Saturday, May 17, 2025
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हल्द्वानी : ट्रंचिंग ग्राउंड की आग से भड़के लोगों ने रोका कूड़ा, तंबू लगाकर धरने पर बैठे

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हल्द्वानी, ट्रंचिंग ग्राउंड में देर रात लगी आग के खिलाफ स्थानीय लोगों का गुस्सा उबाल पर आया और आग से उठे धुएं का गुबार देखकर वनभूलपुरा के कुछ लोगों ने वहां हंगामा कर दिया। नगर निगम ने आनन-फानन में पानी के टैंकर भेज आग बुझाने की कोशिश की। मगर मशक्कत के बावजूद आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इधर, रोजाना लग रही आग के धुंए से परेशान लोग गुरुवार सुबह ट्रंचिंग ग्राउंड के पास तंबू लगाकर धरने पर बैठ गए।

सपा प्रदेश महासचिव शोएब अहमद की अगुवाई में धरने पर बैठे लोगों ने नगर निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कूड़ा वाहनों को ट्रंचिंग ग्राउंड में कूड़ा नहीं डालने दिया। हल्द्वानी समेत नैनीताल और भवाली की कूड़े से लदी गाड़ियां सड़क पर ही खड़ी रहीं। कुछ कूड़ा वाहन नगर निगम के बाहर खड़े रहे। गाड़ी खाली करने से रोकने पर विवाद भी हुआ। मौके पर पहुंचे नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज कांडपाल के सामने भी लोगों ने गुस्से का इजहार किया। नगर निगम प्रशासन का आरोप है कि धरने पर बैठे लोगों ने आग बुझाने के टैंकरों को ट्रंचिंग ग्राउंड में जाने नहीं दिया। ट्रंचिंग ग्राउंड के पास लोगों के धरने और कूड़ा वाहन सड़क पर खड़े होने के बीच नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया पुलिस फोर्स के साथ धरना स्थल पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत की।

लम्बी वार्ता के बाद लोग शांत हुए। आग पूरी तरह बुझाने पर धरना खत्म करने और दो दिन में बार-बार आग न लगे, इसका स्थायी समाधान पेश करने पर ही लोग माने। इधर, दोपहर बाद आग बुझाने का काम शुरू हो पाया। इसके बाद देर शाम कूड़ा गाड़ियां खाली हुईं।
प्रदर्शन करने वालों में जियाउद्दीन कुरैशी, अख्तर अली, नफीस चौधरी, मो. असलम, जुनैद, अब्दुल्ला, आमिर, रिजवान आदि मौजूद रहे |

हरिद्वार : कुंभ में ड्यूटी करना मां गंगा और मानवता की सेवा करने का अवसर : डीजीपी

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भीड़ को रोकें नहीं, बल्कि नियंत्रित करते हुए आगे बढ़ाते रहें : मेलाधिकारी

तीन दिनों के स्नान पर्वो पर हम सबको अपनी अहम जिम्मेदारी निभानी हैंः आईजीयलीना बनौधा

हरिद्वार, कुंभ नगरी में सोमवती अमावस्या 12 अप्रैल, नवसम्वत्सर 13 अप्रैल तथा बैशाखी 14 अप्रैल स्नान पर्वों को सकुशल सम्पन्न कराये के लिए स्नान पर्वो पर तैनात समस्त पुलिस/पीएसी/अर्द्धसैनिक बलों एवं अन्य अनुशांगिक इकाईयों को पुलिस लाइन भल्ला काॅलेज स्टेडियम में ब्रीफ किया गया।

गढ़वाल मंडलायुक्त रविनाथ रमन ने कहा कि कुम्भ मेला अपने आप में ऐसा आयोजन है, जिसमें देश-विदेश के श्रद्धालु भाग लेते हैं। उन्होंने कहा कि महामारी में यह सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुंभ की ड्यूटी अन्य ड्यूटी से अलग होती है, कोविड भी है, इसलिए इन सभी परिस्थितियों के अनुरूप अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। जो भी परिस्थिति आए आपको विनम्र स्वभाव रखकर अपना फर्ज निभाना होगा। यही संदेश आपकी उपलब्धि होगी। उन्होंने कहा कि आपसी समन्वय के साथ हमें श्रद्धालुओं की सेवा करनी है। मीडिया का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि महाकुम्भ में मीडिया की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण है। इसलिए सभी लोगों को बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए काम करना होगा। यदि कहीं कोई समस्या है, तो आपसी तालमेल और सहयोग से त्वरित रिस्पांस करते हुए समस्याओं का समाधान करना होगा। किसी भी विपरीत परिस्थितियों में सेक्टर मजिस्ट्रेट और मेला कंट्रोल रूम को तत्काल सूचना दें, जिससे उसका समाधान जल्द हो सके।

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि जिसे भी महाकुंभ में ड्यूटी करने का अवसर मिला है, वह सौभाग्यशाली है, क्योंकि उसे मां गंगा और मानवता की सेवा करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि यह समय काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आने वाले स्नान पर्व काफी महत्वपूर्ण है। इन पर्वों में देशभर के लोग आते हैं। उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण यह है कि हमें अपनी ड्यूटी की जानकारी और उसकी भूमिका का ज्ञान होना चाहिए। सभी की भूमिका बराबर और अहम है। उन्होंने चेन का उदाहरण देते हुये कहा कि चेन उतनी ही मजबूत होगी, जितनी उसकी कड़ी मजबूत होगी। अगर कहीं कोई कमी रह गयी है, तो उसे जल्दी ही पूरा कर लें। उन्होंने कहा कि मेला प्रबन्धन-कहां पार्किंग है, कहां शौचालय हैं, कहां पानी है, कहां से शटल बस मिलेगी, सबसे नजदीकी घाट कहां पर है आदि की भी हमें पूरी जानकारी होनी चाहिए। शाही स्नानों के लिए हरकी पैड़ी अखाड़ों के लिए आरक्षित रहेगा, इसलिए श्रद्धालुओं को अन्य घाटों पर जाने की राह दिखाएं। भीड़ प्रबंधन बेहतर रखना सभी की जिम्मेदारी है।

मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि हरिद्वार का स्नान सीमित क्षेत्र में होता है, इसलिए सीमित क्षेत्र में स्नान के दौरान अनावश्यक लगी दुकानें, ठेलियां, गाडियां या कोई भी अन्य अनावश्यक संरचना हटनी चाहिये ताकि मेला क्षेत्र को काफी स्पेस मिल सके। उन्होंने कहा कि भीड़ को रोकें नहीं, उन्हें नियंत्रित करते हुए आगे बढ़ाते रहें। मेलाधिकारी ने कहा कि आवश्यक सेवाओं को भी बाधित नहीं होने देना है, इसका भी ख्याल रखना है। उन्होंने यह भी कहा कि ड्यूटी के दौरान विनम्र स्वभाव के साथ सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी अपनी जिम्मेदारी निभाएं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जो भी जरूरत मंद जैसे दिव्यांगजन, बीमार, बुजुर्गों आदि की, पूरी मदद करें, पैदल रूट पर सभी व्यवस्था सुनिश्चित करें, वाहनों को पार्किंग में खड़ा करायें।
दीपक रावत ने कहा कि शौचालय, पानी आदि का इंतजाम 12 से 14 अप्रैल के स्नान के लिहाज से तैयार रखें। चैराहे, पार्किंग में सभी इंतजाम कराएं। सूचनाओं का आदान प्रदान निरंतर करते रहें। उन्होंने कहा कि सभी जगह व्यवस्थायें दुरूस्त होनी चाहिये तथा आवश्यक सेवायें सभी तक पहुंचनी चाहिये। उन्होंने कहा कि कुंभ की ड्यूटी केवल ड्यूटी नहीं, सेवा और पुण्य प्राप्त करने का अवसर है।

