Wednesday, May 14, 2025
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विश्व में अब तक कोरोना के 43 करोड़ से अधिक मामले दर्ज

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वाशिंगटन/ नई दिल्ली, वैश्विक महामारी से दुनिया भर में अब तक 43.29 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि 59.43 लाख लोगों की मौत हुई है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के कोरोना वायरस रिसोर्स सेंटर की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 43,40,97,166 हो गयी है और मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 5,943,604 हो गया है। अब तक 10.47 अरब से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। दुनिया भर में कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक मामलों के साथ अमेरिका शीर्ष पर है, जहां इस महामारी से अभी तक 7.89 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और 9,48,200 लोग काल के गाल में समा चुके हैं।

संक्रमण के मामले में भारत दूसरे स्थान पर है जहां कुल 42,905,844 कोरोना मामले दर्ज किये जा चुके हैं। अब तक देश में 5,13,481 लोग कोरोना के कारण मर चुके हैं। पिछले 28 दिनों में यहां 20,283 ने संक्रमण से जान गंवाई है। इसी अवधि में 20,47,603 मामले दर्ज किए गए हैं। तीसरे स्थान पर ब्राजील है जहां कोरोना वायरस की जद में अभी तक 28,749,552 लोग आ चुके हैं। यहां वायरस अभी तक 6,49,184 लोगों की जान ले चुका है। फ्रांस में अभी तक करीब 2.28 करोड़ से ज्यादा लोग इस जानलेवा वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और महामारी से अब तक 1,39,073 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां अब तक कोरोना के 14,28,27,841 टीके दिये जा चुके हैं।

ब्रिटेन में अभी तक करीब 1.89 करोड़ लोग इस महामारी से प्रभावित हो चुके हैं जबकि मृतकों का आंकड़ा 1,61,797 तक पहुंच गया है। देश में 14,09,95,212 कोरोना टीके लगाए जा चुके हैं। रूस में इस महामारी से 1.59 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं जबकि 3,43,178 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। साथ ही 16.8 करोड़ से अधिक कोरोना टीके लगाए जा चुके हैं। जर्मनी में अब तक 1.47 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। देश में मृतकों का आंकड़ा 1,22,692 तक पहुंच गया है। देश में अब तक 16.97 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए जा चुके हैं। तुर्की में अभी तक करीब 1.39 करोड़ लोग संक्रमित हुए हैं और इस महामारी से 94,026 लोगों की जान जा चुकी है। पिछले 28 दिनों में यहां 25,69,932 मामले दर्ज किए गए हैं।

इटली में संक्रमितों की कुल संख्या करीब 1.27 करोड़ पहुंच गई है। देश में मृतकों का आंकड़ा 1,54,416 तक पहुंच गया है। यहां अब तक 13.39 टीके दिये जा चुके हैं। स्पेन में इस महामारी से अभी तक 1.09 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और 99,410 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा है। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में 15.08 लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमण की जद में आ चुके हैं जबकि इस महामारी से वहां 30,173 लोगों की मौत हो गई है।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का ट्विटर अकाउंट हैक, हैकर ने यूक्रेन और रूस को लेकर किया ट्वीट

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नई दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का ट्विटर अकाउंट हैक हो गया है। उनके ट्विटर हैंडल से 2 ट्वीट भी किए गए हैं। एक ट्वीट में लिखा है कि सॉरी मेरा अकाउंट हैक हो गया। यहां रूस को दान करने के लिए क्योंकि उन्हें मदद की जरूरत है। हालांकि उनके अकाउंट को अब रिकवर कर लिया गया है। सारे विवादित ट्वीट हटा दिए गए हैं।

उनके हैंडल पर अब आखिरी ट्वीट 2 घंटे पहले का है, जिसमें वो उत्तर प्रदेश की जनता से 5वें चरण में वोट डालने की अपील कर रहे हैं। वो लिखते हैं कि आज उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पाँचवें चरण की सभी 61 सीटों के मतदाताओं से मेरी अपील है कि वे अपना मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें तथा राज्य में एक सशक्त सरकार बनाने में अपनी भागीदारी निभाएं। पहली बार वोट कर रहे मतदाताओं से आग्रह है कि वे लोकतंत्र को मज़बूत करने के लिए आगे आयें।
भाजपा से जुड़े सूत्रों ने बताया कि नड्डा का ट्विटर अकांउट कुछ वक्त के लिए हैक हुआ था। पार्टी नेता ने कहा कि अब यह नियंत्रण में है। हम असली कारण का पता लगाने के लिए ट्विटर से बातचीत कर रहे हैं। किसी नेता के ट्विटर अकांउट के हैक होने का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले पिछले वर्ष दिसंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकांउट भी हैक कर लिया गया था और उससे बिटक्वाइन के संबंध में ट्वीट किया गया था। इनके अलावा कुछ सरकारी विभागों के ट्विटर को भी हैक किए जाने की खबरें आई थीं।

स्वर्णिम अतीत लिए डीएवी पीजी कॉलेज उत्तर भारत की एक अग्रणी संस्था : डॉ. अलका मित्तल

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देहरादून, डीएवी पीजी कॉलेज में छात्रा अलंकरण समारोह में उपस्थित महाविद्यालय की भूतपूर्व छात्रा(1986 में महाविद्यालय से एम ए इकोनॉमिक्स में किया) डॉ. अलका मित्तल जो वर्तमान में चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर ओएनजीसी हैं ने कहा की उत्तराखंड का सबसे बड़ा उच्च शिक्षा के लिए महाविद्यालय बहुत सी स्वर्णिम यादें लपेटे हुए हैं, क्योंकि इस महाविद्यालय में ऐसे विद्यार्थियों को शिक्षित किया है, जिन्होंने प्रदेश ही नहीं अपितु देश विदेश में भी महाविद्यालय का नाम रोशन किया है इस महाविद्यालय से हर क्षेत्र में चाहे वह शिक्षा, चिकित्सा, राजनीति, खेल या अन्य कोई भी हो , में एक से बढ़कर एक विद्यार्थी तैयार किए और उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि महाविद्यालय दिन प्रतिदिन प्रगति के नए आयाम विकसित कर रहा है इसका तात्पर्य है भविष्य में और भी अधिक होनहार विद्यार्थी इस महाविद्यालय से निकलेंगे जिसका पूरा श्रेय महाविद्यालय के प्रशासन और शिक्षकों को जाता है

इस अवसर पर उन्होंने सोलर पैनल का लोकार्पण किया,
डॉ. अलका मित्तल को छात्रा शिरोमणि सम्मान उनके तत्कालीन प्राचार्य डॉ आई पी सक्सेना और प्राचार्य डॉ.अजय सक्सेना द्वारा प्रदान किया गया | डॉ.आई पी सक्सेना (1982 से 1991 तक डीएवी कॉलेज के प्राचार्य रहे)ने भी अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि डीएवी कॉलेज हमेशा से ही प्रदेश और देश के लिए एक गौरवशाली संस्थान है।
प्रातः महाविद्यालय में डॉ. वीरेंद्र स्वरूप स्मारक वाद विवाद प्रतियोगिता और पॉपुलर साइंस लेक्चर का आयोजन किया गया, इसमें उत्तराखंड स्टेट काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी का वित्तीय सहयोग रहा और जिसके विजेताओं को डॉ अलका मित्तल ने पुरस्कृत किया जिसमें प्रथम शिवानी बिष्ट डीएवी कॉलेज द्वितीय अंजली डबराल डी ए वी कॉलेज और तृतीय स्थान अनिविल नौटियाल डीआईटी विश्वविद्यालय पर आए विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।May be an image of 8 people and people standing
प्राचार्य डॉ अजय सक्सेना ने कहां की महाविद्यालय हमेशा से ही अपने भूतपूर्व छात्रों को सम्मानित करता रहा है इसी कड़ी में आज ओएनजीसी के सर्वोच्च पद पर कॉलेज की भूतपूर्व छात्रा डॉ अलका मित्तल को सम्मानित करते हुए महाविद्यालय बहुत ही गौरवान्वित महसूस कर रहा है उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ओएनजीसी का हमेशा की तरह महाविद्यालय को सहयोग मिलता रहेगा साथ ही उन्होंने मुख्य अतिथि डॉ. अलका मित्तल का स्वागत किया ।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रशांत सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापित करते हुए महाविद्यालय के मुख्य नियंता मेजर अतुल सिंह ने कहा इस प्रकार के कार्यक्रम से महाविद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों को एक मंच पर आने का मौका मिलता है और महाविद्यालय के विद्यार्थियों को प्रेरणा भी मिलती है मेजर अतुल सिंह ने मुख्य अतिथि तथा सभी गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

