Sunday, May 18, 2025
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हाईकोर्ट ने दिए सख्त निर्देश : नदी नालों की भूमि पर किसी भी तरह के निर्माण पर लगाएं रोक, एमडीडीए, डीएम देहरादून को लगाई फटकार

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देहरादून, उत्तराखंड़ की राजधानी देहरादून में भू-माफिया की सक्रियता इतनी बढ़ गई कि वे वे बेरोक टोक नदी नालों यहां तक सरकारी भूमि पर भी कब्जा कर प्लाॕटिंग करने में लगे हैं, जिस पर कई बार आवाज भी उठायी गई, परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई, इसी मुद्दे को लेकर दून के अजय नारायण शर्मा नैनीताल हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर माननीय हाईकोर्ट ने एमडीडीए और डीएम देहरादून को लगाई फटकार और कहा स्वयं जाकर मौका मुआयना करने का निर्देश दिया |

नैनीताल हाईकोर्ट ने नदी, नालों और खालों को बंजर भूमि में परिवर्तित कर प्लॉटिंग करने के मामले में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। इसके बाद कोर्ट ने मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण(एमडीडीएम) व जिलाधिकारी देहरादून को फटकार लगाते हुए नदी-नालों की जमीन पर किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगाने के निर्देश देने के साथ ही न्यायालय ने डीएम देहरादून को यह भी कहा है कि जिन क्षेत्रों में अवैध रूप से प्लॉटिंग की जा रही है, उन क्षेत्रों का स्वयं जाकर मौका मुआयना करें और जहां पर प्लॉटिंग की जा रही है, उस पर रोक लगाई जाए।

मुख्य न्यायाधीश आरएस चौहान एवं न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई। मामले के अनुसार देहरादून निवासी अजय नारायण शर्मा ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर कहा था कि देहरादून के सहस्त्रधारा क्षेत्र में नदी क्षेत्र की भूमि को बंजर भूमि में परिवर्तित कर प्लॉटिंग की जा रही है। याचिका में कहा कि पूर्व में हाईकोर्ट ने मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण को सात अप्रैल 2021 तक विस्तृत रिपोर्ट पेश करने को कहा था।

कोर्ट ने यह भी बताने को कहा था कि अतिक्रमण कहां हुआ है, किन अधिकारियों की सह पर हुआ है और उन पर क्या कार्रवाई की जा रही है। आज जब मामला फिर से सुनवाई पर आया तो मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण ने ऐसी कोई रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल नहीं की। प्रशासन ने माना कि जिले में 30 हजार से ज्यादा निर्माण ऐसे हैं, जो नदी के खतरे की जद में हैं। इसमें मलिन बस्तियां, निजी और सरकारी भवन शामिल हैं। यह सभी भवन ऐसे हैं, जो नदी में पानी बढ़ने पर बाढ़ की जद में आ सकते हैं। सरकारी भवनों में मुख्य तौर पर राज्य विधानसभा शामिल है। इसके अलावा जिला जेल परिसर, उत्तरांचल तकनीकी विश्वविद्यालय, दून विश्वविद्यालय, मत्स्य निदेशालय, भूतत्व एवं खनिज कर्म निदेशालय, राजस्व अभिलेखागार, पुलिस थाने समेत कई अन्य कार्यालय नदी किनारे बने हुुए हैं।

देहरादून जनपद में केवल सहस्त्रधारा ही नहीं बल्कि शहर के कई इलाके ऐसे हैं, जहां नदी-नालों को पाटकर बड़े पैमाने पर अवैध प्लॉटिंग हो रही है। मसूरी रोड, रायपुर रोड, धर्मपुर, बंजारावाला समेत कई इलाकों में नदी-नालों को मिट्टी से पाटकर वहां अवैध प्लॉटिंग की गई है। कई जगह नदियों के किनारे बड़े भवन खड़े हो चुके हैं।

