Thursday, May 22, 2025
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24 करोड़ का भैंसा देखा है? खाता है काजू-बादाम; सीमन की भी है भारी डिमांड

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पुष्कर: राजस्थानपुष्कर में लगे पशुओं के मेले में एक से बढ़कर एक बेशकीमती व आकर्षक ऊंट और घोड़े-घोड़ी आए हैं. लेकिन इस मेले में एक भैंसा सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है.

भैंसा तो विशालकाय है ही, उसकी कीमत भी काभी विशाल है. जी हां, भीम नाम के इस भैंसे की कीमत है 24 करोड़ रुपये. भीम इस मेले में तीसरी बार आया है. उसकी 24 करोड़ रुपये की बोली लग चुकी है, लेकिन उसके मालिक का कहना है कि वो उनके लिए अनमोल है और वे इसे मेले में बेचने नहीं बल्कि सिर्फ प्रदर्शन के लिए लेकर आए हैं.

भीम भैंसे के मालिक जोधपुर निवासी जवाहर लाल जांगिड़ के अनुसार, अफगानिस्तान के एक परिवार ने इस भैंसे की कीमत 24 करोड़ लगाई लेकिन उन्होंने भीम को बेचने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि मुर्रा नस्ल के संरक्षण और संवर्धन के उद्देश्य से भीम को केवल दर्शनार्थ रखा गया है. साथ ही वो पशुपालकों को भीम का सीमन उपलब्ध करवाकर इसकी नस्ल को विस्तार देना चाहते हैं.

कई प्रतियोगिताओं में भाग ले चुका है भीम

जांगिड़ ने बताया कि वो भीम को लेकर 2018 और 2019 में पुष्कर मेले में आए थे. इसके अलावा वो इसे लेकर नागौर, बालोतरा, देहरादून समेत कई अन्य जगह पशु प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं. भीम की लंबाई 14 फिट और चौड़ाई 6 फीट है. इसके रख-रखाव में प्रतिमाह डेढ़ से दो लाख रुपये खर्च होते हैं.

क्या-क्या खाता है भैंसा भीम

भीम की खुराक भी हैरत में डालने वाली है क्योंकि यह आम भैंसों की तरह बाजरा या कुट्टी नहीं खाता बल्कि इसे प्रतिदिन 1 किलो घी, आधा किलो मक्खन, 200 ग्राम शहद, 25 लीटर दूध, 1 किलो काजू-बदाम, खिलाकर तंदुरुस्त रखा जाता है. बता दें कि 2 साल पहले भीम का वजन 13 सो किलो हुआ करता था, जो अब बढ़कर 1500 किलो हो गया है. 2018 के दौरान मुर्रा नस्ल के इस भीम भैंसे की कीमत 21 करोड़ लगाई गई थी, जो अब बढ़कर 24 करोड़ हो गई है.

मुर्रा नस्ल के भैंसे की दुनियाभर में काफी डिमांड रहती है. इसके सीमन से होने होने वाली भैंस का पैदा होते ही 40 से 50 किलो वजन रहता है. जो वयस्क होने के साथ ही एक बार में 20 से 30 लीटर तक दूध देती है. इसके 0.25 ml सीमन की कीमत करीब 500 रुपये है. 0.25 ml सीमन एक पेन की रीफिल जैसी स्ट्रॉ में भरा जाता है. भीम के मालिक का कहना है कि वो सालभर में 10 हजार स्ट्रॉ बेच देते हैं.

फिर तो दस्ताने पहन होंगे यौन अपराध : सुप्रीम कोर्ट

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नई दिल्ली । बॉम्बे हाई कोर्ट की ओर से रेप केस को लेकर दिए स्किन टू स्किन कॉन्टेक्ट वाले फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। उच्च न्यायालय के इस फैसले को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। हाई कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा था कि पॉक्सो ऐक्ट के तहत यौन उत्पीडऩ का अपराध तभी माना जा सकता है, जब आरोपी और पीडि़ता के बीच स्किन कॉन्टेक्ट हुआ हो। अदालत के इस फैसले के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार, राष्ट्रीय महिला आयोग और अटॉर्नी जनरल ने अपील दायर की थी। इस पर सुनवाई करते हुए ही जस्टिस उदय उमेश ललित, जस्टिस एस. रविंद्र भट और जस्टिस बेला एम. त्रिवेदी की बेंच ने फैसले को खारिज कर दिया है।

जस्टिस बेला त्रिवेदी ने हाई कोर्ट के फैसले को बेतुका बताते हुए कहा, पॉक्सो ऐक्ट के तहत अपराध मानने के लिए फिजिकल या स्किन कॉन्टेक्ट की शर्त रखना हास्यास्पद है और इससे कानून का मकसद ही पूरी तरह से खत्म हो जाएगा, जिसे बच्चों को यौन अपराधों से बचाने के लिए बनाया गया है। कोर्ट ने कहा कि इस परिभाषा को माना गया तो फिर ग्लव्स पहनकर रेप करने वाले लोग अपराध से बच जाएंगे। यह बेहद अजीब स्थिति होगी। शीर्ष अदालत ने कहा कि नियम ऐसे होने चाहिए कि वे कानून को मजबूत करें न कि उनके मकसद को ही खत्म कर दें। बता दें कि बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा था कि नाबालिग के अंदरूनी अंग को बिना कपड़े हटाए छूना तब तक सेक्सुअल असॉल्ट नहीं है जब तक कि स्किन-से-स्किन का टच न हो। इस फैसले के खिलाफ दाखिल अपील पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली बेंच ने 27 जनवरी को हाई कोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी थी।

अभियोजन पक्ष के मुताबिक, मामला 14 दिसंबर 2016 का है। जब लड़की की मां ने पुलिस के सामने बयान दिया था कि आरोपी उनकी 12 साल की बेटी को कुछ खिलाने के बहाने ले गया और उसके साथ गलत हरकत की। उसके कपड़े खोलने की कोशिश की और उसके अंदरूनी अंग को कपड़े के ऊपर से दबाया। निचली अदालत ने मामले में पोक्सो के तहत आरोपी को दोषी करार दिया और तीन साल कैद की सजा सुनाई। हालांकि, हाई कोर्ट ने आदेश में बदलाव किया और मामले को पोक्सो के तहत सेक्सुअल असॉल्ट न मानकर आईपीसी की धारा-354 के तहत छेड़छाड़ माना था। बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा था कि बिना कपड़े को हटाए ये मामला पोक्सो के तहत सेक्सुअल असॉल्ट का नहीं बनता।

नहीं होगी कोरोना रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, सख्ती अब भी बरकरार, मास्क पहनना अभी भी जरूरी

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देहरादून, वैश्विक महामारी कोविड-19 के संक्रमण के नियंत्रण हेतु कोविड-19 रजिस्ट्रेशन के संबंध में आज मुख्य सचिव मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने आदेश जारी करते रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को निरस्त करने के आदेश जारी किए हैं।
आज जारी आदेश के अनुसार वर्तमान में राज्य में कोविड की न्यूनतम स्थिति एवं चारधाम मंदिरों के कपाट बंद होने की दृष्टिगत पूर्व में राज्य सरकार द्वारा रजिस्ट्रेशन के संबंध में जारी आदेश संख्या 638/usdma/792/(2020) दिनांक 18 अक्टूबर 20 को आदेश जारी करते हुए दिनांक 20 नवंबर सेरजिस्ट्रेशन निरस्त किया जाता है।
जारी निर्देश में गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी आदेश का अनुपालन सभी विभागों को करना होगा। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों कार्य स्थलों एवं सार्वजनिक परिवहन यात्रा करने वाले व्यक्ति को मास्क पहनना अनिवार्य होगा जबकि सार्वजनिक स्थानों पर समाजिक दूरी का पालन करते हुए 6 फीट की दूरी बनाए रखना अनिवार्य होगा वही सार्वजनिक स्थानों पर थूकना गैरकानूनी होगा इसके लिए निर्धारित जुर्माने के साथ दंड का प्रावधान है आदेश में सार्वजनिक स्थानों पर पान, गुटखा,तंबाकू आदि का सेवन प्रतिबंधित किया गया है ।

