Thursday, June 19, 2025
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देव डोलियों के कुम्भ स्नान की सभी तैयारियाॅ व्यवस्थित रूप से की जायेंः महाराज

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देहरादून। प्रदेश के पर्यटन, सस्कृति, धर्मस्व, सिंचाई, लधु सिंचाई एवं जलागम प्रबन्धन, मंत्री सतपाल महाराज द्वारा विधान सभा स्थित कक्ष में संस्कृति विभाग, पर्यटन विभाग, कुम्भ मेला, पुलिस विभाग एवं अन्य सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर उत्तराखण्ड की देवसंस्कृति को वैश्विक तथा भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए देव डोलियों के कुम्भ स्नान की सभी तैयारियाॅ व्यवस्थित रूप से करने के निर्देश दिए।

प्रदेश के पर्यटन, सस्कृति, धर्मस्व, सिंचाई, लधु सिंचाई एवं जलागम प्रबन्धन, मंत्री  सतपाल महाराज ने देव डोलियों की कुम्भ स्नान की विरासतीय शोभा यात्रा को ऋषिकेश से लेकर हरिद्वार तक सभी जगह देव डोलियों के आवागमन से लेकर देव डोलियों के दर्शन के लिए आने वाले भक्तगणों के आवागमन, मंच-पंडाल जलपान, सुरक्षा, यातायात व भीड़ प्रबन्धन की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के साथ-साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के भी निर्देश अधिकारियों को दिये।

श्री महाराज ने अधिकारियों को शोभा यात्रा का रूट चार्ट बनाते हुए आपसी समन्वय से कार्यक्रम को भव्य स्वरूप प्रदान करते हुए देव डोलियों के गारिमा के अनुकूल सभी तरह की व्यवस्थाएं करने के भी निर्देश दिये। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को ऋषिकेश एवं हरिद्वार में शोभायात्रा के दौरान देव डोलियों तथा भक्तगणों पर हेलिकाप्टर से पुष्प वर्षा करने के लिए भी निर्देश दिये।

इस दौरान मा. मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की भूमि देवी देवताओं की भूमि है। जिसका कण-कण अपने आप में देवतुल्य है तथा लगभग सभी प्रदेश में कोई न कोई ऐसी बात परम्परा से प्रचलित है जिनका सम्बन्ध किसी न किसी देवी-देवता से है। प्राचीन समय से ही पराम्परा के अनुसार देवी देवताओं की देव डोलियाॅं कुम्भ के दौरान हरिद्वार में स्नान करने आती हैं। जिस दौरान बडी संख्या में भक्तगण उनके दर्शन करते हैं। इसी पराम्परा के अनुसार हरिद्वार कुम्भ महापर्व 2021 में भी देव डोलियाॅ हरिद्वार में कुम्भ स्नान में आयेंगी। इस लोक संस्कृति विरासतीय शोभा यात्रा की शुरूआत 24 अप्रैल को त्रिवेणी घाट ऋषिकेश से होगी।

जहाॅ पर प्रदेश भर से ढोल-नगाडों व स्थानीय देवी देवताओं के चिन्ह के साथ लगभग 200 देव डोलियाॅ एकत्रित होने की संभावना है। इसके अगले दिन 25 अप्रैल 2021 को शोभा यात्रा का कुम्भ नगरी हरिद्वार में आगमन होगा तथा सामुहिक अमृतमय स्नान ब्रहमकुण्ड हरकी पैड़ी में सम्पन्न होगा। तत्पश्चात पंतदीप में भव्य पंडाल में पूज्य संतो, श्रद्धालुओं व शासन-प्रशासन के लोगों द्वारा पूजा-अर्चना के पश्चात देव आशीर्वाद कार्यक्रम सम्पन्न होगा।
इस दौरान बैठक में श्री देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शोभा यात्रा समिति के अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहन सिंह रावत गाॅववासी, सदस्य डी. एस. गुंसाई, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, महानिदेशक संस्कृति विभाग आशीष चौहान, निदेशक संस्कृति बीना भटट, पुलिस अधीक्षक लोकजीत सिंह सहित हरिद्वार मेला प्रशासन व अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

 

