Thursday, June 19, 2025
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हिमालयन बज ने आयोजित की मिस्‍टर एडं मिस देहरादून प्रतियोगिता, धनंजय और महिमा ने जीता खिताब

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देहरादून: हिमालयन बज की ओर से आयोजित मिस्‍टर एडं मिस देहरादून का खिताब धनंजय चौहन व महिमा नेगी ने जीता। इसके साथ ही कई प्रतिभागियों को विभिन्‍न टाइटल पर कब्‍जा किया। आइएसबीटी स्थित एक रिसॉर्ट में ‘देहरादून फैशन फेस्ट’आयोजित किया गया। जिसके तहत मिस्‍टर एंड मिस देहरादून प्रतियोगिता में दून के प्रतिभागियों ने उत्‍साह के साथ भाग लिया।

जिसमें मिस्टर देहरादून का खिताब धनंजय चौहान जबकि महिमा नेगी को मिस देहरादून के खिताब से सम्मानित किया गया। अभिषेक रावत और बीना कुमारी क्रमशः फर्स्ट रनर-अप रहे। जबकि लक्ष्य जैन और उपासना बिष्ट को क्रमशः सेकंड रनर-अप का टाइटल दिया गया।

दिव्या राणा और स्नेहा भंडारी मिस गढ़वाल और मिस कुमाऊं रहे। फैशन पेजेंट के जूरी मेंबर्स के रूप में मिस्टर अर्थ 2017 अभिषेक कपूर, सेलिब्रिटी फैशन स्टाइलिश गणेश व्यास, और मॉडल ट्विंकल थापा उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण आगामी डिजाइनरों द्वारा फैशन शो और ब्यूटी पेजेंट रहा। शो के दौरान मॉडल्स द्वारा डिज़ाइनर लेबल गौरवेश, अभिषेक कपूर, मनु आहूजा के कलेक्शंस को रैंप वाक के ज़रिए प्रस्तुत किए।

फेस्टिवल के आयोजक गौरवेश्वर सिंह ने कहा कि देहरादून फैशन फेस्ट का मुख्य उद्देश्य प्रख्यात व नए फैशन डिजाइनरों को फैशन उत्साही दर्शकों के सामने अपने कलेक्शंस प्रस्‍तुत करने का एक मंच प्रदान करना है। यह अनूठा अवसर न केवल उभरते हुए प्रतिभाशाली डिजाइनरों को अपने संग्रह की प्रस्तुति देने में मदद करता है, बल्कि उन्हें बाजार में अपनी पहचान बनाने का मौका भी प्रदान करता है। इस मौके पर प्रत्यूष पांडे, मानस शर्मा, वैशाली वर्मा आदि मौजूद रहे।

शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की हुई बैठक, नई शिक्षा नीति लागू करने की कवायद शुरू

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देहरादून, राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में नई शिक्षा नीति लागू करने की कवायद शुरू हो गई है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की अध्यक्षता में शनिवार को निदेशालय अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण के सभागार में कोर कमेटी सदस्यों की बैठक हुई। बैठक में समिति सदस्यों ने सुझाव दिया कि लेक्चरर के पदों पर नियुक्ति के लिए टीईटी को अनिवार्य किया जाए। बैठक में कहा गया कि लेक्चरर के पदों पर उन्हीं अभ्यर्थियों को योग्य माना जाए जिन्होंने टीईटी पास की है। शिक्षा विभाग में अब तक प्राथमिक और सहायक अध्यापक एलटी के पदों पर टीईटी अनिवार्य है।

यदि इस सुझाव पर अमल हुआ तो लेक्चरर के पदों पर नियुक्ति के लिए टीईटी अनिवार्य किए जाने से इसके चयन में एक और मानक जुड़ जाएगा। बैठक में सदस्यों ने नई शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम के विकास से पहले शिक्षक प्रशिक्षण मॉडल विकसित करने का सुझाव दिया। वहीं विषय चुनाव के बारे में सुझाव आया कि विषय चुनाव के विकल्प इस तरह से हों कि छात्रों को विषय चुनाव में कठिनाई न हो। जबकि व्यावसायिक शिक्षा के तहत राज्य की संस्कृति एवं ज्ञान को भी समाहित किया जाए।

