Wednesday, June 11, 2025
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बद्रीनाथ-केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की मुख्य सचिव ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिये निर्देश

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देहरादून, मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने गुरुवार को सचिवालय में बद्रीनाथ-केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने केदारनाथ धाम हेतु लोक निर्माण विभाग द्वारा जुलाई, 2021 के प्रथम सप्ताह तक समुचित स्टाफ की तैनाती किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने मंदाकिनी नदी पर निर्मित सुरक्षा दीवार की सुदृढ़ता एवं वर्तमान स्थिति की जांच रिपोर्ट एक माह के भीतर प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग ने बताया कि केदारनाथ में सम्बन्धित व्यक्तियों हेतु भूमिधरी के अधिकार का शासनादेश हो गया है। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि उनके म्यूटेशन की कार्यवाही भी शीघ्र पूर्ण की जाए।

मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने बद्रीनाथ धाम में कराए जाने वाले कार्यों को ससमय प्रारम्भ कर निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत कार्यों को पूर्ण करने हेतु कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सभी कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिए जाने के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर सचिव श्री अमित नेगी, श्री दिलीप जावलकर, श्री एस. ए. मुरुगेशन, आयुक्त गढ़वाल श्री रविनाथ रमन, वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बन्धित जनपदों से जिलाधिकारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

सुमन लता के गर्भाशय से निकला साढ़े 5 किलो का ट्यूटर

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(प्रेम पंचोली)

देहरादून, मौजूदा वक्त में ईश्वर के रूप में हमारे सामने यदि कोई है तो आज के चिकित्सक ही हैं। स्वामी विवेकानंद धमार्थ चिकित्सालय धर्मावाला में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जो कभी गर्भाशय में भारी ट्यूमर के कारण जिंदगी और मौत के बीच झूल रही थी। वह आज नवजीवन लेकर अस्पताल से घर लौट चुकी है।

कालसी निवासी 32 वर्षीय सुमनलता एक बहुत गरीब परिवार की युवती है। जिसके गर्भाशय में भारी-भरकम ट्यूमर था। अन्य चिकित्सालय में वे उपचार इसलिए नही करवा पाई कि उनके परिवार के पास इस बीमारी की शैल्या चिकित्सा का खर्च उनके सामर्थ्य में नही था। हालांकि जैसे-जैसे उसका मर्ज बढ़ता गया उसने अपने इलाज के लिए अलग-अलग चिकित्सकों से परामर्श लिया। सर्वाधिक खर्च बढ़ने के कारण सुमनलता ने वापस देवी देवताओं के दरबार में माथा टेका। यहां भी असफलता मिलने पर अंततः सुमनलता को चिकित्सकीय उपचार की शरण मे लौटना पड़ा। मगर सुमनलता के सामने आर्थिक संकट फिर भी सबसे बड़ी चुनौती थी।

इधर सुमन लता को लोगों ने सलाह दी कि वह धर्मावाला स्थित स्वामी विवेकानंद धर्मार्थ चिकित्सालय में उपचार करवा सकती है। यह अस्पताल गरीब और असहाय लोगों की सेवा के लिए तत्पर है। यही वजह रही कि सुमनलाता को स्वामी विवेकानंद धर्मार्थ चिकित्सालय में भर्ती होना पड़ा। जहां इस गंभीर मामले को अपने हाथों में स्वयं चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सक डॉक्टर ताराश्री सिंघल ने ले लिया। उन्होंने बाकायदा अस्पताल के कुशल चिकित्सकों की एक विशेष टीम इस बावत गठित की है।

डॉ० ताराश्री सिंघल ने बताया कि 32 वर्षीय सुमनलता को लगभग डेढ़ महीने से अत्यधिक समय से माहवारी की समस्या थी। उन्होंने बताया कि रोगी का हीमोग्लोबिन का स्तर भी 2.6 था। जबकि बच्चेदानी 38 हफ्ते के बच्चे के बराबर हो चुकी थी। बावजूद इसके रोगी भी खुद अनभिज्ञ थी। जबकि रोगी का अल्ट्रासाउंड करवाने पर मालूम हुआ कि उसके बच्चेदानी में बहुत भारी रसौली है। इस स्थिति में रोगी को एक हफ्ते के लिए भर्ती किया गया।

