Friday, June 20, 2025
Home Blog Page 1174

केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान का सपा पर तंज, ताल ठोंकना, गुंडागर्दी और आतंक ही रेड अलर्ट वालों की पहचान

0

लखनऊ, केंद्रीय शिक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के विधानसभा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) की एक होर्डिंग्स को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पार्टी की लाल टोपी पर तीखा प्रहार किया और कहा कि सही कह रहे हैं अखिलेश जी, ताल ठोकना, गुंडागर्दी और आतंक ही रेड अलर्ट वालों की पहचान है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा, सही कह रहे हैं अखिलेश जी, ताल ठोकना, गुंडागर्दी और आतंक ही रेड अलर्ट वालों की पहचान है। भाजपा नेतृत्व तो विनम्रता से जन विश्वास प्राप्त करने यात्रा पर निकला है।

इस ट्वीट में प्रधान ने अखिलेश यादव की पीठ की तरफ से ली गई एक तस्वीर के साथ पोस्टर भी संलग्न किया है जिसमें कहा गया है गुंडे-माफिया हैं तुम्हारी पहचान। जनता को तुमने किया था बदहाल। जनता करेगी लाल टोपी का बुरा हाल। लाल टोपी वालों से सावधान। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, योगी जी के राज में ताल ठोक कर रेड अलर्ट करने वाले असामाजिक तत्व पीठ दिखाकर ही भाग रहे हैं, मुझे लगता है कि रेड अलर्ट वालों को इत्र की दुर्गंध ने ऐसा शर्मसार किया है कि उन्हें चेहरा दिखाने में भी शर्म आ रही है। उल्लेखनीय है कि नव वर्ष पर समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह साजन की तरफ से एक होर्डिंग लगाई गई है जिसमें सपा प्रमुख की पीठ की तरफ से ली गई तस्वीर है और यह नारा दिया गया है नया साल, ठोको ताल, पहचान अपनी, टोपी लाल। प्रधान ने इसी होर्डिंग को लेकर तंज किया है।
इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर की शुरुआत में गोरखपुर में एक जनसभा में कहा था, लाल टोपी उप्र के लिए रेड अलर्ट हैं, खतरे की घंटी है, लाल टोपी वालों को सत्‍ता घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने और माफियाओं को खुली छूट देने के लिए चाहिए। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लाल टोपी पर मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था लाल रंग भावनाओं का रंग है और यह भाजपा नहीं समझ सकती है, भाजपा उप्र से जा रही है, उप्र में बदलाव होने जा रहा है। इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने लाल टोपी वालों को गुंडा और माफिया करार दिया है।

गौशाला में लगी आग, 47 बकरियां जली,

0

गोपेश्वर : चमोली जिले के देवाल विकासखंड के बेराधार गांव में तड़के गोशाला में आग लग गई। हादसे में गोशाला राख हो गई और 47 बकरियां जलकर मर गई। इस दौरान बकरी पालक भी झुलस गया।बताया जा रहा है कि भेड़ पालक गोशाला में आग जला सो गया था। शायद किसी कारण अंदर आग फैल गई थी।

गांव के सामाजिक कार्यकर्त्ता तेजपाल सिंह रावत ने बताया कि बेराधार गांव निवासी महिपाल सिंह (76 वर्ष) पुत्र शेर सिंह की गोशाला में तड़के पांच बजे अचनाक आग लग गई। देखते ही देखते आग भड़क गई। घटना का पता तब चला, जब ग्रामीणों ने धुआं देखा।

 

वहां पहुंचकर उन्होंने आग बुझाने की बहुत कोशिशें की, लेकिन बुझ नहीं पाई। ग्रामीणों ने महिपाल सिंह को किसी तरह बाहर निकाला। तब उसकी जान बच पाई। गोशाला के अंदर की 47 बकरियां जल कर मर गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना तहसील प्रशासन को दी। मौके पर पहुंचे देवाल के नायब तहसीलदार अर्जुन सिंह बिष्ट ने बताया है कि महिपाल सिंह सुबह चार बजे उठा और गोशाला में आग जला दी। उसके बाद वहां सो गया।

आग धीरे-धीरे गोशाला के अंदर फैलती रही और पूरी गौशाला को अपनी गिरफ्त में ले लिया। वहां 47 बकरियां बताई गई हैं। प्रथम दृष्टा आग लगने का कारण मानवीय भूल की आशंका जताई जा रही है। इधर, पशु चिकित्सक नितिन बिष्ट ने जली हुईं बकरियों का मेडिकल किया

