Monday, June 23, 2025
Home Blog Page 1157

पांच सौ और हजार के पुराने नोटों के रूप में मिली साढ़े चार करोड़ रूपए की रकम

0

हरिद्वार। विधानसभा चुनाव के बीच एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार कर पांच सौ और हजार के पुराने नोटों के रूप में करीब साढ़े चार करोड़ रूपए की रकम बरामद की है। गिरफ्तार किए गए आरोपी पुरानी करेंसी को बदलकर नए नोट हासिल करने की फिराक में थे। जानकारी के अनुसार एसटीएफ को जानकारी मिली थी कि हरिद्वार में कुछ लोग पुराने करेंसी नोटों को बदलने की फिराक में हैं। इस पर एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए हरिद्वार में जाल बिछाया और चंद्राचार्य चौक के समीप एक कालोनी से सात लोगों को पुराने करेंसी नोटों के साथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में रूपेश निवासी जगजीतपुर, यशवीर सिंह निवासी हरिपुर कला, अरविंद वर्मा निवासी ग्राम काला कुआं अमरोहा कोतवाली अमरोहा, आबिद अली निवासी ग्राम सैदपुर नौगांव सादात अमरोहा, सोमपाल सिंह निवासी रेलवे स्टेशन रोड बिलारी मुरादाबाद, विकास गुप्ता निवासी खेड़ी खुर्द श्यामपुर ऋषिकेश, राजेंद्र निवासी स्टेशन रोड बिलारी जनपद मुरादाबाद शामिल हैं।

ब्रैकिंग : उत्तराखंड़ में आज मिले 2682 कोरोना संक्रमित, दून में 1331 संक्रमित मिले

0

देहरादून, उत्तराखंड कोरोना संक्रमण फिर से बढ़ता जा रहा, लगातार बढ़ते अांकड़े इस ओर इशारा कर रहे हैं, आज रविवार को राज्य में 2682 नए मामले सामने आए हैं। वहीं कोई मौत नहीं हुई है। अब तक कुल 7440 मरीजों की मौतें हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 328 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इन्हें मिलाकर 337865 मरीजों ने संक्रमण को मात दी है। वर्तमान में 17223 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रदेश की रिकवरी दर 91.33 प्रतिशत और सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण दर 13.71 प्रतिशत पहुंच गई है।
देहरादून जिले में सबसे ज्यादा 1331 संक्रमित मिले हैं। नैनीताल में 188, हरिद्वार में 351, ऊधमसिंह नगर में 281, चंपावत में 00, पौड़ी में 159, अल्मोड़ा में 74, टिहरी में 79, पिथौरागढ़ में 69, बागेश्वर में 71, चमोली में 35, रुद्रप्रयाग में 13 और उत्तरकाशी जिले में 31 संक्रमित मिले हैं।

नारसन में 2845 लोगों की जांच, 27 लोग पॉजिटिव निकले

राज्य में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार ने सख्ती बढ़ा दी, हरिद्वार जिले के साथ साथ नारसन बॉर्डर पर पुलिस की ओर से सख्ती बढ़ा दी गई है। पुलिस ने बॉर्डर से गुजरने वाले सभी वाहनों की सख्ती से चेकिंग की। साथ ही वाहनों की गहनता से तलाशी ली। साथ ही कोरोना जांच के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर मकर संक्रांति के स्नान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना जांच के लिए सात काउंटर सुचारु किए गए हैं जो शिफ्टों में यात्रियों की जांच कर रहे हैं।

विधानसभा चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद ही पुलिस ने बॉर्डरों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। वहीं 14 जनवरी को मकर संक्रांति के पर्व से एक दिन पहले एक प्राइवेट कंपनी की ओर से कोरोना जांच के लिए सात काउंटरों का संचालन शुरू कर दिया गया है। इससे पहले तक एक काउंटर पर ही जांच हो रही थी। अब सात काउंटरों पर हर समय 14 कर्मचारियों की तैनाती है। एक दिन में चार शिफ्टों में कर्मचारियों की अदला बदली की जा रही है ताकि सभी यात्रियों की आसानी से कोरोना जांच की जा सके। वहीं, पुलिस बॉर्डर पर बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों की गहनता से तलाशी कर रही है।

