Wednesday, June 18, 2025
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पेड़ लगाने के बाद उसकी देखभाल की जिम्मेदारी भी लें : यतीश्वरानंद

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हरिद्वार 16 जुलाई (कुलभूषण)  प्रदेष के भाषाए पुनर्गठनए गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग तथा ग्राम्य विकासएकैबनेट मंत्री स्वामी यतीष्वरानंद  जिलाधिकारी सी0 रविशंकर डी एफ ओ नीरज कुमार ने हरेला पर्व  के अवसर पर गंगा वाटिका  हरिद्वार वन प्रभाग  कनखल से वृहद् वृक्षारोपण अभियान का शुभारम्भ किया।

इस अवसर विकासएकैबनेट मंत्री स्वामी यतीष्वरानंद  ने प्राकृतिक वातावरण का उल्लेख करते हुये कहा कि प्रकृति के बीच में रहने का अपना एक अलग ही आनन्द है। उन्होंने कहा कि जब आप पेड़ के नीचे बैठे होते हैंए तो उस समय मन को काफी सुकून मिलता है।उन्होंने कहा कि हमें केवल पेड़ लगाने तक ही सीमित नहीं रहना चाहियेए बल्कि उस पेड़ की पूरी देखभाल व जिम्मेदारी भी लेनी चाहियेए तभी वह पेड़ पुष्पित व पल्लवित होगा।
जिलाधिकारी सी रविशकर ने कहा कि हमने हरेला पर्व से सम्पूर्ण जनपद में पूरे जुलाई माह में वृक्ष लगाने की योजना बनाई है। वृक्षारोपण अभियान को पूरे योजनाबद्ध ढंग से चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि तटबन्धों के आसपास भी पेड़ पेड़ लगाने की हमारी योजना हैए जो हमें बाढ़ जैसी आपदाओं को कम करने में मदद कर सकता है।

डी एफओ नीरज कुमार ने कहा कि वृक्षों के महत्व से हम सभी परिचित हैं। आज आवश्यकता इस बात की है कि हमारी कथनी और करनी में अन्तर नहीं होना चाहिये। उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक पेड़ लगाने के साथ ही उसके संरक्षण पर भी ध्यान देने को कहा।
इस अवसर पर बीइंग भागीरथ संस्था द्वारा आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों के उत्साहवर्द्धन के लिये पुरस्कार बांटे गये।
इस अवसर पर रामकृष्ण मिशन के स्वामी दयाधीपानंद महाराज  बीइंग भागीरथ के शिखर पालीवाल सहित बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित हुई उत्तराखण्ड चार धाम देवस्थानम् प्रबन्धन बोर्ड की बैठक

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देहरादून , मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड की तीसरी बैठक आयोजित हुई। बैठक में बोर्ड के वर्ष 2021-22 के बजट को अनुमोदित किया गया। इसके साथ ही जोशीमठ में श्री बद्रीनाथ वेद वेदांग स्नात्तकोतर संस्कृत महाविद्यालय जोशीमठ की अध्यासन वाली भूमि पर वेद अध्ययन केन्द्र स्थापित किये जाने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में बोर्ड द्वारा धार्मिक मान्यताओं को देखते हुए श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री मन्दिरों के गर्भगृह से सजीव प्रसारण न किये जाने का भी सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।

बैठक में श्री केदारनाथ धाम में पूजा/यात्रा व्यवस्था के सफल संचालन हेतु मास्टर प्लान के अनुसार आधारभूत संरचनाओं का निर्माण कार्य सम्पादित करने हेतु कन्सलटेंट चयनित किये जाने पर भी सहमति दी गई।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि चारधाम स्थित मन्दिरों में पुरानी परम्परायें चलती रहेगी। राज्य सरकार का कार्य मन्दिर की आन्तरिक व्यवस्थाओं पर अधिकार करना नही बल्कि सहयोग करना है। हमारा उद्देश्य मन्दिर परिसरों की सुविधाओं के विकास में सहयोगी बनना है। उन्होंने सभी सदस्यों से इस सम्बन्ध में सभी को अवगत कराने की भी अपेक्षा की है।

उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में सभी सम्बन्धित लोगों से वार्ता भी की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा संचालित न होने की दशा में आवश्यकता पड़ने पर बोर्ड को अतिरिक्त वित्तीय सहायता दिये जाने पर भी विचार किया जायेगा, इसके लिये मुख्यमंत्री ने संशोधित प्रस्ताव प्रेषित करने को कहा।
बैठक में आयुक्त गढ़वाल एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम बोर्ड श्री रविनाथ रमन ने बोर्ड के कार्यकलापों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 में श्री बद्रीनाथ देवस्थानम हेतु 24.46 करोड़, श्री केदारनाथ देवस्थानम के लिये 29.92 करोड़ तथा गंगोत्री एवं यमुनोत्री के लिये 50-50 लाख का बजट प्रस्तावित है जिसे बोर्ड द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है।
बैठक में पर्यटन मंत्री तथा उपाध्यक्ष चारधाम देवस्थानम बोर्ड श्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु, सचिव श्री दिलीप जावलकर, अपर सचिव वित श्री वी षणमुगम, बोर्ड के सदस्यों में महाराजा मनुजेन्द्र शाह, श्री निवास पोस्ती, श्री आशुतोष डिमरी, श्री गोविन्द सिंह पंवार, श्री कृपाराम सेमवाल, श्री जयप्रकाश उनियाल तथा श्री महेन्द्र शर्मा उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड श्री वी0डी0सिंह, वित नियन्त्रक श्री जगत सिंह बिष्ट, डॉ. हरीश गौड, अनिल ध्यानी, प्रमोद नौटियाल, कुलदीप नेगी भी उपस्थित थे

स्वास्थ्य मंत्री ने हरेला पर्व पर दी 22 मृतक आश्रितों को नौकरी की सौगात

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देहरादून, लोक पर्व हरेला के अवसर पर चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य महानिदेशालय, सहस्त्रधारा रोड़ में वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने 22 मृतक आश्रितों को नियुक्ति पत्र सौंप कर सरकारी नौकरी की सौगात दी। महानिदेशालय में अधिकारी वर्ग के रिक्त पदों की डीपीसी करने सहित मैनेजमेंट के खाली पदों को दो सप्ताह के भीतर भरने के निर्देश अधिकारियों को दिये। वैश्विक महामारी कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए विभागीय अधिकारियों को अभी से तैयारियों में तेजी लाने के निर्देश दिये।

हरेला पर्व के अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत आज चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशालय पहुंचे। वृक्षारोपण कार्यक्रम में प्रतिभाग कर स्वास्थ्य मंत्री ने महानिदेशालय परिसर में रूद्राक्ष वृक्ष रोपा। इस अवसर पर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए कहा कि हरेला पर्व उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़ा पर्व है, जो हमें प्रकृति से जुड़े रहने का अहसास कराता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रत्येक व्यक्ति को आगे आना चाहिए तभी जाकर हमारा पर्यावरण सुरक्षित रहेगा।

स्वास्थ्य मंत्री डा. रावत ने इस अवसर पर विभाग के तहत 22 मृतक आश्रितों को नियुक्ति पत्र वितरित कर उन्हें सरकारी सेवा में आने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि नवनियुक्त कार्मिकों को राज्य के विभिन्न जनपदों में तैनाती दी गई है। इनमें अजय कुमार, नरेश कन्याल, रेनू, प्रवीन पुरोहित, आयुष गैरोला, मंजुल सती, प्रवीन, ललित कुमार, दीपक सिंह, जितेन्द्र सिंह रावत, नेहा राणा, रविन्द्र, हरीश आर्य, रजत भट्ट, नितेश कुमार, आशीष भडेती, शिवांगी बोरा, नितिन भट्ट, अकतर अली, अभिषेक सौदे, अभिषेक कुमार, अर्चना सक्सैना शामिल है। विभागीय मंत्री ने स्वास्थ्य महानिदेशालय में रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि निदेशालय में अधिकारी वर्ग के रिक्त पदों एवं प्रोन्नति के पदों को डीपीसी के माध्यम से शीघ्र भरा जाय।

वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान विभागीय मंत्री ने वैश्विक महामारी कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अहवान किया वह अभी से तैयारियों में जुट जायें ताकि समय रहते राज्य को कोविड महामारी से होने वाले नुकसान से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा सराहनीय कार्य किया। विभागीय मंत्री ने बाताया कि कोरोना कल में बेहत्तर कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा।

वृक्षारोपण कार्यक्रम में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशक डा. तृप्ति बहुगुणा, निदेशक डा. सरोज नैथाणी, अपर निदेशक डा.एस.के.गुप्ता, आईईसी स्टेट कोर्डिनेटर जे.सी. पाण्डेय सहित अनेक विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

Harela Parv 2021: बी0एस0नेगी महिला पॉलीटैक्निक ने पौधे रोप कर मनाया हरेला पर्व

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प्रकृति के प्रति आभार प्रकट करने का पर्व है हरेला

देहरादून , बी0एस0नेगी महिला पॉलीटैकिन में कोविड – 19 के नियमों का पालन करते हुए शिवालिक नर्सरी के सहयोग से हरेला पर्व मनाया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि  दिनेश कुमार पांडे, पूर्व निदेशक, ओएनजीसी ने कहा कि प्रकृति हमारी जीवनदायनी है। अपनी जीवनदायनी का पर्व हमें सिर्फ एक दिन ही नहीं अपितु रोज मनाना चाहिए। उन्होने हरेला का महत्व बताते हुए सभी को हरेला पर्व की शुभकामनाये ंदी।

इस अवसर पर संस्थान में व संस्थान छात्रावास में मुख्य अतिथि सहित चेयरमैन, गवर्निंग बॉडी के सदस्यों  के0पी0शर्मा,  जे0 मेहन, श्रीमती प्रमिला राठौर,  हरिशंकर जोशी,  विजय जुयाल व अन्य अतिथि  चौहान नेगी,  वर्माजी , प्रधानाचार्या व समस्त कर्मचारियों ने उत्तराखंड व संस्थान की सुख समृद्धि के लिए कई पौधे लगा कर प्रकृति को समर्पित किये व संस्थान कैम्पस को हरा भरा रखने का संकल्प लिया गया। साथ ही छात्राओं में प्रकृति के प्रति जागरूकता व यहॉं के पर्यावरण विदों सुश्री गौरा देवी, चंडी प्रसाद भट्ट व सुंदरलाल बहुगुणा के पदचिन्हों पर चलकर उत्तराखंड व देश में पर्यावरण की रक्षा करने का आह्वान किया।

संस्थान प्रधानाचार्या ने उपस्थित समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि जिस तरह से संस्थान पिछले 34 वर्षे से निरन्तर तकनीकी शिक्षा प्रदान कर उत्तराखंड की महिलाओं को स्वावलम्बि बनाने के पथ पर अग्रसर है हरेला के लोकपर्व पर कामना करती हूूं कि यह संस्थान निरन्रत अपने पथ पर आगे बढता रहे व फलता फूलता रहें। उन्होने संस्थान प्रबंधन को अवगत कराया कि संस्थान में सत्र 2021-22 हेतु प्रवेश प्रारम्भ हो गये है व इस बार अच्छा प्रतिक्रिया (त्मेचवदेम) प्राप्त हो रही है।

प्रेमनगर में पुस्ता गिरने की घटना : लोक निर्माण मंत्री ने एनएच अधिकारियों को लगाई जमकर फटकार

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देहरादून, प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को प्रेम नगर स्थित पांवटा हाईवे को चौड़ा करने के बाद सड़क किनारे बनाए गए पुस्ते के ढह जाने के बाद औचक निरीक्षण करते हुए कार्य में लापरवाही बरतने पर मौके पर मौजूद नेशनल हाईवे के अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई।

प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को प्रेमनगर (देहरादून) पांवटा हाईवे को चौड़ा करने के दौरान लगभग 6 माह पूर्व सड़क के किनारे बने पुस्ते के ढह जाने को गंभीरता से लेते हुए मौके पर जाकर निरीक्षण करने के साथ-साथ लापरवाही बरतने पर नेशनल हाईवे के मुख्य अभियंता ओम प्रकाश सहित वहां उपस्थित एन.एच. के अन्य अधिकारियों को भी जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की हादसों को न्यौता देने वाली इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लोक निर्माण मंत्री श्री महाराज ने क्षतिग्रस्त पुस्ते के आसपास मार्किंग और वैरीकेटिंग ना लगाए जाने पर हादसे की आशंका को देखते हुए उपस्थित नेशनल हाईवे के अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई।

उन्होंने कहा कि हम इसकी जांच करेंगे, ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति दोबारा ना हो। श्री महाराज ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि सड़क के किनारे नालियों की साफ-सफाई होनी समय समय पर होनी चाहिए ताकि सड़क पर पानी न रुकेने पाये।

लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि सड़कों पर जहां कहीं भी गड्ढे हो उनको तुरंत भरने के साथ-साथ सड़कों को सीधा सुगम और स्वच्छ रखा जाए। उन्होने बताया कि पुस्ते के ढह जाने के लिए कांट्रेक्टर ने अपनी गलती मानकर मरम्मत का कार्य प्रारंभ कर दिया है।

ज्ञात हो कि हाल ही में पांवटा हाईवे प्रेमनगर में हल्की बारिश के पश्चात नेशनल हाईवे के किनारे 6 माह पूर्व बना पुस्ता ढह गया था जिसका निरीक्षण करने लोक निर्माण मंत्री श्री सतपाल महाराज यहां पहुंचे थे।

निरीक्षण के दौरान श्री सतपाल महाराज ने नेशनल हाईवे के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए पुस्ते की गुणवत्ता की जांच के भी निर्देश दिए हैं। इस मौके पर स्थानीय विधायक श्री हरबंस कपूर के अलावा नेशनल हाईवे के मुख्यअभियंता ओम प्रकाश, अधीक्षण अभियंता रणजीत एवं अधिशासी अभियंता ओमपाल आदि मौजूद थे।

उत्तरकाशी : इंद्रावती नदी के रिचार्च जोन मानपुर गांव में कैबिनेट मंत्री जोशी ने किया रुद्राक्ष की पौध का रोपण

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उत्तरकाशी, हरेला पर्व के अवसर पर काबीना मंत्री श्री गणेश जोशी ने उत्तरकाशी के इंद्रावती नदी के रिचार्च जोन मानपुर गांव में रुद्राक्ष की पौध का रोपण किया। वहीं जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित ने माल्टा की पौध लगाई। यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत ने रुद्राक्ष व डीएफओ पुनीत तोमर ने माल्टा की पौध रोपित की। उत्तराखंड की संस्कृति का प्रतीक हरेला पर्व के शुभ अवसर पर काबीना मंत्री श्री गणेश जोशी ने प्रदेश वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। वृक्षारोपण कार्यक्रम में जहां ग्रामीण महिलाओं द्वारा बढ़चढ़कर प्रतिभाग किया गया वहीं आईटीबीपी, वन,मंगल दल फाउंडेशन, महिला मंगल दल व पीआरडी जवानों द्वारा इंद्रावती के सभी आठ रिचार्च जोन में बृहद रूप से वृक्षारोपण किया गया।

हरेला पर्व के अवसर पर इंद्रावती नदी के सम्पूर्ण रिचार्च जोन पर विभिन्न प्रजाति के बांज, देवदार, सिरस, रीठा, तेजपात,कचनार, दाड़िम, हिंसाल, जंगली गुलाब,नींबू, माल्टा,रुद्राक्ष, अनार, नेपियर, टिंगोंड़ आदि के 1लाख 16 हजार पौध लगाई गई है।

केबिनेट मंत्री श्री जोशी ने अपने सम्बोधन में सभी जनपदवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन को लेकर हरेला पर्व के अवसर पर प्रदेश में 1 करोड़ विभिन्न प्रजाति के छायादार,फलदार की पौध लगाने का संकल्प लिया है । इसी के तहत आज जनपद उत्तरकाशी में एक लाख से अधिक पौध रोपित की गई है। ग्राम प्रधान मानपुर की मांग पर स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण के लिए धनराशि आवंटित करने व गांव को लिफ्ट पयेजल योजना से जोड़ने का भरोसा दिया।

इस अवसर पर ब्लाक प्रमुख डुंडा शैलेंद्र कोहली,भटवाड़ी विनीता रावत, जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश चौहान, जिला महामंत्री हरीश डंगवाल, लोकेंद्र विष्ट, सुरेश चौहान, विजय बहादुर,जिला पंचायत सदस्य चंदन पंवार,बालशेखर नौटियाल, ग्राम प्रधान मानपुर धर्मेंद्र भंडारी, सीडीओ गौरव कुमार,एसडीएम देवेंद्र नेगी, सीवीओ डॉ प्रलंयकरनाथ, सीएचओ डॉ रजनीश सिंह प्रबंधक एक्सिस बैंक कुलबीर परमार आईएलएसपी के कपिल उपाध्याय सहित आईटीबीपी, वन,पीआरडी जवानों व ग्रामीण द्वारा बढ़चढ़कर प्रतिभाग किया गया।

अल्मोड़ा: आई क्यू अस्पाल में भी हुआ पौधा रोपण

अल्मोड़ा, उत्तराखण्ड़ में ‘हरेला पर्व’ हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है, पूरे राज्य जगह जगह पर लोग पौधों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं | हरियाली दिवस के उपलक्ष में आई-क्यू अस्पताल अल्मोड़ा डा. दुर्गापाल ने अपने सहयोगियों के साथ वृक्षारोपण किया, इस अवसर लोगों का वृक्ष लगाकर घरती को हराभरा करने का सार्थक संदेश डा. दुर्गापाल ने दिया | हरेला पर हुये इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में आई क्यू अस्पताल के सुंदर, बालम, भास्कर, नितेज, केशर ,भुवन आदि मौजूद थे।

उत्तराखंड : पुलिस ने किया ‘ऑपरेशन मर्यादा’ शुरू, धार्मिक स्थलों पर हुड़दंग मचाने वालों की अब खैर नहीं

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देहरादून, उत्तराखंड राज्य के धार्मिक स्थलों पर मर्यादा उल्लंघन करने वाले अब सतर्क हो जाएं। जी हां, धार्मिक स्थलों पर कई बार ऐसे मामले देखे जाते हैं जो मर्यादा के खिलाफ होते हैं। जिसे देखते हुए अब उत्तराखंड पुलिस ने उत्तराखंड राज्य में ऑपरेशन मर्यादा शुरू कर दिया है। इसके तहत हरिद्वार के गंगा तटों समेत प्रदेश के सभी तीर्थ स्थलों पर मर्यादा की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए पुलिस टास्क फोर्स का गठन कर दिया है।

ऑपरेशन मर्यादा के तहत हरिद्वार ऋषिकेश सहित तमाम गंगा घाटों और राज्य के सभी तीर्थ स्थानों में मर्यादा को कायम रखने के लिए जिलेवार विशेष पुलिस टास्क फोर्स का गठन किया गया है। ऐसे में अगर कोई भी व्यक्ति इन स्थानों पर मर्यादा का उल्लंघन करते दिखाई देता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इसके लिए प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों पर पुलिस की विशेष टीमें तैनात की जाएंगी जो इन सभी चीजों पर निगरानी रखेगी।