 

सखियां क्लब ने की मास्टरशेफ प्रतियोगिता आयोजित, केक बनाने में आशी व मंजू जैन को मिला प्रथम स्थान

देहरादून, सखियां क्लब ने होटल सिटी स्टार में अपने सदस्यों के लिए मास्टरशेफ कुकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत क्लब की अध्यक्ष सीमा जैन, सचिव संगीता जैन, कोषाध्यक्ष निमिषा जैन सहित अन्य सदस्यों के स्वागत से हुई। मास्टरशेफ प्रतियोगिता के जजस के रूप में वनदाना गुप्ता, रोमिता जैन और आंचल जैन उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम की शुरुआत लाइव सैंडविच मेकिंग प्रतियोगिता के साथ हुई, जिसमें कुल 6 टीमों, और हर टीम में मौजूद 6 सदस्यों ने मिलकर स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए। आंखों पर पट्टी बांधकर खाना चखने की प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें सदस्यों ने अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर व्यंजनों को चख कर उनकी सामग्री के बारे में बताया।

इस प्रतियोगिता में ललिता अग्रवाल, ऋचा ढींगरा, बीना विंडलास, करिश्मा जैन, शिखा जैन और मंगला विजेता रहीं वहीँ दूसरा स्थान उमा विक्रम, कनिका अग्रवाल, आशी जैन, मीरा मित्तल, अंजना वाही, मंजू गर्ग, ममता भाटिया, रेणु जैन, नम्रता, मोनिका जैन, मोहिनी मेहता, रचना और तनीषा जैन ने हासिल किया। केक बनाने की प्रतियोगिता में आशी जैन व मंजू जैन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

मास्टरशेफ कुकिंग प्रतियोगिता का संचालन अनु जैन, शिवानी जैन, रश्मि जैन और आंचल जैन द्वारा किया गया।

समाज के जिम्मेदार लोगों ने हंसी खुशी से कराई आरती की शादी

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(मनोज सैनी)

हरिद्वार (भगवानपुर), ग्राम लाव्वा क्षेत्र भगवानपुर में कु. आरती सैनी की शादी उत्तर प्रदेश सहारनपुर के ग्राम अब्दुल्लापुर निवासी सुशील सैनी के साथ हर्षोल्लास पूर्वक संपन्न हुई। ज्ञात रहे कु0 आरती सैनी के माता पिता तथा भाई को 27 अप्रैल 2018 को मौत के घाट उतार दिया था जबकि कु0 आरती सैनी के दोनों हाथ काट दिए गए थे।

आज कु0 आरती सैनी के भाई अजय सैनी ने अपनी बहन की शादी की रस्म पूरी की जिसमें लोकतांत्रिक जनमोर्चा रुड़की के संयोजक सुभाष सैनी के आवाहन पर सैनी समाज के साथ-साथ सर्व समाज के जिम्मेदार लोगों ने आर्थिक मदद करके हंसी खुशी से शादी संपन्न कराई इस मौके पर स्थानीय विधायक ममता राकेश , कांग्रेस नेता सचिन गुप्ता, कांग्रेस नेता हंसराज सचदेवा, कांग्रेस नेता डॉ श्याम सिंह नागियान, कांग्रेस नेता सुभाष सैनी कांग्रेसी नेता आशीष सैनी, यूकेडी नेता राजकुमार सैनी, पूर्व सांसद राजेंद्र बाडी,समय सिंह सैनी, कर्मपाल सैनी, सौसिह सैनी सहित अनेक समाजसेवियों ने भरपूर मदद की तथा वर वधू को आशीर्वाद दिया। उल्लेखनीय है कि लोजमो की महिला विंग की उपाध्यक्ष नवऋषा सैनी ने 51000/ की आर्थिक मदद पहले ही कर दी थी।

 

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष के गृह वार्ड में ही लोगों में भाजपा के प्रति आक्रोश

हरिद्वार, आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए पार्टी को और अधिक मजबूती देने के लिये भाजपा द्वारा “घर- घर भाजपा” कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत भाजपा के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि घर-घर जाकर लोगों से भाजपा के लिए वोट मांग रहे हैं। इसी कड़ी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व स्थानीय विधायक मदन कौशिक के गृह वार्ड नंबर 19 में बीजेपी पार्षद के पति सचिन बेनीवाल को जनता का रोष भुगतना पड़ा। सचिन बेनीवाल आज अपनी पत्नी के वार्ड में गली-गली घूमकर “घर-घर भाजपा” कार्यक्रम के अंतर्गत लोगों के घर जा रहे थे।

 

इस दौरान एक स्थानीय निवासी ने उन्हें खरी-खोटी सुनानी शुरू कर दी। स्थानीय निवासी का आरोप है कि भाजपा द्वारा कोई विकास कार्य नहीं किया गया और घर-घर वोट किस मुंह से मांगने आ रहे हैं। इतना सुनते ही सचिन बेनीवाल क्रोधित हो गए और उन्होंने स्थानीय निवासी से कहा कि उनका वोट नहीं चाहिए। जिसके बाद स्थानीय निवासी ने कहा कि वोट नहीं चाहिए तो गली गली घूम क्यों रहे हो? गली में काफी देर तक हंगामा होता रहा जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। केंद्र व राज्य में भाजपा सरकार में बेतहाशा बढ़ती महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी, भाजपा सरकार की जुमलेबाजी से जनता परेशान हो चुकी है, जिस कारण भाजपा कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को जनता का आक्रोश झेलना पड़ रहा है।

 

जलवायु परिवर्तन व अन्य कारणों से गंगा पर बढ़ता प्रदूषण चिंताजनक है : प्रो. ढींगरा