टिहरी : शिकार पर गए युवकों की मौत का मामला , एक दोस्त को गोली लगने पर तीन दोस्तों ने खाया था जहर, फरार आरोपी ने किया सरेंडर

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टिहरी, उत्तराखंड़ के टिहरी जनपद के कुंडी गांव में पिछले दिनों हुए शिकार कांड के आरोपी राजीव उर्फ रजी ने बुधवार को सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। यह जानकारी अधिवक्ता रवि सेमवाल ने दी। गौरतलब हो कि
पिछले टिहरी में शिकार की तलाश में जंगल गए सात दोस्तों में से चार युवकों की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पैर फिसलने से शिकारी की भरी बंदूक का ट्रिगर दबने से गोली ठीक पीछे चल रहे एक युवक की छाती में जा लगी और घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई।

अचानक हुई इस घटना से अन्य सभी युवक डर गए। तीन युवकों ने आनन-फानन में निकटवर्ती छानी में जाकर जहर खा लिया। वहीं, आरोपी बंदूक समेत फरार हो गया था । हालांकि दो युवक सकुशल गांव पहुंचे और घटना की सूचना दी। सूचना पर परिजन और ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे, तो वहां देखकर उनके होश उड़ गए। बता दें कि भिलंगना ब्लॉक के कुंडी गांव के छह युवकों को निकटवर्ती खवाड़ा गांव निवासी उनके दोस्त राजीव उर्फ रजी (22) पुत्र प्रताप सिंह का शनिवार रात करीब आठ बजे फोन आया था कि जंगल शिकार करने चलते हैं। इसके बाद संतोष (19) पुत्र दिलीप सिंह, सोबन सिंह (21) पुत्र केशर सिंह, पंकज सिंह (22) पुत्र अब्बल सिंह, अर्जुन सिंह (20) पुत्र नैन सिंह, राहुल (20) पुत्र मोहन सिंह और सुमित (18) पुत्र कुंदन सिंह सभी निवासी ग्राम कुंडी तहसील बालगंगा शिकार करने के लिए गांव से ऊपर जंगल की ओर निकल पड़े।

प्रत्यक्षदर्शी राहुल और सुमित ने बताया गांव के ताना नामे तोक में बंदूक के साथ रजी आगे-आगे चल रहा था और उसके पीछे संतोष व अन्य लोग टार्च के सहारे जा रहे थे। अचानक रात करीब 11 बजे रजी का पैर फिसला, उसके कंधे पर रखी बंदूक का ट्रिगर दबा और पीछे चल रहे संतोष की छाती पर लग गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। साथ चल रहे सभी दोस्तों के होश उड़ गए।

बताया कि शव को लेकर वे किसी तरह आरोपी रजी की करीब आधे किमी दूर चौलाह नामे तोक में स्थिति छानी में पहुंचे। वहां आलू व सब्जियों में छिड़काव के लिए रखे कीटनाशक को साथ लेकर सभी थोड़ी ही दूर पर स्थित नीचे की ओर कुंडी गांव के खोली खाल नामे तोक में उत्तम दास की छानी में चले गए। वहां सोबन, पंकज और अर्जुन ने कीटनाशक गटका और रजी ने कहा कि मैं ऊपर अपनी छानी में खाऊंगा और वहां से फरार हो गया। जबकि राहुल और सुमित गांव लौट गए।

सऊदी अरब से अगले महीने कम कच्चा तेल खरीदेंगी भारतीय कंपनियां, जानें क्या है इसकी वजह

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नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत की रिफाइनरी कंपनियां अगले माह सऊदी अरब से कम मात्रा में कच्चे तेल की खरीद करेंगी। इसकी वजह यह है कि कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ने से ईंधन की मांग घटी है। दूसरी ओर, कच्चे तेल की खरीद में डाइवर्सिफिकेशन के लिए देश की कंपनियां पश्चिम एशिया के बाहर से आपूर्ति बढ़ाने की कोशिशों में जुटी हैं। पब्लिक सेक्टर की कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) और तीन अन्य रिफाइनरी कंपनियों ने इस साल मई में सऊदी अरब से 1.5 करोड़ बैरल के मासिक औसत की तुलना में सिर्फ 65 फीसद कच्चे तेल की खरीद करने का फैसला किया है। इस मामले से अवगत तीन लोगों ने यह जानकारी दी है।

उल्लेखनीय है कि भारत ने कच्चे तेल की कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सऊदी अरब से क्रूड ऑयल का उत्पादन बढ़ाने का आग्रह किया था। हालांकि, सऊदी अरब ने भारत के आग्रह पर ध्यान नहीं दिया। भारत सरकार ने इसके बाद पिछले माह पब्लिक सेक्टर की कंपनियों से पश्चिम एशिया के बाहर से सप्लाई पर ध्यान देने को कहा।

सूत्रों ने जानकारी दी है कि IOC और अन्य रिफाइनरी कंपनियां सऊदी अरब या ओपेक देशों से निश्चित मात्रा के अनुबंध की बजाय हाजिर या मौजूदा बाजार से अधिक कच्चा तेल खरीदने की कोशिश कर रही हैं।

कंपनियों ने अपने इन प्रयासों के तहत गुयाना से लेकर नॉर्वे से नए कच्चे तेल की खरीदारी की है। खरीद बढ़ाने के लिए भारत की कंपनियों की निगाह अमेरिका पर भी है। सूत्रों ने जानकारी दी है कि IOC ने पश्चिम अफ्रीका, अमेरिका और कनाडा से कच्चे तेल की खरीद के लिए हाजिर निविदा निकाली है।

कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण ढंग से हुआ मतदान, बंगाल में 77.68 तो असम में 82.29 प्रतिशत हुआ मतदान

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चेन्नई, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के लिये कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण ढंग से मतदान हुआ। इस दौरान शाम 7 बजे तक पश्चिम बंगाल में 77.68, तमिलनाडु में 65.11, केरल में 70.04, असम में 82.29 और पुडुचेरी में 78.13 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया |

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए हो रहे तीसरे चरण के मतदान के बीच कुछ स्थानों पर छिटपुट हिंसा एवं उम्मीदवारों पर हमले की खबरें हैं। अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के दक्षिण 24 परगना जिले (भाग दो) की 16 सीटों पर, हावड़ा (भाग एक) की सात सीटों पर और हुगली (भाग एक) की आठ सीटों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल के सख्त पालन के साथ मतदान हुआ।

असम

असम में 12 जिलों के 40 विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम चरण का मतदान हुआ। अधिकारियों के अनुसार हिंसा और गड़बड़ी की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा। एक अधिकारी ने बताया कि गोलकगंज के दिघलतरी प्राथमिक विद्यालय के एक मतदान केंद्र पर कुछ मुद्दों को लेकर दो समूहों के बीच झड़प हो गयी। उन्होंने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और हवा में गोलीबारी की।

तमिलनाडु

तमिलनाडु में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के कई शीर्ष नेताओं ने मंगलवार को मतदान किया जिसमें अन्नाद्रमुक के के पलानीस्वामी, ओ पनीरसेल्वम, द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन शामिल हैं। राज्य में एक-दो स्थानों से चुनाव संबंधी कुछ छिटपुट घटनाओं की सूचना मिली हालांकि, किसी बड़ी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सत्यव्रत साहू ने संवाददाताओं को बताया कि शाम पांच बजे तक 63.60 प्रतिशत लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। उन्होंने बताया कि नमक्कल में सबसे अधिक मतदान हुआ है जबकि सबसे कम मतदान तिरूनेलवेली जिले में हुआ।

केरल

केरल में विधानसभा चुनाव के लिये मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिला और कोविड महामारी के बीच जारी मतदान के दौरान शाम सात बजे तक 70.04 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। जबरदस्त गर्मी के बावजूद विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर मतदान करने के लिये महिलाओं, पुरूषों एवं वरिष्ठ नागरिकों की लंबी कतारें देखी गयी |

पुडुचेरी

पुडुचेरी में जारी विधानसभा चुनाव में शाम सात बजे तक केंद्र शासित प्रदेश के 10.04 लाख मतदाताओं में से 78.13 फीसदी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। आज सुबह से ही मतदान की गति में तेजी देखी गयी। यनाम में एआईएनआरसी के नेता एन रंगासामी चुनाव मैदान में हैं और यहां बाकी तीन क्षेत्रों के मुकाबले सबसे अधिक मतदान हुआ है। रंगासामी पुडुचेरी के थत्तांचवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से भी किस्मत आजमा रहे हैं। यहां मुख्य मुकाबला एआईएनआरसी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एवं कांग्रेस की अगुवाई वाली धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गठबंधन के बीच है।

