Wednesday, June 25, 2025
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UPSC ने असिस्टेंट प्रोफेसर और मेडिकल ऑफिसर सहित 64 पदों पर निकाली वैकेंसी, 11 नवंबर तक करें आवेदन

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UPSC Recruitment 2021: संघ लोक सेवा आयोग, (Union Public Service Commission, UPSC) ने असिस्टेंट प्रोफेसर,सीनियर साइंटिक ऑफिसर और मेडिकल ऑफिसर सहित अन्य पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। इसके तहत कुल 64 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। ऐसे में जो भी उम्मीदवार इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इन पदों पर आवेदन करने की लास्ट डेट 11 नवंबर, 2021 है। वहीं अभ्यर्थी 12 अक्टूबर, 2021 तक फॉर्म का प्रिंटआउट ले सकते हैं।उम्मीदवार आवेदन करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि नोटिफिकेशन फॉर्म को अच्छी तरह पढ़ लें और उसके अनुरुप ही अप्लाई करें, क्योंकि फॉर्म में अगर कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो फिर आवेदन पत्र रिजेक्ट कर दिया जाएगा।

वैकेंसी डिटेल्स

असिस्टेंट प्रोफेसर- 1,

असिस्टेंट डिफेंस Estates ऑफिसर- 6,

सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर ग्रेड- II- 3

सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर केमिस्ट्री- 3

सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर II इंजीनियरिंग- 3

असिस्टेंट डायरेक्टर- 1

UPSC Recruitment 2021: असिस्टेंट डायरेक्टर सहित अन्य पदों के लिए ऐसे करें आवेदन

असिस्टेंट डायरेक्ट और मेडिकल ऑफिसर सहित अन्य पदों पर आवेदन करने के लिए सबसे पहले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट- upsc.gov.in पर जाएं।होमपेज पर, रिक्रूटमेंट टैब पर क्लिक करें और फिर ‘ऑनलाइन रिक्रूटमेंट एप्लीकेशन’ पर क्लिक करें।अभी आवेदन करें’ पर क्लिक करें और आवेदन पत्र भरना शुरू करें। इसके बाद सभी विवरण दर्ज करें, दस्तावेज अपलोड करें और अपेक्षित शुल्क का भुगतान करें।

सबमिट पर क्लिक करें। आपका यूपीएससी भर्ती 2021 आवेदन पत्र जमा किया जाएगा।भविष्य के संदर्भों के लिए एक प्रति डाउनलोड करें और प्रिंट करें।

ये होगी फीस

UPSC की ओर से निकाले गए विभिन्न पदों पर आवेदन करने वाले सामान्य / ओबीसी / ईडब्ल्यूएस पुरुष वर्ग के तहत आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को 25 रुपये बतौर आवेदन शुल्क के रूप में देना होगा। हालांकि, अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / पीडब्ल्यूडी / महिला उम्मीदवारों की श्रेणियों के तहत आवेदन करने वालों को शुल्क भुगतान में छूट दी गई है।(साभार – जागरण )

पीएम आवास योजना में अब मिलेगी तिगुनी रकम? यहां जानिए सरकार की योजना

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नई दिल्ली: अगर आप भी प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी हैं तो आपके लिए बड़ी खबर है. अब इस खास योजना के तहत घर बनाने के लिए चार लाख रुपये देने का प्रस्ताव रखा गया है यानी पहले से तिगुनी रकम. समिति ने कहा है कि अब घरों को बनाने में लागत बढ़ गए हैं. ऐसे में, अब रकम भी बढ़ा देना चाहिए. अगर इस प्रस्ताव पर सहमति होती है तो लोगों को पीएम आवास योजना के तहत पहले की अपेक्षा 3 गुना अधिक पैसा मिलेगा. आइए जानते हैं क्या है इस प्रस्ताव में.

पीएम आवास योजना की रकम बढ़ेगी?

झारखंड विधानसभा की प्राक्कलन समिति ने राज्य में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनाने के लिए चार लाख रुपये देने की अनुशंसा की है. समिति के सभापति दीपक बिरुआ ने मानसून सत्र के अंतिम दिन प्राक्कलन समिति का प्रतिवेदन सभा पटल पर रखा था. झामुमो विधायक दीपक बिरुआ का कहना है कि हर वस्तु की कीमत बढ़ी है. दरअसल, बालू, सीमेंट, छड़, ईंट, गिट्टी की महंगाई के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बन रहे घरों की लागत बढ़ गई है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार से आग्रह

बिरुआ ने कहा कि बीपीएल परिवार अपनी तरफ से 50 हजार से एक लाख रुपये देने में सक्षम नहीं हैं. ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से चल रही पीएम आवास योजना के तहत बन रहे घरों की लागत 1.20 लाख रुपये से बढ़ा कर चार लाख रुपये की जाए, ताकि व्यावहारिक तौर पर घर बन सकें और लोग इसके लिए आगे आएं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सूबे की सरकार राज्यांश बढ़ाने पर विचार कर सकती है. प्राक्कलन समिति में सदस्य के रूप में विधायक बैद्यनाथ राम, नारायण दास, लंबोदर महतो और अंबा प्रसाद शामिल थे.

वैक्सीन उत्पादकों के साथ पीएम मोदी ने की महत्वपूर्ण बैठक, कहा- आगे की चुनौतियों के लिए साथ काम करने की जरूरत

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नई दिल्ली। दो दिन पहले टीकाकरण में 100 करोड़ के विशाल आंकड़े को पार करने के बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुद टीका उत्पादन उद्योग से जुड़ी प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ अहम बैठक की। प्रधानमंत्री मोदी ने वैक्सीन उत्पादकों से कहा कि उन्हें आगे की चुनौतियों की तैयारी के लिए लगातार एक साथ काम करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया टीकाकरण अभियान की सफलता को लेकर भारत की ओर देख रही है। पिछले डेढ़ सालों में काम करने के तौर-तरीकों में हमने जो सर्वोत्तम तरीका अपनाया है, उसे चलन में लाने की जरूरत है। हमें वैश्विक मानदंडों के मुताबिक अपने तरीकों को बदलने का यह बेहतर अवसर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि टीकाकरण की सफलता की कहानी में इन उत्पादकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने महामारी के दौरान इन उत्पादकों द्वारा दिए गए भरोसे की भी तारीफ की।

भारत को वैक्सीन उत्पादन में विश्व का करना है नेतृत्व

बैठक में टीका उत्पादन, उसकी क्षमता, उनसे जुड़े अनुसंधान जैसे मसलों के साथ इस बात को लेकर भी चर्चा की गई कि भारत को वैक्सीन उत्पादन में विश्व का नेतृत्व करना है और इस काम में सरकार और उद्योग जगत की क्या-क्या भूमिका हो सकती है। वहीं, अन्य टीके की तरह भारत कैसे कोरोना टीका के मामले में पूरी तरह आत्मनिर्भर बन सकता है और उसकी कीमत भी दुनिया में सबसे कम हो।

इस मौके स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री के साथ बैठक में सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया, भारत बायोटेक, रेड्डी लेबोरेटरीज, जायडस कैडिला, बायोलाजिकल ई, जेनोवा बायोफार्मा और पैनेसिया बायोटेक के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

सरकार के सहयोग की बदौलत 100 करोड़ के आंकड़े को छुआ: पूनावाला

प्रधानमंत्री के साथ बैठक के बाद सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदर पूनावाला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विजन और सरकार के सहयोग की बदौलत हमने टीकाकरण में 100 करोड़ के आंकड़े को छुआ है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के साथ बैठक में वैक्सीन के उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी के साथ भविष्य में इस प्रकार की महामारी के लिए तैयार रहने के उपायों पर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि दुनिया भर में इन दिनों वैक्सीन उत्पादन में निवेश हो रहा है, लेकिन भारत को वैक्सीन उत्पादन में दुनिया का नेतृत्व करना है और इस काम में सरकार और उद्योग की भूमिका को लेकर चर्चा की गई। जाइडस के चेयरमैन पंकज पटेल ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार पूरी तरह से उनके साथ है।

कोरोना टीके के उत्पादन में भी भारत होगा पूरी तरह से आत्मनिर्भर

पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रोत्साहन की वजह से भारत टीका उत्पादन में इस प्रकार के बड़े लक्ष्य को हासिल कर सका है। खासकर संयुक्त राष्ट्र में भारत के टीकाकरण के जिक्र से देश के वैज्ञानिकों का हौसला काफी बढ़ा है। उद्योग जगत ने प्रधानमंत्री को भरोसा दिया कि अन्य टीकों की तरह कोरोना टीके के उत्पादन में भी भारत पूरी तरह से आत्मनिर्भर होगा और भारत में बनने वाले टीके सबसे सस्ते भी होंगे। भारत ने गत 21 अक्टूबर को 100 करोड़ टीका देने का लक्ष्य हासिल किया था। शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने भी टीकाकरण की दर को लेकर सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ बैठक की और उनसे टीके की दूसरी डोज में तेजी लाने के लिए कहा गया।