ऋषिकेश, पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग के तत्वावधान मे गंगा नदी को विश्व की धरोहर बनाने के अभियान के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें छात्रों के संवाद में गंगा नदी को स्वच्छ व निर्मल बनाने, जैव विविधता संरक्षण के लिए उत्तम सुझाव दिए गये। इस कार्यक्रम के सूत्रधार डॉ. शम्भू नौटियाल, डॉ. नारायण सिंह राणा, सोवेन्दर सिंह, श्रीमती कल्पना थे। एमएलटी विभाग के समन्वयक प्रोफेसर जी.के. ढींगरा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने डॉ. शंभू प्रसाद का आभार व्यक्त किया कि वह गंगा को विश्व धरोहर बनाने की मुहिम चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि गंगानदी की महत्ता को इसी बात से समझा जा सकता है इससे करोड़ों लोगों की आस्था है। लेकिन जलवायु परिवर्तन के कारण व अन्य कारणों से गंगा पर बढ़ता प्रदूषण चिंताजनक है। इसलिए सरकारी स्तर से किये जा रहे प्रयासों को तभी कामयाबी मिलेगी जब इसमें जन जन का पर्याप्त सहयोग मिले। साथ ही उन्होंने कहा कि रासायनिक पदार्थो का जल में विलय हो जाने के कारण जलीय जीवों तथा जलीय पौधों को भारी नुकसान होता है जलीय जीव जन्तुओ और पेड़ पौधों विलुप्त होने की कगार पर पहुंच रहे है। गंगा नदी की स्थिति यह है अनेक स्थानों पर तो इसका जल अब आचमनी व स्नान करने योग्य भी नहीं रह गया है। इसलिए आज हम सबका कर्त्तव्य है कि गंगा नदी की अविरल व स्वच्छ रखकर इनके जीवन को बचाना होगा। क्योंकि गंगा की सफाई और उसके अस्तित्व में ही देश की भलाई निहित है। उन्होंने विश्वविद्यालय की तरफ से इस अभियान में पूर्ण सहयोग देने की बात की। ऋषिकेश विश्वविद्यालय परिसर के राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो. डीकेपी चौधरी ने भारत सरकार के स्पर्श गंगा, नमामि गंगा जैसे प्रोजेक्ट के बारे में बताया तथा कहा कि सभी लोगों को दूसरों से अपेक्षा रहती है किंतु हमें अपने आप भी इस विषय पर काम करना होगा। उन्होंने गंगा के सांस्कृतिक पक्षों विवेचना करते हुए कहा कि गंगा के प्रति करोड़ों लोगों की आस्था है इसलिए इसका समग्र अध्ययन करके इसे विश्व धरोहर के लिए पहल जरूरी है। राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित सेवानिवृत्त शिक्षक डॉ नारायण सिंह राणा ने मां सरस्वती को नमन करते हुए डॉ. ढींगरा का आभार व्यक्त किया उन्होंने बताया कि डॉक्टर शंभू का जुड़ाव गंगा की ओर रहा है। उन्होंने गंगा की शुद्धता पर ध्यान देने की बात कही तथा कहा कि हमे अपने स्वयं के स्तर से ही इस पर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया की किस प्रकार प्लास्टिक की थैलियों के द्वारा गंगा में प्रदूषण का स्तर निरंतर बढ़ रहा है तथा उन्होंने अनुरोध किया कि हम सभी को अपने साथ एक थैला रखना चाहिए ताकि हम कम से कम प्लास्टिक का प्रयोग कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2022 तक भारत को पॉलिथीन मुक्त करने का संकल्प लिया है जिसमें हम सभी को अपना योगदान देना है। डॉ. नारायण सिंह राणा को तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के द्वारा शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है तथा उन्हें यूकोस्ट की ओर से बेस्ट टीचर अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है उनकी कई पुस्तकें पर्यावरण से संबंधित है। उन्होंने गंगा को धरोहर घोषित करने के लिए इस अभियान को गोमुख से ही चलाने का आवाहन किया। राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक सोवेन्दर सिंह ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है जिस पर चर्चा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मां गंगा हमारी धरोहर है तथा यह हमारे गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है इसीलिए हमें गंगा को विश्व धरोहर बनाने के लिए प्रयास करने हैं, जिसका शुभारंभ इस विश्वविद्यालय परिसर द्वारा हो रही है उन्होंने छात्र छात्राओं को इस मुहिम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने को प्रेरित किया। डॉ. शंभू प्रसाद नौटियाल ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से गंगा को विश्व धरोहर घोषित करने की मुहिम के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि गंगा नदी को अनेकों दुर्लभ व जलीय प्रजातियों का घर माना जाता है, इसमें गंगेटिक डॉल्फिन, ऊदबिलाव, घड़ियाल, दलदली मगरमच्छ, एस्टुरीन मगरमच्छ और कछुए आदि के अलावा मछलियों की सैकड़ों प्रजातियाँ पाई जाती हैं। गंगा में हालांकि जल की मात्रा ज्यादा होने के बावजूद जल पीने योग्य नहीं है।जिसके लिए हम ही जिम्मेदार हैं जबकि हमें संविधान में 51 ए (जी) के अन्तर्गत प्रदत्त मौलिक अधिकारों में प्राकृतिक पर्यावरण की, जिसके अंतर्गत वन, झील, नदी और वन्य जीव हैं, रक्षा करने और उसका संवर्धन करने तथा प्राणि मात्र के प्रति दयाभाव रखने के दायित्व दिया गया है। इसलिए इस राष्ट्रीय धरोहर को अगली पीढ़ी को सौंपने के लिए गंगा को विश्व धरोहर घोषित किए जाने का प्रयास कर गंगा की जैव विविधता को बचाना होगा उन्होंने कहा कि इस विषय को व्यापक बनाने का प्रयास करना चाहिए तथा यूनेस्को के माध्यम से इस मुहिम को आगे बढ़ाना है उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें वैज्ञानिक जागरूकता की भी आवश्यकता है तथा वैज्ञानिक सोच से ही हम गंगा को प्रदूषित होने से बचा सकते हैं और टूलकिट के माध्यम से पानी की गुणवत्ता को मापने के विषय में भी विस्तार से चर्चा की। मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी के छात्रों ने उनसे इस विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए तथा गंगा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए अपने सुझाव भी दिए। इस अवसर पर डॉ. शंभू प्रसाद नौटियाल ने प्रोफेसर गुलशन कुमार ढींगरा का विशेष आभार व्यक्त किया व उनके द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किये गए सराहनीय कार्यों तथा उन्हें इस मुहिम को बढ़ाने के लिए शाल तथा स्मृति चिन्ह देकर किया।
इसके बाद डॉ. नारायण सिंह राणा तथा सुरेंद्र सिंह को स्मृति चिन्ह तथा शॉल भेंट कर सम्मानित किया।.इस मौके पर मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग व वनस्पति विज्ञान विभाग के समस्त संकाय सदस्य एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे।

जिला नियोजन समिति के चुनाव, जिप सदस्य मर्तोलिया ने नहीं लिया भाग

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पिथौरागढ़, जिला नियोजन समिति ( डीपीसी ) के चुनाव में आज जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने भाग नहीं लिया। मर्तोलिया ने आज मतदान में भाग न लेकर जिला पंचायत को सकते में डाल दिया है।
आज डीपीसी के सदस्यों के लिए मतदान किया गया। जिसमें भाग न लेकर मर्तोलिया ने नयी चर्चा को जन्म दे दिया है। अपनी परिवारिक परिस्थिति के कारण मर्तोलिया एक साल से सक्रिय नहीं चल रहे है। चर्चा चल रही है कि मर्तोलिया जल्दी ही इस पद से त्याग पत्र देने वाले है। मर्तोलिया से इस संदर्भ में सम्पर्क का प्रयास किया गया तो बात नहीं हो पायी।

अंबेडकर नगर मंडल वार्ड 21 के बूथ 100 में “घर-घर भाजपा हर घर भाजपा” महाअभियान के तहत वितरित किये पत्रक, चिपकाये स्टीकर


देहरादून, भाजपा राज्य में आगामी विधान सभा चुनाव की तैयारी में जुट गयी, इसी के अन्तर्गत राजपुर रोड विधानसभा अंबेडकर नगर मंडल एमकेपी वार्ड 21 के बूथ संख्या 100 में “घर-घर भाजपा हर घर भाजपा” महाअभियान के तहत घर घर जाकर झंडे लगाए एवं पत्रक वितरण किए गए | इसके साथ स्टीकर भी चिपकाए गये, इस दौरान उत्तराखंड सरकार की उपलब्धियां और विकास के कार्यो का लेखा जोखा आम जन के बीच रखा । इस अवसर पर आदरणीय मंडल अध्यक्ष विशाल गुप्ता, प्रदेश आईटी सेल सोशल मीडिया प्रभारी पूनम शर्मा, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष ऋषभ पाल, वार्ड के सम्मानित अध्यक्ष भाग सिंह नेगी, बूथ अध्यक्ष सत्यम शर्मा,महामंत्री अशोक राठौर, महिला मोर्चा मंडल मंत्री कमला रावत, बूथ मीडिया प्रभारी मंजू चौहान आदि उपस्थित रहे | भाजपा के इस अभियान को स्थानीय निवासियों का भरपूर सहयोग रहा है।

