Monday, June 23, 2025
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कोरोना के बढ़ते केसों के बीच सरकार जारी की नई गाइडलाइन, रैली, धरना-प्रदर्शन पर भी 22 जनवरी तक रोक

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देहरादून, राज्य में कोरोना के बढ़ते केसों के बीच सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है। कोविड 19 संक्रमण के चलते राजनीतिक दलों के सार्वजनिक स्थानों पर रैली, धरना-प्रदर्शन पर भी 22 जनवरी तक रोक रहेगी। राजनीतिक दलों के किसी भवन में होने वाले कार्यक्रमों में सभागार की क्षमता के 50 प्रतिशत अथवा 300 लोगों तक, जो भी कम होगा वहीं मान्य होगा। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र और 12 वीं कक्षा तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को 22 जनवरी तक बंद रखने का निर्णय किया है।

रविवार शाम मुख्य सचिव और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सीईओ डॉ. एसएस संधु ने कोविड 19 के लिए संशोधित एसओपी जारी की। 11 जनवरी को जारी एसओपी की अवधि आज समाप्त हो गई थी। मुख्य सचिव के अनुसार कोविड के तहत लागू प्रतिबंधों को 22 जनवरी तक बढ़ा दिया गया है। नाइट करफ्यू, व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए तय समयावधि पूर्व की तरह लागू रहेगी।

ये रहेंगे बंद:
– आंगनबाड़ी केंद्र, 12 वीं कक्षा तक के सभी सरकारी, सहायताप्राप्त व निजी स्कूल
– स्वीमिंग पूल, वाटर पार्क भी रहेंग बंद
– राजनीतिक दलों की गतिविधियों पर 22 तक पांबदी, इंडोर कार्यक्रम को सशर्त छूट
यह मानक रहेंगे जारी
नाइट कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक लागू रहेगा। जिम, शॉपिंग मॉल, सिनेमा हॉल, स्पा, सैलून, थिएटर, ऑडिटोरियम, मीटिंग हॉल केवल 50 फीसदी क्षमता के संचालित होंगे। खेल संस्थान, स्टेडियम, खेल के मैदान खिलाडियों के प्रशिक्षण के लिए 50 फीसदी क्षमता के साथ खोले जा सकेंगे।

इसी प्रकार खुले अथवा बंद स्थान पर होने वाले विवाह समारोह, शवयात्रा आदि में केवल 50 फीसदी क्षमता में ही लोग शामिल हो सकते हैं।
इसी प्रकार होटल,रेस्तरा, ढाबों में भी 50 प्रतिशत का मानक लागू होगा व होटालों के कांफ्रेंस हाल, स्पा, जिम का भी 50 प्रतिशत क्षमता में प्रयोग किया जा सकेगा। इन सभी में कोविड 19 के लिए तय मानकों का सख्ती से पालन करना होगा।

स्कूलों में नियमित रूप से ऑनलाइन पढ़ाई: सुंदरम
उत्तराखंड में स्कूल 22 जनवरी तक बंद रहेंगे लेकिन पढ़ाई पूर्व की तरह ऑनलाइन माध्यम से शुरू कर दी जाएगी। शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षीसुंदरम ने कहा कि सभी अधिकारियों को इस बाबत निर्देश दे दिए गए हैं। बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए शिक्षक छात्रों को आनलाइन माध्यम से नियमित रूप से तैयारी कराएं। छोटी कक्षाओं में छात्र-छात्रों की पढ़ाई को भी पूर्व की तरह ऑनलाइन, वाट़सअप आदि विभिन्न माध्यमों के जरिए शुरू कर दिया जाए।

हरक अगर अपनी कांग्रेस छोड़ने की गलती मान लेते हैं, तो पार्टी में उनका स्वागत करने को तैयार : हरीश रावत

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देहरादून, उत्तराखंड़ में विधान सभा चुनाव की तारीख नजदीक आते आते राज्य की दोनों बड़े दलों में आना जाना लगा हुआ है, इसी बीच हरक सिंह रावत को भाजपा से निकाले जाने के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत का बयान सामने आया है। हरीश रावत ने कहा है कि अगर हरक सिंह रावत अपनी कांग्रेस छोड़ने की गलती मान लेते हैं तो हम पार्टी में उनका स्वागत करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि कि हरक सिंह अभी कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं। कई मुद्दों पर विचार करने के बाद पार्टी कोई निर्णय लेगी। उल्लेखनीय है कि हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने की खबरें राजनीतिक गलियारों की तपिश तेज कर रही है। वहीं इस बीच हरीश रावत का बयान सामने आया है। जिसके बाद अब ये देखना दिलचस्प होगा कि हरक सिंह रावत अपनी गलती मानेंगे या नहीं।

