Wednesday, May 21, 2025
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श्रमिकों की उन्नति पर आँख मूंदकर बैठी भाजपा सरकार : राजपाल खरोला

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ॠषिकूश, उत्तराखंड कांगेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने जानकारी देते हुए बताया की आज ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत तहसील परिसर के समीप में अखिल भारतीय सर्वजन श्रमिक कल्याण समिति द्वारा विगत 4 दिन से चल रहे 10 सूत्रीय मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन को समर्थन दिया उप जिलाधिकारी महोदय को 10 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन प्रेषित किया ।

जिसमें खरोला ने कहा सरकार की उदासीनता वा क्षेत्रीय विधायक की निष्क्रियता के चलते ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के श्रमिक आंदोलन पर बाध्य हो गए हैं ।
खरोला ने कहा की देश में मजदूर विरोधी नीतियां सरकार बना रही है। नए-नए कानून बना दिए जाते हैं, जिनका फायदा कंपनी प्रबंधन उठा रही हैं। श्रमिक संगठन सुधारीकरण के नाम पर बनाए गए कानूनों का विरोध करती रही है, लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है।

खरोला ने कहा की ऋषिकेश क्षेत्र के श्रमिकों की पिछले 3 वर्षों से कोई सुनवाई नहीं हो रही है सरकार के द्वारा दी जाने वाली सभी सुविधाओं से वंचित हैं जिस कारण श्रमिकों को अत्यधिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है
खरोला ने जानकारी देते हुए बताया के पिछली कांग्रेस सरकार के समय जो तमाम सुविधाएं सरकार द्वारा चिन्हित श्रमिकों को दी जा रही थी वह सभी सुविधाएं आज सिर्फ कागजों में ही दिखाई दे रही है कहीं पर भी श्रमिकों को वह सुविधाएं नहीं मिल पा रही है जिनके वे हकदार हैं ।

खरोला ने कहा पिछले 3 वर्षों से श्रमिक के लिए साइकिल, बच्चों की शादी के लिए आर्थिक मदद, टूल किट, मृतक आश्रितों को आर्थिक मदद आदि तमाम सुविधाएं ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंदर बंद पड़ी हुई है इसी लिए श्रमिक मजदूर आंदोलन को बाध्य हो गए हैं।
खरोला ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने आज तक श्रमिक संगठनों से श्रम कानूनों में किए जाने वाले संशोधनों के बारे में बातचीत तक भी नहीं की है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र ही श्रमिकों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो श्रमिक संगठन के साथ कांग्रेस को बड़ा आंदोलन छेड़ना पड़ेगा।
इस दौरान प्रेम नाथ राव ,फूलमती देवी, गुड्डन देवी , आशा भंडारी ,हरेंद्र प्रसाद, मिंटू , पदम ,अशोक ,मिंटू आदि लोग उपस्थित रहे |

देश ने उत्तराखंड के शहीद मेजर विभूति शंकर ढोंडियाल को शौर्य पुरस्कार से नवाजा

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देहरादून, उत्तराखंड के लिए आज फिर गौरवशाली क्षण आया जब राष्ट्रपति भवन में शहीद मेजर विभूति शंकर ढोंडियाल को मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाजा गया | शहीद पत्नी लेफ्टिनेंट निकिता कौल और मां ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों ये पुरस्कार ग्रहण किया | देश के वीर जवानों के इस सम्मान समारोह के दौरान बालाकोट एयर स्ट्राइक के हीरो अभिनंदन वर्धमान को भी वीर चक्र से सम्मानित किया गया ।

कश्मीर के पुलवामा में एक एंकाउंटर में देहारादून शहीद मेजर विभूति शंकर ढोंडियाल को मरणोपांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया । राष्ट्रपति भवन में हुए वीरता पुरस्कार अलंकरण समारोह में उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट निकिता कौल और मां ने सम्मान ग्रहण किया। गौरतलब है कि 18 फरवरी 2019 में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में मेजर विभूति शहीद हो गए थे | उन्होंने आतंकियों से 200 किलो विस्फोटक बरामद कर 5 आतंकियों को मार गिराया था। दरअसल यह एंकाउंटर 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले के आरोपी आतंकियों को पकड़ने के लिए हुआ था | इसके अतिरिक्त राष्ट्रपति ने कॉर्प्स ऑफ इंजिनीयर्स के सेपर शहीद प्रकाश जाधव को मरणोपरांत दूसरा सर्वोच्च शांतिकाल वीरता पुरस्कार कीर्ति चक्र से सम्मानित किया। उनकी पत्नी और मां ने अवॉर्ड लिया।

