Monday, June 9, 2025
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चर्चित 56 बीघा जमीन की धोखाधड़ी : एसटीएफ ने बागपत निवासी यशपाल तोमर को किया गिरफ्तार

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हरिद्वार, राज्य बनने के बाद जमीन बेचने और खरीदने का धंधा खूब पनपने लगा और इस धंधे में जमकर हेराफेरी और धोखाधड़ी में समय सामने आ रही हैं, ऐसा ही एक मामला हरिद्वार जनपद से आया, जहां ज्वालापुर की चर्चित 56 बीघा जमीन की धोखाधड़ी के मामले में एसटीएफ की एक टीम ने बागपत निवासी यशपाल तोमर को गिरफ्तार किया है। यशपाल तोमर की गिरफ्तारी की सूचना पर उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ की टीम भी उससे पूछताछ के लिए हरिद्वार पहुंची।

ज्वालापुर की चर्चित की 56 बीघा जमीन मामले में दिल्ली निवासी गिरधारी लाल ने पिछले दिनों एक मुकदमा ज्वालापुर कोतवाली में दर्ज कराया था। जिसमें आरोप था कि यशपाल तोमर उस पर जमीन अपने नाम करने का दबाव डाल रहा है।
उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर मुकदमा दर्ज होने के बाद इस मामले की जांच उत्तराखंड एसटीएफ को सौंपी गई थी। एक टीम आरोपी यशपाल तोमर को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर हरिद्वार ले आई है। ज्वालापुर कोतवाली में उससे पूछताछ की जा रही है। बागपत के रहने वाले यशपाल तोमर का विवादित जमीनों से पुराना नाता है।

बताया जाता है कि हरिद्वार से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक उसकी सैकड़ों करोड़ रुपये की जमीन हैं। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि यशपाल तोमर को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया है। ज्वालापुर पुलिस इस मामले में कार्रवाई में जुटी है।

भाजपा ने क्यों कहा कांग्रेस है भारतीय राष्ट्रीय ‘कन्फ्यूज्ड’ पार्टी

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देहरादून, भारतीय जनता पार्टी 1 फरवरी से उत्तराखंड की महान जनता का आशीर्वाद पाने के लिए अपने औपचारिक चुनाव महाअभियान की शुरुआत करने जा रही है | पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए पार्टी के केंद्रीय मंत्री और प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी ने जानकारी देते हुए कहा कि इस अभियान शुरुआत अवसर पर हरियाणा के श्री मनोहर लाल खट्टर और हिमाचल के श्री जयराम ठाकुर समेत मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेशाध्यक्ष श्री मदन कौशिक एवं सभी पूर्व मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे | इस मौके पर पार्टी की और से चुनावी थीम सॉन्ग और चुनावी बैनर को जारी किया गया | चुनाव प्रभारी ने बताया कि कोरोना काल में सुरक्षित चुनावी कैम्पेन के उद्देश्य से चुनाव आयोग द्धारा तय कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी 70 विधानसभाओं में जनसभा का आयोजन किया जाएगा | इस दौरान होने वाली वर्चुअल जनसभा में LED स्क्रीन के माध्यम से भी आम लोगों की भागेदारी सुनिश्चित की जाएगी |

देहारादून में हरिद्वार रोड स्थित पार्टी के मीडिया सेंटर में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए प्रहलाद जोशी ने तमाम बिबदुओं को विस्तार से रखा ।

हमने साबित किया, डबल इंजन की सरकार विकास के लिए क्यों जरूरी है

उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड, भगवान श्री बद्री केदार के आशीर्वाद से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भाजपा सरकार के नेत्रत्व में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है | डबल इंजन की सरकार कैसे काम करती है उसे 2017 से 2022 के दौरान उत्तराखंड में विकास की रफ्तार में महसूस किया जा सकता है | डबल इंजन के तालमेल का ही नतीजा है कि देवभूमि में डेढ़ लाख करोड़ रुपए से भी अधिक लागत की विकास परियोजनाएँ संचालित हो रही हैं | हालांकि राज्य में डबल इंजन सरकार चलाने का मौका कॉंग्रेस को भी मिला था लेकिन उनके राज्य और केंद्र सरकार के दोनों इंजन विपरीत दिशा में दौड़ते रहे और एक भी बड़ा काम उन्होने प्रदेशवासियों के लिए नहीं किया |

बाबा केदार ने ही मोदी जी को अपने धाम के पुनर्निर्माण के लिए पीएम चुना था

प्रहलाद जोशी ने कहा कि केदारनाथ आपदा के समय पीएम मोदी के गुजरात सीएम रहते केदार धाम में पुनर्निर्माण कार्यों में हाथ बंटाने के आग्रह को तत्कालीन कॉंग्रेस सरकारों ने राजनैतिक विद्धेष के चलते ठुकरा दिया था | लेकिन बाबा केदारनाथ ने अपने अनन्य भक्त मोदी जी को ही अपने धाम के पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण के लिए चुना | केदारपुरी में अब तक लगभग 2500 करोड़ और बद्रीनाथ धाम के लिए 500 करोड़ रुपए की योजनाएँ स्वीकृत हो चुकी हैं |