रविवार को नारसन बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस ने सड़क पर उतरकर वाहनों की तलाशी ली। रविवार को लगभग 2845 लोगो की जांच की गई। जांच में 27 लोग पॉजिटिव पाए। उन्हें होम आइसोलेट कर दिया गया है। इस दौरान चौकी प्रभारी बृजपाल सिंह समेत आदि मौजूद रहे। उधर, सीओ पंकज गैरोला ने बताया कि बॉर्डर पर सभी वाहनों की सघन चेकिंग की जा रही है।

स्कूल बंद ही रहेंगे: Online Classes ही चलाने के आदेश

0

प्रदेश में बढ़ता कोरोना कहर : अब सोमवार से नहीं खुलेंगे स्कूल

देहरादून, प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है और अब विधान सभा चुनाव का ऐलान भी हो चुका, लेकिन इन सब के बीच कोरोना कहर के बीच अब सोमवार से स्कूल नहीं खुलेंगे। स्कूल अग्रिम आदेशों तक बंद रहेंगे। इस दौरान ऑनलाइन क्लास चलाई जाएंगी। वहीं 22 जनवरी तक आंगनबाड़ी केंद्र भी बंद रहेंगे।
गौरतलब हो कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए शासन ने विगत सात जनवरी को आदेश जारी कर 16 जनवरी तक स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया था। जिसके बाद 17 जनवरी यानी सोमवार से स्कूल खुलने थे, लेकिन अब निर्णय लिया गया है कि फिलहाल बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच स्कूलों को अभी नहीं खोला जाएगा।

प्रदेश के स्कूलों को बंद रखने की समय अवधि बढ़ाए जाने के लिए शासन स्तर से रविवार शाम को शासनादेश जारी किया गया। शिक्षा सचिव मिनाक्षी सुंदरम ने कहा है कि अभी स्कूल नहीं खोले जाएंगे।

चुनाव रैलियों पर रोक 22 तक बढ़ी, इनडोर प्रचार में राहत
वहीं लगातार बढ़ते कोविड संक्रमण के बीच चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों और नेताओं की रैलियों पर रोक की अवधि 22 जनवरी तक बढ़ा दी है। हालांकि दलों को 300 लोगों की उपस्थिति या उस हॉल की 50 प्रतिशत क्षमता के साथ इनडोर बैठक करने की राहत प्रदान की गई है।

चुनावी रण : हरिद्वार सीट पर दावेदारी को लेकर भाजपा व कांग्रेस के दावेदारों में छिडी जंग

0

हरिद्वार ( कुलभूषण), उत्तराखंड़ में चुनाव समर की घोषणा होने के साथ ही हरिद्वार विधान सभा सीट पर चुनावी सरगर्मी तेज हो गयी है। वर्तमान में इस सीट पर भाजपा के मदन कौशिक लगातार 2002 से विधायक होने के साथ साथ वह प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष है तथा पूर्व में भाजपा सरकार में कैबनेट मंत्री व सरकार के प्रवक्ता रह चुके हैं लगातार चार बार विधायक रहने के चलते इस सीट को भाजपा की परम्परागत सीट माना जाता रहा है, जिसके चलते यह सीट प्रदेश की महत्वपूर्ण सीटों में से एक है।
वर्ष 2022 के चुनावी रण में पहली बार भाजपा विधायक को इस सीट पर उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा खुलकर अपनी दावेदारी करने के चलते कुछ परेशानियों का सामना करना पड रहा है इस बार ऐसा पहली बार है कि नगर सीट पर अपना वर्चस्व रखने वाले मदन कौशिक के सामने दावेदारी करने वालों में कभी उनके बहुत नजदीकी रहे नगर के पूर्व मेयर मनोज गर्ग व निशंक खेमे के माने जाने वाले आशुतोष शर्मा प्रमुखता से अपनी दावेदारी इस सीट पर कर रहे हैं मनोज गर्ग जहाँ पूर्व में मेयर के रूप में अपनी पहचान नगर में बना चुके है वहीं आशुतोष शर्मा तीर्थ पुरोहित समाज से होने के साथ ही भाजपा संगठन में जिला उपाध्यक्ष हैं तथा उन्हें हरिद्वार सांसद व पूर्व केन्द्रीय कैबनेट मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के निकट माना जाता है, वहीं मदन कौशिक लगातार पांचवी बार इस सीट से मैदान में उतरने को लेकर लम्बे समय से जन कार्यक्रमों का आयोजन कर अपनी चुनावी तैयारियों में लगे हैं |

