोगों ने प्रदर्शन किया था।

आकाश आईएसीएसटी के माध्यम से अब छात्रों को मिलेगी 90 प्रतिशत छात्रवृत्ति

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देहरादून,  शिक्षा जगत में अपनी अभिनव और छात्रों के लिए बेहद उपयोगी पहलों की शुरुआत के लिए विख्यात, आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड डॉक्टर एवं इंजीनियर बनने की इच्छा रखने वाले छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाला देश का अग्रणी संस्थान है, जो देश भर में 215 से अधिक केंद्रों के साथ शैक्षणिक सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। एईएसएल अब छात्रों को तुरंत छात्रवृत्ति उपलब्ध कराने के लिए अपने अद्वितीय कार्यक्रम दृ तत्काल प्रवेश-सह-छात्रवृत्ति परीक्षा (आईएसीएसटी) का शुभारंभ किया है। विशेष रूप से तैयार की गई यह परीक्षा, 7वीं से 11वीं कक्षा के प्रतिभाशाली एवं योग्य छात्रों को अपने घर पर आराम से रहकर एवं सुरक्षित तरीके से 90ः तक छात्रवृत्ति प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है।

 

कोविड-19 के बाद स्कूल और शैक्षणिक संस्थान धीरे-धीरे फिर से खुलने लगे हैं, और सभी छात्र क्लास रूम में वापस लौटने के लिए बेहद उत्सुक हैं। आईएसीएसटी उन्हें परीक्षा देने के 60 मिनट के बाद ही अपनी तैयारी जल्द शुरू करने का अवसर देगा, जिससे वे डॉक्टर और इंजीनियर बनने के अपने लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में पहला कदम उठा सकेंगे। यह छात्रवृत्ति विभिन्न सामाजिक एवं आर्थिक तबके के छात्रों को आकाश में उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा का लाभ उठाने में सक्षम बनाएगी।

 

छात्र ऑनलाइन माध्यमों से इस परीक्षा में भाग ले सकेंगे तथा उन्हें छात्रवृत्ति के लिए प्राप्त अंकों के बारे में तुरंत जानकारी दी जाएगी। आईएसीएसटी के साथ, छात्र तुरंत प्रवेश भी ले सकते हैं और आकाश के अनुभवी अध्यापकों एवं विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में तैयारी शुरू कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए, https://iacst.aakash.ac.in/iacstexam पर लॉग-ऑन करें।

 

परीक्षा से संबंधित विवरण

– आईएसीएसटी परीक्षा ऑनलाइन है जिसकी अवधि 60 मिनट की होगी

– छात्र परीक्षा के लिए चयनित तिथि को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक कभी भी परीक्षा दे सकते हैं

– योग्य छात्र 90ः तक छात्रवृत्ति प्राप्त कर सकते हैं

– 7वीं से 11वीं कक्षा के छात्र इस छात्रवृत्ति में भाग ले सकते हैं

– 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों के पास स्पेशल रिपीटर कोर्स चुनने का विकल्प है

 

यह छात्रवृत्ति मेडिकल, इंजीनियरिंग और फाउंडेशन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए है, जिसमें क्लासरूम और हाइब्रिड, दोनों कार्यक्रमों को शामिल किया गया है। 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों के पास स्पेशल रिपीटर कोर्स चुनने का विकल्प है। छात्र परीक्षा के लिए चयनित तिथि को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच किसी भी समय परीक्षा में भाग ले सकते हैं।

 

हर साल की भांति 2020 भी आकाश इंस्टिट्यूट के लिए उपलब्धियों भरा वर्ष था, जब इस संस्थान ने जेईई और एनईईटी, दोनों परीक्षाओं में उत्कृष्ट परिणाम प्रस्तुत किए। दिल्ली से आकाश के छात्र, चिराग फालोर ने जेईई एडवांस्ड 2020 प्रतियोगी परीक्षा में एआईआर 01 रैंक हासिल करके नेशनल टॉपर की उपलब्धि प्राप्त की, जबकि एनईईटी 2020 में आकाश के छात्रों ने शीर्ष के 3 रैंक (सोएब आफताब एआईआर 01, आकांक्षा सिंह एआईआर 02 और स्नेकिता टी एआईआर 03) हासिल किए, जो आकाश में दिए जाने वाले उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रशिक्षण की मिसाल प्रस्तुत करता है।

 