पुलिस महानिरीक्षक महाकुंभ संजय गुंज्याल ने कहा कि कोविड के कारण पिछले साल सभी स्नान स्थगित हो गये थे।. इस साल जनवरी से ये फिर से शुरू हुये हैं, इसलिए कुंभ को लेकर लोगों में उत्साह है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार कुंभ का प्रभाव राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पड़ता हैै। इसलिए आप सभी को इसी अनुरूप अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। एक माला के रूप में एकजुटता के साथ अपनी ड्यूटी निभाएंगे तभी पूर्ण सफलता प्राप्त होगी। आपको अपना बेस्ट देना है। लगातार तीन दिन के स्नान के दौरान हम सबको अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभानी होगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुम्भ जन्मेजय खंडूड़ी ने सुरक्षा बलों से ड्यूटी के दौरान अपने विवेक का इस्तेमाल कर जिम्मेदारी का निर्वहन करने की सीख दी। उन्होंने कहा कि मां गंगा की सेवा करने वाले का अवसर जिसे मिलता है, वह सौभाग्यशाली होता है।

ब्रीफिंग के दौरान जिलाधिकारी सी0 रविशंकर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबूदई कृष्ण राज एस, अपर मेलाधिकारी डाॅ0 ललित नारायण मिश्र, रामजी शरण शर्मा, एडीएम बी0के0 मिश्रा, के0के0 मिश्रा, उप मेलाधिकारी दयानंद सरस्वती, किशन सिंह नेगी सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट के अलावा पुलिस/पीएसी/अर्द्धसैनिक बलों एवं अन्य अनुशांगिक इकाईयों के अधिकारीगण उपस्थित रहे

Post Office की इस स्कीम में रोजाना जमा करें 95 रुपये, मैच्योरिटी पर मिलेंगे 14 लाख रुपये

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नई दिल्ली: Post Office में ऐसी कई जीवन बीमा की योजनाए हैं, इन्हीं में से एक स्कीम है ग्राम सुमंगल रूरल पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस स्कीम (Gram Sumangal Rural Postal Life Insurance Scheme). ये एक एंडोमेंट स्कीम (endowment ) है, जो कि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को मनीबैक के साथ साथ इंश्योरेंस कवर भी देती है. इस स्कीम के तहत दो तरह के प्लान आते हैं.

इस योजना एक और फायदा है कि अगर आप रोजाना सिर्फ 95 रुपये के हिसाब से इसमें निवेश करेंगे तो आप स्कीम के अंत तक 14 लाख रुपये पा सकते हैं. रूरल पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस स्कीम की शुरुआत 1995 में हुई थी. इस स्कीम के तहत पोस्ट ऑफिस 6 अलग-अलग बीमा योजनाएं पेश करता है. इन्हीं में से एक है ग्राम सुमंगल.

क्या है ग्राम सुमंगल स्कीम

ये पॉलिसी उन लोगों के लिए बड़ी फायदेमंद है जिन्हें समय समय पर पैसों की जरूरत पड़ती रहती है. मनी बैक इंश्योरेंस पॉलिसी ग्राम सुमंगल योजना में अधिकतम 10 लाख रुपये का सम एश्योर्ड मिलता है. पॉलिसी लेने के बाद व्यक्ति की मृत्यु पॉलिसी अवधि के दौरान नहीं होती है तो उसे मनीबैक का फायदा भी मिलता है. व्यक्ति की मृत्यु होने पर नॉमिनी को सम अश्योर्ड के साथ साथ बोनस राशि भी दी जाती है.

पॉलिसी कौन ले सकता है

पॉलिसी सुमंगल स्कीम दो अवधियों के लिए मिलती है. इनमें 15 साल और 20 साल शामिल हैं. इस पॉलिसी के लिए न्यूनतम उम्र 19 साल होनी चाहिए. अधिकतम 45 साल व्यक्ति 15 साल की अवधि के लिए इस स्कीम को ले सकता है. 20 साल के लिए इस पॉलिसी अधिकतम 40 वर्षीय व्यक्ति ही ले सकता है.

