Wednesday, April 30, 2025
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मन की बात में बोले पीएम मोदी, दिवाली पर जगाएं वोकल फॉर लोकल की अलख

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नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 11 बजे रेडियो कार्यक्रम “मन की बात’ के जरिए लोगों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कोटि कोटि प्रणाम से संबोधन की शुरुआत की। पीएम मोदी ने कहा कि 100 करोड़ टीकाकरण अभियान ने इतिहास रच दिया। उन्होंने बताया कि 100 करोड़ वैक्सीन के बाद देश नए उत्साह नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है। पीएम ने कहा कि कोरोना काल में देश ने कई चुनौतियों का सामना किया। कोरोना योद्धाओं ने कड़ी मेहनत की। स्वास्थ्य कर्मियों ने अथक परिश्रम से मिसाल पेश की।

पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में उन हेल्थवर्कर्स का आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने वैक्सीनेशन के अभियान को ऊंचाई दी है। उन्होंने कहा कि आज देश में टीकाकरण 1 अरब के पार पहुंच गया है। इस लक्ष्य को हासिल करने में देश के हेल्थवर्कर्स ने बड़ा योगदान दिया है और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 82वें संस्करण में भारत की महिला शक्ति की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारतीय महिलाओं ने संयुक्त राष्ट्र की ताकत और प्रभाव को बढ़ाने का काम किया है। बता दें कि हाल ही में महिला राजनयिकों ने संयुक्त राष्ट्र में चीन और पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था।

पीएम मोदी ने इस मौके पर 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर तीन प्रतियोगिताएं कराने का भी ऐलान किया। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा को भी याद किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम सभी को किसी न किसी ऐसी गतिविधि से जुड़ना चाहिए, जिससे देश की एकता मजबूत हो। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर रंगोली कंपीटिशन कराने का भी ऐलान किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि आज हमारा देश तकनीकी के मामले में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। ड्रोन तकनीक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसके जरिए हम तमाम काम कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि हमने ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए इसकी लाइसेंसिंग की प्रक्रिया को आसान किया है। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान का भी जिक्र किया और कहा कि हमें दिवाली पर स्वच्छता के दौरान अपने घर ही नहीं बल्कि पास-पड़ोस की सफाई की भी चिंता करनी है। उन्होंने कहा कि हमें इस अभियान के तहत यह संकल्प भी लेना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करना है।

त्योहारी सीजन का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम त्योहारों पर खरीददारी करने जा रहे हैं। इस दौरान हमें वोकल फॉर लोकल का ख्याल रखना है। उन्होंने कहा कि हमें त्याहारों पर यह ध्यान रखना है कि भारत में बने सामान की ही खरीदें। उन्होंने कहा कि यदि हम किसी गरीब से कुछ अच्छा सामान खरीदते हैं तो उसे सोशल मीडिया पर भी शेयर करें। इससे लोगों को स्वदेशी चीजों को खरीदने की प्रेरणा मिलेगी।

यमकेश्वर के तल्ला बनास में लौह सिद्ध हनुमान मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा, एनडीआरआई के सहयोग से बनी गोमुख डेयरी का लोकार्पण