कार्यक्रम में प्रबंध तंत्र के सदस्य अशोक नारंग, पूर्व प्राचार्य डॉ. आरके मेहता डॉ. देवेंद्र भसीन, ओएनजीसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर विजय राज, इंचार्ज सीएसआर रामराज द्विवेदी, एमकेपी महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रेखा खरे, पूर्व प्राचार्य डॉ. इंदु सिंह, डॉ रेनू सक्सेना, नोडल अधिकारी तथा असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ दीपक पांडे,डीएवी कॉलेज के डॉ डीके त्यागी डॉ. डॉ. यू एस राणा, डॉ राजेश पाल ,डॉ. ओनिमा शर्मा, डॉ.सिखा नागलिया, डॉ. हरि ओम शंकर आदि उपस्थित रहे।May be an image of 6 people, people standing and outdoors

खास खबर : केंद्रीय विद्यालयों में नए सत्र 2022-23 के लिये ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 28 फरवरी से शुरू, वेबसाइट पर भर सकते हैं एप्लीकेशन फॉर्म

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देहरादून, केंद्रीय विद्यालयों में दाखिले को लेकर केंद्रीय विद्यालय संगठन की ओर से अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। जिसके अनुसार कक्षा एक के साथ अन्य कक्षाओं में भी सीटें खाली रहने पर नामांकन किया जा सकता है।

कक्षा एक में नामांकन की प्रक्रिया में संगठन ने महत्वपूर्ण बदलाव किया है। कक्षा एक में नामांकन के लिए आयु सीमा पहले पांच साल निर्धारित थी। अब इसमें एक साल का विस्तार दिया गया है। अब कक्षा एक में छह साल की उम्र में दाखिला लिया जा सकेगा। कक्षा एक में नामांकन को पंजीकरण 28 फरवरी से आनलाइन प्रांरभ हो रहा है। पंजीकरण केंद्रीय विद्यालय संगठन की वेबसाइट kvsonlineadmission.kvs.gov.in पर किए जा सकेंगे।

इस बार मोबाइल एप से भी आनलाइन पंजीकरण की सुविधा दी गई है। कक्षा एक में नामांकन की पहली मेरिट लिस्ट 25 मार्च को जारी की जाएगी। इसके बाद दूसरी और तीसरी लिस्ट क्रमश: एक अप्रैल और आठ अप्रैल को जारी की जाएगी।

दाखिला शेड्यूल :
कक्षा एक : आनलाइन रजिस्ट्रेशन -28 फरवरी से 21 मार्च तक
पहली से तीसरी चयन सूची – 25 मार्च से आठ अप्रैल के बीच

कक्षा दो के लिए रजिस्ट्रेशन : आठ से 16 अप्रैल तक
कक्षा दो से आगे की कक्षाओं के लिए सूची जारी- 21 से 28 अप्रैल
कक्षा नौ तक प्रवेश की अंतिम तिथि -30 जून

कक्षा एक में इन डॉक्यूमेंट्स की पड़ेगी जरूरत :

बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र की स्कैन कॉपी, बच्चे की पासपोर्ट साइट फोटो या स्कैन की गई फोटो।
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के तहत आवेदन कर रहे हैं तो सरकारी प्रमाण पत्र।
पैरेंट्स या गार्जियन की ट्रांसफर डिटेल्स जो एप्लीकेशन क्रेडेंशियल में इस्तेमाल हुई हैं।

केवीएस की आरिक्षत सीटें :

योग्य छात्रों का प्रवेश केवल सेवा प्राथमिकता श्रेणी से राइट टू एजुकेशन (आरटीई) के अनुसार होगा। दोनों कैटेगरीज में प्रवेश के बाद आरक्षण कोटा वाले छात्रों को मौका मिलेगा। नए एडमिशन के लिए उपलब्ध सीटों में से 25 प्रतिशत शिक्षा का अधिकार के लिए, 15 प्रतिशत अनुसूचित जाति के लिए, 7.5 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति के लिए और 27 प्रतिशत सीटें आरक्षित होंगी।

 

प्रदेश सरकार ने पुरानी पेंशन को बहाल न करके कर्मचारियों की जनभावनाओं को किया नजर अंदाज : पैन्यूली

देहरादून, पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन के पदाधिकारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया है। शनिवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रांतीय अध्यक्ष जीतमणि पैन्यूली ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पुरानी पेंशन को बहाल न करके कर्मचारियों की जनभावनाओं को नजरअंदाज किया है। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार को चेताया कि अगर सरकार ने जल्द पुरानी पेंशन बहाल नहीं की तो कर्मचारी जनांदोलन के लिए बाध्य होंगे। इसके अलावा उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल का स्वागत करते हुए उनका धन्यवाद भी जताया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के सभी दस महासंघ इस आंदोलन के साथ हैं। अगर नई सरकार ने पुरानी पेंशन बहाल नहीं की तो कर्मचारियों को आंदोलन के लिए बाध्य होना होगा।
राजस्थान सरकार की ओर से लाखों कार्मिकों के हित में पुरानी पेंशन बहाली के निर्णय का राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने स्वागत किया है। साथ ही अन्य राज्यों में भी यह मांग उठाई है। इसके लिए 27 फरवरी को इंटरनेट मीडिया पर अभियान भी चलाया जाएगा। मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत ने कहा कि अन्य राज्यों के नई पेंशन योजना आच्छादित कार्मिकों को उम्मीद है कि जल्द पुरानी पेंशन बहाल होगी। मोर्चा के नेतृत्व में देश के तमाम कार्मिक सड़क से सदन तक पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं। देश के कोने-कोने से पुरानी पेंशन बहाली की आवाज उठ रही है। अब मोर्चा ने निर्णय लिया है कि 27 फरवरी को ट्विटर महा अभियान के जरिये #RestoreOPS_likeRajasthan लिखकर आवाज उठाई जाएगी।

अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संगठन ने पुरानी पेंशन बहाली के निर्णय का स्वागत करते हुए राजस्थान सरकार का आभार जताया है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेश त्यागी ने कहा कि देश के सभी राज्यों में शिक्षकों को पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाए।

पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन ने उत्तराखंड में राजनीतिक दलों से पुरानी पेंशन बहाल करने की आस जताई है। आंदोलन के प्रांतीय महामंत्री मुकेश रतूड़ी ने कहा कि राजस्थान में पुरानी पेंशन बहाल कर दी गई है। उत्तराखंड में चुनाव पूर्व कुछ राजनीतिक दलों ने भी इस संबंध में आश्वासन दिया है। उम्मीद है कि वह सत्ता में आकर पुरानी पेंशन बहाल करेंगे।

 

यूक्रेन में फंसे कुमाऊं के 60 छात्र, जिलाधिकारियों ने शासन को भेजी सूची

हल्द्वानी, यूक्रेन पर रूस के हमले से सहमे भारतीयों को निकालने की भारत सरकार ने कौशिश तेज कर दी है। सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर और जिलाधिकारियों द्वारा मांगी गई सूची के आधार पर अभी तक कुमाऊं में 60 लोग सूचीबद्ध किए गए हैैं। बागेश्वर जिले से कोई भी यूक्रेन में नहीं फंसा है। बाकी जिलों जिलाधिकारियों ने सूची शासन को भेज दी हैै। देर रात तक सूची अपडेट की गई। वहीं ऊधमसिंह नगर में दो छात्राओं की जानकारी सुबह पता चली, जिसे अपडेट किया जा रहा है।

यूक्रेन पर रूस की बमबारी का परिणाम जो भी होगा, लेकिन उत्तराखंड में अधिकांश लोगों की धड़कने लगातार बढ़ती जा रही हैैं। शुक्रवार शाम तक प्रशासन को आपातकालीन नंबरों पर मिली रिपोर्ट के मुताबिक कुमाऊं के ही करीब 60 लोग यूक्रेन में हैं। इसमें सर्वाधिक संख्या 34 ऊधमसिंह नगर जिले से है। उसके बाद नैनीताल जिले से 19, पिथौरागढ़ जिले से दो, चम्पावत जिले से पांच तथा अल्मोड़ा जिले से एक व्यक्ति के यूक्रेन में होने की सूचना है | बागेश्वर जिला प्रशासन को एक भी सूचना जिलेभर से प्राप्त नहीं हुई है। प्रशासन प्राप्त नामों की सूची शासन में इसके लिए नामित किए गए दो नोडल अधिकारियों को उपलब्ध करा रहा है। ताकि भारत सरकार के स्तर से इन लोगों को वहां से सुरक्षित भारत लाने की कार्यवाही की जा सके।

 

कांग्रेस नेता सुमित हृदयेश ने वर्तमान समय में यूक्रेन में मौजूद हल्द्वानी के बच्चों और नागरिकों के परिजनों से फोन पर की वार्ता

(चन्दन सिंह बिष्ट)