करवा चौथ पर गर्भावस्था में रखें इन बातों का ध्यान

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देहरादून, त्योहारों का मौसम आ चुका है और हर ओर उत्सव का माहौल भी है। ऐसे में जिन परिवारों में नन्ही ख़ुशी आने वाली है, वहां भावी माता-पिता के लिए उत्साह स्वाभाविक है। त्योहार और उत्सव के बीच ये समय गर्भवती स्त्री यानि होने वाली माँ को आवश्यक देखभाल और सहायता प्रदान करने का भी है।

करवा चौथ वैवाहिक जीवन का एक खूबसूरत पर्व है। विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत (भोजन और पानी के बिना उपवास) रखती हैं। यह त्योहार निश्चित रूप से जोड़ों के बीच प्यार और स्नेह का संचार करता है।

लूथरा मैटरनिटी एंड इनफर्टिलिटी सेंटर, देहरादून की कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट डॉ आरती लूथरा ने इस सन्दर्भ में कहा, “दिवाली दूर नहीं है और करवा चौथ भी आ गया है। ऐसे में हम चाहते हैं कि गर्भवती स्त्रियाँ अपना व अपने बच्चे का ख़ास ख़याल रखें और खुद को अधिक तनाव न दें।”

करवा चौथ के लिए गर्भवती महिलाएं क्या करें और क्या न करें – इस सम्बन्ध में यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं:

व्रत रखने का निर्णय सोच-समझ कर लें

गर्भवती स्त्रियां अपने आप पर और अपने स्वास्थ्य पर सिर्फ इसलिए बोझ न डालें क्योंकि दूसरे चाहते हैं कि आप ऐसा करें। अपने स्वास्थ्य और सबसे बढ़कर अपने बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। उपवास तभी करें जब आप करना चाहते हैं न कि खुद को और अपने प्यार को दूसरों के सामने साबित करने के लिए।

अपनी स्त्री रोग विशेषज्ञ से बात करें

ऐसा हो सकता है कि आप करवा चौथ का व्रत करने के लिए बहुत इच्छुक हों, लेकिन ये अपने डॉक्टर को तय करने दें कि आप का शरीर व्रत रखने की स्थिति में है अथवा नहीं।

डॉ आरती ने बताया – “गर्भावस्था के दौरान, गर्भवती महिला द्वारा लिए गए आहार से ही बच्चे को पोषण मिलता है। यही कारण है कि गर्भावस्था के नौ महीनों के दौरान महिलाओं को पौष्टिक भोजन लेने के लिए कहा जाता है क्योंकि बच्चे का विकास उनके आहार पर निर्भर करता है।“

बिना भोजन और पानी के पूरा दिन बिताने से शिशु को परेशानी हो सकती है। साथ ही, गर्भावस्था के अलग-अलग समय में शरीर की स्थिति अलग होती है। ऐसे में सही स्थिति का आकलन सिर्फ आपकी डॉक्टर कर सकती हैं।

व्रत रख रहीं हैं तो खाएं पोषक सरगी

जहां कई परिवारों में सरगी का प्रचलन है, बहुत से परिवार ऐसे भी है जहाँ सरगी की परम्परा नहीं होती। ऐसे में यह ध्यान रखते हुए कि आप गर्भवती हैं और उपवास कर रही हैं, अपने दिन की शुरुआत पौष्टिक और स्वस्थ भोजन से करने की सलाह दी जाती है – इसे सरगी कहें या नहीं – लेकिन इससे व्रत के दौरान आपको पूरे दिन मदद मिलेगी। मॉर्निंग सिकनेस से पीड़ित महिलाएं हल्की सरगी ले सकती हैं। ऐसे खाद्य पदार्थों का चयन करें जो आपको दिन भर के लिए हाइड्रेटेड रख सकें।

अपने आप को न करें परेशान

करवा चौथ का पालन करते समय, अपने आप को अनम्य रीति-रिवाजों से अधिभारित न करें। केवल उतना ही करें जितना आपका शरीर अनुमति देता है। व्रत करते हुए खुद को परेशान न करें क्योंकि इससे आपके गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी विपरीत असर पड़ सकता है। अतः यदि आप करवा चौथ का व्रत रख रही हैं, तो पर्याप्त आराम करें और भाग-दौड़ से बचें। आखिरकार, यह आपके बच्चे के बारे में है!

