Wednesday, April 30, 2025
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प्रॉक्टर एंड गैंबल ने की 500 करोड़ रुपये के पीएंडजी रूरल ग्रोथ फंड की घोषणा

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प्रॉक्टर एंड गैंबल (पीएंडजी) इंडिया ने भारतीय ग्रामीण बाजार में समावेशी विकास में तेजी लाने के लिए 500 करोड़ रुपये के पी एंड जी रूरल ग्रोथ फंड की घोषणा की है।
यह फंड कंपनी के बाहरी भागीदारों को ग्रामीण उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए अनुकूलित व्यावसायिक समाधानों पर पी एंड जी के साथ सहयोग करने का अवसर प्रदान करेगा। इसमें संचार, मीडिया आउटरीच गो-टु-मार्केट समाधान जैसे तकनीक-सक्षम बिक्री, बढ़ते वितरण अंतिम-मील वितरण शामिल होंगे।

एफएमसीजी उद्योग के विकास में ग्रामीण बाजार का महत्वपूर्ण योगदान है। ग्रामीण बाजार के अवसर अद्वितीय हैं ऐसे समाधान की आवश्यकता है जो ग्रामीण उपभोक्ता की जरूरतों उपभोक्ता की आदतों को पूरा करने के लिए तैयार किए गए हों। यह नया फंड पी एंड जी इंडिया के वीग्रो प्रोग्राम का एक हिस्सा है, जो स्टार्ट-अप्स, छोटे व्यवसायों, व्यक्तियों बड़े संगठनों की पहचान करने उनके साथ सहयोग करने पर केंद्रित है, जो उद्योग-अग्रणी व्यापार समाधान पेश करते हैं।

पी एंड जी भारतीय उपमहाद्वीप के सीईओ मधुसूदन गोपालन ने कहा, ग्रामीण भारत की महामारी से उबरने के लिए भारत की राह में एक महत्वपूर्ण भूमिका है। हमने पहले ही ग्रामीण खंड को पिछले कुछ महीनों के दौरान एक लचीला प्रदर्शन करते देखा है यह जारी रहेगा।

पी एंड जी के लिए, ग्रामीण बाजार में हमारे विकास को तेज करना एक रणनीतिक प्राथमिकता है। इसके साथ, हमने बाहरी भागीदारों के साथ सहयोग करने के लिए पी एंड जी के ग्रामीण विकास कोष की स्थापना की, जो ग्रामीण डीएनए को समझते हैं हमें अपने बेहतर उत्पाद, संचार, हमारे ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए खुदरा निष्पादन मूल्य देते हैं।

हम तकनीक-सक्षम समाधानों इन्वेंट्री स्टोर प्रबंधन पर सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ ग्रामीण किरानाओं को सशक्त बनाने में भी निवेश करना चाहते हैं जो उन्हें अपने व्यवसाय को अधिक बनाने में मदद करेंगे। हमें विश्वास है कि इन साझेदारी के माध्यम से हम समावेशी विकास ग्रामीण अर्थव्यवस्था में योगदान करने में सक्षम होंगे।

पी एंड जी ने चार साल पहले भारत भर में बाहरी भागीदारों आपूर्तिकर्ताओं के लिए एक सक्रिय सहयोग मंच बनाने की दृष्टि से अपना वीग्रो कार्यक्रम शुरू किया था। पिछले कुछ वर्षों में, कंपनी ने इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से व्यावसायिक समाधानों में 680 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है।

यूपी में प्रियंका का 40 फीसद महिलाओं को टिकट का एलान, जानें- कांग्रेस की रणनीति व इसका सियासी मायने

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नई दिल्ली, संजय मिश्र। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को मुख्य चुनावी लड़ाई में लाने के लिए प्रदेश की प्रभारी पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की पूरी कोशिश सियासी नैरेटिव बनाने पर केंद्रित दिखाई दे रही है। सूबे की सियासत में बीते तीन दशक से लगातार संघर्ष कर रही कांग्रेस के लिए 2022 के चुनावी मुकाबले का एक गंभीर प्लेयर होने का संदेश देना बड़ी चुनौती है। इस सियासी चुनौती में राजनीतिक एजेंडा सेट करने का शुरुआती दांव कांग्रेस के लिए मददगार साबित होता दिख रहा है। इसलिए प्रियंका का पूरा फोकस उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को सियासी विमर्श के केंद्र में रखने पर है और अगले विधानसभा चुनाव में 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने का बड़ा एलान इसी रणनीति का हिस्सा है।

