Thursday, May 15, 2025
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भाजपा युमो ने “मेरा संकल्प-एक दौड़ देश के नाम” का किया आयोजन, दौड़ प्रतिभागियों को कैबिनेट मंत्री जोशी ने दिखाई हरी झंडी

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देहरादून, स्वतंत्रता दिवस के 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष पर भाजपा युवा मोर्चा द्वारा आयोजित कार्यक्रम “मेरा संकल्प-एक दौड़ देश के नाम” में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी द्वारा कैंप कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर दौड़ की शुरुआत हुई l दौड़ का समापन गांधी पार्क में हुआ l इस दौरान गांधी पार्क में उन्होंने ग्राफिक एरा द्वारा आयोजित साइकिल राइड में प्रतिभाग किया l
भाजपा युवा मोर्चा ने इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस को युवा महोत्सव के रूप में मनाने का संकल्प लिया है जिसके अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में यह दौड़ आयोजित की गई है l

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पूरा देश दौड़ रहा है, टोक्यो ओलंपिक में खिलाड़ियों ने कई वर्षों के सूखे को तोड़ा है l उन्होंने कहा कि चाहे हॉकी हो, महिलाओं हॉकी हो या एथलेटिक्स हो , पूरे देश में आज खेल के प्रति एक वातावरण बना है l उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ग्राफिक एरा द्वारा साइकिल राइड आयोजित की गई है जिसके लिए उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति को शुभकामनाएं दी l साथ ही उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमारे नौजवान दौड़ रहे हैं, खेलों के प्रति रुचि ले रहे हैं, निश्चित ही अगली बार ओलंपिक में भारत एक अहम स्थान स्थापित करेगा व ढेरों पदक जीतेगा l उन्होंने सभी देशवासियों और प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई देते हुए कहा कि यह आजादी हमें काफी लंबे संघर्ष और बलिदान के बाद मिली है ऐसे में जरूरी हो जाता है कि हम राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का पूरी ईमानदारी के साथ निर्वाहन करें और देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं l

नैनीताल दुग्ध संघ एक वर्ष तक मनायेगा आजादी का ‘अमृत महोत्सव’

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(मुन्ना अंसारी)

लालकुआँ, आजादी के 75 वीं वर्षगाँठ के अवसर पर नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ परिसर में स्वतंत्रता दिवस को अमृत महोत्सव के रूप में एक साल तक मनाये जाने का निर्णय लिया गया | इस दौरान अध्यक्ष मुकेश बोरा और सामान्य प्रबन्धक राजेन्द्र चौहान द्वारा संयुक्त रूप से ध्वजारोहण किया गया, जिसके बाद सभी कर्मचारियो को मिष्ठान वितरण करते हुए हर्षोल्लास के साथ स्वतन्त्रता दिवस की सभी दुग्ध उत्पादकों को शुभकामनाएँ प्रेषित की ।

इस दौरान नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा ने कहा कि सरकार के आदेशानुसार पूरे देश में राष्ट्रीय पर्व को अमृत महोत्सव के रूप मे मनाया जा रहा है वही नैनीताल दुग्ध संघ भी एक वर्ष तक अपने दुग्ध उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच रह कर इसको मनायेगा साथ ही पहाड़ी गाय का दूध, प्लेवर्ड मिल्क, आइसक्रीम सहित कई नये उत्पाद मार्किट मे उतारेगा ।
वहीं सामान्य प्रबन्धक राजेन्द्र चौहान द्वारा आँचल के उत्पादों की विशेषताएँ बताते हुए आजादी के राष्ट्रीय पर्व की शुभकानाएं दी |

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति विकास परिषद के जायसवाल उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी नियुक्त

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देहरादून, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण मांगरिया ने संगठन को मजबूती प्रदान के तहत नये पदाधिकारी नियुक्ति किये, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष ने गीताराम जायसवाल को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति विकास परिषद का उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी नियुक्त किया है | उक्त जानकारी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष गीताराम जायसवाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी | इसके साथ संजय कुमार गौतम को संगठन का प्रदेश अध्यक्ष और सोनू कुमार को संगठन में युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गयी है |

