Monday, May 12, 2025
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चंपावत : जनपद में चल रहे विकास कार्यो की समीक्षा, कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु अधिक से अधिक सैम्पलिंग बढ़ाई जाय : मुख्यमंत्री

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चम्पावत , सोमवार को जनपद चम्पावत के एक दिवसीय भ्रमण पर पंहुचे प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत द्वारा सर्वप्रथम जिला चिकित्सालय चम्पावत के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय सांसद अजय टम्टा के साथ पीपीई किट पहनकर कोविड वार्ड एवं आईसीयू वार्ड में जाकर भर्ती कोरोना मरीजों से वार्ता की और उनके स्वास्थ्य का हाल जाना। मुख्यमंत्री ने जिला चिकित्सालय में मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं एवं भोजन आदि व्यवस्थाओं पर प्रशन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस महामारी के दौर में सभी चिकित्सक, मेडिकल स्टाफ समेत प्रशासन रात-दिन कार्य कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि आगे भी वह इसी प्रकार कार्य करते हुए जिले को कोरोना मुक्त करें।

मुख्यमंत्री ने विकास भवन सभागार में संचालित कोविड कन्ट्रोल रूम में दूरभाष के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों से वार्ता कर उनका हाल जाना और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
उसके बाद मुख्यमंत्री ने आपदा कन्ट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया और वहा किये जा रहे कार्यो की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने जिला सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले में कोविड संक्रमण की रोकथाम,उपचार एवं उससे बचाव आदि हेतु किए जा रहे कार्यों के साथ ही आगामी मानसून काल के मद्देनजर पूर्व तैयारी तथा जनपद में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा की । समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु अधिक से अधिक सैम्पलिंग बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि गांव गांव में जाकर लोगो को इस महामारी के प्रति सचेत कर जन जागरूकता फैलाये। इस हेतु सभी ग्राम सभाओं में मेडिकल टीम जाकर जांच कराएं।

लक्षण वाले प्रत्येक व्यक्ति को तत्काल दवा उपलब्ध कराई जाय। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर निगरानी टीम को और अधिक एक्टिव रखते हुए संक्रमण को खत्म करने हेतु कार्य किया जाय। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हम जनगणना के समय घर घर जाकर प्रत्येक परिवार का डाटा एकत्र करते हैं।उसी तर्ज पर घर घर जाकर प्रत्येक परिवार की टेस्टिंग करना सुनिश्चित करें।

उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था मुहैया कराने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए।
माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के साथ ही आगामी वर्षा के दौरान होने वाले जल जनित रोग, डेंगू की रोकथाम हेतु व्यापक स्तर पर सभी नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में नगर निकाय व पंचायती विभाग सेनेटाइजेसन का कार्य लगातार जारी रखें, साथ ही जनता को इसके प्रति प्रचार प्रसार कर जागरूक भी करें। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक गांव में कोरोना से संबंधित आवश्यक दवा की किट का भी वितरण शीघ्रता से उपलब्ध कराया जाय। उन्होंने कहा कि सभी विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधि भी गांव में जाकर लगातार दवा की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी लेते रहें।उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु कड़ाई से कर्फ्यू का अनुपालन कराने पर पुलिस कार्यवाही करें।

बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा आगामी मानसून काल के मद्देनजर की गई पूर्व तैयारियां की भी जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि सभी विभाग किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने हेतु पूर्व तैयारी करते हुए अलर्ट रहें तथा किसी भी प्रकार की आपदा की घटना होने पर तत्काल राहत एवं बचाव कार्य किए जाय। मानसून की दस्तक होने से पहले ही नाले व कलमठ आदि की सफाई कर ले ताकि वर्ष के दौरान सड़को में पानी इकट्ठा ना हो और लोगो को असुविधा ना हो। सभी तहसील व थाना स्तर पर आवश्यक उपकरण राहत पैकेट आदि की भी व्यवस्था के साथ ही राहत कैम्प चिह्नित कर उनमें आवश्यक व्यवस्था पूर्व से रखी जाए। उन्होंने कहा कि सभी सड़क निर्माण विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए बन्द सड़कों को तत्काल खोले जाने हेतु आपसी सहयोग से कार्य करें। विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने पेयजल, लोक निर्माण विभाग, ऊर्जा विभाग तथा विभिन्न कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह निर्माण कार्यों को समयबद्धता से पूर्ण करें।
उन्होंने एनएच द्वारा निर्मित चल्थी रोड की तत्काल जांच करा कर रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए।
उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने दायित्वों का सही निर्वहन करें। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि एक दूसरे के पूरक हैं वह मिलकर कार्य कर जिले को विकास के क्षेत्र में आगे ले जाएं। वह एक टीम भावना के साथ कार्य करें।

बैठक में माननीय सांसद अजय टम्टा एवं विधायक लोहाघाट पूरन फर्त्याल व अन्य जनप्रतिनिधियो द्वारा भी जिले के विकास के संबंध में अपनी बात रखी।
बैठक के दौरान जिला प्रभारी मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि इस महामारी के कारण बहुत जनहानि हुई हैं जिसे और नही होने देना हैं। परन्तु इस कोरोना के समय मे भी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा अपनी जान जोखिम में डाल कर बहुत अच्छा और सरहानीय कार्य किया जा रहा हैं।
बैठक में जिलाधिकारी विनीत तोमर ने जिले में कोविड संक्रमण की रोकथाम एवं वेक्सीनेसन हेतु किए जा रहे कार्यों के अतिरिक्त वर्तमान में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के अतिरिक्त आगामी मानसून काल के दौरान किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने हेतु की गई पूर्व तैयारी के साथ ही जिले में संचालित विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने यह भी बताया कि कोविड की तीसरी लहर की तैयारियां पहले ही सुनिश्चित कर ली गयी हैं।

बैठक के दौरान आयुक्त कुमाऊ अरविंद सिंह ह्यांकी द्वारा भी कोविड संक्रमण के नियंत्रण हेतु किए जा रहे कार्यों के अतिरिक्त अन्य बिंदुओं को माननीय मुख्यमंत्री के सम्मुख रखा गया। उन्होंने कहा कि कुमाऊं के पहाड़ी जिलों में ऑक्सीजन सिलेंडर की समस्या को देखते हुए चंपावत, पिथौरागढ़ एवं बागेश्वर जिलों को 100-100 अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए गए हैं।आगामी मानसून काल के मद्देनजर और अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की जा रही है।

बैठक में माननीय सांसद अल्मोड़ा अजय टम्टा, दर्जा प्राप्त मंत्री हयात सिंह मेहरा, विधायक लोहाघाट पूरन फर्त्याल, भाजपा जिला अध्यक्ष दीप चन्द्र पाठक, आयुक्त कुमाऊँ मंडल अरविंद सिंह ह्यांकी, पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं अजय रौतेला, जिलाधिकारी चम्पावत विनीत तोमर, पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी राजेन्द्र सिंह रावत, अपर जिलाधिकारी त्रिलोक सिंह मर्तोलिया, उपजिलाधिकारी चम्पावत अनिल गर्ब्याल, टनकपुर हिमांशु कफलटिया, लोहाघाट आर0सी0 गौतम, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आर0पी0 खण्डूरी समेत विभिन्न जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित रहे।

उत्तराखंड : बढ़ रहे ब्लैक फंगस के मरीज, अब तक नौ की मौत, आंकड़ा 100 के पार पहुँचा

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देहरादून, कोरोना के बाद अब उत्तराखंड में ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। मरीजों का आंकड़ा सौ के पार हो गया है। जबकि नौ मरीजों की ब्लैक फंगस से मौत हो चुकी है। इलाज के बाद पांच मरीज ठीक भी हुए हैं।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक देहरादून, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल जिले में 101 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। जबकि नौ मरीजों की मौत हुई है।