इधर चिकित्सालय प्रशासन सुमनलता के लिए 6 यूनिट खून की व्यवस्था में जुट गया। इस तरह से सुमनलता को 6 यूनिट खून चढ़ाया गया। चिकित्सको ने बताया कि खून का स्तर सामान्य होने पर उन्होंने गत सप्ताह के अंतिम दिन डॉ. नरेंद्र चौहान, डॉ. वैभव प्रताप सिंह एवं एनेस्थेटिक डॉ. सी. बी. वर्मा द्वारा लगभग दो घंटे का कुशल ऑपरेशन किया गया, जहां उन्होंने सुमनलता के गर्भाशय से 5.5 किलोग्राम की रसौली बाहर निकालकर सुमनलता को नई जिंदगी दे दी।

उल्लेखनीय हो कि इस तरह के उपचार में एक भारी भरकम राशि चुकानी पड़ती है। मगर कालसी की सुमनलता की आर्थिक स्थिति को देखते हुए स्वामी विवेकानंद धर्मार्थ चिकित्सालय ने मामूली सी फीस लेकर इतना बड़ा उपचार व उपकार कर दिया। चिकित्सालय प्रशासन का कहना है कि यह अस्पताल सेवाभाव से संचालित किया जा रहा है। जहां ऐसी कोई परिस्थितियां सामने आती है तो अस्पताल हर वक्त लोगो की सेवा के लिए तत्पर है। चिकित्सको का यह भी कहना था कि सुमनलता को यदि अस्पताल आने में थोड़ा और देर होती तो यह उसके लिए जानलेवा हो सकता था।

नर सेवा को नारायण सेवा मानने वाले डॉ. राजेन्द्र खर्कवाल को किया सम्मानित

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पिथौरागढ- सामाजिक कार्यकर्त्ता जुगल किशोर पाण्डे कि पहल पर 1 जुलाई डाक्टर्सडे के अवसर पर नर सेवा को नारायण सेवा मानने वाले मात्र 50 रूपये फीस में मरीज का इलाज करने वाले डॉ. राजेन्द खर्कवाल को विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने उनके तिलढुकुरी आवास में सम्मानित किया।

गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज कानपुर से एम.बी.बी.एस. की डिग्री लेने के बाद डॉ. राजेन्द खर्कवाल ने मायावती अस्पताल लोहाघाट में 1 वर्ष तक निशुल्क सेवाये दी। 1981 में अपने पिता डा. मोतीराम खर्कवाल के पदचिन्हों पर चलते हुये इन 40 वर्षो में अपने को पूरी तरह डॉ.राजेन्द खर्कवाल ने निस्वाथ भाव से चिकित्सा सेवा में लगा दिया। मरीज जहॉ डॉ. राजेन्द खर्कवाल के मृदृभाषी होने की बात तो करते ही है वही चिकित्सापरामर्श के कायल है। गॉधी चौक में डॉ. मोतीराम खर्कवाल क्लीनिक में 67 वर्षीय डॉ. राजेन्द खर्कवाल के पास पहुचकर मरीज को संतुष्टि क साथ -साथ आत्मीयता का अनुभव होता है।कायक्रम में डॉ. गुरूकुलानन्द कच्चाहारी,, गिरधर सिंह बिष्ट प्रकाश जोशी वनक्षेत्रधिकारी दिनेश चन्द जोशी गजेन्द्र बोरा, तपन रावत डा.एन. भटृ, ललित शौर्य, गोपाल सती, विनोद भटृ आदि मौजूद थे।

एआईकेवीटीए और केविन्ट्सा ने उच्च शिक्षा मंत्री उत्तराखंड डॉ.धन सिंह रावत का आभार जताया

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उत्तराखंड के 8 जनपदों को भी स्पेशल कंपसेटरी रिमोट एरिया भत्ता (आरएलए) एवं शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के अधीन कार्यरत आटोनामस संस्थाओं के शिक्षक एवं कर्मचारीयो को नई परिभाषित अंशदान प्रणाली के समस्त लाभ दिये जाने की मांग के सम्बंध में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण को उच्च शिक्षा मंत्री उत्तराखंड डॉ. धन सिंह रावत ने शिक्षक कर्मचारी संघ के पत्र को प्रेषित करते हुए भारत सरकार के कार्मिक एवं लोक शिकायत विभाग व पेंशन भोगी कल्याण विभाग द्वारा जारी आदेशो के समस्त लाभ दिए जाने का अनुरोध किया है।

उल्लेखनीय है कि गत दिनों हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय के कर्मचारी नेता मनोज नेगी ने मंत्री महोदय से मिलकर उन्हें उत्तराखंड के शिक्षक कर्मचारीयो की समस्या से अवगत कराया था।
माननीय वित्त मंत्री को प्रेषित पत्र में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने पिथौरागढ़, चंपावत,उतरकाशी,
चमोली एवं रुद्रप्रयाग जिलों की भांति उत्तराखंड अन्य जिलों को भी आरएलए दिये जाने का आग्रह किया है क्योंकि अन्य जनपदों की भौगोलिक स्थिति भी इनसे मिलती हुई है।

अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डी एम लखेड़ा सँयुक्त सचिव राजेश कुकरेती एवं केंद्रीय विद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार एवं सचिव संजय गुसाईं ने उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा उत्तराखंड की सरकारी ऑटोनामस शिक्षण संस्थाओं की आवाज उठाने के लिये आभार व्यक्त किया है।

गुलशन कुमार हत्या मामला : हाईकोर्ट ने बरकरार रखी रऊफ मर्चेंट की उम्रकैद, रमेश तौरानी के खिलाफ सबूत नहीं, महाराष्ट्र सरकार की अपील खारिज

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मुंबई, टी-सीरीज के संस्थापक गुलशन कुमार हत्या मामले से जुड़ी याचिका पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने फैसला सुना दिया है। इसमें मर्डर के एक दोषी अब्दुल रऊफ उर्फ दाऊद मर्चेंट की सजा को बरकरार रखा गया है। अब्दुल रऊफ अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का साथी है। उसे सेशन कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी। हाई कोर्ट ने साफ कहा कि अब्दुल रऊफ किसी तरह की उदारता का हकदार नहीं है क्योंकि वह पहले भी पैरोल के बहाने बांग्लादेश भाग गया था।

वहीं रमेश तौरानी को मामले में बरी कर दिया गया है। कोर्ट को उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं। इसीलिए तौरानी के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार की याचिका को खारिज कर दिया गया।बता दें कि जस्टिस जाधव और बोरकर की बेंच ने इस केस का फैसला सुनाया। गुलशन कुमार की हत्या से जुड़ी कुल चार याचिकाएं बॉम्बे हाई कोर्ट में आई थीं। इसमें तीन अपील रऊफ मर्चेंट, राकेश चंचला पिन्नम और राकेश खाओकर को दोषी ठहराए जाने के खिलाफ थीं। मर्चेंट को गुलशन कुमार हत्या के केस में दोषी ठहराया था, अब कोर्ट ने उसकी सजा को बरकरार रखा है।गुलशन कुमार मर्डर केस में एक अन्य आरोपी अब्दुल राशिद को बॉम्बे हाईकोर्ट ने दोषी ठहराया है। उसे पहले सेशन कोर्ट ने बरी कर दिया था। दाऊद के गुर्गे अब्दुल रशीद को बॉम्बे हाईकोर्ट ने दोषी ठहराए हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।

12 अगस्त 1997 को गुलशन कुमार मंदिर से घर लौटकर जा रहे थे तभी कुछ बदमाशों ने गुलशन कुमार पर गोलियां बरसा दीं थीं।गुलशन कुमारगौर हो कि गुलशन की मौत सभी के लिए काफी शॉकिंग थी। किसी ने नहीं सोचा था कि इतनी बड़ी हस्ती को कोई ऐसे खुल्लेआम गोली मार कर चला जाएगा। दरअसल सिंगर नदीम के इशारे पर ही गुलशन कुमार की हत्या की गई थी। इंडस्ट्री में नाम घटने का गुस्सा नदीम के दिमाग पर इस कदर हावी हुआ कि उसने गुलशन कुमार की हत्या कराने का मन बना लिया।इस काम के लिए उसने अंडरवर्ल्ड का सहारा लिया। उन दिनों बॉलीवुड पर अंडरवर्ल्ड का सीधा प्रभाव था। दाऊद इब्राहिम दुबई से अपना धंधा चलाता था और अबू सलेम उस वक्त दाऊद का गुर्गा था।

