Thursday, June 26, 2025
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नौकरी से निकाले जाने पर टंकी पर चढ़े 11 कर्मचारी, मौके पर पहुंची पुलिस

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ऋषिकेश। गीता भवन स्वर्गाश्रम की ओर से संचालित औषधालय के कर्मचारियों को हटाए जाने से नाराज 11 कर्मचारी आश्रम परिसर में बने ओवरहेड टैंक पर चढ़ गए हैं। एक व्यक्ति अपने 10 वर्षीय पुत्र के साथ टंकी पर चढ़ा है। सूचना पाकर पुलिस व प्रशासन मौके पर पहुंच गया है।
गीता भवन औषधि निर्माणशाला को यहां से सिडकुल हरिद्वार शिफ्ट कर दिया गया है। इसके बाद यहां कार्यरत 32 कर्मचारियों को निकाल दिया गया था। पिछले दो वर्षों से कर्मचारियों तथा प्रबंधन के बीच इस बात को लेकर गतिरोध बना हुआ है। शुक्रवार को मनोरंजन पासवान, ललित पासवान, राम उत्तम पासवान, मानवराय, कमल राय, प्रमोद यादव, भोला यादव, विजेंद्र कुमार, बहादुर पासवान, ललित पासवान यहां एक ओवरहेड वाटर टैंक पर चढ गए।
बहादुर पासवान अपने 10 वर्षीय पुत्र सुधांशु के साथ टंकी पर चढ़ा है। सूचना पाकर लक्ष्मण झूला पुलिस मौके पर पहुंची। टंकी पर चढ़े कर्मचारियों से उतरने का आग्रह किया गया। मगर, उन्होंने मांगे पूरी न होने तक किसी भी सूरत में टंकी से नीचे उतरने से इंकार कर दिया है। इस संबंध में प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया है। स्थानीय जनप्रतिनिधि प्रबंधन के साथ वार्ता करने की कोशिश कर रहे हैं।

देहरादून : पुलिस विभाग में कई चौकी इंचार्ज बदले

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देहरादून, डीआईजी देहरादून जन्मेजय खंडूरी ने शुक्रवार सुबह कई चौकी इंचार्ज बदल दिए। उन्होंने आदेश जारी करते हुए रायवाला थाने में तैनात दरोगा अमित कुमार को नया गांव चौकी इंचार्ज बनाया है। मिथुन कुमार को विकासनगर कोतवाली से धारा चौकी इंचार्ज बनाया है। अरुण असवाल को राजपुर थाने से लक्खीबाग चौकी का चार्ज दिया गया है। लक्खीबाग चौकी इंचार्ज हर्ष अरोड़ा को विकासनगर कोतवाली भेजा गया है। एसओजी में तैनात दीपक धारीवाल झाझरा चौकी इंचार्ज बनाए गए हैं। नया गांव चौकी इंचार्ज रहे राजेश असवाल को राजपुर थाने भेजा गया है। झाझरा चौकी इंचार्ज रहे प्रदीप रावत को विकासनगर थाने भेजा गया है।

पुलिस स्मृति दिवस पर पुलिस कर्मियों को दी 4600 ग्रेड पे की मिली सौगात

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प्रदेश में शहीद पुलिसकर्मियों के नाम पर स्कूल व सड़कों का किया जाएगा नामकरण : मुख्यमंत्री

देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस स्मृति दिवस परेड अवसर पर 2001 में भर्ती हुए सिपाहियों को 4600 ग्रेड पे की सौगात देने की घोषणा की है। हालांकि, अभी अन्य प्रकरणों पर कैबिनेट की उपसमिति और वेतन विसंगति समिति काम कर रही है। इसके अलावा देहरादून में पुलिस संग्रहालय बनाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने परेड की सलामी लेने के बाद इस साल ड्यूटी पर शहीद हुए तीन पुलिसकर्मियों के परिजनों को सम्मानित किया।

पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज विश्व आतंकवाद और कोविड-19 की चुनौतियों से जूझ रहा है। इन चुनौतियों से लड़ने के लिए सुनियोजित रणनीति के तहत कार्रवाई की जा रही है। देश की आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की होती है। इसके लिए अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए इन्हें अपने प्राणों की आहुति भी देनी पड़ती है।

 

बीते एक साल में राज्यों की पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के 377 के कर्मचारी शहीद हुए हैं। इनमें से तीन पुलिसकर्मी उत्तराखंड के भी शामिल हैं। उत्तराखंड भौगोलिक व सामरिक महत्व के मद्देनजर बेहद संवेदनशील है। यहां अंतरराष्ट्रीय सीमाएं नेपाल और चीन के साथ मिलती हैं। इसके अलावा कई अन्य चुनौतियां जिनमें बड़े त्योहार, चारधाम यात्रा, आपदा, भूस्खलन, कांवड़ यात्रा आदि प्रमुख हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें आशा ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास है कि उत्तराखंड पुलिस इन चुनौतियों का सामना करने में सफल होगी।

इस अवसर पर उन्होंने पुलिसकर्मियों की ग्रेड पे की मांग को भी मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद करीब 1500 सिपाहियों को इसका लाभ मिलेगा। घोषणा के बाद पुलिसकर्मियों के परिजनों में भी उत्साह है। कार्यक्रम में मंत्री धन सिंह रावत, गणेश जोशी, मेयर देहरादून सुनील उनियाल गामा, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक हरबंस कपूर, कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, खजान दास, विनोद चमोली, मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक सुभाष जोशी, अनिल के रतूड़ी, एडीजी पीवीके प्रसाद, एडीजी अभिनव कुमार आदि उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने यह घोषणाएं भी की
– इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुरस्कार धनराशि में वृद्धि की जाएगी।
– प्रदेश में शहीद पुलिसकर्मियों के नाम पर स्कूल व सड़कों का नामकरण किया जाएगा।
– पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों में अतिथि प्रशिक्षकों का मानदेय उत्तराखंड प्रशासनिक अकादमी नैनीताल के अतिथि शिक्षकों के अनुरूप किया जाएगा।
– देहरादून में पुलिस संग्रहालय की स्थापना की जाएगी।

हर नागरिक की उम्मीदों पर खरी उतरेगी पुलिस : डीजीपी अशोक कुमार

देहरादून, उत्तराखंड़ के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस के सामने अन्य राज्यों से अलग कई तरह की चुनौतियां हैं। यहां आपदा और यात्राओं में पुलिस की अग्निपरीक्षा होती है। पुलिस प्रत्येक नागरिक की उम्मीदों पर खरी उतरती आई है और आगे भी इसी निष्ठा के साथ काम करेगी।

स्मृति दिवस की परेड के दौरान डीजीपी अशोक कुमार ने इस दिन के इतिहास की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि 21 अक्तूबर 1959 को भारत की उत्तरी सीमा पर लद्दाख के 16 हजार फीट ऊंचे बर्फीले व दुर्गम क्षेत्र हॉटस्प्रिंग में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक गश्ती टुकड़ी के 10 बहादुर जवानों ने एसआई करन सिंह के नेतृत्व में चीनी अतिक्रमणकारियों से लोहा लिया था। बहादुरी से लड़ते हुए अपनी मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी थी। इन्हीं वीर सपूतों के बलिदान की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 21 अक्तूबर के दिन को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।

उत्तराखंड पुलिस महामारी के नियंत्रण के लिए भी प्रयास कर रही है। बीते दिनों चार हजार से अधिक अधिकारी व कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए। इस दौरान 13 पुलिसकर्मियों की जान भी गई। पुलिस विभाग में कर्मचारियों के कल्याण के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। चिकित्सा प्रतिपूर्ति, व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना, जीवन रक्षक निधि और मेधावी बच्चों को छात्रवृत्ति आदि शामिल हैं। मुख्यमंत्री और डीजीपी ने इस साल (21 अक्तूबर 2020 से 21 अक्तूबर 2021 तक) शहीद हुए तीन पुलिसकर्मियों के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

