Thursday, April 25, 2024
HomeNationalऑन लाइन ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गैंग के दो विदेशी आरोपित गिरफ्तार

ऑन लाइन ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गैंग के दो विदेशी आरोपित गिरफ्तार

नई दिल्ली (हि.स.), मध्य जिला साइबर थाना पुलिस ने ऑन लाइन ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गैंग के दो विदेशी नागरिकों को दबोचा है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान नाइजीरियन नागरिक साइमन ओडिक्पो (34) और कौटानी एरीसेट्स उर्फ कोलिंस (34) के रूप में हुई है। पिछले कुछ ही दिनों में आरोपितों ने देशभर के 200 से अधिक लोगों से 1.50 करोड़ से अधिक की ठगी कर ली। इनके बैंक खातों से इसका पता चला है।

आरोपित सोशल मीडिया के जरिये लोगों से दोस्ती करते थे। इसके बाद उनको विदेश से तोहफे भेजने के नाम पर ठगा जाता था। इनके निशाने पर भारतीय महिलाएं थीं। पुलिस ने आरोपितों के पास से दो लैपटॉप, दो राउटर, चार मोबाइल फोन, 26 बैंक खातों के अलावा एक लाख रुपये बैंक में फ्रीज किए हैं। पुलिस पकड़े गए दोनों आरोपितों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।

मध्य जिले की डीसीपी श्वेता चौहान ने सोमवार को बताया कि पिछले दिनों एक महिला ने 12 लाख से अधिक की रकम ठगी की शिकायत साइबर थाना पुलिस को दी थी। पीड़िता ने बताया कि मार्च 2022 में फेसबुक पर उसे किसी रिचर्ड माइकल नामक व्यक्ति ने फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजा था। आरोपित ने खुद को यूके के बड़े अस्पाल में डॉक्टर बताया। पीड़िता ने उसकी दोस्ती स्वीकार कर ली। इसके बाद दोनों अक्सर चैट करने लगे। बाद में दोनों ने एक दूसरे के व्हाट्सएप नंबर भी शेयर कर दिए।

एक दिन आरोपित ने पीड़िता से उसके घर का एड्रेस मांगा। पीड़िता ने मना किया तो वह जिद करने लगा। इस बीच उसने कहा कि उसकी बेटी का जन्मदिन है कि वह इसलिए उसकी जिद पर तोहफा भेजना चाहता है। हारकर पीड़िता ने अपने घर का पता दे दिया। इसके बाद 11 अप्रैल को सुबह के समय पीड़िता को एक कॉल आई। कॉलर ने खुद को मुंबई एयरपोर्ट से अधिकारी बताया। उसका कहना था कि किसी रिचर्ड ने उसके लिए यूके से पार्सल भेजा है।

पार्सल लेने के लिए उसे 35 हजार रुपये चुकाने होंगे। पीड़िता ने रुपये भेज दिया। इसके बाद उससे 70 हजार रुपये मांगे गए। धीरे-धीरे पीड़िता से करीब 12 लाख रुपये ठग लिये गए। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। पुलिस ने बैंक खातों और सीडीआर की मदद से आरोपितों का पता किया।

इसके बाद टीम ने एक आरोपित साइमन को डाबड़ी से दबोच लिया। वह पालम के महावीर एंक्लेव में रहता था। आरोपी ने बताया कि वर्ष 2017 में वह मेडिकल वीजा पर तीन माह के लिए भारत आया था। इसके बाद वह कभी वापस नहीं गया। यहां उसकी मुलाकात दूसरे नाइजीनियन नागरिक कोलिंस से हुई। दोनों ने ठगी का धंधा शुरू कर दिया। दोनों अपने गैंग के बाकी सदस्यों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने साइमन से पूछताछ के बाद कोलिंस को भी दबोच लिया। पुलिस दोनों से पूछताछ कर उनके बाकी साथियों की तलाश कर रही है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments