Tuesday, April 29, 2025
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महानगर कांग्रेस का प्रतिनिधि मण्डल अपर आयुक्त खाद्य नागरिक आपूर्ति से मिला

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देहरादून, महानगर कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमण्डल ने महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा के नेतृत्व में अपर आयुक्त खाद्य नागरिक आपूर्ति से उनके कार्यालय में मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन प्रेषित करते हुए सस्ता गल्ला के माध्यम से वितरित की जाने वाली विभिन्न प्रकार की खाद्य सामग्री की मात्रा में वृद्धि करने तथा अन्य प्रकार की समस्याओं से अवगत कराते हुए उनके समाधान का अनुरोध किया।
महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा ने अपर आयुक्त को सौंपे ज्ञापन में कहा कि राज्य खाद्यय योजना के अन्तर्गत वर्तमान में 5 कि.ग्रा. गेहू एवं 2.50 कि.ग्रा. चावल का वितरण किया जा रहा है। इस खाद्य योजना में खाद्यय सामग्री की वृद्धि करते हुए 15 कि.ग्रा. गेहू एवं 10 कि.ग्रा. चावल किया जाय। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अन्तर्गत नये राशन कार्ड बनने बन्द हो गये हैं तथा पुराने बने कार्डों में नई यूनिट नहीं चढ पा रही हैं, जिससे गरीब परिवारों को कठिनाई का सामना करना पड रहा है। अतः राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के कार्ड बनवाये जायं। खाद्यान्न वितरण गोदामों में वाट-माप नहीं लगाये गये हैं जिससे गोदाम से मनमाने ढंग से राशन का वितरण बोरियों की गिनती के हिसाब से दिया जा रहा है जिससे विक्रेताओं को कम राशन मिल रहा है तथा राशन वितरण में कठिनाई हो रही है।

उन्होंने कहा कि सस्ता गल्ला विक्रेताओं को वर्तमान में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का ढुलान भाडा नहीं मिल पा रहा है। अतः सस्ता गल्ला विक्रेताओं को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का ढुलान भाडा दिया जाय। साथ ही राज्य खाद्यय योजना कार्ड के खाद्यान्न लाभांश में वृद्धि की जाय। खाद्यय विभाग द्वारा बनाये गये पीवीसी कार्डों में कई प्रकार की त्रुटियां बनी हुई है, यथा; नाम किसी व्यक्ति का है तथा फोटो किसी अन्य की लगी हुई हैं। साथ ही नामों में भी काफी त्रुटियां हैं। उन्होंने यह भी मांग की कि पर्वतीय राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनजर पूर्व की भांति चीनी कोटे को बहाल किया जाय।
प्रतिनिधिमण्डल ने यह भी कहा कि कोरोना काल में सस्ता गल्ला विक्रेताओं से किये गये वादे के अनुरूप मृत हुए विक्रेताओं के परिजनों तथा बीमारी से पीडित विक्रेताओं को उपचार का उचित मुआबजा दिया जाय। कोरोना काल में राष्ट्रीय खाद्यय सुरक्षा योजना कार्डों का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया था तथा यह मामला आज भी विभागीय स्तर पर लम्बित है जिससे योजना का कोटा जारी नहीं हो पा रहा है। अतः इस योजना का लक्ष्य शीघ्र पूर्ण किया जाय।
अपर आयुक्त ने प्रतिनिधिमण्डल को आश्वासन दिया कि उनके द्वारा रखी गई न्यायोचित मांगों पर कार्रवाई की जायेगी।
प्रतिनिधिमण्डल में पूर्व विधायक राजकुमार, आनन्द त्यागी, रमेश कुमार मंगू, अनिल क्षेत्री, प्रियांस छाबडा, सिद्धार्थ वर्मा, सौरभ ममगाई, विजय गुप्ता आदि शामिल थे।

फ्लाई ओवर तो बना दिया बिजली का बिल देना भूल गये, अब चलो अंधेरे में…!

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देहरादून, देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर मोहकमपुर फ्लाईओवर की लाइटें बंद पड़ी हैं। बिजली का करीब सात लाख रुपये का बिल जमा नहीं करने पर ऊर्जा निगम ने फ्लाईओवर की बिजली काट दी है। शहर के बाकी फ्लाईओवरों की में भी लाइटें खराब पड़ी हुई हैं, जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
शहर में हाईवे समेत प्रमुख सड़कों पर बने फ्लाईओवरों पर रात के समय सरपट सफर में अंधेरा खलल डाल रहा है। खासकर देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर मोहकमपुर और मियांवाला फ्लाईओवर पर रात को भी वाहनों का दबाव रहता है। बिजली का बिल जमा नहीं होने से मियांवाला और मोहकमपुर फ्लाईओवर की लाइटें काटी दी गयी। मियांवाला फ्लाईओवर का करीब साढ़े पांच लाख का बिल जमा होने के बाद मंगलवार को इसकी लाइट चालू हो गयी है। यह एनएचएआई की टोल रोड का हिस्सा है। वही पीडब्ल्यूडी एनएच के अधीन वाले मोहकमपुर फ्लाईओवर की स्ट्रीट और हाईमास्ट लाइटें बन्द हैं। बालावाला बिजलीघर के एसडीओ राजपाल सिंह ने बताया कि मियांवाला फ्लाईओवर जबसे बना था, इसका बिजली बकाया था। मंगलवार को बिल भरने के बाद शाम तो सप्लाई जोड़ दी गयी। एसडीओ आराघर ग्रामीण केडी जोशी ने बताया कि मोहकमपुर फ्लाईओवर की शुरुआत की सप्लाई का हिस्सा उनके पास है। इसमें लगी एक हाईमास्क लाइटों की सप्लाई अभी जारी है, बाकी हिस्सा बालावाला बिजलीघर के पास है। ईई विद्युत वितरण खंड ग्रामीण प्रदीप चौधरी ने बताया कि मोहकमपुर फ्लाईओवर का बिल जमा करने के बाबत ईई पीडब्लयूडी राजमार्ग खंड को पत्र लिखा गया है। उनकी ओर से बजट जारी नहीं होने की बात कही गई है।

शहर के बाकी फ्लाईओवरों की भी लाइटें खराब

हरिद्वार बाईपास पर अजबपुर फ्लाईओवर की हाईमास्ट लाइटें बंद पड़ी हैं। एक हाईमास्ट लाइट टूटी पड़ी है। फ्लाईओवर पर भी एक-दो लाइटें ही चल रही हैं। आईएसबीटी, बल्लीवाला और बल्लूपुर फ्लाईओवर पर भी कई लाइटें लंबे समय से खराब चल रही हैं। इस कारण यहां से आवाजाही करने वाले लोगों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। संयुक्त नागरिक संगठन के महासचिव सुशील त्यागी, आवाज उठाओ अभियान के संयोजक यशवीर आर्य, जमीयत के उपाध्यक्ष मास्टर अब्दुल सतार, सामाजिक कार्यकर्ता मास्टर मुस्तकीम ने फ्लाईओवरों की लाइटें दुरुस्त करने की मांग उठाई है।
मोहकमपुर फ्लाईओवर का करीब सात लाख का बिल है। मोहकमपुर फ्लाईओवर का बिल ठेकेदार को जमा करना था, लेकिन ठेकेदार मना कर रहा है। फिर से उच्चाधिकारियों को बिल भेजा जाएगा। जल्द इसका समाधान निकाला जाएगा। बाकी फ्लाईओवरों पर क्या स्थिति है, इस बारे में पता किया जाएगा।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र डोईवाला में सभी आवश्यक सुविधाएं एवं उपकरण के साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सक भी तैनात रहेंगे : विधायक गैरोला

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देहरादून, आयुष्मान भारत योजना की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर राज्य के सभी विकासखण्डों में स्वाथ्य मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज डोईवाला विकासखण्ड में अवस्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में आयोजित स्वास्थ्य मेले का विधायक बृजभूषण गैरोला द्वारा दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर विधायक द्वारा स्वास्थ्य मेले में लगाये गये स्टाॅल का भी अवलोकन किया।
आयोजित कार्यक्रम में संबोधन करते हुए विधायक गैरोला ने कोविड काल जैसी महामारी में फ्रन्टलाइन वाॅरियर्स के रूप में कार्य करते हुए जनमानस की सेवा करने हेतु सभी चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों, आशा, आंगनवाड़ी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र डोईवाला में सभी आवश्यक सुविधाएं एवं उपकरण के साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात रहेंगे, जिससे जनमानस को उपचार के लिए अपने ही क्षेत्र में सुविधा मिल सकें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी चिकित्सालयों में पर्याप्त सुविधा, उपकरण एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता कराने हेतु प्रयासरत व प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि विकासखण्ड डोईवाला का क्षेत्र काफी बड़ा है, जिस हेतु स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर जनमानस की स्वास्थ्य जांच की जा सके, विशेषकर मातृशक्ति एवं वृद्धजनों एवं बच्चों की स्वास्थ्य जांच उनके क्षेत्र में ही की जा सके।
इस अवसर पर ब्लाॅक प्रमुख भगवान सिंह, अध्यक्ष नगर पालिका सुमित्रा मनवाल, उप जिलाधिकारी युक्ता मिश्रा, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 निधि रावत, डाॅ0 विनय कुडियाल, डाॅ0 धीरेन्द्र उनियाल, डाॅ0 शैलेन्द्र मंमगाई, डाॅ0 अमृता रतूड़ी, हरीश कोठारी सहित संबंधित कार्मिक एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने की पेयजल विभाग की समीक्षा, अधिकारियों को दिये निर्देश

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देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय में पेयजल विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि जल स्रोतों के पुनर्जीवन की दिशा में ठोस कार्य योजना बनाई जाय। रेन वाटर हार्वेस्टिंग की दिशा में कार्य किये जाय। इसे वर्क कल्चर में लाना जरूरी है। जल संचय की दिशा में सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। इसमें जन सहयोग भी जरूरी है। जन सहभागिता से होने वाले कार्यों के अच्छे परिणाम मिलते हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि जिस भी विभाग द्वारा वृक्षारोपण करवाया जाता है, उन वृक्षों के संरक्षण एवं संवर्द्धन की पूरी जिम्मेदारी भी संबधित विभागों की होगी। उन्होंने कहा कि नलकूप एवं हैण्डपम्प जिस भी विभाग या संस्था द्वारा लगाये जा रहे हैं, उनके मेंटिनेंस के लिए उनकी जिम्मेदारी भी तय की जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। जल जीवन मिशन के कार्यों में और तेजी लाई जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाय कि जल जीवन मिशन के तहत जिन घरों में नल लग चुका है, उनमें शुद्ध गुणवत्ता युक्त पेयजल उपलब्ध हो। हर घर नल, हर घर जल पहुंचाने के लिए अभियान चलाया जाय। पेयजल की उपलब्धता के लिए जो व्यावहारिक दिक्कते आ रही हैं, उनका शीघ्रता से समाधान किया जाए। ग्रीष्मकाल में प्रदेश के किसी भी जनपद में पेयजल की कमी न हो, इसके लिए उपलब्ध साधनों के साथ ही शीघ्र ही प्रत्येक जनपद को दो-दो वाटर टेंकर उपलब्ध कराये जाएं। गर्मियों में पेयजल समस्या का समाधान एक बड़ी चुनौती है। पेयजल, स्वास्थ्य एवं शिक्षा सभी की प्राथमिकताओं में है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा के दृष्टिगत जलापूर्ति के लिए सुनियोजित व्यवस्था की जाय। चारधाम यात्रा मार्गों पर उच्च गुणवत्ता के 500 वाटर एटीएम लगाये जाए। वाटर एटीएम के साथ पानी की गुणवत्ता को भी डिस्प्ले किया जाय। चारधाम यात्रा आस्था का प्रतीक है। देश विदेश से लाखों श्रद्धालु देवभूमि उत्तराखण्ड आते है। श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाय कि यात्रा मार्गों पर सुलभ शौचालयों में पर्याप्त पानी की उपलब्धता रहे।

सचिव पेयजल श्री नितेश कुमार झा ने जानकारी दी कि जल जीवन मिशन के तहत उत्तराखण्ड में तेजी से कार्य हो रहा है। जल जीवन मिशन के तहत कार्य प्रगति में उत्तराखण्ड देश में छठवें स्थान पर है। जल जीवन मिशन के तहत स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों को शत प्रतिशत कवर कर लिया गया है। जल जीवन मिशन ग्रामीण के तहत राज्य के 62 प्रतिशत कनेक्शन दिये जा चुके हैं। दिसम्बर 2023 तक इसे शत प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है। नाबार्ड फंड की 280 योजनाओं में से 244 पूर्ण हो चुकी है, शेष 36 इस साल पूरी हो जायेगी। नमामि गंगे की 23 योजनाओं में से 19 पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि 04 पर कार्य प्रगति पर है। पिछले 05 वर्षों में मा. मुख्यमंत्री घोषणाओं के तहत 336 घोषणाओं में से 293 के शासनादेश हो चुके हैं। जिसमें से 133 पूर्ण हो चुकी हैं जबकि 160 पर पर कार्य प्रगति पर है।

बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, अपर सचिव श्री नितिन भदौरिया, डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, श्री उदयराज एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

नौकरशाही में बड़ा फेरबदल, 22 आईएएस-अधिकारियों के तबादले, पढ़िए पूरी लिस्ट

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देहरादून, । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार देर रात भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में बड़े स्तर पर फेरबदल कर 22 अधिकारियों के दायित्वों में परिवर्तन किया है। शासन के आदेश के अनुसार राज्य के मुख्य सचिव एसएस संधू को वर्तमान दायित्व के साथ मुख्य स्थानिक आयुक्त नई दिल्ली का अतिरिक्त दायित्व मिला है। राधा रतूडी से अपर मुख्य सचिव, ऊर्जा वैकल्पिक ऊर्जा, उच्च शिक्षा अध्यक्ष,उत्तराखंड परिवहन निगम और आयुक्त समाज कल्याण विभाग लेकर उन्हें अपर मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री, गृह और कारागार के साथ उनके शेष दायित्व यथावत रहेंगे। मनीषा पंवार से अपर मुख्य सचिव, ग्राम्य विकास, एवं कृषि उत्पादन आयुक्त हटाकर अवस्थापना आयुक्त एवं अध्यक्ष उत्तराखंड परिवहन निगम की जिम्मेदारी दी गई है। आनन्द वर्धन के अपर मुख्य मुख्यमंत्री एवं वन पर्यावरण जलवायु संरक्षण, परिवर्तन परियोजना निदेशक अवस्थापना विकास आयुक्त के दायित्व को बदलकर उन्हें अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास, राजस्व, शहरी विकास, आवास मुख्य प्रसाशक, उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण और कृषि प्राधिकरण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। रमेश कुमार सुधांशु से प्रमुख सचिव गृह और कारागार हटा कर आयुक्त समाज कल्याण अतिरिक्त दायित्व मिला है। अभिनव कुमार को विशेष प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, सूचना ,खेल युवा कल्याण के साथ वर्तमान जिम्मेदारी यथावत रहेंगे। इसके साथ ही आर मीनाक्षी सुंदरम को सचिव मुख्यमंत्री, उर्जा एवं वैकल्पिक उर्जा, वित्त अध्यक्ष उत्तराखंड भवन, कर्मकार कल्याण बोर्ड की जिम्मेदारी मिली है।