आपको बता दें पिछले दिनों हरिद्वार के गंगा घाटों से मर्यादा उल्लंघन के मामले सामने आए थे। जहां गंगा किनारे बैठकर कुछ लोगों ने हुक्का पीने जैसी घटनाओं को अंजाम दिया था। यही नहीं, इससे पहले भी तमाम मामले सामने आ चुके हैं, जिसे देखते हुए उत्तराखंड पुलिस ने अब कमर कस ली है। लिहाजा गंगा तटों और तीर्थ स्थलों पर हुड़दंग मचाने या मर्यादा भंग करने से पहले सावधान हो जाएं। क्योंकि ऑपरेशन अभियान के तहत मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी।

देहरादून : एनडीआरएफ जौलीग्रांट में हुआ वृक्षारोपण, उत्तराखण्ड़ का महत्वपूर्ण लोक पर्व है ‘हरेला’ : मुख्यमंत्री

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देहरादून, मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने हरेला पर्व के अवसर पर एस.डी.आर.एफ बटालियन, जौलीग्रांट में वृक्षारोपण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरेला उत्तराखंड का महत्वपूर्ण लोक पर्व है। हमें व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण के साथ ही उनके संरक्षण पर भी विशेष ध्यान देना होगा। विज्ञान तेजी से तरक्की कर रहा है। इससे मानव जीवन में सुख सुविधाएं तो बढ़ी हैं, लेकिन पर्यावरण संतुलन के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण जरुरी है।May be an image of 5 people, people standing and text that says 'MADAD 1 मित्रता, सेवा सुरका SDR 12 उत्तराखण्ड के लोकपर्व इेल नाएँ 16 नार'

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कोविड को वजह से वैश्विक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के प्रति चिंता बढ़ी है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान उत्तराखंड पुलिस द्वारा सराहनीय कार्य किया किया गया। मिशन हौंसला के तहत पुलिस द्वारा अनेक जरूरतमंदों की सेवा की गई।May be an image of 3 people, people standing and outdoors

स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि हरेला पर्व उत्तराखंड कि संस्कृति से जुड़ा पर्व है। हरेला पर्व के अवसर पर प्रदेश में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एस.डी.आर.एफ द्वारा उत्तराखंड में सराहनीय कार्य कार्य किया जा रहा है।

पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार ने कहा कि इस वर्ष पुलिस द्वारा प्रदेश में एक लाख वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया था। 5 जून से अभी तक पुलिस द्वारा 90 हजार से अधिक वृक्षारोपण किए जा चुके हैं।

इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक श्री पी.वी. के. प्रसाद, अपर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अभिनव कुमार एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।May be an image of 1 person, standing and outdoors

हल्द्वानी : मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य बने प्रो. जोशी, प्रो. भैंसोड़ा को अल्मोड़ा की मिली जिम्मेदारी

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हल्द्वानी, विवाद में रहे अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की कुर्सी आखिरकार चली गई, शासन ने प्राचार्य डा. राम गोपाल नौटियाल की जगह हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. चंद्र प्रकाश भैंसौड़ा को अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज की जिम्मेदारी दे दी गई है। वहीं, मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी को बनाया गया है। गुरुवार को चिकित्सा शिक्षा सचिव डा. पंकज कुमार पांडेय की ओर से गुरुवार को आदेश जारी कर दिया गया है।

जिले की कोविड प्रभारी मंत्री के तौर पर रेखा आर्य 11 जून को अल्मोड़ा के विकास भवन में बैठक ले रही थी। राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा के प्राचार्य प्रो. राम गौपाल नौटियाल कोविड भी मौजूद थे। आरोप था कि उन्होंने प्रजेंटेशन को रोककर फोन रिसीव कर लिया था। डा. नौटियाल ने बताया कि फोन विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान का था। नाराज मंत्री ने इसी को मुद्दा बना लिया था। 25 जून को उन्होंने सचिव स्वास्थ्य को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग कर दी थी। इसके बाद यह विवाद कई दिनों तक चलता रहा |