कांग्रेस का ‘चार धाम चार काम नहीं’ बल्कि एक ही दाम है, भ्रष्टाचार

उन्होंने कॉंग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि देवभूमि की जनता बखूबी जानती है कि चार धाम चार काम का नारा लगाने वाली कॉंग्रेस पार्टी की सरकार आने पर एक ही काम होता है दाम वसूलना | राज्य में इनकी पार्टी के सबसे बड़े चेहरे, देश के पहले ऐसे सीएम रहे जो मुख्यमंत्री रहते स्टिंग कैमरे पर अपने ही प्रदेश को लूटने का लाइसेन्स देते नज़र आए | यही नेता एक और सीएम रहते किए अपने गलत कामों की माफी मांगते हैं वहीं दूसरी और अपनी पार्टी के साथ विकास का ज्ञान बघार कर जनता को बरगलाने का असफल प्रयास करते है | हमारी सरकार ने प्रदेश में संचालित सभी योजनाएँ ज़ीरो टोलरेंस नीति के तहत सफलतापूर्वक पूरी की हैं | लेकिन कॉंग्रेस की कमीशन सरकारें तो इस तरह लाखो करोड़ की योजनाओं के बेदाग संचालित होने की कल्पना भी नहीं कर सकती हैं |

कांग्रेस भारतीय राष्ट्रीय कॉंग्रेस पार्टी नहीं, भारतीय राष्ट्रीय कन्फ़्यूजन पार्टी है

भाजपा चुनाव प्रभारी ने तंज किया कि राहुल गांधी की कन्फ़्यूजन की आदत उनकी पूरी पार्टी में फैलने से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी अब भारतीय राष्ट्रीय कन्फ़्यूजन पार्टी बन गयी है | तभी तो उनके स्वयंभू उत्तराखंड की चाहत और सीएम बनने को उतावले हरीश रावत, पहले चुनाव नहीं लड़ने की बात करते थे, अब चुनाव में तय हार से डरकर एक सीट से दूसरी सीट पर भाग रहे हैं | कभी कहते हैं खेत उजड़ने वाले बैलों को अपनी पार्टी के खेत में नहीं आने देंगे फिर उन्ही के साथ चुनाव की फसल उगाने की कसमें खाते नज़र आते हैं | कभी उत्तराखंड हरदा संग का नारा देते हैं कभी अपने नेत्रत्व में चुनाव लड़ने को अपना ही घमंड बताकर माफी मांगते हैं | कोंग्रेसी पार्टी और उनके नेता अपना असली चरित्र ढिखाएँ या नहीं, जनता उनका असली चेहरा बखूबी पहचानती है

कांग्रेस सुविधावादी हिन्दू और चुनावी सैन्य प्रेमी है

कांग्रेस पार्टी सुविधावादी हिन्दू बनने के साथ साथ चुनावी सैनिक प्रेमी भी बन जाती है, आज सैनिक प्रेम का पाखंड करने वाली कांग्रेस को बताना चाहिए उन्होने 1972 के बाद मोदी सरकार आने तक सैनिकों की सबसे अहम और वाजिब मांग वन रेंक बन पेंशन को लागू क्यूँ नहीं किया ? जिसे मोदी जी ने आते ही पूरा किया और जिसके फलस्वरूप 22 लाख सेवानिवृत सैनिक आज इसका लाभ ले रहे हैं |

कांग्रेस को बताना चाहिए कि दशकों तक भारतीय सैनिकों और सीमा की सुरक्षा के लिए अत्याधिक जरूरी आधुनिक हथियार और साजो-सामान की खरीद क्यूँ नहीं की जबकि प्रत्येक बार संसदीय रक्षा समिति और रक्षा विशेषज्ञ कमेटियों की चेतावनी के बाद भी आधुनिक विमान, बख्तरबंद गाडियाँ, बुलेटप्रूफ जैकेट तो दूर अत्याधिक जरूरी गोला बारूद तक प्रायप्त मात्र में नहीं खरीदा गया |

कांग्रेस को बताना होगा कि क्यों उनकी सरकारों के समय सीमा पर अपनी जान हथेली पर रखकर सीमाओं की सुरक्षा करने वाले जांबाजों के हाथ ही बांधे हुए थे | उन्हे देश के दुश्मनों के हमलों का जबाब देने के लिए भी दिल्ली से अनुमति का इंतजार करना पड़ता था | यूपीए सरकार का वो दौर भी सबने देखा जब सीमा पर कायरतापूर्वक भारतीय जवानों की हत्या के आरोपी पाक सैनिकों को संसद में पहुँचते ही आतंकी बता डाला जाता था |

उत्तराखंड की राष्ट्रवादी जनता कभी नहीं भूल सकती है सेना का वह अपमान जिसमे इनके सांसद ने दिवंगत सीडीएस और देवभूमि के गौरव जनरल विपिन रावत गली का गुंडा कहा, किसी पूर्व मुख्यमंत्री ने आतंकवादियों को शहीद और वीर जवानों को हत्यारा बताया तो किसी मुख्यमंत्री ने सर्जिकल स्ट्राइक के शौर्य के सबूत मांगे | इनके एक स्टार प्रचारक और जेएनयू राष्ट्रविरोधी नारेबाजी फेम कन्हेय्या कुमार ने तो सेना के अपमान की सभी हदे पार करते हुए उन्हे बलात्कारी तक कह डाला था |

देश ने देखा कि जब खून जमाने वाली ठंड में हमारे वीर जवान चीन के सैनिकों को खदेड़ रहे थे तो इनके सबसे बड़े नेता राहुल गांधी चोरी छिपे चीनी दूतावास में हाई टी पार्टी का लुफ्त उठा रहे थे |

पीएम मोदी का राष्ट्रीय पर्व पर उत्तरखंडी टोपी पहनना है असली उत्तराखंडियत

प्रधानमंत्री मोदी जी गणतन्त्र दिवस के राष्ट्रीय पर्व पर उत्तरखंडी टोपी पहनकर देवभूमिवासियों से प्रगाढ़ प्रेम का इजहार करते हुए असली उत्तराखंडियत को प्रदर्शित करते हैं | लेकिन कॉंग्रेस नेता इसे भी राजनैतिक चश्मे से देखते हुए तंज़ कसने से बाज नहीं आते हैं |