उपवास के विपरीत परिणाम

बिना भोजन और पानी के उपवास करने से सिरदर्द, थकान, एसिडिटी, जी मिचलाना आदि हो सकता है। यही कारण है कि गर्भवती महिलाओं को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्वास्थ्य को खराब न होने देने के लिए नियमित अंतराल पर भोजन करते रहें।

अपना ध्यान अन्य कार्यों में लगायें

अपने आप को व्यस्त रखें – टीवी देखें, दोस्तों से बात करें, कुछ पढ़ें, मूवी देखें, या अपने शाम की पूजा के लिए तैयारी करें।

डॉ आरती सलाह देती हैं, “यदि आप उपवास के दौरान असहज महसूस करते हैं, तो याद रखें, आपका और आपके गर्भ में पल रहे बच्चे का स्वास्थ्य पहले आता है।“

स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए टिप्स

• सुबह के समय पौष्टिक सरगी लें

• खुद को हाइड्रेटेड रखें

• सूखे मेवे, फल, जूस, छाछ आदि लें।

• किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के मामले में अपने डॉक्टर की सलाह लें

विद्यालय से गायब हुए 12वीं के दो छात्र

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रुद्रपुर। दो दिनों से लापता इंटरमीडिएट के दो विद्यार्थियों के बारे में सही जानकारी न देने पर भड़के अभिभावकों ने विद्यालय में हंगामा काटा और प्रबंधन पर मामले को दबाने का आरोप लगाया। आरोप था कि शिक्षारत विद्यार्थियों को बेवजह डांटा गया और उसकी जानकारी भी परिजनों को नहीं दी गई। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और विद्यार्थियों के सीसीटीवी फुटेज में कैद होने की जानकारी दी। पुलिस ने दोनों विद्यार्थियों की गुमशुदगी दर्ज कर खोजबीन शुरू कर दी है।

पहाड़गंज निवासी गुरदेव सिंह का पुत्र गुरबाज सिंह और पहाड़गंज ट्रांजिट कैंप निवासी भास्कर दोनों ही छात्र एक इंटर कॉलेज में इंटरमीडिएट में शिक्षारत है। आरोप है कि शुक्रवार की सुबह दोनों ही छात्र विद्यालय आए थे। जहां स्कूल प्रबंधन विद्यार्थियों पर मोबाइल लाने के संदेह होने पर डांट दिया था और विद्यालय से बाहर करते हुए परिजनों से शिकायत दर्ज होने की बात कही थी। जिसके बाद दोनों छात्र घर नहीं पहुंचे। शनिवार की शाम दोनों ही छात्रों के परिजन विद्यालय पहुंचे और विद्यालय प्रबंधन पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाते हुए हंगामा काटना शुरू कर दिया।

गुस्साए परिजनों ने विद्यालय स्टाफ को भी बाहर नहीं जाने दिया। आरोप था कि विद्यालय से लगातार संपर्क करने के बाद भी विद्यालय द्वारा गुमराह किया जाता रहा। वहीं मोबाइल रखने का आरोप भी बेबुनियाद निकाला। हंगामे के खबर मिलते ही विद्यालय प्रबंधन समिति पदाधिकारी और थाना ट्रांजिट कैंप प्रभारी धीरेंद्र कुमार भी मय पुलिस बल के साथ विद्यालय पहुंचे। उन्होंने परिजनों को बताया कि छात्रों की गुमशुदगी दर्ज कर ली गई है। जल्द ही छात्रों को बरामद कर लिया जाएगा। थाना प्रभारी ने बताया कि शुक्रवार को सूचना मिलते ही सीसीटीवी कैमरों की जांच में पाया कि दोनों ही विद्यालय डीडी चौक की ओर जाते हुए देखे गए। इसके बाद छात्रों की कोई लोकेशन नहीं दिखाई दी। सीसीटीवी कैमरों के आधार पर पुलिस टीम को लगा दिया गया है। छात्रों की खोजबीन को गंभीरता से लिया गया है।

 दून में डेंगू के छह नए मामले

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देहरादून। दून में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शनिवार को दून में छह नये मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इस साल 82 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है।
जिला मलेरिया अधिकारी सुभाष जोशी ने बताया कि विजय पार्क की 52 वर्षीय एक महिला मसूरी रोड पर अस्पताल में भर्ती है। वहीं एक दस माह का बच्चा भी संक्रमित होकर एक अस्पताल में भर्ती है। वहीं 24, 30, 43 एवं 80 साल के लोगों को भी डेंगू हुआ है। जो विभिन्न अस्पतालों में भर्ती है और उनकी हालत सामान्य है। बताया कि नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू प्रभावित एवं संवेदनशील क्षेत्रों में लार्वा सर्वे और फॉगिंग की जा रही है। दून में 973250 आबादी के तहत 197493 घरों का सर्वे किया गया, जिसमें से 9113 घरों में मच्छर का लार्वा पाया गया। जिसे नष्ट कर दिया गया है।

 

 

उत्तराखंड में कोरोना के 16 नए केस

देहारादून। उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 16 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि 13 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मरीजों की संख्या 169 पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, शनिवार को 12351 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। नौ जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, ऊधमसिंह नगर और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। वहीं,  देहरादून में नौ, हरिद्वार और पिथौरागढ़ में दो-दो व नैनीताल में तीन संक्रमित मरीज मिले हैं।
संक्रमण दर 0.13 प्रतिशत पहुंची:  प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 343815 हो गई है। इनमें से 330112 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7398 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश की रिकवरी दर 96.01 प्रतिशत और संक्रमण दर 0.13 प्रतिशत दर्ज की गई है।

 

नगर निगम में नहीं खुले ट्रैक्टर ट्रॉली के टेंडर

देहरादून। नगर निगम देहरादून में शनिवार को ट्रैक्टर ट्रॉली के टेंडर नहीं खुले। अफसरों के मुताबिक बैठकों में व्यस्तता के चलते प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई। इसके अलावा दस्तावेजों की जांच में लंबा वक्त लगने की बात भी उन्होंने कही है। वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके सिंह ने बताया कि अब सोमवार तक स्थिति साफ हो पाएगी।

उत्तराखंड में स्तन कैंसर जागरूकता की इज़राइल ने की सराहना, कैन प्रोटेक्ट के साथ करेंगे कार्य

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नई दिल्ली, भारत सहित विश्व भर में स्तन कैंसर महिलाओं में एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आया है। भारत में हर 4 मिनट में एक महिला स्तन कैंसर से ग्रसित हो रही है । हर 13 मिनट में भारत में एक महिला की मृत्यु स्तन कैंसर से हो रही है । इतनी बड़ी संख्या में बढ़ते हुए मामलो का एक मुख्य कारण जागरूकता की कमी है । पिछले कई वर्षों से भारत में महिलाओं में होने वाले कैंसर के प्रति जागरुकता एवं रोकथाम के लिए प्रयासरत संस्था कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन को अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलना प्रारंभ हो गया है। भारत में इजराइली दूतावास द्वारा कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन के जरिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की गई है साथ ही कैन प्रोटेक्ट के साथ कार्य करने की भी बात कही है।

अभी हाल ही में इजराइल दूतवास द्वारा संस्था की अध्यक्षा डॉक्टर सुमिता प्रभाकर को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया । दिल्ली स्थित इजराइली दूतावास में अंतराष्ट्रीय स्तन कैंसर जागरूकता माह अक्टूबर में स्तन कैंसर संबंध में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बीस देशों के राजनयिकों के साथ ही कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन की अध्यक्षा डाक्टर सुमिता प्रभाकर ने शिरकत की। इस कार्यक्रम की शुरुवात इज़राइल के राजदूत की पत्नी ओरली गिलोन एवं डी सी एम रोनी येडिडिया क्लिएन ने सभा को संबोधित करके की। उन्होंने कहा कैन प्रोटेक्ट फाऊंडेशन द्वारा ज़मीनी स्तर के कार्य किए जा रहे है जो कि सराहनीय प्रयास है । जागरुकता के साथ साथ रोकथाम और जल्दी निदान के लिए लगाए जा रहे स्वास्थ्य शिवरो में महिलाओं को अत्याधुनिक निवारक स्वास्थ सुविधा मिलने से आने वाले समय में भारत में स्तन कैंसर के मामलो में कमी आ सकती है । इस अवसर पर इजराइल की राजनयिक ओर्ली गोल्डश्मिट ने कहा कि कैन प्रोटेक्ट फाऊंडेशन के साथ इजरायली डॉक्टर की टीम भारत में स्तन कैंसर जागरूकता एवं जल्दी निदान पर कार्य करेगी । इजराइल की संस्था वन इन नाइन ने भी कार्यक्रम में भाग लिया ।उत्तराखंड में स्तन कैंसर जागरूकता की इज़राइल ने की सराहना

कार्यक्रम के दौरान कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन की अध्यक्षा डाक्टर सुमिता प्रभाकर ने फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की गई। पिछले 6 वर्षों में फाउंडेशन द्वारा लगाए गए शिविरो में विश्व की अत्याधुनिक मशीनों द्वारा महिलाओं में स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर की अग्रिम जांच की जा रही है। जिससे न सिर्फ स्तन कैंसर का जल्दी निदान हो रहा है साथ ही सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम भी हो रही है ।

तकनीक एवं ज्ञान के तालमेल से किया जा रहा है जागरूक

उन्होंने बताया कि कैन प्रोटेक्ट तकनीक एवं कुशल स्वास्थ कर्मियों के द्वारा स्क्रीनिंग पर ज़ोर के साथ स्कूल एवम कॉलेज में जागरुकता अभियान चला रहा है, संस्था का उद्देश्य ऐसा स्वस्थ भारत है जिसमें उपचार से पहले रोकथाम को महत्व दिया जाए । सरकार उपचार उपल्ब्ध करवा रही है लेकिन नागरिकों को भी अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेनी होगी ।

कोरोना काल में बनाई कैन ऐप

डॉक्टर सुमिता प्रभाकर ने इस अवसर पर सभा को बताया कि कोरोना काल में जब लॉकडाउन में स्वास्थ शिविरो का आयोजन नहीं हो पा रहा था तो संस्था के द्वारा एंड्रॉयड ऐप “कैन ऐप” को बनाया किया गया जिसकी सहायता से अब महिलाएं घर बैठे ही अपनी स्थानीय भाषा में स्वयं स्तन परीक्षण सीख रही है साथ ही स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर की जानकारी भी उन्हें मिल रही है । यह ऐप निशुल्क है और इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है ।

आपको बता दें कि कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन पिछले कई वर्षों से स्तन कैंसर के प्रति जागरुकता अभियान चला रहा है। विशेष तौर पर उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में जहां स्वास्थ संबंधी जागरुकता की कमी है उन क्षेत्रों में सघन कैंप लगाकर स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर के प्रति महिलाओं को जागरुक एवं निःशुल्क स्वास्थ जांच द्वारा कैंसर रोकथाम करने के प्रयास किए जा रहें हैं। इसके साथ ही स्वास्थ कर्मियों के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं स्कूल, कॉलेजों में वर्कशॉप का आयोजन द्वारा भी कैंसर शिक्षा दी जा रही है ।

एन0सी0सी0 वार्षिक प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ

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हरिद्वार 23 अक्टूबर (कुलभूषण) गायत्रीतीर्थ शान्तिकुॅज हरिद्वार में 31 उत्तराखण्ड बटालियन हरिद्वार का 10 दिवसीय एन0सी0सी0 शिविर /डे कैम्प 22 अक्टूबर 2021 को बडे जोश व जुनून के साथ शुरू हुआ । शिविर के दूसरे दिन का ओपनिंग ऐडरैस के दौरा कैम्प कमाण्डेन्ट कर्नल पी0एस0 सिकरवार ने कैडिटस को सम्बन्धित करते हुए कैडेटों को एकता व अनुशासन बनाये रखने की प्रेरणा दी ।
कमान अधिकारी ने कैडिटों को सम्बोधित करते हुए 10 दिवसीय कैम्प की रूप रेखा बताई व अनुशासन में रहते हुए कैडेटों को स्वच्छता के विषय में जानकारी दी तथा कैडेटो से कैम्प को सफल बनाने की अपील की । कैम्प में 203 कैडिटस, 3 एन0सी0सी0 अधिकारी व 18 पी0आई0 स्टाफ प्रतिभाग कर रहे हैं, जिनमें से 71 कैडैटस को प्री-आर0डी0सी0 कैम्प का प्रशिक्षण दिया जा जायेगा तथा 132 कैडैटस को सर्टीफिकेट बी परीक्षा हेतु प्रशिक्षण दिया जायेगा । वार्षिक प्रेशिक्षण के दौरान कैडेटो को ड््िरल, एफ0सी0बी0सी0 एवं वैपन ट््रेैनिग, तथा एम0आर0 के विषय विस्तृत जानकारी दी जायेगी । ओपनिंग ऐडरैस के मौके पर डिप्टी कैम्प कमाण्डेन्ट कनंल डी0बी0 राना, सुबेदार मुकेश चन्द्र, मेजर सरिता परिहार, कैप्टन राकेश भूटानी, लै0 लखविन्दर सिंह, तृतीय अफसर आशा सिंह आदि उपस्थित रहें ।

 

पति की आरोग्यता के लिए करती है महिलाएं करवा चौथ का व्रत :  नेगी

हरिद्वार 23 अक्टूबर (कुलभूषण)  मानव अधिकार संरक्षण समिति की कनखल नगर अध्यक्षा रेखा नेगी ने करवा चौथ पर जानकारी देते हुये कहा कि करवा चौथ हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। यह भारत के पंजाब उत्तर प्रदेश हरियाणा मध्य प्रदेश और राजस्थान में मनाया जाने वाला पर्व है। यह कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। यह पर्व सौभाग्यवती सुहागिनद्ध स्त्रियाँ मनाती हैं। यह व्रत सुबह सूर्योदय से पहले करीब 4 बजे के बाद शुरू होकर रात में चंद्रमा दर्शन के बाद संपूर्ण होता है। वास्तव में करवा चौथ व्रत का उद्देश्य पति और पत्नी के संबंधों में मिठास पैदा करना है
उन्होने बताया कि कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करकचतुर्थी करवा.चौथ व्रत करने का विधान है। इस व्रत की विशेषता यह है कि केवल सौभाग्यवती स्त्रियों को ही यह व्रत करने का अधिकार है। स्त्री किसी भी आयु जाति वर्ण संप्रदाय की हो सबको इस व्रत को करने का अधिकार है। जो सौभाग्यवती सुहागिन स्त्रियाँ अपने पति की आयु स्वास्थ्य व सौभाग्य की कामना करती हैं वे यह व्रत रखती हैं। आधुनिक काल में करवा चौथ को पति दिवस का भी नाम दिया गया है तथा उस रूप में भी उसे मनाया जाता है

 

कर्मचारियों ने आन्दोलन को लेकर बनायी रणनीति

हरिद्वार 23 अक्टूबर (कुलभूषण)   उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति के आहवान पर पूर्व घोषित आंदोलन कार्यक्रम के तहत आज नगर निगम हरिद्वार में बैठक 26 अकटुबर से होने वाली हड़ताल को लेकर हुई जिसमें रोडवेज परिवहन निगम चिकित्सा स्वास्थ्य आयूर्वेदए विभाग के पदाधिकारियों ने भाग लिया जिसमे हड़ताल को सफल बनाने के लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया बैठक की अध्यक्षता नगर निगम के रामअवतार ने की तथा संचालन अखिलेश शर्मा ने किया
उत्तराखंड परिवहन निगम संयुक्त परिषद के मंत्री वीर सिंह असवाल परिवहन निगम की रोडवेज एम्प्लाइज यूनियन के मंत्री राकेश चंद्र शर्मा नगर निकाय महासंघ के उपाध्यक्ष अखिलेश शर्मा ने कहा कि अत्यंत दुःखद है कि समन्वय समिति 6 सितम्बर  से    अनंुशासन  में रहकर अपना आंदोलन कार्यक्रम के जरिये सरकार और शासन को संदेश दे रहे हैं कि आप कर्मचारियों की न्यायोचित मांगो का निस्तारण करें किन्तु सरकार और शाशन इस ओर ध्यान नही दे रहे हैं सिर्फ बैठकों का दौर चल रहा है अगर25 अकटुबर से मांगी को नही माना गया तो26 अकटुबर से हड़ताल निश्चित है।
समन्वय समिति के संयोजक दिनेश लखेडा सुधाकर भट्ट  ने कहा कि सरकार कर्मचारियों की धैर्य की परीक्षा न ले अन्यथा कि स्थिति में 26 अकटुबर को समस्त कर्मचारी हड़ताल पर जाते हैं तो इसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व सरकार और शासन का होगा।

 

 