आईएसीएसटी के लॉन्च पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, श्री आकाश चैधरी, प्रबंध निदेशक, आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) ने कहा , “एईएसएल हजारों प्रतिभाशाली छात्रों की सुविधा और आराम को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन माध्यमों से तत्काल प्रवेश-सह-छात्रवृत्ति परीक्षा (आईएसीएसटी) की शुरुआत कर रहा है। कोविड-19 और उसके बाद हुए लॉकडाउन ने हमें छात्रों के अनुरूप पाठ्यक्रम तैयार करने का अवसर प्रदान किया, जो छात्रों के लिए अधिक सुविधाजनक और डिजिटल रूप से सुलभ है। इससे छात्रों को अपने घर पर आराम से रहते हुए परीक्षा देने और तुरंत परिणाम एवं प्रवेश प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। हम योग्य छात्रों को 90 प्रतिशत तक छात्रवृत्ति प्रदान कर रहे हैं। मुझे पूरा यकीन है कि छात्र इस शानदार मौके का भरपूर लाभ उठाएंगे।”

 

आकाश इंस्टीट्यूट का उद्देश्य शैक्षणिक जगत में सफलता हासिल करने की इच्छा रखने वाले छात्रों की मदद करना है। यहां पाठ्यक्रम एवं अध्ययन सामग्रियों के विकास के साथ-साथ अध्यापकों के प्रशिक्षण एवं निगरानी के लिए घरेलू स्तर पर एक केंद्रीकृत प्रक्रिया मौजूद है, जिसका नेतृत्व राष्ट्रीय शैक्षणिक टीम द्वारा किया जाता है। पिछले कुछ वर्षों में, एईएसएल के छात्रों ने विभिन्न मेडिकल एवं इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं, तथा एनटीएसई, केवीपीवाई और ओलंपियाड जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में रिकॉर्ड सफलता हासिल की है।

पर्यावरण एवं स्मृति स्थल इको ग्रुप की अनोखी पहल

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देहरादून, इकोग्रुप देहरादून ने धाद संस्था द्वारा स्थापित स्मृतिवन, मालदेवता में प्लास्टिक वेस्ट से बनाई गई इको ब्रिक्स से एक वृक्ष के चारों और एक स्मारक का निर्माण किया है । स्मृति वन जहां पर अपने प्रियजनों की याद में लोग आ कर वृक्षा रोपण कर रहे हैं , अब इको ग्रुप की इस सराहनीय पहल से इकोब्रिक्स से स्मृति स्मारक बना कर अन्य लोग अपने प्रियजनों की याद में इस बेंच रूपी स्मारक पर बैठ कर उनका स्मरण कर श्रद्धांजलि भी दे पाएंगे।

इकोग्रुप की इस स्मरण स्थली बनाने में 75 किलो प्लास्टिक वेस्ट से बनी 112 इकोब्रिक्स का इस्तेमाल कर एक बेंच बनाकर पर्यावरण को संरक्षित करने का अदभुत प्रयास किया गया जो एक आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
इस पहल में नीना रावत , नवनीत गैरोला, शालू भार्गव, मृदुला मराठे , अनिल शर्मा, अमित जैन, सिंधुजा गर्ग, लक्ष्मी मिश्रा,रश्मि जौहरी ,अनिल मेहता इत्यादि के विशेष प्रयास रहे हैं।
निसंदेह यह वृक्ष और प्लास्टिक वेस्ट के उपयोग का मिश्रित प्रयास पर्यावरण को संरक्षित रखने का एक दूरगामी कदम है।

आप भी इस तरह से चलाते हैं अपनी कार ताे 15 नहीं 5 साल में ही हाे जाएगी कबाड़

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नई दिल्ली. सरकार काराें काे लेकर स्क्रैप पॉलिसी (Car scrap policy) लाई है. जिसके तहत 15 साल के बाद काराें काे स्क्रैप करना अनिवार्य किया जा रहा है. लेकिन यह ताे तब की बात है जब आपकी कार 15 साल तक भी चल पाए क्याेंकि कई लाेगाें की आदत कार काे इस तरह से चलाने की हाेती है कि वाे 15 ताे दूर पांच साल में ही कार काे कबाड़ कर देते है. आज जानते है कि उन तरीकाें के बाराें में जाे कार की उम्र काे कम करती है . और आप भी यह देखें कि कही आप भी इनमें से किसी तरीके से कार काे ड्राइव नहीं करते. क्याेंकि यदि करते है ताे यह आदत आज से ही बदल डाले. फिर भले ही आपने चाहे अभी-अभी कार चलाना सीखी हाे, या फिर आपकाे पहले से आती हो या फिर एक्सपीरियंस ड्राइवर हाे तीनाें ही स्थिति में भी कार चलाने के इन तरीकाें से आपकाे भी बचना चाहिए. कार एक्सपर्ट शहजाद ने न्यूज 18 काे बताई वो आदतें जिसका अक्सर लाेग कार चलाते समय ध्यान नहीं रखते है नतीजतन कार उम्र ताे कम ही हाेती है खर्च भी बढ़ता जाता है .