अगर हरक सिंह अपनी गलती मान लेते हैं तो विरोधियों को उनके खिलाफ मुद्दा मिल जायेगा और वह हरक सिंह के राजनैतिक जीवन के लिए असहज सा लगेगा, वैसे भी भाजपा की इस कार्यवाही को राज्य की जनता भी सही ठहरा रही है, ऐसे में लगता है सौदेबाजी की राजनीति पर आने वाले समय में बड़ा सवाल खड़ा करेगी | इधर देखना यह होगा कि जिस दबाव की राजनीति भाजपा में रहते हुये हरक सिंह कर रहे थे क्या वह कांग्रेस में में जाने के बाद जारी रखेंगे याने पार्टी से परिवार के लिये टिकट की मांग और मांग पूरी होने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी जो कहीं न कहीं टिकट की लाइन में लगे हैं उनसे पार्टी को निपटना भी टेड़ी खीर की तरह साबित होगा |

 

इधर हरक की मंत्रिमंडल से छुट्टी
कांग्रेस में घरवापसी कर हरक सिंह रावत इससे पहले कि भाजपा को झटका देते पार्टी ने उनके रुख को भांपते हुए उन्हें छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। रविवार देर रात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सख्ती और तेजी दिखाते हुए हरक की मंत्रिमंडल से छुट्टी कर दी।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हरक सिंह रावत विधानसभा चुनाव में पार्टी से अपने परिवार के लिए तीन टिकट की मांग कर रहे थे। उन्हें केदारनाथ या कोटद्वार विधानसभा सीट से टिकट की पेशकश हो गई थी। लेकिन वह लगातार दबाव बना रहे थे,
वहीं उत्तराखंड नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि आगामी चुनावों भाजपा का किला ध्वस्त होने जा रहा है। हरक सिंह रावत ने भाजपा के ताबूत पर आखिरी कील ठोंक दी है। पार्टी में उनकी वापसी पर राष्ट्रीय नेतृत्व फैसला लेगा। कहा कि अगर हरक वापस कांग्रेस में आते हैं तो पार्टी को मजबूती मिलेगी। भाजपा द्वारा निष्कासित किए जाने से हरक बहुत आहत हैं। उन्होंने खुद मीडिया से कहा है कि अब वह कांग्रेस की सेवा करेंगे। कहा कि उत्तराखंड ही नहीं देश के लोगों ने अब बदलाव का मन बनाया है। पांच राज्या में जो आगामी चुनाव होने जा रहे हैं, उसमें भाजपा का उजड़ना शुरू हो गया है।

उनकी भावनाएं आहत हुई हैं : गणेश गोदियाल

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि हरक सिंह रावत ने विपत्ति के समय में भाजपा का साथ दिया था, लेकिन आज जिस तरह से उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त किया गया और पार्टी से हटाया गया, इससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं। भाजपा ने 2016 में कांग्रेस के खिलाफ उनका इस्तेमाल कर पार्टी को नुकसान पहुंचाया था, तब भाजपा को सोचना चाहिए था कि प्रेशर पॉलिटिक्स कौन कर रहा है। कहा कि हरक सिंह रावत के पार्टी में शामिल होने पर हाईकमान फैसला लेगा। उन्होंने हरक सिंह के बयान का स्वागत किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर निस्वार्थ भाव से पार्टी की सेवा करना चाहते हैं। सोमवार को दिल्ली में ही पार्टी नेताओं की बैठक होने वाली है, जिस बैठक में हरक सिंह रावत के मसले पर चर्चा की जाएगी।

हरक अब महसूस कर रहे हैं कि 2016 में उनसे गलती हुई थी, अगर वह ऐसा सोचते हैं तो पार्टी में उनकी वापसी पर विचार किया जाना चाहिए। पार्टी उनका उपयोग किस रूप में करती है इस पर चर्चा की जाएगी। एक परिवार एक टिकट के सवाल पर गोदियाल ने कहा कि यह बात बीजेपी को सोचनी चाहिए। उन्होंने 2017 में भी यह फार्मूला लागू किया था, तब उन्होंने किस आधार पर यशपाल आर्य और संजीव आर्य को टिकट दिया था। गोदियाल ने माना कि हरक सिंह रावत यदि कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करते हैं तो इसका पार्टी को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में जो भी सियासी घटनाक्रम चल रहा है। उससे स्पष्ट है कि कांग्रेस सत्ता में वापसी कर रही है।