ये पुलिसकर्मी हुए थे शहीद
– हेड कांस्टेबल मनोज कुमार, चमोली
– कांस्टेबल सशस्त्र पुलिस बलवीर गड़िया, चमोली
– कांस्टेबल सिविल पुलिस जितेंद्र, पौड़ी गढ़वाल

ग्रेड पे मिलने की घोषणा पर सिपाहियों के परिजनों ने जताई खुशी

2001 में भर्ती हुए सिपाहियों को 4600 ग्रेड पे मिलने की घोषणा के बाद उनके परिजनों ने पुलिस लाइन में ही खुशी जताई। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद भी दिया। इसके साथ ही पुलिसकर्मियों ने अपने सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर खुशी का इजहार किया।

मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद बृहस्पतिवार शाम उत्तराखंड अधिकारी कार्मिक शिक्षक महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष दीपक जोशी ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पुलिस परिवारों की पीड़ा को समझा है। ऐसे में उन्होंने एक सकारात्मक दृष्टिकोण का परिचय दिया है। इधर, स्मृति दिवस परेड के बाद पुलिसकर्मियों के परिजन पुलिस लाइन में ही इकट्ठा हो गए थे। परिजनों का कहना था कि मुख्यमंत्री ने पीड़ा समझने के बाद ही महत्वपूर्ण फैसला लिया है।

गौरतलब हो कि पुलिसकर्मियों का आंदोलन मार्च से शुरू हुआ था। इस बीच उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलन चलाया। इसके बाद कोविड काल में काला मास्क लगाकर विरोध दर्ज कराया। पुलिसकर्मियों के परिजनों ने दो बार मुख्यमंत्री आवास का कूच किया। बीते दिनों पुलिसकर्मियों के परिजन 11 घंटे हाथीबड़कला बैरियर पर अपनी मांग को लेकर अड़े रहे।

बढ़े हुए ग्रेड पे का लाभ अक्तूबर 2021 से मिलेगा

पुलिसकर्मियों को अक्तूबर 2021 से दिया जाएगा। इसका लाभ करीब 1500 पुलिसकर्मियों को ही मिल पाएगा। अभी 2002 में भर्ती हुए सिपाहियों के लिए कोई फैसला नहीं लिया गया है। उनकी भर्ती में भी करीब छह से सात महीने का ही अंतर था। ऐसे में अंदेशा यह भी जताया जा रहा है कि 2002 बैच के सिपाही भी अपनी इस मांग को दोहरा सकते हैं। हालांकि, अभी कैबिनेट की उपसमिति और वेतन विसंगति को लेकर बनी समिति सभी मामलों में विचार कर रही है

चमोली और पौड़ी के आपदाग्रस्त इलाकों के दौरे पर मुख्यमंत्री धामी, भाजपा अध्यक्ष कौशिक करेंगे कुमाऊं मंडल का दो दिवसीय दौरा

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पौड़ी/चमोली, उत्तराखंड़ में लगातार हुई बारिश से इस बार भयंकर तबाही हुई है, प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज शुक्रवार को पौड़ी और चमोली जिले में आपदाग्रस्त इलाकों के दौरे पर पहुंचे हैं। सीएम पहले चमोली के डुंग्री गांव पहुंचे और आपदा पीड़ितों को सांत्वना दी। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि18 अक्तूबर को गांव के दो लोग भारी बारिश के दौरान पानी लाइन ठीक करने गए थे। लेकिन तब वे लापता हैं। सीएम ने ग्रामीणों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

इसके बाद वे पौड़ी का रुख करेंगे। यहां भाजपा की ओर से सर्किट हाउस में आयोजित शोक सभा में वे आपदा के मृतकों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री विकास भवन में विकास कार्यों व आपदा में हुई क्षति के नुकसान की समीक्षा बैठक करेंगे। डीएम पौड़ी विजय कुमार जोगदंडे ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जिले के आपदा प्रभावित गाँव किया दौरा …… - Express News Bharat