नदीम का फोन जाने के बाद उसने दुबई में एक मीटिंग की और गुलशन कुमार को फोन किया।अबू सलेम ने गुलशन कुमार को दस करोड़ रुपए की फिरौती यानी प्रोटेक्शन मनी और नदीम को काम देने की धमकी दी। गुलशन कुमार ने घबराकर ये बात अपने छोटे भाई किरण कुमार को बताई थी। बताया जाता है कि उससे थोड़े दिन पहले ही गुलशन कुमार ने कथित तौर पर एक किश्त दाऊद गैंग को दी थी। वो फिर से अब उसे पैसा नहीं देना चाहते थे। इसलिए उन्होंने इस धमकी पर चुप लगा जाना ही बेहतर समझा।गुलशन कुमारजब अबू सलेम को ये पैसा तय वक्त पर नहीं मिला तो उसने तय कर लिया कि गुलशन कुमार की हत्या करनी पड़ेगी। तीन शूटर इसके लिए रखे गए और उन्होंने जुहू के एक मंदिर के बाहर एक 12 अगस्त 1997 की सुबह गोली चला दी।

गुलशन उस वक्त वहां से पूजा करके निकल रहे थे। गुलशन के सिर में गोली लगी उन्होंने बचने की कोशिश की तो बाकी दो शूटर्स ने उन पर 16 गोलियां दाग दीं। उनके ड्राइवर ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो शूटर्स ने उसे भी गोली मार दी। जिसके बाद गुलशन कुमार को अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो चुकी थी।

गैरसैंण : भाजपा की राष्ट्रीय मीडिया टीम के सदस्य सतीश लखेड़ा ने गैरसैण सीएचसी को भेंट किया ऑक्सीजन प्लांट

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15 मरीजों के लिए एक साथ उपलब्ध हो सकेगी ऑक्सीजन सप्लाई

गैरसैंण ब्लॉक की चारों पीएचसी के लिये जल्द उपलब्ध होगी ईसीजी मशीन

गैरसैंण, भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय मीडिया टीम के सदस्य सतीश लखेड़ा ने आज वीरवार को गैरसैंण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए एक ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट भेंट किया। इस प्लांट की क्षमता 15 मरीजों को एक साथ ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की है। साथ ही उन्होंने घोषणा की कि राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की स्वीकृति से विकासखंड गैरसैंण के चारों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ईसीजी मशीन उपलब्ध कराई जाएंगी।

गैरसैंण अस्पताल में एक सूक्ष्म कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय प्रबुद्ध नागरिकों के बीच लखेड़ा ने अस्पताल प्रशासन को ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट भेंट किया। उन्होंने राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का आभार जताते हुए कहा कि इससे पूर्व भी सांसद बलूनी द्वारा जनपद चमोली को 15 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेंट किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही कर्णप्रयाग और गैरसैण विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य उपकरण वितरण का कार्यक्रम चलाया जाएगा। अस्पताल प्रशासन ने सांसद बलूनी का आभार जताया और अपेक्षा की कि वे भविष्य में भी अस्पताल के उच्चीकरण हेतु सहयोग करेंगे। अस्पताल प्रशासन ने एक रेडियोलॉजिस्ट व दूरस्थ क्षेत्रों में डॉक्टरों की तैनाती का विषय उठाया। लखेड़ा ने कहा कि वह सांसद बलूनी को इस विषय से अवगत कराएंगे और अपने स्तर से भी स्वास्थ्य विभाग से चर्चा करेंगे।सतीश लखेड़ा का प्रयास गैरसैंण को मिला,ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट - Khabar  Sameeksha (ख़बर समीक्षा)

इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता रामचंद्र गौड़, मंडल अध्यक्ष मंगल नारायण , ब्लॉक प्रमुख श्रीमती शशि देवी, जिला मंत्री डॉ अवतार सिंह नेगी , चिकित्सालय अधीक्षक ड़ा. अर्जुन सिंह रावत, युवा मोर्चा के पूर्व मीडिया प्रभारी दिनेश गौड़, अनुसूचित मोर्चा के अध्यक्ष रहे वीरेंद्र टम्टा, युवा मोर्चा के महामंत्री संजय रावत, खिलाफ सिंह गुसाईं, चीफ फार्मेसिस्ट रघुवीर सिंह पंवार, पार्षद राजेंद्र शाह, त्रिलोक सिंह नेगी श्रीमती पुष्पा देवी आदि उपस्थित थे।

सोनोलॉजिस्ट परीक्षा में अब्बल रहे जनकल्याण हास्पिटल के डॉ. संजय बगवाड़ी

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“लिखित परीक्षा में द्वितीय एंव प्रैक्टिकल परीक्षा में प्रदेश भर में तृतीय स्थान किया प्राप्त”।

(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग-चिकित्सा छैत्र में जनपद रुद्रप्रयाग के लिये गौरवपूर्ण छण जनपद में चिकित्सा छैत्र में अपनी सेवा देने वाले डा. संजय बगवाडी ने सोनोलॉजिस्ट परीक्षा मे प्रदेश भर में रुद्रप्रयाग का नाम रोशन किया।
जन कल्याण हास्टिपल रुद्रप्रयाग के चिकित्सक डाॅ संजय चन्द्र बगवाड़ी ने सोनोलॉजिस्ट के लिए योग्यता आधारित मूल्यांकन परीक्षा को न केवल अच्छे नंबरों से पास किया बल्कि प्रदेश स्तरीय इस परीक्षा में क्रमशः लिखित व प्रैक्टिकल में द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्रदेश भर में प्राप्त कर जनपद का नाम रोशन किया ।


बता दे सीबीईटी की परीक्षा में उत्तराखण्ड के 70 सोनोलाॅजिस्ट ने भाग लिया था। 45 लोगों ने लिखित परीक्षा पास की व उनमें से सिर्फ 22 लोगों ने प्रैक्टिकल परीक्षा उत्तीर्ण की। डाॅ संजय चन्द्र बगवाड़ी प्रदेश भर में लिखित परीक्षा में दूसरे और प्रैक्टिकल परीक्षा में तृतीय स्थान पर रहे। गुप्तकाशी के ल्वाणी गॉव के मूल निवासी डाॅ संजय बगवाड़ी ने कहा कि परीक्षा को पास करना आसान नहीं था प्रदेश भर के कई सोनोलाॅजिस्ट परीक्षा में भाग ले रहे थे। उन्होंने कहा कि अच्छे नंबरों से परीक्षा पास करने के बाद वह अच्छा महसूस कर रहे हैं। निश्चित ही इसका लाभ अब मरीजों को मिलेगा।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने पुरोहितों और कांठबंगला क्षेत्र में जरूरतमंदों का बांटा राशन

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देहरादून, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने न्यू कैंट रोड स्थित अपने कैम्प कार्यालय में क्षेत्र के 150 पुरोहितों एवं पुजारियों को राशन किट वितरित की गई। इससे पूर्व मंत्री कांठ बंगला में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे जहां उनके द्वारा 350 परिवारों को राशन किट बांटी गई।

काबीना मंत्री ने पुरोहितों का अभिवादन करते हुए कहा कि सनातन परम्परा के अनुसार पुरोहितों को गुरू का दर्जा दिया जाता है और गुरूओं का ध्यान रखना उनकी फिक्र करना हमारे लिए सम्मान की बात होती है। मैं तो यह मानता हूं कि मेरी पार्टी और आप गुरूओं के आर्शिवाद का ही परिणाम है कि मेरे जैसे फौज के रायफलमैन को पहले विधायक और अब मंत्रीमण्डल सदस्य के रूप में आपकी सेवा का अवसर प्राप्त हुआ है। इसके उपरांत कैबिनेट मंत्री द्वारा स्वयं पुरोहितों के पास जा कर उन्हें सूक्ष्म दक्षिणा भेंट की एवं उनका आर्शिवाद लिया।
इस अवसर पर भाजपा मसूरी मण्डल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, श्रीदेव सुमन मण्डल अध्यक्ष पूनम नौटियाल, महिला मोर्चा की महानगर अध्यक्ष कमली भट्ट, मंजीत रावत, मंसूर खान, विशाल कुल्हान, मोहित अग्रवाल, विष्णु गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