पिकअप दुर्घटनाग्रस्त, चालक की मौके पर ही मौत

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नई टिहरी। चंबा-धरासू मोटर मार्ग पर कमांद के पास कुनेर में एक पिकअप दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में चालक की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पिकअप में सेब लदे थे और वाहन उत्तरकाशी से चंबा की ओर जा रहा था।
कंडीसौड़ तहसील के अन्तर्गत राजस्व पुलिस क्षेत्र भल्डियाना के कुनेर तोक में पिकअप वाहन हादसे का शिकार हो गया। दुर्घटना का पता सुबह उस वक्त लगा, जब राहगीरों ने बंदरों को सेब खाते हुए देखा। गाड़ी लगभग सौ मीटर गहरी खाई में ऐसे स्थान पर गिरी थी, जो सड़क से दिखाई नहीं दे रही थी।
सूचना मिलने पर तहसीलदार किसन सिंह महंत, राजस्व निरीक्षक विजेन्द्र रमोला, राजस्व उप-निरीक्षक जेपी जोशी मय होमगार्ड मौके पर पहुंचे। तहसीलदार ने बताया कि शव खाई से निकाल कर पंचनामे की कार्यवाही की गई है और शव को पोस्टमार्टम के लिए नई टिहरी जिला अस्पताल भेजा जा रहा है। मृतक के परिजन भी मौके पर पहुंच गए हैं। चालक की शिनाख्त रमेश बडोनी(36वर्ष) पुत्र राजेन्द्र प्रसाद बडोनी निवासी ग्राम भेटुड़ी, पो.- लामकोट, तहसील टिहरी के रूप में हुई।

गज़ब की प्रतिभा है हमारे नौनिहालों में: अमेन्द्र बिष्ट

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नैनबाग/टिहरी, पहाड़ जैसा हौसला हमारे बच्चों में भी है। उनके अंदर खेलों के प्रति जुनून देखने लायक है। हमारे नौनिहालों में गज़ब की प्रतिभा है, उन्हें सही मार्गदर्शन की जरूरत है।

यह बात टिहरी जिला पंचायत सदस्य एवं आम आदमी पार्टी नेता अमेन्द्र बिष्ट ने युवा कल्याण विभाग टिहरी गढ़वाल द्वारा आयोजित संकुल स्तरीय खेलकूद प्रतियोगता के शुभारम्भ अवसर पर कही। अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज घोड़ाखुरी में आयोजित खेल महाकुंभ में अमेन्द्र बिष्ट ने कहा कि हमारे नौनिहालों में गज़ब की प्रतिभा है। पहाड़ के बच्चों में पहाड़ जैसा हौंसला है जिसे बरकरार रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि समाज में नशे का प्रचलन तेज़ी से फैल रहा है। जिससे बच्चों को बचने की आवश्यकता है। उन्होंने बच्चों से नशामुक्त समाज बनाने का आह्वान कर शपथ दिलाई।

इस अवसर पर अमेन्द्र बिष्ट ने विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किए गये। बॉलीबाल प्रतियोगिता में ग्राम पंचायत पंतवाड़ी, कबड्डी बालक और बालिका वर्ग में नेगियाणा की टीमें विजयी रहीं। दौड़ की अलग-अलग प्रतिस्पर्धाओं में सोहन, सूरज, इतिका, हिमानी विजेता रहे। गोला फेंक में सूरज और सोनिका विजेता रहे। चक्का फेंक में सोहन और सोनिका, लम्बीकूद में भी सोहन और सोनिका विजेता रहे। भाला फेंक में सूरज व सोनिका ने सबसे लम्बा भाला फेंका।

इस अवसर पर शिक्षक अभिभावक संघ के अध्यक्ष त्रेपन सिंह रावत, आदेश असवाल, अजीत पंवार, अनिल सिंह कंडारी, रघुवीर कंडारी, महिपाल सिंह चौधरी, अरविन्द हनुमंती. जग़पाल सिंह कटारिया, रश्मि परमार, निमा पंवार, जयप्रकाश, भीम सिंह पंवार, प्रशान्त बिष्ट, लोकेंद्र सिंह रावत, शान्ति सिंह हनुमंती, शशि डोभाल, पूनम लख़ेडा, भानु प्रकाश, अनिल नौटियाल, विरेंद्र नौटियाल, महावीर पंवार, सचिन चौहान अत्रि डोबरियाल समेत सैकड़ों खिलाड़ी शामिल रहे।