आपदा में जान गंवाने वालों की संख्या 69 पहुंची, लापता लोगों की तलाश जारी

आपदा प्रभावित क्षेत्रों में कौशिक का दो दिवसीय दौरा आज से
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक शुक्रवार से नैनीताल जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए दो दिवसीय दौरा करेंगे। वह शुक्रवार को दोपहर दो बजे बिंदुखत्ता और सूर्याजाला के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जाएंगे। साढ़े तीन बजे हल्द्वानी में आपदा कंट्रोल रूम का शुभारंभ करेंगे। रात में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। शनिवार को वह रामनगर में आपदा प्रभावितों से मिलेंगे। आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेंगे। दौरे में प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान और सोशल मीडिया संयोजक शेखर वर्मा भी साथ रहेंगे। पार्टी ने कंट्रोल रूम के पदाधिकारियों के नंबर भी जारी कर दिए।CM धामी ने चमोली जिले के आपदा प्रभावित डुंग्री गांव का किया दौरा, कहा सरकार  हर संभव मदद करेगी | PostmanIndia

नुकसान का आकलन करने जल्द आएगी केंद्रीय टीम : शाह

गुरुवार को उत्तराखंड में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृह अमित शाह ने गढ़वाल और कुमाऊं में आपदाग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया था। दो घंटे के सर्वेक्षण के बाद उन्होंने जौलीग्रांट एयरपोर्ट स्थित गेस्ट हाउस में केंद्र और राज्य सरकार के आलाधिकारियों की बैठक की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुदरती आपदा से हुए नुकसान के आकलन के लिए तत्काल केंद्र से एक टीम भेजी जाएगी।

उन्होंने उत्तराखंड को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के संयुक्त सचिव यहीं रुकेंगे और राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ नुकसान का प्राथमिक आकलन तैयार करेंगे। उनकी रिपोर्ट पर केंद्र सरकार की एक टीम तत्काल सर्वे करने उत्तराखंड आएगी। नुकसान की सर्वे रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार मदद करेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देवभूमि के साथ पूरी ताकत के साथ खड़ी है।

प्रभारी मंत्रियों को सीएम ने लिखा पत्र

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों को पत्र लिखकर अपेक्षा की है कि वह इस प्राकृतिक आपदा में अपने जिलों में राहत कार्यों का निरीक्षण करें। तत्काल आपदा प्रभावितों को राहत दिलाएं। मुख्यमंत्री धामी ने आह्वान किया है कि सभी प्रभारी मंत्री अपने जिलों का भ्रमण करते हुए आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण, बचाव एवं राहत कार्यों की समीक्षा, राहत सामग्री, धनराशि का वितरण एवं प्रभावित परिवारों की कुशलक्षेम और क्षतिग्रस्त कार्यों का पुनर्निर्माण की कार्रवाई करें।

उन्होंने कहा कि जिले के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की जाए ताकि आपदा से प्रभावित जनमानस को यथासमय आसानी से राहत प्राप्त हो सके। क्षतिग्रस्त कार्यों को समय से पूर्ण कराया जा सके। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि वर्तमान समय में राज्य के लगभग समस्त जिले अतिवृष्टि के कारण आपदा से प्रभावित हुए हैं। इस आपदा से जिलों में भूस्खलन, बाढ़ आदि के कारण अत्यधिक नुकसान एवं जनहानि भी हुई है। आपदा की स्थिति से निपटने के लिए सरकार निरन्तर राहत एवं बचाव कार्यों के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने सभी से व्यक्तिगत ध्यान देने और आवश्यक सहयोग की भी अपेक्षा की।