मनी बैक का नियम

15 साल की पॉलिसी में 6 साल, 9 साल और 12 साल पूरे होने पर 20-20 परसेंट मनी बैक मिलता है. वहीं मैच्योरिटी पर बोनस सहित बाकी 40 परसेंट पैसा दिया जाएगा. इसी तरह 20 साल की पॉलिसी में 8 साल, 12 साल और 16 साल की अवधि पर 20-20 परसेंट पैसा मिलता है. बाकी 40 परसेंट पैसा बोनस के साथ मैच्योरिटी पर दिया जाएगा.

सिर्फ 95 रुपये रोजाना प्रीमियम

प्रीमियम की करें तो अगर 25 साल का व्यक्ति 7 लाख रुपये के सम एश्योर्ड के साथ इस पॉलिसी को 20 साल के लिए ले उसे हर महीने 2853 रुपये का प्रीमियम पड़ेगा, यानी रोजाना के हिसाब से करीब करीब 95 रुपये. तिमाही प्रीमियम 8449 रुपये होगा, छमाही प्रीमियम 16715 रुपये और वार्षिक प्रीमियम 32735 रुपये होगा.

ऐसे मिलेंगे 14 लाख रुपये

पॉलिसी में 8वें, 12वें और 16वें साल में 20-20 परसेंट के हिसाब से 1.4-1.4 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा. आखिर में 20वें साल में 2.8 लाख रुपये सम अश्योर्ड के रूप में भी मिलेंगे. जब प्रति हजार सालाना बोनस 48 रुपये है, 7 लाख रुपये के सम एश्योर्ड पर वार्षिक बोनस हुआ 33600 रुपये. यानी पूरी पॉलिसी की अवधि यानी 20 सालों में बोनस हुआ 6.72 लाख रुपये. 20 सालों में कुल 13.72 लाख रुपये का फायदा होगा. इसमें से बतौर मनी बैक 4.2 लाख रुपये पहले ही मिलेंगे और मैच्योरिटी पर एक साथ 9.52 लाख रुपये दिए जाएंगे.(साभार – Zee News)

IPL देखने के लिए Hotstar के साथ आने वाले ये हैं 3GB डेली डेटा वाले सस्ते प्लान्स

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IPL का सीजन शुरू होने वाला है. ऐसे में जो लोग मोबाइल पर मैच देखते हैं उन्हें ज्यादा डेटा वाले प्लान्स चाहिए. ज्यादा डेटा मतलब ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है. यहां आपको ऐसे ही सभी ऑपरेटर्स के 500 रुपये से कम में आने वाले प्लान्स बता रहे हैं. इन प्लान्स में रोजाना 3GB डेटा मिलते हैं.Reliance Jio का 401 रुपये वाला प्लान Reliance Jio का 401 रुपये वाला प्लान आईपीएल देखने वालों के लिए काफी अच्छा प्लान साबित हो सकता है.

खुशखबरी! WhatsApp ने यूजर्स के लिए लॉन्च किए दो खास फीचर्स, जानें किन लोगों को मिलेगा फायदा

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नई दिल्ली: WhatsApp समय-समय अपने यूजर्स के लिए नए अपडेट लेकर आता रहता है. बुधवार को वॉट्सऐप ने ई-कॉमर्स (E-commerce) के लिए दो खास फीचर्स का ऐलान किया है, जिसके जरिए लोगों को आसानी से पता लग सकेगा कि उनके लिए क्या उपलब्ध है और उद्यमियों को वॉट्सऐप फॉर बिजनेस (WhatsApp for Business) पर अपने उत्पादों को जल्दी बेचने में मदद मिल सके. कंपनी ने कहा कि वह अब व्यवसायों को केवल मोबाइल फोन के बजाय वॉट्सऐप वेब/डेस्कटॉप से भी अपनी कैटलॉग बनाने और इसे प्रबंधित करने की क्षमता प्रदान कर रही है.

