देहरादून, जनपद में पुलिस ने अपराधियों पर पूरी तरह से शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। अब अपराधी का अपराधिक घटना को अंजाम देने के बाद भागना होगा मुश्किल, उस पर रहेगी तीसरी आंख की नजर, डीआइजी अरुण मोहन जोशी की देखरेख में चल रहे ‘ऑपरेशन थर्ड आई’ के तहत जनपद में पुलिस ने 500 सीसीटीवी कैमरे लगा दिए हैं। जल्द ही डीआइजी मॉक ड्रिल कर कैमरों की सतर्कता को भी परखेंगे।
देहरादून जिले को सीसीटीवी ग्रिड बनाने के उद्देश्य से डीआइजी ने बीते तीन दिसंबर को 15 दिनों का ‘ऑपरेशन थर्ड आई’ के नाम से विशेष अभियान चलाने के निर्देश जारी किए थे जिसके तहत सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित किया गया था कि अपने-अपने सर्किल और थाना क्षेत्रों में ऐसे स्थान जो अपराध की दृष्टि से संवेदनशील हैं, उन्हें चिह्नित कर लिया जाए व इन स्थानों में लगाए जाने वाले कैमरों की संख्या का आंकलन कर कैमरे लगाए जाएं। अभियान के दौरान लगाए जाने वाले सीसीटीवी कैमरों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि रात के समय भी वाहन की नंबर प्लेट और चेहरे दिखाई दें। कैमरों में बैकअप कम से कम एक माह का हो।
इसके अलावा बाजार क्षेत्रों और रूटों पर कैमरे का रुख ऐसी दिशा में हो, जिसमें संदिग्धों की पहचान हो सके। सभी चीता मोबाइल अपनी-अपनी बीट पुस्तिका में निर्धारित फॉर्मेट में सीसीटीवी संबंधी सूचना रखेंगे, जिससे उनके क्षेत्र में घटित अपराध की रोकथाम के लिए सहयोग मिल सके।
डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि ‘ऑपरेशन थर्ड आई’ की समीक्षा की गई थी। इसमें सामने आया कि काफी संख्या में थाना क्षेत्रों में उच्च क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। संवेदनशील स्थानों पर कैमरे लगाने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही मॉक ड्रिल कर सुरक्षा व्यवस्था परखी जाएगी।
डीआइजी ने थानों में लगने वाले कैमरों की मांगी रिपोर्ट
डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने जिले के सभी एसपी से थानों में लगने वाले कैमरों की रिपोर्ट मांगी है। पुलिस अधीक्षक नगर, ग्रामीण, अपराध एवं अपर पुलिस अधीक्षक पुलिस दूरसंचार की टीम ने बताया कि थानों में इनडोर के लिए 28 व आउटडोर के लिए 36 अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाने की जरूरत है। पूर्व में सभी थानों में आउटडोर के लिए 55 व इनडोर के लिए 28 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। डीआइजी ने बताया कि हाइकोर्ट के आदेश पर सभी थानों में कैमरे लगाने की कार्रवाई चल रही है।
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