आधी आबादी की सीधी सियासी भागीदारी बनेगा बड़ा मुद्दा

कांग्रेस के इस एलान से चुनावी मुकाबले की जमीन पर कितना असर पड़ेगा यह तो राजनीतिक दलों के टिकट बंटवारे के बाद ही सामने आएगा, लेकिन इतना तो जरूर तय हो गया है कि उत्तर प्रदेश के अगले चुनाव में आधी आबादी की सीधी सियासी भागीदारी एक बड़ा मुद्दा होगा। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की संगठनात्मक कमजोरियों का हवाला देते हुए उसकी विरोधी पार्टियां चाहे इस एलान को खारिज करने की कोशिश करें, लेकिन इस बात की अनदेखी नहीं की जा सकती कि प्रियंका के एलान को लेकर सूबे की आधी आबादी के बीच एक हलचल जरूर होगी। जाहिर तौर पर यह हलचल ही कांग्रेस को सियासी नैरेटिव तय करने वाली मुख्य पार्टियों की दौड़ में शामिल करेगी।

प्रियंका का दांव बढ़ाएगा सपा की परेशानी

उत्तर प्रदेश में पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी के सबसे खराब प्रदर्शन को देखते हुए कांग्रेस के सामने 2022 में चुनौती कहीं ज्यादा बड़ी है और इस स्थिति में सियासी विमर्श के केंद्र में रहने से लेकर एजेंडा सेट करने में विरोधियों से आगे रहना पार्टी की अपरिहार्य जरूरत है। तभी पिछले काफी अर्से से प्रियंका का फोकस सूबे में पार्टी को सियासी विमर्श की होड़ में लाने पर रहा है। महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने के बड़े चुनावी एलान से पहले लखीमपुर खीरी घटना के तत्काल बाद ही प्रियंका के आक्रामक तेवरों और गिरफ्तारी ने सूबे के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जहां हलचल पैदा कर दी, वहीं मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी तमाम कोशिशों के बावजूद इस मुद्दे के राजनीतिक अभियान में पिछड़ती नजर आई।

पुराने मामले जोर-शोर से उठा रहीं प्रियंका

हाथरस और उन्नाव के दुष्कर्म व हत्या की घटनाएं, सोनभद्र गोलीकांड से लेकर सूबे में पिछले कुछ अर्से के दौरान हुई तमाम बड़ी घटनाओं को लेकर भी प्रियंका ने अपनी सक्रियता से कांग्रेस को चर्चा के केंद्र में रखने का प्रयास किया है। लखनऊ में अपनी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रियंका ने इनका जिक्र कर यह संदेश देने की कोशिश भी की कि सूबे में भाजपा की प्रभुत्ववादी सियासत को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ही जमीन पर लड़ रही है। कांग्रेस को चुनाव तक सियासी विमर्श के केंद्र में रखने की प्रियंका की यह कोशिश इसी तरह जारी रही तो जाहिर तौर भाजपा से ज्यादा सूबे की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा की परेशानी और बढ़ेगी।

लड़की को जाल में फंसा शारीरिक शोषण करने वाले को पुलिस ने 24 घंटे में गिरफ्तार किया

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मसूरी। केम्पटी पुलिस ने फेसबुक के माध्यम से एक लड़की से दोस्ती कर उसे अपने प्रेम जाल में फंसा कर बलात्कार करने व उसके बाद उसकी नग्न तस्वीर के माध्यम से ब्लेकमेल करने वाले शातिर अपराधी को त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के गिरफ्तार कर लिया। एएसपी राजन सिंह ने केम्पटी में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि केम्पटी क्षेत्र के एक गरीब परिवार की लड़की अपने परिवार का पालन पोषण करते हेतु बाहर कार्य करती थी इस दौरान उसकी फेसबुक के माध्यम से एक युवक हरप्रीत सिंह उम्र 23 पुत्र जसवंत सिंकह निवासी नानक मत्ता जिला उधम सिंह नगर से हो गई।

उसने सोची समझी साजिश रची व योजना के अनुसार लड़की को अपने प्यार के जाल में फंसाया व उससे लगातार बात करने पर उसका विश्वास अर्जित किया इस दौरान उसने लड़की के साथ विश्वासघात किया व उसे झांसा देकर व्हाटसएप के माध्यम से उसकी वीडियो रिकार्डिगं कर उसकी नग्न तस्वीर ले ली व उसे रिकार्ड कर लिया, जिसका लड़की को पता नहीं चला कुछ दिनर अभियुक्त ने अपनी कुत्सित मानसिकता व योजना के अनुसार लड़की को उसकी नग्न तस्वीर भेजकर डराने लगा व कहा कि अगर उसके साथ शारीरिक संबंध नहीं बनाये तो इस वीडियों को सार्वजनिक कर देगा।