अधिकांष दवाइयों का उद्गम हमारे पेड़ है :  डा शाह

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हरिद्वार 9 अप्रैल (कुलभूषण) वातावरण में मच्छरों की भी अनेक प्रजातियां बहुत से रोगो को पैदा करती हैं जिसमे थोड़ी सी लापरवाही से मलेरिया डेंगू इत्यादि बहुत अधिक घातक हो जाती हैं  मलेरिया से बचाव रोकथाम एवं आधुनिक समय में मलेरिया की दवाओ के लिए नवीन शोधों के बारे में एमिटी विश्वविद्यालय नोएडा के जैवप्रधौयोगिकी के सह आचार्य डॉ बिश्वजीत शाह ने अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया | डॉ शाह ने बताया कि भेषज विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम औषधीय पादप महाकुंभ की बहुत अधिक प्रासंगिकता है क्योंकि अधिकांश दवाओं का उदगम चाहे वो किसी भी पद्धती की हों  हमारे पेड़ण्पौधे ही हैं जिनसे प्राप्त रसायनो का  उपयोग  हम औषधियों के रूप में करते है |

डॉ शाह ने अपने शोध के माध्यम से अवगत कराया कि कार्बोलिन नामक रसायन मे संरचना परिवर्तित करके लाभदायक दवाओं का निर्माण किया जा सकता है प् यह कार्य कम्प्युटर द्वारा सॉफ्टवेर से करने से समय एवं धन दोनों की बचत होती है तथा परिणाम भी लाभप्रद होते है| सत्र की अध्यक्षता कर रहे रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो आर डी कौशिक ने बताया कि पेड़ पौधो से प्राप्त अनेकों दवाओ की संरचना मे कम्प्युटर तकनीकी के द्वारा परिवर्तन करके अनेकों दवाओ का निर्माण किया जा चुका है जो कैंसर मधुमेह रक्त चाप आदि बीमारियों में भी प्रयोग की जाती है |

भेषज विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो एस के राजपूत ने भी रोगो के बचाव में जैवविविधता की महत्ता पर बल दिया प् सत्र का संचालन ए डॉ प्रिंस प्रशांत शर्मा  ने कियाप् सत्र के दौरान डॉ अश्वनी कुमार डॉ कपिल कुमार गोयल दीपक नेगी रविदर कुमार रोहित राहुल सिंह रोशन लाल कमाल सिंह नितिन चौहान आशीष पांडे आदि उपस्थित रहे |

एकजूट हो राष्ट्रहित में आगे आये स्वामी अवधेशानंद गिरी

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हरिद्वार 9 अप्रैल (कुलभूषण) एकजुटता  संघर्ष  आत्मानुशासन और संगठन के बल पर आज हम भगवान रामलला  के  मंदिर निर्माण के स्वप्न को साकार कर पाएं हैं।  यदि  समवेत स्वर में फिर से प्रयत्न किया जाए और न्यायपालिका के माध्यम से यह बात रखी जाए कि हिन्दू मंदिरों का पैसा अन्य किसी मद में अथवा अन्य किसी  के लिए खर्च न हो तो इसके भी बड़े परिणाम आएंगे  ! संत भगवान है आपमें देव सत्ता का निरंतर वास है और विश्व हिन्दू जैसा विशिष्ट संगठन हमारे साथ हैएइसलिए हमें एकजुट होकर राष्ट्रहित के लिए आगे आना चाहिए।

विश्व हिंदू परिषद के द्वितीय उपवेशन में जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने अध्यक्ष के रूप में   सम्बोधित किया इस मौके पर    जुगलकिशोर द्वारा माँ जानकी पर लिखी गई पुस्तक एवं विश्व हिन्दू परिषद ऋषिकेश के कार्यकर्ताओं   द्वारा    निर्मित पञ्चाङ्ग का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में आचार्य महामंडलेश्वर निर्वाणी पीठ स्वामी विशोकानंद महाराज विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष  आलोक कुमार विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री चम्पतराय  दिनेश अशोक  सहित विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता गण उपस्थित रहे।