 

अटकलों पर लगा विराम : मरते दम तक भाजपा में रहूंगा : उमेश शर्मा काऊ

देहरादून, रायपुर से भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ ने पार्टी बदलने की अटकलों को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं। ये वो पहले भी साफ कर चुके हैं कि भाजपा में हैं और मरते दम तक भाजपा में ही रहेंगे। इसी बयान पर वह आज भी कायम हैं। उनका कहना है कि भाजपा में उन्हें जब जो जिम्मेदारी मिलेगी, वह निभाएंगे। हरक सिंह के भाजपा से निष्कासन के बाद राज्य की सियासत में उथल-पुथल मची हुई है और राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है। इन सबके बीच हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि उनके साथ कुछ और विधायक भी कांग्रेस ज्वाइन करेंगे। रायपुर से विधायक उमेश शर्मा काऊ के भी पार्टी बदलने की चर्चाएं सियासी गलियारों में तेजी से चल रही थी। हालांकि, उन्होंने अब इसे सिरे से खारिज कर दिया है।BJP MLA Umesh Sharma Kau said I have told my pain now national leadership has to take a decision

कोटद्वार मेडिकल कालेज की मांग को लेकर जिस वक्त हरक सिंह रावत ने इस्तीफे की धमकी देकर कैबिनेट बैठक छोड़ी थी। उस वक्त भी उनके साथ विधायक उमेश शर्मा काऊ के भी कांग्रेस में जाने की बातें उठने लगी थी। हालांकि, उस वक्त भी उन्होंने इससे इन्कार किया था।

 

अब हरक सिंह रावत से उनका कोई संबंध नहीं : विधायक प्रदीप बत्रा

हरिद्वार, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह को मंत्रीमंडल से हटाने छह साल के लिए पार्टी से निकाले जाने के बाद से सियासत जारी है और कहा जा रहा है हरक के साथ कुछ ओर विधायक भी कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं, इस बीच एक नाम विधायक प्रदीप बत्रा का भी इंटरनेट मीडिया पर चर्चा में है, लेकिन इसको लेकर विधायक प्रदीप बत्रा ने साफ कहा कि हरक सिंह रावत जब तक भाजपा में थे, तब तक ही उनका संबंध उनसे था, अब हरक सिंह से उनका कोई संबंध नहीं है। वह भाजपा के कार्यकर्त्ता के रूप में काम कर रहे हैं।Pradeep Batra said that he has no relation with Harak Singh Rawat anymore गौरतलब हो कि वर्ष 2016 में हरक सिंह रावत के साथ हरिद्वार जिले से विधायक प्रदीप बत्रा एवं कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन भी बगावत कर भाजपा में शामिल हो गए थे। 2017 में नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। इसी बीच भाजपा ने बगावती तेवर अपना रहे कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी से निकाल दिया। विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि उनको लेकर इंटरनेट मीडिया पर जो बातें कहीं जा रही है वह पूरी तरह से गलत है। वह भाजपा के अनुशासित सिपाही है। पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेदारी दी है वह लगातार उसका निर्वहन कर रहे है। भारतीय जनता पार्टी ने उनको जो सम्मान दिया है उसे कभी भूलाया नहीं जा सकता। पार्टी आगे भी जो जिम्मेदारी देगी, उसका ही निर्वहन किया जाएगा।

ब्रैकिंग : प्रदेश में 24 घंटे में 3295 कोरोना के नए मरीज मिले, दून में 987 मामले

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देहरादून, राज्य में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, और कम होने का नाम नहीं ले रहा है। तेजी से फैल रहा कोरोना संक्रमण पिछले 24 घंटे में राज्य में 3295 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। जबकि 4 की मौत हो गई है और 2067 कोरोना मरीज स्वास्थ्य हुए हैं। प्रदेश में कुल 18196 एक्टिव केस है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देहरादून में आज सबसे ज्यादा 987 मामले सामने आए हैं, जबकि हरिद्वार में 352, नैनीताल में 546, पौड़ी गढ़वाल में 289, टिहरी में 65, चमोली में 137, रुद्रप्रयाग में 53, चंपावत में 45, पिथौरागढ़ में 60, उधम सिंह नगर में 568, उत्तरकाशी में 43, अल्मोड़ा में 111 और बागेश्वर में 39 मामले सामने आए हैं। बढ़ते मामलों ने सरकार व स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। सरकार ने भी प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा है।

बड़ी खबर : सरिता आर्य ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का थामा दामन

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देहरादून, उत्तराखंड़ के राजनैतिक गलियारों से सबसे बड़ी खबर सरिता आर्य ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने सरिता को आज बीजेपी ज्वाइन करा दिया है आपको बता दें सरिता आर्य पहले भी कह चुकी थी कि अगर बीजेपी मुझे टिकट देगी तो मैं कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो जाऊंगी वहीं कांग्रेस ने भी सरिता आर्य पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी के सभी पदों से निष्कासित कर दिया है सरिता आर्य महिला कांग्रेस की उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष थी |

कुछ यूं भाजपा से हवा हुयी हरक सिंह की हनक..? क्या होगा राजनैतिक नफा नुकसान का गणित

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देहरादून, आखिरकार लंबी उपापोह के बाद कैबिनेट मंत्री हरक रावत की भाजपा से हो गयी विदाई | हरक को धामी मंत्रीमण्डल से बर्खास्त और पार्टी से 6 वर्ष के लिए निष्काषित कर दिया गया है | सोमवार को कांग्रेस में जाने की खबरों के बीच देर शाम पार्टी से बाहर निकालने के पत्र पर मुहर लगा दी गयी |
काफी समय से भाजपा शुभचिंतकों में यह जुमला आम हो गया था कि ‘हरीश रावत से कमाई हरक सिंह ने लुटाई’ | क्योंकि पूर्व सीएम हरीश रावत के मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनने को लेकर अपने ही आलाकमान से विवाद व सोशल मीडिया में की गयी चिट्ठी पत्री ने भाजपा को जितना फायदा पहुंचाया, उतना ही नुकसान कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बयानों व गतिविधियों ने भाजपा को कराया | यही वजह है अंतत पार्टी ने उनसे किनारा करने का निर्णय लिया | हरक सिंह को बाहर निकाले जाने के प्रमुख कारणों में है उनका अपनी वर्तमान कोटद्वार सीट को बदलने का दबाब | वह पार्टी से उन्हें केदारनाथ सीट से लड़ाये जाने के साथ साथ अपनी बहू के लिए लैंसडाउन विधान सभा सीट का टिकट मांग रहे थे | इस संबंध में उनके लगातार अखबारबाजी पर पार्टी में सख्त नाराजगी थी | वहीं इससे पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र के साथ लंबे समय तक चली खुली लड़ाई ने पार्टी को बहुत नुकसान पहुंचाया | उन पर मंत्री रहते लगे भ्रष्टाचार के आरोप पार्टी की ज़ीरो टोलेरेन्स सरकार के दावों पर डेंट लगाने का कार्य कर रहे थे | लंबे समय से उनके कांग्रेस में जाने की अटकलों को लेकर भी हरक सामने आकार कभी स्पष्ट जबाब नहीं दे रहे थे | हरक की आम जनता में बनी नकारात्मक छवि का नुकसान भी चुनाव में होने की आशंका प्रबल थी | शनिवार को हुई पार्टी कोर ग्रुप की बैठक में शामिल नहीं होने की घटना ने उनको पार्टी से बाहर करने के ताबूत पर अंतिम कील ठोक दी थी |
उत्तराखंड की राजनीति में लंबे समय से आ रही पार्टी छोड़ने की खबरों के बीच पहली मर्तबा किसी बड़े नेता को पार्टी से बाहर निकालने की खबर आई है | बरहाल जानकारों का कहना है कि हरक सिंह को पार्टी से निकालना भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है | उम्मीद लगाई जा रही है कि उनके कॉंग्रेस में शामिल होने से वहाँ हरीश रावत विरोधी गुटबाजी का बढ़ना तय है जिसका लाभ अंतत भाजपा को मिलेगा |

 

Big News: उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री रहे हरक सिंह रावत फूट-फूटकर रोए, कहा  संगठन ने बिना पूछे निकाल दिया... - Uttarakhand Today
अब वह कांग्रेस पार्टी के लिए काम करेंगे, बयान देते हुए हरक फूट-फूटकर रोते हुए भी नजर आए