एम्स ऋषिकेेश, दून मेडिकल कालेज, मैक्स हास्पिटल, श्री महंत इन्दिरेश हॉस्पिटल, सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज, आरोग्य धाम हाॅस्पिटल, हिमालयन हाॅस्पिटल, कृष्णा हाॅस्पिटल, सिटी हार्ट, जेएलएन जिला अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज चल रहा है |

एम्स में ब्लैक फंगस से एक और मौत

आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में ब्लैक फंगस से हरिद्वार के एक मरीज की मौत हुई है। एम्स में अब तक ब्लैक फंगस से ग्रस्त छह मरीजों की मौत हो चुकी है। संस्थान में ब्लैक फंगस के 10 नए केस भी मिले हैं। एम्स में अब तक 74 कोविड संक्रमितों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है।

एम्स ऋषिकेश में ब्लैक फंगस से मरीजों की मौत का सिलसिला जारी है। हरिद्वार जिले के रुड़की निवासी 54 वर्षीय मरीज को एम्स में भर्ती कराया गया था। जांच के बाद मरीज में ब्लैक फंगस के संक्रमण मिला था। इसके बाद एम्स चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम ने मरीज को म्यूकोरमाइकोसिस केयर वार्ड में भर्ती कर उसका इलाज शुरू कर दिया था। रविवार को मरीज का स्वास्थ्य बिगड़ने से उसकी मौत हो गई।

एम्स ऋषिकेश के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि ब्लैक फंगस से संक्रमित एक मरीज की मौत हुई है। मरीज हरिद्वार के रुड़की क्षेत्र का निवासी है। हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि संस्थान में अब तक ब्लैक फंगस के 74 केस मिले हैं। इनमें से छह की मौत हो चुकी है। एक मरीज को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया था।

म्यूकोरमाइकोसिस केयर वार्ड में वर्तमान में 67 मरीज भर्ती हैं।

हिमालयन अस्पताल में ब्लैक फंगस के दो केस मिले
हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में ब्लैक फंगस के दो नए केस मिले हैं। वहीं एक मरीज को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज भी किया गया है। अस्पताल में अब तक ब्लैक फंगस के 17 केस मिल चुके हैं। वहीं अस्पताल में बुधवार और शनिवार को ब्लैक फंगस से ग्रस्त दो मरीजों की मौत हुई थी।

हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट के नोडल अधिकारी डा. संजोए दास ने बताया कि अस्पताल में भर्ती दो मरीजों में जांच के बाद ब्लैक फंगस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। दोनों मरीजों को म्यूकोरमाइकोसिस केयर वार्ड में भर्ती किया गया है।

उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस के पांच मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज भी किया गया है। डॉ. संजोए दास ने बताया कि म्यूकोरमाइकोसिस केयर वार्ड में वर्तमान में 10 मरीज भर्ती हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम लगातार मरीजों की निगरानी और इलाज कर रही |

भारतीय एवं विश्व इतिहास में 24 मई की प्रमुख घटनायें

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भारतीय एवं विश्व इतिहास में 24 मई की प्रमुख घटनाएं इस प्रकार हैं :

1689 : ब्रिटिश संसद ने प्रोटेस्टेंट इसाइयों को धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी दी।
1883 : ब्रुकलिन और मैनहट्टन को जोड़ने वाले ब्रुकलिन ब्रिज को यातायात के लिए खोला गया।
1896 : भारत के प्रसिद्ध क्रांतिकारी करतार सिंह सराभा का जन्म।
1915 : थॉमस अल्वा एडिसन ने टेलीस्क्राइब का अविष्कार किया।
1931 : पहली वातानु​कूलित यात्री ट्रेन अमेरिका के वाल्टमोर ओहियो मार्ग पर चलाई गई।
1959 : साम्राज्य दिवस का नाम बदलकर राष्ट्रमंडल दिवस किया गया।
1985 : बांग्लादेश में चक्रवाती तूफान से दस हजार लोगों की मौत।
1986 : मार्गरेट थैचर इजरायल का दौरा करने वाली ब्रिटेन की पहली प्रधानमंत्री बनीं।
1994 : मीना (सऊदी अरब) में हज से जुड़े एक समारोह के समय भगदड़ मचने से 250 लोगों से भी अधिक हाजियों की मौत।
2001 : नेपाल के 15 वर्षीय शेरपा तेंबा शेरी माउंट एवरेस्ट की चोटी को फतह करने वाले सबसे कम उम्र के पर्वतारोही बने।
2004 : उत्तर कोरिया ने मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाया।
2014 : थाईलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा को सैन्य तख्तापलट के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।