वहीं खेलों के महत्व को देखते हुए इसके प्रति समर्पित संस्थानों को विकसित किया जाए। ईसीसीई (प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा) को लागू करने के लिए शासनादेश जारी किया जाए। सरकारी और सहायता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों का चयन टीईटी परीक्षा से किया जाए।

शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि पाठ्यक्रम विकास से पहले शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाए ताकि भारतीय संस्कृति एवं ज्ञान को सम्यक तरीके से प्रस्तुत किया जा सके। शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडे ने कहा कि नई शिक्षा नीति में शैक्षिक गुणवत्ता को अधिक महत्व दिया गया है। शिक्षकों एवं प्रिंसिपलों के प्रमोशन एवं अन्य लाभ का एक निश्चित प्रतिशत योग्यता परीक्षा होनी चाहिए। राज्य में नई शिक्षा नीति को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। बैठक में निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण सीमा जौनसारी, सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. रणवीर सिंह, अपर निदेशक महावीर सिंह बिष्ट, शिव प्रसाद खाली, अजय नोडियाल, शशि बाला चौधरी, कुलदीप गैरोला, डॉ. मोहन सिंह बिष्ट आदि मौजूद रहे।

नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र ने काली मंदिर पहुँच किया मां काली का पूजन

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हरिद्वार 11 अप्रैल (कुलभूषण)  नेपाल के राज परिवार के अंतिम राजा ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह कुंभ नगरी हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने दक्षिण काली मंदिर पहुंच कर नेपाल नरेश ने  काली मंदिर में  के पूजा अर्चना की  व  निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज से आशीर्वाद लिया ।

राजा ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह सोमवार को निरंजनी अखाड़े के शाही जुलूस के साथ शामिल होकर हर की पौड़ी पर गंगा स्नान करेंगे। उन्होने कहा की वह कुंभ मेले में स्नान करने के लिए आये है आस्था के इस पवित्र आयोजन में षामिल होने पर वह अपने को सौभाग्यषाली मानते है उन्होने कहा की वह पहली बार कुम्भ पर्व पर गंगा में स्नान करेगें

स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा की  नेपाल विश्व का इकलौता हिन्दू राष्ट्र हैं।महाराज ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह नेपाल के पूर्व राजा है उन्हे वहा पर  भगवान नारायण के रूप में देखा जाता है। ।  तीन दिन के प्रवास के लिए यहा आये है  यह उनका  निजी कार्यक्रम है यह उन्होने कहा की उनके हरिद्वार प्रवास से भारत नेपाल सम्बधों में ओर अधिक उन्होंने मा काली की पूजा अर्चना करने के साथ साथ संतो का भी आशीर्वाद प्राप्त किया है।

करोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाये मास्क पहने तथा लोगों को जागरूक करे : बत्रा

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हरिद्वार 11 अप्रैल (कुलभूषण) एस एम जे एन पी जी कालेज के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा ने अपनी   धर्मपत्नी   सुषम लता बत्रा के साथ ऋषिकुल में रेडक्रास सोसायटी कुम्भ मेला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य में पहुंच कर टीके की पहली डोज ली। डॉ बत्रा ने टीकाकरण के पश्चात कहा कि जिलाधिकारी सी रविशंकर के निर्देशन मुख्य चिकित्साधिकारी डा एस के झा एवं रेडक्रास सोसायटी के  डा नरेश चौधरी के संयोजन में जनपद हरिद्वार में कोविड 19 वैक्सीन फ्रंट लाइन वर्कर्स कुम्भ मेला वरिष्ट नागरिकों को लगायी जा रही हैं।