गरीब लड़की होने व सामाज में बदनामी के डर से युवक ने लड़की के साथ दो से तीन महीने तक उसकी इच्छा न होने पर भी ब्लेकमेल कर उसका शारीरिक शोषण करता रहा। और लड़की इसे समाज के डर से सहती रही लेकिन युवक ने एक दिन उसकी नग्न तस्वीर इंस्ट्राग्राम पर अपलोड कर दी जिसके बाद लड़की ने लड़के से काफी अनुनय विनय किया कि इस फोटो को हटा दे लेकिन युवक ने हटाने के बजाय लड़की के जानने वालों को व्हाटसएप् के माध्यम से उसकी नग्न तस्वीर भेजने लगा। जब लड़की को इसका पता चला व उसे अहसास हुआ कि अब यह सार्वजनिक हो गया तो लड़की केम्पटी थाने आई और थानाध्यक्ष नवीन चंद्र जुराल व महिला एसआई नीलम से मुलकात की व अपनी आपबीती सुनाई जिस पर उन्होंने उसे हिम्मत बंधाई व उसे थाने में प्रार्थना पत्र देने को कहा जिस पर लड़की ने 16 अक्टूबर 2021 को थाने में तहरीर दी जिस पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 376, 504, 506, 120बी, आदि लगाकर वाद पंजीकृत कर लिया। और जरूरत पड़ी तो अन्य धाराएं भी लगायी जायेंगी।

एएसपी राजन सिंह ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी ने इस मामले में तुरंत टीम गठित कर मामले की विवेचना करने का आदेश दिया व लड़की का मेडिकल करवाया तथा 164 के तहत उसके बयान दर्ज किए। पुलिस टीम ने 18 अक्टूबर को नानकमत्ता जाकर उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया व केम्पटी ले आये। बताया गया कि युवक राय सिक्ख है तथा शातिर किस्म का अपराधी है। पुलिस ने आरोपी को टिहरी ले जाकर मजिस्टेªट के सामने पेश करने ले गये जहां उसकी रिमांड मांगी जायेगी व उसे जेल भेजा जायेगा। पुलिस टीम को एएसपी राजन सिंह ने बधाई दी। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष नवीन चंद्र जुराल, महिला उप निरीक्षक नीलम, हेड कांस्टेबल शीश पाल चौहान, कांस्टेबल गजेंद्र मलिक व धर्म सिंह थे।

 

कृषि मंत्री तोमर ने किया कृषि भवन का निरीक्षण व समीक्षा

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नई दिल्ली । स्वच्छता अभियान के तहत कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि भवन का निरीक्षण किया और यहां स्थित सभी मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ एक बैठक में साफ-सफाई एवं विभिन्न कार्यालयों के लंबित मामलों के निपटारे की समीक्षा की गई। इस दौरान तोमर ने कहा कि स्वच्छता स्वभावगत और संस्कारगत होना चाहिए और हमारे स्वभाव में रचना-बसना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छता के लिए देशव्यापी अलख जगाई है, जिसके सद्परिणाम भी सामने आए हैं और व्यापक रूप से जागरूकता का प्रसार हुआ है।

समीक्षा बैठक में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी व कृषि सचिव संजय अग्रवाल सहित कृषि, ग्रामीण विकास, उपभोक्ता मामलों व खाद्य वितरण, सहकारिता, पशुपालन तथा अन्य मंत्रालय/विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। तोमर ने कहा कि स्वच्छता अभियान के अंतर्गत जो अपेक्षा हम जनता से करते हैं, उसका पालन सभी भवनों व कार्यालय परिसरों में भी किया जाना चाहिए। स्वच्छता के महत्व के प्रति सभी को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। तोमर ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्यालयों से संबधित लोक शिकायतों, संसदीय विषयों तथा अन्य लंबित मामलों का शीघ्रातिशीघ्र निराकरण किया जाएं। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि कृषि भवन में साफ-सफाई का विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत पुरानी अनुपयोगी फाइलों का निष्पादन किया गया है व यह कार्य आगे भी जारी रहेगा। तथा भवन के भीतर और बाहर निरंतर स्वच्छता बनाए रखने के लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। गत दो अक्टूबर से प्रारंभ विशेष अभियान के तहत अभी तक 4 ट्रक स्कैप व अन्य सामग्री कृषि भवन से बाहर भिजवाई गई है।

मौसम बदल रहा है अपने स्वास्थ्य  का ध्‍यान रखें : डा0 छाया

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श्रीनगर गढ़वाल । इन दिनों जिस तरह से मौसम बदल रहा है ऐसे में हर किसी को अपने स्‍वाथ्‍य का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। पिछले कुछ दिनों से दोपहर में तेज धूप व सुबह-शाम हल्की ठंडक रही, और फिर लगातार बारिश होने से ठंडक एकदम से बढ़ गई है। इस तरह का मौसम आपकी तबीयत नासाज कर सकता है। ऐेसे में हमें अपना ख्‍याल रखना बहुत जरूरी है।
ऐसे में डाक्‍टर की सलाह मानना बहुत जरूरी है। हमारे संवाददाता ने वरिष्‍ठ फिजिशियन डा छाया पैन्‍यूली भट्ट से बात की। उन्‍होंने बताया कि तापमान में आ रहे बदलाव के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर होने लगती है, जिससे बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। इस दौरान बुखार, खांसी व जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है। ऐसे वक्त पर बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पीने का पानी भी साफ होना चाहिए और अधिक ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। सुबह शाम गर्म कपड़े पहनने के साथ ही सिर को भी ढककर रखना चाहिए। खांसी, कोल्ड व फ्लू होने पर चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए।