उत्तराखंड़ : एक जून तक बढ़ा कर्फ्यू जारी, दुकानें खुलने का समय भी बदला

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देहरादून।  कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रोकथाम के लिए प्रदेश में लागू कोविड कर्फ्यू की अवधि को तीसरे चरण में एक जून सुबह छह बजे तक बढ़ा दिया गया है। सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोविड को देखते हुए जैसी परिस्थितियां हैं, उसे देखते हुए सरकार ने  फिलहाल कर्फ़्यू को आगे बढाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि अब कर्फ़्यू के दौरान फल सब्जी, दूध की दुकाने सुबह आठ से 11 बजे तक खुलेंगी। अभी तक यह अवधि सुबह सात से 10 बजे तक थी। इसके अलावा परचून की दुकानें 28 मई को सुबह आठ से 12 बजे तक खुलेंगी।

उत्तराखंड में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में कोविड कर्फ़्यू को एक जून तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देशों के बाद राज्य सरकार ने यह फैसला लिया है। सरकार के शासकीय प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि प्रदेश में कोविड कर्फ़्यू को एक जून तक बढ़ाया गया है।

 

 

शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने बताया कि व्यापारियों की मांग के अनुरूप मुख्यमंत्री के साथ विमर्श के बाद बाजार खुलने के समय को सुबह 7 से 10 के बजाए सुबह 8 बजे से 11 बजे तक खोलने का निर्णय लिया गया है। जिसमें पूर्व की भांति आवश्यक सेवाओं दूध, मीट मछली, फल, सब्जी की दुकानें खोली जा सकेगी। उन्होंने बताया कि राशन और किराने की दुकानों के लिए आम जनता को 28 मई को सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक आवश्यक वस्तुओं के क्रय के लिए आवाजाही में छूट रहेगी।

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नई दिल्ली : परीक्षाओं को लेकर राज्यों से मांगे गए लिखित सुझाव, शिक्षा मंत्री बोले- जल्द लिया जाएगा फैसला

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नयी दिल्ली, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने रविवार को कहा कि 12वीं बोर्ड की लंबित परीक्षाओं एवं पेशेवर पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाओं को लेकर राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्रियों व सचिवों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक काफी सार्थक रही और राज्य सरकारों से 25 मई तक विस्तृत सुझाव भेजने का आग्रह किया गया है।

कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण 12वीं बोर्ड की परीक्षा स्थगित कर दी गई थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैकक में निशंक के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रकाश जावड़ेकर, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने भी हिस्सा लिया। बैठक के बाद निशंक ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री की संकल्पना के अनुरूप यह बैठक काफी सार्थक रही और हमें काफी मूल्यवान सुझाव प्राप्त हुए। उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने राज्य सरकारों से 25 मई तक विस्तृत सुझाव भेजने का आग्रह किया है।’’

केंद्रीय शिक्षा ने कहा,‘‘ मुझे विश्वास है कि हम 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के संबंध में जानकार एवं सामूहिक निर्णय तक पहुंचेंगे और जल्द से जल्द हमारे अंतिम फैसले की जानकारी देकर छात्रों एवं अभिभावकों के मन की अनिश्चितता को समाप्त कर सकेंगे।’’ उन्होंने कहा कि हम इस बात पर जोर देना चाहते हैं कि छात्रों एवं शिक्षकों की सुरक्षा और उनका भविष्य हमारे लिये सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस उच्च स्तरीय बैठक में हिस्सा लेने के लिये राज्यों के शिक्षा मंत्रियों एवं अधिकारियों को धन्यवाद दिया।

