कालाढूंगी। बुधवार की शाम बैल पड़ाव के एक रिसोर्ट में हुई कुक की हत्या के मामले में पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर 24 घण्टे में ही हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पुलिस के अनुसार हत्यारोपी ने रोजमर्रा की छोटी-छोटी बातों पर होने वाली टोकाटोकी से क्षुब्ध होकर यह हत्या की थी।
उल्लेखनीय है कि कालाढूंगी थानांतर्गत बैलपड़ाव पवलगढ़ स्थित बैक्सेंट रिसोर्ट के एक कमरे में रिसोर्ट के कुक गिरीश चंद्र त्रिपाठी की चाकुओं से गुदी लाश बरामद की थी। हत्या का इल्जाम मृतक के पुत्र ने रिजॉर्ट स्वामी, रिजॉर्ट मैनेजर पर लगाया था। मामले में पुलिस ने रिजॉर्ट के ही कई कर्मचारियों से अलग-अलग पूछताछ की तो कर्मचारियों के बयानों में कुछ विरोधाभास नजर आया। जिस पर पुलिस ने एक कर्मचारी को अपने राडार पर लेकर पूछताछ की तो उसने सहकर्मी की हत्या की बात कबूलते हुए हत्या की पूरी कहानी पुलिस के सामने विस्तार से रख दी। पुलिस के अनुसार अभियुक्त अमन कुमार सैनी पुत्र रामचंद्र सैनी निवासी जोगीपुरा रामनगर को होटल कर्मी राजेन्द्र डोबाल, सुरेश सनवाल, पुष्कर धामी व मृतक गिरीश चन्द्र त्रिपाठी द्वारा छोटी छोटी बातो को लेकर परेशान करने व लड़ाई झगड़ा करते हुए परेशान करते थे। दो अगस्त को रिसोर्ट परिसर में राजेन्द्र डोभाल एवं मृतक गिरीश चन्द्र त्रिपाठी द्वारा मोबाइल मांगने के दौरान मोबाइल रिचार्ज को लेकर दोनो द्वारा स्वयं से लड़ाई- झगड़ा करने से क्षुब्ध होकर अमन ने दोनो व्यक्तियो को जान से मारने का इरादा बनाया था। राजेन्द्र डोभाल के दुबला-पतला होने की वजह से अमन ने पहले गिरीश चन्द्र त्रिपाठी को मारने का मन बनाकर गिरीश चंद्र त्रिपाठी को गार्ड रुम से सोने के बहाने ड्राईवर रुम में बुला लिया। इससे पहले अमन ने बक्सेन्ट रिसोर्ट के किचन में जाकर एक स्टील और एक लोहे का चाकू तकिये के नीचे छुपाकर रख गिरीश की मौत का पक्का इंतजाम कर लिया। गिरीश को जैसे ही नींद आई अमन ने गिरीश का तकिये से मुंह दबाकर चाकू से कई वार करके गिरीश को मौत के घर उतार दिया। हत्याकांड का खुलासा एसपी सिटी हरवंश सिंह ने किया। आरोपी को पकड़ने और मामले का पर्दाफाश करने वाली टीम में थानाध्यक्ष कालाढूंगी राजवीर सिंह नेगी, चौकी प्रभारी बैलपड़ाव बीरेन्द्र सिंह बिष्ट, कोटाबाग चौकी प्रभारी, विजय कुमार, एसआई गगनदीप सिंह, नसीम अहमद, वीरेन्द्र रौतेला, रविन्द्र सिंह, लेखराज सिंह, मिथुन कुमार, जसवीर सिंह, अमरेन्द्र सिंह आदि शामिल रहे। मामले के त्वरित खुलासे को लेकर पुलिस टीम को एसएसपी पंकज भट्ट ने पांच हजार रुपये इनाम की गई है।
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