Thursday, May 15, 2025
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चिकित्सा के क्षेत्र में एक अनोखी पहल : स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन 6 मार्च को करेगा निःशुल्क रक्त जांच शिविर का आयोजन

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देहरादून, सामाजिक सरोकार से जुड़ी स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन निःशुल्क रक्त जांच शिविर का आयोजन करेगा, राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय राजपुर रोड़ में 6 मार्च को आयोजित करेगा, इस अवसर पर शिविर के मुख्य अतिथि पद्म श्री प्रीतम भरतवॎण और विशिष्ट अतिथि हुकम सिंह उनियाल रहेंगे, जबकि विशेष सहयोग सिक्स सिगमा हेल्थकेयर के डा. प्रदीप भारद्वाज का रहेगा | संस्था इस दौरान हैल्थ कार्ड रजिस्ट्रेशन भी करेगी, रक्त जांच शिविर में एम्बुलेंस मालिक एवं चालक वेलफेयर एसोसिएशन (रजि०) भं अपनी सकारात्मख भूमिका निभायेगी, उल्लेखनीय हो कि विगत 20 वर्षों से एम्बुलेंस मालिक एवं चालक वेलफेयर एसोसिएशन स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रही है। अपने इन कार्यों को और तीव्र गति देने के लिए स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन (रजि०) के साथ मिलकर सार्थक सामाजिक एवं स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर सहमति करते हुए संस्था के मिशन हैल्थी इंडिया प्रस्ताव पर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री महेंद्र सिंह उपाध्यक्ष संजीत सिंह ठाकुर, सचिव प्रमोद थापा एवं अंजुम सेख व अन्य सदस्यों के समक्ष अपनी स्वीकृति दी।

संस्था इस कार्य के लिए एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं सभी सदस्यों का आभार प्रकट करती है तथा एसोसिएशन को आश्वस्त करती है कि संस्था सदैव सामाजिक कार्यों पर आपके सहयोग से आगे बढ़ने का प्रयास करेगी। इस मौके पर संस्था के सदस्य मनीष नेगी, नागेंद्र कोटनाला, राघव खोलिया, राहुल गहलोत एवं अन्य सदस्य उपस्थित रहें. इस दौरान मनीष नेगी ने चिकित्सा के क्षेत्र में एसोसिएशन द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की तथा इन कार्यों को तीव्र गति देने का वचन भी दिलाया।May be an image of 1 person and text that says 'स्वामी विवेकानन्द फाउण्डेशन द्वारा आयोजित (रजि।) नि:शुल्क र्त जाँच शिविर "हैल्थ कार्ड रजिस्ट्रेशन" दिनांक:06.03.2022 समय: प्रात: 11 बजे से बजे तक स्थान: राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय, देहरा 75 राजपुर रोड़ मुख्य अतिथि: पद्म श्री डॉ0 प्रीतम भरतवाण जी (लोक गायक) विशिष्ट अतिथि: हुकम सिंह उनियालजी (प्रधानाचार्य) विशेष सहयोग डॉ0 प्रदीप भारद्वाज (सी.ई.ओ. सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर, दिल्ली) SSIGNA SERUM ISO DIAGNOSTICS INSPIRING AARNA DIAGNOSTIC CENTRE OOD BANK D NEWDELHI'

भटटा गांव के समीप बाईक बस से टकराई, बाइक सवार दो घायल

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मसूरी। देहरादून से बुलट टैक्सी बाईक की भटटा गांव मोड़ पर रोडवेज की बस के साथ भिडंत हो गई। जिसमें बाइक सवार दोनों युवक घायल हो गये जिन्हें पुलिस व स्थानीय लोगों की मदद से 108 के माध्यम से जिला चिकित्सालय देहरादून उपचार हेतु भेजा गया।
पुलिस ने बताया कि देहरादून से मसूरी दो बाईकों में सवार होकर पर्यटक आ रहे थे जिसमें एक बुलेट टैक्सी बाईक संख्या यूके 08 टीए 7754 भटटा गांव मोड़ पर मसूरी से देहरादून जा रही रोडवेज की बस संख्या यूके 07 पीए 3238 से टकरा गई। जिसमें दोनों बाईक सवार घायल हो गये। जिन्हें तत्काल पुलिस व स्थानीय लोगों की मदद से उपचार हेतु देहरादून जिला चिकित्सालय भेज दिया गया है। घायलों में युवक अभिषेक मीना पुत्र समय सिंह निवासी बडोली जिला करोली व दूसरा युवक संजय पुत्र हनुमंत सिहं निवासी सिगानिया गोव थाना रोड जिला करोली हैं। उनके साथ दूसरी बाइक पर मधु पुत्री सुलानिया निवासी जगतपुर जयपुर व आशुतोष पुत्र राम अवतार निवासी डेरी जिला डोसा है। जबकि रोडवेज के चालक का नाम मान सिंह पुत्र कर्ण बहादुर निवासी विकासनगर देहरादून है।

पूर्वजों की दिई परम्परा हैं खेतों में हल से कृषि कार्य: डॉ त्रिलोक सोनी

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देहरादून: पर्वतीय ग्रामीण क्षेत्रो में आज भी बैलों की जोड़ी से हल चलाकर कृषि का कार्य किया जाता हैं जहाँ प्रौधोगिकी विकास से नई तकनीकी कृषि यंत्रो का निर्माण हुआ हैं वही आज भी गांव के लोग अपने पूर्वजों की पुरानी परम्परा हल से कृषि को जीवित बनाये हुए हैं। सीढ़ीनुमा खेत जहां सुंदर मनमोहक दिखते हैं वही भौगोलिक विषमताओं के कारण तकनीकी के इस युग में मशीनी यंत्रों से कोसो दूर हैं।
पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी कहते हैं हल से कृषिकार्य की परम्परा हमारे पूर्वजों की देन हैं गांव में सड़के नही थी जीवित रहने के लिए भोजन की आवश्यकता थी उस समय कृषि पर ही निर्भर रहते थे धान, गेंहू, जौ, मडुवा, झंगोरा, आलू, दालें व साग सब्जी बोया करते थे खेते छोटे छोटे व सीढ़ीनुमा होते थे ऐसे जगह बैलों से ही कृषि का काम किया जा सकता था उस समय हर परिवार गाय, बैल, भैस व बकरी का पालन किया करते थे उनके गोबर से खेतो में खात का प्रयोग किया करते थे जिसे आज जैविक कृषि के नाम से जाना जा रहा हैं ग्रामीण परिवेश का मेरा जीवन होने से मैंने बहुत हल चलाकर कृषिकार्य किया हैं आज भी मुझे मौका मिलता हैं मैं हल चलाता हूं। डॉ सोनी कहते हैं पहले बैलो को हर घर में पाला करते थे ताकि कृषि कार्य की जा सके।

