चमोली ,। रविवार दोपहर को कर्णप्रयाग-ग्वालदम मार्ग पर चलती कार में एक बड़ा बोल्डर गिरने से हादसे में पति-पत्नी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बोल्डर गिरने से कार बूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। सूचना पर पुलिस, प्रशासन और स्थानीय ग्रामीणों ने जेसीबी से शवों को रेसक्यू किया। जिसके बाद कर्णप्रयाग उपजिला चिकित्सालय के मोर्चरी में अन्य कार्रवाई की गई। कर्णप्रयाग के तहसीलदार सुरेंद्र सिंह देव के अनुसार रविवार अपराह्न करीब 3 बजकर 35 मिनट पर कंट्रोल रूम से सूचना मिली की कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटर मार्ग पर बगोली से करीब दो सौ मीटर आगे नारायण बगड़ की ओर एक आल्टो कार में बड़ा बोल्डर गिर गया है। जिस पर पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर रवाना हुई। यहां स्थानीय ग्रामीणों और जेसीबी की मदद से शवों को रेसक्यू किया गया। घटना में कार में सवार बलबीर सिंह (45 वर्ष) पुत्र पुष्कर सिंह निवासी मेटा, कुलसारी एवं उनकी पत्नी सावित्री देवी (40 वर्ष) की मौत हो गई। बताया जा रहा कि बलबीर सिंह की गांव में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान है। रविवार को दंपति देहरादून से कुलसारी जा रहे थे। तहसीलदार सुरेंद्र सिंह देव ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। साथ ही अन्य कार्रवाई की जा रही है।
पति-पत्नी की मौत से गांव में छाया मातम
रविवार को नारायणबगड़ कर्णप्रयाग मोटर मार्ग पर बगोली शिव मंदिर से समीप कार पर भारी भरकम बोल्डर गिरने से मेटा निवासी पति पत्नी दोनों का निधन हो गया। जिस कारण उनके गांव में मातम पसर गया है। वहीं उनके बच्चे इस दुर्घटना पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं। रविवार को बलबीर सिंह अपनी पत्नी के साथ आल्टो कार कार नंबर यूके 11, 6123 से कुलसारी जा रहे थे। जैसे ही कार बगोली शिव मंदिर से आगे नारायणबगड़ की तरफ गई उपर से एक बड़ा बोल्डर कार के उपर आ गिरा। जिससे कार पूरी तरह से पिचक गई। कार सवार पति पत्नी दोनों की मौत हो गई। वहीं इस घटना से उनके गृह क्षेत्र मैट कुलसारी में मातम पसर गया है। जिसने भी इस घटना को सुना वह इस घटना पर विश्वास नहीं कर पा रहा है। उनके दोनों बच्चे 21 वर्षीय नेहा और 18 वर्षीय निक्की को इस पर विश्वास नहीं हो रहा है। वहीं उनके बूढ़े मां बाप के आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। दिवंगत बलवीर सिंह के परम मित्र केसर सिंह नेगी ने बताया कि उनकी मृत्यु का समाचार सुनकर उन्हें भी विश्वास नहीं हो पा रहा है। बलवीर सिंह का गांव में सभी के साथ मधुर व्यवहार रहता था उनकी मृत्यु से गांव में मातम पसरा हुआ है। वही इष्ट मित्र गणों को इस घटना पर विश्वास नहीं हो पा रहा है। मृतक बलबीर सिंह अपनी पत्नी सावित्री देवी का इलाज करा कर देहरादून से वापस अपने गांव लौट रहे थे।
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