देहरादून, भाजपा संगठन ने 6 साल के लिए पार्टी से बर्खास्त करने की खबर की जानकारी मिलने के बाद हरक सिंह रावत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। हरक सिंह रावत ने बड़ा बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा संगठन ने बिना पूछे उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया है लेकिन अब वह कांग्रेस पार्टी के लिए काम करेंगे। यही नहीं हरक सिंह रावत ने यहां तक कहा कि उत्तराखंड राज्य में कांग्रेस इस बार पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। हालांकि, बयान देते हुए हरक सिंह रावत फूट-फूटकर रोते हुए भी नजर आए।
राज्य में काफी लंबे समय से हरक सिंह रावत के कांग्रेस ने घर वापसी की चर्चाएं जोरों शोरों पर चल रही थी। इसी बीच कांग्रेस नेताओं से बड़ी हरक सिंह रावत की नज़दीकियों का संज्ञान लेते हुए न सिर्फ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरक सिंह रावत को मंत्रिमंडल से निष्कासित कर दिया बल्कि भाजपा संगठन ने हरक सिंह रावत को पार्टी से भी 6 साल के लिए बर्खास्त कर दिया है। हरक सिंह रावत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उन्हें दिल्ली में मिलने के लिए बुलाया था। लेकिन ट्रैफिक के चलते थोड़ी देर हो गई। हालांकि, वो उनसे और गृह मंत्री अमित शाह से मिलना चाहते थे, लेकिन जैसे ही मैं दिल्ली पहुंचा, तो उन्होंने सोशल मीडिया पर देखा कि भाजपा ने मुझे निष्कासित कर दिया। हरक सिंह रावत ने कहा कि इतना बड़ा फैसला लेने से पहले भाजपा ने मुझसे एक बार भी बात नहीं की। अगर मैं कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल नहीं होता तो 4 साल पहले बीजेपी से इस्तीफा दे देता। मुझे मंत्री बनने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं है। मैं सिर्फ काम करना चाहता हूं। इसके बाद हरक सिंह रावत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उत्तराखंड में सरकार बनाएगी। मैं कांग्रेस पार्टी के लिए काम करूंगा। भाजपा ने मनगंढ़त खबरों के आधार पर कार्रवाई की है। उत्तराखंड में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत के साथ सरकार आ रही है।

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत किए गए मंत्रिमंडल से बर्खास्त

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भाजपा ने बड़ा कदम उठाते हुए काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत को मंत्रीमंडल से बर्खास्त कर दिया। साथ ही छह साल के लिए पार्टी से भी निष्कासित कर दिया। सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर आज यह कार्रवाई की गई। हरक पिछले काफी दिनों से विधानसभा चुनाव में मनमाफिक टिकट के लिए दबाव की राजनीति कर रहे थे।

उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं को देखते हुए आज भाजपा ने यह कदम उठा लिया। अपनी बहु अनुकृति रावत के लिए लैंसडौन सीट से टिकट की मांग खारिज होने से नाराज हरक आज दोपहर दिल्ली रवाना हो गए थे। माना जा रहा था कि हरक कांग्रेस में शामिल हो सकते है।

सूत्रों के अनुसार पार्टी के नेताओं ने हरक से बातचीत का प्रयास भी किया, लेकिन उनके बढ़ते कदमों को थमते न देख भाजपा ने कड़ा फैसला लेने का निर्णय कर लिया। देर रात संपर्क करने पर सीएम कार्यालय ने हरक की मंत्रीमंडल से बर्खास्तगी की पुष्टि की।

भाजपा का कड़ा संदेश
भाजपा के इस फैसले के अनुशासन के लिहाज से कड़ा संदेश माना जा रहा है। पिछले काफी समय से हरक बगावती तेवर अपनाए हुए थे। पिछले दिनों कैबिनेट बैठक में इस्तीफे की धमकी दे चुके रावत लगातार कांग्रेस नेताओं के संपर्क में भी थे। हरक के आगे हर बार घुटने टेकने से खुद भाजपा के भीतर पसंद नहीं किया जा रहा था। हरक को बर्खास्त कर भाजपा ने साफ कर दिया है कि अब वो किसी दबाव में आने वाली नहीं है।

विधि विधान के साथ होशियारी माता मंदिर में शिव परिवार की प्रतिमाएं प्रतिष्ठापित

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‘प्रबंधन ने सूक्ष्म कार्यक्रम के दौरान जिपंस दिव्या बेलवाल को किया सम्मानित’