कैंट विधान सभा में स्वाधीनता दिवस पर मैराथन दौड़ का हुआ आयोजन

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देहरादून, देश स्वाधीनता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है, सुबह से ही हर तरफ आजादी गीतों से सरोबार जनमानस ने स्वाधीनता दिवस पर राष्ट्रीय एकता संकल्प के साथ मनाया, कैंट विधानसभा में 75 वां आजादी महोत्सव को भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष शुभम नेगी पार्षद वार्ड नं 39 व विधायक हरवंश कपूर की उपस्थिति में मैराथन दौड के रुप में मनाया गया, इस मैराथन दौड में हर वर्ग के धावकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया |

दौड़ का आयोजन जब युवा दौडेगा तभी देश भी प्रगति की ओर दौडेगा ” के सार्थक प्रतिरूप में किया गया | इस आयोजन को प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल, महापौर सुनील उनियाल गामा व विधायक हरवंश कपूर द्वारा तिरंगा लहराते हुए रवाना किया गया |

भाजपा के सभी पदाधिकारियों पार्षदों, युवाओं व वरिष्ठ नागरिकों द्वारा दौड में हिस्सा लिया, वरिष्ठ नागरिकों में माननीय विधायक हरवंश कपूर जी व प्रवक्ता विनय गोयल, प्रदेश मंत्री आदित्य चौहान, प्रदेश किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष जोगेंद्र सिंह पुंडीर, सोशल मीडिया प्रभारी सुनील घिल्ड़ियाल, सम्मानित अमित कपूर द्वारा मैडल प्राप्त करने वाले एच पी गुप्ता, मनोज घिल्डियाल, सूरज भान सिंह चौहान, युवाओं में विजय सिंह नेगी, कृष्णा, सोहिल् निर्मल व युवतियों में कु. गीता, रीना, प्रगति व शालू ने मैडल सम्मान पत्र प्राप्त किया इसके अलावा अन्य धावकों को भी सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया |

Indian Idol 12: कौन होगा शो का विनर, रेस में शामिल हैं ये 6 सिंगर

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इंडियन आइडल 12 का फिनाले आज चल रहा है. बड़े लंबे समय तक इस बार इंडियन आइडल का ये सीजन चला और आखिरकार अब ये शो अपने अंतिम पड़ाव पर है. शो में 6 कंटेस्टेंट्स हैं जो इस बार खिताब की दावेदारी के लिए जोर लगा रहे हैं. अपनी सिंगिंग से सभी को इंप्रेस करने वाले ये सिंगर्स अब काफी पॉपुलर हो गए हैं. आइये जानते हैं इंडियन आइडल 12 के टॉप 6 कंटेस्टेंट्स के बारे में.

‘इंडियन आइडल’ के फिनाले में आमतौर पर सिर्फ पांच कंटेस्टेंट ही हिस्सा लेते हैं। लेकिन इस बार कंटेस्टेंट्स के जबरदस्त टैलेंट ने मेकर्स को कंफ्यूज कर दिया, जिसके कारण इंडियन आइडल 12′ के ग्रैंड फिनाले में 6 कंटेस्टेंट अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। शो में जजेज के तौर पर सोनू कक्कड़, अनु मलिक और हिमेश रेशमिया नजर आ रहे हैं। अब देखना होगा की इस ईवेंट के आखिर में कौन ले जाता है विनर की ट्रॉफी।

उत्तराखंड़ : शहरी निकायों का डिजिटल वॉलेट प्लेटफार्म बीबीपीएस के जरिये जमा हो सकेगा हाउस टैक्स

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देहरादून, उत्तराखंड में शहरी निकायों का हाउस टैक्स अब डिजिटल वॉलेट प्लेटफार्म के जरिए भी जमा हो सकेगा। इसके लिए बीबीपीएस (भारत बिल पे सिस्टम) से शहरी विकास विभाग का सॉफ्टवेयर जुड़ गया है। प्रदेश के शहरी निकायों में पिछले साल से हाउस टैक्स ऑनलाइन लिया जा रहा है। इसके लिए लोगों को विभाग की वेबसाइट पर जाकर, कार्ड के माध्यम से भुगतान करना पड़ता है।

अब विभाग ने इस कड़ी में एक कदम और बढ़ाते हुए हाउस टैक्स को डिजिटल वॉलेट प्लेटफार्म बीबीपीएस से भी जोड़ दिया है। इससे लोग सुविधा के अनुसार विभिन्न डिजिटल वॉलेट एप के जरिए टैक्स जमा कर सकते हैं। संयुक्त निदेशक कमलेश मेहता के मुताबिक ट्रायल के तौर पर कुछ एप से टैक्स जमा होना प्रारंभ हो गया है। जल्द ही सभी एप पर यह सुविधा उपलब्ध रहेगी। इससे लोगों को काफी राहत मिलेगी |