वहीं, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को कहा कि दिल्ली सरकार सीबीएसई द्वारा 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा कराने के लिए विकल्पों की तलाश किए जाने के पक्ष में नहीं है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का टीकाकरण कराए बिना 12वीं की बोर्ड परीक्षा कराना बड़ी भूल साबित होगी। सिसोदिया ने लंबित 12वीं की बोर्ड परीक्षा और अन्य प्रवेश परीक्षाओं पर फैसला लेने के लिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में यह बात कही। एक दिन पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा था कि उच्च शिक्षा विभाग भी उच्च शिक्षण संस्थानों के लिये परीक्षा की तिथियों को अंतिम रूप देने के लिये विचार विमर्श कर रहा है, कोविड-19 महामारी के कारण शिक्षा क्षेत्र पर काफी प्रभाव पड़ा है खास तौर पर परीक्षा और प्रवेश परीक्षाओं पर इसका असर पड़ा है। पत्र में कहा गया है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए,

 

लगभग सभी राज्य शिक्षा बोर्डों और आईसीएसई ने अपनी बारहवीं कक्षा की परीक्षा, 2021 को स्थगित कर दिया है। इसी तरह, राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) और अन्य राष्ट्रीय परीक्षा आयोजित करने वाले संस्थानों ने भी व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अपनी प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। निशंक ने राज्यों को लिखे पत्र में कहा कि बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं के आयोजन से पूरे देश में राज्य बोर्ड परीक्षाओं और अन्य प्रवेश परीक्षाओं पर प्रभाव पड़ता है। ऐसे में छात्रों के बीच उत्पन्न अनिश्चितता को कम करने के लिए यह आवश्यक है कि विभिन्न राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनों के सुझावों के आधार पर देश भर के सभी छात्रों के हित में बारहवीं कक्षा की सीबीएसई परीक्षा के बारे में विचार किया जाए। गौरतलब है कि 14 अप्रैल को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित और 10वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई बैठक में किया गया था। ये परीक्षाएं 4 मई से 14 जून के बीच होनी थीं।

Unlock India Update: जून के पहले हफ्ते से खुलने लगेगा देश, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी ये सलाह

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Unlock India Update: देश में कोरोना की दूसरी लहर लगभग जा चुकी है। अब संक्रमण केस में लगातार गिरावट हो रही है। ऐसे में राज्य सरकार अब कोरोना कर्फ्यू हटाने पर विचार कर रही है। कई प्रदेशों में 1 जून के बाद जनता को राहत मिलने लगेगी। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पांबदियां हटाने पर सावधानी बरतने को कहा है। उन्होंने कहा कि पॉजिटिविटी रेट के दायरे में आने पर इसे देखना हो कि केस फिर से बढ़ने ना लगे।

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘जहां संक्रमण दर 10 फीसद से नीचे है या कम हो रहे हैं। वहीं पर लॉकडाउन हटना चाहिए। ऐसे जिलों की संख्या में वृद्धि हुई है।’ उन्होंने बताया कि नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़ और बिहार में संक्रमण दर पांच फीसद से कम या उसके आसपास आ गया है। प्रदेशों में पॉजिटिविटी की दर और नए मामलों की संख्या मार्च के अंतिम हफ्ते के स्तर पर थी, जब लॉकडाउन नहीं था। राज्यों ने लॉकडाउन का फैसला 15 अप्रैल के आसपास लिया था। जब कई जगहों पर संक्रमण दर 36-37 फीसद तक पहुंच चुकी थी।

अधिकारी ने कहा कि उन राज्यों को ज्यादा सतर्क होने की जरूरत है जहां पॉजिटिविटी दर कम होने के बावजूद सक्रिय मामलों की संख्या बहुत ज्यादा है। लॉकडाउन हटाने का फैसला प्रदेश सरकारों को अपने मेडिकल ढांचे, संक्रमण दर और एक्टिव मामलों के आधार पर करना होगा। बता दें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्थानीय स्तर पर लऑकडाउन के लिए संक्रमण दर के 10 फीसद से अधिक होने और ऑक्सीजन व आइसीयू बेड्स 60 फीसद भर जाने का मानदंड रखा है।

डूंगरपुर : गाड़ी से कई करोड़ बरामद, नोट गिनने में हो गई सुबह से शाम

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डूंगरपुर, राजस्थान के डूंगरपुर में पुलिस ने दिल्ली से गुजरात जा रही कार को पकड़ा, जिसमें कई करोड़ रुपये बरामद किये गये |
जिले के बिछीवाड़ा थाना पुलिस ने शनिवार को नेशनल हाइवे सड़क मार्ग 8 पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 4.5 करोड़ रुपये कैश जब्त किया है. हवाला की काली कमाई के साथ दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है |

माना जा रहा है कि ये करोड़ों रुपये दिल्ली से गुजरात ले जाए जा रहे थे. फिलहाल पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है. साथ ही दावा किया जा रहा है कि ये हवाला का रुपया है |

डीएसपी मनोज सवारियां ने बताया कि फिलहाल पैसे जब्त कर लिए गए हैं और आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. शुरुआती जानकारी के अनुसार, यह हवाला से जुड़ा हुआ मामला प्रतीत हो रहा है. हालांकि पुलिस अभी मौके पर कार्रवाई में लगी हुई है. आरोपियों को गिरफ्तार कर थाने लाया गया है | थाने में इतने नोट गिनने के लिए मशीनें नहीं थीं, इसलिए मशीन भी बैंकों से मंगवानी पड़ी, नोट गिनने में ही सुबह से शाम हो गए | जब्त किए गए रुपयों की गिनती की गई है | आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है |

जिस कार नंबर DL8CA X3573 से ये पैसा जब्त किए उस गाड़ी को भी जब्त कर लिया गया है, पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है, गौरतलब हो कि बिछीवाड़ा थाना गुजरात की हिम्मत नगर बॉर्डर सड़क पर स्थित है, नेशनल हाइवे सड़क मार्ग यहीं से गुजरता है. हमेशा यहां पर तस्करी और दो नंबरी कालाबाजारी के माल यहीं से निकलते हैं और बिछीवाड़ा थाना पुलिस कार्रवाई को अंजाम देती है |

ऋषिकेश : एम्स में नौकरी लगाने के नाम पर महिला ने ठगे छह लाख , मुकदमा हुआ दर्ज

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ऋषिकेश, एम्स ऋषिकेश में नौकरी लगवाने के नाम पर छह लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले को लेकर पुलिस ने आरोपित महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही आगे की कार्रवाई में जुट गई है। बनखंडी निवासी पूनम पत्नी राजेंद्र कुमार ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी।

उन्होंने बताया कि उनके पड़ोस में आशा सिंह नाम की एक महिला रहती है। आरोप है कि आशा सिंह ने उससे एम्स में नौकरी लगाने के लिए झांसे में लिया। नौकरी लगाने के नाम पर उससे छह लाख रुपए मांगे। पूनम ने बताया कि उसने किसी तरह छह लाख रुपए का इंतजाम कर आशा सिंह को दे दिए। मगर, काफी समय बीतने के बाद भी एम्स में उसकी नौकरी नहीं लगी।

वो बीच-बीच में आशा से इस बारे में पूछताछ भी करती रही, लेकिन वह लगातार समय मांगने लगी। काफी वक्त गुजर जाने के बाद भी जब पूनम ने अपने पैसे वापस मांगे तो आशा सिंह ने उसे छह लाख रुपए का एक चेक वापस दे दिया। मगर, यह चेक पूनम ने जब बैंक में लगाया तो आशा सिंह के खाते में इतनी रकम ना होने के कारण बैंक में चेक को अनादरित कर दिया, पूनम ने आरोप लगाया कि जब उसने आशा से अपने पैसे वापस करने का दबाव बनाया तो उसने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने आशा सिंह पत्नी राजीव कुमार निवासी बनखंडी ऋषिकेश के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