अब एक फोन कॉल पर मिल जाएगा एलआईसी पॉलिसी से जुड़ा अपडेट, यहां जानिए स्टेप-टू-स्टेप प्रोसेस

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आज के समय में जहां हर काम ऑनलाइन निपटाया जा सकता है, ऐसे में अपने काम के लिए दूसरों पर डिपेंडेंट रहना, काफी मुश्किल होता है. खासकर, जब बात जीवन बीमा पॉलिसी की हो. अक्सर हम देखते हैं कि, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC)की पॉलिसी से जुड़ी छोटी सी छोटी जानकारी के लिए एजेंट के चक्कर काटने पड़ते थे और हर अपडेट के लिए उनपर निर्भर भी रहना पड़ता था.

लेकिन अब बिना एजेंट के भी आपको अपडेट मिल सकेगा और इसके लिए आपको एजेंट्स की जरूरत भी नहीं पड़ेगी.

जीवन बीमा निगम (LIC) के ग्राहकों का अब बस एक कॉल में पूरा काम हो जाएगा. जी हां, एलआईसी के ग्राहक अब एक फोन कॉल से एलआईसी पॉलिसी से जुड़े अपडेट या जानकारी हासिल कर सकते हैं. लेकिन उसके लिए ग्राहकों को बस इस प्रोसेस को फॉलो करना होगा.

स्टेप-टू-स्टेप प्रोसेस

स्टेप 1: LIC से जुड़ी हर जानकारी के लिए आपको जीवन बीमा निगम (LIC)की आधिकारिक वेबसाइट पर अपना मोबाइल नंबर अपडेट कराना है

स्टेप 2: इसके लिए आपको सबसे पहले ग्राहक जीवन बीमा निगम (LIC)की ऑफिशियल बेवसाइट www.licindia.in पर जाना होगा

स्टेप 3: इस दौरान ग्राहक को होम पेज पर ही सबसे ऊपर कस्टमर सर्विस नाम की कैटेगरी दिखाई देगी

स्टेप 4: होम पेज पर जाकर उस कैटेगरी पर , इसके बाद आपके सामने स्क्रीन पर और भी कई कैटेगरी आ जाएंगी

स्टेप 5: इन कैटेगरी के अंदर ‘अपडेट योर कॉन्टेक्ट’ डिटेल के विकल्प को चुनें

स्टेप 6: जैसे ही इस ऑप्शन पर आप गे, इसके बाद एक नया पेज ओपन होगा. इसपर मांगी गई सभी जानकारियों को भर दें

स्टेप 7: जानकारियों को भरने के बाद ग्राहक से एक डिक्लेरेशन के बारे में सवाल किया जाएगा, उस पर हां (YES)ने के बाद सब्मिट कर दें

पॉलिसी की जानकारी दें

– इस प्रक्रिया के दौरान पॉलिसी की डिटेल्स देना भी बेहद जरूरी है

– अगर आप एलआईसी के मौजूदा ग्राहक हैं तो आपको अपना पॉलिसी नंबर देना होगा

– पॉलिसी नंबर डालने के बाद वेलिडेट पॉलिसी डिटेल के ऑप्शन पर और फिर पॉलिसी नंबर को वैरीफाई करें

– प्रक्रिया के बाद आपका अपनी कॉन्टैक्ट डिटेल ऑफिशियल वेबसाइट पर अपडेट हो जाएगा

– इसके बाद, मोबाइल फोन पर एलआईसी पॉलिसी से जुड़ी सभी डिटेल की नोटिफिकेशन भी मिल जाएगी

जोगेंद्र सिंह पुंडीर के नेतृत्व में निकली भाजपा की ‘मतदाता जागरुक अभियान’ दो पहिया रैली

