Thursday, May 2, 2024
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मदद की गुहार : सड़क पर दानपेटी लेकर चल पड़े दो मासूम, “लड़की हूं लड़ सकती हूं, अपने पापा की जिन्दगी बचा सकती हूं…!

(अतुल अग्रवाल)

हल्द्वानी, महानगर हल्द्वानी में एक बालिका हालत की मजबूरी कहे या हमारी मानवीय संवेदना की दुहाई सड़क पर भीख मांगने को कर दिया लाचार, जहां एक सड़क पर चुनावों के वक़्त – प्रत्याशी अपने आप को जनता का मसीहा बताते हुए चुनावी सभाओं से जनता के दुःख दर्द बांटने हर वक़्त साथ खड़े रहने के सब्ज़बाग दिखाते है | वही अक्सर देखा गया नेता जी के कुछ ख़ास चहेते वार्डो में नेता जी को साथ घूमते हुए नारे लगाते नज़र आते है, हमारा नेता कैसा हो गरीबों मसीहा… ! जैसा भी हो चुनावों के दौरान खास नेता जी को कुछ ऐसे ( वोटरों ) घरों में ले जाते है जहां कोई गंभीर बीमार होता है परन्तु पैसे के आभाव में ईलाज कराने में असमर्थ होता है वहीं वार्ड से वोट दिलाने का वादा करने वाला कान में कुछ कहता है , नेता जी तत्काल आर्थिक मदद कर (वोटर पक्के करते हुए ) समाचार पत्रों की सुर्खिया बन जाते है , जिसके पश्चात मंच से वोटरों को बताया जाता है ये हमारे नेता जी गरीबों के मसीहा है अभी आपने देखा एक गरीब परिवार की मदद की गई

अब चलो बात करते ऐसे ही एक सवाल की, जिसमें गोपाल शर्मा नाम का व्यक्ति जिसकी हालात बहुत गंम्भीर बनी हुई अपनी ज़िन्दगी की आखिरी सांसे ले रहे है, आईसीयू सफदरजंग अस्पताल दिल्ली में कभी भी कुछ हो सकता है | वहीं गोपाल शर्मा के दो मासूम बच्चे हल्द्वानी से लेकर कैची धाम तक अपने पिता की ज़िन्दगी बचाने के दान पेटी लेकर दर दर घूम रहे है, पर अभी तक कोई भी इन मासूम के दर्द को नहीं समझ पाया, वाह रे..! मानवीय संवेदना तो रही दूर, पर सड़क भटकते किसी भी व्यक्ति को इन बच्चों की करूणामय हालत और इस भीषण गर्मी में हाथ में दान पेटी लेकर चलना दिखाई न दिया | गजब है ये दुनिया..? जहां ये हालात तब है जब महानगर हल्द्वानी में अपने आप को ( चुनावी ) गरीबों का मसीहा कहलाने वाले रहते है, कई कैबिनेट मन्त्री , विधायक , राज्य दर्ज़ा मंत्री रहते है, इसके बाद भी कोई गोपाल शर्मा की मदद के लिए आगे नहीं आये, क्योकि चुनाव नहीं है, महानगर हल्द्वानी में चुनावो में ही गरीबों के मसीहा घर घर जाते है दुःख दर्द बताने वाले चहेते साथ होते है उनके कहने पर ही ( वोट लेने के लिए ) मदद की जाती है |

‘ए बिट फार’ की अपील है कि ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं अपनी पापा की जिन्दगी बच सकती हूं’ के साथ दान पेटी साथ लेकर चल रही इस बालिका की करूणवंदन की पुकार को अवश्य सुनेंगे, आप मोबाईल नम्बर 9639673360 पर भी संपर्क कर सकते हैं |

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