हल्द्वानी, रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण यूक्रेन में उत्पन्न महासंकट के समय यूक्रेन में मौजूद हल्द्वानी के बच्चों की सलामती को लेकर चिंतित कांग्रेस नेता सुमित हृदयेश ने की भगवान से की प्रार्थना और सकुशल घर वापसी के लिए मा.मुख्यमंत्री (उत्तराखंड) से की अविलंब उचित कार्यवाही की मांग।

कांग्रेस नेता सुमित हृदयेश ने वर्तमान समय में यूक्रेन में मौजूद हल्द्वानी के बच्चो और नागरिकों के परिजनों से फोन पर वार्ता कर मौजूदा हालातो पर चर्चा की और भरोसा दिया कि सभी बच्चो की सकुशल घर वापसी के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे।
इसी क्रम में सुमित हृदयेश ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से फ़ोन पर बात कर यूक्रेन में मौजूद उत्तराखंडवासियों को हर हाल में सकुशल घर वापसी कराये जाने को लेकर अविलंब उचित कार्यवाही किये जाने की बात कही।
सुमित हृदयेश ने बताया कि वैसे तो यूक्रेन के विभिन्न शहरों में हल्द्वानी सहित उत्तराखंड के सैकड़ो लोग फसे है और यहाँ उनके परिजन परेशान है। सभी के साथ मेरी व्यक्तिगत भावनाएं जुड़ी है।
यूक्रेन की राजधानी कीव में भी हल्द्वानी के दो बच्चें अभी मौजूद है, जिनकी कुशलता के लिए और सभी भारतीय नागरिकों की शीघ्र भारत वापसी के लिए भगवान से प्रार्थना करता हूं।
उम्मीद करता हु की जल्द ही हमारे सारे बच्चे जल्द हमारे बीच होंगे।

 

 

हिम्मत को सलाम : रूसी टैंकों को रोकने के लिये यूक्रेनी सैनिक ने खुद पर विस्फोटक बांधकर तबाह कर दिया पुल

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कीव(एजेन्सी), किसी भी देश की सेना के जवान में उसके अंदर देश के लिए जान न्योछावर कर देने की जो हिम्मत होती है उस हिम्मत को सलाम। रूस के सामने यूक्रेन एक बेहद ही छोटा देश है। अकेले कितने दिन ही रूस के सामने वह टिक पाएगा यह सभी को अंदर से पता है लेकिन यूक्रेन की हिम्मत इस समय पूरी दुनियाभर देख रही है। जहां यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस के सामने हथियार डालने से इंकार कर दिया है और समर्पण के साथ रशिया से खिलाफ युद्ध कर रह है यह जज्बा पूरी दुनिया के सामने हैं। देश का हर जवान अपनी जमीन की रक्षा के लिए रूसी सेना से लड़ाई कर रहा है। इस युद्ध में सेना के कई जवान अपने खून और बलिदान से देश का इतिहास लिख रहे हैं। यह जवान अपने बलिदान से हमेशा के लिए अपने नाम को अमर कर रहे हैं। यूक्रेन के रणबाकुरों ने रूसी सेना का डटकर सामना किया।

यूक्रेन के एक जवान ने रूसी सेना को धूल चटाने के लिए जो साहस दिखाया वो सच्ची देशभक्ति की कहानी हैं। रूसी टैंकों को अपने देश पर आक्रमण करने से रोकने के लिए एक यूक्रेनी सैनिक ने रूस के कब्जे वाले क्रीमिया को मुख्य भूमि यूक्रेन से जोड़ने वाले पुल को उड़ा दिया। पुल को उड़ाने के लिए उसने खुद पर बारूदों को बांधा और पुल पर चला गया ताकि उस पास से पुल के माध्यम से कोई देश में न आ सके। उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी।

यूक्रेनी सेना के अनुसार, जब रूसी टैंकों ने आक्रमण किया, तो समुद्री बटालियन इंजीनियर विटाली स्काकुन वोलोडिमिरोविच को दक्षिणी प्रांत खेरसॉन में हेनिचेस्क पुल पर तैनात किया गया था। सेना ने फैसला किया कि रूसी टैंकों को अवरुद्ध करने का एकमात्र तरीका पुल को उड़ा देना होगा और तदनुसार, वलोडिमिरोविच ने स्वेच्छा से इस काम को करने की इच्छा जताई और इसे करके दिखाया। इस बात की जानकारी युक्रेन सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने एक बयान में दी है। पुल उड़ जाने के कारण रूसी सेना अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सकी और उन्हें एक लंबा रास्ता अपनाने के लिए मजबूर किया होना पड़ा।