ओएनजीसी-ऑयल इंडिया को सरकार ने किया आगाह, इन क्षेत्रों में उत्पादन शुरू करें वर्ना होगी नीलामी

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नई दिल्ली, केंद्र सरकार ने ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) को खोजे गये क्षेत्रों में उत्पादन शुरू नहीं होने को लेकर आगाह किया है। ऐसा नहीं होने पर सरकार इन क्षेत्रों को अपने नियंत्रण में लेकर नीलाम करेगी।

क्या कहा गया सरकार की ओर से: पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इन दोनों कंपनियों से कहा कि जो भी तेल और गैस क्षेत्र उनके पास हैं और जहां उत्पादन शुरू नहीं हुआ है, उसे क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ मिलकर ज्वाइंट वेंचर के जरिये पूर्ण रूप से उपयोग में लाने की जरूरत है। ऐसा नहीं होने पर सरकार अपने नियंत्रण में लेकर नीलाम करेगी।

प्राइवेट कंपनियों को हिस्सेदारी बेचे ONGC, केंद्र सरकार ने तीसरी बार डाला दबाव

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां ऐसे समय जब देश तेल एवं गैस का शुद्ध रूप से आयातक है, कंपनियां संसाधनों को अनंतकाल तक अपने पास दबाये बैठी नहीं रह सकती। उन्होंने बताया कि भारत 1990 के दशक से निजी और अन्य कंपनियों के लिये तेल एवं गैस क्षेत्र की नीलामी कर रहा है। इसके बाद भी ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपारेशन (ओएनजीसी) और ओआईएल के पास कई साल से बड़ी संख्या में ऐसे क्षेत्र पड़े हैं |
देश के सभी आठ अवसादी बेसिन क्षेत्रों की खोज और उसे उत्पादन में लाने वाली ओएनजीसी और ओआईएल देश में उत्पादित कुल तेल एवं गैस का करीब तीन चौथाई उत्पादन करती है। इन दोनों कंपनियों खासकर ओएनजीसी को खोजे गये क्षेत्रों से उत्पादन नहीं कर पाने को लेकर आलोचनाओं को सामना करना पड़ा है।

ONGC 6.6 अरब डॉलर में कर सकती है HPCL का अधिग्रहण, देश में एक बड़ी तेल कंपनी बनाने की योजना
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत को अपने महत्वकांक्षी आथिक वृद्धि एजेंडे के लिये ऊर्जा की जरूरत है। ‘‘हम आयात पर निर्भरता कम करना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि जो भी हमारे संसाधन हैं, उसका पूरा उपयोग हो।’’

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इसीलिए हमने अपनी सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों को नीतिगत दिशानिर्देश दिया है। या तो आप अपने दम पर नये भागीदारों के जरिये या नये आर्थिक मॉडल के आधार पर उत्पादन कीजिए, अन्यथा एक निश्चित समय बाद सरकार हस्तक्षेप करेगी और संसाधनों की नीलामी के लिये अपने अधिकार का उपयोग करेगी(साभार जनसत्ता)।

Post Office के साथ सिर्फ 5000 रुपये में करें बिजनेस, हर महीने होगी बंपर कमाई, चेक करें डिटेल्स

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नई दिल्ली: अब आप पोस्ट ऑफिस (Post Office) के जरिए हर महीने मोटी कमाई कर सकते हैं. खास बात यह है कि इसके लिए आपको सिर्फ 5000 रुपये खर्च करने होंगे और इसके बाद आराम से सालाना लाखों की कमाई कर सकते हैं. बता दें पोस्ट ऑफिस की तरह से फ्रेंचाइजी (Post office Franchise) दी जा रही है यानी आप पोस्ट ऑफिस खोलकर पैसा कमा सकते हैं. इस समय देश में लगभग 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस हैं. इसके बाद भी सभी जगह पर पोस्ट ऑफिस की पहुंच नहीं बनी है. इसी को ध्यान में रखते हुए फेंचाइजी दी जा रही है. आइए आपको बातते हैं आप कैसे फ्रेंचाइजी ले सकते हैं-