WhatsApp ने एक बयान में कहा, ‘चूंकि कई कंपनियां कंप्यूटर से अपनी इंवेंट्री का प्रबंधन करती हैं, इसलिए यह नया विकल्प नई वस्तुओं या सेवाओं को जोड़ना आसान और तेज बना देगा, ताकि उनके ग्राहकों को पता चले कि क्या उपलब्ध है.’ यह एक रेस्तरां या कपड़े की दुकान जैसे बड़े अविष्कारों वाली कंपनियों के लिए उपयोगी होगा, ताकि वे एक बड़ी स्क्रीन से अपनी सूची का प्रबंधन कर सकें. कंपनी का कहना है कि वर्तमान में दुनिया भर में इसके 80 लाख से अधिक व्यावसायिक कैटलॉग हैं, जिसमें भारत में 10 लाख शामिल हैं.कंपनी ने पिछले साल छुट्टियों की खरीदारी के मौसम में वॉट्सऐप पर कार्ट्स पेश कीं, ताकि लोग एक कैटलॉग ब्राउज कर सकें, कई उत्पादों का चयन कर सकें और कंपनी को एक संदेश के रूप में ऑर्डर भेज सकें.

अब यह उन्हें अपने कैटलॉक से कुछ वस्तुओं को छिपाने (हाइड) का विकल्प देता है. इसके अलावा जब वस्तुएं स्टॉक में फिर से आ जाती हैं या ग्राहकों के लिए उपलब्ध हो जाती हैं, तो इसे फिर से आसानी से दिखाया जा सकता है.

शुरू हो गया है यह फीचर
कंपनी ने कहा कि यह फीचर आज से दुनिया भर के व्यवसायों के लिए शुरू हो रहा है. हाल ही में हुए एक सर्वे के मुताबिक, भारत में 76 प्रतिशत वयस्कों ने कहा है कि मैं किसी ऐसी कंपनी से व्यापार करने या खरीदारी करने की अधिक संभावना को देखता हूं, जिसे मैं एक संदेश के माध्यम से संपर्क कर सकता हूं.

पेट्रोल-डीजल जल्‍द होगा सस्‍ता! अमेरिकी प्रतिबंधों में ढील मिलते ही ईरान से कच्‍चा तेल खरीदना शुरू करेगा भारत

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नई दिल्ली. अमेरिकी सरकार की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों (US Restrictions) के बाद 2019 के मध्‍य से भारत ने ईरान से कच्‍चे तेल का आयात (Crude Oil Import) रोक दिया था. वहीं, अब भारत क्रूड ऑयल के लिए सऊदी अरब (Saudi Arabia) के अलावा कई विकल्‍पों पर विचार कर रहा है. इसी कड़ी में भारत अमेरिकी पाबंदियों में ढील मिलते ही ईरान (Iran) से कच्‍चा तेल खरीदना शुरू कर देगा. इससे भारत को क्रूड ऑयल के अपने आयात को डायवर्सिफाई करने में मदद मिलेगी. बता दें कि ‘ईरान परमाणु समझौते’ को दोबारा पटरी पर लाने के लिए अमेरिका और दुनिया के अन्य देशों की वियना में बैठक चल रही है.

भारतीय रिफाइनरी कंपनियों ने शुरू की आयात की तैयारी
भारत सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि एक बार अमेरिकी प्रतिबंध हट जाते हैं तो हम ईरान से तेल आयात पर विचार कर सकते हैं. भारतीय रिफाइनरी कंपनियों ने इसको लेकर तैयारी भी शुरू कर दी है. वे प्रतिबंध हटते ही ईरान के साथ अनुबंध कर सकती हैं. ईरान से तेल आते ही न केवल भारतीय बाजार में पेट्रोल-डीजल के दाम (Petrol-Diesel Prices) नरम होंगे बल्कि इससे भारत को आयात स्रोत को विविध रूप देने में भी मदद मिलेगी. वित्त वर्ष 2020-21 में इराक (Iraq) भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता रहा है. इसके बाद सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का स्थान रहा. नाइजीरिया चौथे और अमेरिका का स्थान पांचवां था.

तेल आयात करने पर कम लगती है ढुलाई
अधिकारी ने कहा क‍ि हम ओपेक देशों से सीमा हटाकर उत्पादन बढ़ाने की मांग करते रहे हैं. तेल के दाम में वृद्धि भारत समेत दुनिया के आर्थिक पुनरुद्धार के लिए खतरा है. बता दें कि भारत अपनी जरूरत का 85 फीसदी से अधिक आयात करता है. भारत एक समय ईरान का दूसरा सबसे बड़ा ग्राहक था. ईरान के कच्चे तेल से कई फायदे हैं. इसमें यात्रा मार्ग छोटा होने से माल ढुलाई लागत में कमी होती है और भुगतान के लिये लंबा समय मिलता है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 2018 में ईरान पर पाबंदी लगाए जाने के बाद वहां से निर्यात घटता चला गया. पाबंदी से भारत समेत कुछ देशों को छूट दी गई थी, जो 2019 में खत्‍म हो गई.

पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये की कोविड-19 और वैक्सीनैशन की वर्तमान स्थिति की समीक्षा

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नई दिल्ली, प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिग में देश में कोविड-19 और वैक्सीनैशन की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की गई। इसमें केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ हर्षवर्धन सहित विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों ने प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने भी वीडियो कांफ्रेंसिग में प्रतिभाग किया।

उक्त वीडियो कांफ्रेंसिग के बाद राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश में आरटीपीसीआर टेस्टिंग बढाने, संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए ट्रेसिंग, माइक्रो कन्टेनमेंट जोन और सर्विलांस पर और अधिक गम्भीरता से काम करने के निर्देश दिये। डेथ रेट को कम करने के लिए क्लिनिकल केयर और ट्रीटमेंट को सर्वोच्च प्राथमिकता से लिया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोविड-19 पर काफी हद तक नियंत्रण कर लिया गया था। अब दुबारा बढ रहे मामलों को देखते हुए पहले की तरह ही दृढसंकल्प के साथ काम करना है।

मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्यता से पालन कराने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाए जाएं। जो लोग कोविड गाइडलाइन का पालन न करे, उनपर सख्त कार्रवाई की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश में वैक्सीनैशन का बङा अभियान चल रहा है। वैक्सीनैशन में उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों मे है। राज्य में इसकी रफ्तार को और बढाना है। केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित मानकों में आ रहे लोगों का शत प्रतिशत वैक्सीनैशन सुनिश्चित किया जाना है।

इस अवसर पर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, डीजीपी  अशोक कुमार, सचिव  अमित नेगी,  नितेश झा,  पंकज पाण्डेय, एस ए मुरूगेशन उपस्थित थे।

 

संचार सेवा सुधारने के लिए सीमांत के व्यापारियों ने फूंका बीएसएनएल का पुतला

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पिथौरागढ़ (धारचूला), संचार सेवा सुधारने के लिए सीमांत के व्यापारियों ने बीएसएनएल के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया है। जिसके पहले दिन बीएसएनएल का पुतला फूंका गया । व्यापारियों ने कहा कि 11 अप्रैल तक रोजाना विरोध, प्रदर्शन और तालाबंदी की जाएगी।

व्यापार संघ अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह थापा के नेतृत्व में व्यापारियों ने बुधवार को बाजार में एकत्र होकर बीएसएनएल के खिलाफ नारे लगाए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में एक माह से संचार सेवा ठप है। बैंक, डाकघर, तहसील कार्यालय में काम प्रभावित हो रहे हैं। दूरस्थ क्षेत्रों से आने वालों लोगों के काम नहीं हो पा रहे हैं। इस कारण लोगों को अधिक समय और किराया, भाड़ा चुकाना पड़ रहा है। व्यापार संघ उपाध्यक्ष प्रकाश गुंज्याल ने कहा कि संचार सेवा बाधित होने से लोग अपनों से बात तक नहीं कर पा रहे हैं।

जरूरी सूचनाओं का आदान-प्रदान नहीं हो पा रहा है। बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है जबकि क्षेत्र में अधिकतर लोग बीएसएनएल पर ही निर्भर हैं। महासचिव नवीन खर्कवाल ने कहा कि बृहस्पतिवार को बीएसएनएल कार्यालय में तालाबंदी की जाएगी। नौ अप्रैल को धरना प्रदर्शन, 10 अप्रैल को भारत-नेपाल झूलापुल और 11 अप्रैल को पूर्णरूप से बाजार बंद किया जाएगा। इस दौरान जाकिर, हर्ष सिंह कार्की, भीम सिंह रावत, देवी दत्त उपाध्याय, राजीव कोहली, राजेंद्र धामी, गणेश भट्ट, मनीष सूद, शिवा थापा आदि रहे।

पिथौरागढ़ : जिला मुख्यालय में काला फीता बांधकर विरोध जताते उपनल कर्मी

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पिथौरागढ़, उत्तराखंड़ में राज्य कर विभाग हल्द्वानी और रुड़की से हटाए गए 65 कर्मियों को दोबारा सेवा बहाली की मांग के लिए उपनल कर्मियों ने प्रदर्शन किया। उत्तराखंड उपनल संविदा कर्मचारी संघ ने बुधवार को जिलाध्यक्ष त्रिभुवन बसेड़ा के नेतृत्व में विभिन्न कार्यालयों में तैनात कर्मियों ने बांहों पर काला फीता बांधकर विरोध जताते हुए सरकार के खिलाफ नारे लगाए।

उन्होंने कहा कि बिना किसी कारण के 10 से 12 वर्षों से कर्तव्यनिष्ठा से कार्य कर रहे कर्मियों की सेवा अचानक समाप्त करना निंदनीय है। कहा कि आठ से 17 अप्रैल तक दो घंटे कार्यबहिष्कार कर 10 हजार मांगपत्र जनप्रतिनिधियों को भेजे जाएंगे।

18 अप्रैल से गोलू देवता के मंदिर में न्याय की गुहार लगाई जाएगी। इसके बाद भी बात नहीं बनी तो प्रदेश भर में आंदोलन किए जाएंगे। इस दौरान कोषाध्यक्ष दिनेश डसीला, बसंत भट्ट, जीडी पांडेय, राजकुमार, ममता कन्याल, भुवन टम्टा, हरीश पांडे आदि रहे।

लम्बित समस्याओं के समाधान की मांग को तीसरे दिन भी दो घंटे कार्यबहिष्कार पर रहे मिनिस्टीरियल कर्मचारी

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अल्मोड़ा, अपनी मांगों को लेकर उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन ने तीसरे दिन भी दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया।
मिनिस्टीरियल कर्मचारियों ने लंबित समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर अपने-अपने कार्यालय प्रांगणों में नारेबाजी की। सरकार से 21 सूत्री समस्याओं के समाधान की मांग भी उठाई।

वक्ताओं ने कहा कि संशोधित एसीपी का लाभ देने की मांग पूरी नहीं की जा रही है। पुरानी पेंशन बहाली का मामला भी लंबित है। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को 6600 ग्रेड वेतन देने और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को गृह जिले में तैनाती देने का मामला भी अधर में है। उन्होंने कहा कि जब तक सभी 21 सूत्री समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है आंदोलन चलता रहेगा। मंडलीय अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार पाठक ने कहा कि सरकार जल्द शासनादेश जारी करके समस्याओं का समाधान करे।

शिक्षा विभाग, विकास भवन, सिंचाई आदि सरकारी कार्यालय प्रांगणों में हुए प्रदर्शनों में जिला अध्यक्ष सीएस नैनवाल, सचिव पुष्कर सिंह भैसोड़ा, जगदीश सिंह, भगवान राम आर्य, प्रहलाद रावत, राम सिंह गैड़ा, अवनीश पडियार, प्रशांत शर्मा, सुमित कनवाल, गोपाल भाकुनी, केशर रावत, कलक्ट्रेट संगठन की दीपशिखा मेलकन्या, सिंचाई विभाग के शशिमोहन पांडे आदि ने भाग लिया।