मुख्यमंत्री धामी ने शहीद हवलदार प्रदीप थापा के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित

0

*मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को अनारवाला गुच्चुपानी, देहरादून पहुँचकर शहीद हवलदार प्रदीप थापा (1/3 गोरखा राइफल्स) के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की, एवं उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने ईश्वर से अमर शहीद की दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की।*

इस दौरान उन्होंने परिवारजनों से भेंट कर अपनी शोक संवेदनाएँ साझा की। उन्होंने कहा कि ईश्वर शोकाकुल परिवार को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें, उन्होंने कहा शहीद हवलदार प्रदीप थापा के बलिदान को हम सब नमन करते हैं। उत्तराखंड सरकार शहीद के परिवार के साथ हमेशा खड़ी रहेगी।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी एवं अन्य लोग मौजूद रहे ।

विश्वजीत नेगी ने जूस पिलाकर ग्रामीणों का धरना कराया समाप्त

0

दुगड्डा, दुगड्डा विकास खण्ड के अन्तर्गत जुवा ग्राम वासियों द्वारा सड़क मार्ग के नदी पर पुल बनाने की मांग के लिए धरना दे रहे थे , जिसको भाजपा के किसान मोर्चे के सदस्य ने जूस पिलाकर समाप्त कराया ।

गौरतलब है कि यमकेश्वर विधान सभा के अन्तर्गत पिछले दो माह से दुगड्डा विकास खण्ड के जुवा के ग्रामीण सड़क के मार्ग पर पुल की मांग की को लेकर धरने पर बैठे थे । जिसको भाजपा किसान मोर्चे के प्रदेश कार्यकारणी सदस्य विश्वजीत सिंह नेगी ने जूस पिला धरना समाप्त करवाया ।
श्री नेगी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की गई घोषणा के बाद जारी शासनादेश की प्रति भी सभी ग्रामवासियो को दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार हर घर तक सुविधा पहुंचा रही हैं । कहा सरकार द्वारा यमकेश्वर में सड़कों को गांव गांव तक जोड़ने का वादा पूरा किया जा रहा है।
इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष दुगड़डा भावना चौहान, मंडल अध्यक्ष भाजपा ब्रिजमोहब उनियाल,मंडल महामंत्री राजेंद्र नौटियाल, जितेंद्र खर्कवाल,ग्राम प्रधान जुवा इस्लाम,हेमचंद धुलिया, अभिनंयु, दीपक नेगी ,अंजुल शर्मा, प्रमोद अग्रवाल,अतुल अग्रवाल,मनोज कंडवाल,राजेन्द्र बिष्ट, रविंदर नेगी छेत्र पंचायत सदस्य उमरैल,पूर्व प्रधान मातबर सिंह नेगी,आशा देवी, गीता देवी,कृष्ण देवी,इंदु देवी,सावित्री देवी, कांति देवी,सशी देवी,मनीष, यशपाल असवाल आदि

नए साल पर पेंशनर्स को सरकार का तोहफा, जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की समय सीमा बढ़ी

0

बिजनेस डेस्कः नया साल पेंशनभोगियों के लिए एक राहत भरी खबर लेकर आया है। दरअसल, सरकार ने उनके लिए जीवन प्रमाण पत्र (लाइफ सर्टिफिकेट) जमा कराने की अंतिम तिथि को और आगे बढ़ा दिया है। अभी तक पेंशनभोगी के लिए ये काम करने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 31 दिसंबर तक की गई थी लेकिन अब पेंशनर्स अपना लाइफ सर्टिफिकेट 28 फरवरी 2022 तक जमा करा सकते हैं।

पेंशन न रुके इसलिए लाइफ सर्टिफिकेट जरूरी
पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने दूसरी बार डेडलाइन बढ़ाने की घोषणा की है। बता दें कि हाल ही में सरकार ने लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की अंतिम तिथि को 30 नवंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर किया था और अब इसे 28 फरवरी 2022 तक के लिए बढ़ा दिया गया है। सरकार के इस कदम से उन लोगों को राहत मिलेगी, जिन्होंने निर्धारित तिथि तक प्रमाण पत्र जमा नहीं करा पाया था। गौरतलब है कि पेंशनभोगियों को पेंशन हासिल करते रहने के लिए जीवन प्रमाण पत्र को जमा करना होता है। जिससे उसके जिंदा होने की पुष्टि होती है।

फिजिकल या डिजिटल कर सकते हैं जमा
डिपार्टमेंट ऑफ पेंशन एंड पेंशनर्स वेलफेयर के मुताबिक, अगर पेंशनधारक चाहते हैं कि उनकी पेंशन न रूके और हर महीने मिलती रहे, तो वे फिजिकल तौर पर या डिजिटल, दोनों तरीके से अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं। जीवन प्रमाण पत्र देश भर में पेंशनभोगियों के लिए बिना किसी परेशानी या ब्रेक के अपना मासिक भत्ता यानी पेंशन पाने का महत्वपूर्ण दस्तावेज है। पेंशनर्स पेंशन वितरण प्राधिकरणों (पीडीए) जैसे बैंकों, डाकघरों और अन्य से मिलता पेंशन पाने वाले पेंशनधार अपने घर बुलाकर भी अपना लाइफ सर्टिफिकेट दे सकते हैं।

ऑनलाइन निकालें लाइफ सर्टिफिकेट
पेंशनर्स को अपना लाइफ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए स्वयं कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है। लाइफ सर्टिफिकेट स्वयं ऑनलाइन भी जेनरेट किया जा सकता है। सीनियर सिटिजन एक सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन का इस्तेमाल करके अपने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र निकाल सकते हैं। इसके लिए एक सुरक्षित आधार आधारित बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन सिस्टम भी जरूरी है। पेंशनभोगी, साथ ही पीडीए जब भी आवश्यक हो, किसी भी समय अपना डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र निकाल सकते हैं। डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट स्टोर भी किया जा सकता है।

ऑनलाइन जमा करने का ये है तरीका
जीवन प्रमाण पोर्टल (https://jeevanpramaan.gov.in/) के जरिए पेंशनधारक ऑनलाइन अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं। इसके लिए पेंशनधारक को यूआईडीएआई आधारित फिंगरप्रिंट की जरूरत पड़ेगी। फिंगरप्रिंट डिवाइस की मदद से पेंशनधारक को जीवन प्रमाण पोर्टल के एप पर रजिस्टर करना होगा और अपना आधार नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी का जिक्र करना होगा। इस तरह से पेंशनधारक अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं। पेंशनधारकों का खाता जिस बैंक या पोस्ट ऑफिस में है, वहां जाकर वे लाइफ सर्टिफिकेट के फॉर्म को भरकर जमा कर सकते हैं। फॉर्म बैंक या पोस्ट ऑफिस के काउंटर पर ही उपलब्ध होते हैं।

देश में फिर बेकाबू हुआ कोरोना संक्रमण, ओमिक्रॉन ने भी पकड़ी गति

0

नई दिल्ली । देश में कोरोना के नए वैरिएंट की बढ़ती गति के साथ कोरोना संक्रमण का भी विस्फोट होता नजर आ रहा है। पिछले एक दिन में सामने आए दैनिक संक्रमितों की संख्या 35 फीसदी ज्यादा यानि 22,775 नए मामले सामने आए। इस दौरान संक्रमण के कारण 406 मरीजों की मौत भी दर्ज की गई। जबकि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या बढक़र 1,431 हो गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना संक्रमण के 22,775 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढक़र 3,48,61,579 हो गई है। इससे पहले देश में छह अक्टूबर को 24 घंटे में संक्रमण के 22,431 नए मामले सामने आए थे। जबकि कोरोना के दैनिक मामलों में लगातार वृद्धि के कारण अब उपचाराधीन सक्रीय मरीजों की संख्या भी फिर से एक लाख के पार यानि 1,04,781 हो गई है। इससे पहले 30 नवंबर को एक्टिव रोगियों की संख्या एक लाख के पार थी। वहीं 406 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढक़र 4,81,080 हो गई है। पिछले एक दिन में कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ्य हुए 8,949 लोगों को घर भेजा गया है।
रिकवरी दर 98.32 प्रतिशत
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार उपचाराधीन मामले संक्रमण के मामलों का 0.30 प्रतिशत हैं, जबकि संक्रमणमुक्त होने की राष्ट्रीय दर 98.32 प्रतिशत है। इसने कहा कि पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 13,420 की वृद्धि हुई है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
टीकाकरण 145 करोड़ के पार
केंद्र सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक अभी तक देश में 145.16 करोड़ वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। देश में इस वायरस से हर रोज संक्रमित होने वालों की दर 2.05 फीसदी है। वहीं हर सप्ताह इस संक्रमण से 1.10 फीसदी की दर से लोग संक्रमित हो रहे हैं। अब तक कुल 67.89 टेस्ट किये गये हैं।
ओमिक्रॉन ने भी पकड़ी रफ्तार
देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन के आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है पिछले एक दिन में ओमिक्रॉन के 161 नए मामले सामने आने के अब कुल मामलों की संख्या बढक़र 1,431 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार को जारी आंकडों के अनुसार देश में ओमीक्रोन स्वरूप के 1,431 मामले 23 राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों में सामने आए हैं और इनमें से 488 लोग या तो स्वस्थ हो गए हैं, या देश से बाहर चले गए हैं। ओमीक्रोन के महाराष्ट्र में सबसे अधिक 454 मामले सामने आए हैं और इसके बाद दिल्ली में 351,केरल में 118 और गुजरात में 115 मामले सामने आए हैं।
ओमिक्रॉन के कहां-कितने मामले
आकंड़ों की बात करें तो महाराष्ट्र में अभी सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन के केस मिले हैं। यहां इस वेरिएंट के 454 केस मौजूद हैं। दिल्ली में 351, तमिलनाडु में 118, गुजरात में 115, केरल में 109, राजस्थान में 69, तेलंगाना में 62, हरियाणा में 37, कर्नाटक में 34, आंध्र प्रदेश में 17, पश्चिम बंगाल में 17, ओडिशा में 14, मध्य प्रदेश में 9, उत्तर प्रदेश में 8, उत्तराखंड में 4, चंडीगढ़ में 3, जम्मू और कश्मीर में 3 और अंडमान और निकोबार में 2 केस मिले हैं। इसके अलावा गोवा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, मणिपुर और पंजाब में क्रमश: 1-1 केस मिले हैं।

परिवर्तन का संकल्प लेकर भारी जनसमूह के साथ कांग्रेस ने निकाली ऋषिकेश विधानसभा में पदयात्रा

0

ॠषिकेश, उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने जानकारी देते हुए बताया की आज ऋषिकेश विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री एवं चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष श्री हरीश रावत जी और प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस, उत्तराखंड श्री गणेश गोदियाल जी की उपस्तिथि में हजारो कांग्रेस कार्यकर्ताओं और क्षेत्रवासियों ने अम्बेडकर चौक से त्रिवेणी घाट तक मतदाता जागरूकता अभियान के तहत पदयात्रा निकालकर क्षेत्र की जनता से कांग्रेस के पक्ष में वोट डालने की अपील करी ।
खरोला ने कहा की गत 1 दिसम्बर से कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ ऋषिकेश विधासनभा के नगर निगम क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र में युवाओं को वोट बनाने के लिए जागरूक किया और क्षेत्र कांग्रेस के पक्ष में वोट डालने की अपील करी ।
क्षेत्र से मिले अपार प्यार और समर्थन से पदयात्रा के कार्यकम को 31 दिन तक चलाया गया और आज मतदाता जागरूकता अभियान का समापन श्री हरीश रावत जी और श्री गणेश गोदियाल जी की उपस्थिति में हजारो लोगो के जनसमूह के साथ पदयात्रा निकालकर किया गया व पदयात्रा के माध्यम से विधानसभा क्षेत्रवासियों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं भी दी।
खरोला ने कहा की पदयात्रा में ऋषिकेश विधानसभा के तमाम ग्रामीण क्षेत्र और नगर निगम क्षेत्रों से लोगो ने प्रतिभाग किया और भाजपा को ऋषिकेश विधानसभा से उखाड़ने का संकल्प लिया ।
खरोला ने कहा की आज की पदयात्रा का समापन त्रिवेणी घाट पर माँ गंगा की आरती के साथ संपन्न हुआ जिसमे सभी ने माँ गंगा को नमन करते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया और प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने की कामना करी ।
खरोला ने क्षेत्रीय विधायक, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल पर आरोप लगाते हुए कहा की चुनाव आते ही विधायक की आँखे क्षेत्र के विकास के लिए खुल गयी है और अब उन्हें आचार संहिता से कुछ दिन पहले क्षेत्र की विकास की सुध लेनी शुरू करी है, परन्तु क्षेत्र की जनता उनके झूठे वादों और घोषणाओं को अब समझ चुकी है और भाजपा को ऋषिकेश विधानसभा से जड़ से उखाड़ने का कार्य करेगी ।