दाखिल खारिज भी सितम्बर से होगा ऑनलाइन
विभाग अब निकायों में दाखिल – खारिज भी ऑनलाइन करने जा रहा है। संयुक्त निदेशक कमलेश मेहता के मुताबिक इसके लिए सभी निकायों में कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान कर दिया गया है। एक सितंबर से यह सुविधा उपलब्ध होने की उम्मीद है। दूसरे चरण में सब रजिस्ट्रार ऑफिस को भी इससे जोड़ा जाएगा, इससे शहरी क्षेत्र में किसी भी प्रापर्टी का सौदा होते ही उसके दस्तावेज संबंधित निकाय के पास पहुंच जाएंगे। जहां से दाखिल खारिज की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने बताया कि शहरी विकास विभाग निकायों में विभिन्न तरह की नागरिक सेवाएं भी ऑनलाइन देने का प्रयास कर रहा है। इसके लिए विभाग एनआईसी के माध्यम से वेबसाइट तैयार कर रहा है।

बिरखांत (व्यंग्य ) : हम स्वतंत्र हैं… ! (शुभकामनाओं सहित)

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(पूरन चन्द्र काण्डपाल)

75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, अपने इर्द- गिर्द की अनचाही तस्वीर को समर्पित है आज की यह व्यंग्य बिरखांत.. | लगभग दो सौ वर्ष फिरंगियों की गुलामी के बाद देश 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हुआ | 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ जिसमें आज तक 127 संशोधन भी हो चुके हैं | संविधान ने हमें जो स्वतंत्रताएं दे रखी हैं उन पर हमने नहीं सोचा क्योंकि हमारी मस्तिष्क में अपनी स्वतंत्र संहिता पहले से ही डेरा डाले हुए है | हमारी इस अलिखित स्वतंत्र संहिता की न कोई सीमा है और न कोई रूप | बिना दूसरों की परवाह किये जो कुछ हमें अच्छा लगे या हमारा मन करे वही हमारी असीमित स्वतंत्र संहिता है भलेही इससे किसी को परेशानी हो, कोई छटपटाये या किसी का नुकसान हो |

चर्चा करें तो सबसे पहले बोलने की स्वतंत्रता को लें | हमें किसी भी समय, कुछ भी, कहीं पर भी बिना सोचे- समझे बोलने की छूट है | न छोटे- बड़े का ख्याल और न स्त्री- पुरुष का ध्यान | भाषा जितनी भी अभद्र या अश्लील हो बेरोकटोक निडर होकर उच्चतम उद्घोष के साथ बोलने पर भी हमें कोई रोक नहीं सकता | वैसे हमारी संसद में भी कुछ लोगों को असंसदीय भाषा बोलने की छूट है | गन्दगी फैलाना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है | हम कहीं पर भी- गली, मोहल्ला, सड़क, कार्यालय, सार्वजनिक स्थान, प्याऊ, जीना-सीड़ी, रेल, बस में बेझिझक थूक सकते हैं | बस में बैठकर बाहर किसी राहगीर पर, दो-पहिये सवार या कार पर थूकिये, खुल्ली छूट है | कार चला रहे हैं तो क्या हुआ, कहीं पर भी पच्च.. से थूकिए कोई कुछ नहीं कहेगा |

मल-मूत्र विसर्जन की भी हमें पूरी छूट है | रेल की पटरी, नाली -नहर- नदी -सड़क के किनारे, कहीं पर भी करिए | कोई देखता है तो देखने दीजिये, आप अनदेखी करिए | कोई बिलकुल ही पास से गुजरता है तो गर्दन घुटनों के अन्दर घुसा दीजिये, देखने वाला थूकते हुए चला जाएगा | मूत्र विसर्जन आप कहीं पर भी कर सकते हैं | दीवार पर, पेड़ की जड़ या तने पर, बिजली- टेलेफोन के खम्बे पर, खड़ी बस या कार के पहियों पर, सड़क के किनारे या कोने अथवा मोड़ पर या जहां मन करे वहां पर बिना इधर- उधर देखे खूब तबियत से कर दीजिये |

