देहरादून, पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कार्मिकों ने कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक से मुलाकात की। कार्मिकों ने उन्हें नई पेंशन योजना से हो रही दिक्कतों से अवगत कराया और पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की। जिस पर मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने अपने-अपने स्तर से उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें बताया कि नई पेंशन योजना में सेवानिवृत्त होने के बाद प्राप्त धनराशि परिवार के गुजारे लायक भी नहीं है। सेवाकाल में मृत्यु होने पर मिलने वाली पारिवारिक पेंशन भी बेहद कम कर दी गई है। पुरानी पेंशन योजना में प्राप्त जीपीएफ सुविधा से कर्मचारी को ऋण लेने की छूट थी, जो कि नई पेंशन योजना में नहीं है।
प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि पुरानी पेंशन के लिए गठित कमेटी में 2005 के पूर्व वंचित व पश्चात नियुक्त हुए कार्मिकों का मुद्दा कैबिनेट में रखा जाए। कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पूर्व में भी सरकार में मंत्री रहते हुए पुरानी पेंशन बहाली के लिए सरकार से अनुरोध किया था।
अब संगठन के माध्यम से पुरानी पेंशन बहाली की मांग को प्रधानमंत्री तक पहुंचाएं। इस अवसर पर मोर्चा के पदाधिकारियों से पेंशन बहाली पर चर्चा करते हुए काबीना मंत्री ने बताया कि सरकार पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रही है। 2005 से पूर्व के वंचित कार्मिकों को पुरानी पेंशन का लाभ देने के लिए कमेटी का गठन किया गया है, जिसके एक सदस्य वह भी हैं। सरकार पुरानी पेंशन वंचितों को पुरानी पेंशन से आच्छादित करने पर विचार कर रही है। इधर, मदन कौशिक ने भी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल करने की दिशा में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
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