सरकार के आदेश के अनुसार शैलेश बगोली से सचिव शहरी बदलकर सचिव कार्मिक, सतर्कता मंत्रिपरिषद, कॄषि, कॄषक कल्याण, उच्च शिक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा नितेश कुमार झा से सचिव तकनीकी शिक्षा बदलकर सचिव ग्रामीण निर्माण और राधिका झा को वर्तमान के साथ साथ सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य, शिक्षा की अहम जिम्मेदारी मिली है। अरविंद सिंह ह्यांकी से सचिव कार्मिक औऱ सतर्कता बदलकर सचिव परिवहन का दायित्व सौंपा गया है। इसके साथ ही सचिन कुर्वे को वर्तमान दायित्व बदलकर सचिव ग्राम्य विकास, खादय नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता मामले सहित अन्य जिमेदारी दी गई है। रविनाथ रमन को सचिव विद्यालयी शिक्षा और वीबीआरसी पुरुषोत्तम को सचिव पशुपालन, दुग्ध, मत्स्य, सहकारिता, महिला डेयरी, सौजन्या को वर्तमान के साथ सचिव लघु, सूक्ष्म उद्योग की जिम्मेदारी दी गई है।

इसी तरह डॉ पंकज कुमार पाण्डेय से वर्तमान दायित्व को बदलकर सचिव उद्योगिक विकास, खनन और डॉ रंजीत कुमार सिन्हा से सचिव परिवहन पुनर्गठन को हटाकर सचिव आपदा प्रबंधन पुनर्वास,राज्य आपदा सहित अन्य जिम्मेदारी दी गई है। हरीश चन्द्र सेमवाल को वर्तमान के साथ सचिव आबकारी आयुक्त सचिव और चंद्रेश यादव को सचिव पुनर्गठन संस्कृति शिक्षा मिला है। विजय कुमार यादव से सचिव वन पर्यावरण, जलवायु को बदलकर शेष यथावत रहेगा। दीपेंद्र कुमार चौधरी से सचिव प्रभारी खेल, उच्च शिक्षा,युवा कल्याण हटाकर सचिव सैनिक कल्याण और राजस्व की जिम्मेदारी मिली है।

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प्रशांत किशोर ने सोनिया के सामने रखा 2024 का रोडमैप, जानें पर्दे के पीछे की पूरी रणनीति

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नई दिल्ली,  चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आज एक बार फिर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है। सोनिया गांधी और प्रशांत किशोर के बीच ये चार दिनों में तीसरी मुलाकात है। पहली बैठक 16 अप्रैल को हुई जबकि दूसरी 18 अप्रैल को हुई थी। सोनिया गांधी के 10 जनपथ आवास पर हुई बैठक में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, मुकुल वासनिक, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, एके एंटनी, अंबिका सोनी और रणदीप सुरजेवाला समेत कांग्रेस के नेता भी शामिल हैं। किशोर ने 2024 आम चुनाव के रोडमैप के साथ विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया
सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में इस तरह की दो और बैठकें होने वाली हैं। इससे पहले वेणुगोपाल ने कहा था कि किशोर ने 2024 आम चुनाव के रोडमैप के साथ विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया था। सवालों के जवाब में उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पार्टी में किशोर की भूमिका की जानकारी हफ्तेभर में पता चल जाएगी। ये बैठकें इस साल गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस की चुनावी तैयारियों की पृष्ठभूमि में भी हो रही हैं। पीके की प्रजेंटेशन की खास बातें
सूत्रों ने एएनआई को बताया कि किशोर ने अपने प्रेजेंटेशन में सुझाव दिया था कि कांग्रेस को उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा में अकेले चुनाव लड़ना चाहिए और इसे तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में गठबंधन करना चाहिए जिससे राहुल गांधी सहमत नजर आए थे। किशोर ने कहा था कि कांग्रेस को 2024 के आम चुनावों के लिए 370 लोकसभा क्षेत्रों पर ध्यान देना चाहिए। पार्टी सूत्रों ने कहा कि इस मीटिंग में गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की तैयारियों और रणनीति को लेकर चर्चा हुई। अगर पार्टी में पीके शामिल हुए तो कहां होगा उनका फोकस
अगले डेढ़ साल के अंदर देश के 6 बड़े राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। इसी साल के अंत में हिमाचल प्रदेश और गुजरात में इलेक्शन हैं। इसके बाद अगले साल राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में चुनाव हैं। इनमें से दो राज्यों में कांग्रेस सत्ता में है। कांग्रेस लगातार खिसक रही सीटों को बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। पार्टी के सामने एक तरफ इन दो राज्यों में सत्ता को बचाने की चुनौती है तो वहीं अन्य राज्यों में फिर से सत्ता वापसी करने के लिए संघर्षरत है। ऐसे में पार्टी को आने वाले चुनावों को लिए एक मजबूत रणनीति की जरूरत है। पीके की एंट्री में क्यों हो रही है देरी
प्रशांत किशोर और राहुल गांधी के बीच पिछले काफी समय से मुलाकातें चल रही है। लेकिन पार्टी में एंट्री को लेकर हर बार मुश्किल हो रही है। पार्टी में इस बात को लेकर भी लगातार मंथन चल रहा है कि प्रशांत किशोर को कांग्रेस में क्या जिम्मेदारी दी जाए। उन्हें सलाहकार के तौर पर शामिल किया जाए या फिर कोई पद देकर नेता बनाया जाए। मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, कांग्रेस के ज्यादातर नेता चाहते हैं कि प्रशांत किशोर को सलाहकार का दर्जा दिए जाने की बजाय नेता के तौर पर शामिल कर लिया जाए। पीके ने कांग्रेस को क्यों चुना
कांग्रेस पार्टी धीमे धीमे अपना जनाधार खो रही है। लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस के पास अभी 12 करोड़ वोट है। प्रशांत किशोर को पता है कि, कांग्रेस को फिर से खड़ा किया जा सकता है।पीके जेडीयू, टीएमसी, जगन रेड्डी समेत कई पार्टियों के लिए काम कर चुके हैं, लेकिन पीके इन क्षेत्रीय दलों में अपने रोल को नहीं तलाश पाए। ऐसे में उन्हें कांग्रेस पार्टी ही एक ऐसी पार्टी दिख रही है, जिसमें वे अपनी संभावनाओं को तलाशते दिख रहे हैं। प्रशांत के आने से कांग्रेस का फायदा
वहीं लगातार हार के चलते कांग्रेस में काफी निराशा है। ऐसे में पीके के कांग्रेस के साथ जुड़ने का असर आने वाले चुनावों में होता है और पार्टी कुछ सीटें जीतने में सफल होती है, तो उसके कार्यकर्ताओं के लिए काफी अहम होगा। कांग्रेस एक सुस्त पार्टी है। उसका मुकाबला एक ऐसी पार्टी से है जो हर वक़्त चुनावी मोड में रहती है, कांग्रेस नेतृत्व को उम्मीद होगी कि पार्टी से जुड़ने के बाद प्रशांत किशोर कांग्रेस की इस सुस्ती को दूर कर सकते हैं। प्रशांत किशोर इस तरह का सिस्टम बनाने के लिए एक ब्लू प्रिंट पार्टी को दे सकते हैं, पार्टी को हमेशा एक्टिव रख सके।

क्रेडिट कार्ड रखने वालो सावधान! क्रेडिट कार्ड की जानकारी को कॉल की, खाते से 2.38 लाख गायब

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देहरादून। क्रेडिट कार्ड की जानकारी लेने के लिए हेल्प लाइन नंबर पर फोन किया बुजुर्ग के खाते से 2.38 लाख की गायब हो गई। बुजुर्ग की शिकायत की वसंत विहार पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच शहर कोतवाली विद्याभूषण नेगी को सौंपी गई है।
एसओ नरेश राठौर ने समाचार एजेंसी आरएनएस को बताया कि गिरीश कक्कड पुत्र दिवान चन्द कक्कड निवासी 662, विजय पार्क ऐक्स गली न 13 ने शिकायत कर बताया कि वह सीनियर सिटीजन है। 7 अप्रैल को उन्होंने अपने क्रेडिट कार्ड की स्थित जानने के लिए 1800-180-2345 पर कॉल किया। तभी कुछ देर दो मोबाइल नंबर से फोन आया और उनके पीएनबी स्थित बैंक खाते से दो बारी में 2.38 लाख रुपये कट गए। 8 अप्रैल को उन्होंने साइबर सेल को शिकायत की। जिसके बाद मंगलवार को केस दर्ज किया गया।

एनसीआर में फिर लौटा पाबंदियों का दौर, जानें नियम

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नई दिल्ली, कोरोना नियमों से राहत के महज 18 दिन बाद ही एनसीआर के कई जिलों में फिर से प्रतिबंधों की वापसी हो गई है. केंद्र सरकार ने आपदा प्रबंधन एक्ट को हटाते हुए 31 मार्च से पाबंदियों में छूट दी थी लेकिन कोरोना के एक बार फिर बढ़ते मामलों को देखते हुए एनसीआर में आने वाले उत्तर प्रदेश और हरियाणा के जिलों में फिर से प्रतिबंधों की वापसी हो गई है, और यहाँ मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है.

इन जिलों में मास्क अनिवार्य

कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं. ऐसे में, गाजियाबाद, नोएडा, गुड़गांव और फरीदाबाद में अब लोगों के लिए सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है. हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने चार जिलों के लिए नियमों का ऐलान करते हुए कहा है कि सार्वजनिक स्थानों पर बिना मास्क घूमने वालों का चालान किया जाएगा. इसमें गुड़गांव और फरीदाबाद के अलावा झज्जर और सोनीपत जैसे जिले भी शामिल हैं.

वहीं, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए गाजियाबाद प्रशासन की तरफ से आदेश दिए गए हैं कि अगर कोई मास्क नहीं लगाता है तो उसका 500 रुपये तक का चालान किया जाएगा. उत्तर प्रदेश में लखनऊ समेत सात शहरों में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाने का आदेश भी जारी कर दिया गया है. इसी कड़ी में, राजधानी दिल्ली कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में, सरकार ने मास्क को अनिवार्य तो नहीं किया लेकिनसरकार ने जनता से मास्क लगाकर बाहर निकलने की अपील की है.

बता दे, बीते दिनों दिल्ली से सटे नोएडा में स्कूली छात्रों में सबसे तेज़ी से संक्रमण दर दर्ज़ किया गया. जहां कोरोना से प्रभावित बच्चों को देखते हुए कुछ समय के लिए स्कूलों को बंद कर दिया गया था. लेकिन अब सोमवार को सख्त प्रोटोकॉल के साथ फिरसे स्कूल खुलने जा रहे हैं. जहां जिलाधिकारी के निर्देश के बाद स्कूलों और कॉलेजों में हेल्थ कैंप लगाया जाएगा. जिसमें कोरोना संबंधित जांच की जाएगी. गौरतलब है कि भारी संख्या में स्कूली छात्रों के कोरोना संक्रमित होने के बाद भी किसी बच्चे को अस्पताल में दाखिल करने की नौबत नहीं आयी है.