उत्तराखंड़ शासन ने प्राचार्य प्रो. नौटियाल को मेडिकल कॉलेज में टीबी व चेस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष पद पर भेजा है। डा. नौटियाल की डाक्टर के रूप में भी अच्छी छवि रही है। वहीं, प्राचार्य के रूप में भी उनकी छवि ईमानदार अधिकारी के रूप में रही है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज को शुरू कराने को लेकर लगातार प्रयास किए। जबकि, उन पर स्थानीय नेताओं को नौकरी पर रखने का भी दबाव था। उपकरणों को मनमाने तरीके से खरीदने को लेकर भी दबाव बनाया गया था। उन्होंने नियमविरुद्ध काम करने से इन्कार कर दिया था।

राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के अधीन संचालित डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय चिकित्सा अधीक्षक की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रो. अरुण जोशी का कोविडकाल में सराहनीय काम रहा। अस्पताल में कुमाऊं भर से कोरोना संक्रमित मरीज पहुंचे थे। मरीजों को उचित इलाज उपलब्ध कराने से लेकर व्यवस्था को दुरुस्त करने में अहम भूमिका निभाई।

Pension News! पेंशन स्लिप नहीं मिलने से हैं परेशान, तो हो जाइए निश्चिंत; बैंक अब इस तरह भेजेंगे यह दस्तावेज

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नई दिल्ली, पीटीआइ। पेंशनर्स के लिए एक और अच्छी खबर है। अब पेंशन पाने वालों को अकाउंट में पैसा क्रेडिट होने के बाद SMS और Email के साथ-साथ WhatsApp पर भी अकाउंट में पेंशन क्रेडिट होने की जानकारी मिलेगी। सरकार ने बैंकों को इस बाबत निर्देश दिया है कि वे पेंशनर्स को उनके अकाउंट में पेंशन क्रेडिट होने के बाद SMS और Email के साथ-साथ WhatsApp जैसे सोशल मीडिया ऐप पर भी पेंशन स्लिप भेज सकते हैं। एक ऑफिशियल ऑर्डर में यह कहा गया है। इस ऑर्डर में कहा गया है कि पेंशनर्स की सुविधा को बढ़ाने के लिए यह फैसला किया गया है।

पेंशन एंड पेंशनर्स वेलफेयर की ओर से जारी एक ऑर्डर में कहा गया है, ”Bank एसएमएस और ईमेल के अलावा WhatsApp जैसे सोशल मीडिया ऐप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।”

पेंशन स्लिप इन कार्यों के लिए है जरूरी

पेंशन देने वाले बैंकों के केंद्रीय पेंशन वितरण केंद्रों (CPPC) की एक अहम बैठक पिछले महीने हुई थी। इस बैठक में पेंशनर्स को मासिक पेंशन का ब्रेकअप उपलब्ध कराने पर चर्चा हुई थी। आदेश में कहा गया है कि बैंक वेलफेयर से जुड़े यह कदम उठाने के लिए तैयार हुए क्योंकि पेंशनर्स को पेंशन स्लिप की जरूरत इनकम टैक्स, डियरनेस रिलीफ पेमेंट्स और DR Arrears सहित अन्य उद्देश्यों के लिए पड़ती है।

इस हालिया आदेश में कहा गया है, ”इस तरह हर पेंशन वितरण करने वाले बैंक को पेंशनर्स को पेंशन क्रेडिट होने के बाद पेंशन स्लिप एसएमएस और ईमेल (जहां उपलब्ध हो) के जरिए भेजना चाहिए।”

पेंशन स्लिप में होते हैं ये विवरण

इस ऑर्डर में कहा गया है कि पेंशन स्लिप में मासिक पेंशन का पूरा विवरण होता है। इसमें क्रेडिट हुई रकम के साथ-साथ अगर किसी तरह की कटौती हुई है तो उसकी पूरी जानकारी होती है।

सरकार के इस फैसले से ऐसे सभी पेंशनर्स को बड़ी राहत मिलेगी, जिन्हें किसी तकनीकी दिक्कत की वजह से पेंशन स्लिप नहीं मिलने पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। इसकी वजह यह है कि आज के समय में बड़े पैमाने पर लोग WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं।