Wednesday, April 30, 2025
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टिहरी में अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ शहीद सम्मान यात्रा की तैयारियों को लेकर कैबिनेट मंत्री जोशी ने की समीक्षा बैठक

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नई टिहरी, प्रदेशभर के शहीद सैनिकों के घर आंगन से मिट्टी लेकर जनपद देहरादून में सैन्यधाम का निर्माण प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है। शहीद सैनिकों के घर आंगन से मिट्टी सैन्यधाम स्थल तक लाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 21 अक्टूबर से शहीद सम्मान यात्रा निकाली जायेगी। शहीद सम्मान यात्रा की तैयारियों को लेकर प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों में जाकर बैठकों का आयोजन कर समीक्षा की जा रही है। इसी क्रम में सैनिक कल्याण मंत्री श्री जोशी द्वारा चम्बा स्थित विकासखण्ड सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ शहीद सम्मान यात्रा की तैयारियों को लेकर समीक्षा की गयी।

इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री श्री जोशी ने कहा कि देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के अनुसार प्रदेश के जनपद देहरादून में प्रदेश सरकार द्वारा सैन्यधाम का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सैन्यधाम का निर्माण इस परिकल्पना के साथ किया जा रहा है कि जिस प्रकार लोग प्रदेश के चारधामों के दर्शन हेतु पहुंचते हैं उसी प्रकार लोग देहरादून में सैन्यधाम को देखने पहंुचे। उन्होंने कहा कि सैन्यधाम का निर्माण प्रदेश के शहीदों के आंगन की मिट्टी से किया जा रहा है। सैन्यधाम में लाईट एण्ड साउन्ड शो के माध्यम से शहीदों की वीर गाथाओं को भी सुनाया व दिखाया जायेगा।

उन्होंने कहा कि धाम एक मन्दिर की तरह होता है और सैन्यधाम का निर्माण उसी परिकल्पना के साथ किया जा रहा है। जिसके तहत भारत की सेना के दो शहीद बाबा जसवन्त सिंह एवं बाबा हरभजन सिंह जिनकी पूजा होती है उन दोनों की मन्दिर भी वहां बनाये जायेगें। वहां पर म्यूजियम होगा। शहीद सैनिकों के चित्र होंगे। उन्होंने कहा कि सैन्यधाम के निर्माण हेतु शहीदों के घर आंगन से मिट्टी को कलशों में लेकर सैन्यधाम स्थल ले जाया जायेगा। जिस हेतु प्रदेश के सभी जनपदों में शहीद सम्मान यात्रा निकाली जायेगी साथ ही शहीदों के परिजनों को ताम्र पत्र देकर सम्मानित भी किया जायेगा। शहीद सम्मान यात्रा का शुभारम्भ जनपद चमोली के ग्राम सवाड़ ब्लाक देवाल एवं जनपद पिथौरागढ़ के ब्लाक मूनाकोट से प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की तैयारियों के सम्बन्ध में सभी अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों एवं जनप्रतिनिधियों को शहीद सम्मान यात्रा एवं शहीद परिजन सम्मान कार्यक्रम में अनिवार्य रूप से हिस्सा लेने को कहा। इस दौरान अध्यक्ष पूर्व सैनिक संगठन चन्द्र मोहन नौटियाल द्वारा उठायी गयी मांग जो स्वाती पावर प्रोजक्ट भिलगंना से हटाये गये पूर्व सैनिक कार्मिकों से सम्बन्धित है तथा सैनिक विश्राम गृह घनसाली की व्यवस्थाओं से सम्बन्धित थी पर उचित भी कार्यवाही का आश्वासन सैनिक कल्याण मंत्री द्वारा दिया।

इस अवसर ब्लाक प्रमुख चम्बा शिवानी बिष्ट, उप जिलाधिकारी अपूर्वा सिंह, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल जीएस चन्द, खण्ड विकास अधिकारी चम्बा डीएन बडोला, इन्द्र सिंह नेगी, बेबी असवाल आदि उपस्थित थे।

LPG सिलेंडर फिर हुआ महंगा, 14.2 KG पर बढ़े 15 रुपए, जानिए अपने शहर के दाम

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LPG price: महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। त्योहारों से सीजन से ऐन पहले रसोई गैस (LPG) के दाम एक बार फिर बढ़ाए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, बुधवार को सब्सिडी वाली गैस सहित सभी श्रेणियों के रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में ₹15 प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई। दो महीने से भी कम समय में यह रसोई गैस दरों में चौथी सीधी वृद्धि है। इससे पहले 1 सितंबर को सब्सिडी वाले और गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी दरों में 25 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई थी। अब 5 किलो सिलेंडर की नई दर ₹502 है। नई दरें तत्काल प्रभाव से लागू हो गई हैं। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में अब सब्सिडी वाले और बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलो रसोई गैस सिलेंडर की कीमत ₹899.50 प्रति सिलेंडर है।

दिल्ली और मुंबई में गैर-सब्सिडी वाले घरेलू रसोई सिलेंडर की कीमत 884.50 रुपए से अब 899.50 रुपए प्रति सिलेंडर पहुंच गई है। वहीं बिहार की राजधानी पटना में अब LPG सिलेंडर के लिए 1000 में से केवल 2 रुपये कम में मिल रहा है।

इसी तरह पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 14.2 किलो वाला एलपीजी सिलेंडर 926 रुपए और चेन्नई में 915.50 रुपये में मिल रहा है। आशंका जताई जा रही है कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों में ऐसी ही बढ़ोतरी होती रही तो जल्द ही एलपीजी सिलेंडर का दाम 1000 रुपए के पार चला जाएगा।

जनवरी से अब तक 205 रुपए कीमत बढ़ी

सब्सिडी वाले एलपीजी की कीमत में 1 जनवरी से अब तक प्रति सिलेंडर 205 रुपए की वृद्धि हो चुकी है। सरकार की नीति के मुताबिक, प्रति परिवार बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के 12 सिलेंडरों की आपूर्ति की जाती है। इसके अधिक की जरूरत होने पर बिना सब्सिडी का भाव चुकाना होता है। इस बीच, बुधवार को पेट्रोल की कीमत में 26-30 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 34-37 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई।

वैश्विक न्यूनतम कर को लेकर व्यवस्था को अंतिम रूप देने के आखिरी चरण में है भारत: वित्त मंत्री सीतारमण

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि भारत, जी-20 में दो-स्तंभ वाले कराधान प्रस्ताव की बारीकियों तक पहुंचने के बहुत करीब है। उन्होंने कहा कि भारत इसके विवरण को अंतिम रूप देने के आखिरी चरण में है। जी-20 देशों के वित्त मंत्री 13 अक्तूबर को वाशिंगटन में मुलाकात करेंगे।

आईसीआरआईईआर (अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संबंधों पर अनुसंधान के लिए भारतीय परिषद) की वार्षिक अंतरराष्ट्रीय जी20 कॉन्फ्रेंस में सीतारमण ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कर व्यवस्था के मुद्दों के लिए दो स्तंभ वाला समाधान एक उन्नत कार्यान्वयन चरण में पहुंचेगा जिसका संचालन भारत को करना होगा।

निर्मला सीतारमण ने आगे कहा, ‘इस समय, हम दो स्तंभ वाले प्रस्ताव की बारीकियों के संदर्भ में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पहुंचने के बहुत करीब हैं। हम इस पर पहले ही बातचीत कर चुके हैं और इसके फ्रेमवर्क पर सहमति जता चुके हैं। हम इसके विवरण को अंतिम स्वरूप देने के आखिरी चरण में हैं।’

जानिए इस प्रस्तावित व्यवस्था के बारे में
इस साल जुलाई में कुल 130 देश वैश्विक कर नियमों में सुधार करने पर सहमत हुए थे। इसके तहत यह सुनिश्चित किया जाना है कि एक से अधिक देश की नागरिकता रखने वाले लोग वहीं पर कर चुकाएं (न्यूनतम 15 फीसदी) जहां पर वह काम कर रहे हैं।

वित्त मंत्रालय ने तब इसे लेकर कहा था कि लाभ आवंटन में हिस्सेदारी और कर नियमों के दायरे सहित कुछ अहम मुद्दों को संबोधित किया जाना बाकी है और प्रस्ताव के तकनीकी विवरण पर काम करने के बाद अक्तूबर तक इस संबंध में एक ‘सर्वसम्मत समझौता’ होने की उम्मीद है।

इस दो स्तंभ वाले प्रस्तावित समाधान में दो घटकों को शामिल किया गया है। इनमें पहला स्तंभ, बाजार के अधिकार क्षेत्र में अतिरिक्त लाभ के हिस्से के दोबारा आवंटन को लेकर है। वहीं, दूसरे स्तंभ में न्यूनतम कर और कर नियमों के विषयों को रखा गया है।

31 साल की टीचर ने 14 साल के छात्र को बनाया हवस का शिकार! अपनी कार में बुलाकर करती थी घिनौना काम

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इन दिनों बच्चों के यौन उत्पीड़न (sexual harrasment) से जुड़े मामले अक्सर सुनाई दे जाते हैं. ऐसे में कई संस्थाएं माता-पिता को जागरूक करने का काम कर रही हैं जिससे वो बच्चों को यौन उत्पीड़न (Child sexual harrasment) का शिकार होने से बचा सकें. मगर कई घटिया मानसिकता के लोग बच्चों को भी अपनी हवस का शिकार बना लेते हैं. हाल ही में अमेरिका (USA) से एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आयी है जिससे पता चला है कि एक महिला टीचर (Lady Teacher) ने एक छात्र (Male Student) का यौन शोषण किया और कई बार उसके साथ संबंध बनाए.

डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक फ्लोरिडा की रहने वाली 31 साल की टीचर ब्रिटनी लोपेज मुर्रे (Brittany Lopez-Murray) ने एक 14 साल के छात्र को बहला-फुसलाकर उसके साथ कई बार संबंध (Physical Relations) बनाए. रिपोर्ट की मानें तो ब्रिटनी ये घिनौना काम अपनी कार में किया करती थी. वो बच्चे से प्यार करने का नाटक करती थी और उसे बहलाकर अपनी कार में बुला लेती थी. यही नहीं, ब्रिटनी कार में बच्चे के साथ न्यूड फोटोज (Nude Photos) भी खींचती थी जिसे वो उसके फोन पर अक्सर शेयर किया करती थी. बीते शनीवार को ब्रिटनी को गिरफ्तार किया गया है और उसपर बच्चे से यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है.

रिपोर्ट्स की मानें तो इस राज का पता बच्चे की भाभी को चला. जब उसने बच्चे के फोन पर टीचर की न्यूड फोटोज और अश्लील मैसेजेज देखे थे. फिर उन्होंने बच्चे के पिता को इन फोटोज की जानकारी दी जिन्होंने स्कूल में इस बात की शिकायत की. रिपोर्ट्स की मानें तो टीचर, बच्चे के स्कूल में ड्रामा की क्लास लिया करती थी. कई बार वो बच्चे को उसकी बास्केटबॉल प्रैक्टिस से अपनी कार में बुला लिया करती थी. आपको बता दें कि ब्रिटनी करीब 4 साल से उस स्कूल में पढ़ा रही थी. महिला के वकील ने कहा कि वो निर्दोष है और उसे फंसाया जा रहा है. Miami-Dade school district की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि महिला का व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है. बयान में कहा गया कि हर कर्मचारी को ट्रेनिंग दी जाती है और उनसे उम्मीद की जाती है कि वो नियमों का पालन करें और अपने पद की गरिमा को बनाए रखें. महिला को तत्काल प्रभाव से स्कूल ने निकाल दिया गया है और अब वो उस डिस्ट्रिक्ट के किसी भी स्कूल में नहीं पढ़ा पाएगी.(साभार -hindi.news18)

विश्लेषण : कम्युनिस्टों ने कांग्रेस में शामिल होकर देश की सबसे पुरानी पार्टी का डीएनए ही बदल कर रख दिया है

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(प्रवीण गुगनानी)

 

“कम्युनिज्म के प्रणेता व पुरोधा कार्ल मार्क्स थे। वही कार्ल मार्क्स, जिन्होंने अपने मृत्यु समय में प्रसन्नता पूर्वक कहा था- “अच्छा हुआ मैं मार्क्सिस्ट न हुआ”। कांग्रेस का वामपंथ व मार्क्सिज्म से स्वातंत्र्योत्तर समय के प्रारंभ से गहरा नाता रहा है।”

विक्रम और बेताल की कथा अब आधी अधूरी दोहराई जा रही है। किंतु इस कथा में अब विक्रम तो है नहीं मात्र बेताल है जो अब विपन्न और विस्थापित कांग्रेस के कंधों पर सवार है। बेताल और कोई नहीं वामपंथ है जिसने बौद्धिक, वैचारिक और सैद्धान्तिक रूप से कांग्रेस को खोखला कर दिया है। भाजपा के नारे “कांग्रेस मुक्त भारत” पर मैंने एक पुस्तक लिखी थी “कांग्रेस मुक्त भारत की अवधारणा” इस पुस्तक को मैंने कांग्रेस की आलोचना में नहीं अपितु कांग्रेस के प्रति चिंतित होकर लिखा था। कांग्रेस के प्रति अब उतना चिंतित नहीं रहना चाहिए। कांग्रेस आत्मघात के परम मूड में है। विशेषतः अब कन्हैया कुमार के कांग्रेस में उत्सवपूर्वक स्वागत व प्रवेश के बाद तो यह स्पष्ट हो गया है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने अब तक की सबसे बड़ी वर्जना को तोड़ा है, एक युग पार कर लिया है।

भारत की आजादी में भूमिका निभाने वाली कांग्रेस अब “हम लेकर रहेंगे आजादी भारत से” का नारा लगाने वालों के साथ ही नहीं बल्कि ऐसे देशद्रोही तत्वों की दया, कृपा, संबल, के साथ खड़ी दिख रही है। कन्हैया कुमार ने हमारी न्यायपालिका को हत्यारा कहा, हमारी वीर सेना को बलात्कारी कहा, भारत तेरे टुकड़े होंगे कहा, अफजल हम शर्मिंदा हैं कहा, और फिर वे कांग्रेस में प्रवेश पाने योग्य समझ लिए गए। उन्होंने कांग्रेस प्रवेश के समय जो कहा वह तो निस्संदेह कांग्रेसियों के लिए लाज-लज्जा से डूब मरने वाली बात है। कन्हैया ने कहा- यदि देश की सबसे बड़ी विपक्षी दल को नहीं बचाया गया तो देश डूब जाएगा। अर्थात, कांग्रेस डूब रही है और कांग्रेस को डूबने से बचाने के लिए कन्हैया का कांग्रेस प्रवेश ही एकमात्र उपाय है अब। आश्चर्य है कि पूरे देश में चल रहा यह चुटकुला राहुल गांधी की कांग्रेस को समझ नहीं आ रहा है।

 

कम्युनिज्म के प्रणेता व पुरोधा कार्ल मार्क्स थे। वही कार्ल मार्क्स, जिन्होंने अपने मृत्यु समय में प्रसन्नता पूर्वक कहा था- “अच्छा हुआ मैं मार्क्सिस्ट न हुआ”। कांग्रेस का वामपंथ व मार्क्सिज्म से स्वातंत्र्योत्तर समय के प्रारंभ से गहरा नाता रहा है। कांग्रेस के पास कोई वैचारिक आधार, आर्थिक विचार, विकास की अवधारणा, सामाजिक अवधारणा तो थी ही नहीं। एकमात्र गांधी जी थे वे दुर्योग से चले गए। इस वैचारिक विपन्नता में नेहरुजी का अंग्रेजपरस्त मानस कांग्रेस की पूँजी बना। कांग्रेस का इतिहास कांग्रेस के पहले और अंतिम प्रधानमंत्री के वक्तव्यों के बीच का दुखद इतिहास बनकर रह गया। कांग्रेस के प्रथम प्रधानमंत्री नेहरु ने कहा “मैं दुर्घटनावश हिंदू हूं” और कांग्रेस के अंतिम प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा- ”इस देश के संसाधनों पर प्रथम अधिकार अल्पसंख्यकों का है”। संक्षेप में अब तक की कांग्रेसी वैचारिक यात्रा का सार इन दो वक्तव्यों में ही है।
कांग्रेस में वामपंथ का दैहिक व मानसिक प्रवेश कोई पहली बार नहीं हुआ है। ऐसी निर्लज्जता कांग्रेस ने कई बार दिखाई है। वामपंथियों का प्रभाव कांग्रेस पर नेहरुकाल से लेकर राहुलकाल तक बड़ा भारी रहा है, या यूं कहें कि कांग्रेस को बड़ा भारी पड़ा है। कांग्रेस के स्वतन्त्रतापूर्व के समूचे वैचारिक आधार को आमूलचूल समाप्त करके कम्युनिस्टों ने कांग्रेस को हिंदू विरोधी, संस्कृति विरोधी, भारत के मूल इतिहास की विरोधी और न जाने क्या क्या बना दिया है। ये कम्युनिस्ट ही थे जिन्होंने नेहरु के सर पर चढ़कर स्वतंत्र भारत में गैर हिंदू होने का ऐसा पैशाचिक पाठ पढ़ाया कि भारत में एक बड़ा वर्ग स्वयं को हिंदू कहने में लज्जा का आभास करने लगा। बाद में इसी कम्युनिज्म के रंग में रंगी कांग्रेस के एक बड़े नेता ने “भगवा आंतकवाद” जैसा विद्रूप शब्द भी गढ़ा और इस शब्द को स्थापित करने में तो जैसे समूची कांग्रेस ही लग गई थी। नेहरुकाल में ही कांग्रेस ने वामपंथियों को अपना गुरु मानना प्रारंभ किया और फिर शीघ्र ही वामपंथ को अपना पिता मान लिया था। कांग्रेस की नीति, रीति, चाल चलन, हाव भाव, अभिव्यक्ति सभी कुछ पर कम्युनिस्टों ने बड़ी चतुराई से अपना कब्जा जमा लिया। कम्युनिस्टों ने कांग्रेस का डीएनए ही बदल दिया। अब यह डीएनए कन्हैया कुमार के कांग्रेस संग संसर्ग से पुनः बदलेगा। बदलाव राजनैतिक रूप से रुचिकर किंतु सामरिक रूप से चुनौतीपूर्ण होगा (साभार प्रभासाक्षी)।

‘लीवॉइस’ ने की अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के साथ अपने कॉलेबोरेशन के शुरुआत की घोषणा

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देहरादून, /मुम्बई, लीवॉइस ने स्टाइल आइकन और ब्रांड एंबेसडर, दीपिका पादुकोण के साथ अपने कॉलेबोरेशन के शुरुआत की घोषणा की। लीवॉइस x दीपिका पादुकोण एक ऐसा कलेक्शन है जो वास्तव में फैशन आइकन की सेंसिबिलिटी और ऑथेंटिक स्टाइल को परिभाषित करता है।

लीवॉइस ऑथेंटिक स्टाइल में निहित और पादुकोण की सिग्नेचर शैली के साथ अपडेट किया गया है , लीवॉइस x का यह पहला दीपिका पादुकोण कॉलेबोरेशन ताजगी और आत्मविश्वास का अनुभव महसूस कराता है। पादुकोण के सिग्नेचर पसंदीदा जैसे एथलेजर पीस, नुकीले फॉक्स लेदर पैंट और ओवरसाइज़्ड शर्ट के साथ यह कलेक्शन लीवॉइस के क्लासिक्स को जींस और डेनिम्स की अपनी रेंज के माध्यम से फिर से रिइमेजिन करता है।

लीवॉइस के साथ मेरे पहले कॉलेबोरेशन के साथ यह प्रयास था कि यह मेरी व्यक्तिगत शैली का एक प्रामाणिक प्रतिनिधित्व हो। और मुझे पूरा विश्वास है कि यह उस विजन पर खरे रहने में सक्षम हैं।” पादुकोण ने कहा।
यह कॉलेबोरेशन लॉन्ग वर्सिटी जैकेट, को-ऑर्ड स्वेटसूट, क्रॉप-टॉप और ब्रैलेट के माध्यम से पादुकोण की अल्ट्रा-कैज़ुअल स्टाइल शैली को जीवंत करता है। आप इसमें नुकीले लेदर पैंट और डेनिम जंपसूट भी देख सकेंगे। इसमें लीवॉइस की डेनिम की मॉडर्न और अपडेटेड इंटरप्रिटेशनस भी शामिल हैं, जिसमे 70 के दशक की नई हाई वेस्ट जींस एवं कट और स्यू वाइड लेग सिल्हूट के साथ एक्स्ट्रा लॉन्ग और क्रॉप्ड ट्रकर जैकेट, ओवरसाइज़्ड शर्ट की एक श्रृंखला, सॉफ्ट रोमांटिक टॉप्स विद ऑर्गेना स्लीव्स, इजी ग्राफिक टी-शर्ट और एलिवेटेड स्वेटशर्ट्स भी शामिल हैं। कुल मिलाकर इस कलेक्शन में सर्वोत्कृष्ट पीसेस हैं जो किसी भी वार्डरोब में बड़ी आसानी से शामिल हो जाएंगे।

“हम पूरी तरह से रोमांचित हैं कि लीवॉइस के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में दीपिका पादुकोण का यह पहला कॉलेबोरेशन इतना आइकॉनिक और व्यक्तिगत है। लीवॉइस ने हमेशा से ही ‘ऑथेंटिक सेल्फ एक्सप्रेशन में विश्वास किया है और बस यही इसका कॉलेबोरेशन है। हम दीपिका के साथ काम करना चाहते थे क्योंकि उनका अपना स्टाइल सेंस है और उपभोक्ताओं पर इसका प्रभाव है। रंग, कपड़े और सिल्हूट के बारे में उनकी समझ बेहद अद्वितीय और व्यक्तिगत है। इस कॉलेबोरेशन के साथ हम नए कपड़े, फिनिश और फिट को शामिल होते हुए देखते हैं। एथलेजर पीस, फॉक्स लेदर पैंट्स, लॉन्ग वर्सिटी जैकेट्स और यहां तक कि ओवरसाइज़्ड शर्ट्स की शुरूआत हमारे लिए अनजान टेक्सटाइल क्षेत्रों का पता लगाने और एक नए फैशन उपभोक्ता से रिलेट होने का एक तरीका है। ” संजीव मोहंती, एसवीपी एंड एमडी- साउथ एशिया, मिडिल ईस्ट एंड अफ्रीका, लीवॉइस

लीवॉइस x दीपिका कॉलेबोरेशन जिम्मेदारी से बनाया गया है, जोकि लीवॉइस की स्थिरता के प्रतिबद्धता के अनुरूप है। कॉलेबोरेशन लाइन का 60% नैतिक रूप से उत्पादित 100% लाइन के साथ स्थायी रूप से सोर्स किया जाता है। ऑर्गेनिक कॉटन, वुड पल्प से बने सुपर-सॉफ्ट टेनसेल, कॉटनाइज्ड हेम्प और डेनिम को ब्रांड की वाटरलेस टेक्नोलॉजी के साथ पेश करते हुए, लाइन उपभोक्ताओं को सबसे आगे स्थिरता के साथ एक अलग स्टेटमेंट की अनुमति देती है।

