Monday, May 12, 2025
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स्वर कोकिला लता मंगेशकर का निधन, गीत, संगीत व कला क्षेत्र के एक युग का अंत

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राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार

मुबंई, भारत रत्न व स्वर कोकिला लता मंगेशकर का आज 92 वर्ष में निधन हो गया है। उनके निधन से गीत, संगीत व कला क्षेत्र के एक युग का आज अंत हो गया है |
कोविड -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण के बाद उन्हें 8 जनवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पिछले कुछ हफ्तों से उनका गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में इलाज चल रहा था। हाल ही में सुधार के लक्षण दिखने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। दुर्भाग्य से आज उनका निधन हो गया, जिससे पूरे देश में शोक की स्थिति है।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “मुझे शब्दों से परे पीड़ा है। दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी ने हमें छोड़ दिया है। वह हमारे देश में एक शून्य छोड़ देती है जिसे भरा नहीं जा सकता। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के दिग्गज के रूप में याद रखेंगी, जिनकी मधुर धुन आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी।Lata Mangeshkar news: थम गई लता दीदी की सुरीली तान, 92 साल की उम्र में स्वर  कोकिला ने कहा अलविदा | Zee Business Hindi

महान गायिका लता मंगेशकर का रविवार शाम मुंबई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि उनके पार्थिव शरीर को ब्रीच कैंडी अस्पताल से दोपहर करीब साढ़े बारह बजे दक्षिण मुंबई के पेडर रोड स्थित उनके प्रभु कुंज आवास ले जाया जाएगा।

अधिकारी ने बताया कि इसके बाद इसे शिवाजी पार्क लाया जाएगा, जहां शाम करीब साढ़े छह बजे पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। मंगेशकर की बहन उषा मंगेशकर और उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि 92 वर्षीय गायिका के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिसके कारण रविवार सुबह 8.12 बजे उनका निधन हो गया।
कोरोना और निमोनिया से ग्रसित स्वर कोकिला लता दीदी 29 दिनों से आईसीयू में थी। लता मंगेशकर को कोरोना और निमोनिया के चलते 8 जनवरी को यहां भर्ती कराया गया था। ‘भारत रत्न’ लता मंगेशकर के निधन पर पूरा देश गम में डूबा है।

13 साल की उम्र में शुरू किया संगीत का सफर, पिता की मौत के बाद भी सपने से नहीं किया समझौता

महान गायिका लता मंगेशकर का रविवार को यहां एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 92 वर्ष की थीं। उनकी छोटी बहन उषा मंगेशकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘वह (लता मंगेशकर) अब नहीं रहीं। उनका सुबह निधन हो गया।’’ गायिका कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं और उन्हें बीमारी के मामूली लक्षण थे। उन्हें आठ जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टर प्रतीत समदानी और उनकी टीम की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था। मंगेशकर की हालत में सुधार हुआ था और वेंटिलेटर हटा दिया गया था, लेकिन शनिवार को उनका स्वास्थ्य फिर बिगड़ गया था।

संगीत की दुनिया की जान लता मंगेशकर

लता मंगेशकर क असली नाम हेमा था। उनका जन्म 28 सितंबर 1929 में हुआ था। उन्होंने अपने करियर में संगीत की दुनिया में वो मुकाम हासिल किया जहां तक न कोई पहुंच पाया है और शायद न ही पहुंचेगा। एक भारतीय पार्श्व गायिका और सामयिक संगीतकार लगा आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके गाने सदाबहार रहेंगे। उन्हें व्यापक रूप से भारत में सबसे महान और सबसे सम्मानित पार्श्व गायिकाओं में से एक माना जाता था। सात दशकों के करियर में भारतीय संगीत उद्योग में उनके योगदान ने उन्हें नाइटिंगेल ऑफ़ इंडिया और क्वीन ऑफ़ मेलोडी जैसी सम्मानजनक उपाधियाँ प्राप्त की हैं।

 

लता मंगेशकर ने 36 भाषाओं सहित अंग्रेजी गानों को भी अपनी आजाव दी

लता ने छत्तीस से अधिक भारतीय भाषाओं और कुछ विदेशी भाषाओं में गाने रिकॉर्ड किए हैं, हालांकि उन्होंने मुख्य रूप से हिंदी और मराठी में गाने गाये हैं। भारतीय सिनेमा की बेहतरीन गायिकाओं में शुमार लता ने 13 साल की उम्र में 1942 में अपने करियर की शुरूआत की थी। उन्होंने विभिन्न भारतीय भाषाओं में अब तक 30 हजार से अधिक गाने गाये हैं। सात दशक के अपने करियर में उन्होंने कई ऐसे गाने गाये हैं, जो आज भी लोगों के जेहन में हैं। इनमें ‘‘अजीब दास्तां है ये’ ‘प्यार किया तो डरना क्या’ और ‘नीला आसमां सो गया’ शामिल है। लता को भारत की ‘सुर साम्राज्ञी’ के नाम से जाना जाता है।

लता मंगेशकर की उपलब्धियां

लता मंगेशकर अपने पूरे करियर में कई सम्मान मिले हैं। 1989 में, दादा साहब फाल्के पुरस्कार उन्हें भारत सरकार द्वारा प्रदान किया गया था। 2001 में, राष्ट्र में उनके योगदान के सम्मान में, उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था और यह सम्मान प्राप्त करने के लिए एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी के बाद केवल दूसरी गायिका हैं। फ़्रांस ने उन्हें 2007 में अपने सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, ऑफ़ द लीजन ऑफ़ ऑनर से सम्मानित किया। वह तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, 15 बंगाल फिल्म पत्रकार संघ पुरस्कार, चार फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व पुरस्कार, दो फिल्मफेयर विशेष पुरस्कार, फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और कई अन्य प्राप्तकर्ता हैं। 1974 में, वह लंदन के रॉयल अल्बर्ट हॉल में प्रदर्शन करने वाली पहली भारतीय बनीं।दुखद : नहीं रहीं स्वर कोकिला लता मंगेशकर, 92 साल की उम्र में दुनिया को कहा  अलविदा

 

1940 के दशक में प्रारंभिक कैरियर

1942 में, जब लता 13 वर्ष की थीं, उनके पिता की हृदय रोग से मृत्यु हो गई। नवयुग चित्रपट फिल्म कंपनी के मालिक और मंगेशकर परिवार के करीबी दोस्त मास्टर विनायक (विनायक दामोदर कर्नाटकी) ने उनकी देखभाल की। उन्होंने लता को एक गायक और अभिनेत्री के रूप में अपना करियर शुरू करने में मदद की। लता ने “नाचू या गाड़े, खेलो सारी मणि हौस भारी” गाना गाया था, जिसे सदाशिवराव नेवरेकर ने वसंत जोगलेकर की मराठी फिल्म किती हसाल (1942) के लिए संगीतबद्ध किया था, लेकिन गीत को अंतिम कट से हटा दिया गया था। विनायक ने उन्हें नवयुग चित्रपट की मराठी फिल्म पहिली मंगला-गौर (1942) में एक छोटी भूमिका दी, जिसमें उन्होंने “नताली चैत्रची नवलई” गाया, जिसे दादा चंदेकर ने संगीतबद्ध किया था। मराठी फिल्म गजभाऊ (1943) के लिए उनका पहला हिंदी गाना “माता एक सपूत की दुनिया बदल दे तू” था।

मास्टर विनायक ने की थी लता मंगेशकर की देखभाल

लता 1945 में मुंबई चली गईं जब मास्टर विनायक की कंपनी ने अपना मुख्यालय वहां स्थानांतरित कर दिया। उन्होंने भिंडीबाजार घराने के उस्ताद अमन अली खान से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की शिक्षा लेनी शुरू की। उन्होंने वसंत जोगलेकर की हिंदी भाषा की फिल्म आप की सेवा में (1946) के लिए “पा लगून कर जोरी” गाया, जिसे दत्ता दावजेकर ने संगीतबद्ध किया था। फिल्म में नृत्य रोहिणी भाटे ने किया था जो बाद में एक प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्यांगना बनीं। लता और उनकी बहन आशा ने विनायक की पहली हिंदी भाषा की फिल्म बड़ी माँ (1945) में छोटी भूमिकाएँ निभाईं। उस फिल्म में, लता ने एक भजन भी गाया था, “माता तेरे चरणों में।” विनायक की दूसरी हिंदी भाषा की फिल्म, सुभद्रा (1946) की रिकॉर्डिंग के दौरान उनका संगीत निर्देशक वसंत देसाई से परिचय हुआ। उनके चार भाई-बहन थे, मीना खादीकर, आशा भोंसले, उषा मंगेशकर और हृदयनाथ मंगेशकर, जिनमें से वह सबसे बड़ी थीं।स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने दुनिया को कहा अलविदा, लंबे समय से खराब थी तबीयत

महान गायिका लता मंगेशकर का 92 की उम्र में निधन, पूरे देश में शोक की लहर…

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महान गायिका लता मंगेशकर का 92 वर्ष की आयु में मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में निधन देर रात हो गया।भारत रत्न, स्वर कोकिला, संगीत की मलिका..और न जाने कितने नामों से अपनी आवाज के दम पर करोड़ो दिलों पर राज करने वालीं लता मंगेशकर के निधन की खबर से पूरा देश स्तब्ध है। लता मंगेशकर को COVID-19 के लिए पॉजिटिव पाए जाने के बाद 11 जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था

वृद्धि को गति देने के लिए कंपनी जगत निवेश बढ़ाए: सीतारमण

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नईदिल्ली, । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को भारतीय कंपनी जगत से अर्थव्यवस्था में निवेश का अनुरोध करते हुए कहा कि निवेश से वृद्धि का गुणवत्तापूर्ण चक्र शुरू होगा।
सीतारमण ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कॉरपोरेट टैक्स में कटौती के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि इसने नाभिकीय ऊर्जा एवं अंतरिक्ष समेत कई क्षेत्रों में निवेश के दरवाजे खोलने का काम किया है।
सरकार ने सितंबर 2019 में कोई कर रियायत नहीं लेने वाली कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स की दर को कम कर 22 प्रतिशत कर दिया था। इसके साथ नई विनिर्माण कंपनियों के लिए यह दर और भी कम 15 प्रतिशत कर दी गई थी।
वित्त मंत्री ने गत मंगलवार को वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते समय नई विनिर्माण कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स की 15 प्रतिशत की ही दर एक साल के लिए और बढ़ाने की घोषणा की।
उन्होंने सीआईआई के कार्यक्रम में कहा कि उद्योग जगत को भी निवेश प्रोत्साहन में सरकार के साथ खड़े होना चाहिए ताकि गुणवत्तापूर्ण दौर आगे बढ़े और वृद्धि को मजबूती मिले।

Jio का सबसे सस्ता Plan! 400 रुपये से कम में 84 दिनों के लिए पाएं ये धांसू Benefits

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नई दिल्ली. भारत में टेलीकॉम कंपनियों की बात करें, तो रिलायंस जियो (Reliance Jio) को सबसे नई कंपनी कहा जा सकता है. जियो ने कुछ ही सालों में देश की जनता के मन में अपनी एक जगह बना ली है. आज जियो के देश की नंबर वन टेलीकॉम कंपनी इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये अपने ग्राहकों को सबसे सस्ते प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान्स ऑफर करता है. आज हम 84 दिनों की वैलिडिटी वाले जियो के सबसे सस्ते प्लान के बारे में आपको बताने जा रहे हैं..

Jio के रिचार्ज प्लान
जियो अपने यूजर्स को 28 दिनों से लेकर 365 दिनों तक की वैलिडिटी वाले कई सारे प्लान्स ऑफर करता है. कुछ डेली डेटा के साथ आते हैं तो कुछ में आपको निर्धारित डेटा दिया जाता है. जियो अपने ज्यादातर प्लान्स में जियो सिनेमा, जियो क्लाउड और जियो टीवी जैसे तमाम जियो ऐप्स का सब्सक्रिप्शन भी देता है. आज हम जियो के 84 दिनों की वैलिडिटी वाले सबसे सस्ते प्लान की बात कर रहे हैं.

जियो का सबसे सस्ता प्लान
हम कंपनी के जिस प्लान की बात कर रहे हैं उसकी कीमत 395 रुपये है. जियो के इस प्लान में यूजर को डेली डेटा की सुविधा तो नहीं मिलती है लेकिन कुल मिलाकर इसमें 6GB इंटरनेट दिया जाता है. इस डेटा को आप प्लान की 84 दिनों की वैलिडिटी के दौरान कभी भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

इस प्लान के बाकी बिनेफिट्स
हाई स्पीड इंटरनेट के साथ इस प्लान में आपको किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग और कुल मिलाकर एक हजार एसएमएस के बेनिफिट्स दिए जाएंगे. इसके अलावा अगर ओटीटी बेनिफिट्स की बात करें तो जियो के इस 395 रुपये वाले प्लान में आपको जियो क्लाउड, जियो टीवी और जियो सिनेमा जैसे कई सारे जियो ऐप्स कस् सब्सक्रिप्शन भी मिलेगा.

रसोई गैस की सब्सिडी को लेकर सरकार ने बनाया जबरदस्त प्लान? जानिए आपको मिलेंगे या नहीं पैसे

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नई दिल्ली: LPG Subsidy: रसोई गैस सिलेंडर की सब्सिडी को लेकर ग्राहकों को बड़ी खबर मिल सकती है. लेकिन इसी बीच चर्चा है कि घरेलू गैस की कीमत 1000 तक पहुंच सकती है. सरकार इसके लिए प्लान तैयार कर रही है.

LPG सिलेंडर बढ़ती महंगाई को लेकर सरकार के विचार अभी सामने नहीं आए हैं. लेकिन सरकार के एक आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment) में इसके संकेत मिल रहा है कि उपभोक्ता एक सिलेंडर के लिए 1000 रुपये तक देने के लिए तैयार हैं. सूत्रों के मुताबिक, एलपीजी सिलेंडर को लेकर सरकार दो रुख अपना सकती है. पहला, या तो सरकार बिना सब्सिडी के सिलेंडर सप्लाई करे. दूसरा, कुछ चुनिंदा उपभोक्ताओं को भी सब्सिडी का लाभ दिया जाए.
सब्सिडी पर क्या है सरकार का प्लान?
सब्सिडी देने के बारे में सरकार की तरफ से अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है. लेकिन अब तक मिली जानकारी के अनुसार, 10 लाख रुपये इनकम के नियम को लागू रखा जाएगा और उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को सब्सिडी का लाभ मिलेगा. आपको बता दें कि बाकी लोगों के लिए सब्सिडी खत्म हो सकती है.
अभी क्या स्थिति है सब्सिडी की?
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कोरोना महामारी के दौरान कच्चे तेल और गैस की कीमतें लगातार गिरी है उसके बाद ही यह कदम उठाया गया. हालांकि इस वक्त तक सरकार ने एलपीजी सिलेंडर (LPG cylinder) पर सब्सिडी बंद नहीं हुई है.

सब्सिडी पर सरकार करती है इतना खर्च
सब्सिडी पर सरकार का खर्च वित्तीय वर्ष 2021 के दौरान 3,559 रुपये रहा. वित्तीय वर्ष 2020 में यह खर्च 24,468 करोड़ रुपये का था. दरअसल ये डीबीटी स्कीम के तहत है जिसकी शुरुआत जनवरी 2015 में की गई थी जिसके तहत ग्राहकों को गैर सब्सिडी एलपीजी सिलेंडर का पूरा पैसा चुकाना होता है. वहीं, सरकार की तरफ से सब्सिडी का पैसा ग्राहक के बैंक खाते में रिफंड कर दिया जाता है. चूंकि यह रिफंड डायरेक्ट होता है, इसलिए स्कीम का नाम DBTL रखा गया है.
लगातार बढ़ रही है कीमत
गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ती ही जा रही है. पिछले साल यानी साल 2021 से गैस सिलेंडर की कीमत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. हालांकि इस महीने अब तक घरेलू गैस की कीमत का कोई भी अपडेट नहीं आया है.

उत्तराखंड़ रक्षा मोर्चा क्षेत्रीय हितों के लिए काम करेगा : डा. वी.के. बहुगुणा

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देहरादून, उत्तराखंड़ रक्षा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डा. वी. के. बहुगुणा ने कहा हमारे राज्य में राष्ट्रीय पार्टियां फेल हो चुकी हैं। इस मौके पर मोर्चे ने अपना चुनावी घोषणा पत्र भी जारी किया | प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम में डा. वी. के. बहुगुणा ने कहा कि रक्षा मोर्चा ने विधान सभा चुनावों में भागीदारी चार सीटों पर की है। संपूर्ण प्रदेश में पार्टी का गठन ब्लाक स्तर तक किया जाएगा। उत्तराखंड में भू कानून लागू कर दिया जाय, इस के लिए आन्दोलन किया जाएगा।फैक्ट्री में हो या सरकारी सेवाओं में बाहर के लोगों को रोजगार दिया जा रहा है, स्थानीय युवा बेरोजगार है। रक्षा मोर्चा क्षेत्रीय दल है और क्षेत्रीय हितों के लिए काम करेगा। उत्तराखंड़ की अस्मिता को बचाने के लिए हमको आगे आना पडे़गा, मोदी जी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार और उत्तराखंड की सरकार ने उनको मायूस किया है। उत्तराखंड़ रक्षा मोर्चा उत्तराखंड़ के पर्वतीय क्षेत्रों में विकास की लडाई लडे़गी। पत्रकार वार्ता में मोर्चे के वरिष्ठ नेतागण भी मौजूद रहे।

कार्मिकों को दिये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया

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देहरादून।  जिला निर्वाचन अधिकारी/ जिलाधिकारी डाॅ0 आर राजेश कुमार ने आज सर्वे परिसर स्थित आॅडिटोरियम एवं जी.सी गब्बर सिंह सामुदायिक हाॅल हाथीबड़कता में विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 के सफल सम्पादनार्थ कार्मिकों को दिये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया।
जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी ने कार्मिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि निर्वाचन ड्यूटी को ‘‘जीरो एरर’’ ड्यूटी कहा जाता है, जिसमें गलती के लिए कोई स्थान नहीं होता है, छोटी सी गलती सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया को तो प्रभावित करती है साथ ही इसके दुष्परिणाम बहुत गम्भीर होते हैं। यदि टीम के एक भी सदस्य ने अपने दायित्वों का ठीक प्रकार से निर्वहन नहीं किया तो इसका परिणाम समस्त टीम पर पड़ने के साथ निचली कड़ी से लेकर ऊपर तक की कड़ी पर प्रश्न चिन्ह लगता है। इसलिए सभी टीम को अपनी स्टेªन्थ, विकनेस, अपूर्चूनिटी और थ्रेड से वाकिफ होना जरूरी है। उन्होंने कहा की टीम में समन्वय होना जरूरी है, जहां समन्वय में कमी होती है वहां गलती की सम्भावना रहती है इसलिए निर्वाचन टीम के सभी सदस्य आपसी समन्वय बनाते हुए निर्वाचन कार्यों को सम्पादित करें। समन्वय से किये गए कार्यों में गलती की संभावनाए नहीं रहती हैं। निर्वाचन कार्य एक टीम वर्क है, जिससे डरें नहीं बल्कि अपने दायित्वों एंव जिम्मेदारियों को गंभीरता से निर्वहन करते हुए मिलजुलकर कार्य करें।
जिला निर्वाचन अधिकारी/ जिलाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन मतदान प्रक्रिया के दौरान पीठासीन अधिकारी की ड्यूटी महत्वपूर्ण होती है, कहा कि प्रत्येक कार्य पर निगरानी बनाये रखते हुए सक्रियता से कार्य करना सुनिश्चित करेंगे। प्रशिक्षण के दौरान बताई जा रही सभी व्यवहारिक एवं तकनीकी जानकारी को गम्भीरता से लें। कहा कि मशीनों में के बारे बताई जा रही व्यवहारिक एवं प्रैक्टिकल जानकारी को जितना अधिक प्राप्त करोगे उतना ही अधिक दक्षता बढेगी एवं कार्य सम्भादित करने में सहुलियत मिलेगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी/ जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व/नोडल अधिकारी कर्मिक एवं प्रशिक्षण के के मिश्रा सहित समस्त मास्टर ट्रेनरों की सराहना करने के साथ ही निर्वाचन के लिए नियुक्त कार्मिकों को विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 के लिए सफलता पूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करने हेतु शुभकामनाएं दी।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व/नोडल अधिकारी कर्मिक एवं प्रशिक्षण के के मिश्रा ने प्रशिक्षण के दौरान कार्मिकों को कार्य सफलता पूर्वक सम्पादित करने हेतु टिप्स दिए तथा प्रशिक्षु के शंकाओं एवं सवालों का भी समाधान किया।
इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी मुकुल सती, मास्टर टेªनर, जिला पंचायतराज अधिकारी एमएम खान, क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी अजय सिंह, सेवायोजन अधिकारी प्रवीण गोस्वामी आदि उपस्थित रहे।

दिल्ली की डिप्टी स्पीकर राखी बिड़ला पहुंची हल्द्वानी, AAP प्रत्याशी समित टिक्कू के लिए किया जनसंपर्क

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(चन्दन सिंह बिष्ट)

हल्द्वानी, आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार के लिए दिल्ली की डिप्टी स्पीकर राखी बिड़ला उत्तराखंड दौरे पर पहुंची हैं. शनिवार को राखी बिड़ला ने हल्द्वानी विधानसभा प्रत्याशी समित टिक्कू के समर्थन में डोर-टू-डोर जनसंपर्क किया.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022को लेकर तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं का उत्तराखंड दौरा जारी है. इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी की दिल्ली से विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़ला शनिवार को हल्द्वानी पहुंची. उन्होंने हल्द्वानी विधानसभा के आप प्रत्याशी समित टिक्कू के पक्ष में जनसंपर्क किया. राखी बिड़ला आगामी 12 फरवरी तक उत्तराखंड की विभिन्न विधानसभाओं में जाकर चुनाव-प्रचार में भाग लेंगी ।

कांग्रेस प्रत्याशी सुमित हृदयेश ने किया काठगोदाम, रामपुर रोड में जनसंपर्क किया

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(चन्दन सिंह बिष्ट)

हल्द्वानी, विधानसभा हल्द्वानी से कांग्रेस उम्मीदवार सुमित हृदेश ने अपना चुनावी प्रचार प्रसार तेज कर दिया है काठगोदाम क्षेत्र में जनसंपर्क के उपरांत चुंगी क्षेत्र मे जनसभा को संबोधित कर काठगोदाम क्षेत्र को लेकर अपनी प्राथमिकताएं बतायी।
इसके उपरांत विष्णुपुरी गली रामपुर रोड में जनसंपर्क के उपरांत अग्रसेन भवन के पास कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दिग्विजय चौहान के नेतृत्व में युवाओ संग संवाद कार्यक्रम में शिरकत कर युवाओं मे ऊर्जा का संचार किया और आह्वान किया कि युवा अब घर घर जाकर कांग्रेस की घोषणाओं से लोगो को अवगत कराने की बात कही।
पूर्व प्रधान महेश राणा, पूर्व छात्र संघ सचिव योगेंद्र बिष्ट, एडवोकेट कुंदन बिष्ट, पूर्व पार्षद मोहन बिष्ट, पूर्व प्रधान नवीन पांडे, रोहित मालीवाल, विजय सिंह, सोनी बिष्ट, शकुंतला देवी, साइमा सिद्धकी, तुलसी बिष्ट, पूजा चंद मनीष गोनी, राजू रावत, महेश भंडारी, संजय तलवार, प्रदीप सबरवाल, मयंक गुप्ता आदि ने अलग अलग क्षेत्रो में कांग्रेस प्रत्याशी सुमित हृदयेश को जनसंपर्क करवाया और स्थानीय लोगो से आशीर्वाद दिलवाया।
इसके अतिरिक्त श्री राहुल गांधी जी के किच्छा में आयोजित किसान संवाद कार्यक्रम में भी शिरकत की।

एम्‍स में सीबीआई की रेड, कई महत्वपूर्ण दस्तावेज कब्जे में लिये

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ॠषिकेश, उत्तराखण्ड़ में स्थापित एम्स में फर्जी नियुक्ति के नाम पर धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज होते रहे हैं। समय-समय पर आरोप लगते रहे कि एम्स के भीतर नियुक्तियों को लेकर भी सवाल उठते रहे हैं। इस बीच सीबीआई की टीम ने एम्स ऋषिकेश में रेड की है। सीबीआई की कई टीम के भीतर अलग-अलग विभागों में बीते रोज से जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक एम्स में कांटेक्ट बेस पर कर्मचारी उपलब्ध कराने वाली एजेंसी से जुड़े मामलों की भी टीम जांच कर रही है। विशेष रूप से एम्स के भीतर हुई खरीद-फरोख्त और नियुक्तियां सीबीआई टीम के रडार पर है। सीबीआई की इस रेट के बाद एम्स ऋषिकेश प्रशासन में हड़कंप मचा है।