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देहरादून, भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य एवं प्रदेश उपाध्यक्ष किसान मोर्चा जोगेंद्र सिंह पुंडीर द्वारा मतदाता जागरुक अभियान की मुहिम को चलाते हुए 21 कैंट विधानसभा क्षेत्र में दुपहिया वाहन रैली निकाली गई | उन्होंने कहा कि देश और उत्तराखंड राज्य को सही सरकार देने का हमारा लक्ष्य तभी पूरा होगा जबकि हर मतदाता अपने मत का प्रयोग करने के लिए मतदाता सूची में अपना नाम अंकित कर एक मतदाता के रुप में देश हित में काम करने वाली सरकार का चयन करेगा |

वह तभी सम्भव है जबकि युवा आगे बढेगा युवा आगे बढेगा तभी देश भी आगे बढेगा आज देश प्रदेश का हर वर्ग का नागरिक प्रधानमंत्री मोदी को केन्द्र और उत्तराखण्ड में युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में देश और उत्तराखण्ड की कमान सौंपना चाहता है, जोगेंद्र सिंह पुंडीर ने जन सम्पर्क कर जनता को सरकार की उपलब्धियों को भी विस्तार से समझाते हुए 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को विजयी बनाने की अपील की, उन्होंने कार्यकर्ताओं को यह भी समझाया कि संगठन/पार्टी जिसे भी टिकट देगी हम सभी को केवल पार्टी को मध्य नजर रखते हुए काम कर विजय पताका फहरानी है, इस अभियान में सभी ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हुए जोगेंद्र सिंह पुंडीर के अभियान की सराहना की, इस रैली में प्रेमनगर कांवली मंडल के मंडल अध्यक्ष विजेंद्र थपलियाल, जीएमएस रोड मंडल अध्यक्ष बबलू बंसल व मात्र शक्ति की समस्त पदाधिकारी व कार्यकर्ता जन उपस्थित रहे |

2 रुपए से भी कम के स्टॉक ने बनाया करोड़पति, इंतजार का जबरदस्त हुआ फायदा

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मुंबई ,। शेयर बाजार में कई ऐसे पेनी स्टॉक हैं, जिसने निवेशकों को करोड़पति बना दिया है। ऐसा ही एक पेनी स्टॉक आरती इंडस्ट्रीज है। इस कंपनी के स्टॉक ने 20 साल में 1.51 रुपए से 972.20 रुपए तक का सफर तय किया है।
साल 2001 में 28 नवंबर के दिन केमिकल कंपनी आरती इंडस्ट्रीज के स्टॉक की कीमत 1.51 रुपए थी। अब ये बढ़कर 972.20 रुपए प्रति शेयर के स्तर पर हो गई है। इस अवधि में लगभग 650 गुना बढ़ गया है। हालांकि, पिछले एक महीने से ये स्टॉक बिकवाली के दबाव में है।

पिछले एक महीने में, आरती इंडस्ट्रीज के शेयर की कीमत 1021 रुपए से गिरकर 972.20 रुपए प्रति शेयर के स्तर पर आ गई है। इस अवधि में लगभग 5 प्रतिशत की गिरावट आई है। पिछले 6 महीनों में, आरती इंडस्ट्रीज के शेयर लगभग 832 रुपए से बढ़कर 972.20 रुपए प्रति स्टॉक के स्तर पर पहुंच गए हैं।  ये लगभग 16 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। पिछले एक साल में, यह रासायनिक स्टॉक 567 रुपए से 972 रुपए के स्तर तक बढ़ गया है। इस दौरान लगभग 71 प्रतिशत का रिटर्न मिला है।

पिछले 5 साल में, आरती इंडस्ट्रीज के स्टॉक का भाव 181.28 रुपए से बढ़कर 972.20 रुपए के स्तर तक बढ़ गया है। इस अवधि में लगभग 435 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इसी तरह, पिछले 20 साल में, यह मल्टीबैगर स्टॉक 1.51 रुपए से बढ़कर 972.20 रुपए हो गया है। इस अवधि में लगभग 65,000 प्रतिशत का रिटर्न मिला है।
अगर निवेशक ने 6 महीने पहले इस मल्टीबैगर स्टॉक में 1 लाख का निवेश किया है, तो उसकी रकम आज 1.16 लाख रुपए हो गई होगी। निवेशक ने एक साल पहले 1 लाख रुपए की रकम लगाई है तो निवेशक को 1.71 लाख रुपए मिलेंगे। इसी तरह, किसी निवेशक ने 5 साल पहले इस मल्टीबैगर स्टॉक में 1 लाख का निवेश किया है, तो उसकी रकम 5.35 लाख रुपए हो गई है। इसी तरह, निवेशक ने 20 साल पहले 1 लाख का निवेश किया था तो उसकी रकम 6.50 करोड़ रुपए हो गई होगी।

मुख्यमंत्री के आश्वासन पर अनिश्चितकालीन हड़ताल स्थगित

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देहरादून, पुरानी पेंशन, पुरानी एसीपी व्यवस्था समेत 18 सूत्री मांगों को लेकर प्रस्तावित प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल स्थगित हो गई है। मुख्यमंत्री के साथ हुई वार्ता में कार्मिकों को सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर उन्होंने फिलहाल हड़ताल स्थगित करने का निर्णय किया है।

अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक समन्वय समिति लंबे समय से विभिन्न मांगों को आंदोलनरत है। गेट मीटिंग और रैली निकालने के बाद समिति ने प्रदेशव्यापी हड़ताल की चेतावनी दी थी और सोमवार से हड़ताल प्रस्तावित थी। लेकिन, इससे पहले ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समिति के प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुला लिया। समिति के प्रवक्ता अरुण पांडेय ने बताया कि समिति के पदाधिकारियों को मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर वार्ता के लिए बुलाया। जहां उन्हें आश्वास्त किया गया कि सरकार कार्मिकों की मांगों के निस्तारण को गंभीर है। सभी मांगों पर कार्रवाई को लेकर यथासंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कार्मिकों से हड़ताल वापस लेने का आग्रह करते हुए कहा कि हड़ताल से प्रदेश के विकास में व्यवधान पड़ेगा। इस पर समिति के पदाधिकारियों ने हड़ताल स्थगित करने का एलान किया और मांगों पर शीघ्र कार्रवाई की उम्मीद जताई।

प्रतिनिधिमंडल में प्रताप सिंह पंवार, पंचम सिंह बिष्ट, सुनील दत्त कोठारी, पूर्णानंद नौटियाल, राकेश सिंह रावत, संदीप मौर्य, दिनेश पंत आदि शामिल थे।

यह हैं प्रमुख मांगें

– प्रोन्नत वेतनमान 10, 16, 26 वर्ष पर पूर्व की भांति दिया जाए।

– गोल्डन कार्ड की खामियां दूर कर शीघ्र शासनादेश जारी किया जाए।

– पदोन्नति में शिथिलीकरण के शासनादेश में हुई त्रुटियों को दूर किया जाए।

– निगमों और स्थानीय निकायों के कार्मिकों को गोल्डन कार्ड की सुविधा दी जाए।

– राज्य कर्मचारियों की भांति निगमों में भी सुविधाएं प्रदान की जाएं।

कानून वापसी के बाद किसान संगठनों के रुख पर सरकार की नजर

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नई दिल्ली ,। तीनों कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा के बाद सरकार की निगाहें अब आंदोलनरत किसान संगठनों के भावी रुख पर है। किसान संगठनों को सकारात्मक संदेश देने के लिए आंदोलन के क्रम में किसानों पर दर्ज हुए मुकदमे को जल्द वापस लेने का सिलसिला शुरू किया जाएगा। इसके अलावा बुधवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक में तीनों कानूनों को वापस लेने वाले बिल को मंजूरी दी जाएगी।

तीनों कानूनों की पीएम की ओर ओर से वापसी की घोषणा के बाद सरकार और भाजपा की चिंता किसानों की नाराजगी दूर करने को ले कर है। इस क्रम में सरकार में उच्च स्तर पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी का विकल्प ढूंढने पर माथापच्ची हो रही है। इसके अलावा आंदोलन के दौरान मृत किसानों के परिजनों को राहत देने के विकल्प पर भी लगातार मंथन हो रहा है। सरकार में शीर्ष स्तर पर किसानों पर दर्ज हुए मुकदमों को वापस लेने की प्रक्रिया पर लगातार मंथन हो रहा है।

दरअसल मृत किसानों के परिजनों को मुआवजा देने के मामले में तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर ने सरकार को उलझा दिया है। चंद्रशेखर ने शनिवार को ऐसे सात सौ किसान परिवारों को तीन-तीन लाख रुपये की मुआवजा की घोषणा की है, जिनके परिवार के अपनों की आंदोलन के दौरान किसी कारण से मौत हो गई। आंदोलनरत किसान संगठन भी मौत पर मुआवजा के साथ दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

खेती-किसान पर कई अहम घोषणा संभव
कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद सरकार और भाजपा की योजना इस मामले में किसानों को साधने के साथ-साथ विपक्ष को अलग-थलग करने की है। पार्टी के स्तर पर हरियाणा और यूपी सरकारों को आंदोलन खत्म कराने की दिशा में प्रयास करने का निर्देश दिया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार को गन्ना किसानों के लिए बड़ी राहत देने का रास्ता तलाशने के लिए कहा गया है। सूत्रों का कहना है कि बुधवार की कैबिनेट की बैठक और 29 नवंबर से शुरू हो रहे शीत सत्र के दौरान सरकार कृषि क्षेत्र और किसानों के लिए कई अहम घोषणा कर सकती है।

किसान संगठनों के अंतिम रुख के बाद फैसला
सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री के मुताबिक कृषि कानूनों की वापसी के बाद नजरें किसान संगठनों पर है। सरकार आंदोलन खत्म करने के लिए किसान संगठनों की ओर से अपना रुख स्पष्टï करने के बाद भावी रणनीति बनाएगी। दरअसल सरकार को उम्मीद थी कि कानूनों की वापसी की घोषणा के बाद आंदोलन में नरमी आएगी। हालांकि किसान संगठन पहले की तरह एमएसपी पर कानूनी गारंटी के साथ किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने और मृत किसानों के परिजनों को मुआवजे की मांग पर अड़े हुए हैं।

प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संघ डा. कैलाश गुंज्याल अध्यक्ष और डा. संजीव सिंह बने सचिव

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देहरादून, प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संघ की जिला कार्यकारिणी में सभी पदाधिकारी निर्विरोध चुने गए।अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. कैलाश गुंज्याल अध्यक्ष व प्रेमनगर अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. संजीव सिंह सचिव बने हैं। वहीं,मसूरी अस्पताल के एनेस्थेटिस्ट डा खजान सिंह कोषाध्यक्ष,जिला अस्पताल के रेडियोलाजिस्ट डा निखिल कुमार उपाध्यक्ष (मुख्यालय),रायपुर अस्पताल की मेडिकल आफिसर डा विनीता सयाना उपाध्यक्ष (पेरिफ्री),विकासनगर की डेंटल सर्जन डा प्रियंका सिंह उपाध्यक्ष (डेंटल) निर्वाचित हुई हैं।
वहीं जिला अस्पताल के ईएमओ डा गौरांग जोशी संयुक्त सचिव व मसूरी के मेडिकल अफसर डा अभिषेक कुमार एडिटर चुने गए हैं।चुनाव प्रक्रिया डा प्रताप रावत,डा पियूष त्रिपाठी व डा संजीव कटारिया की देखरेख में संपन्न हुए।चुनाव अधिकारी ने बताया कि नयी कार्यकारिणी आगामी 27 नवंबर को शपथ लेगी।

 

सरकार की बुद्धि- शुद्धि को किया गया हवन, कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार जारी

ऋषिकेश, प्रशासनिक पदों पर पदोन्नति न होने से नाराज उत्तराखंड परिवहन मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ के बैनर तले कर्मचारियों ने सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय परिसर में सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन कराया। उत्तराखंड परिवहन मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ के जिला सचिव विनय राणा ने बताया कि एक सूत्री मांग को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन और पिछले पांच दिन से कार्य बहिष्कार जारी है। इस दौरान आश्वासन भी मिला लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि लंबे समय से कर्मी प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है |
उन्होंने कहा कि स्वीकृत 22 पदों में शासन की तरफ से वर्ष 2020 में 14 पदों की संख्या जारी करने के कारण भ्रम की स्थिति बन गई। जिला उपाध्यक्ष जनवीर सिंह रावत ने कहा कि पूर्व में भी आश्वासन के बाद वार्ता के लिए बुलाया गया, लेकिन कोई सुनवाई अब तक नहीं हुई। उन्होंने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं की जाती तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। इस अवसर पर शाखा अध्यक्ष ऋषिकेश दीपक पांडे, कमल प्रसाद गौड़, विपिन कुमार, बरखा, शेखर सैनी आदि उपस्थित रहे |