उस समय लकड़ी का हल, लाठ, जुवा, नशुड बनाया करते थे इन्हें जोड़कर हल बनता था जो आज भी गांव में विद्यमान हैं हमारे मॉ बहिनें व बहु बेटियां सुबह उठकर हलिया (हल चलानेवाला) के साथ खेतो में चले जाते थे और बाड़ी कमोड़ी, खेतों में खरपतवार निकलना, डीलेरे से मिट्टी के ढिल्ले को तोड़ना, पटाल से मिट्टी को बारीक बनाना व खेत में बीज को मिट्टी के नीचे के लिए इसे चलाना ताकि बीज को चिडियाँ नही खा सके और फसल अच्छी हो सके। वृक्षमित्र कहते हैं उस समय गांव में बेटे के लिए कृष्याड़ बहु युकि मेहनती बेटी देखकर रिश्ता किया जाता था जो खेतों का काम कर सके। वे बहुत मेहनती होते थे यही मेहनत उनका व्ययाम व योगा होता था और यही शारिरीक कार्य उनका तंदुरुस्ती का राज था। बेताल सिंह कहते हैं गांव में खेत छोटे होते हैं इसलिए यहां पर हल चलाकर कृषि की जाती हैं वही इन्द्रदेई कहती हैं पढ़े लिखे होने के कारण अब बहु बेटियां खेती का काम नही करना चाह रहे हैं सभी को नौकरी चाहिए एक दिन ये सभी परम्पराएं बिलुप्त हो जायेंगे। संगीता देवी, सोबनी देवी, आरती नेगी, अनिता देवी, राकेश पंवार, राजपाल कंडारी, दिनेश सिंह, अंकित सिंह, गजेंद्र सिंह आदि थे।

रूस यूक्रेन महायुद्ध : उत्तराखण्ड़ सरकार ने नामित किये नोडल अधिकारी

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‘मुख्यमंत्री ने परिजनों से धैर्य बनाए रखने की अपील की, कहा कि पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है’

देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने यूक्रेन में रह रहे उत्तराखण्ड के लोगों की सुरक्षा के संबंध में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री अजीत डोभाल से फोन पर वार्ता की। श्री डोभाल ने कहा कि भारत सरकार यूक्रेन में रह रहे सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है। देश वापिस लौटने के इच्छुक भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को यूक्रेन में रह रहे उत्तराखण्ड के छात्रों और अन्य लोगों की सुरक्षा के प्रति आश्वस्त किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने यूक्रेन में निवासरत उत्तराखण्ड के लोगों की सुरक्षा के संबंध में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को विदेश मंत्रालय के लगातार सम्पर्क में रहने के निर्देश दिये। यूक्रेन में रह रहे उत्तराखण्ड के छात्रों और नागरिकों के परिजनों से भी लगातार सम्पर्क बनाएं रखें।

यूक्रेन में निवासरत उत्तराखण्ड के लोगों की सुरक्षा के संबंध में उनके परिजनों से प्राप्त हो रही जरूरी सूचनाओं के संकलन के लिये पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती पी. रेणुका देवी (मोबाईल नम्बर 7579278144) और पुलिस अधीक्षक श्री प्रमोद कुमार (मोबाईल नम्बर 983778889) को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। बताया गया कि जारी किये गये टोल फ्री नम्बर 112 पर  अभी तक यूक्रेन में निवासरत 95 लोगों के परिजनों ने सम्पर्क स्थापित किया है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने यूक्रेन में निवासरत लोगों के कुछ परिजनों से भी फोन पर बात की है। मुख्यमंत्री ने परिजनों से धैर्य बनाए रखने की अपील की। कहा कि पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। राज्य सरकार विदेश मंत्रालय के लगातार सम्पर्क में है। भारत सरकार यूक्रेन में रह रहे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिये हर सम्भव प्रयास कर रही है।  बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री आनंदबर्द्धन, एडीजी श्री संजय गुन्ज्याल व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

 

दून नगर निगम के मुख्य नगर अधिकारी को उत्तराखंड़ हाईकोर्ट ने जारी किया नोटिसUttarakhand High Court summoned the record of the lower court in the case  of death sentence

देहरादून, उत्तराखंड़ हाईकोर्ट ने देहरादून की साप्ताहिक रविवार बाजार के मामले में पूर्व में पारित आदेश का अनुपालन नहीं करने पर देहरादून नगर निगम के मुख्य नगर अधिकारी अभिषेक रुहेला को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी की एकलपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई।

मामले के अनुसार संडे मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष हीरा लाल ने हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दायर कर कहा था कि पूर्व में कोर्ट ने नगर निगम देहरादून को आईएसबीटी हरिद्वार बाई पास रोड के समीप साप्ताहिक बाजार के लिए चयनित भूमि को तीन सप्ताह के भीतर साफ कर इन लोगों को साप्ताहिक बाजार लगाने के लिए उपलब्ध कराने के आदेश दिए थे, याचिका में कहा कि वह देहरादून के परेड ग्राउंड के पीछे और तिब्बती मार्केट के सामने 2004 से प्रत्येक रविवार को बाजार लगाते आ रहे हैं जिसमें करीब तीन सौ से अधिक लोग दुकान लगाते हैं। याचिका में कहा कि हर माह नगर निगम को 300 रुपये प्रति दुकान के हिसाब से किराया भी देते आए हैं।

वर्ष 2004 में जिलाधिकारी ने यह जगह रविवार बाजार लगाने के लिए दी थी लेकिन नगर निगम ने प्रशासन से मिलकर जनहित याचिका में पारित आदेश का हवाला देते हुए उन्हें हटा दिया है जबकि कुछ रसूखदारों को नगर निगम ने अन्य जगह दुकान भी दे दी।

याचिका में यह भी कहा गया कि रविवार को पूरा बाजार बंद रहता और ट्रैफिक भी कम रहता है, इसलिए रविवार को परेड ग्राउंड के पीछे और तिब्बती बाजार के सामने दुकानें लगाते हैं, खुद ही वहां पर साफ सफाई भी करते आए हैं। रविवार बाजार लगाने से गरीब लोगों को सस्ते में सामान मिल जाता है। अवमानना याचिका में कहा गया कि नगर निगम ने चयनित स्थान को अब तक बाजार लगाने के योग्य नहीं बनाया।

 

शहीद जगेंद्र चौहान का पार्थिव शरीर पहुंचा देहरादून, गांव में शोक का माहौलMortal remains of Havildar Jagendra Singh Chauhan brought to Dehradun