दुल्हन करती रही इंतजार,बारात लेकर नहीं पहुंचा दूल्हा, वजह सुनकर हुई बेहोश

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दहेज में कार न मिलने से नाराज दूल्हा पक्ष के लोग बारात लेकर नहीं आए। दूल्हन पक्ष की तहरीर पर पुलिस आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इलाके के मादीपुर निवासी युवती की शादी कमालुद्दीनपुर सलोन जिला रायबरेली निवासी विजय कुमार मिश्रा के साथ तय हुई थी। कुछ दिन पहले वरीक्षा व तिलक का कार्यक्रम हो गया था। 17 अप्रैल को बारात आनी थी। आरोप है कि बारात के दिन ही दूल्हा पक्ष से फोन आया कि पहले कार घर भेजिए या फिर पन्द्रह लाख रुपये कैश दीजिए। इसके बाद ही बारात आएगी। यह सुनकर दुल्हन बेहोश हो गई। इससे परेशान दुल्हन के भाई ने पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि कार देने के लिए बुक की गई थी। लेकिन शादी के दिन रविवार को दूल्हा पक्ष की मांग पूरा कर पाना संभव नही था। दूल्हा पक्ष की हरकत से परिवार शर्मशार हुआ। शादी से पहले वरीक्षा व तिलक कार्यक्रम में करीब आठ लाख रुपये दहेज दिए गए। इसके बाद भी इस तरह की हरकत की गई। दुल्हन के भाई ने विजय कुमार के साथ परिवार व रिश्तेदारों को इस षडयंत्र में शामिल करते हुए पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने दूल्हा समेत परिवार के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है

सीएम योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट निर्देश-धार्मिक स्थल से बाहर नहीं आनी चाहिए आवाज

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दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा (Delhi Jahangirpuri Violence) और लाउडस्पीकर अजाद विवाद (Loudspeaker Ajan Dispute) से सबक लेते हुए यूपी की योगी सरकार अलर्ट हो गई है. अब योगी सरकार (Yogi Sarkar) ने आदेश दिया है कि बिना अनुमति के कोई भी धार्मिक यात्रा नहीं निकाली जानी चाहिए और धर्मस्थलों में जो लाउडस्पीकर लगाए गए हैं, उनकी आवाज परिसर से बाहर नहीं जानी चाहिए.

सीएम योगी का कहना है कि धार्मिक विचारधारा के अनुसार, सभी को अपनी उपासना पद्धति को अपनाने का अधिकार है. उसमें वे लोग माइक का भी प्रयोग कर सकते हैं लेकिन यह तय होना चाहिए कि माइक की आवाज परिसर से बाहर नहीं जानी चाहिए. माइक की आवाज से किसी अन्य को असुविधा नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा योगी सरकार ने यह भी आदेश दिया है कि नए धार्मिक स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.

सीएम योगी का यह आदेश ऐसे समय में आया है, जब आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार आने वाले हैं. अभी रमजान का महीना चल रहा है और इसके अलावा अक्षय तृतीय और ईद एक ही होने की संभावना है. ऐसे में यूपी पुलिस को अतिरिक्त सावधान रहने की जरूरत है. सीएम योगी का आदेश है कि एसओ से लेकर एडीजी तक 24 घंटे के भीतर अपने अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के प्रतिष्ठित लोगों के साथ संवाद स्थापित करें.

रोजाना शाम को फुट पेट्रोलिंग करे पुलिस

सीएम योगी ने यह भी कहा कि चाहे वो तहसीलदार हों या डीएम, सभी अधिकारी अपने तैनाती स्थल पर ही रात्रि विश्राम करें. जहां शासकीय आवास नहीं है, वहां किराये पर आवास ले लें लेकिन अपने ही क्षेत्र में रहकर शांति व्यवस्था कायम करने का काम करें. संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए और ड्रोन के उपयोग से हालात पर नजर रखी जाए. रोजाना शाम को पुलिस फुट पेट्रोलिंग करे और 112 हेल्पलाइन नंबर एक्टिव रहे.

अवकाश पर गए अफसर 24 घंटे में काम पर

साथ ही सीएम योगी ने कमिश्नर से लेकर एसओ स्तर तक के अफसरों के अवकाश को 4 मई तक के लिए रद करने का आदेश दिया है. सीएम योगी के निर्देश पर मुख्य सचिव ने इस बारे में विधिवत आदेश भी जारी कर दिया है. अवकाश पर गए अफसरों से 24 घंटे में तैनाती स्थल पर लौटने को कहा गया है.