लीवॉइस x दीपिका पादुकोण कॉलेबोरेशन Levi के रिटेल आउटलेट, Levi.in और चुनिंदा पार्टनर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर अक्टूबर 8 से उपलब्ध होगा।

जिलाधिकारी ने लगाया जनता दरबार, सैकड़ों फरियादियों ने रखी अपनी समस्याएं

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(मुन्ना अंसारी)

हल्द्वानी, जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय में डीएम के जनता दरबार में सैकड़ों फरियादियों की भीड़ देखने को मिली जहां जनता दरबार में फरियादियों ने अपनी विभिन्न प्रकार की समस्याओं को जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल के समक्ष रखी तो वही फरियादियों ने जमीनी विवाद, धान खरीद की समस्या, सड़क, बिजली, पानी से संबंधित समस्या उनके समक्ष रखी ।
बता दे की जहां बिंदुखत्ता और गौलापार के जमीनी पट्टाधारी किसानों ने खतौनी नहीं होने से धान खरीद केंद्रों मे धान नही खरीदे जाने को लेकर जिलाधिकारी के समक्ष अपनी समस्या को रखा तो वही राजकीय मेडिकल कॉलेज की नर्सिंग छात्राओं ने भी जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा, जिसमें नर्सिंग छात्रों का कहना है कि उनकी ड्यूटी कोरोना काल के दौरान कोरोना मरीज को देखने के लिए लगाई गई थी | जिसके लिए सरकार ने उन्हें मानदेय देने का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक उन्हें किसी भी प्रकार का मानदेय नही मिला है ।

जनता दरबार को लेकर जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल का कहना है कि फरियादियों द्वारा विभिन्न प्रकार की समस्याएं उन्हें दी गई है जिसके त्वरित निवारण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है बिंदुखत्ता और गौलापार के पट्टाधारी किसानों को लेकर उनका कहना है कि प्रशासन को टीम गठित करने के निर्देश दिए गए है जो उन किसानों को चिन्हित करेंगे जिनके पास खतौनी नहीं है और उनके धान की बिक्री के लिए उचित कदम उठाने के उन्हें व्यवस्था के निर्देश दे दिए गए है ।

 

यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने को लेकर कोतवाली में ई रिक्शा चालकों की बैठक

(मुन्ना अंसारी)

लालकुआँ, शहर की यातायात व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिये लालकुआँ कोतवाली में ई रिक्शा चालकों की बैठक आयोजित की गई जिसमे ई रिक्शा चालकों से निर्धारित स्थान पर ही टुक टुक खड़े रखने के निर्देश दिये गये साथ ही व्यवस्थित तरीके से यातायात मे सहयोग करते हुए रोड से हटा कर ही ई रिक्शा को खड़े रखने के निर्देश दिये गये वही आपातकालीन स्थिति में ही शहर के बीच में ई रिक्शा चलाये जा सकते है ।
वहीं कोतवाल संजय कुमार ने कहा कि ई रिक्शा चालकों की एक यूनियन बनायें जाने का निर्णय लिया गया है जिससे यातायात को सुचारू रूप से चलाया जा सके वही नियम के विरुद्ध चलने वाले बेतरतीब ई रिक्शा चालकों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी दी है।

पीएम मोदी का एम्स दौरा, मुख्यमंत्री धामी ने किया व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को ऋषिकेश एम्स पहुँचकर प्रधानमंत्री जी के दौरे सम्बंधी व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने आयोजन स्थल का जायजा लेते हुए एम्स प्रशासन और अधिकारियों से व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली।

मुख्यमंत्री श्री धामी ने निर्देश दिए कि कार्यक्रम स्थल पर सभी व्यवस्थाओं को समय से पहले पूरा कर लिया जाए। प्रधानमंत्री जी के प्रोटोकॉल के अनुरूप व्यवस्था भलि भाँति चेक कर ली जाएँ और कोविड प्रोटकॉल का पूरा ध्यान रखा जाए। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद, मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, सचिव वित्त श्री अमित नेगी, सचिव सूचना श्री पंकज पांडेय, आईजी इंटेलीजेंस श्री संजय गुंज्याल, प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारी समेत जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे।

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारे लिए यह सौभाग्य की बात है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी देवभूमि से उत्तराखंड समेत देश के विभिन्न ऑक्सीजन प्लांट्स का शुभारम्भ कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का उत्तराखंड से विशेष लगाव रहा है, इसी का परिणाम है कि उत्तराखंड को ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश – कर्णप्रयाग रेल लाइन, उडान योजना से एयर कनेक्टिविटी को मजबूत करने समेत केदारनाथ पुनर्निर्माण की सौग़ात दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी जब भी देव भूमि आते हैं तो हम सब को जनसेवा के कार्य करने की नई ऊर्जा मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का यह दौरा उत्तराखंड के विकास की लिए बेहद लाभकारी सिद्ध होगा।

 

स्वर्गीय अनंत कुकरेती जी के परिजनों से सीएम धामी ने की मुलाकात, शोक संतप्त परिवार को दी सांत्वना

देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जोगीवाला स्थित गंगोत्री विहार में स्वर्गीय श्री अनंत कुकरेती जी के परिजनों से मुलाकात करने पहुँचे। मुख्यमंत्री श्री धामी ने शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देते हुए दिवंगत आत्मा के शांति की कामना की। इस दौरान कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद एवं मेयर श्री सुनील उनियाल गामा मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि स्वर्गीय श्री अनंत कुकरेती जी की स्मृति में शहीद द्वार बनाया जाएगा।

शासन में 42 अन्य आपदा प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की कार्यवाही गतिमान

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देहरादून, सूबे में विभिन्न दैवीय आपदाओं से प्रभावित परिवारों के प्रति राज्य सरकार खासी संजीदा है। विस्थापन एवं पुनर्वास नीति के तहत राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के पुनर्वास कार्यों में जुटी है। पुनर्वास योजना के अंतर्गत वर्तमान वित्तीय वर्ष में काफी तेजी से कार्य हुए हैं। अभी तक सूबे के 45 गांवों के 521 परिवारों का पुनर्वास किया जा चुका है। जिस पर सरकार द्वारा 21 करोड़ 27 लाख 36 हजार की धनराशि खर्च की गई है। इसके अलावा शासन स्तर पर 42 अन्य आपदा प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की कार्यवाही गतिमान है।

आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि राज्य में दैवीय आपदा से प्रभावित परिवारों का पुनर्वास कार्य तेजी से पूरे किये जा रहे हैं। जिसके तहत वित्तीय वर्ष 2021-22 के अंतर्गत राज्यभर के 45 गांवों के 521 परिवारों का पुनर्वास किया जा चुका है। जिसके लिए सरकार द्वारा 21 करोड़ 27 लाख 36 हजार की धनराशि जारी की जा चुकी है। डॉ. रावत ने बताया कि पुनर्वास योजना के अंतर्गत पिथौरागढ़ जनपद में 243 परिवारों का पुनर्वास किया गया जिसके लिए सरकार ने रूपये 10 करोड़ 26 लाख 75 हजार की धनराशि जारी की।

इसके अलावा उत्तरकाशी जनपद में 114 आपदा प्रभावित परिवारों के पुनर्वास हेतु रूपये 4 करोड 3 लाख 40 हजार की धनराशि जारी की। रूद्रप्रयाग जनपद में 76 परिवारों के पुनर्वास हेतु रूपये 3 करोड़ 24 लाख 35 हजार, टिहरी जनपद में 37 परिवारों के लिए रूपये 1 करोड़ 57 लाख 31 हजार, बागेश्वर जनपद के 13 परिवारों के पुनर्वास हेतु रूपये 55 लाख 25 हजार, अल्मोडा़ जनपद के 8 परिवारों के लिए रूपये 32 लाख 80 हजार तथा चमोली जनपद के 30 परिवारों के पुनर्वास हेतु रूपये 1 करोड़ 27 लाख 50 हजार की धनराशि जारी की गई है।

उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में आपदा प्रभावित 12 गांवों के 177 परिवारों का पुनर्वास किया गया। वर्ष 2018-19 में 6 गांवों के 151 परिवार, वित्तीय वर्ष 2019-20 में 7 गांवों के 360 परिवार एवं वित्तीय वर्ष 2020-21 में 13 गांवों के 258 आपदा प्रभावित परिवारों का पुनर्वास किया जा चुका है। जबकि वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक सर्वाधिक 45 गांवों के 521 आपदा प्रभावित परिवारों का पुनर्वास किया जा चुका है। डॉ. रावत ने बताया कि सरकार प्रदेश भर के अन्य 10 आपदा प्रभावित गांवों के 42 परिवारों का शीघ्र पुनर्वास करेगी, इनकी सूची शासन स्तर पर तैयार की जा चुकी है तथा पुनर्वास की कार्यवाही गतिमान है। जिसमें चमोली जनपद के थराली ब्लॉक में सूना कुल्याडी तोक के 3 परिवार, झलिया गांव के 2 परिवार, रूद्रप्रयाग जनपद में 15 परिवार, उत्तरकाशी में एक परिवार तथा पिथौरागढ़ में 21 परिवार शामिल है।

प्रदेश भाजपा प्रभारी ने जिला कार्यालय पहुँच की समीक्षा बैठक

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हरिद्वार 6 अक्टूबर (कुलभूषण)  भाजपा जिला कार्यालय पहुंचे प्रदेश भाजपा प्रभारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद दुष्यंत गौतम ने जिला पदाधिकारियों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस 17 सितंबर से प्रारंभ हुए सेवा समर्पण अभियान एवं आगामी कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक ली जिसमें कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए सेवा समर्पण अभियान के कार्यक्रम वृक्षारोपण अस्पतालों एवं अनाथालय में फल वितरण तथा स्वास्थ्य स्वयंसेवकों द्वारा वैक्सीनेशन सेंटर पर अपने अपने क्षेत्र के आम आदमी को वैक्सीनेशन के लिए ले जाना एवं वैक्सीनेशन लेने के लिए प्रेरित करने का काम करना हो एवं पर्यावरण संबंधी गतिविधियो के अंतर्गत नदी तालाब की सफाई इत्यादि रक्तदान शिविर लगवाना स्वास्थ्य शिविर लगवाना दिव्यांगों की सहायता राशन वितरण   नरेन्द्र  मोदी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी सोशल मीडिया गतिविधियां आदि विषयों कि संबंधित जानकारी कार्यक्रम के प्रमुख एवं सहप्रमुख से ली पार्टी के आगामी कार्यक्रमों पर चर्चा करते हुए

उन्होंने कहा कि 7 से 15 अक्टूबर तक सभी बूथो पर दीवार लेखन का कार्य किया जाना प्रत्येक बूथ पर कम से कम पांच स्थानों पर सुनिश्चित हो 10 से 25 अक्टूबर तक प्रत्येक विधानसभा में प्रबुद्ध जन सम्मेलन आयोजित हो जिसमें प्रबुद्ध जन सम्मेलन का संयोजक विधानसभा प्रभारी होगा तथा सह संयोजक विधानसभा से किसी एक वरिष्ठ कार्यकर्ता को बनाया जाए विधानसभा के दिनांक स्थान समय आदि 10 अक्टूबर तक निश्चित कर लिए जाएं 20 अक्टूबर से 3 नवंबर तक घर.घर भाजपा हर भाजपा के निमित्त भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हर बूथ पर हर एक परिवार में जाकर संपर्क करेंगे एवं प्रदेश एवं केंद्र सरकार की उपलब्धियों का पत्रक देंगे एवं पार्टी ध्वज लगाने का कार्य करेंगे इन सभी कार्यक्रमों को विधिवत रूप से समयबद्ध तरीके से किया जाना सुनिश्चित करें