देहरादून, देश की रक्षा करते हुये उत्तराखण्ड़ का एक बहादुर जवान शहीद हो गया, आज सियाचिन ग्लेशियर में पेट्रोलिंग के दौरान शहीद होने वाले कान्हर वाला भानियावाला निवासी जगेंद्र सिंह चौहान का पार्थिव शरीर उनके आवास पर पहुंच गया है। शहीद का पार्थिव शरीर घर में पहुंचते ही परिवार से लेकर गांव तक के लोग अपने शहीद के पार्थिव शरीर को देख गमगीन हो गये। शहीद का पार्थिव शरीर आज ही अंतिम संस्कार के लिए हरिद्वार ले जाया जाएगा। सियाचिन ग्लेशियर में लैंड स्लाइडिंग होने से कान्हरवाला निवासी 325 लाइट एडी हवलदार जगेंद्र सिंह चौहान शहीद हो गए थे। शहीद का पार्थिव शरीर 23 फरवरी तक पहुंचने की उम्मीद थी, लेकिन आज शुक्रवार सुबह 8.30 बजे उनका शव पहुंचा।

उनके शहीद होने की सूचना मिलते ही गांव में शोक का माहौल छाया हुआ था। कान्हरवाला भानियावाला निवासी जगेंद्र सिंह चौहान के मामा सेवानिवृत्त कैप्टन मनवीर सिंह बिष्ट ने जगेंद्र सिंह चौहान (35) पुत्र सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर राजेंद्र सिंह चौहान के शहीद होने की जानकारी दी थी। 325 लाइट एडी बैटरी कमांडर मेजर पॉल ने उनको बताया कि शहीद जगेंद्र सिंह चौहान सियाचिन ग्लेशियर में तैनात थे। पैट्रोलिंग के दौरान लैंड स्लाइडिंग होने के कारण जगेंद्र सिंह शहीद हो गए। जगेंद्र सिंह चौहान 25 फरवरी को घर आने वाले थे। वो घर तो आए, लेकिन तिरंगे में लिपटकर। उनके शहीद होने की सूचना मिलते ही पत्नी किरन चौहान और माता विमला चौहान गहरे सदमे में हैं। करीब चार साल पहले उनका विवाह हुआ था।

 

गलती में सुधार करते हुये उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जारी किया संशोधित परीक्षा कार्यक्रमNo photo description available.No photo description available.

देहरादून, उत्तराखण्ड़ में मार्च माह से शिक्षा विभाग गृह परीक्षायें आयोजित कर रहा है, होली पर्व के दिन भी परीक्षा कार्यक्रम की तिथि घोषित करने से अपनी कार्यशैली को लेकर चर्चाओं में आये उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा विभाग ने छात्र और शिक्षकों के बीच असमंजस की स्थिति पैदा कर दी थी। अब विभाग ने गलती में सुधार करते हुए परीक्षा की तिथि में बदलाव कर उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा विभाग ने संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया है।

उत्तराखंड मध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी छठवीं से 11वीं तक के छात्रों की गृह परीक्षा कार्यक्रम जारी किया था, जिसके अनुसार 14 मार्च से परीक्षाएं शूरु कराने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन 19 मार्च को होली का त्यौहार होने के बावजूद स्थित कक्षा छह से आठवीं के बच्चों का अंग्रेजी, संगीत, कक्षा नौ में गणित व कक्षा 11 में रसायन, राजनीति विज्ञान, व्यवसायिक अध्ययन, संगीत गायन, वादन की परीक्षा कार्यक्रम तय किया गया था। जिसके बाद असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
अब उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा विभाग ने गृह परीक्षाओं के लिए संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया है। जिसके अनुसार गृह परीक्षाएं 9 मार्च से शुरू होकर 14 मार्च तक चलेंगी। कक्षा 6, 7 और 8 के लिए पहली पाली में 9:30 से 12:00 बजे तक और दूसरी पाली में दोपहर 1:00 से 3:30 बजे तक तथा कक्षा 9 और कक्षा 11 की परीक्षा पहली पाली में सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और दूसरी पाली में दोपहर 1:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक आयोजित की जाएगी।

 

दून पुलिस ने किया सर्राफा व्यापारी से हुई लूट का खुलासा, 6 लाख की ज्वैलरी बरामदMay be an image of 7 people and people standing

देहरादून, डीआईजी जन्मेजय खडूडी ने सर्राफा व्यापारी से हुई लूट का खुलासा किया । पुलिस ने तमंचे के बल पर लूट की वारदात को अंजाम देने वाले 3 बदमाश अरेस्ट किया। उनके पास से पुलिस ने लगभग 6 लाख की ज्वैलरी को भी किया बरामद, घटना को अंजाम देने वालों में बिजनौर निवासी मिथुन,जॉनी और रंजीत शामिल थे। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल मोटरसाइकिल और देशी तमंचा भी उनसे बरामद किया | पुलिस के मुताबिक वारदात करने से पहले अपराधी सेलाकुई के पूरे इलाके की रैकी कर चुके थे|
बिना सीसीटीवी लगी दुकानों को कर रहे थे चिंहित, लेकिन वे दूसरी दुकान के बाहर लगे CCTV में कैद हुए थे । सेलाकुई इलाके में 18 फरवरी को सर्राफा व्यापारी मुस्तकीम की दुकान में लूट की घटना को अंजाम दिया था।

 

राज्य सरकार अनुमति के बाद प्रतिनियुक्ति पर जाएंगे उत्तराखंड कैडर के दो आईएएस

देहरादून, उत्तराखंड से दो आईएएस अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाएंगे। केंद्र सरकार ने शासन में प्रमुख सचिव पद पर तैनात आरके सुधांशु और सचिव अमित सिंह नेगी की प्रतिनियुक्ति को मंजूरी दे दी है। दोनों नौकरशाहों के तैनाती आदेश भी जारी हो गए हैं। अब गेंद राज्य सरकार के पाले में हैं। राज्य सरकार की मंजूरी के बाद दोनों अफसर उत्तराखंड से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए विदा हो जाएंगे।
प्रदेश सरकार के कुछ और नौकरशाह भी केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर जाने की तैयारी में हैं। वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए सूचीबद्ध हैं। हाल ही में अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन का भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए इंपैनलमेंट हुआ। सचिव कार्मिक अरविंद सिंह ह्यांकि ने दोनों आईएएस अफसरों की प्रतिनियुक्ति पर सहमति प्राप्त होने की पुष्टि की है।Bureaucracy: Two Ias Of Uttarakhand Cadre Will Go On Central Deputation,  Some More Officers Will Also Leave - नौकरशाही: केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर  जाएंगे उत्तराखंड कैडर के दो आईएएस, कुछ और ...

