Saturday, April 27, 2024
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ऋषिकेश ने प्रतीकात्मक रूप से रावण,मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों का पूजन कर गंगा की जलधारा में प्रवावित किया

 

ऋषिकेश(उत्तराखंड)। रविवार को असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक दशहरा पर्व सादगी और परंपरा के साथ मनाया गया। सुभाष क्लब दशहरा कमेटी ऋषिकेश ने प्रतीकात्मक रूप से रावण,मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों का पूजन कर गंगा की जलधारा में प्रवावित किया।

इस मौके पर सुभाष क्लब दशहरा कमेटी के कार्यक्रम संयोजक राहुल शर्मा ने कहा, इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते तलब द्वारा सरकार की गाइड लाइन के अनुसार प्रतीकात्मक रूप से दशहरे का पर्व मनाया जा रहा है। क्लब ने निर्णय लिया कि रावण कुंभकरण ,मेघनाथ, के पुतलों का दहन करने की बजाए उनकी पूजा कर गंगा में प्रवाहित किय़ा जाए।

इस अवसर पर दशहरा कमेटी के अध्यक्ष ललित सक्सेना,राकेश शर्मा, विश्वास जोशी ,महंत विनय सारस्वत , मधु जोशी, अमित वत्स, दीपक जाटव, विश्वास जोशी, मनोज कुमार गुप्ता, हीरालाल शर्मा, विजय सिंघल, पंकज जायसवाल, दिनेश उपाध्याय, दीपक भटनागर, योगेश शर्मा, संजय शर्मा केशव पोखरियाल कमल ढींगरा, विजू पोखरियाल ,केशव पोखरियाल ,सोमू ,गिरीश जोशी, बाबू ,गौरव जस्सल, जतन स्वरूप भटनागर सहित सभी क्लब के सदस्य उपस्थित रहे।

 

चंडीगढ़ में हवन यज्ञ कर मनाया गया दशहरा

चंडीगढ़ 25 अक्टूबर, 2020। चण्डीगढ़ के सैक्टर 43 में आज नव दशहरा समिति की ओर से दशहरा का पर्व रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले जलाने के बजाये हवन यज्ञ करके मनाया गया। इस अवसर पर चंडीगढ़ के पूर्व सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य सत्य पाल जैन मुख्यतिथि के नाते उपस्थित रहे।

इस अवसर पर जैन ने कहा कि नव दशहरा कमेटी इसी स्थान पर पिछले 26 वर्षो से लगातार रावण, कुंभकरण और मेघनाथ आदि के पुतले जलाकर दषहरा मनाती आ रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते समिति ने इस वर्ष दशहरा पुतले जलाने के बजाये हवन यज्ञ करके मनाने का निर्णय किया।

एडवोकेट जैन ने कहा कि हवन यज्ञ भी बुराईयों को भस्म करके वातावरण को शुद्ध बनाने का काम करता है इसलिये समाज में बीमारियों और कुरीतियों का अंत हवन यज्ञ के माध्यम से भी किया जा सकता है, विशेषतौर पर जब कोरोना महामारी के कारण पुतले बनाकर जलाना ओर भारी जनसमूह इक्ट्ठा करना सम्भव नहीं है। इस अवसर पर जीके गिरधर, डॉ. राजेश मितल, एमके गर्ग, गोपाल शुक्ला, जीएस थिंड, डीके सिंह, पीके पुरी, एडी राजपूत, केएल मदान, केएस गिल तथा आरके ठुकराल भी उपस्थित थे।

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