पिथौरागढ़ : सीएम तीरथ सिंह रावत ने दी जनपद को सौगात, सात करोड़ की योजनाओं का हुआ लोकार्पण

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पिथौरागढ़, दो दिवसीय जनपद पिथौरागढ़ के भ्रमण पर पंहुचे मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने जिले में कोरोना महामारी की रोकथाम हेतु किए गए प्रबंधन एवं स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। मुख्यमंत्री श्री रावत जनपद मुख्यालय पंहुचते ही सीधे जिला बेस चिकित्सालय गए जहाँ उन्होंने कोविड केअर सेंटर का निरीक्षण करने के साथ ही ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट भवन एवं एवं आर टी पीसीआर लैब के कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने बेस चिकित्सालय में भर्ती कोविड पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली। बेस चिकित्सालय भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा 26 लाख 92 हजार रुपये की बेस चिकित्सालय में बनने वाले ऑक्सीजन जसनरेस हॉल का भी शिलान्यास किया गया गया।

बेस चिकित्सालय के निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री वहॉ से जिला चिकित्सालय पंहुचे जहाँ उन्होंने चिकित्सालय का निरीक्षण करने के साथ ही चिकित्सालय में भर्ती कोविड पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में तथा जिला चिकित्सालय में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में प्रमुख चिकित्साधीक्षक से जानकारी ली गई। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा जिला चिकित्सालय में नव निर्मित ऑक्सीजन जनरेशन भवन का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी पिथौरागढ़ ने अवगत कराया कि आगामी 25 मई से ऑक्सीजन जनरेशन यूनिट स्थापित करने का कार्य संबंधित फर्म द्वारा किया जा रहा है।जो अगले सप्ताह तक सुचारू हो जाएगा।

जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री व सांसद श्री अजय टमटा ने पीपीई किट पहनकर कोविड वार्ड एवं आईसीयू वार्ड में जाकर भर्ती कोरोना मरीजों से वार्ता की तथा उनके स्वास्थ्य का हाल जाना एवं उन्हें साहस दिलाते हुए शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की शुभकामनाएं दी ।
मुख्यमंत्री ने जिला चिकित्सालय में मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं एवं भोजन आदि व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस महामारी के दौर में सभी चिकित्सक, मेडिकल स्टाफ समेत प्रशासन रात-दिन कार्य कार्य कर रहे है वह उल्लेखनीय व महान कार्य हैं। उन्होंने कहा कि आगे भी वह इसी प्रकार कार्य करते हुए जिले को कोरोना मुक्त करें।

जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री विकास भवन पंहुचे जहां उन्होंने 7 करोड़ 7 लाख 45 हजार रुपये की लागत से निर्मित 8 विकास योजनाओं का लोकार्पण तथा 4 करोड़ 52 लाख 61 हजार रुपये की लागत के कुल 3 कार्यों का शिलान्यास किया गया। जिन योजनाओं का लोकार्पण किया गया उसमें 98.02 लाख की गड़वालखोली पेयजल योजना,107.22 लाख से निर्मित डिगरा मुवानी पेयजल योजना,87.92 लाख से निर्मित रई इन्फिल्टरेशन वेल पेयजल योजना,166.95 लाख से निर्मित राजकीय इंटर भवन का निर्माण, 43.38 लाख से निर्मित रॉक क्लाइम्बिंग साईट भाटकोट में एडवेंचर पार्क, 48.69 लाख से विकास खण्ड विण में निर्मित वन स्टॉप सेंटर, 13.11 लाख से जिला महिला चिकित्सालय में निर्मित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हरगोविंद पंत की स्थापित मूर्ति, 142.16 लाख से मसमोली से तड़ीगांव तक मोटर मार्ग में डामरीकरण के द्वितीय कार्य का लोकार्पण किया गया। शिलान्यास कार्यों में पीएमजीएसवाई के अंतर्गत 309.04 निर्मित गोगना मोटर मार्ग में द्वितीय चरण का कार्य, 66.71 लाख की लागत से निर्मित होने वाले आपदा प्रबंधन प्राधिकरण केन्द्र तथा 76.86 से अल्मोड़ा-हाट-जाख-धौलेत मोटर मार्ग में सुधारीकरण का कार्य सामिल है।