कार्यक्रम में ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी, शूरवीर सिंह सजवान ,विजय सारस्वत जयेंद्र रमोला,दीप शर्मा ,डॉ केएस राणा, सुनील गुलाटी ,रामविलास रावत ,लल्लन राजभर ,शैलेंद्र बिष्ट, विजयपाल रावत, विनय सारस्वत, सुधीर राय ,मनीष शर्मा, नंदकिशोर जाटव ,पुष्पा मिश्रा ,संजय गुप्ता, विवेक तिवारी, वेद प्रकाश शर्मा, मदन मोहन शर्मा ,बर्फ सिंह पोखरियाल, देवेंद्र रावत ,देवेंद्र प्रजापति ,अरविंद जैन ,प्यारेलाल जुगलान , सरोज देवराडि, मधु जोशी, विमला रावत, मुकेश जाटव, परमेश्वर राजभर, ध्यान सिंह अस्वाल ,राजेंद्र गैरोला ,मनोज गुसाईं, ऋषि पोसवाल, विजयपाल पवार ,दीनदयाल राजभर, राकेश मियां ,सोनू पांडे ,विक्रम भंडारी ,एकांत गोयल ,अभिनव मलिक, कमला प्रसाद भट्ट, अभिषेक शर्मा ,जगत नेगी, रामकुमार बर्तोलिया,
शिवा सिंह, भगवान सिंह पवार, राधा रमोला ,शकुंतला शर्मा ,विजयलक्ष्मी शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे |

गुपकार के विरोध प्रदर्शन से पहले तीन पूर्व मुख्यमंत्री नजरबंद ! उमर बोले- हमारे गेट के बाहर खड़े हैं ट्रक

0

श्रीनगर, परिसीमन आयोग के मसौदा प्रस्तावों के खिलाफ प्रस्तावित धरने से पहले जम्मू-कश्मीर प्रशासन गुपकार गठबंधन के विरोध को विफल कर दिया। दरअसल, प्रशासन ने तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को नजरबंद कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इससे जुड़ी हुई एक तस्वीर सोशल मीडिया प्लेेटफॉर्म ‘ट्विटर’ पर साझा की।

अंग्रेजी वेबसाइट ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक, परिसीमन आयोग के मसौदा प्रस्तावों के खिलाफ प्रस्तावित विरोध को रोकने के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कई शीर्ष नेताओं को नजरबंद कर दिया। जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूख अब्दुल्ला, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती शामिल हैं। आपको बता दें कि गुपकार गठबंधन ने परिसीमन आयोग के मासौदा प्रस्तावों के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था। जिसे प्रशासन ने रोक दिया।

रिपोर्ट के मुताबिक, तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के घर के बाहर पुलिस ने ट्रक खड़ा कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया कि शुभ प्रभात और 2022 में आपका स्वागत है। नया साल उसी प्रकार से जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ लोगों को उनके घरों में अवैध रूप से बंद कर रहा है और एक प्रशासन सामान्य लोकतांत्रिक गतिविधि से इतना भयभीत है। शांतिपूर्ण गुपकार गठबंधन के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए हमारे गेट के बाहर ट्रक खड़े हैं। कुछ चीजें कभी नहीं बदलती।

उन्होंने आगे लिखा कि पुलिस ने मेरे पिता के घर को, मेरी बहन के घर से जोड़ने वाले आंतरिक द्वार को भी बंद कर दिया है। फिर भी हमारे नेताओं के पास दुनिया को यह बताने की हिम्मत है कि भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है।

वहीं दूसरी तरफ पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमारे विरोध को विफल करने के निरंकुश प्रशासन के प्रयासों के बावजूद, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकर्ता आज श्रीनगर में सड़कों पर उतरकर आर्टिकल 370 के अवैध निरसन के खिलाफ आवाज उठाने में कामयाब रहे। मैं उनके साहस और संकल्प को सलाम करता हूं। इससे पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी कार्यकर्ता श्रीनगर में विभिन्न हिस्सों में प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन से पहले नेताओं को हिरासत में लिए जाने का विरोध किया।