हरिद्वार सीट पर दावेदारी करने वाले पूर्व मेयर मनोज गर्ग का कहना है कि वह नगर के प्रथम नगर सेवक के रूपममें हरिद्वार की जनता की सेवा कर चुके हैं तथा उन्होंने पार्टी लेबल पर अपनी दावेदारी नगर सीट से की है, ऐसे में यदि पार्टी ने उन्हें इस सीट पर अपना प्रत्याशी बनाकर जनता के बीच उतारा तो वह निश्चय ही इस सीट को जीत कर प्रदेश में भाजपा सरकार को बनाने व प्रदेश में विकास की बयार को आगे ले जाने की दिशा में काम करेंगे | अपनी प्राथमिकताओं को बताते हुए मनोज गर्ग ने कहा कि पार्टी व जनता का विश्वास व आर्शीवाद मिलने पर वह नगर में शिक्षा व चिकित्सा के क्षेत्र में ओर अधिक संसाधन व अवसर उपलब्ध कराने के साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने, नगर में सुचारू रूप से यातायात व्यवस्था लागू कराने तथा स्थानीय व्यापारियों के हितो के लिए कार्य करने के साथ तीर्थाटन व पर्यटन को नगर में बढाने की दिशा में कार्य करना उनकी प्राथमिकता होगाी | उन्होंने कहा कि पार्टी का जो भी निर्णय होगा वह उसे मानकर पार्टी द्वारा घोषित उम्मीदवार को जीताकर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
वहीं भाजपा के युवा चेहरे आशुतोष शर्मा का कहना है कि वह लम्बे समय से पार्टी की नीतियों को जनता के बीच पहुंचाने का काम कर रहे हैं ऐेसे में यदि पार्टी उन्हें जनता के बीच जाने का अवसर देती है तो वह ओर अधिक मजबूती से जनता के बीच पार्टी की नीतियों व योजनाओं को रखकर जनता के विश्वास पर खरा उतर पार्टी को मजबूत कर प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त करेंगे, उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकताओं में नगर में सर्व प्रथम लडकियों के लिए रोजगार परक शिक्षा सम्बन्धित कालेज का निर्माण कराना, उपनगरी कनखल में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खुलवाना, नगर के प्राथमिक विद्यालयों का उच्चीकरण कराना, लोकल यातायात व्यवस्था को सुचारू कराना व नगर में वाहनों के लिए समुचित व्यवस्था करते हुए पार्किग का निर्माण कराना तथा नगर विकास के लिए प्रबुद्वजनों के सुझाव लेकर उनको क्रियान्वित कराना उनकी प्राथामिकता होने के साथ ही केन्द्र सरकार की योजनाओं को सही ढंग से समय पर लागू करा कर नगर का विकास करना होगा | उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा किये गये विकास कार्यो की जानकारी आम जनता तक पहुंचा कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों का लाभ आम जनता तक पहुंचाना है, पार्टी का जो निर्देश होगा वह उस पर कार्य कर पार्टी को मजबूत करने की दिशॎ में अग्रसर होंगे |

दूसरी तरफ नगर सीट पर कांग्रेस का 1985 के बाद से बनवास खत्म कराने के लिए प्रमुखता से पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी इस सीट पर कांग्रेस से अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं | संत बहुल्य क्षेत्र होने के चलते वह संतो के समर्थन व पूर्व में नगरपालिका अध्यक्ष के रूप में किये गये कार्यो को लेकर लम्बे समय से जनसम्पर्क में लगे हैैं, उनका मनाना है कि वह लगातार जनता के बीच रहकर नगर व जनहित के मुददों के लिए संघर्ष कर रहे हैं तथा जनता का उन्हें व्यापक समर्थन मिल रहा है | उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का नजदीकी माना जाता है | वहीं नगर निगम मेयर अनीता शर्मा के पति पूर्व सभासद अशोक शर्मा भी इस सीट से अपनी दावेदारी पेश कर लगातार जनता बीच जनसम्पर्क में लगे हैं उनका कहना है कि जनता के आर्शीवाद के चलते ही निगम चुनावों में वह मेयर सीट कांग्रेस को जीत कर दिलाने में सफल रहे है, इसके साथ ही वर्तमान में मेयर उनकी धर्मपत्नी पूर्व में नगर निगम में कांग्रेस की पार्षद तथा सभासद निवार्चित हो पार्टी को मजबूत कर उनका परिवार पार्टी को समर्पित रहा है, ऐसे में यदि पार्टी उन्हें जनता के बीच जाने का मौका देती है तो वह इस सीट को जीत कर कांग्रेस पार्टी को मजबूत कर प्रदेश में काग्रेस की सरकार बनने का मार्ग प्रशस्त करेंगे, वहीं कांग्रेस से युवा कांग्रेस के पूर्व में नगर अध्यक्ष रहे रवीश भटिजा भी इस सीट पर अपनी दावेदारी कर रहे हैं |