भ्रमण के दौरान मंत्री पेयजल, ग्रामीण निर्माण विभाग श्री विशन सिंह चुफाल, सांसद अल्मोड़ा श्री अजय टमटा, अध्यक्ष जिला पंचायत दीपिका बोहरा, विधायक पिथौरागढ़ चंद्रा पंत,विधायक गंगोलीहाट मीना गंगोला, उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सत्याल, अध्यक्ष नगर पालिका राजेन्द्र रावत,आयुक्त कुमाऊँ अरविंद सिंह ह्यांकी,पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं अजय रौतेला, जिलाधिकारी पिथौरागढ़ आनन्द स्वरूप, पुलिस अधीक्षक सुखबीर सिंह,मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, प्रभागीय वनाधिकारी विनय कुमार भार्गव,अपर जिलाधिकारी आर डी पालीवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी एच सी पंत जिलाअध्यक्ष भाजपा वीरेंद्र वल्दिया समेत विभिन्न जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित रहे।

कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने सीएमओ दफ्तर पर दिया धरना, ब्लैक फंगस से निबटने के सरकार के दावे को बताया खोखला

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देहरादून, ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन के लिए तीमारदार दर-दर भटक रहे हैं, मगर उन्हें दवाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। इसे लेकर शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने सीएमओ दफ्तर में धरना दिया। इस दौरान उन्होंने सरकार पर कई आरोप भी लगाए।

सूर्यकांत धस्माना ने सीएमओ डॉ. अनूप डिमरी और डिप्टी सीएमओ डॉ. कैलाश गुंज्याल से कहा कि मुझे दो दिन से दर्जनों तीमारदार मोबाइल पर ब्लैक फंगस के इंजेक्शन के लिए कॉल कर रहे हैं। मैं सरकार की ओर से बनाए गए नोडल अधिकारी व सीएमओ से संपर्क कर रहा हूं, तो कभी फोन नहीं उठता और फोन उठता है तो एक ही जवाब मिलता है कि इंजेक्शन नहीं हैं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि ब्लैक फंगस से निपटने के सरकार के दावे खोखले थे।

उनका कहना है कि आखिर सरकार ने एसओपी जारी क्यों की और क्यों कहा कि हमारी पर्याप्त तैयारी है। धस्माना ने कहा कि आज एक मरीज के तीमारदार ने बिलखते हुए उनको फोन किया तो वह स्वयं पहुंचे। यहां जमा तमाम लोग जो पिछले दो तीन दिन से चक्कर लगा रहे हैं, उन्होंने भी यही शिकायत की। सीएमओ अनूप डिमरी ने धस्माना को बताया कि उनके पास इंजेक्शन खत्म हो चुके हैं। अब कब आएंगे हमें नहीं पता हैं।

इस पर धस्माना ने कहा कि तो हम यहीं बैठे हैं, एक घंटे बाद डीजी हेल्थ डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने फोन कर धस्माना से वार्ता की और बताया कि ब्लैक फंगस के इस तरह से ज्यादा मामले आने की किसी को उम्मीद नहीं थी और इसमें लगने वाले जितने इंजेक्शन हमारे पास आए थे, वह बंट चुके हैं। तीन सौ इंजेक्शन का आर्डर दिया जा चुका है, जिसके आते ही मरीजों को तत्काल दे दिया जाएंगे। इसपर धस्माना ने कहा कि इलाज व इंजेक्शन आवंटन में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाए। इस आश्वासन के बाद धस्माना व उनके साथ धरने पर बैठे युवा कांग्रेस के सोनू हसन, विनीत प्रसाद भट्ट व फारुख राव ने धरना समाप्त किया।