बच्चों को लेकर रहें सचेत
मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना होगा। जरा सी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। रायपुर अस्पताल के चिकित्साधीक्षक एवं वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. पीएस रावत ने बताया कि इस दौरान बच्चों के खानपान व पहनावे पर विशेष ध्यान देना चाहिए। बच्चों को ठंडे पानी से न नहलाएं। गुनगुना पानी पिलाएं। खुले बदन न सुलाएं। रात में ठंड लगने पर चादर ढक दें। तबीयत खराब होने पर चिकित्सक की सलाह से तुरंत दवा लें।
ये बरतें सावधानी
इस मौसम में संक्रमण का खतरा होता है इसलिए ऐसे में पहनावे पर खास ध्यान देना चाहिए और जहां तक हो सके हल्के गर्म कपड़े पहनें।
खान-पान का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए और अधिकतम पौष्टिक आहार लेना चाहिए, इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
ठंडे पदार्थों का सेवन बिल्‍कुल न करें ताकि आप  वायरल बुखार से बचे रहें।
अगर सिर दर्द या बुखार महसूस हो तो अपनी मर्जी से दवा न लें।
सुबह की सैर के साथ योग भी अच्छा व्यायाम होता है। बदलते मौसम में नियमित योग करना चाहिए।
मौसम बदलने पर खासी और फेफड़ों से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इससे पीडि़त मरीज को रोजाना भाप लेने के साथ नमक मिले गुनगुने पानी से गरारा करना चाहिए। इसके साथ ही यदि आपको किसी तरह की परेशानी महसूस हो तो तत्‍काल अपने नजदीकी चिकित्‍सक से सम्‍पर्क करें और दवा का सेवन करें।

उत्तराखंड में कोरोना के 6 नए केस, 7 हुए स्वस्थ  

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देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण अब कमजोर पड़ गया है। मंगलवार को प्रदेश में छह नए मामले आए, जबकि सात मरीज स्वस्थ हुए हैं। अच्छी बात ये है कि दस जनपदों में मिला कोरोना का कोई मामला नहीं मिला है। राज्य में फिलवक्त कोरोना के 175 सक्रिय मरीज हैं। देहरादून जनपद में सबसे ज्यादा 99 सक्रिय मामले हैं। वहीं, आठ जिलों में सक्रिय मामले दस से कम हैं। बागेश्वर और टिहरी गढ़वाल में कोई सक्रिय मामला नहीं है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, निजी व सरकारी लैब से नौ हजार दो सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें आठ हजार 996 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून में चार हरिद्वार और उत्तरकाशी में एक-एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल व ऊधमसिंह नगर में कोई नया मामला नहीं आया है। राज्य में अब तक कोरोना के तीन लाख 43 हजार 765 मामले आए हैं, जिनमें तीन लाख 30 हजार 65 (96.01 फीसदी) स्वस्थ हो गए हैं। कोरोना संक्रमित 7397 मरीजों की मौत भी अब तक हो चुकी है।

फंगस से एक मरीज की मौत
प्रदेश में फंगस (म्यूकर माइकोसिस) से एक मरीज की मौत हुई है। मरीज एम्स ऋषिकेश में भर्ती था। राज्य में अब तक फंगस के 590 मामले मिल चुके हैं। इनमें से 133 मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि 380 ठीक हुए हैं।
22 हजार 38 व्यक्तियों का हुआ टीकाकरण
राज्य में 801 केंद्रों पर 22 हजार 38 व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया। अब तक 74 लाख 38 हजार 87 व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली खुराक लग चुकी है। जबकि 35 लाख आठ हजार 449 का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। 18 से 44 आयु वर्ग के भी 44 लाख 61 हजार 869 व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली और 14 लाख 61 हजार 379 को दोनों खुराक लग चुकी हैं।

जब केदारनाथ में मौसम साफ हुआ तो वहां पहुंचे पर्यटन झूम पड़े

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केदारनाथ (अनुराग गुप्‍ता )। उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश और कई जगहों पर ओले पड़ रहे है. जिसके चलते जगह-जगह पर सैलानी फंस गए है. वहीं मंगलवार को जब केदारनाथ में मौसम साफ हुआ तो वहां पहुंचे पर्यटन झूम पड़े जब केदारनाथ में मौसम साफ हुआ तो वहां पहुंचे पर्यटन झूम पड़े. साफ मौसम को देंखकर सैलानी काफी खुश नजर आए. इसके साथ ही तीर्थ यात्रियों ने भोपेनाथ का नाम लेते हुए झूमते हुए भी नजर आए. वहीं एक तीर्थ यात्रियों की टोली ने भोलेनाथ के ऊपर भजन गाते और नाचते नजर आए. तीर्थ यात्रियों ने भजन गया कि भोलेनाथ की शादी है हम तो नाचेंगे.

उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मगलवार को बारिश प्रभवित इलाकों का जायजा लिया. सीएम धामी ने आपदा प्रभवित इलाकों का निरिक्षण करने के बाद जगह-जगह पर फंसे हुए पर्यटकों को एक संदेश जारी किया. जिसमें उन्होंने लोगों से इस आपदा में धैर्य बनाए रखने की अपील किया. साथ ही यह भी बताया कि लोगो को रेस्क्यू करने के लिए भरतीय वायु सेना अपने हेलीकाप्टर भेज रही है. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकार को हर संभव मदद का भरोसा दिया है.

बता दें कि पिछले कई दिनों से उत्तराखंड के कई इलाकों में भरी बारिश और ओला पड़ रहा है. जिसके चलते कई पर्यटक फंसे हुए है. वहीं अभी ताल इस बारिश में 38 लोगों कि मौत हो चुकी है. वहीं आठ लोग अभी भी लापता है. उत्तराखंड की 150 से ज्यादा सड़कों को बंद कर दिया गया है. जिसके चलते लोगो को राहत बचाव के कार्य में भी काफी दिक्क्त आ रही है. वहीं पहले ही बदहाल संचार व्यवस्था अब पूरी तरह से ठप हो चुकी है.

गढ़वाल मंडल में राहत, कुमाऊं मंडल में कहर बरपा रही बारिश, भूस्खलन और ठंड से एक साधु सहित 16 लोगों की मौत

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देहरादून, उत्तराखंड में बीते 48 घंटे से हो रही बारिश ने आफत का रूप ले लिया। मंगलवार को गढ़वाल मंडल में बारिश से राहत है, लेकिन कुमाऊं में बारिश कहर बरपा रही है। लगातार बारिश के दौरान भूस्खलन और ठंड से एक साधु सहित 16 लोगों की मौत हो गई।
उत्तराखंड में बीते 48 घंटे से हो रही बारिश ने आफत का रूप ले लिया। मंगलवार को गढ़वाल मंडल में बारिश से राहत है, लेकिन कुमाऊं में बारिश कहर बरपा रही है। लगातार बारिश के दौरान भूस्खलन और ठंड से एक साधु सहित 16 लोगों की मौत हो गई। नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्‍लॉक के एक गांव में मकान जमींदोज होने से नौ लोगों के मौत की खबर है। ग्राम प्रधान ने इसकी पुष्टि की है। रास्‍ते में जगह-जगह मलबा आने के कारण मौके पर अभी प्रशासन या एसडीआरएफ की टीम नहीं पहुंची सकी है। वहीं रामनगर के एक रिसॉर्ट में पानी घुस गया है। बताया जा रहा है रिसॉर्ट के अंदर करीब सौ लोग फंसे हैं। भीमताल में मकान ढहने से एक बच्‍चा मलबे में दब गया है।

अल्‍मोड़ा जिले में एक मकान पर पहाड़ी से मलबा आने के कारण तीन लोगों की दबकर मौत हो गई है। अल्‍मोड़ा नगर में भी एक मकान की दीवार गिरने से किशोरी की दबकर मौत हो गई। बागेश्‍वर जिले में पहाड़ी से गिरे पत्‍थर की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। वहीं नैनीताल का संपर्क देश-दुनिया से कट गया है। काठगोदाम रेलवे स्‍टेशन की पटरियां गौला नदी में बह गई हैं। जिस कारण ट्रेनों का संचालन निरस्‍त कर दिया गया है। पहाड़ के कई मार्ग मलबा आने के कारण बंद हो गए हैं। वहीं, चारधाम यात्रा में गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा शुरू कर दी गई है। केदारनाथ और बदरीनाथ धाम की यात्रा को फिलहाल स्थिति सामान्य होने तक रोका गया है। वहीं, केदारनाथ धाम में सर्दी से एक साधु की मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार लगातार हो रही बारिश से मंगलवार को नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्लाक के झुतिया के राजस्व गाँव सकुना में एक मकान के कमरे में पीछे की ओर से अचानक मलबा घुस गया। कमरे में 10 मजदूर सो रहे थे। जिसमें से एक तो उठकर बाहर कूद गया। जिसकी हालत गम्भीर बतायी जा रही है। वहीं नौ मजदूरों की मलबे में दबकर मौत हो गई। सुबह ग्राम प्रधान सुरेश मेर ने घटना स्थल का जायजा लिया और प्रशासन की टीम को घटना की जानकारी दी। साथ ही ठेकेदार को भी सूचित कर बुलाया गया है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से फोन पर बात कर राज्य के हालात की जानकारी ली। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि राहत कार्यों के लिए केंद्रीय एजेंसियों को भी सक्रिय करने के निर्देश दे दिए गए हैं। प्रधानमंत्री ने प्रदेश को हर आवश्यक सहयोग दिए जाने के प्रति आश्वस्त किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को वस्तुस्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में कुछ स्थानों पर नुकसान हुआ है। शासन प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।