सभी कोविड 19 वैक्सीन सेन्टरस पर इण्डियन रेडक्रास के सचिव डा नरेश चौधरी के नेतृत्व में रेडक्रास स्वयंसेवक बढ चढकर सहयोग कर रहे हैं।  वैक्सीन लगवाने के उपरान्त 30 मिनट के लिये अवलोकन भी किया जा रहा है।
डॉ बत्रा ने प्रशासनएस्वास्थय विभाग एवं रेड क्रास टीम का विशेष आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद देते हुए कहा कि  वैक्सीन की  जो सुविधा रेड क्रास सचिव डा नरेश चौधरी की टीम द्वारा दी जा रही हैं वह अत्यन्त सराहनीय हैष्। वैक्सीन टीम में डा सुबोध जोशी डा भावना डा अंजली डा अराधना  डा वैशाली डा स्वपनिल  डा मनीष पूनम आदि अपना सक्रिय योगदान दे रहे हैं।

डॉ बत्रा ने पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा की गई अपील को अक्षरश अपनाते हुए  चार चीजों का पालन अवश्य करने को कहा टीका लगवाने में उन लोगों की मदद करें जिन्हें जरूरत है कोरोना उपचार में लोगों की मदद करें मास्क पहनें और दूसरों को इसके लिए प्रेरित करें अगर कोई व्यक्ति पॉजिटिव पाया जाता है तो उसके लिए छोटा कंटेनमेंट जोन बनाएं बचाव ही सुरक्षा है।दो गज की दूरी का अनुपालन सुनिश्चित करें।

मास्क व सेनेटाइजर वितरित कर श्रद्धालुओं व लोगो को जागरूक कर रहे व्यापारी

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हरिद्वार 11 अप्रैल (कुलभूषण) कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपलब्ध कराए गए फेस मास्क एवं सैनिटाइजर व्यापार मंडल के पदाधिकारियों द्वारा हरिद्वार के व्यापारियों को एवं कुंभ में स्नान करने आए श्रद्धालुओं को वितरित किए गए जिला अध्यक्ष शिव कुमार कश्यप ने बताया की मेला क्षेत्र में  आने वाले श्रृद्वालुओ को वितरीत करने के उददेषयसे   कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना से बचाव को देखते हुए फेस मास्क सैनिटाइजर एवं हैंड ग्लव्स उपलब्ध कराए गए

जिसको जिलाए शहर एमहानगर व्यापार मंडल के पदाधिकारी एवं साथियों की मदद से सभी व्यापारी प्रतिष्ठानों एवं भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में वितरित किए गए हैं मेला स्वास्थ्य विभाग की इस पहल का सम्मान करते हुए प्रत्येक व्यापारी की जिम्मेदारी बनती है की खुद भी मास्क पहने एवं अपने प्रतिष्ठान पर आने वाले सभी ग्राहक एवं श्रद्धालुओं को भी मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें इस लिए लगभग सभी व्यपारियो को मास्क वितरित किये गए ह

मास्क वितरण करने वाले साथियों में मुख्य रूप से मास्टर सतीश चंद शर्मा ठाकुर सुरेश राजीव भट्ट राजेंद्र विपिन शर्मा राजन कौशिक सनी मल्होत्रा गुरचरण सिंहएसतेंद्र बिष्ठ अमित शर्मा नीलम शर्मा आनंद बड़थ्वालदराहुल बंसल प्रदीप महेश वैश्य शानू गिरी शुभम जोशी नरेश शर्मा अजय अरोड़ा  विकास शर्मा बलकेश रजोरिया   गौरव सचदेवा     प्रमुख रूप से षामिल रहे

दिल्ली एम्स : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्वास्थ्य में हो रहा सुधार, सोशल मीडिया पर लिखा ‘धन्यवाद जिंदगी’

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नई दिल्ली, दिल्ली एम्स में भर्ती पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है, इसकी जानकारी खुद हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर दी |

