हरिद्वार, बहादराबाद में हाइवे किनारे बडे स्तर पर चल रहा था प्लॉटिंग का खेल, चंद महीनों में बिके 387 प्लॉट, डीएम हरिद्वार विनय शंकर पांडेय ने बड़ा एक्शन लेते हुए सहारा इंडिया समूह की इस जमीन की बिक्री पर रोक लगा दी है | निवेशकों की खून पसीने की कमाई वापस लौटाने के बजाय प्रॉपर्टी डीलरों के साथ मिलकर अरबों रुपये की जमीन ठिकाने लगाने की सहारा इंडिया कंपनी की कोशिशें नाकाम हुयी, जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने बहादराबाद बाईपास पर हाईवे किनारे सहारा इंडिया कंपनी की 544 बीघा जमीन की खरीद-फरोख्त पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है
निवेशकों द्वारा शासन में शिकायत कर सहारा इंडिया कंपनी पर कई गंभीर आरोप लगाए गए है निवेशकों का आरोप है कि उनके पैसे लौटाने की बजाय सहारा इंडिया कंपनी उन्हें गुमराह कर उनका धन हड़पने की फिराक में है, आरोप है की कंपनी के अधिकारी निवेशकों के पैसे से खरीदी गई जमीन को औने पौने दामों में बेचकर भागने की फिराक में है |
निवेशकों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव कृष्ण सिंह ने जिलाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था | जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडेय की ओर से सहारा इंडिया की जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
कंपनी की इस जमीन को खरीद-फरोख्त कर प्लॉटिंग की योजना बना रहे प्रॉपर्टी डीलरों और साथ ही साथ कुछ सफेदपोशो में भी हड़कंप मच गया है | जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने गुरुवार को जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए। जिससे खरीद-फरोख्त से जुड़े प्रापर्टी डीलरों में हड़कंप मच गया। पिछले कुछ दिनों से इस जमीन पर प्लाटिंग का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा था। कई निवेशकों ने शासन में इसकी शिकायत की। जिसमें कंपनी पर कई गंभीर आरोप लगाते गए। निवेशकों का आरोप उन्हें धन लौटाने के बजाए गुमराह कर उनका धन हड़पने की कोशिश की जा रही है।
आरोप है कि उनकी गाढ़ी कमाई से ली गई जमीन को कंपनी के अधिकारी औने-पौने दामों में बेचकर भागने की फिराक में हैं। निवेशकों ने शासन को भेजे शिकायती पत्र में जमीन से जुड़े हुए दस्तावेज भी पेश किए। जिस पर राजस्व अनुभाग के सयुंक्त सचिव कृष्ण सिंह ने जिलाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था।
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय की ओर से जमीन की तत्काल प्रभाव से खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं, सेबी को इस बारे में जानकारी भेजी जा रही है। कार्रवाई से कंपनी की जमीन को खरीदकर प्लाटिंग करने की योजना बना रहे प्रोपर्टी डीलरों में भी हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने कहा कि किसी को भी कानून के उल्लंघन की अनुमति नहीं होगी। चाहे कोई कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो। उन्होंने बताया कि लगभग 544 बीघा जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी गई है।
जमीन पर प्लाटिंग और खरीद-फरोख्त का काम इतनी तेज रफ्तार से चल रहा था कि डीलरों ने चंद महीनों के भीतर 387 प्लाट भी बेच डाले। जबकि चार-चार बीघा की कई डील हो चुकी थी।
ऐसा बताया जा रहा है कि लगभग 250 बीघा जमीन तो पहले चरण में ही बिक चुकी थी। बाकी जमीन में लगभग आधी की सौदेबाजी चल रही थी। कंपनी अधिकारी और डीलरों की तैयारी थी कि चार महीने के भीतर पूरी जमीन बेचकर अरबों रुपये समेट लिया जाए।
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