Wednesday, May 14, 2025
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खास खबर : केंद्रीय विद्यालयों में नए सत्र 2022-23 के लिये ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 28 फरवरी से शुरू, वेबसाइट पर भर सकते हैं एप्लीकेशन फॉर्म

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देहरादून, केंद्रीय विद्यालयों में दाखिले को लेकर केंद्रीय विद्यालय संगठन की ओर से अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। जिसके अनुसार कक्षा एक के साथ अन्य कक्षाओं में भी सीटें खाली रहने पर नामांकन किया जा सकता है।

कक्षा एक में नामांकन की प्रक्रिया में संगठन ने महत्वपूर्ण बदलाव किया है। कक्षा एक में नामांकन के लिए आयु सीमा पहले पांच साल निर्धारित थी। अब इसमें एक साल का विस्तार दिया गया है। अब कक्षा एक में छह साल की उम्र में दाखिला लिया जा सकेगा। कक्षा एक में नामांकन को पंजीकरण 28 फरवरी से आनलाइन प्रांरभ हो रहा है। पंजीकरण केंद्रीय विद्यालय संगठन की वेबसाइट kvsonlineadmission.kvs.gov.in पर किए जा सकेंगे।

इस बार मोबाइल एप से भी आनलाइन पंजीकरण की सुविधा दी गई है। कक्षा एक में नामांकन की पहली मेरिट लिस्ट 25 मार्च को जारी की जाएगी। इसके बाद दूसरी और तीसरी लिस्ट क्रमश: एक अप्रैल और आठ अप्रैल को जारी की जाएगी।

दाखिला शेड्यूल :
कक्षा एक : आनलाइन रजिस्ट्रेशन -28 फरवरी से 21 मार्च तक
पहली से तीसरी चयन सूची – 25 मार्च से आठ अप्रैल के बीच

कक्षा दो के लिए रजिस्ट्रेशन : आठ से 16 अप्रैल तक
कक्षा दो से आगे की कक्षाओं के लिए सूची जारी- 21 से 28 अप्रैल
कक्षा नौ तक प्रवेश की अंतिम तिथि -30 जून

कक्षा एक में इन डॉक्यूमेंट्स की पड़ेगी जरूरत :

बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र की स्कैन कॉपी, बच्चे की पासपोर्ट साइट फोटो या स्कैन की गई फोटो।
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के तहत आवेदन कर रहे हैं तो सरकारी प्रमाण पत्र।
पैरेंट्स या गार्जियन की ट्रांसफर डिटेल्स जो एप्लीकेशन क्रेडेंशियल में इस्तेमाल हुई हैं।

केवीएस की आरिक्षत सीटें :

योग्य छात्रों का प्रवेश केवल सेवा प्राथमिकता श्रेणी से राइट टू एजुकेशन (आरटीई) के अनुसार होगा। दोनों कैटेगरीज में प्रवेश के बाद आरक्षण कोटा वाले छात्रों को मौका मिलेगा। नए एडमिशन के लिए उपलब्ध सीटों में से 25 प्रतिशत शिक्षा का अधिकार के लिए, 15 प्रतिशत अनुसूचित जाति के लिए, 7.5 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति के लिए और 27 प्रतिशत सीटें आरक्षित होंगी।

 

प्रदेश सरकार ने पुरानी पेंशन को बहाल न करके कर्मचारियों की जनभावनाओं को किया नजर अंदाज : पैन्यूली

देहरादून, पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन के पदाधिकारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया है। शनिवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रांतीय अध्यक्ष जीतमणि पैन्यूली ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पुरानी पेंशन को बहाल न करके कर्मचारियों की जनभावनाओं को नजरअंदाज किया है। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार को चेताया कि अगर सरकार ने जल्द पुरानी पेंशन बहाल नहीं की तो कर्मचारी जनांदोलन के लिए बाध्य होंगे। इसके अलावा उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल का स्वागत करते हुए उनका धन्यवाद भी जताया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के सभी दस महासंघ इस आंदोलन के साथ हैं। अगर नई सरकार ने पुरानी पेंशन बहाल नहीं की तो कर्मचारियों को आंदोलन के लिए बाध्य होना होगा।
राजस्थान सरकार की ओर से लाखों कार्मिकों के हित में पुरानी पेंशन बहाली के निर्णय का राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने स्वागत किया है। साथ ही अन्य राज्यों में भी यह मांग उठाई है। इसके लिए 27 फरवरी को इंटरनेट मीडिया पर अभियान भी चलाया जाएगा। मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत ने कहा कि अन्य राज्यों के नई पेंशन योजना आच्छादित कार्मिकों को उम्मीद है कि जल्द पुरानी पेंशन बहाल होगी। मोर्चा के नेतृत्व में देश के तमाम कार्मिक सड़क से सदन तक पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं। देश के कोने-कोने से पुरानी पेंशन बहाली की आवाज उठ रही है। अब मोर्चा ने निर्णय लिया है कि 27 फरवरी को ट्विटर महा अभियान के जरिये #RestoreOPS_likeRajasthan लिखकर आवाज उठाई जाएगी।

अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संगठन ने पुरानी पेंशन बहाली के निर्णय का स्वागत करते हुए राजस्थान सरकार का आभार जताया है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेश त्यागी ने कहा कि देश के सभी राज्यों में शिक्षकों को पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाए।

पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन ने उत्तराखंड में राजनीतिक दलों से पुरानी पेंशन बहाल करने की आस जताई है। आंदोलन के प्रांतीय महामंत्री मुकेश रतूड़ी ने कहा कि राजस्थान में पुरानी पेंशन बहाल कर दी गई है। उत्तराखंड में चुनाव पूर्व कुछ राजनीतिक दलों ने भी इस संबंध में आश्वासन दिया है। उम्मीद है कि वह सत्ता में आकर पुरानी पेंशन बहाल करेंगे।

 

यूक्रेन में फंसे कुमाऊं के 60 छात्र, जिलाधिकारियों ने शासन को भेजी सूची

हल्द्वानी, यूक्रेन पर रूस के हमले से सहमे भारतीयों को निकालने की भारत सरकार ने कौशिश तेज कर दी है। सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर और जिलाधिकारियों द्वारा मांगी गई सूची के आधार पर अभी तक कुमाऊं में 60 लोग सूचीबद्ध किए गए हैैं। बागेश्वर जिले से कोई भी यूक्रेन में नहीं फंसा है। बाकी जिलों जिलाधिकारियों ने सूची शासन को भेज दी हैै। देर रात तक सूची अपडेट की गई। वहीं ऊधमसिंह नगर में दो छात्राओं की जानकारी सुबह पता चली, जिसे अपडेट किया जा रहा है।

यूक्रेन पर रूस की बमबारी का परिणाम जो भी होगा, लेकिन उत्तराखंड में अधिकांश लोगों की धड़कने लगातार बढ़ती जा रही हैैं। शुक्रवार शाम तक प्रशासन को आपातकालीन नंबरों पर मिली रिपोर्ट के मुताबिक कुमाऊं के ही करीब 60 लोग यूक्रेन में हैं। इसमें सर्वाधिक संख्या 34 ऊधमसिंह नगर जिले से है। उसके बाद नैनीताल जिले से 19, पिथौरागढ़ जिले से दो, चम्पावत जिले से पांच तथा अल्मोड़ा जिले से एक व्यक्ति के यूक्रेन में होने की सूचना है | बागेश्वर जिला प्रशासन को एक भी सूचना जिलेभर से प्राप्त नहीं हुई है। प्रशासन प्राप्त नामों की सूची शासन में इसके लिए नामित किए गए दो नोडल अधिकारियों को उपलब्ध करा रहा है। ताकि भारत सरकार के स्तर से इन लोगों को वहां से सुरक्षित भारत लाने की कार्यवाही की जा सके।

 

कांग्रेस नेता सुमित हृदयेश ने वर्तमान समय में यूक्रेन में मौजूद हल्द्वानी के बच्चों और नागरिकों के परिजनों से फोन पर की वार्ता

(चन्दन सिंह बिष्ट)

हल्द्वानी, रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण यूक्रेन में उत्पन्न महासंकट के समय यूक्रेन में मौजूद हल्द्वानी के बच्चों की सलामती को लेकर चिंतित कांग्रेस नेता सुमित हृदयेश ने की भगवान से की प्रार्थना और सकुशल घर वापसी के लिए मा.मुख्यमंत्री (उत्तराखंड) से की अविलंब उचित कार्यवाही की मांग।

कांग्रेस नेता सुमित हृदयेश ने वर्तमान समय में यूक्रेन में मौजूद हल्द्वानी के बच्चो और नागरिकों के परिजनों से फोन पर वार्ता कर मौजूदा हालातो पर चर्चा की और भरोसा दिया कि सभी बच्चो की सकुशल घर वापसी के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे।
इसी क्रम में सुमित हृदयेश ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से फ़ोन पर बात कर यूक्रेन में मौजूद उत्तराखंडवासियों को हर हाल में सकुशल घर वापसी कराये जाने को लेकर अविलंब उचित कार्यवाही किये जाने की बात कही।
सुमित हृदयेश ने बताया कि वैसे तो यूक्रेन के विभिन्न शहरों में हल्द्वानी सहित उत्तराखंड के सैकड़ो लोग फसे है और यहाँ उनके परिजन परेशान है। सभी के साथ मेरी व्यक्तिगत भावनाएं जुड़ी है।
यूक्रेन की राजधानी कीव में भी हल्द्वानी के दो बच्चें अभी मौजूद है, जिनकी कुशलता के लिए और सभी भारतीय नागरिकों की शीघ्र भारत वापसी के लिए भगवान से प्रार्थना करता हूं।
उम्मीद करता हु की जल्द ही हमारे सारे बच्चे जल्द हमारे बीच होंगे।

 

 

हिम्मत को सलाम : रूसी टैंकों को रोकने के लिये यूक्रेनी सैनिक ने खुद पर विस्फोटक बांधकर तबाह कर दिया पुल

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कीव(एजेन्सी), किसी भी देश की सेना के जवान में उसके अंदर देश के लिए जान न्योछावर कर देने की जो हिम्मत होती है उस हिम्मत को सलाम। रूस के सामने यूक्रेन एक बेहद ही छोटा देश है। अकेले कितने दिन ही रूस के सामने वह टिक पाएगा यह सभी को अंदर से पता है लेकिन यूक्रेन की हिम्मत इस समय पूरी दुनियाभर देख रही है। जहां यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस के सामने हथियार डालने से इंकार कर दिया है और समर्पण के साथ रशिया से खिलाफ युद्ध कर रह है यह जज्बा पूरी दुनिया के सामने हैं। देश का हर जवान अपनी जमीन की रक्षा के लिए रूसी सेना से लड़ाई कर रहा है। इस युद्ध में सेना के कई जवान अपने खून और बलिदान से देश का इतिहास लिख रहे हैं। यह जवान अपने बलिदान से हमेशा के लिए अपने नाम को अमर कर रहे हैं। यूक्रेन के रणबाकुरों ने रूसी सेना का डटकर सामना किया।

यूक्रेन के एक जवान ने रूसी सेना को धूल चटाने के लिए जो साहस दिखाया वो सच्ची देशभक्ति की कहानी हैं। रूसी टैंकों को अपने देश पर आक्रमण करने से रोकने के लिए एक यूक्रेनी सैनिक ने रूस के कब्जे वाले क्रीमिया को मुख्य भूमि यूक्रेन से जोड़ने वाले पुल को उड़ा दिया। पुल को उड़ाने के लिए उसने खुद पर बारूदों को बांधा और पुल पर चला गया ताकि उस पास से पुल के माध्यम से कोई देश में न आ सके। उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी।

यूक्रेनी सेना के अनुसार, जब रूसी टैंकों ने आक्रमण किया, तो समुद्री बटालियन इंजीनियर विटाली स्काकुन वोलोडिमिरोविच को दक्षिणी प्रांत खेरसॉन में हेनिचेस्क पुल पर तैनात किया गया था। सेना ने फैसला किया कि रूसी टैंकों को अवरुद्ध करने का एकमात्र तरीका पुल को उड़ा देना होगा और तदनुसार, वलोडिमिरोविच ने स्वेच्छा से इस काम को करने की इच्छा जताई और इसे करके दिखाया। इस बात की जानकारी युक्रेन सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने एक बयान में दी है। पुल उड़ जाने के कारण रूसी सेना अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सकी और उन्हें एक लंबा रास्ता अपनाने के लिए मजबूर किया होना पड़ा।

