पटना, बिहार में राजनैतिक घटना क्रम बदलता नजर आ रहा है, बीजेपी और जेडीयू के गठबंधन टूट गया और जेडीयू की पटना में हुई बैठक खत्म हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी सांसदों-विधायकों की तरफ से नीतीश द्वारा लिए गए हर फैसले पर अपनी रजामंदी की बात कही है। इसके साथ ही कहा जा रहा है कि अंदर ये ऐलान कर दिया गया कि भारतीय जनता पार्टी के साथ जेडीयू का गठबंधन अब नहीं रहेगा।
नीतीश कुमार ने शाम 4 बजे राज्यपाल से मिले और अपना इस्तीफा सौंप दिया । इसके साथ ही नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया। जेडीयू के बीजेपी से गंठबंधन तोड़ने की लगातार हो रही चर्चा में विराम लग गया, और गठबंधन के खत्म होने का औपचारिक ऐलान भी हो गया |
लालू की बेटी चंदा यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि तेजस्वी भव: बिहार। वहीं लालू यादव की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर कहा, राजतिलक की करो तैयारी आ रहे हैं, लालटेन धारी।
बिहार में राजनैतिक घमासान : नीतीश की पलटी, 2024 की लोकसभा तैयारी, क्या देंगे मोदी को टक्कर
नई दिल्ली, बिहार की राजनैतिक गहमा गहमी के बीच नीतीश का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के साथ ही टूटा एनडीए गठबंधन, अब इस घटनाक्रम को लेकर राजनैतिक पंडितों का आंकलन कुछ ओर ही इशारा कर रहा है, माना जा रहा कि कई दिनों से नाराज चल रहे नीतीश आखिर क्यों एनडीए से अलग हुये इस पर भी अब बिहार की जनता सलाल दागने में पीछे नहीं रहेगी, लेकिन क्या नीतीश की तैयारी 2024 लोकसभा चुनाव की है, अगर ऐसा होता है तो विपक्ष के रूप पीएम पद के उम्मीदवार हो सकते हैं विपक्ष के उम्मीदवार और मोदी के खिलाफ विपक्ष के उम्मीदवार बन सकते हैं |
बिहार में राजनीतिक उठापटक के बीच बिहार में भाजपा और जदयू का ब्रेकअप और राज्यपाल फागू चौहान से नीतीश कुमार का इस्तीफा इस खेल की पहली कड़ी होगी। अब महागठबंधन की नई सरकार का गठन होगा। नई सरकार में नीतीश कुमार को कांग्रेस और राजद का समर्थन हासिल होगा। खबर के मुताबिक तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री बन सकते हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव के हिसाब से देखें तो यह भाजपा के लिए बड़ा झटका है। भाजपा के हाथों से एक बड़ा राज्य निकल गया, जहां लोकसभा की 40 सीटें हैं। बिहार में सत्ता परिवर्तन का असर लोकसभा चुनाव पर भी पड़ सकता है। खबर तो यह भी मिल रही है कि नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक जो डील हुई है उसमें यह कहा गया है कि 8 से 10 महीने तक नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री रहेंगे। इसके बाद वे 2024 की तैयारियों में जुट जाएंगे। विपक्ष की ओर से उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए आगे किया जा सकता है। हाल में ही हमने सुना था कि कैसे नीतीश कुमार ने कांग्रेस के अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बातचीत की थी। सवाल यह भी है कि क्या विपक्ष के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार बन सकेंगे? नीतीश कुमार के नाम पर क्या ममता बनर्जी, शरद पवार और के चंद्रशेखर राव जैसे नेता तैयार होंगे? हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है। 2014 के चुनाव से पहले भी उनके नाम की खूब चर्चा थी। हालांकि यह दूसरा मौका है जब नीतीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन तोड़ा है। इससे पहले जब भाजपा की ओर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के आगे किया गया था, उस समय पर नीतीश कुमार भगवा पार्टी से गठबंधन तोड़ लिया था।
उधर कांग्रेस सूत्रों से मिल रही खबर के मुताबिक नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। क्योंकि अभी लोकसभा चुनाव म काफी समय है और आगे बाद में देखा जाएगा ? सूत्रों ने बताया है कि सभी सांसदों-विधायकों की तरफ से नीतीश द्वारा लिए गए हर फैसले पर अपनी रजामंदी की बात कही है। इसके साथ ही कहा जा रहा है कि अंदर ये ऐलान कर दिया गया कि भारतीय जनता पार्टी के साथ जेडीयू का गठबंधन अब नहीं रहेगा। नीतीश कुमार ने शाम 4 बजे राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है। नीतीश शाम 4 बजे राज्यपाल फागू सिंह चौहान से मुलाकात करने जा रहे हैं। इसके साथ ही वो इस्तीफा भी देंगे और नई सरकार बनाने का दावा भी पेश करेंगे। जेडीयू के बीजेपी से गंठबंधन तोड़ने की बात लगातार चर्चा में थी और इसके कयास लगाए जा रहे थे कि किसी भी वक्त गठबंधन के खत्म होने का औपचारिक ऐलान हो सकता है।
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