दिल्ली मेट्रो पर भी Night Curfew का असर, अब रात 10 बजे के बाद आम लोगों की एंट्री बैन

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नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में 30 अप्रैल तक नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया है. इसके लिए सरकार की ओर से दिशानिर्देश भी जारी कर दिए गए हैं. मंगलवार से लागू इस नाइट कर्फ्यू में रात 10 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक पाबंदियां रहेंगी. इस फैसले के बाद दिल्ली मेट्रो ने भी एक नया आदेश जारी कर दिया है.

इन लोगों को मिलेगी एंट्री

राजधानी में लागू नाइट कर्फ्यू को देखते हुए आम लोगों के लिए भी मेट्रो की सेवाएं रात 10 बजे बंद कर दी जाएंगी. डीएमआरसी की ओर से ट्वीट कर कहा गया है कि रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को ही मेट्रो में एंट्री दी जाएगी. ऐसे लोगों को ड्यूटी पर तैनात मेट्रो कर्मी या CISF कर्मियों को अपना वैध पहचान पत्र दिखाना होगा.

इसके अलावा दिल्ली मेट्रो की ओर यात्रियों से एक अपील भी की गई है. इसमें कहा गया है कि जो भी मुसाफिर जरूरी सेवाओं से जुड़े नहीं हैं, वह अपनी यात्रा रात 10 बजे तक पूरी कर लें और अपनी मंजिल तक पहुंच जाएं. ऐसे यात्रियों को रात 10 से सुबह 5 बजे तक मेट्रो में सफर करने की इजाजत नहीं होगी. डीएमआरसी का यह नियम भी 30 अप्रैल तक वैध रहेगा.

पांच हजार से ज्यादा नए केस

बता दें राजधानी में मंगलवार को कोरोना के 5100 मामले सामने आए हैं और इस दौरान 17 मरीजों की जान गई है. दिल्ली हेल्थ बुलिटिन के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान राजधानी में एक लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच की गई है.

 

रिश्वत के आरोप में लेफ्टिनेंट कर्नल को 10 साल की कैद, 10 हजार रुपये की ली थी रिश्वत

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देहरादून, सीबीआई विशेष जज सुजाता सिंह की कोर्ट ने 10 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए लेफ्टिनेंट कर्नल भरत जोशी को 10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट ने जोशी पर 55 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। जोशी वर्ष 2016 में एमईएस (मिलिट्री इंजीरियरिंग सर्विसेज) में गैरीसन इंजीनियर के पद पर तैनात थे और ठेकेदार का बिल पास कराने के लिए रिश्वत मांगी थी। इस मामले में जोशी के सहयोगी इंजीनियर को भी पांच साल की सजा हुई है। भरत जोशी वर्तमान में वर्तमान में हैदराबाद में तैनात है |

सीबीआई के अधिवक्ता सतीश गर्ग ने बताया कि आईआरडीई (इंस्ट्रयूमेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट) में निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार हरेंद्र का करीब 16 लाख रुपये का भुगतान बकाया था। काफी प्रयासों के बाद भी भुगतान नहीं हो पा रहा था। इसके लिए उन्होंने लेफ्टिनेंट कर्नल भरत जोशी (निवासी पोखरा, जिला पौड़ी गढ़वाल) से संपर्क किया। लेकिन, इस बिल का भुगतान करने के लिए जोशी ने हरेंद्र से रिश्वत की मांग की। पूरी बात 38 हजार रुपये में तय हुई।

 

ठेकेदार ने 10 हजार रुपये पहले और बाकी पांच दिन बाद देने को कहा। इसी बीच ठेकेदार इस मामले की सीबीआई से शिकायत कर चुका था। इसके बाद चार जुलाई 2016 को सीबीआई की टीम ने विज्ञान विहार रायपुर स्थित भरत जोशी के आवास से उन्हें रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई की जांच में सामने आया कि इस पूरे प्रकरण में असिस्टेंट गैरीसन इंजीनियर मनीष कुमार का भी हाथ है। ठेकेदार से हुई बातचीत की रिकार्डिंग में मनीष कुमार की भी आवाज थी।