ऋषिकेश, रायवाला प्रतीतनगर स्थित प्राचीन सिद्धपीठ होशियारी माता मंदिर में विधि विधान के साथ शिव परिवार की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा कर प्रतिष्ठापित
की गई, इस अवसर पर मंदिर समिति प्रबंधन ने जिला पंचायत सदस्य दिव्या बेलवाल को भी सम्मानित किया गया।

समिति के कोषाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी विरेन्द्र नौटियाल ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कोविड गाइडलाइन के साथ ही आचार संहिता का ख्याल भी रखते हुए सुक्ष्म कार्यक्रम आयोजित किया गया। बताया कि विद्वान पंडितों के मार्गदर्शन में मंदिर में शिवलिंग (सर्वेश्वर महादेव), नंदी महाराज, गणेश भगवान, कार्तिक महाराज और मां भगवती की प्रतिमाओं की प्रतिष्ठापना धार्मिक विधिविधान से की गई। इस धार्मिक कार्यक्रम के उपरांत जिला पंचायत सदस्य दिव्या बेलवाल को प्रबंधन ने सम्मानित किया। उनके द्वारा मंदिर में सीसी मार्ग का निर्माण कराया गया था।

इस अवसर पर ट्रस्ट अध्यक्ष सिद्धेश्वर प्रसाद कुकरेती, सचिव सुभाष भट्ट, सदस्य अवधेश कोठियाल, बीना बंगवाल, दीपा चमोली, कमलेश भंडारी, इबकला शर्मा, सतेन्द्र असवाल, मंजू थापा, सरस्वती, सुरेश चंद्र खुशहाल, रवि कुकरेती, वेदप्रकाश बिजल्वाण, मुकेश बिजल्वाण, अनिल पंत, आशा जोशी, चंद्रकांता बेलवाल, ऋषि राम, तारा प्रसाद शर्मा, यशोदा देवी, शीला देवी, अलका क्षेत्री, कमला देवी, मीरा देवी आदि मौजूद रहे |

पुलिस के काफिले में शामिल हुई ये 5 नई चमचमाती गाडियां, ऐसे रखेंगी चप्पे चप्पे पर नज़र

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(चन्दन सिंह बिष्ट)

हल्द्वानी, पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत व चाक चौबंद करने के लिए अपने काफिले में 05 नई चमचमाती गाडियां शामिल कर ली है। रविवार को हल्द्वानी के बहुउद्देशीय भवन से डीआईजी कुमाऊं डॉ नीलेश आनंद भरणे ने इन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर लालकुआं, रामनगर, व अन्य जगहों को रवाना किया। डीआईजी भरणे ने जानकारी देते हुए बताया कि ये गाडियां शहरों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेंगी। जिससे आम जनमानस को सुरक्षित वातावरण मिल सके। उन्होंने बताया कि सिटी पेट्रोलिंग वाहन में सभी तरह के अत्याधुनिक व्यवस्थाओं के साथ-साथ उसमे फर्स्टटेड उपचार की व्यवस्था भी उपलब्ध है। इस वाहन में महिला पुलिसकर्मी को भी तैनात किया गया है पहले चरण में नैनीताल जनपद में 6 वाहन पहुंचे हैं जबकि जनपद में टोटल 11 वाहन के माध्यम से पेट्रोलिंग कराई जाएगी, उन्होंने बताया कि सिटी पेट्रोलिंग वाहन हाईवे के अलावा बॉर्डर पर भी तैनात रहेंगी।हालांकि विधानसभा चुनावों तक यह गाडियां चुनावों में सुरक्षा व्यवस्था को कायम करने के लिए संचालित होंगी। साथ ही डीआईजी भरणे ने कहा 10 किमी. की दूरी में ये गाडियां पेट्रोलिंग करेंगी, उन्होंने कहा की ये सारी गाडियां सीधे पुलिस कंट्रोल रूम से संचालित होंगी। जिससे हाईवे व किसी भी जगह पर आम जनता को किसी भी समस्या होने पर 112 नम्बर डायल करना होगा। और 05 से 10 मिनट के अंदर फास्ट रिस्पांस में पुलिस उस व्यक्ति तक पहुंच जाएंगी। साथ ही बताया की पुलिस मुख्यालय देहरादून से सबसे पहले ये गाडियां नैनीताल जनपद को दी गई हैं। जहां 05 गाडियां पुलिस को मिल चुकी है जबकि 06 वाहन पुलिस दस्ते में और शामिल होंगे।इस दौरान एसएसपी नैनीताल पंकज भट्ट, एसपी सिटी क्राइम जगदीश चन्द्रा, सीओ लालकुआं शांतनु पराशर सहित अन्य लोग मौजूद रहे |