इनके अन्य प्रदेशों से आए मुख्यमंत्री और नेता यहाँ की जनता से सिलेन्डर सब्सिडी, रोजगार, स्वस्थ्य आदि तमाम ऐसे झूठे दावे कर रहे हैं जिनहे वह अपनी ही सरकारों में लागू नहीं कर रहे हैं |सियासत: उत्तराखण्ड की हितैषी नहीं है कांग्रेस: मदन कौशिक - Mukhyadhara

प्रदेश भाजपा सरकार ने बेदाग और शानदार कार्य किया है
प्रदेश की हमारी सरकार ने कोरोना महामारी में बेहतर कार्य और शत प्रतिशत टीकाकरण करते हुए लोगों की जान बचाने का कार्य किया है | केंद्र की अटल आयुष्मान योजना के दायरे में राज्यवासी को लाकर सबकी सेहत की चिंता करने का प्रशंसनीय कार्य किया है | पर्यटन के क्षेत्र में अनेक योजनाओं के साथ होम स्टे योजना लागू कर घर-घर तक पर्यटकों को पहुंचाने का कार्य किया है | संपत्ति में प्रदेश की आधी आबादी, महिलाओं को पूरा अधिकार दिलाया | केंद्र की मदद से राज्य सरकार ने सड़क, रेल और हवाई मार्गों का जाल बिछाकर आधारभूत ढांचा मजबूत करते हुए प्रदेश को आज आर्थिक विकास के हाइवे पर पहुंचा दिया है |

हम मोदी जी के नेतृत्व में हर गरीब का घर और उस घर में बिजली, पानी, गैस और शौचालय के साथ साथ प्रत्येक युवा को रोजगार और प्रत्येक व्यक्ति को विकास का भागीदार बनाने की की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं | हम प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा अनुशार 2025 तक देश में उत्तराखंड का दशक लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं । जिसके लिए हम अपनी केंद्र और राज्य सरकारों की उपलब्धियों का लेखा जोखा लेकर जनता के आशीर्वाद के लिए सकारात्मक दृष्टि से चुनावी समर में उतर रहे हैं | हमें पूर्ण विश्वास है कि मोदी जी के मार्गदर्शन वाली डबल इंजन की भाजपा सरकार एक बार पुनः लाने का मन प्रदेश की महान जनता बना चुकी है, जिस पर मुहर आगामी 14 तारीख को लगना तय है |

पत्रकार वार्ता में प्रहलाद जोशी जी के साथ भाजपा राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र भंडारी, कुलदीप कुमार, पार्टी प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष डा॰ देवेंद्र भसीन, बलराज पासी, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान, बद्रीकेदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजयेन्द्र अजय, श्रीमति मधु भट्ट, शेखर वर्मा, राजीव तलवार, हरीश चमोली आदि लोग उपस्थित रहे |

राज्य में मेगा चुनाव प्रचार अभियान शुरू करेगी भाजपा

देहरादून, उत्तराखंड विधानसभा चुनावों के तहत भाजपा एक फरवरी से राज्य में मेगा चुनाव प्रचार अभियान शुरू करेगी। केंद्रीय मंत्री व भाजपा चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी ने कहा कि एक फरवरी से पार्टी 70 विधानसभा सीटों पर मेगा चुनाव प्रचार अभियान शुरू करेगी। जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता विधानसभाओं में जाकर प्रचार करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वर्चुअल चुनावी रैली पर भी तैयारी की जा रही। इसके साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह समेत हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर समेत कई बड़े नेता विभिन्न विधानसभाओं में चुनाव प्रचार के लिए आएंगे।No photo description available.

 

उत्तराखंड राज्य भाजपा के हाथों में सुरक्षित है और इसको सवांरने का कार्य भी भाजपा ही कर रही : कौशिकUttarakhand Election 2022 Madan Kaushik said Uttarakhand state is safe in the hands of BJP

ऋषिकेश, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा है कि उत्तराखंड राज्य भाजपा के हाथों में सुरक्षित है और इसको सवांरने का कार्य भी भारतीय जनता पार्टी ही कर रही है। भाजपा ने जो 60 पार का नारा दिया है वह पूरा होगा। इस दौरान नगर पालिका ऋषिकेश में पूर्व में उपाध्यक्ष रहे राम कृपाल गौतम अपने समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। आवास विकास स्थित सरस्वती विद्या मंदिर मे सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों को छोड़कर आए कार्यकर्त्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी कैडर बेस्ट पार्टी है जो कार्यकर्त्ताओं का सम्मान करती है।

भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल मार्ग, आल वेदर रोड इसके अलावा सरकार द्वारा अनेक ऐसी योजनाएं संचालित की गई है जिससे आम लोग लाभान्वित हो रहे हैं। ऋषिकेश विधानसभा धार्मिक रूप से अत्यंत समृद्ध है और यहां के भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी भी धार्मिक भावनाओं से ओतप्रोत है। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे, शहर की स्वच्छता, एमडीडीए, विद्युत व्यवस्था एवं शुद्ध पेयजल आपूर्ति के क्षेत्र में ऋषिकेश में विभिन्न क्षेत्रों में विकास हुआ है। उन्‍होंने ऋषिकेश से भाजपा प्रत्‍याशी प्रेमचंद अग्रवाल को लेकर कहा कि उनके जीतने का आधार उनकी ओर से किए गए विकास कार्य बनेंगे।
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा है कि कार्यकर्त्ताओं के बल पर वह चुनाव जीत रहे हैं। उन्होंने कहा है कि उन्होंने विगत पांच वर्षों में जो अभूतपूर्व विकास के कार्य किए हैं उसे कार्यकर्त्ता घर-घर तक पहुंचाने में सहयोग कर रहे है। इस अवसर पर नगर पालिका ऋषिकेश के पूर्व उपाध्यक्ष राम कृपाल गौतम, देवदत्त शर्मा, पार्षद रूपा देवी, आम आदमी पार्टी के युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष विजेंद्र कुमारपासवान, दीनदयाल राजभर, किशन मंडल ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।

कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर, महापौर अनीता ममगाईं, ऋषिकेश विधानसभा की सह प्रभारी पूनम चौधरी, पूर्व राज्य मंत्री संदीप गुप्ता, संजय शास्त्री, ब्‍लाक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, मोहित राष्ट्रवादी, देवेंद्र नेगी, सुरेश कंडवाल, अरुण मित्तल, कपिल गुप्ता, ऋषिकेश मंडल के अध्यक्ष दिनेश सती, श्यामपुर के मंडल अध्यक्ष गणेश रावत ,वीरभद्र मंडल के अध्यक्ष अरविंद चौधरी आदि मौजूद रहे।

 

अब नाराजगी दूर : मिटी गड़िया व भाजपा के बीच की रार, आखिर धामी ने मना ही लिया

बागेश्वर, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने कपकोट से नाराज चल रहे पूर्व विधायक शेर सिंह गड़िया को मना लिया। रविवार को उन्होंने शेर सिंह से 12 मिनट तक बंद कमरे में वार्ता की तथा उनको भरोसा दिलाया कि पार्टी में उनका पूरा सम्मान है। उनके अनुरोध पर शेर सिंह गड़िया ने भाजपा के प्रत्याशी सुरेश गड़िया के पक्ष में प्रचार का निर्णय लिया। बातचीत के दौरान कमरे में मात्र सीएम धामी, शेर सिंह गड़िया तथा सांसद अजय टम्टा ही रहे। तीनों के बीच 12 मिनट तक वार्ता हुई। जिसके बाद सीएम ने पत्रकारों को बुलाकर गड़िया के मानने की बात कही |
भाजपा के पूर्व विधायक व वर्तमान में टिकट न मिलने से नाराज शेर सिंह गड़िया ने कहा कि वे पार्टी के समर्पित सिपाही रहे हैं तथा रहेंगे। कहा कि सुरेश गड़िया के पक्ष में जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में कार्य करेंगे।सीएम से वार्ता के बाद गड़िया ने कहा कि वे पार्टी से टिकट के दावेदार थे। परंतु किसी कारणवश उन्हें टिकट नहीं मिल पाया |

जिससे वे आहत हुए तथा उनके समर्थक नाराज हो गए उन्होंने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। कहा कि वे पार्टी के समर्पित सिपाही रहे हैं पार्टी ने उन्हें काफी सम्मान दिया है । पुष्कर धामी रविवार को पहाड़ी टोपी पर नजर आए | इसके साथ ही टोपी पर ब्रहम कमल भी लगा हुआ था। इससे पहले गणतंत्र दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पहाड़ी टोपी पहनने के बाद रविवार को सीएम धामी के इस टोपी पहनने पर यह कार्यकर्ताओं में चर्चा का विषय रही। सीएम से जब पत्रकारों ने टोपी के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के विकास के साथ ही देश में राज्य को नई पहचान दिलाई व राज्य के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि हरीश रावत की बात को जब उनकी पार्टी ही गंभीरता से नहीं लेती है तो मैं क्यों उनकी बात को गंभीरता से लूं। उनकी बात का मैं बुरा नहीं मानता हूं। कहा कि हरीश रावत अब वानप्रस्थ आश्रम में जीवन यापन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कपकोट दौरे के दौरान सीएम धामी ने पूर्व सीएम हरीश रावत के उस बयान पर टिप्पणी की जिसमें हरीश रावत ने कहा कि धामी जैसे चार बार बूढे हो जाएंगे तब भी मैं बूढा नहीं हूंगा।

कोरोना संक्रमण : राज्य में आज मिले 2184 संक्रमित, अल्मोड़ा में एक ही दिन में मिले 322, दून में 602

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देहरादून, राज्य में कोरोना संक्रमण अभी भी लगातार बढ़ता जा रहा है, जनवरी माह के अंतिम रविवार को सबसे चिंताजनक खबर अल्मोड़ा से आई है। यहां एक ही दिन में 322 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए है। आज प्रदेश में कुल 2184 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। यहां हम साफ कर दें कि यह संडे इफेक्ट भी हो सकता है। आज देहरादून जिले में ही पांच लोगों की मौतें हुई है। जबकि 2260 लोगों ने कोरोना पर विजय प्राप्त करके घर वापसी की है। अब प्रदेश में 30790 लोग कोरोना संक्रमण से जूझ रहे हैं।

आज देहरादून में 602 लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया लेकिन अल्मोड़ा जिला अचानक बड़ी उछाल मार कर दूसरे स्थान पर पहुंच गया, यहां 322 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई।

तीसरे स्थान पर रूद्रप्रयाग रहा, यहां 202 लोगों में कोरोना पाया गया है। हरिद्वार में 199 और यूएस नगर में 181 लोगों में महामारी के लक्षण पाए गए। नैनीताल में 95, उत्तरकाशी में 93, पिथौरागढ़ में 80,चमोली में 71, बागेश्वर में 64,टिहरी में 62 और चंपावत में 36 लोगों में कोरोना पाया गया है।

 

आज दून मेडिकल कालेज और प्रेमसुख् हास्पीटल देहरादून में 22 और कैलाश चिकित्सालस देहरादून में एक कोरोना संक्रमित ने दम तोड़ा। इस प्रकार देहरादून जिले में तीसरी लहर के दौरान अब तक 78 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। प्रदेश में तीसरी लहर के दौरान 118 लोगों ने कोरोना से जान गंवाई है।