सीएम पुष्कर सिंह धामी सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम में बैठे हैं और प्रदेश के हालात पर निगाह बनाए हुए हैं। उन्होंने जिलों के अधिकारियों से प्रदेश में भारी बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली। साथ ही वह वरिष्ठ अधिकारियों और जिलाधिकारियों से लगातार अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने राहत व बचाव कार्यों के संबंध में जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। इसके बाद दोपहर को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। इस मौके पर आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ धनसिंह रावत व डीजीपी अशोक कुमार भी साथ थे। बाद में रुद्रप्रयाग में सीएम ने जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग से जिले की स्थिति व यात्रा की जानकारी ली। मौसम विभाग ने आज यानी मंगलवार 19 अक्टूबर को भी कुमाऊं के अधिकांश हिस्सों में बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तराखंड के पिथौरागढ़, नैनीताल, पौड़ी, चंपावत जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर अभी जारी रहेगा।

नैनीताल जिले के रामनगर के मोहान स्थित लेमन ट्री रिसोर्ट में कोसी नदी का पानी घुसा। रिसॉर्ट में करीब सौ लोग फंसे हैं। जिनमें पर्यटक और स्टाफ हैं शामिल हैं। मदद के लिए फिलहाल अभी कोई नही पहुँच पाया है। उधर चुकुम के प्रधान जस्सी राम ने बताया कि गांव में लगातार भू कटाव जारी है तीन मकान बह गए हैं, लोग जंगल की ओर शरण ले चुके हैं। बारिश से कार्बेट पार्क में जिप्सी सफारी के लिए बनाए गए कच्चे रूट के बह गए हैं। विभाग जंगल में निरीक्षण कर क्षतिग्रस्त रूटों की जानकारी जुटाकर नुकसान का आकलन करेगा। ऐसे में अभी पर्यटन शुरू होने में समय भी लग सकता है।टनकपुर पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चल्थी में लधिया नदी पर बन रहा निर्माणाधीन पुल बह गया। नदी में पानी का वेग काफी तेज है।

अल्मोड़ा में मकान ध्वस्त तीन की मौत
अल्‍मोड़ा जिले में बारिश से भिकियासैंण तहसील के रापड गांव में पहाड़ी से मलबा आने के कारण एक मकान ध्‍वस्‍त हो गया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। कुछ लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई। एसडीआरएफ की टीम मौके पर रेस्क्यू कर रही है। वहीं कपकोट के भनार गांव के एक युवक पहाड़ से गिर रहे पत्थरों की चपेट में आ गया, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई है। अल्‍मोड़ा में हीरा डूंगरी नामक जगह पर एक मकान की दीवार गिरने से किशोरी अरुमा सिंह पुत्री त्रिलोक सिंह मलबे में दब गई। उसका शव बरामद कर लिया गया है। अल्मोड़ा जिले में बारिश के दौरान विभिन्न क्षेत्र में 10 मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना है।

मंगलवार की तड़के भिकियासैंण के रापड गांव में मूसलधार बारिश से आधी रात के बाद करीब दो बजे आनंद सिंह नेगी (60 वर्ष) पुत्र मदन सिंह नेगी के मकान पर पहाड़ी से मलबा आ गिरा। वह कुछ समझ पाते तब तक मलबे से मकान क्षतिग्रस्त हो गया। आनंद सिंह नेगी की पत्नी उषा (55 वर्ष) ने भागकर जान बचाई। आनंद सिंह नेगी व उनके बड़े भाई गोवर्धन सिंह की लड़की के दो बच्चे तन्नू (12 वर्ष) पुत्र मदन सिंह, किरन (16 वर्ष) पुत्री मदन सिंह मलबे में दब गए। वे कुछ समय से नाना आनंद सिंह के यहां रह रहे थे। घटना के बाद एसडीआरएफ, पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई है। धौलादेवी के पास चीड़ का पेड़ गिरने से रोड अवरुद्ध हो गया था जिसे काटकर आवागमन हेतु चालू किया। यहां कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। होटल कलावती रिट्रीट गनियाद्योली रानीखेत में मलबा आने पर रानीखेत पुलिस द्वारा यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है।