क्रेनी सेना ने एक बयान में लिखा “हमारे देश के लिए इस कठिन दिन पर, जब यूक्रेनी लोग सभी दिशाओं में रूसी कब्जेदारों से लड़ रहे हैं, यूक्रेन के नक्शे पर सबसे कठिन स्थानों में से एक क्रीमियन चौराहा था, जहां पहले दुश्मनों में से एक अलग समुद्री बटालियन से मिला था। टैंक कॉलम के प्रचार को रोकने के लिए, जेनिश कार ब्रिज को उखाड़ फेंकने का निर्णय लिया गया था।

रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर शुक्रवार को हमला शुरू दिया। सरकारी इमारतों के निकट गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें गूंज रही थीं। रूस की इस कार्रवाई से यूरोप में व्यापक युद्ध की आशंका पैदा हो गई है वहीं उसे रोकने के लिए दुनियाभर में प्रयास भी शुरू हो गए हैं। युद्ध से सैकड़ों लोगों के हताहत होने की सूचनाओं के बीच कीव में इमारतों, पुलों और स्कूलों के सामने भी गोलीबारी और विस्फोटों की घटनाएं हुई हैं। इस बात के भी संकेत बढ़ रहे थे कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन की मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश कर रहे हैं। दुनिया के नक्शे में बदलाव करने और रूस के शीतयुद्ध कालीन प्रभाव को बहाल करने के लिए यह पुतिन का अभी तक का सबसे बड़ा कदम है।

तेलंगाना के नलगोंडा में हेलीकॉप्टर क्रैश, 2 पायलटों की मौत

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नलगोंडा, तेलंगाना के नलगोंडा जिले में शनिवार को हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया, ज‍िसमें ट्रेनी पायलट समेत दो पायलटों की मौत हो गई है। दुर्घटना कृष्णा नदी पर नागार्जुनसागर बांध के करीब पेद्दावुरा ब्लॉक के तुंगतुर्थी गांव में हुई। जोरदार धमाका सुनकर स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए। इस समय पुलिस और मेडिकल टीम मौके पर पहुंच गई है। माना जा रहा है कि क्रैश हुआ हेलीकॉप्टर ट्रेनी पायलट उड़ा रहा था। विमान हैदराबाद की एक निजी विमानन अकादमी का था। अभी तक मृतकों की पहचान नहीं की जा सकी है। प्रारंभिक जांच में नलगोंडा पुलिस ने कहा कि उन्हें पेद्दावुरा मंडल के तुंगतुर्थी गांव में कृषि भूमि पर काम करने वाले किसानों से सूचना मिली थी कि उन्होंने देखा कि एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और भयंकर धुआं निकल रहा था। सूचना के आधार पर पुलिस मौके पर पहुंची और देखा कि हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है और एक महिला पायलट सहित 2 की मौत हो गई है। पुलिस को संदेह है कि हेलिकॉप्टर कृषि भूमि पर उच्च तनाव बिजली के तारों के संपर्क में आया और दुर्घटना का कारण बना। हेलिकॉप्टर हैदराबाद स्थित फ्लाईटेक एविएशन अकादमी का है। नलगोंडा की सीमा से लगे आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के नागार्जुनसागर में इसका एक संचालन संस्थान भी है, जहां से हेल‍िकॉप्‍टर ने उड़ान भरी थी।

खौफनाकम: पति की हत्या कर शव को पांच टुकड़ों में काटा, शराब के नशे में बेटे ने खोल दी पोल