जय जिंदगी, मेरे भाग्य में अभी कुछ और सेवा लिखी है। #ईष्ट देवता व आप सबके आशीर्वाद से स्वस्थ हो रहा हूँ। मैं, श्रीमती #सोनिया जी, श्री #राहुल जी, देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री #नरेंद्र_मोदी जी को दिल से धन्यवाद देता हूँ, उन्होंने मुझे स्वास्थ्य की सीख दी, @drharshvardhan जी, 1/2 pic.twitter.com/ALl3Vpz0XZ

— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) April 11, 2021

24 मार्च को कोरोना के चलते हरीश रावत को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, तबसे लेकर अब तक उनका स्वास्थ खराब चल रहा था, जिसके बाद उसमें धीरे-धीरे सुधार होने लगा है |

#अनंतोगत्वा कोरोना पहलवान ने मुझे जकड़ ही लिया। आज दोपहर बाद मैंने अपनी पत्नी, बेटी, सुमित रावत, पूरन रावत, इन सबका #कोरोना टेस्ट करने का फैसला लिया। मैं तब भी अपना कोरोना टेस्ट करवाने में हिचकिचा रहा था। फिर मुझे लगा नहीं, मुझे भी करवा लेना चाहिये और अच्छा हुआ … 1/2 pic.twitter.com/LMoOxHhsnu

— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) March 24, 2021

हरीश रावत के अस्वस्थ होने के बाद से ही प्रधानमंत्री मोदी सहित कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और तमाम गण्मान्य लोगों ने उनके जल्द ठीक होने की कामना की, श्री रावत ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए जिंदगी को जय करते हुए तमाम लोगों का धन्यवाद किया |

रावत ने सोशल मीडिया पर लिखा-

‘जय जिंदगी, मेरे भाग्य में अभी कुछ और सेवा लिखी है। #ईष्ट देवता व आप सबके आशीर्वाद से स्वस्थ हो रहा हूँ। मैं, श्रीमती #सोनिया जी, श्री #राहुल जी, देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री #नरेंद्रमोदी जी को दिल से धन्यवाद देता हूँ, उन्होंने मुझे स्वास्थ्य की सीख दी, डॉ. #हर्षवर्धन जी, श्री #राजनाथसिंह जी, श्री #अशोकगहलोत जी, श्रीमती #प्रियंकागाँधी जी, श्री #अनील_बलूनी जी, श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी, श्री तीरथ सिंह रावत जी, श्री रमेश पोखरियाल निशंक जी, श्री भगत सिंह कोश्यारी जी, श्री के.सी. वेणुगोपाल जी, श्रीमती अंबिका सोनी जी, श्री पवन बंसल जी, श्री गुलाम नबी आजाद जी, आदरणीया माता मंगला जी, श्री अजय भटट् जी, श्री प्रीतम सिंह जी, श्री देवेंद्र यादव जी, श्री सुनील जाखड़ जी, श्री सुभाष चावला जी, भूपेंद्र सिंह हुड्डा जी सहित देश के सम्मानित नेतागणों का, इस युद्ध में मेरा मनोबल बढ़ाने के लिये धन्यवाद देता हूँ, सैंकड़ों मेरे साथियों की दुआएं मुझे स्वस्थ कर रही हैं।

सार्वजनिक जीवन में कुछ लोगों ने मेरे प्रति अतरिक्त संवेदना दिखाई श्री #त्रिवेंद्र सिंह रावत जी, श्री अनील बलूनी जी उनमें से एक हैं, इनका सौहार्द सार्वजनिक जीवन की मेरी पूँजी बनकर रहेगा। मैं, #एम्स की महान संस्था एंव उनके योग्यतम निदेशक व समस्त टीम का भी जीवन पर्यंत गुणग्राही रहूँगा। मैं, उस छोटे से अस्थायी कर्मचारी को कैसे भूल सकता हूँ, जिसने जीवन का खतरा उठाकर मेरे जीवन को बचाने के लिये हर संभव कार्य किया है, मैं उन्हें धन्यवाद देता हूँ। मैं, इस अवसर पर #दून मेडिकल कॉलेज और राज्य के सचिव स्वास्थ्य श्री अमित नेगी जी, डॉ. पंत जी, डॉ. एन. एस. बिष्ट जी सहित सभी स्वास्थय कर्मियों एंव मीडिया कर्मियों का सहयोग के लिये आभारी रहूँगा, कृतज्ञ तो मैं धरती माँ का हूँ जिसने मुझे सूलपूर्ण क्षण में भी जीवन जीने की तमन्ना दी है।

कोविड वैक्सीन की आज उत्तराखंड पहुंचीं 1.38 लाख डोज, मिली राहत

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देहरादून, उत्तराखंड को कोविड वैक्सीन की कमी के चलते चार जिलों में वैक्सीनेशन का कार्य नहीं हो पाया, अब कोरोना टीके की नई खेप मिलने से राहत मिल गई है। रविवार को 1.38 लाख कोविशील्ड वैक्सीन की डोज राज्य को मिल गई। वैक्सीन की कमी से प्रदेश के चार जिलों में शनिवार को टीकाकरण कार्य प्रभावित हो गया था। अब सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया से वैक्सीन आने के बाद प्रदेश में टीकाकरण को गति मिलेगी।

कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही प्रदेश में कोविड वैक्सीन कम पड़ रही थी। केंद्र से राज्य की मांग के अनुरूप वैक्सीन नहीं मिल पा रही थी। कई जिलों में वैक्सीन स्टॉक खत्म होने से टीकाकरण कार्य प्रभावित हुआ था। शनिवार को प्रदेश के 13 जिलों में 519 बूथों पर 45684 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई।

कोरोना के बढ़ते संक्रमण से लोग वैक्सीन लगाने के लिए आगे आ रहे हैं। प्रदेश में अब तक 10.96 लाख लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है। जबकि 1.77 लाख से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारियों, फ्रंटलाइन वर्करों व 45 से 60 साल की आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज के साथ टीकाकरण पूरा किया गया है। केंद्र की ओर से वैक्सीन आपूर्ति न होने से चार जिले देहरादून, चमोली, नैनीताल, टिहरी में स्टॉक खत्म हो गया है। शनिवार को वैक्सीन न होने के कारण कई बूथों पर लोगों को बगैर टीके के ही वापस लौटना पड़ा था।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से केंद्र को 10 लाख वैक्सीन डोज की मांग भेजी गई है। रविवार को 1.38 लाख वैक्सीन उत्तराखंड को मिल गई हैं। उत्तराखण्ड़ के स्‍वास्‍थ्‍य सचिव अमित नेगी के मुताबिक केंद्र की ओर से वैक्सीन लगातार भेजी जा रही है। रविवार को भी प्रदेश को 1.38 वैक्सीन की डोज उत्तराखंड पहुंच गई हैं। सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया पुणे से विमान के माध्यम से टीके की खेप उत्तराखंड लाई गई है। इसके बाद सभी जिलों को वैक्सीन की आपूर्ति की जाएगी।

हरिद्वार हरि और हर का स्वयं सेतु ही है।। श्री मोरारी बापूरामचरित मानस स्वयं जंगम हरिद्वार है।। श्री मोरारी बापू

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हरिद्वार ,जूना अखाडा के श्री अवधेशानंदजी के निमंत्रण पर श्री मोरारी बापू जी ३ अप्रैल से ११ अप्रैल तक कुम्भ की पावन बेला में हरिहर आश्रम, कनखल, हरिद्वार में ५८५वीं रामकथा कह रहे हैं।

परम पावनी मॉं गंगाके पावन तट पर,परम पावन कुंभ के पर्व पर पावन हरिहर आश्रम की पावनी प्रवाही परंपरा पर पूर्णाहूति के दिन कथा प्रारंभ पर महामंडलेश्वर आचार्य अवधेशानंदगिरिजी ने कृतग्यता का भाव प्रगट करते हुए बताया कि धन्यता हो रही है।कथा ही राम है,भगवान है।।कथा सुनी नहि जाती,पीयी जाती है,कानों से।।ये अवर्णनीय,अकथनीय है।।कथा द्रष्टाको अपने स्वरुप में लौटाती है।।