दीवार गिरने से किशोरी की मौत
उधर, अल्‍मोड़ा में हीरा डूंगरी जगह पर एक मकान की दीवार गिर गयी। इससे एक किशोरी अरूमा सिंह पुत्री त्रिलोक सिंह मलबे में दब गई। पुलिस ने 15 मिनट में रेस्क्यू कर उसे निकाला। गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाये। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि चार लोगों की मौत हो गई है। राहत व बचाव कार्य जारी है। सड़कें सुचारु करने का कार्य जारी है।
पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से युवक की मौत
उधर, बागेश्वर जिले में कपकोट के भनार गांव के एक युवक पहाड़ से गिर रहे पत्थरों की चपेट में आ गया। इससे उसकी मौत हो गई है। प्रधान ने घटना की सूचना पुलिस को दी है। घटना के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। शामा बाजार से सामान लेकर घर लौट रहे भनार गांव निवासी गिरीश चन्द्र सिंह पुत्र गोविन्द सिंह उम्र 37 वर्ष रास्ते में पहाड़ से गिर रहे पत्थरों की चपेट में आ गया।

गौला पुल की सड़क बही
हल्द्वानी में इंदिरानगर बाइपास स्थित गौला के नए पुल की सड़क भारी बारिश की वजह से गायब हो गई। गौलापार व चोरगलिया के हजारों लोगों के अलावा खटीमा व उत्तर प्रदेश की गाडियां तक इससे होकर गुजरती थी। पुल का बड़ा हिस्सा गायब होने की वजह से फिलहाल पुलिस-प्रशासन ने बैरिकेड लगा रास्ते को बंद कर दिया है। सिटी मजिस्ट्रेट व तहसीलदार ने मौके पर पहुंच स्थिति का जायजा भी लिया।

रेल की पटरी उखड़कर नदी में बही
नैनीताल जिले में तीन दिनों से लगातार हो रही तेज बारिश से रेलवे स्टेशन को भी गंभीर क्षति पहुंची है। गौला नदी ने रौद्र रूप दिखाते हुए रेलवे स्टेशन की पटरी को भी उखाड़ दिया है, जो बह कर नदी में चला गया है। ऐसे में ट्रेनों का आवागमन भी प्रभावित हो गया है। वहीं कई ट्रेनों को स्‍थगित करने के साथ, कई को शार्ट टर्मिनेट किया गया है। भारी बारिश के चलते काठगोदाम रेलवे स्टेशन की करीब 100 मीटर पटरी नदी में बह गई है। जिससे रेलवे स्टेशन प्रशासन में हड़कंप की स्थिति है। सीनियर सेक्शन इंजीनियर केएन पांडे ने बताया कि सोमवार की देर शाम से ही गोला नदी उफान पर थी। जिससे खतरे की संभावना बनी हुई थी। सोमवार की देर रात काठगोदाम स्टेशन के आगे रेलवे ट्रैक के पास तक पानी पहुंचने लगा और पटरी को नुकसान होने लगा।उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन से 48 घंटे में 21 की मौत, सड़कें ध्वस्त,  पीएम ने किया फोन, सीएम ने किया हवाई दौरा - Lok Saakshya

भारी बारिश से कुमाऊं के कई जगहों पर मंडराया खतरा, गौला नदी पर बना पुल टूटा

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नैनीताल, उत्तराखंड में हुई भारी बारिश के बाद कुमाऊं मंडल में भारी नुकसान होने की खबर है। लगातार दो दिनों से हुई इस बारिश ने पहाड़ों पर दुश्वारियां पैदा कर दी, अब तक 15 लोगों की मलबे में दबकर मौत होने की खबर है। जबकि पूर्व सोमवार को भी प्रदेशभर में पांच लोगों की मौत हुई थी। मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह रामगढ़ धारी तहसील अंतर्गत दोषापानी और तिशापानी में बादल फटने से मजदूरों की झोपड़ी पर भारी मलबा गिर गया। जिससे सात मजदूर मलबे में दब गए।

इस बारिश में कुमाऊं के खैरना के पास भारी पत्थर की चपेट में आने से दो लोगों की जान चली।
चंपावत जनपद के तेलवाड़ में भी भूस्खलन की जद में आने से एक की मौत हो गई। हालांकि इसके अलावा तीन लोगों को समय रहते बचा लिया गया। जिले के ही तेलवाड़ा में भी एक युवक मलबे में दबकर मौत हो गई।
वहीं बाजपुर में भी भारी बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है। यहां झाड़खंडी में गडरी नदी में बहे किसान रामदत्त भट्ट का शव बरामद कर लिया गया है। इसके अलावा टनकपुर में पानी में फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना के रेस्क्यू अभियान में करीब 60 से अधिक लोगों को बचा लिया गया।