रुद्रप्रयाग में 157 विद्यालयों में टीकाकरण महाअभियान 31 जनवरी से होगा शुरू

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रुद्रप्रयाग, जनपद में 15-18 आयुवर्ग का शत प्रतिशत कोविड टीकाकरण कराने के लिए 157 विद्यालयों में टीकाकरण महाअभियान में स्वास्थ्य विभाग ने 31 जनवरी से चार दिन तक कोविड टीकाकरण अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बीके शुक्ला ने बताया कि जनपद में 13338 किशोर- किशोरियों को टीका लगाने का लक्ष्य है। अब तक 10117 किशोर-किशोरियों को कोविड की पहली डोज लगाई है। बताया कि शत प्रतिशत कोविड टीकाकरण के लिए जनपद में 31 जनवरी को 47 विद्यालयों, एक फरवरी को 45 विद्यालयों, दो फरवरी को 43 विद्यालयों व तीन फरवरी को 22 विद्यालयों में टीकाकरण सत्र आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन टीकाकरण सत्रों में कोविड की दूसरी डोज लगाई जानी है, साथ ही कोविड टीके की पहली डोज से छूटे छात्र-छात्राएं भी टीकाकरण सत्र में टीका लगवा सकते हैं |

31 जनवरी (कल) को अगस्त्यमुनि ब्लाक के राइंका भीरी, चंद्रापुरी, गणेशनगर, बसुकेदार, चंद्रनगर, मणिपुर, अगस्त्यमुनि, रुद्रप्रयाग, मालतोली, मयकोटी, चोपता, घिमतोली, कांडई-दशज्यूला, चोपड़ा, कोठगी, रतूड़ा, बाड़ा, भणज, क्यूंजा, राबाइंका अगस्त्यमुनि, जखोली ब्लाक के राइंका सिद्धसौड़, रामाश्रम, कोटबांगर, चौंरिया, घंघासू बांगर, कैलाश बांगर, पांजणा, जाखाल, जवाड़ी, त्यूंखर, गोर्ति, जयंती कोठियाड़ा, स्वीलीसेम, किमाणा दानकोट, तैला व ऊखीमठ ब्लाक के त्रियुगीनारायण, फाटा, खुमेरा, गुप्तकाशी, ल्वारा, लमगौंडी, कोटमा, राऊंलेक, मनसूना, ऊखीमठ, दैड़ा में टीकाकरण सत्र आयोजित किया जाएगा।

राजनैतिक भूकंप से भाजपा मतदान से पहले घायल, सैंकडों कार्यकर्ताओं ने भाजपा छोड़कर ली कांग्रेस की सदस्यता

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पिथौरागढ़ (मुनस्यारी), चुनाव की तिथि नजदीक आते ही भाजपा को इस विधानसभा में झटके पर झटके मिल रहे हैं। आज मुनस्यारी के चार स्थानों में 318 की संख्या में भाजपा के दिग्गज कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने हरीश धामी के समर्थन में कांग्रेस की सदस्यता ली।आज के इस राजनीतिक घटनाक्रम से फिलहाल चुनाव के ठीक वक़्त भाजपा स्थानीय स्तर पर फिलहाल कौमा में चली गई है।
सर्वप्रथम ग्राम पंचायत सेरा सुरईधार से आज के राजनीतिक भूकम्प की पटकथा लिखी गई।इस ग्राम सेविला के भाजपा बूथ अध्यक्ष दिनेश जोशी समेत 21भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का दामन थामकर इस बूथ में बीजेपी को करारा झटका दिया।मुनस्यारी बाजार स्थित एक निजी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा के दिग्गज प्रमोद द्विवेदी, जिला सहकारी बैंक कर निदेशक उत्तम गोस्वामी ,मंडल महामंत्री मनोज कुमार के नेतृत्व में पूर्व में त्यागपत्र देने वाले एवं भाजपा से वर्षों से जुड़े 37 बूथों के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं सहित पूर्व पदाधिकारियों ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली।

खचाखच भरे सभागार में लगभग दो सौ अड़तीस बीजेपी कार्यकर्ताओं के शामिल होने की सूचना प्रेस को दी गई है।इसके बाद मल्ला घोरपट्टा के बिल्जू कालोनी में भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष तारा देवी के नेतृत्व में 48 बीजेपी कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों ने सदस्यता ग्रहण की। ग्राम नानासेम में पातों के पूर्व सरपंच तथा भाजपा नेता लक्ष्मण सिंह जेस्था ने 11 बीजेपी समर्थकों के साथ कांग्रेस पर विश्वास जताया।चार स्थानों पर अलग अलग महसूस किए गए राजनीतिक भूकंप क्षेत्रीय विधायक तथा काँग्रेस प्रत्याशी हरीश धामी के सम्मुख पहली बार इस क्षेत्र में महसूस किया गया।2012 के चुनाव के बाद 2017 में इन बूथों में भाजपा की स्थिति सम्मानजनक पहुंचाने वाले कार्यकर्ताओं ने भाजपा संगठन तथा सरकार द्वारा सीमांत क्षेत्र के विकास तथा कार्यकर्ताओ की उपेक्षा के बाद आज यह कदम उठाया। विधायक श्री धामी ने भाजपा छोड़कर आए दिग्गजों के साथ आम कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया।कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उनको राजनीति सिखाने वाले उनके अग्रज आज उनके संरक्षक के रूप में पार्टी में शामिल हुए हैं।जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि भाजपा छोड़कर कांग्रेस में जाने की सुनामी अभी जारी रहेगी। इसके लिए हर कार्यकर्ता गांव गांव में तैयारी कर रहा है।इस मौके पर भाजपा के जिन वरिस्ठ लोगों ने काँग्रेस की सदस्यता ली है उनमें हीरा सिंह पंडा, देव सिंह पापड़ा, ललिता बोरा, बिमला दास्पा, राजू सेमिया,पूर्व छात्र संघ कोषाध्यक्ष पिथौरागढ़ लवराज गोस्वामी,आपुष्कर नेगी, पुष्कर नितवाल, उत्तम मपवाल,प्रेम सिंह नेगी, प्रह्लाद कठायत, गंगा सिंह कोरंगा, दान सिंह धानिक, ग्राम प्रधान संजू धामी, ग्राम प्रधान नाथों राम, तुलसी देवी आर्या, मंजू देवी प्रमुख नाम हैं।शामिल होने वालों में भाजपा के वरिष्ठ नेता रुद्र सिंह पंडा के भतीजे उत्तम सिंह पंडा का नाम भी शामिल है।इस मौके पर कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष राजेंद्र सिंह पांगती,महिला कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रा धपवाल,मनोहर टोलिया,हीरा सिंह चिराल, हरीश चिराल, डॉ गोकर्ण जंगपांगी, आदि मौजूद थे।