क्रेनी सेना ने एक बयान में लिखा “हमारे देश के लिए इस कठिन दिन पर, जब यूक्रेनी लोग सभी दिशाओं में रूसी कब्जेदारों से लड़ रहे हैं, यूक्रेन के नक्शे पर सबसे कठिन स्थानों में से एक क्रीमियन चौराहा था, जहां पहले दुश्मनों में से एक अलग समुद्री बटालियन से मिला था। टैंक कॉलम के प्रचार को रोकने के लिए, जेनिश कार ब्रिज को उखाड़ फेंकने का निर्णय लिया गया था।

रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर शुक्रवार को हमला शुरू दिया। सरकारी इमारतों के निकट गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें गूंज रही थीं। रूस की इस कार्रवाई से यूरोप में व्यापक युद्ध की आशंका पैदा हो गई है वहीं उसे रोकने के लिए दुनियाभर में प्रयास भी शुरू हो गए हैं। युद्ध से सैकड़ों लोगों के हताहत होने की सूचनाओं के बीच कीव में इमारतों, पुलों और स्कूलों के सामने भी गोलीबारी और विस्फोटों की घटनाएं हुई हैं। इस बात के भी संकेत बढ़ रहे थे कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन की मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश कर रहे हैं। दुनिया के नक्शे में बदलाव करने और रूस के शीतयुद्ध कालीन प्रभाव को बहाल करने के लिए यह पुतिन का अभी तक का सबसे बड़ा कदम है।

तेलंगाना के नलगोंडा में हेलीकॉप्टर क्रैश, 2 पायलटों की मौत

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नलगोंडा, तेलंगाना के नलगोंडा जिले में शनिवार को हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया, ज‍िसमें ट्रेनी पायलट समेत दो पायलटों की मौत हो गई है। दुर्घटना कृष्णा नदी पर नागार्जुनसागर बांध के करीब पेद्दावुरा ब्लॉक के तुंगतुर्थी गांव में हुई। जोरदार धमाका सुनकर स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए। इस समय पुलिस और मेडिकल टीम मौके पर पहुंच गई है। माना जा रहा है कि क्रैश हुआ हेलीकॉप्टर ट्रेनी पायलट उड़ा रहा था। विमान हैदराबाद की एक निजी विमानन अकादमी का था। अभी तक मृतकों की पहचान नहीं की जा सकी है। प्रारंभिक जांच में नलगोंडा पुलिस ने कहा कि उन्हें पेद्दावुरा मंडल के तुंगतुर्थी गांव में कृषि भूमि पर काम करने वाले किसानों से सूचना मिली थी कि उन्होंने देखा कि एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और भयंकर धुआं निकल रहा था। सूचना के आधार पर पुलिस मौके पर पहुंची और देखा कि हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है और एक महिला पायलट सहित 2 की मौत हो गई है। पुलिस को संदेह है कि हेलिकॉप्टर कृषि भूमि पर उच्च तनाव बिजली के तारों के संपर्क में आया और दुर्घटना का कारण बना। हेलिकॉप्टर हैदराबाद स्थित फ्लाईटेक एविएशन अकादमी का है। नलगोंडा की सीमा से लगे आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के नागार्जुनसागर में इसका एक संचालन संस्थान भी है, जहां से हेल‍िकॉप्‍टर ने उड़ान भरी थी।

खौफनाकम: पति की हत्या कर शव को पांच टुकड़ों में काटा, शराब के नशे में बेटे ने खोल दी पोल

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इंदौर, मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में खौफनाक मामला सामने आया है। यहां एक 40 साल की महिला ने अपने पति की हत्या की और उसके शरीर को पांच टुकड़ों में काट दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। सुनीता नाम की आरोपी महिला ने अपने दो दोस्तों रिजवान खान और भैय्यू के साथ मिलकर अपने पति बबलू जादोन की कथित तौर पर हत्या कर दी। वह ड्राइवर था। यह घटना तब सामने आई जब पीड़ित के बेटे प्रशांत ने शराब के नशे में अपने दोस्त को इस बारे में बताया। ये घटना 5 फरवरी की है। पुलिस के मुताबिक सुनीता ने जादोन के खाने में कथित तौर पर जहर मिला दिया था। जैसे ही वह होश खो बैठा, उसने अपने दोस्त रिजवान के साथ मिलकर उसका गला घोंट दिया। बाद में शहर में मीट की दुकान चलाने वाले रिजवान और भय्यू ने उसके शरीर के पांच टुकड़े कर दिए। आरोपियों ने छह फरवरी को शव के टुकड़े अलग-अलग जगहों पर फेंके थे। उन्होंने उसके पैर और हाथ देवास के जंगल में फेंक दिए। जबकि धड़ और सिर सुनीता के घर सेप्टिक टैंक में दबा दिए। मामला गुरुवार की रात तब सामने आया जब शराब के नशे में धुत बेटे प्रशांत जादोन ने अपने दोस्त से कहा कि वह उसे मारकर दफना देगा और किसी को भी इसके बारे में पता नहीं चलेगा, जैसे उसकी मां ने उसके पिता को मार डाला था और 20 दिन पहले शव को फेंक दिया था। दोस्त ने इसकी सूचना पुलिस को दी। शुक्रवार की सुबह पुलिस ने सुनीता को हिरासत में लेकर पूछताछ की। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने सुनीता और प्रशांत को गिरफ्तार कर लिया, जबकि रिजवान और भय्यू फरार हैं। पूछताछ के दौरान सुनीता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और आरोप लगाया कि उसका पति उसे परेशान करता था और उस पर बेवफाई का आरोप लगाता था।

फागुनी कांवड़ यात्रा : मुख्यमंत्री धामी ने सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने के अधिकारियों को दिये निर्देश

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देहरादून, आगामी एक मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व है, इस दिन फागुनी कांवड़ की शुरुआत हो जाती है, तीर्थ स्थल हरिद्वार में फागुनी कांवड़ यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कांवड़ के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने और शिव भक्तों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखने के निर्देश दिए हैं। फागुनी कांवड़ में भगवान शिव के भक्त धर्मनगरी हरिद्वार में स्थित हर की पैड़ी पहुंच कर अपनी मनोकामनाओं की सिद्धि के लिए कांवड़ उठा कर अपने अपने शहर की ओर प्रस्थान कर रहे हैं।

हरिद्वार से पैदल यात्रा कर गंगा से जल भरकर अपने शहर अथवा गांव के शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने की परम्परा रही है। इसी धार्मिक परम्परा के निर्वहन के लिए बड़ी संख्या में कांवड़िये गंगा जल लेने हरिद्वार पहुंच रहे हैं। इस सम्बंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शिवभक्तों के लिए कावंड़ यात्रा के दौरान संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी जाए। इसके साथ ही यात्रा पर आने वाले शिवभक्तों को समुचित जन-सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
रुड़की में शिवसेना ने पुलिस प्रशासन से कांवड़ यात्रियों के मार्ग से मांस, अंडे की रेहड़ी और दुकानों को हटाने की मांग की है। मार्ग पर इन दुकानों के होने से कांवड़ यात्रियों की धार्मिक भावनाएं आहत हो सकती हैं।

मकतूलपुरी स्थित शिव सेना कार्यालय पर एक बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए शिवसेना के प्रदेश सचिव जगमोहन पटवा ने कहा कि कोरोना के कारण पिछले दो वर्ष से कांवड़ यात्रा नहीं हो पाई है। इसके चलते इस बार कांवड़ यात्रा में बड़ी संख्या में यात्री आ रहे हैं। यह कांवड़ यात्री हरिद्वार से गंगाजल लेकर पैदल ही गंतव्य को जा रहे हैं। एक मार्च को महाशिवरात्रि पर्व तक कांवड़ यात्रा जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा को देखते हुए मार्ग पर पडऩे वाली मांस, अंडे व शराब की दुकानों को बंद रखा जाए। इस मौके पर नगर प्रमुख आशीष लूथरा, अजय ङ्क्षसह, दीपक, राजकुमार, अश्विनी, राकेश, ललित, आकाश, सुधांशु पटवा, सतेंद्र, रामपाल, विनोद, नरेंद्र, सुरेश मानव आदि मौजूद रहे।

गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में डेटा विश्लेषण पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

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हरिद्वार 26 फरवरी (कुलभूषण) गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय प्रबंधन अध्ययन संकाय और प्रबंधन अध्ययन विभाग की ओर से दिनांक 21 से 25 फरवरी तक डेटा विश्लेषण पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया,जिसमें देश के विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों से प्रोफेसर, रिसर्च स्कॉलर, छात्र-छात्राओं ने बढ़- चढ़ कर भाग लिया। कार्यशाला में गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज भत्रोंजखान, उत्तराखंड के सहेयक प्रोफेसर डॉ शैलेंद्र कुमार सिंह ने एसपीएसएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से जटिल आंकड़ों का सफलतापूर्वक विश्लेषण करना बताया जो कि शोध कार्य में नितांत आवश्यक है।गवर्मेंट डिग्री कॉलेज मुवानी पिथौरागढ़ से डॉ आशीष कुमार गुप्ता ने रिसर्च साइटेशन और प्लेजराइज़्म के बारे में अवगत कराया।
ऑनलाइन आयोजित कार्यशाला में विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. रूप किशोर शास्त्री ने छात्रों को वैज्ञानिक अनुसंधान करने के लिए प्रेरित किया।फैकल्टी डीन प्रोफेसर वीके सिंह ने आज के समकालीन युग में डेटा विश्लेषण का महत्व समझाया व डॉ शैलेंद्र कुमार के प्रति आभार व्यक्त किया।
डीएमएस की प्रभारी प्रोफेसर बिंदु अरोड़ा ने देश के विकास में अनुसंधान के महत्व की व्याख्या करते हुए छात्र छात्राओं को डेटा विश्लेषण के लिए उपकरण को सीखने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यशाला के आयोजन सचिव डॉ आशीष आर्य ने 5 दिनों तक कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
इस कार्यशाला में प्रो. पंकज मदान, प्रो. सुरेखा राणा, प्रो. पतिराज कुमारी ,डॉ. पूनम पैनली, डॉ.अनिल डंगवाल, डॉ. राजुल भारद्वाज, डॉ मिथिलेश पांडे, डॉ.मिहिर जोशी, डॉ अमित अग्रवाल, डॉ विवेक अग्रवाल, व्योमकेश भट्ट और कपिल पांडे ने भाग लिया।
विभाग के रिसर्च स्कॉलर हिमानी शर्मा , लक्ष्मी गौतमी, सुभाष चंद्र अरोड़ा, पूजा ध्यानी व कृष्णा गुप्ता ने मॉडरेटर की भूमिका निभाई व तकनीकी कार्य संभाला।

उत्तराखंड के परिप्रेक्ष्य में शहरी विकास मुद्दों पर हुई चर्चा

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देहरादून। पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया, देहरादून चैप्टर, हुडको और सोशयिल डेवलपमेंट कम्यूनिटि फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में हुडको के उत्तराखंड रीजनल कार्यालय में उत्तराखंड में शहरी विकास के मुद्दों विशेषकर साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट और स्वच्छ ता सर्वेक्षण 2022 को लेकर विभिन्न विषय विशेषज्ञों ने अपने विचारों को साझा किया। हुडको के उत्तराखंड के रीजनल अधिकारी संजय भार्गव ने सभी लोगों का स्वागत किया और हुडको राज्य मे शहरी विकास में कैसे भागीदारी निभा रहा है, उन्होंने भविष्य मे राज्य मे कैसे हुडको सुनियोजित तरीके से अपनी योजनायें चलायेगा इसके बारे मे सभी को विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी।

एसडीसीएफ के संस्थापक अनूप नौटियाल ने उत्तराखंड के विभिन्न नगर निगम, नगर पालिकाओं के कार्य विवरण के बारे मे आंकडो सहित सभी को जानकारी उपलब्ध करायी और कहा कि उत्तराखंड मे शहरी विकास मे अभी बहुत काम करने की आवश्यकता है, उन्होने स्वच्छता सर्वेक्षण के बारे मे भी जानकारी दी और उसके विभिन्न सेक्टर की आंकड़ो सहित बताया।

आशीष गर्ग, संस्थापक ईको ग्रुप ने अपनी संस्था द्वारा पर्यावरण और शहरी विकास के कार्यों पर प्रकाश डाला, उनकी संस्दा द्वारा प्लास्टिक वेस्ट से बनाये जाने वाली ईको ब्रिक्स की सभी ने प्रशंसा की।

पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष अमित पोखरियाल ने पीआरएसआई देहरादून चैप्टर की उपलब्धियों को बताया। उन्होने बोला कि भविष्य मे ईवेस्ट भी एक बडी समस्या के रूप मे आ रहा है जिसका वैज्ञानिक निदान होना आवश्यक है, उत्तराखंड एक नैसर्गिक राज्य है और यहां शहरी विकास नियोजित ढंग से होना चाहिए।

इस अवसर पर पीआरएसआई सचिव अनिल कुमार, मनोज गोविल, हुडको के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

युवक ने गंगनहर में लगाई छलांग,लापता

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रुड़की। एक युवक ने गंगनहर में छलांग लगा दी। सूचना पर स्थानीय पुलिस तथा जल पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। जल पुलिस के जवानों ने काफी देर तक गंगनहर में युवक की तलाश की। लेकिन उसका कोई अता पता नहीं लग पाया। शुक्रवार की देर शाम गंगनहर पुल से एक युवक ने गंगनहर में छलांग लगाई। उसे गंगनहर में कूदता देख वहां से गुजर रहे कुछ ग्रामीणों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन वे असफल रहे जिसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम को घटना के संबंध में सूचना दी गई। सूचना पर रुड़की से जल पुलिस के जवान भी पहुंचे। स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची। सर्च लाइट के साथ जल पुलिस के जवान काफी देर तक गंगनहर में उसकी तलाश करते रहे। लेकिन उसका कोई पता नहीं लग पाया। शहर चौकी प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि करीब 35 से 40 वर्ष की आयु के बीच का एक युवक गंग नहर के पुराने पुल से नहर में कूदा है। इसकी सूचना कुछ लोगों द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम को दी गई थी। जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची लेकिन उसके बारे में कोई अधिक जानकारी नहीं मिल पाई है।

 

दुर्घटना में घायल बाइक चालक की उपचार के दौरान मौत

रुड़की। करीब एक सप्ताह पूर्व हाईवे पर हुई सड़क दुर्घटना में घायल बाइक सवार की उपचार के दौरान मौत हो गई। जबकि उसकी पत्नी और मासूम पुत्र का इलाज अभी भी चल रहा है। पीड़ित पक्ष की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है। कोतवाली लक्सर क्षेत्र के गांव अकौढ़ा कलां निवासी विकास पुत्र ताराचंद ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि बीस फरवरी की दोपहर के समय उसका भाई गोविंद अपनी पत्नी निशा तथा दस माह के पुत्र हर्ष के साथ बाइक पर सवार होकर रुड़की की ओर से लौट रहा था। जैसे ही वह मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत हाईवे पर पहुंचा तभी एक तेज रफ्तार वाहन ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। जिसमें बाइक पर सवार उसका भाई, भाभी तथा भतीजा गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायलों को उपचार के लिए राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। जहां से उसके भाई गोविंद को चिकित्सकों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया गया था। हायर सेंटर में उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। जबकि उसकी भाभी निशा तथा भतीजे का उपचार किया जा रहा है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

स्वामी दयानंद सरस्वती की जयंती पर किया यज्ञ का आयोजन

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हरिद्वार 26 फरवरी (कुलभूषण) गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय की लाल माता यज्ञशाळा में आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानन्द सरस्वती की जयंती के अवसर पर यज्ञ का आयोजन किया गया द्य यज्ञ के ब्रह्मा वेद विभाग के रूप मे प्रो मनुदेव उपस्थित रहे यज्ञ का संचालन प्रो सत्यदेव निगमालंकार ने किया द्य इस अवसर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रूप किशोर शास्त्री ने कहा कि गुरुकुल में स्वामी दयानन्द का युग लौट आया है द्य आज प्रत्येक दिन विश्वविद्यालय में यज्ञ का आयोजन हो रहा है जिसमें शिक्षक व कर्मचारी नियमित रूप से सहभागी हो रहे ।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा सुनील कुमार ने कहा कि स्वामी दयानन्द सरस्वती की जयंती के अवसर पर यज्ञ किया गया है जिसमें वैदिक विद्वानों ने सहभागिता दी है । आर्य समाज की परम्परा में गुरुकुल के संस्थापक स्वामी श्रध्दानन्द का विशेष योगदान है द्य आज गुरुकुल आर्य समाज के नियमों का अनुपालन कर रहा है ए साथ ही आर्य समाज का प्रचार. प्रसार भी कर रहा है ।
विश्वविद्यालय कार्यवाहक वित्ताधिकारी प्रो विनोद कुमार ने कहा कि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में सभी विषयों में वैदिक विषयों का पठन . पाठन किया जाता है और छात्रों में संस्कार पल्ल्वित किये जाते है उन्होंने कहा कि स्वामी दयानन्द सरस्वती ने वेदों को पहला ग्रन्थ माना है इसलिए सभी को वेदों का अध्ययन अवश्य करना चाहिए द्य
वेद विभाग के वरिष्ठतम प्रोफ़ेसर मनुदेव ने कहा कि आज स्वामी दयानन्द सरस्वती की जयंती है ए इस अवसर पर आर्य समाज के अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जाते है द्य वेदों में विद्या से अभिप्राय ज्ञान से है और अविद्या का अभिप्राय कर्म से है। जब हम ज्ञानपूर्वक कर्म करते हैं तो वह फलदायी सिद्ध होता है।
प्रो सत्यदेव निगमालंकार ने कहा कि स्वामी जी ने धर्म प्रचारार्थ अनेक पुस्तकें लिखी रुढ़िवाद और कुरीतियों के अन्धकार में डूबी हुई जनता को ज्ञान को प्रकाश दिया ।
इस अवसर पर डॉ विपुल भट्ट डॉ पंकज कौशिक डॉ अनिल डंगवाल डॉ राजुल भारद्वाज डॉ आशीष आर्य डॉ अमित अग्रवाल कपिल पांडेय प्रवीण डॉ बबलू रमेश चन्द्र डॉ भगवान दास सुनील राज राठौर आदि उपस्थित रहे ।

यूक्रेन संकट पर आन्तरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित की गयी विचार गोष्ठी

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हरिद्वार 26 फरवरी (कुलभूषण ) यूक्रेन संकट पर एस एम जे एन ;पीण्जीण्द्ध कालेज में आन्तरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ द्वारा विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया
कालेज के प्राचार्य डा सुनील कुमार बत्रा ने अपने सम्बोधन में कहा कि यूक्रेन संकट का शीघ्र समाधान नहीं होने से भारत के मूलभूत राष्ट्रीय हितों को प्रभावित करेगा एवं शीघ्र ही इसका समाधान किया जाना आवश्यक है। इस विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न बौद्धिक अथवा आर्थिक संगठनों के विचार अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं। डाण् बत्रा ने भारत सरकार से आग्रह किया कि अपने राष्ट्रहितों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक तैयारियों को अंजाम दें। डॉ बत्रा ने आगे कहा कि रूस दुनिया में कच्चे तेल एवं गैस का प्रमुख निर्यातक है अगर पश्चिमी देश रूसी निर्यात पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाते हैंए तो इससे ईंधन की कीमतों में भारी वृद्धि हो सकती है विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसारए ईंधन आधारित वस्तुओं के रूसी निर्यात में 50 फीसदी से अधिक निर्भरता है
रूस.यूक्रेन संकट के कारण ना केवल ईंधन की कीमतें बढ़ेंगी बल्कि इसका असर दूसरे कई अन्य उत्पादों पर भी पड़ेगा
रूस दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण गेहूं उत्पादक देशों में से भी एक है युद्ध के कारण खाद्य पदार्थ भी महंगे हो जाएगें
अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा संजय माहेश्वरी ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद उत्पन्न हुई शीत युद्ध की राजनीति और सोवियत संघ के विघटन की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते कहा कि ऐतिहासिक अन्याय को पुनः आधार बनाकर रुस के द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण किया गया है और यह स्थिति अत्यन्त विचारणीय है जिससे भारत के मूलभूत राष्ट्रहितों को नुकसान पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि यह युद्ध स्थानीय से अन्तर्राष्ट्रीय न बने इसके लिए प्रयास किया जाना चाहिए।
राजनीति विज्ञान के विभाग अध्यक्ष विनय थपलियाल समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डा जगदीश चन्द्र आर्य वैभव बत्रा और दिव्यांश शर्मा ने भी इस विशय पर विस्तार से अपने विचार रखे
विचार गोष्ठी में डा मन मोहन गुप्ता डा सुषमा नयाल डा अमिता श्रीवास्तव रिंकल गोयल डा सरोज शर्मा डा आशा शर्मा डा विनीता चैहान डा मोना शर्मा डा रेनू सिंह अन्तिमा त्यागी मोहन चन्द्र पाण्डेय सहित शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहें

 

वैज्ञानिक चेतना के लिए प्रचार प्रसार की आवश्यकता: डॉ अशोकMay be an image of 2 people, people standing and indoor

हरिद्वार 26 फरवरी (कुलभूषण ) गुरुकुल काँगड़ी समविश्वविद्यालय में भारत सरकार के साप्ताहिक विज्ञान महोत्सव श्विज्ञान सर्वत्र पूज्यतेश् में आज विशेष व्याख्यान शृंखला में केन्द्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की के विशिष्ट वैज्ञानिक डॉण् अशोक ने अपने व्याख्यान में कहा कि कोरोना संक्रमण ने भवन निर्माण की वैज्ञानिक प्रविधियों के उपयोग को प्रोत्साहित करने करने पर बल दिया हैद्य बंद कमरों में संक्रमण के फैलने की दर अधिक होती है। डॉण्अशोक कुमार ने कहा भवन निर्माण के समय हवा के आवागमन की समुचित व्यवस्था की जानी चाहिएद्य उन्होंने कहा कि एयर वेंटिलेशन की समुचित व्यवस्था से न केवल कोरोना संक्रमण बल्कि अन्य वायु द्वारा संक्रमित बीमारियों से बचा जा सकता हैद्य डॉण् अशोक कुमार की शोध टीम सभागार में वैज्ञानिक उपकरणों के माध्यम से कार्बन डाई ऑक्साइड गैस का मापन किया था उसके आंकड़े प्रतिभागियों के साथ साझा किए।

डॉण् अशोक कुमार भवन निर्माण में विज्ञान की उपयोगिता पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि वैज्ञानिक चेतना के प्रचार.प्रसार की आवश्यकता है ताकि हम वैज्ञानिक समझ का उपयोग भवन निर्माण में करके सुरक्षित एवं स्वास्थ्य के लिए अनुकूल भवनों का निर्माण कर सकेद्य डॉण् कुमार कोरोना से सम्बन्धित जानकारी के अनेक वेबलिंक प्रतिभागियों के साथ साझा किएद्य प्रश्नोत्तर सत्र में उन्होंने प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी प्रस्तुत कियाद्य
विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम में श्कम कीमत में ज्यादा प्रयोगश् थीम पर केन्द्रित कार्यशाला विशेष आकर्षण का केंद्र बनीद्य इस कार्यशाला में डीण्एण्वीण्कॉलेजएदेहरादून के डॉण्रोहित शर्मा ने भौतिक विज्ञान के अनेक प्रयोगों का मंच पर प्रदर्शन किया तथा प्रतिभागियों को वैज्ञानिक प्रयोगों में भागीदारी की जिससे उन्हें नूतन ज्ञान सीखने का अवसर मिलाद्य डॉण् रोहित शर्मा ने श्कम कीमत में ज्यादा प्रयोगश् थीम के अन्तर्गत कार्यशाला में प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देते हुए कहा कि घर में उपलब्ध में पुराने एवं खराब समान की सहायता से तरंग गतिएऑक्सीजन खपत जैसे रोचक प्रयोग हम अपने घर पर कर सकते हैं इसमें न्यून व्यय होता हैद्य डॉण् रोहित शर्मा ने कहा कि विज्ञान के छात्रों को संसाधनों की कमी से प्रभावित नहीं होना चाहिए यदि हमें विज्ञान को आगे बढ़ाना हैं तो हम आसपास में सस्ते एवं सुलभ संसाधनों के प्रयोग से विज्ञान को सरल एवं प्रयोगात्मक ढंग से सीख सकते हैंद्य कार्यशाला में उपस्थित स्कूली छात्रों ने स्वयं कई प्रयोग कार्याशाला में करके देखें और सीखेद्य कार्यशाल में छात्रों का अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला।
इस कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे प्रोण् केण्डीण्पुरोहितए सलाहकारए रूसा यूकॉस्टएदेहरादून ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि भारत के विज्ञान की यात्रा को आम जनमानस तक रोचक ढंग से पहुंचाने के लिए गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय में आयोजित श्विज्ञान सर्वत्र पूज्यतेश् एक सार्थक प्रयास हैद्य प्रोण् पुरोहित ने कहा कि आज हमें सच्चे एवं समर्पित वैज्ञानिकों की आवश्यकता है जो विज्ञान के क्षेत्र में शोध एवं नवाचार से देश का नाम रौशन करे तथा एक आम मनुष्य के जीवन की दैनिक चुनौतियों के भी समुचित समाधान प्रस्तुत करें।
विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम के स्थानीय समन्वयक डॉण् हेमवती नन्दन ने जानकारी देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय भवन में विज्ञान गैलरी का भी आयोजन किया गया है जिसमें देश के 75 महान वैज्ञानिकों के योगदान एवं उपलब्धियों को सचित्र प्रदर्शित किया गया है।
सत्र का संयोजन एवं संचालन डॉ विनय सेठी ने कियाद्य इस विशेष व्याख्यान कार्यक्रम में प्रो एल पी पुरोहित प्रोण् प्रभात डॉण् हिमांशु पंडित प्रोण् राकेश कुमार डॉण् लोकेश जोशी डॉण् हरेन्द्र कुमार डॉण् रविन्द्र सहित विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक एवं छात्र उपस्थित रहें।

पुरानी पेंशन बहाली पर जताया राजस्थान सरकार का आभार

हरिद्वार 26 फरवरी (कुलभूषण) गवर्नमेंट पेंशनर्स वैलफेयर आर्गेनाइजेशनए उत्तराखण्ड की एक वर्चुअल मीटिंग पुरानी पेंशन को बहाल के सम्बन्ध में हुई। इस अवसर पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष गढ़वाल मण्डल इं0 मधुसूदन अग्रवाल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का राजस्थान में पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए आभार जताया और कहा कि उत्तराखण्ड सरकार को भी सरकार गठन के पश्चात् पुरानी पेंशन बहाल करे। राजस्थान सरकार ने कर्मचारियों के हित में जो निर्णय लिया है वह बहुत सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा सरकारी कर्मचारी सरकार की रीढ़ होती है। पुरानी पेंशन के कारण 2004 तक सरकार में कोई संकट नहीं आया तो भविष्य में कैसे आयेगा। उन्होंने केन्द्र सरकार से भी आग्रह किया है कि देशभर में कार्यरत सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन प्रदान की जाए।
जिला शाखा बिजनौर पेंशन परिषद के संरक्षक ई एस सी जैनए ने कहा कि यह पेंशन कर्मचारियों के बुढ़ापे की सुरक्षा हैद्य अध्यक्ष परन सिंह ने कहा कि कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद सुरक्षित भविष्य चाहिए। यह सुरक्षित भविष्य नई पेंशन स्कीम नहीं बल्कि पुरानी पेंशन स्कीम में ही मिलेगा।
इस अवसर पर विमल कुमार गर्ग कमला जोशी आर के गर्ग ई एम के अग्रवाल ई वी के गुप्ता पवन कुमार रामकुमार अग्रवाल जे एन यादव भुवन चन्द्र जोशी ई आर डी अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

एलायंस क्लब इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 179 की वार्षिक बैठक सम्पन्नMay be an image of 11 people, people standing and indoor

हरिद्वार 26 फरवरी (कुलभूषण) एलायंस क्लब इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 179 की 5वी वार्षिक बैठक सिडकुल हरिद्वार एरिया में संपन्न हुई जिसकी अध्यक्षता डिस्ट्रिक्ट गवर्नर मनोज गोयल ने की।
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में क्लब के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर अविनाश ओहरी उपस्थित रहे
। गेस्ट आफ आनर कैप्टन डॉक्टर कुलदीप सिंह पीआईपी एवं एडोण् पंकज श्रीवास्तव इंटरनेशनल वाइस प्रेसिडेंट थे । एडवोकेट राजकुमार चौहान इंटरनेशनल सेक्रेटरी डॉ बीएस तोमर इंटरनेशनल पीआरओ आरके सक्सेना इंटरनेशनल एडवाइजर इंजीनियर सतीश अरोड़ा वीएमसीसी ;नार्थ द्ध अरुण कुमार दादू मुख्य सलाहकार इंटरनेशनल प्रेसिडेंट कुलभूषण सक्सेना वीडीजी.1 रहे ।
डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में नेफ्रोलॉजी के माध्यम से सभी दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई । मास्टर आफ सेरिमनी एले डॉ रजत अग्रवाल ने कॉन्फ्रेंस का संचालन किया । उपस्थित सदस्यों की स्वागत के उपरांत क्ब्ै एले डा रजत अग्रवाल ने वर्ष 21 . 22 में की गई अनेक कार्यक्रमों के संबंध में विस्तार से चर्चा की एलायंस क्लब द्वारा आयोजित इंटरनेशनल साइंस क्विज प्रतियोगिता विशेष आकर्षण का केंन्द्र रही । इस प्रतियोगिता मे हरिद्वारऔर रुड़की क्षेत्रके सभी स्कूलों के तकरीबन 6000़ छात्रों ने भांग लिया।
इसके उपरांत एलायंस क्लब इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 179 के लिए वर्ष 2022 . 23 की कार्यकारिणी का चुनाव संपन्न हुआ।। कुलभूषण सक्सेना को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इंजीनियर श्री राम गुप्ता को वॉइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 1 और सुखपाल सिंह राणा को वॉइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नियुक्त किया गया । डिस्ट्रिक्ट सचिव के पद पर एले डॉक्टर संजय त्रिपाठी डिस्ट्रिक्ट पीआरओ दिलीप प्रधान तथा डिस्ट्रिक्ट कोषाधयक्ष अश्वनी मित्तल को नियुक्त किया गया। नीलम औहरी पीडीएस और चार्टर्ड गवर्नर को इंटरनेशनल डायरेक्टर और मनोज गोयल डिसट्रिक गवर्नर को मलटिपल काउंसिल चेयरमैन ; नार्थद्ध बनाया गया ।
अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश औहरी ने सभी उपस्थित सदस्यों को धन्यवाद देते हुए इंटरनेशनल की तरफ से आयोजित विभिन्न कार्यक्रम जैसे यूथ डेवलपमेंट कैंसर के प्रति जागरूकता तथा अन्य सामाजिक कार्य की रूपरेखा निर्धारित की और उपस्थित सदन को बताया कि 26 ए 27 और 28 मार्च 2022 को अंतराष्ट्रीय कन्वेंशन हरिद्वार में ही आयोजित किया जाएगा ।
इस डिस्ट्रिक्ट कन्वेंशन में हरिद्वार रुड़की तथा आसपास के क्षेत्रों में मौजूद सभी क्लबों के तकरीबन ढाई सौ से ऊपर सदस्य सदस्यों ने भाग लिया । सभा के अंत में सभी उपस्थित सम्मानित एले सदस्यों का धन्यवाद डिस्ट्रिक्ट पीआरओ एले श्री राम गुप्ता द्वारा किया गया ।
महिला सदस्यों में नीलम औहरी मंजूगोयल प्रवीन अरोड़ा म॔जू गुप्ता डाण् अपरणा त्रिपाठी तथा अन्य महिलाओँ के अतिरिक्त सभी डिस्ट्रिक्ट एडवाइजरस रीजनल चेयरमैन जोनल चेयर पर्सन डिस्ट्रिक्ट चेयर पर्सन तथा अन्य सभी क्लबों के अध्यक्षए सचिवए सभी अन्य एले सदस्य उपस्थित रहे ।
इस अवसर पर आयोजित प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्र छात्राओं को प्राइज प्रमाणपत्र और ट्राफी से पुरस्कृत किया गया। संबंधित स्कूलों को भी ट्रॉफी प्रदान की गई । सीनियर ग्रुप में डीएवी हरिद्वार के तनिश कुमार और प्रखर जैन प्रथम स्थान पर रहे। द्वितीय स्थान पर शिव डेल पब्लिक स्कूल के हर्षित शर्मा तथा आस्था रावत रही । तृतीय स्थान मां सरस्वती इंटर कॉलेज बहादराबाद की अंशिका और मोहम्मद जुनेद रहे । जूनियर ग्रुप में डीपीएस रानीपुर के आकाश अच्युत तथा मिस सोनिया वाजपेई प्रथम स्थान पर सेंट मैरी ज्वालापुर की वर्णिका पवार तथा रियांश सिंह दूसरे स्थान पर ए डीपीएस दौलतपुर की मनी चौधरी तथा स्वास्तिक नेगी तीसरे स्थान पर रहे।

यात्रीगण कृपया ध्‍यान दें… ! अब 1 मार्च से फिर से दौड़ने लगेंगी ये ट्रेनें

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लखनऊ, भारतीय रेल उत्‍तर प्रदेश के लोगों को बड़ी सौगात देने जा रहा है। रेलवे ने कोहरे के कारण बंद की गई कई यात्री ट्रेनों का परिचालन दोबारा से शुरू करने का फैसला किया है। इससे बिहार, वाराणसी, हरिद्वार, देहरादून आदि की यात्रा काफी आसान हो जाएगी। भारतीय रेल ने कोहरे के कारण सेवा से हटाए गए यात्री ट्रेनों का परिचालन 1 मार्च से दोबारा से शुरू करने की घोषणा की है। ये ट्रेनें अगले महीने से एक बार फिर से पटरियों पर दौड़ती दिखेंगी। इन ट्रेनों का संशोधित टाइमटेबल जारी नहीं किया गया है, ऐसे में माना जा रहा है कि ये ट्रेनें पूर्व के समय पर ही चलेंगी। यात्री इन ट्रेनों के लिए रेलवे काउंटर से या फिर IRCTC की वेबसाइट पर जाकर टिकटें बुक करा सकते हैं। जानकारी के अनुसार, भारतीय रेल ने लखनऊ-छपरा एक्‍सप्रेस, उत्‍सर्ग एक्‍सप्रेस और वाराणसी-बरेली एक्‍सप्रेस का परिचालन 1 मार्च से शुरू करने की घोषणा की है। कोहरे के कारण इन ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया था। अब इसे दोबारा से चलाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इन ट्रेनों की सेवा दोबारा शुरू होने से हरिद्वार, देहरादून, वाराणसी, छपरा आदि की यात्रा आसान हो जाएगी। इससे यात्रियों को भी काफी सहूलियत मिलने की उम्‍मीद है। बता दें कि सर्दियों के मौसम में मैदानी हिस्‍सों में काफी घना कोहरा छाया रहता है, ऐसे में कई यात्री ट्रेनों का परिचालन रोक दिया जाता है। हालांकि, इससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन रेलवे को सुरक्षा के लिहाज से यह फैसला लेना पड़ता है। भारतीय रेल ने हर साल की तरह 1 दिसंबर से कोहरे के नाम पर लखनऊ से चलने वाली कई पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया था। साथ ही कई ट्रेनों का रूट भी बदला गया था। रेलवे ने पटना-कोटा एक्सप्रेस का रूट बदल दिया था। अब 1 मार्च से यह ट्रेन नियमित रूट से चलेगी। इसी तरह लखनऊ-आगरा इंटरसिटी भी 1 मार्च से चलेगी। न्यू तिनसुकिया-अमृतसर एक्सप्रेस, लखनऊ -मेरठ सिटी इंटरसिटी, अंबाला-बरौनी एक्सप्रेस, ट्रेन 14006 आनंद विहार-सीतामढ़ी एक्सप्रेस और अमृतसर-गोरखपुर एक्सप्रेस की सेवाएं भी बहाल की जाएंगी। रेलवे बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, दानापुर-आनंद विहार एक्सप्रेस, सहरसा-नई दिल्ली वैशाली एक्सप्रेस, श्रमजीवी एक्सप्रेस, पटना-कोटा एक्सप्रेस, लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस, धनबाद-फिरोजपुर गंगा सतलज एक्सप्रेस और जयनगर-नई दिल्ली एक्सप्रेस के फेरे को 1 मार्च से पूर्व की तरह बहाल करने की घोषणा की है। इन ट्रेनों के फेरों में कमी की गई थी।