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इंदौर, मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में खौफनाक मामला सामने आया है। यहां एक 40 साल की महिला ने अपने पति की हत्या की और उसके शरीर को पांच टुकड़ों में काट दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। सुनीता नाम की आरोपी महिला ने अपने दो दोस्तों रिजवान खान और भैय्यू के साथ मिलकर अपने पति बबलू जादोन की कथित तौर पर हत्या कर दी। वह ड्राइवर था। यह घटना तब सामने आई जब पीड़ित के बेटे प्रशांत ने शराब के नशे में अपने दोस्त को इस बारे में बताया। ये घटना 5 फरवरी की है। पुलिस के मुताबिक सुनीता ने जादोन के खाने में कथित तौर पर जहर मिला दिया था। जैसे ही वह होश खो बैठा, उसने अपने दोस्त रिजवान के साथ मिलकर उसका गला घोंट दिया। बाद में शहर में मीट की दुकान चलाने वाले रिजवान और भय्यू ने उसके शरीर के पांच टुकड़े कर दिए। आरोपियों ने छह फरवरी को शव के टुकड़े अलग-अलग जगहों पर फेंके थे। उन्होंने उसके पैर और हाथ देवास के जंगल में फेंक दिए। जबकि धड़ और सिर सुनीता के घर सेप्टिक टैंक में दबा दिए। मामला गुरुवार की रात तब सामने आया जब शराब के नशे में धुत बेटे प्रशांत जादोन ने अपने दोस्त से कहा कि वह उसे मारकर दफना देगा और किसी को भी इसके बारे में पता नहीं चलेगा, जैसे उसकी मां ने उसके पिता को मार डाला था और 20 दिन पहले शव को फेंक दिया था। दोस्त ने इसकी सूचना पुलिस को दी। शुक्रवार की सुबह पुलिस ने सुनीता को हिरासत में लेकर पूछताछ की। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने सुनीता और प्रशांत को गिरफ्तार कर लिया, जबकि रिजवान और भय्यू फरार हैं। पूछताछ के दौरान सुनीता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और आरोप लगाया कि उसका पति उसे परेशान करता था और उस पर बेवफाई का आरोप लगाता था।

फागुनी कांवड़ यात्रा : मुख्यमंत्री धामी ने सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने के अधिकारियों को दिये निर्देश

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देहरादून, आगामी एक मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व है, इस दिन फागुनी कांवड़ की शुरुआत हो जाती है, तीर्थ स्थल हरिद्वार में फागुनी कांवड़ यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कांवड़ के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने और शिव भक्तों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखने के निर्देश दिए हैं। फागुनी कांवड़ में भगवान शिव के भक्त धर्मनगरी हरिद्वार में स्थित हर की पैड़ी पहुंच कर अपनी मनोकामनाओं की सिद्धि के लिए कांवड़ उठा कर अपने अपने शहर की ओर प्रस्थान कर रहे हैं।

हरिद्वार से पैदल यात्रा कर गंगा से जल भरकर अपने शहर अथवा गांव के शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने की परम्परा रही है। इसी धार्मिक परम्परा के निर्वहन के लिए बड़ी संख्या में कांवड़िये गंगा जल लेने हरिद्वार पहुंच रहे हैं। इस सम्बंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शिवभक्तों के लिए कावंड़ यात्रा के दौरान संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी जाए। इसके साथ ही यात्रा पर आने वाले शिवभक्तों को समुचित जन-सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
रुड़की में शिवसेना ने पुलिस प्रशासन से कांवड़ यात्रियों के मार्ग से मांस, अंडे की रेहड़ी और दुकानों को हटाने की मांग की है। मार्ग पर इन दुकानों के होने से कांवड़ यात्रियों की धार्मिक भावनाएं आहत हो सकती हैं।

मकतूलपुरी स्थित शिव सेना कार्यालय पर एक बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए शिवसेना के प्रदेश सचिव जगमोहन पटवा ने कहा कि कोरोना के कारण पिछले दो वर्ष से कांवड़ यात्रा नहीं हो पाई है। इसके चलते इस बार कांवड़ यात्रा में बड़ी संख्या में यात्री आ रहे हैं। यह कांवड़ यात्री हरिद्वार से गंगाजल लेकर पैदल ही गंतव्य को जा रहे हैं। एक मार्च को महाशिवरात्रि पर्व तक कांवड़ यात्रा जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा को देखते हुए मार्ग पर पडऩे वाली मांस, अंडे व शराब की दुकानों को बंद रखा जाए। इस मौके पर नगर प्रमुख आशीष लूथरा, अजय ङ्क्षसह, दीपक, राजकुमार, अश्विनी, राकेश, ललित, आकाश, सुधांशु पटवा, सतेंद्र, रामपाल, विनोद, नरेंद्र, सुरेश मानव आदि मौजूद रहे।

गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में डेटा विश्लेषण पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