कुछ दिन बाद सीबीआई ने मनीष कुमार (निवासी सेक्टर 22, द्वारका, नई दिल्ली) को भी गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई ने 29 सितंबर 2017 को चार्जशीट दाखिल की। ट्रायल के दौरान सीबीआई ने 14 गवाह पेश किए। इसके साथ ही दर्जनों दस्तावेजी और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को भी अदालत में प्रस्तुत किया गया। सभी पहलुओं को सुनने के बाद सोमवार को अदालत ने भरत जोशी को 10 साल और मनीष कुमार को पांच साल कठोर कारावास की सजा सुनाई। भरत पर अलग-अलग धाराओं में 55 हजार और मनीष कुमार पर 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया।

उपनल कर्मियों के समर्थन में सरकार को ललकारा

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हल्द्वानी, एसटीएच और मेडिकल कॉलेज के तैनात उपनल कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को 13वें दिन भी जारी रही। उपनल कर्मचारियों ने मांगें पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रखने की बात कही। मंगलवार धरना स्थल बुद्धपार्क में उपनेता प्रतिपक्ष करन महरा ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा किया कि जहां एक तरफ डबल इंजन की सरकार दो करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष रोजगार देने का वादा करती है मगर इतना लंबा समय बीत जाने के बाद भी रोजगार देना तो दूर कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

उपनल कर्मचारियों को मामूली वेतन देकर उनका शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कमेटी सिर्फ दिखावे के लिए बनाई गई है। उन्होंने कहा कि उपनल कर्मचारियों के मामले में राज्य सरकार के सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देने के लिए एसएलपी दायर कर चुकी है, जिसका कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध करती हैं।

मंगलवार को धरने में अध्यक्ष प्रताप बोरा, नीरज हैडिया, मोहन रावत, खेमराज साहू, मनमोहन पाटनी, चंदू कफलटिया, सुशील मसीह, अजय कुमार, हेमा आर्या, मोनिका नंद, रेणुका, पवित्रा, वैजंती, जानकी बिष्ट, उमा डांगी, पंकज जोशी, जीतेश क्वीरा, संजय पांडे, मनीष तिवारी, सीमा तिवारी, राकेश कुमार, हरीश कबड़वाल, मीना गुप्ता, शंकर टम्टा, राकेश कुमार, नवीन जोशी, भानु त्रिपाठी आदि रहे।

कोरोना महामारी को देखते हुए दून-हरिद्वार की कोर्ट दो हफ्ते के लिए बंद

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नैनीताल, उत्तराखण्ड़ हाईकोर्ट की ओर से कोरोना महामारी को देखते हुए देहरादून और हरिद्वार के जिला न्यायालय व परिवार न्यायालयों को दो हफ्ते के लिए अस्थाई तौर पर बंद करने के निर्देश दिए हैं। सोमवार रात हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार धनंजय चतुर्वेदी की ओर से जारी निर्देश के अनुसार देहरादून व हरिद्वार में नियमित रूप से कार्यरत जिला न्यायालयों में अस्थायी रूप से दो सप्ताह के लिए रेगुलर कामकाज नहीं होगा। जरूरी मामलों की ही सुनवाई होगी। न्यायालय के 30 फीसदी कर्मचारियों को ही ड्यूटी पर आने की अनुमति होगी। दोनों जिलों के जिला न्यायाधीशों और पारिवारिक न्यायाधीश से अनुरोध किया गया है कि वह केंद्र के निर्देश अनुसार 45 वर्ष से अधिक के सभी कर्मियों को टीकाकरण की सलाह देंगे। 55 वर्ष से अधिक आयु वाले स्टाफ को उपस्थित होने को बाध्य नहीं किया जा सकता है।

हरिद्वार में चौथे दिन में कथा : विष्णु से जुड़े वैष्णवों की कथा भी अनंत है, लीला भी अनंत