बिना मास्क घूम रहे पर्यटक मसूरी में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ा

0

मसूरी। पर्यटन नगरी में लगातार कोरोना के मामले आने के बाद भी प्रशासन व पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है जिसके कारण कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। पर्यटन नगरी में देश विदेश के पर्यटक आते हैं लेकिन अधिकतर पर्यटक बिना मास्क के मालरोड पर टहलते नजर आ जायेगे। हालांकि प्रशासन व पुलिस मास्क न लगाने वालों के चालान करने का प्रयास करती है लेकिन वह नाकाफी है।

इस दिशा में सख्ती की जानी चाहिए। मालरोड पर टहलते पर्यटकों में बमुश्किल दस प्रतिशत पर्यटक ही मास्क लगाये दिखते हैं बाकी सभी बिना मास्क के घूमते नजर आ जायेगे। जबकि पुलिस, प्रशासन व नगर पालिका अपने वाहनों से लगातार इस बात का प्रचार करती रहती है कि मास्क लगाये, सामाजिक दूरी बनाये रखे, बार बार हाथ धोते रहे आदि लेकिन पर्यटकों को ध्यान इस ओर नहीं जाता व वह बिना मास्क लगाये खुले आम घूमते नजर आ जायेगे। बीच बीच में कभी कभार पुलिस चालान की प्रक्रिया करती है लेकिन लगातार नहीं करने से लोग बेपरवाह हो जाते हैं जिसका खामियाजा मसूरी की जनता को भुगतना पड़ेगा।

स्थानी निवासी मोहन सिंह का कहना है कि पुलिस व प्रशासन को इस ओर सख्ती करनी चाहिए। क्यों कि देश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ रहा है जिसको देखते हुए प्रशासन व पुलिस को बिना मास्क व सोशल डिस्टेंस का पालन न करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना संक्रमण के बढने के बाद भले ही पर्यटन प्रभावित हुआ है लेकिन जो पर्यटक आ रहे है उनमें कुछ समझदार है जो मास्क लगाये रहते हैं लेकिन अधिकतर पर्यटक बिना मास्क के घूमते नजर आ जायेगे। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना गाइड लाइन का पालन स्थानीय लोग भी नहीं कर रहे जबकि गत वर्ष कोरोना में मसूरी के कई लोगों ने अपनी जानें गंवाई हैं। वहीं दुकानदार भी न मास्क लगा रहे और न ही दास्ताने पहन रहे हैं। जिससे कारोना संक्रमण फैलने का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। वहीं दूसरी ओर आने वाले दिनों में चुनाव होना है जिसमें भी प्रत्याशी बैठकें करेंगे ऐसे में गाइड लाइन का पालन न करने से भी कोरोना बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है। इस संबंध में एसडीएम नरेश दुर्गापाल का कहना है कि प्रशासन लगातार कोरोना संक्रमण गाइड लाइन का पालन करने का प्रचार प्रसार कर रहा है व पुलिस चालान की कार्रवाई कर रही है।

भाजपा ने की पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सपा-रालोद की काट तैयार ! दलित-ठाकुर-जाट वाला खेला कार्ड

0

लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) की ओर से पिछड़ा विरोधी होने के लगाए जा रहे आरोपों के बीच भाजपा ने एक ऐसा दांव खेला जिसने सभी को चौंका दिया। भाजपा ने 105 उम्मीदवारों की पहली सूची में बेबी रानी मौर्य, जयवीर सिंह और सहेंदर सिंह रमाला का भी नाम शामिल किया है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर (शहरी) और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को सिराथू से चुनावी मैदान में उतारा है। समाजवादी पार्टी (सपा) की ओर से पिछड़ा विरोधी होने के लगाए जा रहे आरोपों के बीच भाजपा ने एक ऐसा दांव खेला जिसने सभी को चौंका दिया। भाजपा ने 105 उम्मीदवारों की पहली सूची में बेबी रानी मौर्य, जयवीर सिंह और सहेंदर सिंह रमाला को भी शामिल किया।
अंग्रेजी समाचार वेबसाइट ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के मुताबिक केशव मौर्य एक जाटव हैं। प्रदेश की पूरी दलित आबादी में आधी आबादी जाटवों की है, जो लंबे समय तक बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को एक बड़ा वोट बैंक रहा है। क्योंकि यह दलित की उप-जाति है, जिससे बसपा प्रमुख मायावती आती हैं।