उत्तराखंड कैबिनेट की बैठक सम्पन्न : देहरादून में लगा नाइट कर्फ्यू, स्कूल रहेंगे बंद

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देहरादून, उत्तराखंड कैबिनेट की बैठक में आज विभिन्न 24 मुद्दों को लेकर चर्चा की गई, इसमें खास तौर पर कोविड-19 से जुड़े मामले शामिल रहे। कैबिनेट की बैठक में निम्न पर निर्णय लिया गयॎ |

+गैरसैण को कमिश्नरी का जो निर्णय लिया गया था, उसे स्थगित किया गया

+राज्य में देहरादून नगर निगम क्षेत्र में रात को 10:00 से सुबह 5:00 तक रात्रि कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है

+देहरादून में कालसी व चकराता को छोड़कर, नैनीताल में नगर पालिका नैनीताल, हल्द्वानी, और पूरे हरिद्वार में 1 से 12 वीं तक 30 अप्रैल तक स्कूल बंद रहेंगे।

शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने की ब्रीफिंग

+गैरसैंण कमिश्नरी वाला निर्णय स्थगित किया गया, पूर्व सरकार ने लिया था निर्णय, जनभावनाओं का सम्मान करते हुए निर्णय स्थगित किया गया

+देहरादून नगर निगम क्षेत्र में लगेगा नाइट कर्फ्यू, रात्रि 10 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा नाइट कर्फ्यू
+ 30 अप्रैल तक कक्ष 1 से कक्षा 12 तक के सभी स्कूल बंद किये गए, इसमें देहरादून जनपद में चकराता कालसी को छोड़, सम्पूर्ण हरिद्वार जनपद ,
नैनीताल नगर पालिका, नगर निगम हल्द्वानी में स्कूल बंद रहेंगे

+मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना को कैबिनेट की मंजूरी मिली

+लड़कियों के जन्म होने पर महालक्ष्मी किट का लाभ दिया जाएगा,

+1 किट की कीमत साढ़े 3 हजार रुपये होगी

+ कोविड 19 के चलते कुम्भ में होने वाली खरीद के लिए प्रोक्यूमेंट रूल में छूट की सीमा 6 माह और बढ़ाई गयी,

+ग्राम पंचायतों में भवन निर्माण या जीर्णोद्धार का होगा काम, हर ग्राम पंचायत में बनेगा पंचायत भवन , 3 साल में हर ग्राम पंचायत में बनेगा भवन, 25 प्रतिशत धन पंचायतों के स्त्रोत से वहन होगा, 2338 ग्राम पंचायतों में भवन बनेगा,

+ राज्य में प्लास्टिक पार्क बनेगा, केंद्र और राज्य मिकलर बनाएगा पार्क, 40 हेक्टयर पर बनेगा प्लास्टिक पार्क, जमीन हस्तांरण में स्टाम्प शुल्क नही लिया जाएगा,

+सितारगंज में बनेगा प्लास्टिक पार्क, उधोग विभाग से सिडकुल को जमीन ट्रासंफर होगी,

+लैब टेक्नीशियन के 168 पदों को रिएप्रुमेंट किया जाएगा ,

+किसाऊ जल विद्युत परियोजना के लिए 1 करोड़ मंजूर, इस धन से भूकम्प अध्ययन, तकनीकी सेवा, हयड्रोनिक अध्ययन का काम किया जाएगा,

+विद्यालयी शिक्षा नियमावली में संशोधन, वोकेशनल एजुकेशन में अभ्यर्थी को सर्टिफिकेट देने का होगा प्रावधान, धारा 91 में एक ओर संसोधन किया गया, सरकारी मृतक नाम की जगह पर मृतक सेवक लिखा जाएगा,