अपने घर को छोड़कर कहीं पर भी कूड़ा- कचरा फैंकने की भी हमें पूरी स्वतंत्रता है | फल- मूंगफली या अंडे के छिलके, बचा हुआ भोजन, पोस्टर- कागज, प्लास्टिक थैली, गुटका- पान मसाला पाउच, माचिस तिल्ली, बीडी-सिगरेट के डिब्बे- ठुड्डे, डिस्पोजेबल प्लेट- गिलास, बोतल, नारियल आदि कहीं पर भी लुढ़का दीजिये | झाडू लगाओ कूड़ा पड़ोस की ओर धकाओ | कूड़े के ढेर ऐसी जगह लगाओ जहां वह दूसरों की समस्या बने | घर में सफेदी कराओ, मलवा या बचा हुआ वेस्ट पार्क, सड़क या गली में फैंको, कोई रोकने वाला नहीं | गांधी जी तथा नेहरू जी से लेकर मोदी जी तक 14 प्रधानमंत्री हमें समझाते रहे । हम क्यों सुनें ? मैट्रो में हम डंडे के बल पर कूड़ा नहीं डालते, इसका हमें मलाल है ।

हमें अपने जानवरों को सड़कों पर खुला छोड़ने की पूरी छूट है | गाय, भैंस या सूवर के झुण्ड से सड़क के बीच कोई टकराए हमारी बला से | हमने कुत्ते पाले हैं तो उन्हें सड़क या पार्क में ही तो घुमायेंगे | मल- मूतर करवाने के लिए ही तो हम उन्हें वहां ले जाते हैं | पार्क-सड़क तो सभी का है, लोगों को देखकर अपने जूते –चप्पल बचा कर चलना चाहिए | हमारी यातायात संबंधी आजादी तो असीमित है | बिना संकेत दिए मुड़ने, रात में प्रेशर हार्न बजाने, दिन हो या रात किसी को बुलाने के लिए बहुत तेज हॉर्न बजाने, तेज गति से वाहन चलाने, दु-पहिये में पांच -छै जनों को बिठाने, दूसरे की या किसी भी जगह वाहन पार्क करने, प्रार्थना पर बस न रोकने, बस में धूम्रपान करने, महिला- सीटों पर बैठने, भीड़ के बहाने बस में महिलाओं के शरीर से स्वयं को रगड़ते हुए आगे बढ़ने, वरिष्ठ जनों के अनदेखी करने, शराब- नशा लेकर वाहन चलाने तथा निर्दोष नागरिकों को टक्कर मारते हुए रफूचक्कर होने की भी हमें पूरी छूट है |

कहाँ तक बताऊँ, हमारी स्वच्छंदता के असीमित छूट का हम आनंद ले रहे हैं | महिलाओं को घूरने, उनपर कटाक्ष करने, द्विअर्थी संवाद बोलने, बहला-फुसला कर उन्हें अपने चंगुल में फ़साने, उनका यौन शोषण करने तथा उनका बना- बनाया घर बिगाड़ने की भी हमें खुल्ली छूट है | हमें झूठ बोलने, कोर्ट में बयान बदलने, बयान से मुकरने, घूस देने, धर्म-सम्प्रदाय के नाम पर विषवमन करने, असामाजिक तत्वों को संरक्षण देने, क़ानून की अवहेलना करने, रात को देर तक पटाखे चलाने, कटिया डाल कर बिजली चोरने, सार्वजनिक स्थानों पर नशा -धूम्रपान करने, किसी का चरित्र हनन करने, अश्लीलता देखने और पढ़ने, कन्याभ्रूण की हत्या करने, कालाबाजारी- मिलावट और तश्करी करने, फर्जी डिग्रीयां -प्रमाण पत्र लेने, फुटपाथ खोदने, सड़क पर धार्मिक काम के नाम पर तम्बू लगाने, बिना बताये जलूस या रैली निकालने, यातायात जाम करने, गटर के ढक्कन और पानी के मीटर चुराने, पार्कों की सुन्दरता नष्ट करने, विसर्जन के नाम पर नदियों में रंग-रोगन युक्त मूर्तियाँ डालने और धार्मिक कूड़ा फैंकने, राजनीति में बेपैंदे का लोटा बनने, शहीदों और राष्ट्र भक्तों को भूलने और सरकारी दफ्तरों में बिना काम की तनख्वा लेने सहित हमारी अनेकानेक स्वतंत्रताएं हैं |