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यमकेश्वर। पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक के तल्ला बनास के गढ़खाल में लौह सिद्ध बनवासी हनुमान मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा और गोमुख डेयरी का लोकार्पण किया गया। इस डेयरी को राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (एनडीआरआई) करनाल के सहयोग से तैयार किया गया है। इसके साथ ही गड़खाल में 21 से 23 अक्टूबर के बीच किसान मेले का आयोजन किया गया। उत्तराखंड के औद्योगिक विकास मंत्री गणेश जोशी, हिंदू धर्म आचार्य सभा के संयोजक स्वामी परमात्मानंद सरस्वती, उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार, आईटीबीपी के एडीजी मनोज रावत, बजाज समूह के सलाहकार टीसी उप्रेती, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रिंसिपल कर्नल अमित बिष्ट, समाज सेवी दर्शन भारती की मौजूदगी में 23 अक्टूबर को वनवासी हनुमान मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम और गोमुख डेयरी का लोकार्पण संपन्न हुआ।
एनडीआरआई के सहयोग से चलाए जा रहे किसान मेले का उद्घाटन 21 अक्टूबर को उत्तराखंड के कृषि मंत्री सुबोध सिंह उनियाल ने किया था। इस किसान मेले में किसानों को खेती-बाड़ी के आधुनिक तरीके, पशुधन से संबंधित उन्नत जानकारी और दूध से तैयार होने वाले उत्पादों की जानकारी दी गई। इस दौरान यमकेश्वर की कई ग्रामसभा के किसानों को बीज और बकरियां दी गईं। इसके अलावा कृषि के लिए उपयोगी सामग्री वितरित की गई।
–  3 दिन तक किसानों को सिखाए गए आधुनिक खेती, पशुपालन के गुर, किसानों को बीज और बकरियों भी दी गईं
– उत्तराखंड के औद्योगिक विकास मंत्री गणेश जोशी बोले, एनडीआरआई की तकनीक के इस्तेमाल से उत्तराखंड के किसान छू सकते हैं नए आयाम।
– हिंदू धर्म आचार्य सभा के संयोजक स्वामी परमात्मानंद सरस्वती बोले, हमारा धर्म और संस्कृति ही भारत का प्राण, इसका संरक्षण करते रहें।
औद्योगिक मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि पहाड़ में इस तरह की आधुनिक गौशाला का निर्माण क्षेत्र के किसानों के लिए काफी मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि एनडीआरआई जिस तकनीक का इस्तेमाल आधुनिक खेती के लिए कर रही है, उस तकनीक को अगर देवभूमि के किसान प्रयोग में लाएंगे तो हम कृषि क्षेत्र में नए आयाम छुएंगे। उन्होंने गोमुख गौशाला को लेकर कहा कि जिस घर में गाय होती है वहां समृद्धि आती है। हमारे यहां कोई भी काम गाय के बिना संभव नहीं है, इसलिए घर में गाय का होना अति आवश्यक है।
स्वामी परमात्मानंद सरस्वती ने कहा कि गाय में सभी देवताओं का वास होता है। गाय की सेवा करने से हर तरह की समृद्धि आती है। इसलिए गौसेवा करते रहें। उन्होंने देशी नस्ल की गायों को पालने और खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा और संस्कृति की रक्षा के लिए बल चाहिए और यह बल हमें हनुमान जी से मिलता है। हमारा धर्म और संस्कृति भारत का प्राण है।
एनडीआरआई के निदेशक डा. मनमोहन सिंह चैहान ने कहा कि हमारा प्रयास है कि ग्रामीण इलाकों में ज्यादा से ज्यादा किसानों को कृषि की आधुनिक तकनीकों के प्रति जागरुक किया जाए। इसी कड़ी में तल्ला बनास में बनाई गई गोमुख डेयरी के साथ एनडीआईआर जुड़ा और यहां आधुनिक तकनीकों का प्रयोग गायों के दूध, उनकी देखरेख और दूध से बनने वाले उत्पादों के लिए किया जा रहा है। संस्थान के वैज्ञानिक नियमित रूप से यहां आ रहे हैं। आने वाले दिनों में एनडीआरआई कई तरह गतिविधियां कराएगा।
गोमुख डेयरी वेलफेयर सोसायटी की स्थापना हिल-मेल फाउंडेशन द्वारा की गई है। फाउंडेशन की डायरेक्टर चेतना नेगी ने बताया कि इसका उद्देश्य लोगों को पारंपरिक एवं आधुनिक खेती और पशुपालन के लिए प्रेरित करना है। गोमुख डेयरी की परिकल्पना इस क्षेत्र में किसानों को पशुधन से संबंधित सभी तरह का आधुनिक प्रशिक्षण देने वाले एक बड़े केंद्र के रूप में की गई है। इस आयोजन में आज तक के एडीटर नेशनल सिक्योरिटी मनजीत नेगी का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में आसपास के गांवों के लोग मौजूद रहे।

मिशन कश्मीर का दूसरा दिन, गृह मंत्री ने कहा- डरने की जरूरत नहीं, अब कोई आपके साथ अन्याय नहीं कर सकता

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जम्मू कश्मीर, अमित शाह ने कहा कि मैं आज जम्मू ये कहने आया हूं कि जम्मू वालों के साथ अन्याय का समय समाप्त हो चुका है, अब कोई आपके साथ अन्याय नहीं कर सकता।
गृह मंत्री अमित शाह जम्मू पहुंचे। इस दौरान उनके साथ उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे। जम्मू में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज प्रेमनाथ डोगरा की जयंती है। भारत के लोग उन्हें नहीं भूल सकते। उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर नारा दिया कि एक देश में दो विधान, दो निशान, दो प्रधान नहीं चलेंगे। उन्होंने कहा कि मैं आज जम्मू ये कहने आया हूं कि जम्मू वालों के साथ अन्याय का समय समाप्त हो चुका है, अब कोई आपके साथ अन्याय नहीं कर सकता। यहां पर विकास का जो युग शुरू हो रहा है उसमें खलल पहुंचाने वाले, खलल डाल रहे हैं लेकिन विकास के युग में कोई खलल नहीं डाल पाएगा |

अमित शाह ने कहा कि अगर युवा जम्मू कश्मीर के विकास में शामिल होंगे, तो आतंकवादी अपने नापाक मंसूबों में विफल हो जायेंगे। जम्मू में एक रैली को संबोधित करते हुये शाह ने कहा, ‘‘जम्मू के लोगों को नजरअंदाज करने का वक्त अब समाप्त हो गया है, जम्मू और कश्मीर, दोनों का विकास अब साथ-साथ होगा।’’ उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के विकास में कोई भी रोड़े नहीं अटका पाएगा। शाह ने कहा, ‘‘अगर युवा जम्मू कश्मीर के विकास में शामिल होंगे, तो आतंकवादी अपने नापाक मंसूबों में विफल हो जायेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ जम्मू कश्मीर में अब तक 12 हजार करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है और हमारा लक्ष्य 2022 के अंत तक इसे 51 हजार करोड़ रुपये करने का है।’’

इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने आईआईटी जम्मू के नए कैंपस का उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और उपराज्पाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे। अमित शाह ने कहा कि शिक्षा किसी भी समाज व क्षेत्र की समृद्धि व विकास का मूल आधार है। इसी दिशा में आज जम्मू में IIT के नए कैंपस का उद्घाटन किया। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद J&K के युवाओं की शिक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है, IIT का ये नया कैंपस हमारे इसी संकल्प को दर्शाता है।

UPSC ने असिस्टेंट प्रोफेसर और मेडिकल ऑफिसर सहित 64 पदों पर निकाली वैकेंसी, 11 नवंबर तक करें आवेदन

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UPSC Recruitment 2021: संघ लोक सेवा आयोग, (Union Public Service Commission, UPSC) ने असिस्टेंट प्रोफेसर,सीनियर साइंटिक ऑफिसर और मेडिकल ऑफिसर सहित अन्य पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। इसके तहत कुल 64 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। ऐसे में जो भी उम्मीदवार इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इन पदों पर आवेदन करने की लास्ट डेट 11 नवंबर, 2021 है। वहीं अभ्यर्थी 12 अक्टूबर, 2021 तक फॉर्म का प्रिंटआउट ले सकते हैं।उम्मीदवार आवेदन करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि नोटिफिकेशन फॉर्म को अच्छी तरह पढ़ लें और उसके अनुरुप ही अप्लाई करें, क्योंकि फॉर्म में अगर कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो फिर आवेदन पत्र रिजेक्ट कर दिया जाएगा।

वैकेंसी डिटेल्स

असिस्टेंट प्रोफेसर- 1,

असिस्टेंट डिफेंस Estates ऑफिसर- 6,

सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर ग्रेड- II- 3

सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर केमिस्ट्री- 3

सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर II इंजीनियरिंग- 3

असिस्टेंट डायरेक्टर- 1

UPSC Recruitment 2021: असिस्टेंट डायरेक्टर सहित अन्य पदों के लिए ऐसे करें आवेदन

असिस्टेंट डायरेक्ट और मेडिकल ऑफिसर सहित अन्य पदों पर आवेदन करने के लिए सबसे पहले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट- upsc.gov.in पर जाएं।होमपेज पर, रिक्रूटमेंट टैब पर क्लिक करें और फिर ‘ऑनलाइन रिक्रूटमेंट एप्लीकेशन’ पर क्लिक करें।अभी आवेदन करें’ पर क्लिक करें और आवेदन पत्र भरना शुरू करें। इसके बाद सभी विवरण दर्ज करें, दस्तावेज अपलोड करें और अपेक्षित शुल्क का भुगतान करें।

सबमिट पर क्लिक करें। आपका यूपीएससी भर्ती 2021 आवेदन पत्र जमा किया जाएगा।भविष्य के संदर्भों के लिए एक प्रति डाउनलोड करें और प्रिंट करें।

ये होगी फीस

UPSC की ओर से निकाले गए विभिन्न पदों पर आवेदन करने वाले सामान्य / ओबीसी / ईडब्ल्यूएस पुरुष वर्ग के तहत आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को 25 रुपये बतौर आवेदन शुल्क के रूप में देना होगा। हालांकि, अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / पीडब्ल्यूडी / महिला उम्मीदवारों की श्रेणियों के तहत आवेदन करने वालों को शुल्क भुगतान में छूट दी गई है।(साभार – जागरण )

पीएम आवास योजना में अब मिलेगी तिगुनी रकम? यहां जानिए सरकार की योजना

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नई दिल्ली: अगर आप भी प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी हैं तो आपके लिए बड़ी खबर है. अब इस खास योजना के तहत घर बनाने के लिए चार लाख रुपये देने का प्रस्ताव रखा गया है यानी पहले से तिगुनी रकम. समिति ने कहा है कि अब घरों को बनाने में लागत बढ़ गए हैं. ऐसे में, अब रकम भी बढ़ा देना चाहिए. अगर इस प्रस्ताव पर सहमति होती है तो लोगों को पीएम आवास योजना के तहत पहले की अपेक्षा 3 गुना अधिक पैसा मिलेगा. आइए जानते हैं क्या है इस प्रस्ताव में.

पीएम आवास योजना की रकम बढ़ेगी?

झारखंड विधानसभा की प्राक्कलन समिति ने राज्य में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनाने के लिए चार लाख रुपये देने की अनुशंसा की है. समिति के सभापति दीपक बिरुआ ने मानसून सत्र के अंतिम दिन प्राक्कलन समिति का प्रतिवेदन सभा पटल पर रखा था. झामुमो विधायक दीपक बिरुआ का कहना है कि हर वस्तु की कीमत बढ़ी है. दरअसल, बालू, सीमेंट, छड़, ईंट, गिट्टी की महंगाई के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बन रहे घरों की लागत बढ़ गई है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार से आग्रह

बिरुआ ने कहा कि बीपीएल परिवार अपनी तरफ से 50 हजार से एक लाख रुपये देने में सक्षम नहीं हैं. ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से चल रही पीएम आवास योजना के तहत बन रहे घरों की लागत 1.20 लाख रुपये से बढ़ा कर चार लाख रुपये की जाए, ताकि व्यावहारिक तौर पर घर बन सकें और लोग इसके लिए आगे आएं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सूबे की सरकार राज्यांश बढ़ाने पर विचार कर सकती है. प्राक्कलन समिति में सदस्य के रूप में विधायक बैद्यनाथ राम, नारायण दास, लंबोदर महतो और अंबा प्रसाद शामिल थे.

वैक्सीन उत्पादकों के साथ पीएम मोदी ने की महत्वपूर्ण बैठक, कहा- आगे की चुनौतियों के लिए साथ काम करने की जरूरत

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नई दिल्ली। दो दिन पहले टीकाकरण में 100 करोड़ के विशाल आंकड़े को पार करने के बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुद टीका उत्पादन उद्योग से जुड़ी प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ अहम बैठक की। प्रधानमंत्री मोदी ने वैक्सीन उत्पादकों से कहा कि उन्हें आगे की चुनौतियों की तैयारी के लिए लगातार एक साथ काम करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया टीकाकरण अभियान की सफलता को लेकर भारत की ओर देख रही है। पिछले डेढ़ सालों में काम करने के तौर-तरीकों में हमने जो सर्वोत्तम तरीका अपनाया है, उसे चलन में लाने की जरूरत है। हमें वैश्विक मानदंडों के मुताबिक अपने तरीकों को बदलने का यह बेहतर अवसर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि टीकाकरण की सफलता की कहानी में इन उत्पादकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने महामारी के दौरान इन उत्पादकों द्वारा दिए गए भरोसे की भी तारीफ की।

भारत को वैक्सीन उत्पादन में विश्व का करना है नेतृत्व

बैठक में टीका उत्पादन, उसकी क्षमता, उनसे जुड़े अनुसंधान जैसे मसलों के साथ इस बात को लेकर भी चर्चा की गई कि भारत को वैक्सीन उत्पादन में विश्व का नेतृत्व करना है और इस काम में सरकार और उद्योग जगत की क्या-क्या भूमिका हो सकती है। वहीं, अन्य टीके की तरह भारत कैसे कोरोना टीका के मामले में पूरी तरह आत्मनिर्भर बन सकता है और उसकी कीमत भी दुनिया में सबसे कम हो।

इस मौके स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री के साथ बैठक में सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया, भारत बायोटेक, रेड्डी लेबोरेटरीज, जायडस कैडिला, बायोलाजिकल ई, जेनोवा बायोफार्मा और पैनेसिया बायोटेक के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

सरकार के सहयोग की बदौलत 100 करोड़ के आंकड़े को छुआ: पूनावाला

प्रधानमंत्री के साथ बैठक के बाद सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदर पूनावाला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विजन और सरकार के सहयोग की बदौलत हमने टीकाकरण में 100 करोड़ के आंकड़े को छुआ है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के साथ बैठक में वैक्सीन के उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी के साथ भविष्य में इस प्रकार की महामारी के लिए तैयार रहने के उपायों पर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि दुनिया भर में इन दिनों वैक्सीन उत्पादन में निवेश हो रहा है, लेकिन भारत को वैक्सीन उत्पादन में दुनिया का नेतृत्व करना है और इस काम में सरकार और उद्योग की भूमिका को लेकर चर्चा की गई। जाइडस के चेयरमैन पंकज पटेल ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार पूरी तरह से उनके साथ है।

कोरोना टीके के उत्पादन में भी भारत होगा पूरी तरह से आत्मनिर्भर

पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रोत्साहन की वजह से भारत टीका उत्पादन में इस प्रकार के बड़े लक्ष्य को हासिल कर सका है। खासकर संयुक्त राष्ट्र में भारत के टीकाकरण के जिक्र से देश के वैज्ञानिकों का हौसला काफी बढ़ा है। उद्योग जगत ने प्रधानमंत्री को भरोसा दिया कि अन्य टीकों की तरह कोरोना टीके के उत्पादन में भी भारत पूरी तरह से आत्मनिर्भर होगा और भारत में बनने वाले टीके सबसे सस्ते भी होंगे। भारत ने गत 21 अक्टूबर को 100 करोड़ टीका देने का लक्ष्य हासिल किया था। शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने भी टीकाकरण की दर को लेकर सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ बैठक की और उनसे टीके की दूसरी डोज में तेजी लाने के लिए कहा गया।

करवा चौथ पर गर्भावस्था में रखें इन बातों का ध्यान

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देहरादून, त्योहारों का मौसम आ चुका है और हर ओर उत्सव का माहौल भी है। ऐसे में जिन परिवारों में नन्ही ख़ुशी आने वाली है, वहां भावी माता-पिता के लिए उत्साह स्वाभाविक है। त्योहार और उत्सव के बीच ये समय गर्भवती स्त्री यानि होने वाली माँ को आवश्यक देखभाल और सहायता प्रदान करने का भी है।

करवा चौथ वैवाहिक जीवन का एक खूबसूरत पर्व है। विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत (भोजन और पानी के बिना उपवास) रखती हैं। यह त्योहार निश्चित रूप से जोड़ों के बीच प्यार और स्नेह का संचार करता है।

लूथरा मैटरनिटी एंड इनफर्टिलिटी सेंटर, देहरादून की कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट डॉ आरती लूथरा ने इस सन्दर्भ में कहा, “दिवाली दूर नहीं है और करवा चौथ भी आ गया है। ऐसे में हम चाहते हैं कि गर्भवती स्त्रियाँ अपना व अपने बच्चे का ख़ास ख़याल रखें और खुद को अधिक तनाव न दें।”

करवा चौथ के लिए गर्भवती महिलाएं क्या करें और क्या न करें – इस सम्बन्ध में यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं:

व्रत रखने का निर्णय सोच-समझ कर लें

गर्भवती स्त्रियां अपने आप पर और अपने स्वास्थ्य पर सिर्फ इसलिए बोझ न डालें क्योंकि दूसरे चाहते हैं कि आप ऐसा करें। अपने स्वास्थ्य और सबसे बढ़कर अपने बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। उपवास तभी करें जब आप करना चाहते हैं न कि खुद को और अपने प्यार को दूसरों के सामने साबित करने के लिए।

अपनी स्त्री रोग विशेषज्ञ से बात करें

ऐसा हो सकता है कि आप करवा चौथ का व्रत करने के लिए बहुत इच्छुक हों, लेकिन ये अपने डॉक्टर को तय करने दें कि आप का शरीर व्रत रखने की स्थिति में है अथवा नहीं।

डॉ आरती ने बताया – “गर्भावस्था के दौरान, गर्भवती महिला द्वारा लिए गए आहार से ही बच्चे को पोषण मिलता है। यही कारण है कि गर्भावस्था के नौ महीनों के दौरान महिलाओं को पौष्टिक भोजन लेने के लिए कहा जाता है क्योंकि बच्चे का विकास उनके आहार पर निर्भर करता है।“

बिना भोजन और पानी के पूरा दिन बिताने से शिशु को परेशानी हो सकती है। साथ ही, गर्भावस्था के अलग-अलग समय में शरीर की स्थिति अलग होती है। ऐसे में सही स्थिति का आकलन सिर्फ आपकी डॉक्टर कर सकती हैं।

व्रत रख रहीं हैं तो खाएं पोषक सरगी

जहां कई परिवारों में सरगी का प्रचलन है, बहुत से परिवार ऐसे भी है जहाँ सरगी की परम्परा नहीं होती। ऐसे में यह ध्यान रखते हुए कि आप गर्भवती हैं और उपवास कर रही हैं, अपने दिन की शुरुआत पौष्टिक और स्वस्थ भोजन से करने की सलाह दी जाती है – इसे सरगी कहें या नहीं – लेकिन इससे व्रत के दौरान आपको पूरे दिन मदद मिलेगी। मॉर्निंग सिकनेस से पीड़ित महिलाएं हल्की सरगी ले सकती हैं। ऐसे खाद्य पदार्थों का चयन करें जो आपको दिन भर के लिए हाइड्रेटेड रख सकें।

अपने आप को न करें परेशान

करवा चौथ का पालन करते समय, अपने आप को अनम्य रीति-रिवाजों से अधिभारित न करें। केवल उतना ही करें जितना आपका शरीर अनुमति देता है। व्रत करते हुए खुद को परेशान न करें क्योंकि इससे आपके गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी विपरीत असर पड़ सकता है। अतः यदि आप करवा चौथ का व्रत रख रही हैं, तो पर्याप्त आराम करें और भाग-दौड़ से बचें। आखिरकार, यह आपके बच्चे के बारे में है!

उपवास के विपरीत परिणाम

बिना भोजन और पानी के उपवास करने से सिरदर्द, थकान, एसिडिटी, जी मिचलाना आदि हो सकता है। यही कारण है कि गर्भवती महिलाओं को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्वास्थ्य को खराब न होने देने के लिए नियमित अंतराल पर भोजन करते रहें।

अपना ध्यान अन्य कार्यों में लगायें

अपने आप को व्यस्त रखें – टीवी देखें, दोस्तों से बात करें, कुछ पढ़ें, मूवी देखें, या अपने शाम की पूजा के लिए तैयारी करें।

डॉ आरती सलाह देती हैं, “यदि आप उपवास के दौरान असहज महसूस करते हैं, तो याद रखें, आपका और आपके गर्भ में पल रहे बच्चे का स्वास्थ्य पहले आता है।“

स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए टिप्स

• सुबह के समय पौष्टिक सरगी लें

• खुद को हाइड्रेटेड रखें

• सूखे मेवे, फल, जूस, छाछ आदि लें।

• किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के मामले में अपने डॉक्टर की सलाह लें

विद्यालय से गायब हुए 12वीं के दो छात्र

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रुद्रपुर। दो दिनों से लापता इंटरमीडिएट के दो विद्यार्थियों के बारे में सही जानकारी न देने पर भड़के अभिभावकों ने विद्यालय में हंगामा काटा और प्रबंधन पर मामले को दबाने का आरोप लगाया। आरोप था कि शिक्षारत विद्यार्थियों को बेवजह डांटा गया और उसकी जानकारी भी परिजनों को नहीं दी गई। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और विद्यार्थियों के सीसीटीवी फुटेज में कैद होने की जानकारी दी। पुलिस ने दोनों विद्यार्थियों की गुमशुदगी दर्ज कर खोजबीन शुरू कर दी है।

पहाड़गंज निवासी गुरदेव सिंह का पुत्र गुरबाज सिंह और पहाड़गंज ट्रांजिट कैंप निवासी भास्कर दोनों ही छात्र एक इंटर कॉलेज में इंटरमीडिएट में शिक्षारत है। आरोप है कि शुक्रवार की सुबह दोनों ही छात्र विद्यालय आए थे। जहां स्कूल प्रबंधन विद्यार्थियों पर मोबाइल लाने के संदेह होने पर डांट दिया था और विद्यालय से बाहर करते हुए परिजनों से शिकायत दर्ज होने की बात कही थी। जिसके बाद दोनों छात्र घर नहीं पहुंचे। शनिवार की शाम दोनों ही छात्रों के परिजन विद्यालय पहुंचे और विद्यालय प्रबंधन पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाते हुए हंगामा काटना शुरू कर दिया।

गुस्साए परिजनों ने विद्यालय स्टाफ को भी बाहर नहीं जाने दिया। आरोप था कि विद्यालय से लगातार संपर्क करने के बाद भी विद्यालय द्वारा गुमराह किया जाता रहा। वहीं मोबाइल रखने का आरोप भी बेबुनियाद निकाला। हंगामे के खबर मिलते ही विद्यालय प्रबंधन समिति पदाधिकारी और थाना ट्रांजिट कैंप प्रभारी धीरेंद्र कुमार भी मय पुलिस बल के साथ विद्यालय पहुंचे। उन्होंने परिजनों को बताया कि छात्रों की गुमशुदगी दर्ज कर ली गई है। जल्द ही छात्रों को बरामद कर लिया जाएगा। थाना प्रभारी ने बताया कि शुक्रवार को सूचना मिलते ही सीसीटीवी कैमरों की जांच में पाया कि दोनों ही विद्यालय डीडी चौक की ओर जाते हुए देखे गए। इसके बाद छात्रों की कोई लोकेशन नहीं दिखाई दी। सीसीटीवी कैमरों के आधार पर पुलिस टीम को लगा दिया गया है। छात्रों की खोजबीन को गंभीरता से लिया गया है।

 दून में डेंगू के छह नए मामले

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देहरादून। दून में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शनिवार को दून में छह नये मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इस साल 82 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है।
जिला मलेरिया अधिकारी सुभाष जोशी ने बताया कि विजय पार्क की 52 वर्षीय एक महिला मसूरी रोड पर अस्पताल में भर्ती है। वहीं एक दस माह का बच्चा भी संक्रमित होकर एक अस्पताल में भर्ती है। वहीं 24, 30, 43 एवं 80 साल के लोगों को भी डेंगू हुआ है। जो विभिन्न अस्पतालों में भर्ती है और उनकी हालत सामान्य है। बताया कि नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू प्रभावित एवं संवेदनशील क्षेत्रों में लार्वा सर्वे और फॉगिंग की जा रही है। दून में 973250 आबादी के तहत 197493 घरों का सर्वे किया गया, जिसमें से 9113 घरों में मच्छर का लार्वा पाया गया। जिसे नष्ट कर दिया गया है।

 

 

उत्तराखंड में कोरोना के 16 नए केस

देहारादून। उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 16 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि 13 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मरीजों की संख्या 169 पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, शनिवार को 12351 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। नौ जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, ऊधमसिंह नगर और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। वहीं,  देहरादून में नौ, हरिद्वार और पिथौरागढ़ में दो-दो व नैनीताल में तीन संक्रमित मरीज मिले हैं।
संक्रमण दर 0.13 प्रतिशत पहुंची:  प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 343815 हो गई है। इनमें से 330112 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7398 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश की रिकवरी दर 96.01 प्रतिशत और संक्रमण दर 0.13 प्रतिशत दर्ज की गई है।

 

नगर निगम में नहीं खुले ट्रैक्टर ट्रॉली के टेंडर

देहरादून। नगर निगम देहरादून में शनिवार को ट्रैक्टर ट्रॉली के टेंडर नहीं खुले। अफसरों के मुताबिक बैठकों में व्यस्तता के चलते प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई। इसके अलावा दस्तावेजों की जांच में लंबा वक्त लगने की बात भी उन्होंने कही है। वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके सिंह ने बताया कि अब सोमवार तक स्थिति साफ हो पाएगी।

उत्तराखंड में स्तन कैंसर जागरूकता की इज़राइल ने की सराहना, कैन प्रोटेक्ट के साथ करेंगे कार्य

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नई दिल्ली, भारत सहित विश्व भर में स्तन कैंसर महिलाओं में एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आया है। भारत में हर 4 मिनट में एक महिला स्तन कैंसर से ग्रसित हो रही है । हर 13 मिनट में भारत में एक महिला की मृत्यु स्तन कैंसर से हो रही है । इतनी बड़ी संख्या में बढ़ते हुए मामलो का एक मुख्य कारण जागरूकता की कमी है । पिछले कई वर्षों से भारत में महिलाओं में होने वाले कैंसर के प्रति जागरुकता एवं रोकथाम के लिए प्रयासरत संस्था कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन को अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलना प्रारंभ हो गया है। भारत में इजराइली दूतावास द्वारा कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन के जरिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की गई है साथ ही कैन प्रोटेक्ट के साथ कार्य करने की भी बात कही है।

अभी हाल ही में इजराइल दूतवास द्वारा संस्था की अध्यक्षा डॉक्टर सुमिता प्रभाकर को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया । दिल्ली स्थित इजराइली दूतावास में अंतराष्ट्रीय स्तन कैंसर जागरूकता माह अक्टूबर में स्तन कैंसर संबंध में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बीस देशों के राजनयिकों के साथ ही कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन की अध्यक्षा डाक्टर सुमिता प्रभाकर ने शिरकत की। इस कार्यक्रम की शुरुवात इज़राइल के राजदूत की पत्नी ओरली गिलोन एवं डी सी एम रोनी येडिडिया क्लिएन ने सभा को संबोधित करके की। उन्होंने कहा कैन प्रोटेक्ट फाऊंडेशन द्वारा ज़मीनी स्तर के कार्य किए जा रहे है जो कि सराहनीय प्रयास है । जागरुकता के साथ साथ रोकथाम और जल्दी निदान के लिए लगाए जा रहे स्वास्थ्य शिवरो में महिलाओं को अत्याधुनिक निवारक स्वास्थ सुविधा मिलने से आने वाले समय में भारत में स्तन कैंसर के मामलो में कमी आ सकती है । इस अवसर पर इजराइल की राजनयिक ओर्ली गोल्डश्मिट ने कहा कि कैन प्रोटेक्ट फाऊंडेशन के साथ इजरायली डॉक्टर की टीम भारत में स्तन कैंसर जागरूकता एवं जल्दी निदान पर कार्य करेगी । इजराइल की संस्था वन इन नाइन ने भी कार्यक्रम में भाग लिया ।उत्तराखंड में स्तन कैंसर जागरूकता की इज़राइल ने की सराहना

कार्यक्रम के दौरान कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन की अध्यक्षा डाक्टर सुमिता प्रभाकर ने फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की गई। पिछले 6 वर्षों में फाउंडेशन द्वारा लगाए गए शिविरो में विश्व की अत्याधुनिक मशीनों द्वारा महिलाओं में स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर की अग्रिम जांच की जा रही है। जिससे न सिर्फ स्तन कैंसर का जल्दी निदान हो रहा है साथ ही सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम भी हो रही है ।

तकनीक एवं ज्ञान के तालमेल से किया जा रहा है जागरूक

उन्होंने बताया कि कैन प्रोटेक्ट तकनीक एवं कुशल स्वास्थ कर्मियों के द्वारा स्क्रीनिंग पर ज़ोर के साथ स्कूल एवम कॉलेज में जागरुकता अभियान चला रहा है, संस्था का उद्देश्य ऐसा स्वस्थ भारत है जिसमें उपचार से पहले रोकथाम को महत्व दिया जाए । सरकार उपचार उपल्ब्ध करवा रही है लेकिन नागरिकों को भी अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेनी होगी ।

कोरोना काल में बनाई कैन ऐप

डॉक्टर सुमिता प्रभाकर ने इस अवसर पर सभा को बताया कि कोरोना काल में जब लॉकडाउन में स्वास्थ शिविरो का आयोजन नहीं हो पा रहा था तो संस्था के द्वारा एंड्रॉयड ऐप “कैन ऐप” को बनाया किया गया जिसकी सहायता से अब महिलाएं घर बैठे ही अपनी स्थानीय भाषा में स्वयं स्तन परीक्षण सीख रही है साथ ही स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर की जानकारी भी उन्हें मिल रही है । यह ऐप निशुल्क है और इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है ।

आपको बता दें कि कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन पिछले कई वर्षों से स्तन कैंसर के प्रति जागरुकता अभियान चला रहा है। विशेष तौर पर उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में जहां स्वास्थ संबंधी जागरुकता की कमी है उन क्षेत्रों में सघन कैंप लगाकर स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर के प्रति महिलाओं को जागरुक एवं निःशुल्क स्वास्थ जांच द्वारा कैंसर रोकथाम करने के प्रयास किए जा रहें हैं। इसके साथ ही स्वास्थ कर्मियों के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं स्कूल, कॉलेजों में वर्कशॉप का आयोजन द्वारा भी कैंसर शिक्षा दी जा रही है ।