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हरिद्वार 26 फरवरी (कुलभूषण) गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय प्रबंधन अध्ययन संकाय और प्रबंधन अध्ययन विभाग की ओर से दिनांक 21 से 25 फरवरी तक डेटा विश्लेषण पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया,जिसमें देश के विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों से प्रोफेसर, रिसर्च स्कॉलर, छात्र-छात्राओं ने बढ़- चढ़ कर भाग लिया। कार्यशाला में गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज भत्रोंजखान, उत्तराखंड के सहेयक प्रोफेसर डॉ शैलेंद्र कुमार सिंह ने एसपीएसएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से जटिल आंकड़ों का सफलतापूर्वक विश्लेषण करना बताया जो कि शोध कार्य में नितांत आवश्यक है।गवर्मेंट डिग्री कॉलेज मुवानी पिथौरागढ़ से डॉ आशीष कुमार गुप्ता ने रिसर्च साइटेशन और प्लेजराइज़्म के बारे में अवगत कराया।
ऑनलाइन आयोजित कार्यशाला में विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. रूप किशोर शास्त्री ने छात्रों को वैज्ञानिक अनुसंधान करने के लिए प्रेरित किया।फैकल्टी डीन प्रोफेसर वीके सिंह ने आज के समकालीन युग में डेटा विश्लेषण का महत्व समझाया व डॉ शैलेंद्र कुमार के प्रति आभार व्यक्त किया।
डीएमएस की प्रभारी प्रोफेसर बिंदु अरोड़ा ने देश के विकास में अनुसंधान के महत्व की व्याख्या करते हुए छात्र छात्राओं को डेटा विश्लेषण के लिए उपकरण को सीखने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यशाला के आयोजन सचिव डॉ आशीष आर्य ने 5 दिनों तक कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
इस कार्यशाला में प्रो. पंकज मदान, प्रो. सुरेखा राणा, प्रो. पतिराज कुमारी ,डॉ. पूनम पैनली, डॉ.अनिल डंगवाल, डॉ. राजुल भारद्वाज, डॉ मिथिलेश पांडे, डॉ.मिहिर जोशी, डॉ अमित अग्रवाल, डॉ विवेक अग्रवाल, व्योमकेश भट्ट और कपिल पांडे ने भाग लिया।
विभाग के रिसर्च स्कॉलर हिमानी शर्मा , लक्ष्मी गौतमी, सुभाष चंद्र अरोड़ा, पूजा ध्यानी व कृष्णा गुप्ता ने मॉडरेटर की भूमिका निभाई व तकनीकी कार्य संभाला।

उत्तराखंड के परिप्रेक्ष्य में शहरी विकास मुद्दों पर हुई चर्चा

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देहरादून। पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया, देहरादून चैप्टर, हुडको और सोशयिल डेवलपमेंट कम्यूनिटि फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में हुडको के उत्तराखंड रीजनल कार्यालय में उत्तराखंड में शहरी विकास के मुद्दों विशेषकर साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट और स्वच्छ ता सर्वेक्षण 2022 को लेकर विभिन्न विषय विशेषज्ञों ने अपने विचारों को साझा किया। हुडको के उत्तराखंड के रीजनल अधिकारी संजय भार्गव ने सभी लोगों का स्वागत किया और हुडको राज्य मे शहरी विकास में कैसे भागीदारी निभा रहा है, उन्होंने भविष्य मे राज्य मे कैसे हुडको सुनियोजित तरीके से अपनी योजनायें चलायेगा इसके बारे मे सभी को विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी।

एसडीसीएफ के संस्थापक अनूप नौटियाल ने उत्तराखंड के विभिन्न नगर निगम, नगर पालिकाओं के कार्य विवरण के बारे मे आंकडो सहित सभी को जानकारी उपलब्ध करायी और कहा कि उत्तराखंड मे शहरी विकास मे अभी बहुत काम करने की आवश्यकता है, उन्होने स्वच्छता सर्वेक्षण के बारे मे भी जानकारी दी और उसके विभिन्न सेक्टर की आंकड़ो सहित बताया।

आशीष गर्ग, संस्थापक ईको ग्रुप ने अपनी संस्था द्वारा पर्यावरण और शहरी विकास के कार्यों पर प्रकाश डाला, उनकी संस्दा द्वारा प्लास्टिक वेस्ट से बनाये जाने वाली ईको ब्रिक्स की सभी ने प्रशंसा की।

पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष अमित पोखरियाल ने पीआरएसआई देहरादून चैप्टर की उपलब्धियों को बताया। उन्होने बोला कि भविष्य मे ईवेस्ट भी एक बडी समस्या के रूप मे आ रहा है जिसका वैज्ञानिक निदान होना आवश्यक है, उत्तराखंड एक नैसर्गिक राज्य है और यहां शहरी विकास नियोजित ढंग से होना चाहिए।

इस अवसर पर पीआरएसआई सचिव अनिल कुमार, मनोज गोविल, हुडको के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।