एक ही ब्रह्म ये कथा का फल,ब्रह्म की पारमार्थिक सत्ता की अनुभूति करवाती है।।जो प्रारब्ध में पारमार्थिक फल पैदा करें वो कथा है।।जल,आकाश,वायु की तरह।।आप वही हो जाते हो जो हैं।।विवेकरुपी कांटे से संसार रुपी कांटा निकालने को सिखाती है।।हरि कथा ही कथा है बाकी सब व्यर्थ व्यथा है।।बापुं में बालमिक बसे हैं,तुलसि रोम-रोम में है।।ये टीनाभाइ(कथा यजमान परिवार),परमार्थ निकेतन आश्रम के स्वामि चिदानंदजी,रामकृष्ण आश्रम के दयाकृपा नंदजी महाराज,राजेश्वरानंदजी,दयानंदजी,अपूर्वानंदजी,मीरापुरीजी आदिकी उपस्थितिमें धन्यता और कृतग्याता का भाव जताया।।

बापु ने बताया की रावण वैश्विक समस्या है और हनुमान वैश्विक समाधान है।।इश्वर पानी न बनाये तो प्यास पैदा करने का अधिकार नहिं,भूख देने से पहले खूद अन्न के रुप में आ जाते है।।हमारे जैसे संसारीओं को समस्या हो उससे पहले ही वो बंदर,सुंदर,अंदर,बाहर,भितर,दिन,रात,प्रगट,अप्रगट समाधान बनके आ जाता है,जैसे अशोकवृक्ष के उपर हनुमान आ गये वैसे।।
राम ने विभिषण के कहने पर समुद्र के तट पर तीन दिन अनशन किया।।फिर समुद्र केतु की कथा सुनायी।।यहां प्ररणतपाल,मखपाल,कुलपाल,कुटुंबपाल,धह्मपाल,नृपपाल,सेतुपाल आदि पाल संबंधित शब्द के बारेमें बताया।।
ये हरिद्वार हरि और हर को जोड़ने का सेतु ही तो है।।

फिर सेतुबंध रामेश्वर का स्थापन,राम रावण युध्ध,पुष्पक आरुढ हो के अयोध्या गमन,सबको एक एक को मिले और वसिष्ठ मुनि के हाथों राम को राजतिलक,सत्ता का सिंहासन खुद सत के पास आया।।
हरिद्वार में जो कुछ है सब रामचरित मानस में भी है जैसे हरि८्वार में गंगा है,पहाड है,मानस में भी कामद गिरि,विंध्यगिरि,सुमेरु,चित्रकूट आदि पहाड है,तरमगाइ है,नीलधारा है,परमार्थ ही परमार्थ है,सब कुछ रामचरित मानस में है इसलिये रामचरित मानस स्वयं जंगम हरिद्वार है।।
रामकथा का सुकृत यहां कुंभ में आये सभी संत,महंत,महामंडलेश्वर,सभी लोग को अर्पित करते हुए बापु ने बताया की ये सुफल सब का आरोग्य अच्छा करें ये महामारी से छूटकारा पायें।।

उत्तराखंड़ कोरोना संक्रमण में जबरदस्त उछाल, आज मिले 1333 कोरोना पॉजिटिव, के मामले सामने आए, 8 मरीजों ने तोड़ा दम

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ में कोरोना संक्रमण लगातार अपनी पकड़ बनाने में लगा है, आज रविवार को फिर आंकड़ा एक हजार से ऊपर जाने पर स्‍वास्‍थ्‍य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है | रविवार 11 अप्रैल को उत्तराखंड में 1333 कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस के आंकड़े 108812 हो गए हैं जिसमें से 97887 मरीजों ने कोरोना वायरस को हराया है। 243 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जबकि आज 8 मरीजों की मौत हुई है अब राज्य में कुल मौत का आंकड़ा 1760 हो गया है। राज्य में 7323 केस एक्टिव हैं। रविवार को इन जिलों में
अल्मोड़ा में 11 , बागेश्वर में 8 , चमोली में 9, चंपावत में 7, देहरादून में 582,हरिद्वार में 386, नैनीताल में 122, पौड़ी में 49 , पिथौरागढ़ में 2 , रुद्रप्रयाग में 5, टिहरी में 44, ऊधमसिंह नगर में 104 और उत्तरकाशी में 4 मामले सामने आए हैं।