1 – शहजाद कहते हैं कि ज्यादातर लाेग गाड़ी चलाते समय अपना एक हाथ स्टेयरिंग के ऊपर रखे होते है ताे दूसरा हाथ गियर के ऊपर या उसे पकड़े हुए रहते है. देखने और करने में इसमें कुछ भी गलत नहीं लगता लेकिन क्या आप जानते है कि ऐसा करने से गियर बॉक्स काे नुकसान पहुंचा रहे हाेते है. जानिए कैसे.. गियर लीवर शिफ्टिंग रील्स के ऊपर हाेता है ट्रांसमिशन के अंदर दिए गए शिफ्टिंग फॉक्स हमेशा तैयार रहते है कि एक गियर से दूसरे गियर में शिफ्ट हाेने के लिए गियर के ऊपर लगातार हाथ रखे हाेने से शिफ्टिंग रेल्स नीचे काे दब रही हाेती है .जिसके चलते शिफ्टिंग फॉक्स नीचे प्रेशर बनाती रहती है. जिसके चलते वहां लगातार फ्रिक्शन बना रहता है जिसके चलते गियर टीथ बेहद जल्दी घीस जाते है. जिसके बाद कुछ समय में गियर फिसलना शुरू हाे जाते है. इसलिए कभी भी दूसरा हाथ गियर पर ना रखे उसे स्टेयरिंग पर या फिर आर्म रेस्ट पर रखे.

2- अमूमन देखा गया है कि लाेग गाड़ी चलाते समय क्लच या ब्रेक पैड के ऊपर पैर रखकर उसे फुट रेस्ट की तरह इस्तेमाल करते है खासताैर से लॉग ड्राइव में. ब्रेक या क्लच प्लेट जल्द घिसने का यही सबसे बड़ा एक कारण हाेता है. यहां एक बात और ध्यान देने वाली है जब आप गाड़ी रेड लाइट पर या किसी से बात करने के लिए साइड में लगाए ताे कभी भी स्टार्ट गाड़ी में क्लच काे दबा कर ना रखे बल्कि गियर न्यूट्रल करके हैंड ब्रेक लगा ले यदि आप ऐसा नहीं करते हाे ताे आप जान ले कि आपके इंजन और क्लच दाेनाें पर ही लाेड पड़ रहा हाेता है.

3 – जब आप गाड़ी काे ऊंची जगह से नीचे उतारते है ताे अपने पैर काे लगातार ब्रेक के ऊपर रखे हाेते है. ताकि जरूरत पढ़ने पर जल्द ब्रेक लगा सके. कुछ लाेग ताे पेट्राेल बचाने के लिए कार भी बंद कर देते है लेकिन ऐसा करना खतरनाक हाे सकता है ना सिर्फ कार के लिए बल्कि आपके लिए भी. ऐसा इसलिए क्याेंकि कार बंद करने पर पावर स्टेयरिंग लॉक हाे जाती है और लगातार ब्रेक पर पैर रखने से ब्रेक शू काे नुकसान हाेता है . और यदि वाे पहले से ही खराब तब ऐसा करने से नुकसान और ज्यादा हाेगा. नीचे उतारते समय या ताे कार पहले या दूसरे गियर पर रखे. जब गाड़ी काे चढ़ाई पर ले जा रहे हाेते है और किसी कारणवश उसे बीच में ही राेकना पड़ जाते ताे ज्यादातर लाेग हाफ क्लच और एक्सलेरेटर स्पीड देकर उसे दाेाबारा चलाते है एक बात याद रखिए यदि आप भी ऐसा करते है ताे यकीनन गाड़ी की क्लच प्लेट खराब हाे जाएगी. इसलिए ऐसी स्थिति में पहले कार काे न्यूट्रल करे, हैंडब्रेक लगाए फिर धीरे-धीरे रफ्तार देकर हैंड ब्रेक काे रिलीज करे. तीनाें कामाें काे एक साथ करना हाेगा.