कोरोना के इस दौर में बिना मास्क टहलने, भीड़ में सांड की तरह बेवजह घूमने, देह दूरी न रखने, मास्क इधर – उधर फैंकने, डाक्टरों व कोरोना कर्मवीरों से लड़ने या उन्हें पीटने और उन्हें अपशब्द कहने की हमें खुल्ली छूट है । “साला कोरोना हमारा क्या बिगाड़ लेगा ” कहने की भी हमें पूरी आजादी है । ऐसे लोगों को पिछले 18 महीने में देश के 3.21 करोड़ से अधिक संक्रमितों और 4.30 लाख से अधिक कोरोना के ग्रास हुए भारतीयों की कोई चिंता या दुख नहीं है । कोरोना रोधक वैक्सीन लगाने में भी ये आनाकानी करते हैं जबकि जिन्हें वैक्सीन मिल नहीं रही वे लगाने के लिए छटपटा रहे हैं।

ये सभी स्वतंत्रताएं हमें कहाँ ले जाएंगी ? क्या इन्हीं के लिए हमारे अग्रज शहीद हुए थे ? क्या मनमर्जी के तांडव करने के लिए ही हम पैदा हुए हैं ? क्या हमें दूसरों की तनिक भी परवाह है ? क्या हमें अपने राष्ट्र से प्यार है ? हम अपना व्यवहार कब बदलेंगे ? हम कानून का सम्मान करना कब सीखेंगे ? इन प्रश्नों को हम अनसुना न करें और इस व्यंग्य में वर्णित आजादी के बारे में स्वयं से जरूर सवाल करें | 75वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं |
(लेखक 45 वर्षो से साहित्य सृजन में लगे हैं, अखिल भारतीय स्वतंत्र लेखक मंच से जुड़े है और समसामयिक विषयों पर वेबाक लेखन के साथ अब तक उनकी 31 पुस्तकें हिन्दी और कुमाऊंनी में प्रकाशित हो चुकी हैं |)

खास खबर (उत्तराखंड) : कल से खुलेंगे छठी से आठवीं तक के स्कूल, हर कक्षा के साथ पूरे परिसर को सैनिटाइज करने के आदेश

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देहरादून, कोरोना संक्रमण से अब राज्य को धीरे धीरे राहत मिलने लग गयी है, उत्तराखंड सरकार की ओर से अनुमति मिलने के बाद सोमवार 16 अगस्त से छठी से आठवीं तक के स्कूल खुल जाएंगे। देहरादून जिले में 1239 सरकारी, 900 से ज्यादा निजी और 11 केंद्रीय विद्यालयों में इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। हालांकि, कुछ निजी स्कूल अभी इसके लिए तैयार नहीं हैं। स्कूल आने वाले छात्रों को अभिभावक का सहमति पत्र अनिवार्य रूप से साथ लेकर आना होगा।

मुख्य शिक्षा अधिकारी डा. मुकुल कुमार सती ने कहा कि स्कूल खुलने से पहले हर कक्षा के साथ पूरे परिसर को सैनिटाइज करने का आदेश दिया गया है। बिना मास्क व थर्मल स्क्रीनिंग के किसी भी छात्र, शिक्षक और कर्मचारी को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाना है। स्कूल में साफ-सफाई का ध्यान रखने के साथ सैनिटाइजर की व्यवस्था अनिवार्य रूप से करनी होगी। छात्रों के बीच आवश्यक शारीरिक दूरी का भी पूरा ध्यान रखना होगा। उधर, केंद्रीय विद्यालय देहरादून संभाग की उपायुक्त मीनाक्षी जैन ने बताया कि सभी स्कूलों को अपने स्तर से तैयारी शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं। हालांकि स्कूल वही छात्र आ सकेंगे जिनके पास अभिभावकों का सहमति पत्र होगा |

दून इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य दिनेश बत्र्वाल ने बताया कि स्कूल छठी से आठवीं तक के लिए खुलने को तैयार है। द टोंसब्रिज, द एशियन स्कूल, समरवैली, सेंट ज्यूड्स, स्कालर्स होम्स, कर्नल ब्राउन, ओलंपस हाईस्कूल, एसजीआरआर समेत अन्य स्कूल खुलने जा रहे हैं। वहीं सेंट जोजफ्स, कैंब्रियन हाल, कान्वेंट आफ जीजस एंड मेरी, जसवंत मार्डन स्कूल समेत अन्य स्कूल अभी छोटी कक्षाओं के लिए नहीं खुलेंगे।

 

सरकारी स्कूलों को सैनिटाइजेशन के लिए 26 लाख जारी

उत्तराखंड में 16 अगस्त से खुलने जा रहे 4100 जूनियर हाईस्कूलों में सैनिटाइजर, मास्क आदि के लिए करीब 26 लाख रुपये का बजट जारी किया गया है। इन स्कूलों की भोजनमाताओं को एप्रेन, हेड कवर और दस्ताने भी दिए जाएंगे। छठी से आठवीं के 5234 स्कूलों में से 4156 के लिए सरकार ने विशेष कोविड बजट जारी किया। शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने इसके आदेश किए।

राज्य में 16 से 25 छात्र संख्या के स्कूल 961 हैं, जबकि 26 से 50 छात्र संख्या वाले 1549 स्कूल, 51 से 100 छात्र संख्या वाले 1076 स्कूल, 100 से 200 तक छात्र संख्या वाले 429 स्कूल और 201 से ज्यादा छात्र वाले 141 स्कूल हैं। इन स्कूलों को छात्र संख्या के अनुसार 400 से एक हजार रुपये की विशेष ग्रांट दी गई है। प्रथम चरण में दो अगस्त से नौवीं से 12 वीं तक के स्कूल खोल दिए गए थे। अब दूसरे चरण में बाकी जूनियर स्कूलों को खोला जा रहा है। कोविड संक्रमण को देखते हुए विभाग पहले ही एसओपी जारी कर चुका है।

केवल विहार वेलफेयर सोसायटी ने हर्षोल्लास से मनाई स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ, विशेष उपलब्धियों के लिये बच्चों को किया सम्मानित

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देहरादून , सहस्त्रधारा रोड़ स्थित केवल विहार कालौनी में भारतीय स्वाधीनता की 75 वीं वर्षगांठ हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी, इस अवसर पर केवल विहार वेलफेयर सोसायटी लेन ई एफ और जी द्वारा कालौनी के बच्चों एवं युवाओं को उनके द्वारा शिक्षा, खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विशेष उपलब्धियों के लिए पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया ।

केवल विहार कल्याण समिति लेन ई ,एफ एवम जी द्वारा 75 स्वंत्रता दिवस के शुभअवसर पर विगत दो वर्षो के कक्षा दसवीं, बारहवी ,स्नातक एवं पी जी साथ ही खेल व सास्कृतिक क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं राजकीय स्तर पर प्रतिभागिता करने वाले छात्रों को पुरुस्कृत करती आ रही है ।इससे पहले समिति के सदस्यों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान से कार्यक्रम की शुरुआत की । इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष अनिल मेहता सचिव विपिन मेहता, उपाध्यक्ष एम आर ढ़ौड़ियाल एवं समिति के वरिष्ठ सदस्य डॉ. विपिन श्रीवास्तव, डॉक्टर अंजना श्रीवास्तव , शिरीष श्रीवास्तव, डॉ. एसएस नेगी, ए के सहाय द्वारा शिक्षा ,खेलकूद एवम सांस्कृतिक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदशन करने वाले छात्रों को पुरुस्कृत किया। दसवीं के लिए अनन्या जोशी ,तृषा शर्मा एवं बारवीं कक्षा के लिए आर्यन भारद्वाज को पुरुस्कृत किया इसके साथ ही दसवीं कक्षा में सफलता हेतु प्रणव, माही , रिद्धि ,सिद्धी,नंदिनी को भी सम्मानित किया। उच्च शिक्षा व स्नातक परीक्षा में सफलता के लिए सांझी, वैभव, कुमार गौरव, ध्रुव, श्रेया, रिया शर्मा, तान्या एवं अनमोल भार्गव को पुरुस्कृत किया ।

पल्लवी को संगीत प्रभाकर में सफलता के लिए, समृद्धि, अथर्व तिवारी को बैडमिंटन में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं के लिए और आदित्री भारद्वाज को टेबल टेनिस में उत्तराखंड राज्य का प्रधिनिधित्व करने हेतु टेबल टेनिस में पुरुस्कृत किया ।
कार्यक्रम के अंत वरिष्ठजनों द्वारा कोरोना महामारी के चलते युवा पीढ़ी को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी जो विभिन्न क्षेत्रों में कॉलोनी एवं शहर का नाम रोशन कर रहे है। समिति के वरिष्ठ सदस्य द्वारा युवाओं एवं छात्रों को कौशल विकास एवं तकनीक से अपने आप को जोड़ कर जीवन के विभिन्न क्षेत्रों आगे आने का आह्वान किया गया। इस कार्यक्रम में बी डी तिवारी, डॉ. पी एस कक्कड़, नवीन जोशी ,संजय भार्गव ,संजीव शर्मा, संजय बरथवाल,पराग शर्मा नीतू वर्मा आदि उपस्थित रहे ।

अंत में कार्यकारिणी समिति द्वारा सभी उपस्थित सदस्यों एवं विजेताओं को मिठाई वितरित के साथ धन्यवाद ज्ञापन से कार्यक्रम की समाप्ति हुई |

राष्ट्रीय खेल दिवस : देर से कराया जाएगा पुरस्कार समारोह, सरकार चाहती है चयन पैनल टोक्यो पैरालंपिक में भाग लेने वाले पैरा खिलाड़ियों के प्रदर्शन को भी इनमें शामिल करे

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नई दिल्ली, प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त को आयोजित होने वाला राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह इस साल देर से कराया जाएगा क्योंकि सरकार चाहती है कि चयन पैनल टोक्यो पैरालंपिक में भाग लेने वाले पैरा खिलाड़ियों के प्रदर्शन को भी इनमें शामिल करे। पैरालंपिक खेलों का आयोजन टोक्यो में 24 अगस्त से पांच सितंबर तक होगा।खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पुरस्कार विजेताओं को चुनने के लिये चयन पैनल गठित कर लिया गया है लेकिन चयन प्रक्रिया में आगे बढ़ने से पहले वे कुछ और समय इंतजार करना चाहेंगे।

ठाकुर ने राष्ट्रीय युवा पुरस्कार समारोह के दौरान कहा, ‘‘इस साल के लिये राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समिति गठित कर दी गयी है लेकिन पैरालंपिक का आयोजन किया जाना है इसलिये हम पैरालंपिक के विजेताओं को भी इसमें शामिल करना चाहते हैं। मुझे उम्मीद है कि वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे।’’ राष्ट्रीय पुरस्कार – खेल रत्न पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार और ध्यानचंद पुरस्कार – हर साल देश के राष्ट्रपति द्वारा 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर दिये जाते हैं जो महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती भी है।
मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा, ‘‘पिछली बार की तरह इस साल भी पुरस्कार समारोह वर्चुअल कराये जा सकते हैं।’’ राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिये नामांकन प्रक्रिया दो बार बढ़ाये जाने के बाद पांच जुलाई को समाप्त हुई थी। महामारी को देखते हुए आवेदन करने वाले खिलाड़ियों को ऑनलाइन खुद ही नामांकित करने की अनुमति थी लेकिन राष्ट्रीय महासंघों ने भी अपने चुने हुए खिलाड़ी भेजे।

भारतीय दल ने हाल में समाप्त हुए टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जिसमें देश के खिलाड़ियों ने एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य सहित कुल सात पदक जीते। भारत टोक्यो में 54 पैरा एथलीटों का सबसे बड़ा दल भेज रहा है। पिछले पैरालंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ी दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य सहित चार पदक लेकर लौटे थे। देश के सबसे बड़े खेल सम्मान खेल रत्न को हाल में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर किया गया जो पहले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर था।

पिछले वर्ष खेल पुरस्कारों की पुरस्कार राशि में काफी वृद्धि की गयी थी।खेल रत्न में अब 25 लाख रूपये का पुरस्कार मिलता है जो पहले के साढ़े सात लाख से काफी ज्यादा है।
अर्जुन पुरस्कार की पुरस्कार राशि पांच लाख से बढ़ाकर 15 लाख रूपये कर दी गयी। पहले द्रोणाचार्य (लाइफटाइम) पुरस्कार हासिल करने वालों को पांच लाख रूपये दिये जाते थे जिन्हें बढ़ाकर 15 लाख रूपये कर दिया गया। द्रोणाचार्य (नियमित) पुरस्कार हासिल करने वाले प्रत्येक कोच को पांच लाख के बजाय 10 लाख रूपये मिलते हैं।