सूत्रों के मुताबिक, सचिव वित्त अमित सिंह नेगी की तैनाती की सहमति वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग में संयुक्त सचिव पद पर प्राप्त हुई है। प्रमुख सचिव आरके सुंधाशु को सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पद पर प्रतिनियुक्ति मिली है।

राज्य सरकार अनुमति देगी तब केंद्र में जाएंगे दोनों नौकरशाह

केंद्र सरकार की सहमति के बावजूद दोनों आईएएस अधिकारी राज्य सरकार की अनुमति के बाद ही प्रतिनियुक्ति पर जा सकेंगे। प्रदेश में अभी नई सरकार का गठन होना है। 10 मार्च को विधानसभा चुनाव का नतीजा आएगा। प्रदेश में नई सरकार के मुख्यमंत्री के सामने दोनों नौकरशाहों का प्रस्ताव जाएगा।

नई सरकार अपनी आवश्यकता के अनुसार इस पर निर्णय लेगी। चूंकि राज्य सरकार की एनओसी के बाद ही केंद्र सरकार नौकरशाहों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए सूचीबद्ध करती है। आमतौर पर ऐसे मामलों में राज्य सरकार अधिकारियों को केंद्र के लिए रिलीव कर देती हैं। लेकिन वर्तमान में चूंकि परिस्थितियां भिन्न है, इसलिए दोनों अफसरों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए छोड़ने में समय लग सकता है इसके साथ ही उत्तराखंड कैडर के कई और नौकरशाह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति की कतार में माने जा रहे हैं। आईएएस संवर्ग में 1992 बैच के अधिकारी अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए सूचीबद्धता की सहमति आ चुकी है। उनसे पहले भी सचिव स्तर के कुछ और अधिकारियों ने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए आवेदन किया है। इनमें से कुछ के नामों को मंजूरी मिल चुकी है।

 

यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए केंद्र सरकार ने जारी किये Helpline Numbers

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नई दिल्ली, भारत ने रूसी सैनिकों द्वारा यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला शुरू किए जाने के बीच गुरुवार, 24 फरवरी को यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किये हैं। संकट के गहराने की संभावना बढ़ गई है क्योंकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं और प्रतिबंधों को खारिज कर दिया है और अन्य देशों को चेतावनी दी है कि किसी देश ने अगर हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो परिणाम इतने बुरे होंगे कि किसी ने सोचा भी नहीं होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक यूक्रेन के 9 नागरिकों की मौत हो चुकी है। वहीं, 50 रूसी और 40 यूक्रेन के सैनिकों के भी मारे जाने की खबर है। यूक्रेन ने भी रूस के 6 फाइटर जेट तबाह करने का दावा किया है। यूक्रेन में संकट के हालात के बीच कई भारतीय वहां फंसे हुए हैं। इन फंसे हुए भारतीयों की मदद के लिए भारत सरकार ने 24 घंटे की हेल्पलाइन शुरू की है। इन नंबरों पर संपर्क करके भारतीय एजेंसियों की मदद ली जा सकती है। दिल्ली में बनाया गया है 24 घंटे का कंट्रोल रूम
दिल्ली में 24 घंटे का कंट्रोल रूम बनाया गया है। संपर्क के लिए हेल्पलाइन नंबर +911123012113, +911123914104, +911123017905 और 1800118797 जारी किया गया है, ताकि जिन्‍हें मदद चाहिए, वे इस पर संपर्क कर सकें। यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए +38 0997300428, +38 0997300483, +38 0933980327, +38 0635917881, +38 0935046170 हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। ईमेल के जरिए भी कर सकते हैं संपर्क
इसके अलावा [email protected] और [email protected] पर ईमेल कर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा eoiukraine.gov.in वेबसाइट से ताजा अपडेट हासिल किए जा सकते हैं।

USSR का विघटन रहा है दुखती रग, 2008 में जॉर्जिया, 2014 में क्रीमिया और अब यूक्रेन, अखंड रूस बनाने की जिद में हैं पुतिन

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नई दिल्ली, सोवियत संघ के टूटने के तीस साल बाद भी व्लादिमीर पुतिन उसकी अखंडता को फिर से कायम करने की कोशिश में जुटे हैं। जिसका खामियाजा यूक्रेन को भुगतना पड़ रहा है। साल 2018 की बात है एक पत्रकार ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से पूछा कि आप अपने देश के इतिहास में किस घटनाक्रम को पलटना चाहोगे। पुतिन ने एक लाइन में बोला- द कोलैप्स ऑफ द सोवियत यूनियन। कई मौके ऐसे आए जब पुतिन ने साफगोई से कहा कि अगर वो ऐसा कर सकते तो यूएसएसआर के विघटन की कहानी को उलट कर रख देते। कुछ ऐसा ही रूसी राष्ट्रपति करते भी नजर आ रहे हैं। इतिहास को पलटने, पुराना इतिहास वापस लाने या फिर कहे कि एक नया ही इतिहास लिखने की कोशिश में रूसी राष्ट्पति नजर आ रहे हैं। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने बिना एक भी गोली चलाए यूक्रेन को तीन हिस्सों में बांट दिया। 2008 में जॉर्जिया, 2014 में क्रीमिया, 8 साल बाद अब यूक्रेन की तरफ पुतिन के कदम ने यूएसएसआर के अतीत के पन्नों की कहानी को फिर से ताजा कर दिया है।

क्या था सोवियत संघ और कैसा था उसका रूतबा?

सोवियत संघ के बनने और बिखड़ने की 70 साल की इस कहानी में ऐसे कई मुकाम आए थे जब दुनिया इसकी ताकत के सामने हिल गई थी। साल 1917 में जब यूरोप और एशिया दोनों महाद्वीपों में फैले देश रूस के शासक जार के कुशासन के खिलाफ लेनिन ने बोल्सेविक क्रांति का बिगुल बजाया था। लेनिन मार्क्सवाद से प्रेरित थे और इसी के आधार पर उन्होंने रूसी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की और जार की सत्ता को उखाड़ फेंका और सोवियत संघ की स्थापना की। इस संघ में रूस की सीमा से लगे एशिया और यूरोप के कई इलाके शामिल थे। जिन्हें आज दुनिया बेलारूस, आर्मीनिया, अजरबैजान, इस्टोनिया, जॉर्जिया, कजाकिस्तान, कीर्गिस्तान, लातविया, लिथुआनिया, मालदोवा, रूस, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, यूक्रेन और उज़्बेकिस्तान जैसे देशों के नाम से जानती है।