मयूर विहार स्थित गरीब दास आश्रम के समीप नगर निगम के खाले को कब्जाने का खेल, कांग्रेसजनों ने नगर आयुक्त को दिया ज्ञापन

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देहरादून, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लाल चंद शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने नगर आयुक्त को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापने के माध्यम से लाल चंद शर्मा नें कहा की मयूर विहार स्थित गरीब दास आश्रम के समीप नगर निगम के खाले को कुछ आसामाजिक तत्व द्वारा धड़ल्ले से कब्जानें का खेल किया जा रहा है, प्रमुख बात यह है की बड़ी बड़ी मशीनों से खाले में अतिक्रमण कर कब्जाया जा रहा है, जिसकी जद में कई हरे भरे वृक्ष भी आ रहे हैं, जो की बेहद ही निंदनीय कृत्य है।
उन्होंने कहा कि जनता ने भाजपा को प्रचण्ड बहुमत एवं डबल इंजन वाली सरकार दी, भाजपा ने कदम-कदम पर उस जनता को निराश किया। आज बेरोजगारी के चलते चाहे प्रदेश का हताश व निराश युवा वर्ग हो, चाहे महिलाओं के प्रति बढते हुए अपराध हों, चाहे किसानों की आत्महत्या हो, जन विरोधी जिला विकास प्राधिकरणों का गठन हो, भू-कानून में बदलाव कर भू माफियाओं को संरक्षण का मामला हो, बढती हुई मंहगाई हो या कोरोना काल में सरकार की निष्क्रियता व लचर स्वास्थ्य सेवायें हो या फिर आबकारी में घर-घर तक शराब पहुंचाने का मामला हो अथवा कुम्भ जैसे महापर्व में भ्रष्टाचार व अपमान का मामला हो। यह सारे वे छाले हैं जो उत्तराखण्ड की जनता के मन में गहरे घाव किये हुए हैं जिन्हें भाजपा मात्र नेतृत्व परिवर्तन से नहीं भर पायेगी।
उन्होनें कहा की भाजपा नित राज्य सरकार में धड़ले से इस प्रकार के कारनामों को अंजाम दिया जा रहा है।
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लाल चंद शर्मा की मांग पर नगर आयुक्त ने उक्त प्रकरण पर संबधित अधिकारी को निर्देषित कर कार्रवाही करनें को कहा।
इस दौरान हरेन्द्र चौधरी, नीरज नेगी, प्रियांश छाबड़ा, अकदस सम्सी आदि मौजूद थे

उत्तराखंड की समृद्ध परम्परा लोक-कहावत-औखांण ‘ एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड’ और ‘इण्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में दर्ज

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डॉ. वेणीराम अंथवाल ने विश्व में पटल पर पहुंचाए ‘औखांण’