घर बैठे आसानी से कर सकते हैं आधार से राशन कार्ड लिंक, जानें…

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नई दिल्ली, यदि आप भी राशन कार्ड धारक हैं तो ये खबर आपके काम की है। राशन कार्ड सरकार की ओर से जारी एक ऐसा महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जिसकी मदद से आपको मुफ्त में राशन मिलता है। ये कार्ड सिर्फ इसीलिए ही जरूरी नहीं है कि इससे सस्ते में राशन मिलता है, बल्कि ये एक तरह से नागरिकता की पहचान भी है। राशन कार्ड की जरूरत कई सरकारी कामों और दस्तावेज बनवाने में पड़ती है। कोरोना काल में प्रवासी नागरिकों को राशन देने के लिए केंद्र सरकार ने ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत अब कार्ड धारक देश में कहीं से भी राशन ले सकता है। इस योजना के तहत देश में लाखों लोगों को लाभ मिल रहा है। आप आधार कार्ड को राशन कार्ड से लिंक करके ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ योजना का लाभ उठा सकते हैं। आइए जानते हैं घर बैठे आसानी से आधार और राशन कार्ड लिंक करने का तरीका…

ऐसे ऑनलाइन लिंक करें आधार कार्ड :
1. इसके लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट uidai.gov.in पर जाएं।
2. अब आप ‘Start Now’ पर क्लिक करें।
3. अब यहां पर आपको अपना पता जिला राज्य सहित भरना होगा।
4. इसके बाद ‘Ration Card Benefit’ के ऑप्शन पर क्लिक करें।
5. अब यहां आप अपना आधार कार्ड नंबर, राशन कार्ड नंबर, ई-मेल एड्रेस और मोबाइल नंबर आदि भरें।
6. इसे भरने के बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा।
7. यहां OTP भरते ही आपकी स्क्रीन पर प्रोसेस कम्पलीट होने का मैसेज मिलेगा।
8. ये सारी प्रक्रिया पूरी होते ही आपका आधार वेरीफाई हो जाएगा और आपका आधार आपके राशन कार्ड से लिंक हो जाएगा।

ऑफलाइन भी कर सकते हैं लिंक :

राशन कार्ड से आधार कार्ड को लिंक कराने के लिए जरूरी दस्तावेजों में आधार कार्ड की कॉपी, राशन कार्ड की कॉपी और राशन कार्ड धारक की पासपोर्ट साइज फोटी राशन केंद्र पर जमा करना होगा। इसके अलावा राशन केंद्र पर आपका आधार कार्ड का बायोमेट्रिक डेटा वेरिफिकेशन भी हो सकता है।

दिल्ली में आज सबसे ठंडा दिन, अभी नहीं मिलेगी सर्दी से राहत…IMD ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट

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राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान सामान्य से कुछ अधिक 8.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके साथ ही भारत के मौसम विभाग (IMD) ने रविवार का दिन सर्द रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में अधिकतम तापमान 14 डिग्री रहने का पूर्वानुमान है जबकि सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्ष आर्द्रता 87 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम कार्यालय ने पूरे राष्ट्रीय राजधानी में दिन सर्द होने और आंशिक रूप से बादल छाए रहने का पूर्वानुमान लगाया है।

वहीं दिल्ली में रविवार की सुबह मध्यम दर्जे की धुंध छाई रही। IMD के मुताबिक सर्द दिन तब माना जाता है जब न्यूनतम तामपान 10 डिग्री से नीचे हो और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री कम हो। विभाग के मुताबिक कड़ाके की सर्दी तब घोषित की जाती है जब अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री नीचे हो। IMD ने बताया कि अगले चार दिनों तक दिल्ली में घना कोहरा छाए रहने का पूर्वानुमान है। वहीं IMD ने रविवार और सोमवार को दिल्ली मे ऑरेज अलर्ट घोषित किया है। दिल्ली में शनिवार को कड़ाके की सर्दी पड़ी और इस मौसम का सबसे कम अधिकतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और घना कोहरा छाया रहा।