वहीं बसपा के दिग्गज नेता रहे जयवीर सिंह ने योगी आदित्यनाथ के लिए उत्तर प्रदेश विधान परिषद का रास्ता बनाने का काम किया था और इसके लिए उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था और वो ठाकुर हैं। उन्हें पार्टी ने अलीगढ़ की बरौली सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने भाजपा के मौजूदा विधायक दलवीर सिंह की जगह ली है।

रालोद ने जीती थी एकमात्र सीट

इसके अलावा सहेंदर सिंह रमाला एक जाट हैं, जिन्होंने साल 2018 में राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) को अलविदा कहते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। पिछले विधानसभा चुनाव में रालोद ने एकमात्र सीट जीती थी और वो जीतने वाले सहेंदर सिंह रमाला ही थे।

राजनीतिक विशेषज्ञ इसे भाजपा के दलित जाट-ठाकुर समाजिक समीकरण के तौर पर देख रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा को सपा-रालोद गठबंधन का सामना करना है, ऐसे में यह समीकरण पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। हालांकि सपा को मुस्लिम समुदाय से और रालोद को जाट मतदाताओं से समर्थन मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। भाजपा ने अपनी पहली सूची में एक भी मुसलमान को अपना उम्मीदवार नहीं बनाया है।
भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य आगरा (ग्रामीण) सीट से चुनाव लड़ेंगी। जो धोबी उप-जाति से आने वाली भाजपा विधायक हेमलता दिवाकर कुशवाहा की जगह लेंगी। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में हेमलता दिवाकर कुशवाहा ने बसपा के कालीचरण सुमन को करीब 65,000 वोट से हराया था और करीब 52 फीसदी वोट पर कब्जा किया था।

गौरतलब है कि भाजपा की पहली सूची में 19 दलितों को टिकट दिया गया है और इनमें से 13 जाटव हैं। इतनी संख्या में जाटवों को भाजपा द्वारा टिकट दिए जाने को बसपा के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। क्योंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कभी बसपा का वोटबैंक भी दमदार था।

शिक्षिका उत्तरा पंत ने थामा यूकेडी का दामन, पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र के साथ की थी जुबानी जंग

0

देहरादून, विधान सभा की तारीख नजदीक आते ही राजैनितिक दलों में नेताओं का आना जाना लगा है, लेकिन भाजपा की त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्री काल में जनता दरबार में जुबानी जंग के बाद सुर्खियों में आई शिक्षिका उत्तरा पंत बहुगुणा ने रविवार को यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी की मौजूदगी में यूकेडी की सदस्यता ग्रहण की।

उत्तरा पंत ने फिलहाल चुनाव लड़ने से इनकार किया है। यह भी कहा है पार्टी यदि आदेश करेंगी तो उन्हें चुनाव में उतरने से कोई गुरेज नहीं होगा। उन्होंने कहा कि वह किसी से बदला लेने के लिए राजनीति में नहीं आई हैं। उन्होंने अपना बदला उसी दिन ले लिया था, जब उन्हें जनता दरबार में बेइज्जत किया गया। उन्होंने कहा कि वह किसी अन्य राष्ट्रीय दल में जाती तो यह पलायन के समान होता। वह यूकेडी में आई हैं, इसलिए वह अपने घर वापस आई हैं। उन्होंने कहा कि डोईवाला विधानसभा से उनके छोटे भाई शिव प्रसाद सेमवाल चुनाव लड़ रहे हैं। वह पार्टी की जरूरतों के अनुसार किसी भी विधानसभा में पार्टी के प्रचार के लिए जाने को तैयार हैं। प्रेस क्लब में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने यूकेडी की नीतियों को जन जन तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया।

कोरोना गाइडलाइन के अंतर्गत वर्चुअल रैली और प्रचार के मोर्चे पर भाजपा आईटी सेल ने बनाई बढ़त

0

देहरादून, चुनाव आयोग की कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए वर्चुअल रैली और हाइटेक प्रचार के मोर्चे पर भाजपा ने अन्य पार्टियों से बढ़त बनाई हुई है | चुनावी दृष्टि से प्रदेश भाजपा आईटी प्रभारी अजीत नेगी ने जानकारी देते कहा कि रैली और प्रचार के लिए दो वर्चुअल स्टुडियो के अलावा जरूरी ऑन ग्राउंड और ऑन एयर स्पेस के साथ प्लेटफॉर्म तैयार किए जा चुके हैं | वहीं इससे पूर्व कोरोना काल में पार्टी के वर्चुअल संवाद और बैठकों का अनुभव भी भाजपा को अन्य दलों से इक्कीस साबित करेगा |

देहारादून के रेसकोर्स में वर्चुअल स्टुडियो के उदघाटन के साथ ही भाजपा आईटी प्रकोष्ठ ने कोविड के साये तले होने वाले 2022 विधानसभा चुनाव की तैयारी पूरी कर ली है | इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रकोष्ठ के चुनावी दृष्टि से प्रभारी अजीत नेगी ने बताया कि पार्टी के प्रदेश संगठन और कार्यकर्ताओं के पास कोरोना के इन दो वर्षों में वर्चुअली बैठकों व अन्य कार्यक्रमों का अनुभव हैं | इस दौरान समय समय पर केंद्रीय नेत्रत्व का मार्गदर्शन व सहयोग मिलता रहा है | उन्होने बताया कि चुनाव आयोग की कोरोना गाइडलाइन के अंतर्गत प्रचार करने की चुनौती भाजपा प्रदेश आईटी विंग ने स्वीकार करते सभी आवश्यक तैयारियों को पूर्ण कर लिया है | इसी क्रम में पीएम नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी राष्ट्राध्यक्ष जी पी नड़ड़ा समेत अन्य राष्ट्रीय व प्रदेशीय नेताओं की रैली के लिए दो वर्चुअल स्टुडियो को तैयार किया है, जहां से वह जनता को संबोधित करने वाले हैं | वहीं इससे पूर्व देहारादून स्थित प्रदेश कार्यालय से पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक की हल्द्वानी के लिए सफलतापूर्वक वर्चुअल पत्रकार वार्ता आयोजित करवायी जा चुकी है | इसी तरह जनता के लिए वर्चुअल प्लेटफॉर्म तैयार करने हेतु आवश्यक ऑन ग्राउंड और ऑन एयर स्पेस तैयार कर लिया गया है |
आईटी प्रभारी ने दावा किया कि वर्चुअल रैली और प्रचार के लिए एक और जहां सभी आवश्यक तकनीकी व्यवस्थता पूरी हो गयी है वहीं कार्यकर्ताओं व नेताओं को मण्डल व बूथ स्तर तक ट्रेनिंग देकर वर्चुअल फेमिलियर बनाया गया है | इससे पूर्व विगत दो वर्ष के कोरोनाकाल में पार्टी के राष्ट्रीय नेत्रत्व से तालमेल वाले कार्यक्रमों व बैठकों का वर्चुअल अनुभव ऐसा करने में बहुत मददगार साबित हुआ है | अजीत नेगी ने दावा करते हुए कहा कि अबकी बार 60 पार के संकल्प को पूरा करने में पार्टी आईटी सेल की महत्वपूर्ण भूमिका रहने वाली है |

मेरे पास पत्नी का एक ही विकल्प है, जो मेरी पत्नी ही है, बहुतों के पास बहुत सारे विकल्प हो सकते हैं : दिलीप रावत

0

देहरादून, विधान सभा चुनाव की तिथि नजदीक आते ही राजैनिक दलों में टिकट बंटवारे को लेकर घमासान चल रहा है, उत्तराखंड़ की सभी सीटों भाजपा जहां प्रत्याशियों के चयन को लेकर माथापच्ची में जुटी है। वहीं लैंसडौन विधानसभा क्षेत्र में टिकट को लेकर घमासान कम होने का नाम नहीं ले रहा है। वर्ष 2012 से लैंसडौन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे विधायक महंत दिलीप रावत ने स्पष्ट किया कि उनके लिए पार्टी के रूप में भाजपा और सीट के तौर पर लैंसडौन ही एकमात्र विकल्प है। साथ ही आगे जोड़ा, ‘मेरे पास पत्नी का एक ही विकल्प है, जो मेरी पत्नी ही है। बहुतों के पास बहुत सारे विकल्प हो सकते हैं।’