धनतेरस-दिवाली पर सिर्फ 1 रुपए में गोल्ड खरीदने का मौका, ये है डिटेल

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धनतेरस या दिवाली के मौके पर गोल्ड खरीदने का इरादा रखते हैं तो आपके लिए डिजिटल गोल्ड एक अच्छा विकल्प हो सकता है। गूगल पे, पेटीएम, फोन पे समेत कई ऐसे प्लेटफॉर्म हैं जहां से आप सिर्फ 1 रुपए में डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं।

क्या है डिजिटल गोल्ड: ये फिजिकल गोल्ड से बिल्कुल अलग है। फिजिकल गोल्ड में आप ज्वेलर्स के दुकान से सोने की खरीदारी कर पहनने के लिए इस्तेमाल करते हैं। वहीं, डिजिटल गोल्ड में फिजिकली टच नहीं कर सकते हैं। इसमें गोल्ड की प्योरिटी या सेफ्टी की चिंता नहीं रहती है। बीते कुछ साल में डिजिटल गोल्ड, निवेश का एक बड़ा विकल्प बनकर उभरा है।

उदाहरण से समझें, कैसे करें खरीदारी: गूगल पे के प्लेटफॉर्म पर खरीदारी के लिए आपको लॉगिन के बाद स्क्रॉल कर नीचे ‘गोल्ड’ आइकन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद मैनेज योर मनी में ‘बाय गोल्ड’ का विकल्प आएगा। यहां आप एक रुपए में भी डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं। इस पर 3 फीसदी जीएसटी भी है। इस प्लेटफॉर्म पर अगर 5 रुपए का डिजिटल गोल्ड खरीदते हैं तो 0.9 mg मिलेगा। गोल्ड को बाय के अलावा सेल, डिलिवरी और गिफ्ट का विकल्प है। इसे आप डिजिटल माध्यम से ही किसी दूसरे को गिफ्ट कर सकते हैं।इसी तरह पेटीएम ऐप ओपन कर ‘पेटीएम गोल्ड’ आइकन से खरीदारी कर सकते हैं। अगर फोन पे ऐप से खरीदारी करना चाहते हैं तो ऐप ओपन कर ‘माई मनी’ के गोल्ड पर क्लिक करें। यहां से खरीदारी कर सकते हैं।

प्रभारी मंत्री अपने जनपदों में आपदा राहत कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करें : सीएम धामी

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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जनपदों के प्रभारी मंत्रीगणों से अपेक्षा की है कि प्रदेश में घटित प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत इत्यादि प्रदान किये जाने के उद्देश्य से अपने-अपने जनपदों का अविलम्ब भ्रमण करते हुए आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण, बचाव एवं राहत कार्यों की समीक्षा, राहत सामग्री/धनराशि का वितरण एवं प्रभावित परिवारों की कुशल क्षेम तथा क्षतिग्रस्त कार्यों का पुनर्निर्माण इत्यादि की कार्यवाही त्वरित गति से सम्पन्न कराने की व्यवस्था की जाय। उन्होंने कहा कि जनपद के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की जाय ताकि आपदा से प्रभावित जनमानस को यथासमय आसानी से राहत इत्यादि प्राप्त हो सके तथा क्षतिग्रस्त कार्यों को समय से पूर्ण कराया जा सके।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि वर्तमान समय में उत्तराखण्ड राज्य के लगभग समस्त जनपद अतिवृष्टि के कारण आपदा से अत्यधिक प्रभावित हुए हैं। इस आपदा से जनपदों में भूस्खलन, बाढ़ इत्यादि के कारण अत्यधिक नुकसान एवं जनहानि भी हुई है। उक्त आपदा की स्थिति से निपटने के लिये सरकार निरन्तर राहत एवं बचाव कार्यों के लिये पूर्णरूपेण प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री ने इस सम्बन्ध में सभी से व्यक्तिगत ध्यान देने के साथ ही आवश्यक सहयोग की भी अपेक्षा की है।

Karwa Chauth 2021 : आने वाला है करवा चौथ, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, चांद निकलने का समय और सामग्री सूची