4- जब भी कही बाहर से घर या ऑफिस या कही भी जाते है ताे गाड़ी राेकने के बाद ही इंजन तुरंत बंद कर देते है बिलकुल गलत है अगर आपकी गाड़ी में टर्बाे चार्जर है ताे ऐसा इसलिए क्याेंकि आजकल ज्यादातर गाड़ियाें में पावर बूस्ट करने के लिए टर्बाे टार्जर का इस्तेमाल हाे रहा है. यह टर्बाे चार्जर इंजन से कई ज्यादा आरपीएम पर घूम रहे हाेते है. जिसके चलते इनका टेम्प्रेचर काफी ज्यादा रहता है. ऐसे में यदि आप इंजन काे तुरंत बंद कर देंगे ताे आपका टर्बाे चार्जर खराब हाे सकता है या फिर धीरे-धीरे काम करना कम कर सकता है. इसलिए गाड़ी रूकने के तुरंत बाद इंजन काे बंद करने के बजाय कम से कम 15 से 30 सेंकड तक रूके. खासताैर पर ऐसा तब जरूर करे जब आप लंबी ड्राइव या हाईवे पर गाड़ी चलाकर आ रहे है.

5 – रास्ते में स्पीड ब्रेकर आने पर हम गाड़ी की रफ्तार ताे कम करते है लेकिन उसके निकल जाने पर कई लाेग उसी गियर में गाड़ी काे एक्सलिरेट करते है जाे कि गलत है. ऐसे में आप जिस गियर में गाड़ी रखे है इंजन काे वापस उस तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है जिसके चलते सिलेंडर हेड , गियर बॉक्स और क्लच जैसी चीज डैमेज हाेने लगती है. इसलिए आगे से जब भी आप स्पीड कम करे ताे उसके साथ गियर भी डाउन करे. आजकल गाड़ियाें में गियर चेंज करने के इंडीकेटर भी दिए जाते है ऐसा इसलिए ही ताकि जिस गियर में जितनी स्पीड से कार चलनी चाहिए आप उसे मेंटेंन करके रखे.

6 – आटाेमैटिक कार चलाने वाले पार्किंग करने के दाैरान अपनी कार काे सिर्फ पी माेड यानि पार्किंग माेड पर लगाकर चले जाते है . जबकि यह गलत है. दरअसल पी माेड पर गाड़ी पार्क करने से सारा लाेड ट्रांसमिशन पर आता है . ट्रांसमिशन में आपकी छाेटी उंगली के बराबर एक पिन हाेती है जिसे पार्किंग पाउल कहते है पूरा प्रेशर उसके ऊपर आ रहा हाेता है जिससे वाे डैमेज भी हाे सकती है. इसलिए आटाेमैटिक कार काे पार्क करते समय हैंडब्रेक का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए.

टूलकिट मामले में दिशा रवि को एक दिन की पुलिस हिरासत

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नयी दिल्ली, दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को 21 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। दिशा को किसानों के विरोध प्रदर्शन से संबंधित एक ‘टूलकिट’ सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट पंकज शर्मा ने पुलिस को रवि से हिरासत में पूछताछ करने की अनुमति दे दी, जब उसने कहा कि जलवायु कार्यकर्ता का इस मामले में अन्य सह-आरोपियों से आमना-सामना कराने की जरूरत है, रवि को तीन दिन की न्यायिक हिरासत समाप्त होने के बाद अदालत में पेश किया गया था।

अदालत ने शुक्रवार को उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया था, जब पुलिस ने कहा था कि फिलहाल उससे हिरासत में पूछताछ की आवश्यकता नहीं है। पुलिस ने कहा था कि सह-आरोपियों निकिता जैकब और शांतनु मुलुक के 22 फरवरी को पूछताछ में शामिल होने के बाद वह रवि को हिरासत में पूछताछ के लिये भेजने की मांग करेगी। रवि को दिल्ली पुलिस ने 13 फरवरी को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था।

सिविल इंजीनियरिंग की छात्रा ने लगाई फांसी, नहीं मिला कोई सुसाइड नोट, पुलिस कर रही जांच

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देहरादून। डीआइटी यूनिवर्सिटी से बीटेक की पढ़ाई कर रही एक छात्रा ने संदिग्ध हालातों में फांसी लगा दी। तुरंत उसे मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मृतक का मोबाइल लॉक होने के कारण अभी तक पुलिस मोबाइल नहीं खोल पाई है। पुलिस चौकी जाखन के इंचार्ज योगेश पांडे ने बताया कि सुबह 11 बजे सूचना मिली थी कि अंसल कॉलोनी में एक युवती ने फांसी लगा दी है। तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची, जहां पुलिस के पहुंचने से पहले ही युवती का भाई व स्थानीय लोग उसे मैक्स अस्पताल लेकर आ गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया |

उन्होंने बताया कि मृतक की पहचान प्रतिभा रावत निवासी ग्राम चमियाला टिहरी गढ़वाल वर्तमान निवासी जाखन राजपुर के रूप में हुई है। प्रतिभा डीआइटी यूनिवर्सिटी में सिविल इंजीनियर तृतीय वर्ष की छात्रा थी, जबकि उसका भाई भी इसी यूनिवर्सिटी से बीटेक कर रहा है। मृतक का मोबाइल फोन खोलने के बाद ही मृत्यु के कारणों का पता लग पाएगा। मृतक के स्वजन अभी देहरादून नहीं पहुंच पाए गए हैं, उनके पहुंचने के बाद ही पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा सकेगी।

महंगाई के खिलाफ सतपुली में कांग्रेस का प्रदर्शन

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सतपुली । चौबट्टाखाल विधानसभा के अन्तर्गत नगर पंचायत सतपुली में डीजल, पैट्रोल, गैस सिलेण्डर सहित सभी सामानों में बढ़ रही महंगाई को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया । सतपुली नगर में कांग्रेस प्रदेश सचिव कवीन्द्र इस्टवाल के नेतृत्व में खाली सिलेण्डर उठाकर रैली निकाली गयी वही रैली के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वर्तमान भाजपा सरकार के विरोध में जमकर नारे लगाए ।
रैली के दौरान प्रदेश सचिव कवीन्द्र इस्टवाल ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने महंगाई से आम जनमानस कमर तोड़ दी है । ये एक जनविरोधी सरकार है जिसे जनता आने वाले विधानसभा चुनाव 2022 में जबाव देगी ।
वही ब्लॉक अध्यक्ष कीरत सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार नीतियों को जनता अब समझ चुकी है इन्होंने सिर्फ बड़े ववादों से जनता को छलने का काम किया है और अब बढ़ती हुयी महंगाई पर इनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं दिख रही है ।
विरोध प्रदर्शन में ब्लॉक अध्यक्ष कीरत सिंह, नगर अध्यक्ष सुरजन रौतेला, महिला नगर अध्यक्ष आरती देवी, व्यापार मण्डल अध्यक्ष जयदीप नेगी, किरन रौतेला, रणधीर सिंह, अमन रावत, गंगा सिंह बिष्ट सहित कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।

उत्तराखंड में भी केजरीवाल’ अभियान, 21 दिन में आप से जुड़े एक लाख कार्यकर्ता

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देहरादून, आम आदमी पार्टी आप के नेता रविंद्र जुगरान ने बताया कि ‘उत्तराखंड में भी केजरीवाल’ अभियान को प्रदेश की जनता जोरदार समर्थन दे रही है। यही कारण है कि आंदोलन शुरु हुए अभी 21 दिन हुए हैं और 103762 लोग मिस कॉल के माध्यम से आप से जुड़ चुके हैं।

आप के प्रदेश कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में रविंद्र जुगरान ने बताया कि आप ने 45 दिन के अभियान में एक लाख व्यक्तियों को जोडऩे का लक्ष्य रखा था, लेकिन यह लक्ष्य महज 21 दिन में पूरा हो गया। इसके लिए जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 45 दिन में 6500 जनसभाओं के सापेक्ष 2540 जनसभाएं आयोजित हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि आप का यह अभियान ऐतिहासिक साबित होगा।

कवि सम्मेलन का आयोजन

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हरिद्वार 22 फरवरी (कुल भूषण ) गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय में चल रहे औषधीय पादप महाकुम्भ में विगत दिवस देर शाम अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें नगर के जाने.माने साहित्यकार व कवि के के एल दीवान प्रो आर सी दुबे संकायाध्यक्ष डा मीरा भारद्वाज डा सुशील त्यागी डा निशा शर्मा डा आस्था त्रिपाठी विकास नागर अल्पना सुहासनी एवं रूपेश वैद्य ने काव्य पाठ किया तथा अपनी रचनाओं से उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर उनकी तालियां बटोरी। वहीं वेबिनार के माध्यम से कनाडा से संदीप त्यागी ने भी कवि सम्मेलन में प्रतिभाग किया।
आयोजन समिति के संयोजक डा सत्येन्द्र राजपूत ने कहा कि भेषज विज्ञान विभाग में औषधीय पादप महाकुम्भ के चलते कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है। आयोजन के दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। कवि सम्मेलन भी उसी का हिस्सा है।
कवि सम्मेलन के दौरान जहां कवियों ने अपनी प्रस्तुतियों से उपस्थित लोगों में नई ऊर्जा व चेतना का संचार कियाए वहीं विभिन्न शोध प्रतिभागियों व विषय विशेषज्ञों ने भी काव्य पाठ कर अपने अन्दर छुपी प्रतिभा को मंच के माध्यम से लोगों के सामने प्रस्तुत किया। कवि सम्मेलन में नगर के गणमान्य व्यक्तियों सहित गुरुकुल के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने भाग लिया।