Friday, April 19, 2024
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भविष्य में कोरोना से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने राज्यों को जारी किए दिशा-निर्देश, बच्चों के लिए 20 फीसदी बेड रहेंग रिजर्व

नई दिल्ली: कोरोना वायरस की मार पूरी दुनिया में पड़ी है. यह वायरस (Coronavirus) कितना खतरनाक है विश्वभर ने इसे इसकी दूसरी लहर के दौरान देखा है. भारत सरकार भी कोरोना को लेकर शुरू से ही गंभीर रही है. अब जब कोरोना के संक्रमण (Covid19 Infection) में थोड़ी गिरावट आई है तो सरकार की यह कोशिश है कि सभी राज्य ऐसे कदम उठाएं ताकि भविष्य में दोबारा कोरोना का कहन न बरसे. इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को दिशा निर्देश जारी किए हैं.

केंद्र सरकार ने 9 जुलाई को 23000 करोड़ रुपये के कोविड पैकेज का ऐलान किया था. इस पैकेज का एक साल में प्रयोग करना है. इसे एक साल में खत्म करना है. केंद्र के दिशा निर्देश के मुताबिक इस ग्रांट से राज्यों को जिला स्तर पर लोगों को कोरोना से बचाने में मदद दी जा रही है. कोविड के खिलाफ राज्य सरकार क्या क्या कदम उठा रही हैं इसका पूरा विवरण तैयार करके राज्य सराकरों को केंद्र को बताना होगा.

बच्चों के लिए 20 फीसदी बेड रहेंग रिजर्व

कोरोना के शुरुआती दिनों में मूलभूत स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. ब्लाक स्तर पर एम्बुलेंस न के बराबर थी. अब सरकार ने इस पर भी ध्यान दिया है. केंद्र ने कहा की हर ब्लॉक में एम्बुलेन्स होगी और इसका किराया केंद्र की तरफ से दिया जाएगा. दवा का बफर स्टॉक हर जिले में रखना होगा. पीएफए, ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर भी पर्याप्त मात्रा में रखने होंगे. 1 लाख कंसेंट्रेटर हो, अब अस्पतालों में बच्चों के लिए 20 फीसदी कोविड बेड रिजर्व्ड रहेंगे.

राज्यों को 1887.80 करोड़ एडवांस

केंद्र के हिस्से का 50 फीसदी एडवांस राज्यों को दे दिया गया है. आज यानी 13 अगस्त को 7500 करोड़ जारी किया गया. 60:40 के अनुपात में केंद्र और राज्य सरकार को खर्च वहन करना है. नार्थ ईस्ट में 90:10 के अनुपात में शेयरिंग होगी. सरकार ने इससे पहले 22 जुलाई को 1887.80 करोड़ रुपये राज्यों को एडवांस दिया था.

केंद्र ने राज्यो को जिला स्तर पर कोरोना से बचने के लिए दिशा निर्देश जारी किया है. सूत्र बताते हैं कि दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन नही लोजिस्टिक्स की सबसे बड़ी समस्या थी. अब भविष्य में अगर कोरोना की संभावित तीसरी लहर आती है तो ऐसी स्थिति में ऑक्सीजन की कमी न हो इसके लिए देशभर में अब तक 375 प्लांट लग चुके हैं. 500 एडवांस स्टेज मे है जबकि कुल 1755 प्लांट लगने है। सूत्रों की मानें तो 12 से ज्यादा उम्र के बच्चों के लोए वैक्सीन ड्रग्स कंट्रोलर के पास है जैसे ही वो क्लियर करेंगे बच्चों का भी टीकाकरण शुरू हो जाएगा.

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