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नई द‍िल्‍ली : Karwa Chauth : करोड़ों भारतीय महिलाओं के लिए करवा चौथ एक बेहद महत्वपूर्ण त्योहार है. खासतौर पर उत्तर भारत में करवा चौथ का महत्व काफी अधिक माना जाता है. ये त्योहार हर साल कार्तिक के महीने में कृष्ण पक्ष की चौथी तिथि यानि चतुर्थी को आता है. इस दिन पति की अच्छी सेहत, कामयाबी और लंबी आयु के लिए सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखती हैं. इस व्रत के दौरान पानी की एक बूंद भी वर्जित मानी गई है, लेकिन इस कठिन उपवास को भी लाखों महिलाएं पूरी आस्था और विश्वास के साथ रखती हैं. व्रत को खोलने से पहले इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर सजती संवरती हैं. इस साल यानि 2021 में करवा चौथ 24 अक्टूबर के दिन मनाया जाएगा. आइये जानते हैं कि करवा चौथ पर कैसे करें पूजन और कब है शुभ मुहूर्त.

करवा चौथ की पूजा विधि

करवा चौथ के दिन सुबह जल्दी नहाकर स्वच्छ वस्त्र पहन लें. तैयार हो कर करवा चौथ के व्रत का संकल्प लें.
व्रत का संकल्प लेने के बाद ‘मम सुखसौभाग्य पुत्रपौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये’ इस मंत्र का जाप करें.
अब करवे में जल भरकर करवा चौथ व्रत की कथा सुनें या पढ़ें. करवा चौथ की पूजा के दौरान मां पार्वती को श्रृंगार का सामान चढ़ाएं और सुंदर वस्त्रों और श्रृंगार की चीजों से उन्हें सजाएं. फिर पूरे मन से भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना करें. चंद्रमा दिखने बाद उसकी पूजा कर अर्घ्य दें.
करवा चौथ के दिन निर्जला व्रत रखें और जलपान ना करें.
पूजा खत्म होने के पति के हाथ से पानी पीकर या निवाला खाकर अपना व्रत/उपवास खोलें. पूजा के बार घर के बड़ों का पैर छू कर आशीर्वाद लें.
कब हैं करवा चौथ 2021 का व्रत

24 अक्टूबर, 2021 (रविवार)

करवा चौथ का शुभ मुहूर्त

पूजा का मुहूर्त- 5 बजकर 43 मिनट से लेकर 6 बजकर 50 मिनट तक
पूजा की अवधि- 1 घंटे 7 मिनट
चंदोदय समय-8 बजकर 7 मिनट

20 साल की सेवा अवधि पूरी करने वाले 2001 बैच के पुलिस कर्मियों को मिलेगा 4600 ग्रेड पे : सीएम

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देहरादून। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 20 साल की सेवा अवधि पूरी करने वाले 2001 बैच के पुलिस कर्मियों को 4600 ग्रेड पे देने की घोषणा की है। इस घोषणा के साथ ही पुलिस कर्मियों की एक बड़ी मांग पूरी हो गई है। इसी के साथ सीएम ने देहरादून में पुलिस म्यूजियम बनाने और अपराधियों पर घोषित किए जाने वाली पुरस्कार राशि भी बढ़ाने की घोषणा की है।  गुरुवार को पुलिस लाइन में आयोजित पुलिस स्मृति दिवस परेड को संबोधित करते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 2001 बैच के पुलिस कर्मियों को 4600 ग्रेड पे दिया जाएगा, जबकि अन्य की मांग पर वेतन विसंगति कमेटी विचार करेगी।