 

किसानों को प्रधानमंत्री ने नए साल का दिया तोहफा, जारी की पीएम-किसान की 10वीं किस्त

0

नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को 10.09 करोड़ किसानों को पीएम-किसान योजना के तहत 20,900 करोड़ रुपये की 10वीं किस्त जारी की। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये आयोजित कार्यक्रम में लाभार्थियों को यह राशि जारी की। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत पात्र किसानों को एक साल में 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है। किसानों को यह राशि 2,000 रुपये की तीन समान किस्तों में उनके बैंक खाते में स्थानांतरित की जाती है।

वर्चुअल कार्यक्रम में मोदी ने 351 कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को 14 करोड़ रुपये से अधिक का इक्विटी अनुदान भी जारी किया। इससे 1.24 लाख किसानों को फायदा होगा। इस कार्यक्रम में नौ राज्यों के मुख्यमंत्री, विभिन्न राज्यों के मंत्री और कृषि संस्थानों के प्रतिनिधि भी वर्चुअल तरीके से शामिल हुए। इस मौके पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि नए साल 2022 के पहले दिन 10.09 करोड़ लाभार्थियों के खातों में 20,900 करोड़ रुपये की राशि स्थानांतरित की गई है।

उन्होंने कहा कि पीएम-किसान कार्यक्रम सरकार के किसानों की आमदनी को दोगुना करने के प्रयासों में मदद करने के लिए शुरू किया गया है। इससे पहले पीएम-किसान की नौवीं किस्त अगस्त, 2021 में जारी की गई थी। आज जारी राशि के बाद अबतक इस योजना के तहत किसानों को 1.8 लाख करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जा चुके हैं। पीएम-किसान योजना की घोषणा फरवरी, 2019 के बजट में की गई थी। इसके तहत पहली किस्त दिसंबर, 2018 से मार्च, 2019 की अवधि के लिए जारी की गई थी।

ड्रीम्स संस्था कर रही ‘‘हीरा अवार्ड-2021’’, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत व सांसद नरेश बंसल करेंगे शिरकत

0

‘पत्रकारिता, साहित्य, कला, महिला कल्याण, स्वरोजगार, फिल्म, चिकित्सा के अलावा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष कार्य करने वाले महानुभावों किया जायेगा सम्मानित’

देहरादून, राजधानी दून में ड्रीम्स संस्था (डेप्लवमेंट इन रूलर एम्बोसमेंट एंड मोटिवेसन सोसायटी) द्वारा ‘‘हीरा अवार्ड-2021’’ का भव्य आयोजन 2 दिसंबर रविवार की शाम स्थानीय पैसेफिक होटल में किया जा रहा है। ‘‘हीरा अवार्ड-2021’’ समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत व कार्यक्रम अध्यक्षता सांसद नरेश बंसल करेंगे। इस दौरान पत्रकारिता, साहित्य, कला, महिला कल्याण, स्वरोजगार, फिल्म, चिकित्सा के अलावा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष कार्य करने वाले महानुभावों को सम्मानित किया जायेगा। इस अवसर पर संस्था की स्मारिका का प्रकाशन किया जायेगा, संस्था के सचिव दीपक नौटियाल ने बताया कि संस्था विगत 14 वर्षों से राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में शिक्षण कार्य के साथ ही विभिन्न सामाजिक गतिविधियों से जुड़ी हुई है। संस्था द्वारा जनपद रूद्रप्रयाग, पौड़ी, उत्तरकाशी, चमोली, देहरादून में शिक्षण केन्द्र संचालित किये जा रहे है, जहां पर न्यूनतम धनराशि पर छात्र-छात्राओं को शिक्षा प्रदान की जा रही है। सचिव दीपक नौटियाल ने बताया कि संस्था द्वारा प्रत्येक वर्ष बी.पी.एल. परिवार के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध करायी जा रही है। इसके साथ ही विभिन्न सामाजिक गतिविधियों जैसे, स्वच्छता, पर्यावरण, साक्षरता आदि विषयों पर जनजागरण संबंधी जागरूकता कार्यक्रम किये जा रहे है।

सचिव दीपक नौटियाल ने बताया कि 2018 से हमारी संस्था द्वारा ‘‘हीरा अवार्ड-2021’’ कार्यक्रम शुरू किया गया है। जिसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है।