 

कांग्रेस ने किया शांति यज्ञ का आयोजन

हरिद्वार 6 अक्टूबर (कुलभूषण) कांग्रेस द्वारा कोरोना आपदा के कारण मरे लोगो की आत्मा की शांति के लिए शांति यज्ञ किया गया। गंगा किनारे अग्रसेन घाट पर किये गए  यज्ञ का आयोजन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस;ओबीसी विभाग द्ध के राष्ट्रीय सह समन्वयक अनिल भास्कर  द्वारा किया गया था। इस अवसर पर अनिल भास्कर ने कहा कि सनातन धर्म के अनुसार यदि मृतक आत्मा का संस्कार पूर्ण विधि विधान से नहीं होता है तो उससे परिवार में अनेकों दोष लगते है जिससे व्यक्ति के विकास में कई तरह की समस्याएं आती है।

कोरोना काल में किसी एक परिवार के साथ यह सब नहीं हुआ है बल्कि सामूहिक रूप से लाखो लोगो की मौत हुई और उनका संस्कार भी विधि विधान से नहीं हो पाया। इसलिए उन सबका दोष भारतीय समाज पर ना हो इसलिए पितृ पक्ष में शांति यज्ञ किया गया। जिसमे पूजन कर सामूहिक पिंडदान किया गया और हवन कर सामूहिक आहुति दी गई। नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष संजय शर्मा पूर्व प्रदेश सचिव विभाष मिश्रा ने कार्यक्रम में सहयोग किया।
इस अवसर पर महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष संजय अग्रवाल पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी अरविंन्द शर्मा पूर्व राज्यमंत्री मक़बूल कुरैशी धर्मपाल ठेकेदार शैलेन्द्र सिंह एडवोकेट विकास चंद्रा बृजमोहन बर्थवाल गोपालदत्त जोशी रवि बाबू शर्मा सहित विभिन्न काग्रेसजन उपस्थित थे।

इसके साथ.साथ प्रदेश के युवा एवं ऊर्जावान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जिस तरह योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम कर रहे हैं उसके सकारात्मक परिणाम अब दिखाई देने लगे हैं आने वाले 2022 के चुनाव में पार्टी के संकल्प युवा सरकार 60 बार को सिद्धि तक ले जाने का काम करेंगे कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष डॉक्टर जयपाल सिंह चौहान ने कहा कि आपके द्वारा दिए गए मार्गदर्शन को हम सब जिम्मेदार कार्यकर्ता आत्मसात करते हुए मिशन 2022 विधानसभा चुनाव को जीतने का काम करेंगे कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री विकास तिवारी ने किया कार्यक्रम में जिला महामंत्री आदेश सैनी अनिल अरोड़ा  अंकित आर्य जितेंद्र चौधरी लव शर्मा जिला कोषाध्यक्ष विजय चौहान प्रदीप पाल रीता चमोली आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।

देश में 29 फीसदी बड़ी शेरों की आबादी :डॉ बनर्जी

हरिद्वार 6 अक्टूबर कुलभूषण  गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के जंतु एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग में वाइल्डलाइफ वीक सेलिब्रेशन में एक्सपर्ट टॉक  देते हुए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के वैज्ञानिक डॉ कौशिक बनर्जी ने अपनी वार्ता में यह तथ्य उजागर किया।  वह आन लाइन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे  उन्होंने बताया कि इस धरती पर शेरों का सर्वप्रथम आवास अफ्रीका था जहां से वह कालांतर में विश्व के अन्य भागों में भी बस गए।  भारत में शेरों के बसने का सर्वोत्तम स्थान गिर का जंगल है। भारत की संस्कृति और इतिहास में शेर को महत्वपूर्ण स्थान मिला है। दुनिया के सबसे प्राचीन ग्रंथ ऋग्वेद में भी सिंह का वर्णन मिलता है। डॉ बनर्जी ने बताया कि एशियाई शेरों के लिए मशहूर गिर नेशनल पार्क 412 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।  गिर जंगल देश में एशियाई शेरों का एकमात्र ठिकाना है किन्तु  गिर का इलाका अब शेरों के लिए कम पड़ने लगा है क्योंकि उनकी होम रेंज काफी बड़ी होती है। इसलिए भारत सरकार कुछ शेरों को मध्य प्रदेश भेजना चाहती है किंतु शेरों को प्यार करने वाले गुजरात वासी  यह होने देना नहीं चाहते। साल 2020 के आंकड़ों के मुताबिक देश में फिलहाल शेरों की कुल संख्या 674 हैं जो साल 2015 में 523 थी।डॉ बनर्जी ने शेरों के संरक्षण से संबंधित कई पहलुओं पर चर्चा की और मनुष्य द्वारा शेरों के हैबिटेट में हो रही दखलअंदाजी से उनको सुरक्षित करने का सुझाव भी दिया