4600 ग्रेड पे 20 साल की अवधि पर दिया जाता है, तकनीकी तौर पर इससे अभी 2001 बैच के करीब 1500 पुलिस कर्मी ही प्रभावित हो रहे थे, इस कारण उनकी मांग पूरी हो गई है। जबकि अन्य पुलिस कर्मियों के लिए भी इसका रास्ता साफ हो गया है। पुलिस कर्मियों के परिजन लंबे समय से इस मांग को लेकर आंदोलन चला रहे थे। सीएम ने देहरादून में पुलिस म्यूजियम बनाने और शहीद पुलिस कर्मियों के नाम पर स्कूल, सड़कों का नामकरण करने की भी घोषणा की है। इसके साथ ही ईनामी बदमाशों पर घोषित की जाने वाली पुरस्कार राशि भी विभिन्न स्तर पर दस गुना तक बढ़ाने की घोषणा की है।

नौकरी से हटाया तो करेंगे भूख-हड़ताल शुरू

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श्रीनगर गढ़वाल। दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ श्रीनगर में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों को हटाये जाने की खबर लगते ही कर्मियों ने रोष प्रकट करते हुए चेतावनी दी कि यदि उन्हें हटाया गया तो भूख-हड़ताल शुरु की जायेगी। कहा कि सरकार द्वारा पांखी फैसिलिटेटर कंपनी को डेयरी में संविदा के आधार पर भर्ती करने हेतु टेंडर दिया गया है, किंतु उक्त कंपनी पूर्व में लगे आउटसोर्स कर्मियों को हटाकर नये कर्मचारियों को रखकर कर्मियों को शोषण कर रही है।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कर्मी राहुल, अमित, राकेश, जगमोहन, रोहित, प्रदीप, देवेन्द्र आदि ने दुग्ध संघ के अध्यक्ष को ज्ञापन देकर कहा कि जिस कंपनी को सरकार ने ठेका दिया है, उसके द्वारा नौकरी लगाने से पहले 30 हजार की फीस जमा करने के लिए कहा जा रहा है, जो फीस नहीं देगा उसको नौकरी से हटाकर उसके बदले दूसरे कर्मी को रख दिया जायेगा। कहा कि कर्मचारी पूर्व से कार्यरत है, यदि इस बीच कर्मचारियों को इस तरह का दबाव बनाया गया तो कर्मचारी आंदोलन के लिए विवश होगे। इधर गढ़वाल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष हरेन्द्र पाल सिंह नेगी ने कहा कि 20 पदों के लिए विज्ञप्ति जारी होना यह एक भ्रमाक खबर उठायी जा रही है। पूर्व में कार्यरत कर्मचारियों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जायेगा। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री से वार्ता कर पूर्व में कार्यरत कर्मचारियों को यथावत रखे जाने की मांग की है।

आपदा राहत को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं होगी: अमित शाह

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ऋषिकेश। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तराखंड में आई आपदा के लिए केंद्र सरकार ने 24 घंटे पहले अलर्ट कर दिया था। इसकी वजह से प्रदेश में कम क्षति हुई है। सरकार साढ़े तीन हजार नागरिकों को रेस्क्यू करने में सफल रही। इतना ही नहीं 16 हजार से अधिक नागरिकों को सरकार ने सुरक्षित भी किया। आपदा राहत के लिए ढाई सौ करोड रुपये उत्तराखंड को दे दिए हैं। आपदा राहत को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की जाएगी। राहत और बचाव कार्य को और तेज गति से अंजाम दिया जा रहा है।

जल्द ही उत्तराखंड में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर दी जाएंगी। गुरुवार को उत्तराखंड के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जौलीग्रांट एयरपोर्ट स्थित राज्य अतिथि गृह पहुंचे। वहां उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के पश्चात उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। कहा कि केंद्र सरकार ने 24 घंटे पहले उत्तराखंड में आपदा को लेकर अलर्ट जारी कर दिया था। अधिकांश मोबाइल यूजर को समय पर मैसेज भी भेजे गए थे। इसका परिणाम यह रहा कि इस भीषण आपदा में कम जान माल का नुकसान हुआ। सरकार ने 24 घंटे पहले ही चार धाम यात्रा को रोक दिया था। इसके परिणामस्वरूप चारधाम यात्रा पर किसी भी तरह की आंच नहीं आई और अब यात्रा को शुरू भी कर दिया गया है।