ऐन चुनाव के वक्त परिसम्पतियों के बटवारें की घोषणा मात्र ढ़कोसला : गरिमा दसौनी

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देहरादून, उत्तराखण्ड कांग्रेस की गढवाल मण्डल मीडिया प्रभारी गरिमा महरा दसौनी ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का परिसम्पतियों के सम्बन्ध में मुलाकात करना एवं परिसम्पतियों के सम्बन्ध में दोनों प्रदेषो में आम सहमति बन जाने की घोषणा करना मात्र उत्तराखण्ड की भोली-भाली जनता को ठगने का प्रयास बताया है।

दसौनी ने कहा कि पिछले वर्ष भी 19 नवम्बर 2020 को अपनी बद्रीनाथ एवं केदारनाथ दौरे पर आये योगी आदित्यनाथ तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के साथ प्रेसवर्ता कर इसी तरह से उत्तराखण्ड की आंखों में धूल झोकने का काम किया था। उस वक्त दोनों नेताओं ने परिसम्पति पर दोनों राज्यों के बीच सहमति की बात पुरजोर तरीके से कही थी लेकिन आज पूरे एक वर्ष बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस है।

दसौनी ने बताया उत्तर प्रदेष के पास उत्तराखण्ड के सिचाई विभाग के 13 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि एवं 4 हजार से अधिक भवनों पर कब्जा है। हरिद्वार के कुम्भ मेला क्षेत्र जहॉ कावड़ मेला भी लगता है वहां की 697 हेक्टेयर मेला भूमि पर उत्तर प्रदेष के सिचाई विभाग का कब्जा है जिसे लोटाने पर उत्तर प्रदेष सिचाई विभाग साफ इंन्कार कर चूका है। उत्तराखण्ड आवास विकास की भूमि को लोटाने के बजाए उत्तर प्रदेष खुद उस भूमि का मालिक बने रहना चाहता है।

दसौनी ने कहा कि हरिद्वार भीमगोडा बैराज, बनबसा लोहिया हैड बैराज, कालागढ का रामगंगा बैराज, अभी भी उत्तर प्रदेष के कब्जे में है। टिहरी बॉध के जिस हिस्से का मालिक उत्तराखण्ड को होना चाहिए था उत्तर प्रदेष अभी भी उसका मालिक बना हुआ है और 1 हजार करोड सालाना राजस्व ले रहा है। इतना ही नही 11 विभागों की भूमि भवन तथा उत्तराखण्ड की सीमा के अन्दर कई अन्य परिसम्पतियों पर उत्तर प्रदेष का कब्जा है। और तो और उत्तराखण्ड परिवहन विभाग की 700करोड की देनदारी उत्तर प्रदेष पर है जिस कारण उत्तराखण्ड परिवहन विभाग भारी कर्जे में डूबा हुआ है। आज अपने कर्मचारियों को तन्खवाह देने के लिए भी उत्तराखण्ड परिवहन विभाग को अपनी सम्पतियॉ बेचने को मजबूर होना पड रहा है।
ऐसे में जब प्रदेष में चुनाव को कुछ ही समय बाकी रह गया हो तो जनता को भ्रमित करने के लिए दोनों ही मुख्या इस तरह की लोक लुभावन बाते कर रहे हैं। दसौनी ने कहा कि भाजपा के पास इससे अधिक सुनहरा मौका नही था जब वह परिसम्पतियों का मामला सुलझा सकते थे। आज जब केन्द्र से लेकर दोनों राज्यों उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेष में भाजपा की सरकार है तब यह मामला आसानी से सुलझाया जा सकता था परन्तु ट्रिपल ईजंन की सरकार होने के बावजूद आज भी उत्तराखण्ड की जनता अपनी सम्पत्तियों से वंचित है जिसके लिए पूर्णतया भाजपा नेतृत्व जिम्मेदार है। दसौनी ने कहा कि यह विडमबना ही कही जा सकती है कि उत्तराखण्ड में तीन-तीन मुख्यमंत्री बदलने के बावजूद परिसम्पतियों को लेकर असमंजस और उदासीनता ही देखने को मिली। दसौनी ने कहा यह राज्य का दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है कि इस गम्भीर मुददे पर कोई भी नेता दृढ ईच्छाषक्ति और साहस नही दिखा पाया।

कांग्रेस नेता खुर्शीद के कॉटेज में तोड़फोड़, आगजनी करने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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नैनीताल, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के उत्तराखंड में स्थित कॉटेज में तोड़फोड़, आगजनी और फायरिंग करने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सीओ भूपेंद्र सिंह धौनी के नेतृत्व में गठित भवाली, भीमताल और मुक्तेश्वर पुलिस की टीमें अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रहीं हैं।

वायरल वीडियो के आधार पर आरोपी चंदन सिंह लोदियाल, उमेश मेहता, किशना सिंह बिष्ट और राजकुमार मेहता को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से अवैध पिस्टल और मैगजीन बरामद हुई है।
पिछले दिनों भाजपा से जुड़े लोगों ने सलमान खुर्शीद की किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ में हिंदुओं के लिए की गई टिप्पणी से नाराज होकर उनके रामगढ़ के सतखोल में स्थित कॉटेज के शीशे तोड़ दिए और घर के दरवाजे पर आग लगा दी थी।

जानिये क्या है मामला :
विगत 15 नवंबर 2021 को सलमान खुर्शीद (कांग्रेस नेता, लेखक एवं वरिष्ठ अधिवक्ता के भवाली, नैनीताल स्थित आवास में कुछ अराजक तत्वों द्वारा आगजनी एवं फायरिंग कर फरार हो गए थे। उक्त सनसनीखेज घटना के संबंध में कोतवाली भवाली जनपद नैनीताल में मुकदमा FIR NO 73/2021, धारा-147,148,452,436,504 भा.द.वि. के अंतर्गत तत्काल अभियोग पंजीकृत कर अराजक तत्वो की गिरफ्तारी हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र नैनीताल/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल के दिशा निर्देशन एवं भूपेंद्र सिंह धोनी, क्षेत्राधिकारी भवाली के पर्यवेक्षण एवं कुशल नेतृत्व में नामजद अभियुक्त गणों की गिरफ्तारी व उक्त घटना में संलिप्त अन्य अभियुक्त गणों की तलाश व गिरफ्तार हेतु तीन पुलिस टीमों का गठन किया गया।

जिसमें प्रथम टीम का निर्देशन प्रभारी निरीक्षक कोतवाली भवाली अशोक कुमार, दूसरी टीम का निर्देशन थानाध्यक्ष मुक्तेश्वर मो0 आसिफ खान व तीसरी टीम का निर्देशन थानाध्यक्ष भीमताल रमेश बोहरा कर रहे थे |
इसी क्रम में दिनांक 17 नवंबर 2021 को वांछित अभियुक्त गणों की तलाश एवं गिरफ्तारी हेतु क्षेत्राधिकारी भवाली के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली भवाली के नेतृत्व में संचालित टीम प्रथम जब रामगढ़ रोड स्विस बैंक के आगे वाले बैंड पर पहुंचे तो मुखबिर की सूचना ज्ञात हुआ कि कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की भवाली स्थित कोठी (आवास) पर जिन लोगों ने आगजनी व गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया था उनमें से चार लोग अपने बचाव के लिए हल्द्वानी की ओर भागने की फिराक में खड़े हैं।
सूचना पाकर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली भवाली की टीम प्रथम व थानाध्यक्ष मुक्तेश्वर की टीम द्वितीय के द्वारा स्विस बैंक विलेज से आगे वाले बैंड से आगे खड़े चारों व्यक्तियों को आवश्यक बल का प्रयोग करते हुए घेराबंदी कर पकड़ लिया गया।

चारों व्यक्तियों में एक का नाम चंदन सिंह लोधीयाल, पुत्र हरेंद्र सिंह निवासी ग्राम नथुवाखान, थाना भवाली जनपद नैनीताल उम्र 27 वर्ष। जिसके कब्जे से एक अवैध पिस्टल (32 बोर) मय मैगजीन बरामद हुई।
2 दूसरे व्यक्ति का नाम उमेश मेहता, पुत्र गंगा सिंह मेहता, निवासी ग्राम सूपी, थाना मुक्तेश्वर जनपद नैनीताल उम्र 30 वर्ष

3 तीसरा व्यक्ति कृष्णा सिंह बिष्ट, पुत्र शंकर सिंह बिष्ट, निवासी उपरोक्त उम्र 30 वर्ष
4 चौथा व्यक्ति राजकुमार मेहता, पुत्र गंगा सिंह मेहता, निवासी उपरोक्त उम्र 29 वर्ष
पुलिस पूछताछ में अभियुक्तगणों द्वारा बताया गया कि कुंदन चिलवाल जी के नेतृत्व में हम कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद जी के घर पर उनका पुतला दहन करने गए थे हमने सिर्फ वहां पर पुतला फूंका और नारेबाजी की थी।
जहां सलमान खुर्शीद जी के आवास के केयर टेकर से हमारे द्वारा गाली गलौज व अभद्रता हो गई और विरोध के आवेश में आकर हमने सलमान खुर्शीद के मकान पर आगजनी व फायरिंग कर दी।
जब हमे पता लगा कि हमारे विरुद्ध मुकदमा कायम हो गया है और हमारा वीडियो वायरल हो गया है तब हम लोग अपने बचाव में वकील के पास हल्द्वानी जा रहे थे जिस दौरान उन्हें पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।
चारों व्यक्तियों में से एक व्यक्ति जिसके पास अवैध शस्त्र बरामद हुआ के विरुद्ध धारा-147,148,452, 436, 504 आई.पी.सी. सहित 25 शस्त्र अधिनियम व शेष तीन अभियुक्त उमेश मेहता, कृष्णा सिंह व राज कुमार मेहता को जुर्म धारा 147,148,452, 436, 504 आई.पी.सी. की विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार कर उनका चालान कर दिया गया |
अभियुक्तों को गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में
1 श्री अशोक कुमार प्रभारी निरीक्षक कोतवाली भवाली
2 मो0 आसिफ थानाध्यक्ष मुक्तेश्वर
3 व0उ0नि0 भवाली प्रकाश सिंह मेहरा
3 उ0नि0 मनोज कुमार
4 महिला उपनिरीक्षक प्रियंका मौर्य
5 आरक्षी विपिन शर्मा
6 आरक्षी उमेश राज
7 आरक्षी विनोद रावत

हरिद्वार जनपद की सभी 11 सीटें जीतेगी भारतीय जनता पार्टी: दुष्यंत गौतम

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हरिद्वार 18 नवम्बर( कुलभूषण ) जिला भाजपा कार्यालय हरिद्वार में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी यह दुष्यंत कुमार गौतम जी ने एक बैठक ली जिसमें जनपद के समस्त जिला पदाधिकारी विधायक पालिका अध्यक्ष प्रदेश पदाधिकारी जिला मोर्चा अध्यक्ष प्रदेश मोर्चा अध्यक्ष महामंत्री विधानसभा प्रभारी सह प्रभारी विधानसभा विस्तारक और सभी मंडल अध्यक्षों ने प्रतिभाग किया बैठक की अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ जयपाल सिंह चौहान ने की और संचालन भाजपा जिला महामंत्री विकास तिवारी और आदेश सैनी द्वारा किया गया बैठक को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित करते हुए श्रीमान दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा कि बैठकों के आधार पर लिए गए निर्णय धरातल पर उतरने जरूरी है। उन्होंने कहा कि जीवन में समय काटा या बांटा यह मूल्यांकन प्रत्येक दिन होना चाहिए। पार्टी का क्या उद्देश्य है उस उद्देश्य की ओर बढ़ रहे हैं।

भाजपा प्रदेश पदाधिकारी, जिला प्रभारी, जिला अध्यक्ष एवं जिला महामंत्री, मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष महामंत्री , विधानसभा प्रभारी सह प्रभारी एवं विस्तारक प्रमुख बैठक को प्रदेश प्रभारी जी ने कहा कि
हमारा उद्देश्य संगठित होकर दल के रूप में जनिहित व समाज के लिए समर्पण भाव से कार्य करना है। आज प्रधानमंत्री मोदी भारत के नहीं अपितु विश्व के सर्वश्रेष्ठ नेताओं में गिने जाते हैं हाल ही के दिनों में यह संपूर्ण विश्व ने देखा है। हमारा संदेश सामान्य कार्यकर्ता के कार्यों में दिखना चाहिए हमारा संदेश समाज तक पहुंचे इसके लिए कठोर साधना की आवश्यकता है। संपूर्ण भाव को लेकर ही 2022 की विजय के लिए हम बड़े हैं।

दुष्यंत गौतम जी ने कहा कि यह तो मन व विचार की लड़ाई है इसी के लिए करोड़ों कार्यकर्ताओं का परिवार देश व राज्य को एक समर्पित होकर कार्य कर रहे हैं। संगठन से मिले कार्यों पर पूर्ण ताकत लगाकर कार्य करें सभी काम करने वाले बने। भाजपा की ताकत बूथ पर बैठा कार्यकर्ता है जो चुनाव बदलने की ताकत रखता है।
उन्होंने कहा कि अन्य दल केवल चुनावी पक्षी बनकर चुनाव में छटपटाते हुए दिखेंगे और भ्रम की स्थिति समाज के बीच में पैदा करेंगे यह हमें सभी की जिम्मेदारी है कि हम सभी को उनके दुष्प्रभाव में समाज को बचाना है सभी का समावेश की चिंता करते हुए 2022 के लक्ष्य को फतह करना है।

उन्होंने कहा कि करोड़ों कार्यकर्ताओं के बलबूते आज भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है कार्यकर्ता के बलबूते पर 2022 के विजय के लक्ष्य को हम अवश्य प्राप्त करेंगे और विपक्षियों को 2017 से भी बड़ी पटकनी देंगे। हमें पूर्ण आशा है कि डबल इंजन की सरकार ने अंतिम पद पर पायदान पर खड़े व्यक्ति तक जो योजनाओं का लाभ दिया है उसका उसके जीवन स्तर में आर्थिक व सामाजिक सार्थक बदलाव देखने को मिला है। सबके मन में एक भाव है जिस प्रकार से मोदी सरकार ने कार्य किए हैं उसकी चर्चा भारत में ही नहीं अपितु विश्व में चर्चा हो रही है। भारत माला व ऑल वेदर जैसे कार्य धरातल पर उतारकर जो विकास की एक अलग धारा बही है उससे आम जन को सुलियत प्रदान हुई है।  ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे आज सभी के सामने हैं हम पहाड़ वासी सपने में भी नहीं सोचते थे कि कभी पहाड़ों में ट्रेन चलेगी विकास के अनेक कार्य हुए हैं। पहले जौली ग्रांट एयरपोर्ट पर ढाई सौ यात्रियों की सुविधा थी अब वह बढ़कर 12 हो गई है।

स्वास्थ्य के क्षेत्र में एम्स ने उत्तराखंड में बहुत ही अच्छे उदाहरण प्रस्तुत किए हैं और आने वाले समय में उत्तराखंड को और एक मिलने वाला है जिससे प्रदेशवासियों को और बड़े स्तर पर सुविधा मिलेगी। टनकपुर से बागेश्वर रेल लाइन के लिए 28 करोड़ की स्वीकृति मिल गई है। पहले खटीमा से रुद्रपुर तक जाने में घंटों लग जाते थे अब मात्र 45 मिनट में यह सफर तय हो जाता है। जीवन को हर स्तर पर भाजपा की सरकार ने सरल बनाया है। हर जिले को हवाई हवाई सेवा से जोड़ रहे हैं चिन्यालीसौड़ में यह सुविधा हमारी सरकार में सुचारू रूप से चल रही है। पिछले 4.5 साल में 250 तक की आबादी वाले गांव में 756 से अधिक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़के बनी है। आए दिनों प्रदेश में देखने को मिलता था आंगनवाड़ी, आशा, उपनल, ग्राम प्रधान, विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वालों के आंदोलन देखने को मिलते थे। आज हमने रास्ता निकालकर  सभी के अनुरूप व्यावहारिक रूप से उनकी मांगों को पूर्ण किया है। हमारी सरकार “तीन मंत्रों” पर कार्य कर रही है सरलीकरण, समाधान और निरस्तीकरण के साथ आगे बढ़ रही है। हमारी सरकार में हर किसी की सुनवाई हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी जी का जो सपना है कि जब उत्तराखंड का 25 वा स्थापना दिवस होगा तब उत्तराखंड राज्य अग्रिम राज्यों में गिना जाए और हमारा इस ओर सार्थक प्रयास है।

उन्होंने कहा कि हमारे कार्यक्रमों में निरंतर संख्या बढ़ रही है यह स्पष्ट संदेश है कि 2022 की विजय प्रदेश के लिए एक बड़ा संदेश लेकर आएगी। हमारे कार्यक्रमों की संख्या में जिस प्रकार मंच तक आते-आते घंटों लग जाते हैं विपक्षी उस से डरे हुए हैं। हमारी रणनीति सही दिशा में जा रही है हमारे राजनीतिक विपक्षी दलों के पास इस तरह का ना तो संगठन है, ना ही जनप्रतिनिधि, ना ही कार्यकर्ता है। हमारी प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस में एकता ही नहीं है आपसी लड़ाई में मशगूल है। अखबारों में दिख रहा है की कांग्रेस में नेतृत्व की लड़ाई चरम पर है वह बारात व दूल्हे की दुविधा में गिरी हुई है। हमारा जो महा संपर्क अभियान से  इस अभियान में 250000 कार्यकर्ता लगने वाले हैं जिससे कि यह 2022 की विजय को मजबूती देगा। हमारी विजय  का प्रमुख आधार बूथ पर कार्यरत कार्यकर्ता है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जो हमें कार्य दिए हैं और जो लक्ष्य दिया है हम उस पर चल रहे हैं और बड़ी ही मजबूती से उसे धरातल पर आगे बढ़ा रहे हैं हमारे अनुकूल वातावरण बना हुआ है और उसको धरातल पर 2022 के चुनाव में दिखेगा।

नाबालिग को 10 रुपये लालच देकर किया दुष्कर्म, आरोपी की तलाश में लगी पुलिस

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उधमसिंह नगर, उत्तराखण्ड़ के यूएस नगर से एक दिल दहला देने वाली गभर आयी है जहां एक युवक ने 10 रुपए का लालच देकर पड़ोस में रहने वाली नाबालिग से दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। नाबालिक से दुष्कर्म की घटना की सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया पुलिस ने तत्काल पीड़ित की तहरीर पर आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं पुलिस आरोपी की तलाश में लगी हुई है।
जबकि केंद्र और प्रदेश सरकार ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ अभियान के तहत लोगों को लगातार जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रही है। फिर भी कहीं न कहीं नाबालिक को दुष्ट युवा अपनी हवस का शिकार बना रहे हैं। ऐसा ही मामला उधम सिंह नगर जनपद के रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रामपुरा में सामने आया है। जहां एक युवक ने पड़ोस में रहने वाली नाबालिग बच्ची को 10 रुपये का लालच देकर अपनी हवस का शिकार बना दिया। जिसके बाद नाबालिग अपने घर पहुंची जिसे देख परिजनों के होश उड़ गए।

जहां परिजनों ने रुद्रपुर कोतवाली में तहरीर देकर आरोपी युवक के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी रिंकू के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वही सीओ अमित कुमार ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपी की धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

जेम्स डायसन अवार्ड 2021: दुनिया में सुधार करने वाले आविष्कारों के साथ तीन विजेता

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जेम्स डायसन पुरस्कारअब दुनिया भर के 28 देशों में युवा इंजीनियरों और वैज्ञानिकों के 250 से अधिक आशाजनक आविष्कारों को पुरस्कार राशि में लगभग £1m दिया गया है। 2021 में, इस पुरस्कार को दुनिया भर में रिकॉर्ड संख्या में प्रविष्टियां मिलीं और सर जेम्स डायसन ने पहली बार तीन वैश्विक विजेताओं को चुना, प्रत्येक को अपने आविष्कारों के अगले चरणों का समर्थन करने के लिए पुरस्कार राशि में £30,000 प्राप्त हुआ।

इस वर्ष की प्रतियोगिता पर टिप्पणी करते हुए सर जेम्स डायसन ने कहा,
“मुझे उस उत्साह को देखकर अच्छा लगता है जिसके साथ युवा अच्छे डिजाइन, इंजीनियरिंग और विज्ञान का उपयोग करके दुनिया की समस्याओं से निपटते हैं। इस साल की प्रविष्टियां इतनी आशाजनक थीं कि हमने चिकित्सा आविष्कार पर केंद्रित तीसरे पुरस्कार से सम्मानित किया है। किसी विचार का व्यावसायीकरण करना बहुत कठिन है – मुझे उम्मीद है कि पुरस्कार के बारे में जागरूकता के साथ-साथ इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली वित्तीय सहायता, इन विचारों को सफलता के लिए एक स्प्रिंगबोर्ड देगी।”

विजयी अविष्कार

अंतर्राष्ट्रीय विजेता – होप्स, द्वारा डिजाइन किया गया केलू यू, सी ली और डेविड ली
समस्या
जेम्स डायसन पुरस्कार के इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय विजेता आविष्कारकों में से एक, केलू, पिता के ग्लूकोमा के निदान से प्रेरित थे। उनकी परेशानी और कई अस्पताल यात्राओं को देखने के बाद, उन्होंने महसूस किया कि इंट्राओकुलर प्रेशर (आईओपी) निगरानी के लिए कम आक्रामक और अधिक सुलभ विधि की वैश्विक आवश्यकता है।ग्लूकोमा दुनिया भर में अंधेपन का दूसरा प्रमुख कारण है .

भारत में, 40 वर्ष और उससे अधिक आयु के लगभग 11.2 मिलियन व्यक्तियों को ग्लूकोमा है। प्राथमिक कोण-बंद मोतियाबिंद के साथ अनुमानित संख्या 2.54 मिलियन है। चूंकि यह काफी हद तक लक्षण-मुक्त है, इसलिए इसे “मूक दृष्टि चोर” के रूप में भी जाना जाता है। . इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन अगर जल्दी निदान और इलाज किया जाए तो अंधेपन को रोका जा सकता है।

समाधान
होप्स, (जो होम आई प्रेशर ई-स्किन सेंसर के लिए खड़ा है) दर्द मुक्त, कम लागत, घर पर आईओपी परीक्षण के लिए पहनने योग्य जैव चिकित्सा उपकरण है। पेटेंट लंबित सेंसर तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता द्वारा संचालित, HOPES उपयोगकर्ताओं के लिए IOP की अक्सर स्वयं निगरानी करने के लिए एक सुविधाजनक उपकरण है।

“मैंने पहली बार अनुभव किया है कि ग्लूकोमा के लिए परीक्षण कितना आक्रामक और अप्रिय हो सकता है, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण परीक्षण है। युवा लोगों के इस समूह ने एक ऐसी समस्या का सामना किया है जो उन्हें सीधे प्रभावित नहीं करती है, लेकिन जो उनके परिवार के सदस्यों को प्रभावित करती है। उनके काम में ग्लूकोमा परीक्षण को अधिक व्यापक रूप से उपलब्ध कराने की क्षमता है और मैं उनकी हर सफलता की कामना करता हूं क्योंकि वे आगे के विकास और चिकित्सा अनुमोदन की चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया को नेविगेट करते हैं। ” डायसन के संस्थापक और मुख्य अभियंता सर जेम्स डायसन।

अगला कदम
टीम ने डिवाइस के मशीन लर्निंग मोड को प्रशिक्षित करने के लिए मरीजों के आंखों के दबाव डेटा को इकट्ठा करने और विश्लेषण करने के लिए नेशनल यूनिवर्सिटी अस्पताल में चिकित्सकों के साथ सहयोग करने की योजना बनाई है। साथ ही, वे HOPES के प्रदर्शन को अनुकूलित करने और इसके डिजाइन में सुधार करने पर काम कर रहे हैं।

जेम्स डायसन पुरस्कार अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने पर टीम कहती है, “सर जेम्स डायसन से यह सुनकर हम रोमांचित थे कि हम इस वर्ष जेम्स डायसन पुरस्कार के अंतर्राष्ट्रीय विजेता हैं। हमारे लिए यह सब केलू के साथ शुरू हुआ और एक परिवार के रूप में उनके सामने आई समस्या के बाद उसके पिता के लिए एक समाधान बनाने का प्रयास किया। इस जीत के साथ, हम आशा करते हैं कि भविष्य में लोग अपने आंखों के दबाव को दर्द-मुक्त, घर के वातावरण में माप सकते हैं। हम लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना चाहते हैं और एक दिन रोबोटिक्स और बायोमेडिकल उपकरणों जैसे विभिन्न स्वास्थ्य निगरानी अनुप्रयोगों में हमारे शोध समूह की सेंसर तकनीक को लागू करने की इच्छा रखते हैं।”

स्थिरता विजेता – जैरी डी वोसो द्वारा आविष्कार किया गया प्लास्टिक स्कैनर
समस्या
प्लास्टिक एक हल्का, सुरक्षित और आसानी से उपलब्ध सामग्री है जिसका उपयोग लंबे समय तक चलने वाले, टिकाऊ उत्पाद बनाने के लिए किया जा सकता है। इसकी एक खराब प्रतिष्ठा है क्योंकि इसे अक्सर पुन: प्रयोज्य नहीं माना जाता है और इसलिए यह लैंडफिल में समाप्त हो जाता है, या समुद्र तट पर या हमारे महासागरों में बदतर हो जाता है। हालांकि, सही प्रौद्योगिकियों के साथ प्लास्टिक को जीवन के अंत में व्यापक रूप से सफलतापूर्वक पुनर्नवीनीकरण किया जा सकता है और नए उत्पादों में परिवर्तित किया जा सकता है, जो स्वयं लंबे समय तक चलने वाले और टिकाऊ होते हैं।

चुनौती प्लास्टिक की पहचान कर रही है ताकि इसे लैंडफिल में भेजने के बजाय सही तरीके से पुनर्नवीनीकरण किया जा सके। तकनीक मौजूद है लेकिन महंगी और दुर्लभ है। प्लास्टिक की पहचान की अधिक उपलब्धता के साथ बहुत अधिक प्लास्टिक को पुनर्नवीनीकरण किया जा सकता है और इसलिए अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकता है।

समाधान
नीदरलैंड के औद्योगिक और उत्पाद डिजाइन स्नातक जेरी डी वोस द्वारा आविष्कार किया गया प्लास्टिक स्कैनर, इस वर्ष का स्थिरता विजेता है। प्लास्टिक स्कैनर एक हैंडहेल्ड डिवाइस है जिसे प्लास्टिक के खिलाफ रखने पर उपयोगकर्ता को प्लास्टिक के घटकों का पता लगाने के लिए इंफ्रारेड लाइट का उपयोग करके यह बताएगा कि यह किस सामग्री से बना है।

जैरी किसका सदस्य है? कीमती प्लास्टिक, एक संगठन जिसका उद्देश्य प्लास्टिक कचरे को कम करना है। संगठन के लिए अपने काम के माध्यम से उन्होंने पहली बार प्लास्टिक प्रदूषण के नकारात्मक प्रभाव और प्लास्टिक की पहचान नहीं होने और रीसाइक्लिंग प्रक्रिया में छांटने के कारण होने वाली बाधाओं को देखा है।

जैरी ने सीखा कि हमारे महासागरों में प्रवेश करने वाला अधिकांश प्लास्टिक निम्न और मध्यम आय वाले देशों से आता है। जिस तरह से उन्होंने प्लास्टिक स्कैनर के कम लागत और उपयोग में आसानी को डिजाइन किया है, उसके साथ इन देशों में रीसाइक्लिंग पहल का समर्थन करना उनका मिशन है। विकास के दौरान, जैरी ने भारत, इंडोनेशिया, केन्या और कुराकाओ के पुनर्चक्रणकर्ताओं का साक्षात्कार लिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनका मॉडल अंतिम उपयोगकर्ताओं के लिए उपयुक्त था।

“प्लास्टिक को खराब करना फैशनेबल हो सकता है लेकिन यह एक टिकाऊ और बहुमुखी सामग्री है जिसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बेशक, चुनौती यह सुनिश्चित कर रही है कि इसका पुन: उपयोग किया जाए और इसे प्रभावी ढंग से पुनर्नवीनीकरण किया जाए ताकि इसे लैंडफिल में जाने से बचाया जा सके। प्लास्टिक को सही तरीके से कैसे रीसायकल करना है, यह समझना जटिल है लेकिन जैरी ने एक बहुत ही प्रभावी तकनीक विकसित की है जो इस ज्ञान को सभी के हाथों में डाल सकती है। जैरी विकासशील देशों को समर्थन देने पर अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। जब मैंने समाचार देने के लिए जैरी को फोन किया, तो वह स्थानीय समुदायों को रीसाइक्लिंग पहलों को लागू करने में मदद करने के लिए अल्जीरिया की यात्रा कर रहे थे, उनका प्रेरक काम है और मैं इस संभावित महत्वपूर्ण तकनीक के साथ उनकी हर सफलता की कामना करता हूं। डायसन के संस्थापक और मुख्य अभियंता जेम्स डायसन।

अगला कदम
जैरी ने अपने नए प्रोटोटाइप के निर्माण का समर्थन करने और उद्योग और कम संसाधन दोनों संदर्भों में स्कैनर को पायलट करने के लिए एम्बेडेड सिस्टम और मशीन लर्निंग में विशेषज्ञता वाले दोस्तों की एक टीम को इकट्ठा किया है। लंबे समय तक उनका लक्ष्य स्कैनर के DIY संस्करणों के साथ परियोजना को स्वयं बनाए रखना है, जबकि ओपन-सोर्स दस्तावेज़ीकरण को समृद्ध करना ताकि दूसरों के लिए शामिल होना और उनके मिशन में योगदान करना आसान हो सके।

जेम्स डायसन से बात करने के बाद जैरी ने कहा:, “जब जेम्स डायसन ने मुझे व्यक्तिगत रूप से बताया कि मैंने सस्टेनेबिलिटी पुरस्कार जीता है, तो मैं दंग रह गया और फिर इस जीत के प्रभाव और पुरस्कार से उत्पन्न संभावनाओं को महसूस करना शुरू कर दिया। प्लास्टिक स्कैनर का लक्ष्य एक सरल, ओपन-सोर्स डिवाइस बनाना है जो प्लास्टिक के सबसे सामान्य प्रकारों की पहचान कर सके। जेम्स डायसन पुरस्कार जीतने के बाद मैं बहुत प्रेरित हूं और यह इलेक्ट्रॉनिक्स, साथ ही साथ आविष्कार के सॉफ्टवेयर पक्ष दोनों पर विकास प्रक्रिया को तेज करने में मदद करेगा। इसकी गुणवत्ता में सुधार करके और इसे दोहराने के लिए सहज बनाकर, मुझे उम्मीद है कि दुनिया भर में कहीं भी प्लास्टिक को रीसायकल करने के लिए सबसे जटिल बाधाओं में से एक को पार करते हुए, किसी को भी प्लास्टिक को ठीक से पहचानने और सॉर्ट करने में सक्षम होना चाहिए। ”

चिकित्सा विजेता – रिएक्ट, जोसेफ बेंटले द्वारा आविष्कार किया गया
समस्या
चाकू अपराध दुनिया भर के कई देशों में एक मुद्दा है और पिछले साल, लगभग सभी महाद्वीपों में चाकू अपराध की दरों में वृद्धि हुई है, खासकर सख्त बंदूक कानूनों वाले देशों में। भारत में, मानव शरीर को प्रभावित करने वाले अपराधों के कुल 10,47,216 मामले दर्ज किए गए, जो कुल आईपीसी अपराधों का 24.6% है।

भारत में एम्बुलेंस के लिए औसत प्रतीक्षा समय वर्तमान में 15 मिनट के भीतर है, फिर भी किसी को खून बहने में केवल पांच मिनट लग सकते हैं

समाधान
NSप्रतिक्रियाडिवाइस (जो रैपिड इमरजेंसी एक्ट्यूएटिंग टैम्पोनैड के लिए खड़ा है) का उद्देश्य चाकू के घाव से होने वाले विनाशकारी रक्त की हानि को कम करना है। चाकू के घाव के उपचार के लिए वर्तमान सलाह यह है कि यदि चाकू की वस्तु अभी भी बनी हुई है तो घाव से कभी भी चाकू की वस्तु को न हटाएं . इसका कारण यह है कि वस्तु घाव की जगह पर आंतरिक दबाव डाल रही है, जबकि गुहा को भी भर रही है और आंतरिक रक्तस्राव को रोक रही है। जोसेफ की अवधारणा उसी सिद्धांत पर आधारित है, इंप्लांटेबल मेडिकल-ग्रेड सिलिकॉन बैलून टैम्पोनैड को पहले प्रत्युत्तरकर्ता द्वारा घाव पथ में डाला जाएगा। एक्ट्यूएटर डिवाइस टैम्पोनैड वाल्व से जुड़ा होता है, और उपयोगकर्ता डिवाइस इंटरफेस पर घाव के स्थान का चयन करता है। एक्ट्यूएटर पर ट्रिगर को निचोड़ने से स्वचालित मुद्रास्फीति अनुक्रम शुरू हो जाता है, और रक्तस्राव को रोकने और रोकने के लिए घाव के स्थान के आधार पर टैम्पोनैड को एक परिभाषित दबाव में फुलाया जाता है।

प्रारंभिक अनुसंधान और विकास चरणों के दौरान, जोसेफ ने पाया कि घाव की पैकिंग जैसी वर्तमान घाव प्रबंधन तकनीकों का उपयोग कभी-कभी पैरामेडिक्स द्वारा छुरा के घावों से रक्तस्राव को रोकने के लिए किया जाता है। . इस प्रक्रिया में घाव को धुंध से कसकर पैक करना शामिल है, जो साइट पर आंतरिक रूप से दबाव लागू करने में मदद करेगा। जोसेफ के अनुसार, प्रक्रिया धीमी, तकनीकी और पीड़ित के लिए बेहद दर्दनाक हो सकती है, लेकिन कई मामलों में चाकू के घावों से रक्तस्राव को जल्दी से रोकने में सफल साबित हुई है।

इसके बावजूद, तकनीक पेट जैसे गुहाओं में घावों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकती है, जो चाकू के हमले के बाद चाकू के घावों के लिए सबसे आम क्षेत्र है। .

“इस प्रकार की समस्या को सुलझाने के आविष्कार से पता चलता है कि इंजीनियरों का गंभीर, वैश्विक मुद्दों पर महत्वपूर्ण प्रभाव हो सकता है, और इसीलिए मैंने जेम्स डायसन अवार्ड बनाया। एक चिकित्सा उपकरण विकसित करना बहुत चुनौतीपूर्ण है और बाधाओं का कोई अंत नहीं होगा, लेकिन मैं जोसफ से आग्रह करूंगा कि उन्हें टाला नहीं जाए क्योंकि जीवन बचाने का अवसर बहुत बड़ा है। मुझे उम्मीद है कि पुरस्कार जीतने से इस आविष्कार को वह समर्थन मिलेगा जिसकी उसे आवश्यकता है क्योंकि इसमें एक प्रभावशाली बदलाव करने की क्षमता है।” डायसन के संस्थापक और मुख्य अभियंता जेम्स डायसन।

अगला कदम
“मैं एक चिकित्सा नवाचार को समर्पित इस वैश्विक पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए अपनी कृतज्ञता का वर्णन करने में शब्दों से परे हूं। चाकू अपराध भीषण और एक वैश्विक चुनौती है जो हर साल हजारों लोगों की जान ले रही है। रिएक्ट सिस्टम में चाकू-अपराध के खिलाफ लड़ाई में एक जीवन रक्षक उपकरण होने की क्षमता है, लेकिन चिकित्सा उपकरणों का विकास एक लंबी और चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है। जेम्स डायसन अवार्ड द्वारा प्रदान की गई मान्यता और फंडिंग ने मुझे REACT सिस्टम विकसित करने और इसे जल्द से जल्द पहले उत्तरदाताओं के हाथों में लाने का दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास दिया है। ” जेम्स डायसन से खुशखबरी सीखने के बाद जोसेफ कहते हैं।