 

शादी का प्रस्ताव ठुकराने पर दो बच्चों की मां ने प्रेमी पर कर दिया एसिड अटैक

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इडुक्की ।  केरल के इडुक्की जिले के आदिमाली में चौंकाने वाली घटना सामने आई है। शादी के प्रस्ताव को कथित रूप से ठुकराने पर एक युवक पर तेजाब फेंकने के आरोप में 35 वर्षीय महिला, जो कि दो बच्चों की मां भी है, को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि तिरुवनंतपुरम के अरुण कुमार (28) का राज्य की राजधानी के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है। शीबा नाम की इस महिला ने 16 नवंबर को अरुण कुमार के चेहरे पर तेजाब फेंक दिया। उससे उनकी आंखों की रोशनी जाने का खतरा है। जानकारी के अनुसार शीबा और अरुण कुमार फेसबुक के माध्यम से मिले थे। बाद में अरुण कुमार को पता चला कि शीबा शादीशुदा है और दो बच्चों की मां है। वह यह रिश्ता खत्म करना चाहता था, लेकिन उसने उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश की और पैसे की मांग की।
पुलिस ने कहा कि कुमार अपने साले और दोस्त के साथ 16 नवंबर को आदिमाली के पास एक चर्च गए जहां वह शीबा से मिलकर उसे उसके द्वारा मांगी गई राशि देने वाले थे।
चर्च परिसर में लगे एक सीसीटीवी का फुटेज आज सामने आया। इसमें दिख रहा है कि शीबा कुमार के पीछे खड़ी है। वह आगे आती है और उसके चेहरे पर तेजाब फेंकती है। इस दौरान उसे भी कुछ मामूली चोटें आईं।
पुलिस ने कहा कि कुमार को उस दिन आदिमाली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में उसे तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में कल मामला दर्ज किया गया था।  शीबा को आज गिरफ्तार कर लिया गया।

नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कोर्स की प्रवेश परीक्षा संपन्न

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श्रीनगर गढ़वाल।  राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में बीएससी नर्सिंग एवं एमएससी नर्सिंग के साथ ही बीएससी पैरामेडिकल एवं पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग की रविवार को प्रवेश परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपंन हो गई है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने बताया कि प्रथम पाली में बीएससी नर्सिंग में पंजीकृत कुल 512 अभ्यर्थियों में 494 अभ्यथियों ने परीक्षा दी। 18 अनुपस्थित रहे। एमएससी नर्सिंग हेतु पंजीकृत चार अभ्यर्थियों में तीन उपस्थित रहे जबकि एक अनुपस्थित रहा। बीएससी पैरामेडिकल में पंजीकृत कुल 101 में 99 छात्रों ने परीक्षा दी। दो गैरहाजिर रहे। उन्होंने कहा कि पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग हेतु पंजीकृत 7 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी।

 

यूजी और पीजी की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने की प्रक्रिया जारी

श्रीनगर गढ़वाल।  एचएनबी गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय यूजी और पीजी की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने को लेकर लगातार कदम उठा रहा है। कुलपति के अनुमोदन के बाद विवि प्रशासन ने निर्णय लिया गया कि पंचम सेमेस्टर की ऑफलाइन कक्षाएं 22 नवम्बर से शुरु होंगी। स्नातक प्रथम सेमेस्टर की कक्षाएं 3 दिसम्बर से कैंपस में शुरु होंगी। गढ़वाल विवि के डीएसडब्ल्यू प्रो. पीएस राणा ने बताया कि ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने को लेकर चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहे हैं। छात्र हित में कैंपस खोलकर कक्षाएं शुरु करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि कक्षाएं लगातार चले और छात्र कक्षाओं में पढ़ने के लिए आएं इस दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीन दिसम्बर से स्नातक प्रथम सेमेस्टर की कक्षाएं शुरु होने पर छात्रों को मास्क का प्रयोग करना जरूरी है। जबकि 250 से अधिक संख्या वाले कक्षाओं में सोशल डिस्टेंस बने इसके लिए अनुभाग बनाये जाने हेतु समस्त संकायाध्यक्षों एवं विभागाध्यक्षकों को निर्देश दिये गए हैं।