यूक्रेन भी सोवियत संघ का ही हिस्सा था। लेनिन के बाद सोवियत संघ की कमान स्टालिन के हाथों में आई जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में हिटलर को मात देकर सोवियत संघ को दुनिया की महाशक्ति बना दिया। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सोवियत दूसरी महाशक्ति अमेरिका और उसके सहयोगियों के साथ कोल्ड वार का हिस्सा बना। इसके बाद एक ऐसा दौर चला जो 1990 तक चला। सोवियत संघ के लीडर तो बदलते गए लेकिन अमेरिका को उसकी चुनौती लगातार बनी रही। अमेरिका और सोवियत की कोल्ड वार अंतरिक्ष तक पहुंची। सोवियत संघ और अमेरिका के बीच एक प्रतियोगिता चली आ थी। अपने को एक कदम आगे दिखाने की प्रतियोगिता। दोनों देश जंग के मैदान में नहीं बल्कि शीत युद्ध के जरिये एक दूसरे को मात देने में लगे थे। अपने को बेहतर साबित करने की होड़ में अंतरिक्ष मिशन पर जाना भी कवाय़द का एक हिस्सा था। 1961 में अंतरिक्ष में पहला यात्री भेजकर अंतरिक्ष की जंग में सोवियत संघ ने एक और बढ़त बना ली। अमेरिका के पड़ोसी मुल्क क्यूबा में परमाणु मिसाइलें तैनात करके दुनिया को तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर पहुंचा दिया। यही नहीं वियतमान युद्ध में अमेरिका की ऐतिहासिक हार में सोवियत संघ ने अहम भूमिका निभाई। लेकिन अमेरिका ने अफगानिस्तान में इसका बदला लेकर सोवियत संघ की कमर तोड़ दी।

सोवियत संघ का विघटन

अमेरिका के साथ होड़ में सोवियत संघ की इकोनॉमी कमजोर होती गई। 1980 के दशक में हालात बदलते चले गए। रीगन और थेचर की ब्रिटेन-अमेरिकी जोड़ी ने हथियारों की होड़ को अंतरिक्ष तक पहुंचा दिया। जिसकी बराबरी करने में सोवियत संघ की इकोनॉमी ढह गई। साल 1991 में सोवियत संघ के अंतिम राष्ट्रपति गोर्बाच्योव ने सोवियत संघ के विघटन का ऐलान कर दिया। इसके साथ ही रूस के साथ जुड़े वे देश आजाद हो गए जो सोवियत संघ का हिस्सा थे। यूक्रेन भी ऐसा ही एक हिस्सा था। सोवियत संघ टूट तो गया लेकिन इन देशों में से ज्यादातर अब भी रूस की छत्र छाया से बाहर नहीं निकल सके हैं। साल 2014 तक यूक्रेन भी पुतिन के ही साथ था। लेकिन उसने यूरोपीय यूनियन और नाटो के साथ जुड़ने का मन बनाया और पुतिन के गुस्से का शिकार बन गया। व्लादिमीर पुतिन अपने सीमावर्ती देशों को या तोड़ रहे हैं या जोड़ रहे हैं। मिखील साकाशविली चाहते थे कि जॉर्जिया नाटो का सदस्य बने। अप्रैल 2008 में बुचारेस्ट में हुए सम्मेलन में नाटो ने जॉर्जिया और यूक्रेन को संगठन में शामिल करने की बात कही। 2008 में रूस ने जॉर्जिया पर हमला किया था। रूस ने वहां के दो प्रांतों अबखाजिया और साउथ ओसेटिया को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता दे दी है। इन दोनों देशों को रूस ही कंट्रोल करता है।

2014 में क्रीमिया

मार्च 2014 में रूस ने यूक्रेन के क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था। इसे सबसे आसान आक्रमण भी इसलिए कहा जाता है क्योंकि यूक्रेन ने बगैर जंग लड़े ही क्रीमिया दे दिया था और रूसी सैनिकों ने भी रातों-रात ही इस द्वीप पर कब्जा कर लिया था। इसके आठ साल बाद 2022 में पुतिन ने यूक्रेन के दो पूर्वी क्षेत्रों को स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता दे दी। यह भी घोषणा की है कि वह इन क्षेत्रों में यूक्रेन के सैन्य आक्रमण को सुरक्षित रखने में मदद करेगा।

अब यूक्रेन की बारी

2008 में रूस ने जॉर्जिया को लेकर जो फॉर्मूला अपनाया था, वही फॉर्मूला पूर्वी यूक्रेन में भी अपनाया गया। पूर्वी यूक्रेन के डोनबास प्रांत के डोनेत्स्क और लुहंस्क में भी अलगाववादी मौजूद थे। 2022 में दोनेत्स्क और लुहांस्क को स्वतंत्र देश की मान्यता देने के बाद अब रूस यहां भी अपनी जड़ें जमा रहा है।

बेलारूस के राष्ट्रपति पहले ही कह चुके हैं सही समय आने पर रूस में वह अपने देश का विलय करेंगे। बेलारूस भी आने वाले दिनों में रूस में शामिल हो जाएगा। सोवियत संघ के टूटने के तीस साल बाद भी व्लादिमीर पुतिन उसकी अखंडता को फिर से कायम करने की कोशिश में जुटे हैं। जिसका खामियाजा यूक्रेन को भुगतना पड़ रहा है(साभार प्रभा साक्षी)।

यूक्रेन संकट के बीच पेट्रोल-डीजल पर टैक्स घटाएगी मोदी सरकार, पीएम मोदी ने की वित्त मंत्री से बात

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नई दिल्ली। पड़ोसी देश यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद पूरी दुनिया पर महंगाई का संकट मंडराने लगा है। रूस द्वारा यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू करने के बाद वैश्विक कच्चे तेल में 100 डॉलर का उछाल आया है। लगभग आठ साल बाद कच्चे तेल के दाम 100 डॉलर के पार गए हैं। ऐसे में तमाम देश अपनी-अपनी रणनीतियां बनाने में जुट गए हैं। माना जाता है कि भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय ने मौजूदा उत्पाद शुल्क स्तरों का आकलन करने के लिए वित्त मंत्रालय को अवगत करा दिया है। वित्त मंत्रालय इस बात का आकलन कर रहा है कि वह बढ़ते उत्पाद शुल्क को किस हद तक झेल सकता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि कच्चे तेल के बढ़ते दामों के बीच भारत सरकार पेट्रोल-डीजल पर टैक्स घटाने पर विचार कर सकती है।
रूस-यूक्रेन संकट के आर्थिक प्रभाव और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के प्रभाव को कम करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुरुवार शाम को वित्त मंत्री और अन्य प्रमुख अधिकारियों से मिलने की संभावना है। हालांकि पेट्रोल-डीजल पर टैक्स घटाने को लेकर अभी तक आधिकारिक रूप से कुछ भी नहीं कहा गया है।
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि सरकार कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के मामले से अवगत है और एफएसडीसी की बैठक के दौरान भारत की वित्तीय स्थिरता के लिए एक चुनौती के रूप में इस पर चर्चा की थी। स्थानीय ईंधन की कीमतें पिछले साल 4 नवंबर से स्थिर बनी हुई हैं, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डीजल पर उत्पाद शुल्क में 10 रुपये और पेट्रोल पर 5 रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की थी।
केंद्र के इस कदम के बाद, कई राज्यों ने ईंधन की कीमतों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) को कम करने की भी घोषणा की। ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत रिकॉर्ड उच्च स्तर पर चढऩे के साथ, तेल मार्केटिंग कंपनियां जल्द ही ईंधन की कीमतों में संशोधन कर सकती हैं।

किसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति जरूरी : मेजर जनरल ए.के. चतुर्वेदी

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हम किसी भी क्षेत्र में कार्य करें, राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए : डॉ. अजय वर्मा
अमृत महोत्सव से युवा पीढ़ी में जाग्रत हो रही देशभक्ति की भावना : प्रोफेसर (मेजर) आर. के. शुक्ला

लखनऊ, जीवन में किसी भी चीज को पाने के लिए मेहनत से पहले मजबूत इच्छाशक्ति और दृढ़संकल्प का होना बेहद जरूरी है। युवाओं को अपने अंदर सकारात्मक सोच रखनी चाहिए, जो उन्हें सफल बनाने का काम करेगी। इसके साथ ही बौद्धिक विकास भी बहुत आवश्यक है, ऐसे में गुणवत्तापरक शिक्षा प्राथमिकता में होना चाहिए। उक्त उद्गार मुख्य अतिथि मेजर जनरल ए.के. चतुर्वेदी ने आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित राष्ट्रहित सर्वोपरि कार्यक्रम के 13वें अंक में व्यक्त किए। यह कार्यक्रम सरस्वती कुंज, निराला नगर के प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) उच्च तकनीकी (डिजिटल) सूचना संवाद केन्द्र में विद्या भारती, एकल अभियान, इतिहास संकलन समिति अवध, पूर्व सैनिक सेवा परिषद एवं विश्व संवाद केन्द्र अवध के संयुक्त अभियान में चल रहा है।Amrit Mahotsav | Azadi ka Amrit Mahotsav | UP latest News | UP today Hindi  News | Amrit Mahotsav : लखनऊ में आयोजित राष्ट्रहित सर्वोपरि कार्यक्रम में  कई विशिष्ट अतिथियों ने रखें
मुख्य अतिथि मेजर जनरल ए.के. चतुर्वेदी जी ने कहा कि विविधता में एकता हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत है, इसे एकजुट बनाए रखना हमारी सबसे बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि हमें अपने अधिकारों से पहले कर्तव्यों के बारे में सोचने की आवश्यकता है। हमें स्वयं के हित से पहले उन लोगों की सुरक्षा और हित के बारे में सोचना चाहिए, जो हम पर आश्रित हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में नेतृत्व करते समय हमें अपने साथियों का ध्यान रखना चाहिए, यही अच्छे नेतृत्वकर्ता का गुण है। हमें अपने कार्य को साहसपूर्वक करना चाहिए। हमें हर समय, हर स्थान और हर स्थिति में राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की असली ताकत उसकी बौद्धिक सम्पदा होती है, जिसके बल पर कोई भी राष्ट्र अन्य सभी शक्तियों को हासिल कर सकता है।
विशिष्ट अतिथि केजीएमयू के चिकित्सक डॉ. अजय वर्मा ने कहा कि सेना का एक जवान अपने राष्ट्र के लिए सब कुछ बलिदान करता है, उसी प्रकार हम चाहें किसी भी क्षेत्र में कार्य करें, हमारे के लिए राष्ट्रहित ही सर्वोपरि होना चाहिए। हमें जाति, धर्म और बिना भेदभाव के कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज हम देश की आज़ादी का 75वां वर्ष अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं, लेकिन आज़ादी हमें कितने संघर्षों व वीर सेनानियों के बलिदान के बाद मिली, यह युवा पीढ़ी को बताने की जरूरत है। इसके साथ ही हम उन बलिदानियों से प्रेरणा लेकर अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दें, तभी हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे पाएंगे।

मुख्य वक्ता प्रोफेसर (मेजर) आर. के. शुक्ला जी ने कहा कि आज़ादी के 75वें वर्ष पर अमृत महोत्सव कार्यक्रम से युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना जाग्रत हो रही है। ऐसे कार्यक्रमों से युवाओं में सैन्य क्षेत्र में जाने का उत्साह भी बढ़ रहा है। उन्होंने विद्या भारती से अपने पाठयक्रम में एनसीसी को शामिल किए जाने जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्कूलों में एनसीसी की सीटें बढ़ने से युवाओं में देशभक्ति की भावना जगेगी और सैन्य सेवाओं के लिए उन्हें प्रेरणा भी मिलेगी। एनसीसी व अन्य सैन्य प्रशिक्षण से बालकों में अनुशासन के साथ-साथ इच्छाशक्ति मजबूत होती है। उन्होंने कहा कि हम किसी भी क्षेत्र में कार्य करें, लेकिन हमारे लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए।

कार्यक्रम अध्यक्ष विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के बालिका शिक्षा प्रमुख श्री उमाशंकर जी ने कहा कि सैन्य शिक्षा, सामान्य शिक्षा, नैतिक शिक्षा सभी का आधार विद्या भारती है। यहां विद्यालयों में बालकों के भीतर अनुशासन, नैतिकता, देशप्रेम की भावना और श्रेष्ठ गुणों को जगाने का कार्य होता है। उन्होंने कहा कि विद्या भारती संस्थान ने राष्ट्रहित को सर्वोपरि माना है और वर्तमान में विद्या भारती के पूर्व छात्र देशहित में कई विभिन्न पदों पर कार्यरत हैं।
विशिष्ट अतिथि एकल अभियान के प्रभाग उपाध्यक्ष श्री मनोज मिश्रा जी ने कार्यक्रम की प्रस्ताविकी रखी। इसके साथ ही उन्होंने अतिथियों का परिचय भी कराया। इतिहास संकलन समिति, अवध प्रांत के सदस्य डॉ. गिरिजेश त्रिपाठी जी ने सभी अतिथियों को आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रचार प्रमुख श्री सौरभ मिश्रा जी ने किया।

इस अवसर पर विंग कमांडर श्री अभिषेक मतिमान, कर्नल अनिल आहूजा, श्रीमती रेनू चतुर्वेदी, विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के सह प्रचार प्रमुख श्री भास्कर दूबे, श्री सत्यानंद पाण्डेय जी, कार्यक्रम संयोजक डॉ. मुकेश वर्मा, 63 यूपी राष्ट्रीय कैडेट कोर बटालियन, लखनऊ के कैडेट्स सहित कई लोग मौजूद रहे।

 

दक्षिण के सुपर स्टार अल्लू अर्जुन उत्तराखंड पहुंचे, प्रशंसकों के साथ खिंचवाई फोटो

Tollywood Star Allu Arjun reached uttarakhand on Thursday
ऋषिकेश, दक्षिण भारत के सुपर स्टार अल्लू अर्जुन कुछ दिन आराम फरमाने के लिये उत्तराखंड की वादियों में पहुंचे हैं। गुरुवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर वह पहुंचे तो प्रशंसकों ने उन्हें पहचान लिया। उन्होंने प्रशंसकों के साथ फोटो भी खिंचवाई। अल्लू अर्जुन नरेंद्र नगर स्थित होटल आनंदा में ठहरे हैं। सुपरहिट फिल्म ‘पुष्पा: द राइज’ में अपने अभिनय से धमाल मचाने वाले अल्लू अर्जुन जब काली पैंट और काली टीशर्ट और काला मास्क लगाएं एयर पोर्ट पहुंचे तो इस अभिनेता को वहां मौजूद कुछ प्रशंसकों ने पहचान लिया। कारोबारी नितिन पुंडीर ने उन्हें गुलदस्ता भेंट किया जिसको उन्होंने अभिवादन के साथ स्वीकार किया। अल्लू अर्जुन अपने एक साथी के साथ उत्तराखंड पहुंचे हैं।

हाल ही में रिलीज हुई एक्शन और ड्रामा से भरपूर फिल्म ‘पुष्पा: द राइज’ को दर्शकों का जबरदस्त प्यार मिला है। फिल्म में अल्लू अर्जुन मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म लाल चंदन की तस्करी को केंद्र में रखकर बनाई गई है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्म ने अब तक बाक्स आफिस पर 300 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई कर ली है। दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड 2022 में इस फिल्म को फिल्म आफ द ईयर का अवार्ड मिल चुका है। साउथ सिनेमा में टाप टेन में यह फिल्म शामिल हुई है। फिल्म को मिल रही अपार सफलता के बाद इस फिल्म का ‘पुष्पा: द रूल पार्ट टू’ इस वर्ष के अंत तक आने की उम्मीद है। फिल्म का ‘तेरी झलक असरफी…’ गीत हर किसी की जुबान पर है।

भारतीय वैज्ञानिकों ने विश्व पटल पर भारत का मान बढ़ाया : प्रो जोशी

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हरिद्वार 24 फरवरी (कुलभूषण) गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय में चल रहे विज्ञान महोत्सव विज्ञान सर्वत्र पूज्यते को सम्बोधित करते हुए जाने.माने पर्यावरणविद् प्रो0 बी0डी0 जोशी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हर व्यक्ति के अन्दर कोई.न.कोई प्रतिभा छिपी होती है जिसे विद्याअर्जन व निरन्तर अभ्यास के माध्यम से समाज के सामने अवसर मिलने पर सिद्ध किया जा सकता है। प्रो0 जोशी ने कहा कि छात्रों व अनुसंधान में लगे छात्रों को निरन्तर अध्ययनरत रहना चाहिए। विभिन्न पुस्तकों में अथाह ज्ञान का भण्डार समाहित है जिसका अध्ययन करने से शोध व हमारी जिज्ञासा को शान्त करने के अवसर उपलब्ध होते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में मानव बहुत हद तक मशीनों उपकरणों पर निर्भर हो गया है। वर्तमान समय में सभी लोगों का दैनिक दिनचर्या का एक बड़ा हिस्सा मोबाइल जैसे उपकरणों में व्यतित हो जाता है जिसके चलते मनुष्य में अपने मानसिक विकास व सोच को मानों विकसित होने से सीमित कर दिया है। हमें अपने बच्चों के बौद्धिक विकास व अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए विद्याअर्जन कर अनुसंधान व शोध के क्षेत्रों में आगे बढ़ना चाहिए। प्रोफेसर जोशी ने कहा कि देश में अनेक ऐसे वैज्ञानिकों के उदाहरण उपलब्ध हैं जिन्होंने संसाधनों के अभाव में स्वयं को न केवल एक सफल वैज्ञानिक के रूप में सिद्ध किया अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत देश का मान भी बढ़ाया है। प्रोफेसर जोशी ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे संसाधनों की कमी पर अपना ध्यान केंद्रित में करते हुए लगन एवं निष्ठा से आगे बढ़े तो उन्हें जीवन में सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जाने.माने वैज्ञानिक देवेन्द्र मेवाड़ी ने विज्ञान के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यो के लिए जानकारी देते हुए देश के विभिन्न वैज्ञानिकों की प्रतिभाओं से उपस्थित छात्रों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि हमारे देश के विभिन्न वैज्ञानिकों ने अपनी प्रतिभा के दम पर विश्व पटल पर भारत के प्रभुत्व को स्थापित किया है इनमें डा0 सी0वी0 रमनए अन्नामणि सहित विभिन्न वैज्ञानिकों ने अपने अनुसंधानों से देश दुनिया के विकास का मार्ग प्रशस्त करते हुए युवाओं से विज्ञान के क्षेत्र में आगे आकर नये.नये अविष्कार व शोध कार्य करने का आह्वान किया।
उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के पक्षी वैज्ञानिक डॉ विनय सेठी ने विज्ञान की सुंदरता विषय पर अपना व्याख्यान दिया। डॉक्टर सेठी ने कहा कि एक सफल वैज्ञानिक होना तथा एक अच्छा इंसान होना दो अलग.अलग बातें हैं यदि एक वैज्ञानिक विज्ञान एवं विचारों के स्तर पर स्थिर है तथा समाज में समन्वय रखते हुए अपना योगदान देता है तो उसे सही अर्थों में सफल वैज्ञानिक कहा जा सकता है। डॉक्टर सेठी ने कहा कि विद्यार्थियों को विज्ञान के क्षेत्र में अपनी रुचि जागृत करनी चाहिए तथा निरंतरताए संयम एवं अनुशासन को आधार बनाकर इस यात्रा की शुरुआत करनी चाहिए।
इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रो एल पी पुरोहित संयोजक प्रो सत्येंद्र राजपुत डॉ हेमवती नन्दन प्रो कर्मजीत भाटिया डॉ कृष्ण कुमार डॉ निधि हांडा डॉ विपिन शर्मा डॉ। लोकेश जोशी डॉ बलवंत रावत दीपक नेगी हेमंत सिंह नेगी तथा विभिन्न छात्र उपस्थित रहेद्य कार्यक्रम का संचालन डॉ हिमांशु पंडित ने किया द्य
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गुरूकुल कांगडी के 14 छात्रों का हुआ प्लेसमेंट