बता दें पोस्ट ऑफिस की तरफ से दो तरह की फ्रेंचाइजी दी जाती हैं. इसमें पहली फ्रेंचाइजी आउटलेट की है और दूसरी पोस्टल एजेंट्स फ्रेंचाइजी है. आप इसमें से कोई सी भी फ्रेंचाइजी ले सकते हैं. इसके अलावा ऐसे एजेंट्स जो शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पोस्टल स्टैम्प्स और स्टेशनरी घर-घर पहुंचाते हैं. इसको पोस्टल एजेंट्स फ्रेंचाइजी के नाम से जाना जाता है.

कौन ले सकता है फ्रेंचाइजी-
>> फ्रेंचाइजी लेने वाले व्यक्ति की आयु 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए.
>> कोई भी भारतीय नागरिक पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी ले सकता है.
>> फ्रेंचाइजी लेने वाले व्यक्ति के पास किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से 8वीं पास का सर्टिफिकेट होना जरूरी है.
>> फ्रेंचाइजी का आवेदन करने के लिए सबसे पहले फॉर्म भरकर सब्मिट करना होगा.
>> सेलेक्शन होने पर इंडिया पोस्ट के साथ एक MoU साइन करना होगा.

खर्च करने होंगे सिर्फ 5000 रुपये
बता दें इस फ्रेंचाइजी को लेने के लिए आपको सिर्फ 5000 रुपये खर्च करने होंगे. फ्रेंचाइजी मिलने के बाद आप कमीशन के जरिए कमाई कर सकते हैं. यह आपके काम पर निर्भर करता है कि आप कितनी कमाई कर सकते हैं.

ऑफिशियल वेबसाइट पर करें विजिट
इसके अलावा इस फ्रेंचाइजी के लिए आप पोस्ट ऑफिस का ऑफिशियल नोटिफिकेशन पढ़ लें और ऑफिशियल साइट से ही आवेदन करें.
आवेदन करने के लिए आप (https://www.indiapost.gov.in/VAS/DOP_PDFFiles/Franchise.pdf) इस ऑफिशियल लिंक पर क्लिक कर सकते हैं. यहां से आप फॉर्म डाउनलोड करके फ्रेंचाइजी के लिए आवेदन कर सकते हैं. बता दें जिन भी लोगों को चुना जाएगा उनको पोस्ट डिपार्टमेंट के साथ एक एमओयू साइन करना होता है. इसके बाद ही वह ग्राहकों को सुविधाएं दे सकेंगे.

कैसे होती है कमाई
पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी से कमाई कमीशन पर होती है. इसके लिए पोस्ट ऑफिस की तरफ से मिलने वाले प्रोडक्ट और सर्विस दी जाती है. इन सभी सर्विस पर कमीशन दिया जाता है. MOU में कमीशन पहले ही तय कर दिया जाता है.

कितना तय होता है कमीशन-
>> रजिस्‍टर्ड आर्टिकल्‍स की बुकिंग पर 3 रुपये
>> स्‍पीड पोस्‍ट आर्टिकल्‍स की बुकिंग पर 5 रुपये
>> 100 से 200 रुपये के मनी ऑर्डर की बुकिंग पर 3.50 रुपये
>> 200 रुपये से ज्‍यादा के मनी ऑर्डर पर 5 रुपये
>> हर माह रजिस्‍ट्री और स्‍पीड पोस्‍ट के 1000 से ज्‍यादा बुकिंग पर 20 फीसदी अतिरिक्‍त कमीशन
>> पोस्‍टेज स्‍टांप, पोस्‍टल स्‍टेशनरी और मनी ऑर्डर फॉर्म की बिक्री पर सेल अमाउंट का 5 फीसदी
>> रेवेन्‍यू स्‍टांप, सेंट्रल रिक्रूटमेंट फी स्‍टांप्‍स आदि की बिक्री समेत रिटेल सर्विसेज पर पोस्‍टल डिपार्टमेंट को हुई कमाई का 40 फीसदी