बोर्ड एग्जाम 10 वीं ओर 12 वीं के छात्रों के लिए खुले रहेंगे स्कूल,
+गेंहू का एमएसपी हुआ निर्धारित, 1975 होगा एमएसपी, 20 बोनस मिलेगा, 2.2 लाख मीट्रिक टन गेंहू की होगी खरीद

+चिटफण्ड कम्पनियों पर पांबन्धी लगाने के लिए बने रूल को मिली कैबिनेट की मंजूरी

‘ग्रीन गुरुकुल चैलेंज, ए नेशनल लेवल इंटर-स्कूल प्रतियोगिता, पर्यावरणीय समस्याओं को हल करने की सार्थक पहल

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देहरादून, ग्रीन गुरुकुल चैलेंज, “ए नेशनल लेवल इंटर-स्कूल प्रतियोगिता”, जो कि वॉरियर्स सोसाइटी द्वारा आयोजित की गई, छात्रों को संलग्न करने के लिए अपशिष्ट योद्धाओं ने द ग्रीन गुरुकुल चैलेंज, स्कूली छात्रों के लिए कक्षा 6 से 12 वीं कक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर की अंतर-स्कूल प्रतियोगिता शुरू की है। ग्रीन गुरुकुल चैलेंज भारत भर के छात्रों के लिए एक साथ जागरूकता बढ़ाने और निर्माण करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, एक स्थायी अभ्यास और विभिन्न पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान है ।

प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों, स्कूलों और अन्य हितधारकों को ठोस अपशिष्ट और जलवायु परिवर्तन पर पर्यावरणीय समस्याओं को हल करने के लिए सरल एवं अभी तक उपयोगी उपकरणों के साथ सशक्त बनाया जाएगा। चुनौती में भाग लेने से छात्र हरे रंग की समस्याओं के प्रति सहानुभूति का निर्माण करेंगे और उन कार्यों पर काम करेंगे जो रचनात्मकता, समस्या-समाधान, टीमवर्क और नेतृत्व कौशल के साथ एकीकृत हैं।

प्रतियोगिता के दौरान, छात्रों को विभिन्न कार्य सौंपे जाएंगे, जिन्हें उन्हें अपने घर / समुदाय / विद्यालय से काम करने की आवश्यकता होगी। उन्हें फोटो, वीडियो और दस्तावेजों के रूप में निष्पादन का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा, जिसके आधार पर उनका मूल्यांकन किया जाएगा। प्रतियोगिता की अवधि एक महीने है जहां छात्र पर्यावरण प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन के आसपास पर्यावरणीय मुद्दों से निपटने के लिए डिज़ाइन किए गए कार्यों पर काम करेंगे। इसमें वेबिनार शामिल होंगे, हमारे समुदाय के साथ बातचीत, कौशल-निर्माण एक समग्र परिप्रेक्ष्य देने के लिए कि स्थायी जीवन कैसा दिखता है। प्रतियोगिता छात्रों को अपने कार्यों का स्वामित्व लेने और परिवर्तन की इच्छा रखने की अनुमति देगा।

छात्रों को रोमांचक पुरस्कार, प्रमाण पत्र, उपहार जीतने का मौका मिलेगा भी मिलेगा |

टीम को 7 विभिन्न शहरों से लगभग 21 पंजीकरण प्राप्त हुए हैं। प्रतियोगिता के लिए पंजीकरण 12 अप्रैल, 2021 को बंद हो जाता है। इच्छुक लोग प्रतियोगिता के बारे में अधिक जानने के लिए लिंक पर जा सकते हैं। bit.ly/GGCWW या हमें [email protected] पर लिख सकते हैं।

2012 में स्थापित, अपशिष्ट योद्धा एक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एनजीओ और पंजीकृत समाज है। हम धर्मशाला, देहरादून, कॉर्बेट और ऋषिकेश में विभिन्न सरकारी निकायों के साथ सीधी कार्रवाई की पहल, जागरूकता बढ़ाने और सामुदायिक सहभागिता कार्यक्रम, नीति वकालत और दीर्घकालिक सहयोगी साझेदारी के माध्यम से काम करते हैं। 2012 में अपनी स्थापना के बाद से, हम जागरूकता फैलाने और व्यक्तियों और समुदायों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से स्थानों के करीब 100 कर्मचारियों की मदद से कचरे के मुद्दे से निपटने के लिए सकारात्मक कार्य किया जा रहा है।

एसएमजेएनपीजी कालेज में शौर्य दीवार पर पुष्पांजलि अर्पित कर मुख्यमंत्री ने जवानों को किया नमन्

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‘डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से और बारह हजार वर्गफीट में नवनिर्मित भवन एच ब्लॉक (स्मार्ट क्लास रूम) का हुइ लोकार्पण’

देहरादून/हरिद्वार, मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार को एसएमजेएनपीजी कालेज में शौर्य दीवार पर पुष्पांजलि अर्पित कर जवानों को नमन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कालेज में डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से और बारह हजार वर्गफीट में नवनिर्मित भवन एच ब्लॉक (स्मार्ट क्लास रूम) का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि संत पूरे समाज को दिशा देने का काम करते हैंं। महाकुंभ में अखाड़ा परिषद् की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आगामी स्नान पर्वों पर भी हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड से प्रभावित होने के दौरान भी मैं कुंभ के कार्यों की समीक्षा वर्चुअल रूप से लेता रहा। कोविड संक्रमण से स्वस्थ होते ही 06 अप्रैल को गंगा सभा और अखाड़ा परिषद की ओर सै आयोजित गंगा पूजन करके महाकुंभ का विधिवत शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अखाड़ों और साधु संतों की मांग पर आगामी कुंभ के लिए जमीन चिह्नित की जाएगी।

निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री कैलाशानंद गिरि महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि साधु संतों के लिए कुंभ से बड़ा कोई धार्मिक आयोजन नहीं होता। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को शाही स्नान के दिन गंगा तट पर आने और हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा के लिए साधुवाद दिया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरि जी ने धन्यवाद ज्ञापित कर उनके दीर्घायु और यशस्वी जीवन का आशीर्वाद दिया।

महंत रविंद्र पुरी जी महाराज, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरि, कालेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री महंत लखन गिरि, निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री कैलाशानंद जी, आनंद पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर बालकानंद गिरि ने मुख्यमंत्री को तिलक लगाकर पुष्प गुच्छ, रूद्राक्ष की माला पहनाकर और शॉल ओढ़ाकर जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। संतों ने उनके सुखमय जीवन एवं दीर्घायु की कामना की।

इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह चौहान, सांसद प्रतिनिधि श्री ओमप्रकाश जमदग्नि, मेलाधिकारी श्री दीपक रावत, जिलाधिकारी श्री सी रविशंकर, आईजी कुंभ श्री संजय गुंज्याल, पूर्व महापौर श्री मनोज गर्ग, कालेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा, मुख्य छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. संजय माहेश्वरी, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. सरस्वती पाठक सहित अन्य लोग मौजूद थे।

जिलाधिकारी से अनुमति के बाद कोरोना संक्रमित मृतकों को अब अंतिम संस्कार के लिए अपने पैतृक स्थान ले जा सकेंगे परिजन

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देहरादून, कोरोना संक्रमित मृतकों को अब परिजन अंतिम संस्कार के लिए अपने पैतृक स्थान ले जा सकेंगे। यह बयान देहरादून के डीएम डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी कार्यालय में मीडिया से बातचीत में दिया। उन्होंने कहा कि अभी तक कोरोना संक्रमित मृतक के शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को नहीं सौंपा जाता था। प्रशासनिक निगरानी में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाता था। लेकिन अब लोग अपने जिला प्रशासन की अनुमति लेने के बाद शव को अपने पैतृक स्थान पर ले जा सकेंगे। इसके लिए कोविड सुरक्षा के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा।

उन्होंने कहा कि रिसर्च संस्थानों और आवासीय विद्यालयों में बाहर से आने वालों को कोरोना निगेटिव रिपोर्ट साथ लाने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। यहां आने के बाद जांच की व्यवस्था नहीं रहेगी। वहीं, उन्होंने लोगों से कोविड सुरक्षा के नियमों का पालन करने की अपील भी की।

देहरादून जिले में कोरोना मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।हालत ये हैं कि जहां जनवरी अंत में कोविड-19 अस्पताल (दून अस्पताल) में कोरोना मरीजों की संख्या एक समय में 350 से घटकर चार पहुंच चुकी थी, वहीं अब अस्पताल में कोरोना के 60 से अधिक मरीज भर्ती हैं। परन्तु जनवरी के अंत में फिर से कोरोना के मरीज बढ़ने लगे हैं और बृहस्पतिवार तक दून अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों की संख्या 60 थी।

कोरोना अपडेट : उत्तराखंड़ में आज मिले 748 नए मरीज, पांच की हुई मौत, दून में मिले 335 संक्रमित

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देहरादून, उत्तराखंड़ में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, राज्य में आज शुक्रवार को कोरोना के 748 नए संक्रमित मरीज पाये गये तथा 5 लोगों की मौत हुई है, आज अस्पताल में भर्ती होने वालों का आज आंकड़ा 5384 हो गया है।

उत्तराखंड राज्य स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार आज अल्मोड़ा में तेरह बागेश्वर में नौ, चमोली में तीन, चंपावत में छह तथा देहरादून में आज आंकड़ा बढ़कर के 335 हो गया है, जबकि आज हरिद्वार में 229, नैनीताल में 22, पौड़ी गढ़वाल में 30, पिथौरागढ़ में आठ, टिहरी गढ़वाल में 18 उधम सिंह नगर में 73 और उत्तरकाशी में दो लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है जिससे आंकड़ा 748 हो गया है जबकि रुद्रप्रयाग जनपद आज कोरोना का कोई भी मरीज नहीं मिला | अब तक राज्य में कुल 106246 लोगों में कोरोना पाया गया है। जबकि आज प्रदेश में 60841 लोगों का टीकाकरण किया गया |

वहीं, एक्टिव केस की संख्या 5384 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को 31421 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। प्रदेश में अब तक 106246 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 97327 मरीज ठीक हो चुके हैं।
वहीं, प्रदेश में अब तक 1749 कोरोना संक्रमित मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो चुकी है। देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में सबसे ज्यादा मामले मिल रहे हैं।

पिथौरागढ़ : जुगल की सार्थक पहल, कौशुल्या देवी वन क्षेत्र के जंगल में लगी आग बुझाने वाले नौ युवा हुये सम्मानित

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पिथौरागढ़, समाज के समसामायिक कार्यो में हमेशा से अपनी सार्थक भूमिका निभाने वाले पिथौरागढ़ के जुगल ने एक और पहल का बीड़ा उठाया, अपनी इस सकारात्मक पहल पर सामाजिक कार्यकर्ता जुगल किशोर पाण्डे ने हुडेंती गांव के नौ युवाओं को सम्मानित किया गया, इन नौ युवाओं ने गांव से लगे कौशुल्या देवी क्षेत्र के जंगल में लगी आग बुझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

युवाओं ने जंगल में बांज देवदार, फल्याट व काश्मीरी अखरोट के 70 पौधों को आग की चपेट में आने से बचा लिया। अपनी जान जोखिम में डालकर इन युवाओं ने 1.5 किलोमीटर दूरी तय कर अपने कंधों पर 20-20 लीटर के पानी के जरकेन ले जाकर आग बुझाई, मिटटी व झाड़ियों का प्रयोग करते आग बुझाने में बड़ी मशक्कत भी की |

पिथौरागढ़ के हुडैती के सांस्कृतिक मंच में आयोजित सम्मान समारोह में बोलते हुये डा. अशोक पंत ने इन सभी युवाओं को पर्यावरण मित्र बताते हुये उन्हें युवाओं के लिये प्ररेणास्रोत बताया और युवाओं को ज्ञानवर्धन पुस्तकें देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में पंकज उप्रेती, निर्मल उप्रेती, हर्षित उप्रेती, पंकज जोशी, रजत उप्रेती, शुभम कुमार, शुभम उप्रेती, कमल किशोर उप्रेती समाजसेवी विजय उप्रेती के साथ त्रिलोचन उप्रेती, गणेश उप्रेती, राजेन्द्र उप्रेती आदि भी सम्मान कार्यक्रम मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने कुम्भ के अन्तर्गत निर्मित पुलिस सर्विलांस सिस्टम के कमाण्ड कण्ट्रोल सेण्टर का लोकार्पण किया

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मुख्यमंत्री  तीरथ सिंह रावत ने मेला नियंत्रण भवन (सी0सी0आर0) में शुक्रवार को आपदा राहत दल, 40वीं वाहिनी पी0ए0सी0 के आदर्श बैरक, कुम्भ मेला-2021 के अन्तर्गत निर्मित पुलिस सर्विलांस सिस्टम के कमाण्ड कण्ट्रोल सेण्टर का लोकार्पण किया।

इस मौके पर मेला नियंत्रण भवन के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस सर्विलांस सिस्टम के कमाण्ड कण्ट्रोल सेण्टर को अल्प समय में ही जो आधुनिक रूप दिया है, वह सराहनीय है। इसके लिये उन्होंने सभी अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्मार्ट कण्ट्रोल रूम समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसका डिजीटलीकरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की मंशा के अनुरूप किया गया है। पुलिस स्मार्ट, आधुनिक तथा संवेदनशील होनी चाहिये।

मुख्यमंत्री ने आपदा राहत दल, 40वीं वाहिनी पी0ए0सी0 के 70 बेड वाले आदर्श बैरक में दी गयी सुविधाओं और व्यवस्थाओं, साफ-सफाई आदि की प्रशंसा करते हुये कहा कि अच्छा वातावरण व अच्छी सुविधायें मिलने से जवानों का मनोबल भी बढ़ता है। उन्होंने कहा कि पुलिस के आधुनिकीकरण पर कोई कोर-कसर नहीं रखी जायेगी। हम सभी अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभाते हुये महाकुम्भ को सफल बनायेंगे। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे प्रयास करने हैं कि उत्तराखण्ड की पुलिस का नाम देश में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में गर्व के साथ लिया जायेगा, क्योंकि महाकुम्भ में पूरे विश्व से श्रद्धालु आते हैं। उन्होंने कोविड के नियमों का पालन सुनिश्चित करने को कहा।

पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार ने कहा कि हमने उत्तराखण्ड पुलिस को स्मार्ट बनाया है। यह कण्ट्रोल रूम इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि हम महाकुम्भ में ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं कि स्थानीय लोगों को कम से कम दिक्कतों का सामना करना पड़े।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने देवभूमि रक्षक पत्रिका, दो प्रमुख गीतों-’’ये व्योम कुम्भ, धर्म ध्वजा का एवं गायक कैलाश खेर द्वारा गाया गया ’’ये धर्म कुम्भ, ये कर्म कुम्भ …. ये मानवता का कुम्भ तथा कौन सा स्नान घाट आपके नजदीक है आदि की जानकारी देने वाले एप का विमोचन किया। मेलाधिकारी श्री दीपक रावत ने इस एप के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी मुख्यमंत्री को दी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी सी0 रविशंकर, पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भ मेला जनमेजय खण्डूरी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस, सहित मेला प्रशासन,पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित थे।