उत्तराखंड में अब तक कुल कोरोना वायरस के मामलों पर जिलेवार एक नजर :

अल्मोड़ा में 3394, बागेश्वर में 1621 , चमोली में 3566, चंपावत में 1867, देहरादून में 34704,हरिद्वार में 17435, नैनीताल में 13987, पौड़ी में 5482 , पिथौरागढ़ में 3471 , रुद्रप्रयाग में 2365 , टिहरी में 4676, ऊधमसिंह नगर में 12363 और उत्तरकाशी में 3881 मामले सामने आए हैं।

जबकि कोरोना वायरस के चलते अब तक1760 मौतें हो चुकी हैं,
अल्मोड़ा में 26, बागेश्वर में 17, चमोली 15, चंपावत में 9, देहरादून में 1008 , हरिद्वार में 174, नैनीताल में 240, पौड़ी में 61, पिथौरागढ़ में 48, रुद्रप्रयाग में 10 , टिहरी में 16, ऊधम सिंह नगर में 119 और उत्तरकाशी में 17 मौत का मामला सामने आया है।

कही जंगलों में आगजनि घटनाओं से तो नही सूख रहे हैं पानी के जलस्रोत:वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक सोनी

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देहरादून: उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग से पहाड़ो की सदावाहिनी जलधारा देनेवाले जलस्रोत सूखने के कगार पर हैं जहां शहरी क्षेत्रों में पानी की किल्लत हो रही हैं वही ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी कम होता जा रहा हैं समय रहते इन जलस्रोतों पर ध्यान नही दिया गया तो ग्रामीण क्षेत्र में भी पानी की बड़ी दिक्कते होगी। पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी के नेतृत्व में पानी के जलस्रोत बचाने का कार्य किया जा रहा है उनके द्वारा टिहरी गढ़वाल के मरोड़ा में पठवाड़ा जलस्रोत की सफाई की गई।

सूखते जलस्रोतों के बारे में पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी का कहना है गर्मी आतेही जंगलों में आग लग जाती हैं पूरे जंगल स्वाह हो जाते हैं जिसका सीधा प्रभाव हमारे प्राकृतिक जलस्रोतो पर पड़ रहा हैं जो जलस्रोत सदावाहिनी होते थे आज वे सूखने के कगार पर हैं समय रहते इन जलस्रोतों की वोर ध्यान नही दिया गया तो वो दिन दूर नही होगा जब पहाड़ के लोग पानी के लिए तरसेंगे जिसका सीधा प्रभाव ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगो उनके खेती, पशुपालन, जंगली जानवरों, पशु पक्षियों और जंगलों पर पड़ेगा समय रहते इन्हें सूखने से बचाना जरूरी हैं पहाड़ी व ग्रामीण क्षेत्रों में जो हैंडपंप लगे थे वे भी सूख गए है उनमें पानी कहा से आएगा पूरे जंगल तो आग से धधक रहे है इस तपती गर्मी से भूमिगत जल स्तर ही नही रह गया है।

आज सबसे बड़ी चुनौती जलस्रोतों को बचाने की है ताकि इनमें सदा पानी रह सके और प्राणीजीवन को बचाया जा सके जिसके लिए लोगो को आगे आना चाहिए और जंगलों में आग नही लगानी चाहिए हमारे जंगल सुरक्षित रहेंगे तो पानी के जलस्रोत भी संरक्षित रहेंगे जिनमें सदा पानी बना रहेगा। जलस्रोत के सफाई करने में विपिन मनवाल, राजपाल नेगी, नितिन हटवाल, सर्वेश नेगी आदि सम्मलित हुए।