टिहरी, उत्तराखंड़ में कोरोना संक्रमण अब धीरे-धीरे कम हो रहा है, ऐसे में कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए शासन-प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। टिहरी जिले में भी करीब पौन दो करोड़ की लागत से अत्याधुनिक आरटीपीसीआर लैब बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। लैब निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग इन दिनों भूमि की तलाश में जुटा हुआ है। उम्मीद है कि चंबा स्थित रेडक्रॉस अस्पताल के जर्जर भवन के स्थान पर नई आरटीपीसीआर लैब बनाई जा सकती है।
जिले में आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैब न होने के कारण सैंपलों को जांच के लिए श्रीनगर मेडिकल कॉलेज, आईआईपी देहरादून, दून मेडिकल कॉलेज और एम्स ऋषिकेश में भेजा जाता है, जिससे रिपोर्ट आने में काफी समय लग जाता है। समस्या को देखते हुए लैब के लिए एक करोड़ 75 लाख मंजूर किए गए हैं। ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता युवराज सिंह ने बताया कि विभाग लैब निर्माण के लिए भूमि का चिह्नीकरण कर रहा है।
चंबा में रेडक्रॉस अस्पताल भवन जर्जर हो गया है। डीएम को प्रस्ताव भेजकर उक्त अस्पताल परिसर में लैब स्थापित करने का अनुरोध किया जाएगा। चंबा पूरे जिले का केंद्र बिंदु भी है। ऐसे में जिलेभर के सीएचसी, संयुक्त चिकित्सालय और जिला अस्पताल से आरटीपीसीआर सैंपलों को लैब भेजने में आसानी होगी |
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