लैंसडौन क्षेत्र में कोटद्वार से विधायक एवं कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भी पिछले कुछ समय से सक्रिय हैं। हरक सिंह लैंसडौन सीट से अपनी पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं के लिए पार्टी से टिकट मांग रहे हैं। यही नहीं, लंबे समय से अनुकृति ने भी लैंसडौन विधानसभा क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ाई हुई है। इससे वर्तमान में लैंसडौन का प्रतिनिधित्व कर रहे विधायक दिलीप रावत की बेचैनी बढ़ गई है, पिछले कुछ दिनों से विधायक दिलीप रावत, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह के विरुद्ध मोर्चा खोले हुए हैं। इस बीच दिलीप के कांग्रेस नेताओं के संपर्क में होने की चर्चा चली, जिसे बीते दिवस ही उन्होंने सिरे से नकारते हुए इसे विरोधियों की साजिश बताया। विधायक दिलीप रावत ने शनिवार को देहरादून में भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में इशारों ही इशारों में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि भाजपा उनका अकेला परिवार है, उनके पास एक ही विकल्प है भाजपा। कहीं और जाने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। साथ ही कहा कि जहां तक उनकी दावेदारी का प्रश्न है तो इसका भी एकमात्र विकल्प लैंसडौन विधानसभा क्षेत्र ही है।

केवल परिवार के आधार पर टिकट देना ठीक नहीं

विधायक रावत ने एक प्रश्न पर कहा कि वह राजनीति में परिवारवाद के विरुद्ध नहीं हैं। इसमें यह देखा जाना चाहिए कि जिसे टिकट दिया जा रहा है, राजनीति में उसकी पृष्ठभूमि व योगदान क्या है। उसने पार्टी और समाज के लिए क्या-क्या काम किए हैं, इसका भी आकलन होना चाहिए। केवल और केवल परिवार के आधार पर ही टिकट देना राजनीति के लिए किसी भी दशा में अच्छा नहीं कहा जा सकता।

Covid-19: दिल्ली में सामने आए कोरोना के 20718 नए मामले, सक्रिय मामले 93 हजार के पार

0

दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 20,718 नए मामले सामने आए। सक्रिय मामले बढ़कर 93,407 हो गए हैं और पॉजिटिविटी दर 30.64% है।

नई दिल्ली: देश के अन्य जगहों की तरह दिल्ली में भी कोरोना का कहर जारी है. इस बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 20,718 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 30 मरीजों की मौत हो गई है। सक्रिय मामले बढ़कर 93,407 हो गए हैं और पॉजिटिविटी दर 30.64% है। बता दें कि दिल्ली में एक से 14 जनवरी के बीच कोविड-19 के मामलों की संख्या लगभग नौ गुना बढ़ी है, लेकिन इसी अवधि के दौरान शहर के अस्पतालों में वेंटिलेटर की आवश्यकता वाले मरीजों की संख्या में केवल दोगुना वृद्धि हुई है। सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कहा कि ऐसा लगता है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 महामारी अपने चरम पर पहुंच चुकी है और जब संक्रमण के मामले घटकर 15 हजार तक आ जाएंगे तो सरकार पाबंदियों में ढील देने पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि आज करीब 20 हजार नए मामले आने की उम्मीद है और यह संख्या गत शुक्रवार को सामने आए 24,383 मामलों से कम है। दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 28,867 नए मामले सामने आए थे जो महामारी शुरू होने से अब तक 24 घंटे में आए सबसे अधिक मामले थे।

वहीं, मीडिया से मुखातिब होते जैन ने कहा, “हम कह सकते हैं कि मामलों के लिहाज से महामारी दिल्ली में चरम पर पहुंच चुकी है। संक्रमण की गति धीमी होनी शुरू हो गई है। देखते हैं कब कमी आएगी।” उन्होंने दोहराया कि दिल्ली के अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों की भर्ती होने की दर स्थिर है। यह पूछे जाने पर कि मामलों में कमी आने के साथ क्या दिल्ली में लागू पाबंदियों में ढील दी जाएगी. अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा, “इंतजार करें। मामलों में कमी आनी शुरू हो गई है। कल नए मामलों की संख्या कम होकर 24 हजार पर आ गई और आज यह 20 हजार के करीब हो जाएगी। इन्हें 15 हजार या इससे कम होने दीजिए तब हम देखेंगे।”