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हरिद्वार,  पतित पावनी भगवती गंगा के तट पर पूर्ण कुंभ के अवसर पर चौथे दिन की कथा में बापू ने हरि शब्द का अर्थ बताते हुए कहा कि केवल विष्णु ही अर्थ नहीं है। शब्दकोश में और भी कईं अर्थ है। हरि के अनंत अर्थ है,हरि कथा भी अनंत है,विष्णु अनंत है,वैष्णव भी अनंत है। नारायण अनंत है और नारायण की सेना भी अनंत है। विष्णु से जुड़े वैष्णवों की कथा भी अनंत है,जुड़े हुए सूत्रों की कथा भी अनंत है।

लौकिक लीलाओं की कथा अनंत है।आह्लादिनी नी शक्ति राधा,जानकी और शिव से जुड़ी पराम्बा की कथा भी अनंत है। भगवान के जो भी वाहन है वाहन की कथा अनंत है,भगवान के हाथों में धारण किए हुए शंख,चक्र,गदा,पद्म,बांसुरी सब की कथा अनंत है।। भगवत चरित्र की कथा भी अनंत है क्योंकि उनसे जुड़ा अस्तित्व भी अनंत है।।भगवान का नाम,रूप,लीला,धाम अनंत है। भगवान की कथा के गायक भी अनंत है।।काग भुसुंडि लोमस ऋषि के आश्रम में श्राप से कौवा बन गये, फिर लोमस को ग्लानि हुई और फिर वापस बुलाकर रामकथा दी।।एक पूरा ग्रंथ है जिनके ३ नाम है आदि रामायण,ब्रह्म रामायण,भुशुंडि रामायण।।

ब्रह्मा जी ने रचना की तो आदि रामायण,कथन भी ब्रह्मा ने किया तो ब्रह्म रामायण है और केंद्र में पूरा काग भुसुंडि का चरित्र है तो भुशुंडिरामायण नाम पड़ा।। तुलसी जी ने उत्तर कांड का बहुत बड़ा हिस्सा भुशुंडि जी के नाम कर दिया है।।भुशुंडि रामायण में चित्र-विचित्र कथाएं मिलेंगे यदि बुद्धि विवेक युक्त ना हो तो मत पडढना।या किसी बुद्ध पुरुष के पास से सुन लेना।। हरि से जुड़ी सब घटनाएं अनंत है, प्रभाव में पावर होता है और स्वभाव में आदमी पूअर होता है! पादुका सब कुछ कर सकती है लेकिन एक की ही होनी चाहिए और थोड़ा धीरज रखना चाहिए।। राम वनवास के १४ साल में अतिवृष्टि और अनावृष्टियां हुई तो सब भरत जी के पास गए।भरत ने कहा राज्य में नहीं चलाता पादुका राजा है।सब पादुका के पास गए और अतिवृष्टि खत्म हो गई।।फिर अनावृष्टि में भी सब पादुका के पास गये।।

बापु ने विप्रों की १० प्रकार की सृष्टि बताई।।

१- देव ब्राह्मण है जो त्रिकाल संध्या,गायत्री करता है, जीवन ही अनुष्ठान बना कर बैठा है।

२-मुनि ब्राह्मण:अन्न नहीं खाता,कंद मूल फल दुग्ध ही लेता है।जहां रहता है उद्वेग नहीं देता मौन रहता है।।

३- द्वीज ब्राह्मण:यज्ञोपवीत,शिखा,स्वाध्याय प्रवचन करता है।

४-क्षत्रिय ब्राह्मण:राष्ट्र में संकट आए तो शास्त्र को एक और रखकर शस्त्र भी उठा सकता है।।४-वैश्य ब्राह्मण:गायों का पालन करता है और अपने को मिली जमीन पर श्रम कर के अन्न उगाता है।

५-शुद्र ब्राहमण:सामने से कहता है मुझे छूना मत,वो खुद शुद्र।।बापू ने कहा नेक काम तो खामोश होते भी होता है।।५-पूजा कुबूल करें और पुकार ना सुने,प्रलोभन दें और पुकार ना सुने वो निषाद ब्राह्मण है।। जैसे गल में कांटा लगा कर मछली को फसाए और मछली पुकारे तो ना सुने।

७-चांडाल ब्राह्मण निरंतर क्रोध करता है और क्रोध को अपना अधिकार मानता है।

८-पशु ब्राह्मण बिल्कुल विपरीत चलता है।संसार से जुदा चलता है पाशवी वृत्ति का ब्राह्मण।। बापू ने कहा कि क्रोध रूपी नरक के दो द्वारपाल है:द्वैत और द्वैश।।पूजा स्वीकार करें तो पुकार सुनना भी ब्राह्मण का दायित्व है।।केवल राम नाम-हरि नाम का प्रताप कहां पहुंचा देता है।।यदि नाम प्रभाव जानना है और भजन करना है तो ५ वस्तुओं का ध्यान रखना।।रावण ने भजन नहीं किया क्योंकि यह पांच वस्तु रावण के पास नहीं थी।। केवल हरि नाम से भजन को साधन मिटाकर साध्य बनाता है।।साधु के जीवन में भजन साधन नहीं साध्य बन जाता है।।विवेक युक्त,विश्वास युक्त, संयम युक्त,सद्भाव युक्त और पवित्रता युक्त भजन होना चाहिए।।कामरूपी द्वार के दो द्वारपाल है: स्पर्श और रूप।।यह दोनों को महत्व मिले लेकिन ममत्व नहीं मिलना चाहिए।।और लोभ रूपी द्वार के दो द्वारपाल है संग्रह और गिनती।। रामचरितमानस में पांच गंगा की बात हुई है एक स्थूल भागीरथी गंगा,दूसरी राम भक्ति रूपी गंगा, तीसरी कथा गंगा,चौथी गुरुमुखी गंगा और पांचवी गत गंगा यानी कि दशरथ की मृत्यु के बाद रानियां गंगा स्वरूप हुई यह पांच गंगा की बात की गई है।।

कोरोना ब्रैकिंग: उत्तराखंड़ में आज 791 कोरोना संक्रमित मिले, सात की मौत, दून में सर्वाधिक 303 संक्रमित मिले

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देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मंगलवार को 24 घंटे के भीतर कोरोना के 791 नए मामले सामने आए हैं। जबकि सात कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। वहीं, आज 60214 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई।

आज मंगलवार को प्रदेश में कोरोना के मामलों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं, एम्स ऋषिकेश, कैलाश अस्पताल देहरादून, हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में पांच मरीजों की मौत हुई है। सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी और सिनर्जी अस्पताल देहरादून में भी एक-एक मरीज की मौत हुई। प्रदेश में अब तक 103602 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 96647 मरीज ठीक हो चुके हैं।

 

राज्य में अब तक 1736 कोरोना संक्रमित मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो चुकी है। बता दें कि 10 दिसंबर के बाद प्रदेश में एक दिन में सबसे ज्यादा संक्रमित मिले हैं। पिछले साल 10 दिसंबर को 830 केस आए थे और 12 मरीजों की मौत हुई थी, प्रदेश में कोरोना की जांच का दायरा बढ़ गया है। 24 घंटे में अब 30 से 50 हजार तक के सैंपल की जांच रिपोर्ट जारी की जा रही है। मंगलवार को 34 हजार 968 सैंपल जांच के लिए भेजे गए जबकि 17 हजार 788 सैंपल की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।
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किस जिले में कितने कोरोना के मामले
देहरादून- 303
हरिद्वार- 185
नैनीताल- 107
अल्मोड़ा- 6
बागेश्वर- 11
चमोली- 3
चंपावत- 2
पौड़ी- 1
पिथौरागढ़- 45
रुद्रप्रयाग- 5
टिहरी- 75
ऊधमसिंह नगर- 41
उत्तरकाशी- 7

चार जिलों में अब तक बने 24 कंटेनमेंट जोन
कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी के साथ ही एक बार फिर कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ने लगी है। अब तक प्रदेश में 24 कंटेनमेंट जोन बन चुके हैं। इनमें सबसे अधिक 12 कंटेनमेंट जोन देहरादून जिले में बनाए गए हैं। इसके अलावा नैनीताल में आठ, हरिद्वार में तीन और टिहरी में एक कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। राज्य में मंगलवार को 60214 लोगों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन दी गई। अब तक प्रदेश में आठ लाख 47 हजार 648 लोगों को कोरोना से बचाव की पहली डोज दी जा चुकी है। एक लाख 50 हजार 186 लोगों को कोविड से बचाव की दोनों डोज दी जा चुकी हैं।