नई दिल्ली, आंध्र प्रदेश के अमलापुरम शहर में पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के बाद हिंसा भड़क उठी है। दरअसल, नवगठित जिले कोनासीमा का नाम बदलकर बीआर आंबेडकर कोनासीमा करने को लेकर लोगों में नराजगी है। नाराज लोगों ने जिला मुख्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया। लाठीचार्ज के बाद हिंसा इतनी बढ़ गई कि राज्य के परिवहन मंत्री पिनिपे विश्वरूपु के घर में भी आग लगा दी गई। फिलहाल पुलिस ने मंत्री और उनके परिवार को वहां से सुरक्षित निकाल लिया है। खबर तो यह भी है कि विधायक पोन्नाडा सतीश के घर में भी प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी है।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन और एक शिक्षण संस्थान के बस को भी आग के हवाले कर दिया। लोगों ने पुलिस पर भी जमकर पथराव किया है। इस पथराव में कम से कम 20 पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी खबर है। बताया जा रहा है कि जिले का नाम नहीं बदलने की मांग को लेकर यह प्रदर्शन शुरू हुआ था। लेकिन जैसे ही पुलिस ने लाठीचार्ज की, लोगों में गुस्सा बढ़ गया। सैकड़ों युवा लगातार सड़क पर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि में कोनासीमा साधना समिति ने नाम बदलने के प्रस्ताव पर आपत्ति जताई और जिले का नाम यथावत कोनासीमा रहने देने की मांग की। समिति ने मंगलवार को जिलाधिकारी हिमांशु शुक्ला को जिले का नाम बदलने के खिलाफ ज्ञापन देने का प्रयास करते हुए प्रदर्शन का आयोजन किया था।
आपको बता दें कि 4 अप्रैल को पूर्वी गोदावरी जिले से अलग कर कोनासीमा जिले का गठन किया गया था। इसके बाद अब जिले का नाम बदलकर बीआर अंबेडकर कोनासीमा जिला करने की प्रारंभिक अधिसूचना जारी कर दी गई है। लोग कोनासीमा नाम बरकरार रखने की लगातार मांग कर रहे हैं। वही हिंसा को लेकर राज्य के गृह मंत्री ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल और असामाजिक तत्वों ने आगजनी की है। गृहमंत्री तानेती वनिता ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि घटना में करीब 20 पुलिस कर्मियों को चोट आई हैं। हम मामले की जांच करेंगे और दोषियों को न्याय के कठघरे में लाएंगे।
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