गोविंद बल्लभ पंत हिमालयन नेशनल इंस्टिट्यूट लद्दाख के साइंटिस्ट डॉ सुरेश राणा ने हिमालय के वन्य जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उत्तरी पश्चिमी भाग की तुलना में उत्तरी पूर्वी हिमालय में वनस्पति और जंतुओं की लगभग दुगनी प्रजातियां पल्लवित एवं पुष्पित हो रही हैंए क्योंकि नॉर्थ ईस्ट के असमए मेघालयए अरुणाचल प्रदेश इत्यादि में वर्षा होती रहती है। जिस कारण वनस्पतियां व जंतुओं को अनुकूल माहौल मिलता है। उन्होंने बताया कि हिमालय ढाई हजार किलोमीटर लंबा और करीब ढाई सौ से 300 किलोमीटर चौड़ा है। जिस पर अनेक प्रकार की एंडेमिक व संकट प्राय जंतु एवं वनस्पतियां उपलब्ध है। जैसी कस्तूरी मृग  मोनाल कश्मीरी हंगुल स्नो लेपर्ड इत्यादि कई वन्य प्राणी अत्यधिक शिकार के कारण विलुप्त प्राय की श्रेणी में हैं।
जो प्रजातियां बर्फ एवं ट्रीलाइन के पास आवासित  हैं उन्हें आज जलवायु परिवर्तन के कारण सबसे अधिक खतरा है। हिमालई क्षेत्रों में कुछ दशकों के शोध से ज्ञात हुआ कि क्लाइमेट चेंज के कारण पक्षी अब अंडा जल्दी देने लगे हैं और बुरांश के फूल भी एक माह पूर्व खेलने लगे हैं। अतः हम सबको मिलकर कार्बन उत्सर्जन को कम करना होगा नहीं तो जलवायु परिवर्तन के घातक परिणाम इस पृथ्वी के जीवो और फिर मनुष्य को भी झेलने पड़ेंगे।

सदन डेनमार्क विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डालिया ने एक महत्वपूर्ण टॉपिक पर अपनी शोध परक जानकारी प्रदान की कि कैसे  ष्वन्य जीव आंकड़ों के माध्यम से विभिन्न प्रजातियों के संरक्षण हेतुष् अंतरराष्ट्रीय कानून व नियमावली कैसे बनाई जा सकती है उन्होंने बताया की उनका विभाग 6 महाद्वीप और 97 संस्थानों से वन्य जीव और संबंधित चुनौतियों के संबंध में डाटा एकत्र कर चुका है और कोई भी लैब उनसे डाटा साझा कर सकती है। उन्होंने बताया कि बर्ड लाइफ इंटरनेशनल साइट्सए आईयूसीएन रेड डाटा लिस्ट आदि संस्थाओं से डाटा साझा किया और संबंधित नियमावली बनाने के लिए  यथेष्ट योगदान दिया है ताकि गैरकानूनी तरीके से वन्य प्राणियों का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार बंद।  हो डॉक्टर डालिया ने अपनी लैब में वन्यजीव सूचना प्रबंधन सिस्टम विकसित किया है जिससे किसी भी देश का वैज्ञानिक लाभान्वित हो सकता है। इस अवसर पर प्रोफेसर नमिता जोशीए पीजी कॉलेज ऋषिकेश से डॉक्टर त्रिभुवनए देहरादून से डॉ अनिल कुमारए ग्राफिक एरा हिल विश्वविद्यालय से डॉक्टर कमल जोशी एवं ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय से शोधार्थी दीप्तिए स्वाति सिंहए एवं आशीष आर्य गढ़वाल विश्विद्यालय और गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के अनेक  शोधार्थी उपस्थित रहे।

 

 

युवा  पीढ़ी को आध्यात्मिक की ओर प्रेरित करने की जरूरत  : अवधेशानंद

हरिद्वार 6 अक्टूबर (कुलभूषण)   टीम जीवन ने युवाओं को नशे से दूर रखने और आध्यात्मिक की ओर जागृत करने के लिए बृहद अभियान शुरू करते हुए श्रीमद् भागवत गीता और श्री हनुमान चालीसा का वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ कर दिया। टीम जीवन का उद्देश्य है कि आध्यात्मिक की ओर प्रेरित करते हुए युवाओं को कुरुतियों से दूर रखना है। अध्ययन की ओर सभी प्रेरित हो इसके लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जिसमें विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा।
बुधवार को कनखल स्थित हरिहर आश्रम में टीम जीवन ने आध्यात्मिक जागृति एक पहल के तहत श्रीमद् भागवत गीता और हनुमान चालीसा का घर घर वितरण करने के अभियान का शुभारंभ जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज के सानिध्य में शुरू किया। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि कोरोना कार्यकाल में टीम जीवन ने समाजसेवा के प्रकल्प के तहत जो मदद की है वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को आध्यात्मिक की ओर प्रेरित करने की जरूरत है। यदि युवा आध्यात्मिक होंगे तो कुरुतियों से दूर रहेंगे। उन्होंने कहा कि कुरुतियों  में पड़ते ही लोग नशे की ओर चले जाते हैं। नशा नशीले पदार्थ से ही नहींए बल्कि कई तरह का होता है। नशा केवल जीवन में अच्छे कार्य करने के साथ समाजसेवा का होना चाहिए। उन्होंने लोगों को श्रीमद् भागवत गीता और हनुमान चालीसा को पढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि कुशल मानसिकता व्यवहार व आचरण के लिए आध्यात्मिक से जुड़ा होना जरूरी है।

टीम जीवन के मुख्य संरक्षक एवं हरिद्वार के प्रथम महापौर मनोज गर्ग ने कहा कि प्रथम चरण में श्रीमद् भागवत गीता और हनुमान चालीसा हरिद्वार शहर के 30 हजार परिवारों को वितरित किए जाने का काम किया जाएगा।
संरक्षक आशुतोष शर्मा ने कहा कि श्रीमद् भागवत गीता और श्री हनुमान चालीसा को दुनिया में पढ़ा जाता है और विदेशियों ने आध्यात्मिकता को अपनाया है। इनके अध्ययन से लोगों को ज्ञान प्राप्त होने के साथ संस्कार भी प्राप्त होते हैं। उन्होंने टीम जीवन की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि नशे की गिरफत में फंस चुके लोगों का जीवन बच गया तो यह पहल बड़ी ही सार्थक होगी।
इस मौके पर रूपांगी ब्रह्मभट्ट शिवम नामदेव वैभव कौशिक हितेश अग्रवाल सचिन कुशवाह मयंक चौहान नामित गोयल राजीव जोशी दीपक शर्मा सीण्ए अमन कुमार आदि शामिल हुए।