हरिद्वार 24 फरवरी (कुलभूषण) गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट अधिकारी डॉ0 राजुल भारद्वाज ने बताया है कि देश की प्रतिष्ठित कम्पनियाँ जस्ट डाइलए आयरन नैटवर्कए ग्लोबल लॉजिक ;हिटाचिद्धए पतंजली ग्रुप ;भरूआ सोल्युशनसद्ध एवं विपरो एलाईट कम्पनी ने विश्वविद्यालय के एम0सी0ए0 2022 बैचए एम0बी0ए0 2022 बैचए बी0टेक0 2022 बैच एवं बी0एस.सी0 2022 बैच के छात्रों को चयनित करने हेतु कैम्पस ड्राइव किया। प्लेसमेंट सम्बन्धी प्रक्रिया पूर्ण करने के पश्चात् कम्पनी द्वारा 14 छात्रों का चयन किया गया जिसमें जस्ट डाइल कम्पनी ने बी0टेक0 2022 बैच से 03 छात्र आयुष कुमारए दीपांशु कुमार एवं कमलजीत सिंह तथा एम0बी0ए0 2022 बैच से 01 छात्र आदित्य नायर तथा आयरन नैटवर्क कम्पनी ने एम0सी0ए0 2022 बैच से 01 छात्र प्रवीन कुमार एवं 01 छात्रा साक्षी शर्मा तथा ग्लोबल लॉजिक ;हिटाचिद्ध कम्पनी ने एम0सी0ए0 2022 बैच से 01 छात्रा नन्दीनी तोमर एवं बी0टेक0 2022 बैच 01 छात्र प्रियांशु कुमार तथा पतंजली ग्रुप ;भरूआ सोल्युशनसद्ध कम्पनी ने एम0सी0ए0 2022 बैच से 03 छात्र अभिषेक कश्यपए अभिनव सिंह एवं प्रवीन कुमार एवं 01 छात्रा महिमा अग्रवाल एवं बी0टेक0 2022 बैच से 01 छात्र शिवम कुमार यादव तथा विपरो एलाईट कम्पनी ने बी0एस.सी0 2022 बैच से 01 छात्र आकाश शर्मा को चयनित घोषित किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रूप किशोर शास्त्री कुलसचिव डॉ0 सुनील कुमार प्रोफेसर इनचार्ज डॉ0 पंकज मदान एवं समस्त विश्वविद्यालय परिवार ने छात्रों के चयन पर हर्ष व्यक्त करते हुए छात्रों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनायें दी हैं। इस अवसर पर प्लेसमेंट टीम से विकास सक्सेना कमल कुमार एवं मनोज शर्मा उपस्थित रहे।

 

 म्युनिसिपल बोर्ड कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष मुकुल जोशी ने की राजस्थान सरकार के पुरानी पेंशन बहाली फैसले की प्रशंसा

हरिद्वार 24 फरवरी (कुलभूषण) मायापुर स्थित यूनियन भवन में म्युनिसिपल बोर्ड कर्मचारी यूनियन की एक बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता म्युनिसिपल बोर्ड कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष मुकुल जोशी जी ने की।
बैठक में उपस्थित संयुक्त रूप से कहा गया कि राजस्थान सरकार ने जो पुरानी पेंशन बहाली का फैसला लिया वह स्वागत योग्य फैसला है इसके लिए हम अशोक गहलोत जी को धन्यवाद देते हैं जिन्होंने कर्मचारियों की पीड़ा को समझा और उनके हक में फैसला लिया। श्री गहलोत जी की हम भूरी भूरी प्रशंसा करते हैं। राजस्थान सरकार के इस फैसले की प्रशंसा करते हुए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत जी ने कहा कि उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बनने पर उत्तराखंड में भी पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करेंगे इसके लिए हम श्री हरीश रावत जी का धन्यवाद करते है। बैठक में संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे
उपस्थित रहे:- मुरली मनोहर वरिष्ठ श्रमिक नेता, सुरेंद्र तेश्वर श्रमिक नेता, अशोक गुप्ता, राजेंद्र श्रमिक, नरेश चनयाना, नीरज बागड़ी, आत्माराम बेनीवाल, प्रदीप त्यागी राजेंद्र चुटेला, अमन गर्ग पूर्व पार्षद, राजीव भार्गव पार्षद, प्रदीप त्यागी, सुनील राजौर, किशोर हवलदार, आदि।

गूगल पे का कस्टमर केयर अधिकारी बताकर खाते से निकाले एक लाख 21 हजार

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देहरादून (विकासनगर), गूगल पे का कस्टमर केयर अधिकारी बताकर ठग के चुंगल में फिर एक व्यक्ति फंस गया, दून के भाऊवाला निवासी एक व्यक्ति के खाते से एक लाख 21 हजार 70 रुपये निकाल लिए। साइबर ठग ने पहले एनी डेस्क एप डाउनलोड कराया, जिसके बाद यूपीआइ नंबर पूछकर खाते से रकम निकाली। ठगी के शिकार व्यक्ति ने साइबर क्राइम थाने को तहरीर दी, जिस पर जांच के बाद सेलाकुई थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच कोतवाली प्रभारी विकासनगर रविंद्र शाह करेंगे।

सेलाकुई थाना क्षेत्र के भाऊवाला निवासी भगवती प्रसाद सती ने साइबर क्राइम स्टेशन देहरादून को दी तहरीर में बताया कि 10 फरवरी को उन्होंने गूगल पे से अपने मित्र के खाते में 20-20 हजार रुपये के छह ट्रांजक्शन किए। अंतिम ट्रांजक्शन के समय सर्वर फेल हो गया, जिसके बाद उन्होंने गूगल पे कस्टमर केयर का नंबर तलाशा और काल किया। काल रिसीव करने वाले ने अपने आपको गूगल पे का कस्टमर केयर अधिकारी बताया। उसने कहा कि ट्रांजक्शन के समय काटी गई धनराशि वापस पाने के लिए वह पहले अपने फोन में एनी डेस्क एप डाउनलोड करें। काल रिसीव करने वाले व्यक्ति के कहने पर भगवती प्रसाद ने एप डाउनलोड किया, तो ठग ने उनसे यूपीआइ पिन पूछा। पिन के बताते ही 11 फरवरी 22 को 20 हजार, 12 फरवरी को 24998, 5000, 20330, 20330, 15 फरवरी को 20330, 20330, 5082 रुपये कुल एक लाख 21 हजार 70 रुपये उनके खाते से निकाल लिए गए। जब उन्होंने जानकारों से पूछा तो मालूम हुआ कि वह फर्जी गूगल पे कस्टमर अधिकारी था। भगवती प्रसाद सती की तहरीर पर अज्ञात ठग के खिलाफ धोखाधड़ी, आइटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया। साइबर क्राइम पुलिस थाने से मामला सेलाकुई थाने पहुंचा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर इस मामले की जांच विकासनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र शाह को सौंपी गई है।