टिहरी, उत्तराखंड की माटी में जन्मी अनेक शख्शियतों ने अपनी विशेष उपलब्धियों से देश और दुनिया में देवभूमि का गौरव बढ़ाया है, उत्तराखंडवासियों की यह उपलब्धियां तब और भी खास हो जाती हैं जब कोई अपनी सेवा के साथ मातृभूमि के लिए कुछ अलग हटकर अपनी विद्वता से नए कीर्तिमान स्थापित करता है | ऐसा ही कीर्तिमान स्थापित किया है डॉ. वेणीराम अंथवाल ने, जिन्होंने उत्तराखंड की मातृभाषा को विश्व पटल पर प्रस्तुत करने का कार्य कर रिकार्ड बनाया है | डॉ. वेणीराम अंथवाल द्वारा लिखित ‘उत्तराखंण्ड की समृद्ध परम्परा लोक-कहावत ”औखांण” पुस्तक को ‘एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड’ और ‘इण्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में दर्ज किया गया है | डॉ. अंथवाल द्वारा उत्तराखण्ड की मातृभाषा गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी में बोली जाने वाली लोक कहावत (औखांण) को संकलित कर उनका हिन्दी अर्थ और भावार्थ सहित उनके सृजित होने के आधार तथा औखांण से मिलने वाली शिक्षाओं पर प्रकाश डाला गया है |
मूल रूप से ग्राम अंथवाल गांव, जनपद टिहरी के निवासी डॉ. अंथवाल वर्तमान में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग जनपद चमोली के इतिहास विभाग में कार्यरत हैं | डॉ. अंथवाल, उत्तराखंड का ‘राजनीतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास, तथा ‘आजाद हिंद फौज में उत्तराखंड का योगदान’ पुस्तकों का लेखन भी कर चुके हैं, इसके साथ ही डॉ. अंथवाल के 40 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं | उत्तराखंड के ग्रामीण जीवन में सृजित होने वाली कहावत ”औखांण” वर्तमान में लुप्त प्राय हो रहे हैं तथा यह परंपरा लगभग समाप्त हो रही है, परंतु इनकी प्रासंगिकता वर्तमान में भी यथावत है | उत्तराखंड की मातृभाषा को ‘एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड’ और ‘इण्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में स्थान दिलाने पर उत्तराखंड के साहित्य प्रेमियों और राज्य की बोली भाषा के शुभचिंतकों ने डॉ. अंथवाल को बधाई दी है |
बताते चलें कि डॉ. अंथवाल ने गढ़वाल गढ़वाल विश्वविद्यालय से शोध किया है तथा वे पूर्व में स्वामी राम तीर्थ परिसर बादशाही थौर, टिहरी के इतिहास विभाग में अध्यापन करा चुके हैं. उत्तराखंड की औखांण परम्परा के विषय में डॉ. अंथवाल मानते हैं कि जिस प्रकार से गीता के रूप में भगवान श्री कृष्ण ने ज्ञान की एक अमूल्य धरोहर भविष्य के लिए छोड़ी है, उसी प्रकार से हमारे पूर्वजों ने हमारे लिए जीवन जीने की सुगम शिक्षा औखांण की सृजन परम्परा के रूप में हमारे लिए धरोहर छोड़ी है. औखांण सृजन मौखिक परंपरा पर आधारित होते हैं, इसलिए यदि समाज की बोल चाल में इनका प्रयोग न हो तो यह अमुल्य निधि समाप्त हो जायेगी. डॉ. अंथवाल की पुस्तक ”औखांण” के इण्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड तथा एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज होने पर इण्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के एडिटर इन चीफ डॉ. विश्वरूप राय चौधरी, वियतनाम बुक ऑफ रिकॉर्ड के चीफ एडिटर ली-त्रान त्रोन, नेपाल बुक ऑफ रिकॉर्ड के चीफ एडिटर डॉ. दीपक चन्द्र सेन, प्रेजिडेंट आफ एशिया बुक रिकॉर्ड, डॉ. मिस. सिल्वा रानी मुथ्यया, डॉ. डीआरएस पोनीजन लिया, इण्डोनेशियन प्रोफेशनल एशोसिएशन के प्रेजिडेंट, गोविन्द दास एडिटर इन चीफ बांग्लादेश बुक ऑफ रिकॉर्ड ने शुभकामनाएं प्रेषित की हैं |

पुलिस ने 115 पेटी अंग्रेजी शराब समेत एक तस्कर को किया गिरफ्तार

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नरेंद्रनगर, टिहरी जनपद में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले टिहरी पुलिस ने अवैध शराब का जखीरा बरामद किया है। यहां की नरेंद्र नगर पुलिस ने 115 पेटी अंग्रेजी शराब समेत एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया है, मिली जानकारी के अनुसार बीती देर रात थाना नरेंद्रनगर पुलिस व स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी), जनपद टिहरी गढ़वाल की संयुक्त कार्यवाही में पुलिस टीम द्वारा चेकिंग के दौरान जाजल की तरफ से नरेंद्रनगर की ओर जा रहे पिकअप वाहन संख्या:-UK14CA-2139 को आगराखाल के पास रोक कर चैक किया गया तो वाहन में 3 पेटी अवैध अंग्रेजी 8 PM बरामद हुई ।

पुलिस टीम द्वारा वाहन चालक मुनिकी रेती के वार्ड नंबर 1 निवासी मनोज पंत उर्फ़ मन्नू पुत्र गणपति प्रसाद को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई तो पूछताछ में उसने इसके अतिरिक्त अन्य शराब फकोट में एक खाली प्लॉट में छुपा कर रखा |

बापू को क्यों नहीं मिला ‘नोबेल पुरस्कार’, शहीदी दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि’

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(पूरन चन्द्र काण्डपाल)

मोहन दास करम चन्द गांधी (महात्मा गांधी, बापू, राष्ट्रपिता) का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ | उनकी माता का नाम पुतली बाई और पिता का नाम करम चन्द था | 13 वर्ष की उम्र में उनका विवाह कस्तूरबा के साथ हुआ | गांधी जी 18 वर्ष की उम्र में वकालत पढ़ने इंग्लैण्ड गए | वर्ष 1893 में वे एक गुजराती व्यौपारी का मुकदमा लड़ने दक्षिण अफ्रीका गए |

दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने रंग- भेद निति का विरोध किया | 7 जून 1893 को गोरों ने पीटरमैरिटजवर्ग रेलवे स्टेशन पर उन्हें धक्का मार कर बाहर निकाल दिया | वर्ष 1915 में भारत आने के बाद उन्होंने सत्य, अहिंसा और असहयोग को हथियार बनाकर अन्य सहयोगियों के साथ स्वतंत्रता संग्राम लड़ा और देश को अंग्रेजों की गुलामी से स्वतंत्र कराया | 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गौडसे ने नई दिल्ली बिरला भवन पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी | इस तरह अहिंसा का पुजारी क्रूर हिंसा का शिकार हो गया | देश की राजधानी नई दिल्ली में राजघाट पर उनकी समाधि है |

पूरे विश्व में महात्मा गांधी का नाम बड़ी श्रद्धा से लिया जाता है | संसार में बिरला ही कोई देश होगा जहां बापू के नाम पर कोई स्मारक न हो | परमाणु बमों के ढेर पर बैठी हुई दुनिया भी गांधी के दर्शन पर विश्वास करती है और उनके बताये हुए मार्ग पर चलने का प्रयत्न करती है | विश्व की जितनी भी महान हस्तियां हमारे देश में आती हैं वे राजघाट पर बापू की समाधि के सामने नतमस्तक होती हैं | इतना महान व्यक्तित्व होने के बावजूद भी विश्व को शान्ति और अहिंसक आंदोलन का संदेश देने वाले गांधी जी को विश्व में सबसे बड़ा सम्मान कहा जाने वाला ‘ नोबेल पुरस्कार’ क्यों नहीं दिया गया ?

नोबेल पुरस्कार’ प्रदान करने वाली नौरवे की नोबेल समिति ने पुष्टि की है कि मोहनदास करम चन्द गांधी नोबेल शांति पुरस्कार के लिए 1937, 1938, 1939, 1947 और हत्या से पहले जनवरी 1948 में नामांकित किये गए थे | बाद में पुरस्कार समिति ने दुःख प्रकट किया कि गांधी को पुरस्कार नहीं मिला | समिति के सचिव गेर लुन्देस्ताद ने 2006 में कहा, “ निसंदेह हमारे 106 वर्षों से इतिहास में यह सबसे बड़ी भूल है कि गांधी को नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिला | गांधी को बिना नोबेल के कोई फर्क नहीं पड़ा परन्तु सवाल यह है कि नोबेल समिति को फर्क पड़ा या नहीं ?”

1948 में जिस वर्ष गांधी जी शहीद हुए नोबेल समिति ने उस वर्ष यह पुरस्कार इस आधार पर किसी को नहीं दिया कि ‘कोई भी योग्य पात्र जीवित नहीं था |’ ऐसा माना जाता है कि यदि गांधी जीवित होते तो उन्हें बहुत पहले ही ‘नोबेल शांति’ पुरस्कार प्रदान हो गया होता | महात्मा गांधी को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ भी नहीं दिया गया क्योंकि वे इस सम्मान से ऊपर हैं |

सत्य तो यह है कि अंग्रेज जाते- जाते भारत का विभाजन कर गए | गांधी जी ने विभाजन का अंत तक विरोध किया | जिन्ना की महत्वाकांक्षा ने तो विभाजन की भूमिका निभाई जबकि भारत के विभाजन के बीज तो अंग्रेजों ने 1909 में बोये और 1935 तक उन बीजों को सिंचित करते रहे तथा अंत में 1947 में विभाजन कर दिया | भारत में राम राज्य की कल्पना करने वाले गांधी, राजनीतिज्ञ नहीं थे बल्कि एक संत थे | गांधी को ‘महात्मा’ का नाम रवीन्द्र नाथ टैगोर ने और ‘राष्ट्रपिता’ का नाम नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने सम्मान के बतौर सुझाया था | आज भी दुनिया कहती है कि गांधी मरा नहीं है, वह उस जगह जिन्दा है जहां दुनिया शांति और अमन-चैन की राह खोजने के लिए मंथन करती है | बापू के सत्य,अहिंसा और असहयोग के औजारों में आज भी उतनी ही धार है जितनी गोरों को खदेड़ने में थी ।
(लेखक 45 वर्षो से साहित्य सृजन में लगे हैं, अखिल भारतीय स्वतंत्र लेखक मंच से जुड़े है और समसामयिक विषयों पर वेबाक लेखन के साथ अब तक उनकी 31 पुस्तकें हिन्दी और कुमाऊंनी में प्रकाशित हो चुकी हैं |)

तो क्या खत्म हो जाएगी दुनिया, आ गया है कोरोना से भी खतरनाक वायरस, फैलने की रफ्तार बेहद तेज

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दुनिया से अभी कोरोना का कहर खत्म भी नहीं हुआ कि चीन के शोधकर्ताओं (Wuhan Scientists) के एक दावे ने नई दहशत फैला दी है। दरअसल शोधकर्ताओं का दावा है कि दुनिया में एक और नए वायरस नियोकोव (Neocov virus) का पता चला है, जो कि कोरोना (Corona) से भी ज्यादा खतरनाक है।

वुहान यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह वायरस इंसान की कोशिकाओं में कोरोना वायरस की तरह ही दाखिल होता है। ये नया वायरस दक्षिण अफ्रीका में मिला है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि इसे लेकर और अधिक स्टडी की जरूरत है।

चीनी रिसर्चर्स (Chinese researchers) ने कहा है कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ‘नियोकोव’ (Coronavirus Neocov) के फैलने और मौत की दर दोनों बहुत ज्यादा हैं। इस स्टडी के मुताबिक, इस नए वायरस से हर तीन में से एक संक्रमित की मौत होने का खतरा है। दक्षिण अफ्रीका में यह वायरस एक चमगादड़ में मिला है। यह वायरस सिर्फ जानवरों के बीच फैलने के लिए जाना जाता था। फिलहाल यह सिर्फ जानवरों के बीच फैल रहा है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि इंसानों में भी ये फैल सकता है। इससे पहले भी 2019 में जब चीन में दुनिया का पहला कोरोना केस (Corona cases) सामने आया था, तब भी कई रिपोर्ट्स में इसके चमगादड़ के जरिए ही इंसानों में फैलने की बात कही गई थी।

यह वायरस बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों के मामले में कोरोना की तरह ही है। यह 2012 से 2015 के दौरान मिडिल ईस्ट के देशों में फैला था। इससे हुए संक्रमण के कारण कई लोगों की मौत हो गई थी। वुहान यूनिवर्सिटी एंड द चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज, इंस्टीट्यूट ऑफ बायोफिजिक्स के रिसर्चर्स ( Wuhan Scientists) का दावा है कि इस नए कोरोना वायरस (Corona) के इंसान तक पहुंचने के लिए इसमें बस एक म्यूटेशन की जरूरत है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, वायरस की उत्पत्ति को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है। हालांकि, वायरस के जीनोम विश्लेषण के बाद यह माना जाता है कि इसकी उत्पति चमगादड़ों में हुई थी। बाद के समय में ऊंटों में फैल गई।