अल्मोड़ा जनपद के भिकियासैंण क्षेत्र में एक घर के मलबे की चपेट में आने दो बच्चों की मौत हो गई। इसके अलावा जनपद केएनटीडी में एक अन्य घर भी मलबे की जद में आने से वहां एक बच्चे की मौत हो गई | पुलिस और एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम टीम दो लोगों को सुरक्षित बचाने में कामयाब रही। लगातार चली बारिश से बाजपुर में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है और स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इसके अलावा गरमपानी में सड़क निर्माण में लगे दो मजदूरों की भी मलबे में दबने से मौत हो गई।
यही नहीं हल्द्वानी स्थित गौला नदी में भारी बारिश के कारण एक पुल टूट गया। घटना के समय वहां से गुजर रहे लोगों को मौके पर मौजूद लोगों की सक्रियता से बचा लिया गया। खतरे को देखते हुए आवाजाही पूरी तरह से ठप कर दी गई है। मौके पर मौजूद बनभूलपुरा पुलिस के अनुसार मंगलवार तड़के पुल के समीप जवान ड्यूटी पर तैनात थे। जहां अचानक कुछ आवाजें आने लगी। देखा तो गौला पूल का एक हिस्सा भरभरा कर नदी में समा गया। पुलिस ने अब सुरक्षा को देखते हुए दोनों तरफ से आवाजाही पर रोक लगा दी | लगातार हचली बारिश के बाद आज मंगलवार को राज्य के कई हिस्सों में घूप खिली नजर आयी, किन्तु पहाड़ों के कई रास्ते भूस्खलन की चपेट में आने से अभी भी खतरा बना हुआ है |जागरण - News

एम्स में हुई रामलीला से शोएब अफताब का कनेक्शन, कवि कुमार विश्वास और विहिप के नेताओं में नाराजगी

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नई दिल्ली (विनय तिवारी), इन दिनों एम्स के कुछ स्टूडेंट्स की रामलीला का वीडियो वायरल है। कुछ दिन पहले देश के सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान) में रामलीला मंचन को लेकर नाटक का एक विवादित वीडियो सामने आया था। इस वीडियो में रामलीला के पुराने प्रसंगों और उन पात्रों का उपहास करते हुए एम्स के एमबीबीएस छात्र भगवान राम, सीता व लक्ष्मण के बारे में भी अपशब्द भी बोलते देखे गए। और तो और सबसे अधिक हैरानी की बात तो ये थी कि यह पूरा वीडियो एम्स के परिसर में बने हास्टल के सामने स्थित बास्केट बाल कोर्ट में शूट किया गया, लेकिन उस दिन हास्टल प्रभारी या किसी अन्य अधिकारी ने इन स्टूडेंट्स को रोकने या उन्हें भगवान को इस तरह से अपशब्द कहने से रोकने की कोशिश नहीं की।

इसी मुद्दे पर कवि कुमार विश्वास ने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट ट्विटर पर उन्होंने लिखा कि आपके इस निर्लज्ज व बेहुदा प्रहसन से मेरे मन में रमें राम और उनीक अनघ प्रतिमा पर तो सांसभर भी फर्क नहीं पड़ेगा शोएब आफताब मियां और न ही मेरी आध्यात्मिकता इतनी छिछली और सस्ती है कि मैं किसी धर्मांध जाहिल की तरह तुम्हें सरेआम सड़क पर दंड दूं, देश में कानून है वो जानें और तुम्हारा अपराध जाने पर आज रात सोने से पहले बस इतना भर सोचना कि यही घटियापन किसी ने तुम्हारे आराध्य के लिए तुम्हारे ही सामने किया होता तो तुम कैसा महसूस करते? इसके बाद कुमार ने दो पैराग्राफ और लिखा

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रामलीला का ऐसा वीडियो बनाए जाने पर विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था कि एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के परिसर में भगवान श्रीराम व माता जानकी का अपमान किया गया है यह बहुत ही गंभीर मसला है। इसके आयोजकों व नाटक के निदेशक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि आखिर बार-बार हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं का मजाक क्यों उड़ाया जाता है? उन्होंने पुलिस व संबंधित एजेंसियों से कानूनी कार्रवाई की मांग की है।jagran

 

कौन है शोएब अफताब?

शोएब अफताब नीट (राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा) का टापर रहा है। शोएब खुद यू-ट्यूब पर एम्स इनसाइडर नामक चैनल चलाता है, उसके इस चैनल के 48 हजार से ज्यादा फालोवर हैं। जो वीडियो वायरल किया गया था उस वीडियो के दायें कार्नर पर एम्स इनसाइडर का लोगो भी लगा दिख जाता है(साभार जागरण)।